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Thursday, February 24, 2022

 
अंग्रेजी प्रवक्ता 2200 किमी दूरी तय करेगा प्राध्यापक बाइक पर
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कनीना। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में अंग्रेजी के प्रवक्ता व ग्राम झगोली निवासी मदन मोहन कौशिक 26 फरवरी शनिवार प्रात: 5 बजे से अपनी 2200 किलोमीटर लंबी बाइक यात्रा  की शुरुआत करेंगे तथा रविवार 27 फरवरी को  इलाहाबाद के चंद्रशेखर आजाद पार्क में अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे उनकी यात्रा पहले दिन महेंद्रगढ़ रेवाड़ी बिलासपुर पलवल मथुरा आगरा फिरोजाबाद मैनपुरी इटावा कानपुर फतेहपुर होते हुए शाम को 820 किलोमीटर का सफर करके प्रयागराज पहुंचेगी इसके बाद वे मिर्जापुर वाराणसी गाजीपुर बिहार में बक्सर तथा वापसी में जौनपुर सुल्तानपुर अयोध्या बाराबंकी लखनऊ हरदोई सीतापुर शाहजहांपुर बरेली रामपुर मुरादाबाद मेरठ सोनीपत व झज्जर के रास्ते 2 मार्च को महेंद्रगढ़  वापस लौटेगी मदन मोहन कौशिक ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी यात्रा लगभग 50 जिलों से होकर गुजरेगी तथा अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के शहीद स्मारक के अलावा गाजीपुर में भारतीय सेना के जाबाज सैनिक वीर अब्दुल हमीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तथा अयोध्या में रामलला के दर्शन के अलावा शाहजहांपुर में काकोरी कांड के चारों शहीदों राम प्रसाद बिस्मिल अशफाक उल्ला खां ठाकुर रोशन सिंह तथा राजेंद्र लाहिड़ी के स्मारक के भी दर्शन  करेंगे वे बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में महामना मदन मोहन मालवीय व उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद के स्मारकों का भी दर्शन करेंगे   गौरतलब है कि मदन मोहन कौशिक अब तक पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश उत्तराखंड जम्मू कश्मीर लेह लद्दाख राजस्थान व गुजरात के लगभग 148 जिलों की लगभग 32000 किलोमीटर की यात्रा अपनी बाइक द्वारा पूरी कर चुके हैं तथा उनकी योजना आगामी 5 वर्षों में देश के 500 से ज्यादा जिलों का भ्रमण करने की है।
वे अब तक दुनिया के सबसे दुर्गम हिमाचल प्रदेश के जनजातीय व तिब्बत बॉर्डर से सटे  जिले  लाहौल स्पीति की यात्रा के अलावा कारगिल  लेह लद्दाख  केदारनाथ बद्रीनाथ गंगोत्री यमुनोत्री हुसैनीवाला अमृतसर फिरोजपुर हल्दीघाटी चित्तौडग़ढ़ उदयपुर माउंट आबू व ग्वालियर तथा  झांसी सहित अनेक शहीदों के स्मारकों की यात्रा कर चुके हैं।
फोटो कैप्शन 8: प्राध्यापक बाइक पर सैर करने की तैयारी में।





भंडारा 27 को
-बाबा राधेदास की स्मृति में लगेगा भंडारा
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कनीना। कनीना के बाबा रामेश्वर दास आश्रम कनीना पर 27 फरवरी को संत राधेदास की स्मृति में भंडारा आयोजित किया जाएगा जबकि 26 फरवरी को भजन सत्संग होंगे। विस्तृत जानकारी देते हुए पार्षद मोहन ने बताया बाबा राधेदास की स्मृति में यह बस द्वारा आयोजित किया गया है।



पूर्व पार्षद करण सिंह का निधन
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 कनीना। कनीना के पूर्व पार्षद एवं पीटीआई पद से सेवानिवृत्त करण सिंह का निधन हो गया। वे करीब 70 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार कनीना में किया गया। भारी संख्या में लोग मौजूद थे।



ग्रामीण कवि के रूप में जाने जाते हैं जयनारायण
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कनीना। कनीना के ठेठ ग्रामीण कवि एवं गोपालक के रूप में जयनारायण को जाना जाता है। आज से 33 वर्ष पहले उनका निधन हो गया था। ये विचार समाजसेवी एवं कवि जयनारायण के बड़े लड़के कृष्ण कुमार ने कनीना में उनकी 33वीं पुण्यतिथि पर पुष्प अर्पित करते हुए व्यक्त किये। उनकी पुण्यतिथि कनीना के वार्ड एक में मनाई।
  कृष्ण कुमार ने उनके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जयनारायण के पिता का नाम शंकर था। वे बचपन में पंजाब के अबोहर में पले एवं बड़े हुए थे। कनीना में आने के बाद वे रांझा पाली के रूप में जाने गए। वैसे तो उन्हें डेयरीवाला नाम से जाना जाता है और आज भी उनके नाम पर एक स्टोर चल रहा है जिसे पूरा कस्बा ही नहीं अपितु आस पास के लोग जैनिया का स्टोर नाम से जानते हैं। वे लाठी चलाने में जितने माहिर थे उनसे कहीं अधिक अलगोजा बनाने में मशहूर थे। उनके बड़े भाई अर्जुन तो दूर दराज तक लाठी के जानकार के रूप में विख्यात हुए हैं किंतु अल्पायु में ही उनका निधन हो गया था।
  जैनारायण की बांसुरी, अलगोजा, पटा आदि को देखने के लिए दूर दरज के लोग आते थे। उनकी कविताई की क्षमता एवं गायकी की क्षमता अनोखी थी। कम लिखे पढ़े होने के बावजूद भी वे प्रकृति, गाय, भैंस एवं जीव जंतुओं पर बेहतर कविताएं बना लेते थे। उनके कई उदात गुणों के चलते उन्हें आज भी जाना जाता है। अंतत: उनकी मृत्यु 24 फरवरी 1989 को कनीना में हुई। उनकी कविताओं की पुस्तक उनके पुत्र डा होशियार सिंह यादव द्वारा प्रकाशित करवाई जा चुकी है। उस पुस्तक को पढ़कर उनकी कविता करने के अंदाज का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।  इस मौके पर महेश बोहरा एवं सुमेर सिंह चेयरमैन ने कहा कि जयनारायण गाये एवं भैंसे पालते थे था उनको दूर बणियों में चराने के लिए ले जाते थे। जंगल में मंगल के रूप में वो अपनी दिनचर्या कविताई एवं गायकी में बिताते थे। लाठी चलाने तथा अलगोजा बजाने में माहिर थे। उनको सदा याद किया जाता रहेगा। गरीबी में भी जीकर दूसरों के लिए प्रेरणा का काम कर गये। 24 फरवरी को उनका निधन हो गया था।
फोटो कैप्शन: जयनारायण।

6 hours ago)






 पशु प्रदर्शनी के लिए शुक्रवार को रवाना होगी बस
-3 दिन भिवानी जाएगी बस
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 कनीना। 38वीं राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी भिवानी के लिए कनीना से प्रतिदिन शुक्रवार से 3 दिन बस भिवानी जाएगी तथा पशु पालकों को प्रदर्शनी दिखलाई जाएगी।
 विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ पवन कांगड़ा कनीना चिकित्सक ने बताया कि मेले में जहां महिलाओं को प्रदर्शनी दिखाने का विशेष प्रावधान रखा गया है तथा जो भी महिला प्रदर्शनी देखना चाहे तो वे करीब 9 बजे प्रतिदिन पशु अस्पताल में उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि  राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में करीरा के वीरेंद्र सिंह का झोटा, नीतू यादव एवं जय पाल गुढ़ा ,जो राष्ट्रपति अवार्डिड हैं की गायें, कुलदीप इसराणा की गायें प्रमुख आकर्षक का विषय होंगी। केनीना उप मंडल से करीब 50 पशु, प्रदर्शनी के लिए भाग लेंगे। यह प्रदर्शनी 3 दिन चलेगी।





दो भगौड़े घोषित
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कनीना। कनीना न्यायालय में लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर न्यायालय ने हरसद एवं उमेद सिंह को भगौड़ा घोषित किया है। दोनों के मामले अलग अलग हैं। कनीना पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर उन्हें भगौड़ा घोषित कर दिया है।






जिला में अब कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 24624
-आज 15 मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज, 23 नये केस आये
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कनीना। सिविल सर्जन डा.अशोक कुमार ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में आज 23 नए कोरोना वायरस संक्रमित केस आए हैं। अब जिला में कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 24624 हो गई है। उन्होंने बताया कि आज 15 कोरोना संक्रमित मरीज को डिस्चार्ज किया गया है। अभी तक जिले में कुल 24405 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया 22 फरवरी को पीजीआईएमएस रोहतक में नसीबपुर के कोरोना संक्रमित की मृत्यु हो गई। अब तक जिला में 163 कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। कोरोना के 56 केस अभी भी एक्टिव हैं। जिले में 24 फरवरी तक 247122 नागरिकों की स्क्रीनिंग की गई है। इनमें से 114074 मरीजों में सामान्य बीमारी पाई गई है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के लिए अब तक जिले से 528508 सैंपल भेजे गए हैं। इनमें से 1822 सैंपल की रिपोर्ट आनी शेष है।
कोरोना संक्रमितों की सूची:
1. मोहल्ला सलामपुर नारनौल-1

2. मोहल्ला पीरआगा नारनौल-1

3. अगिहार-1

4. भुंगारका-1

5. ढाणी बाठोठा-1

6. धनौंदा-1

7. ककराला-2

8. खत्रीपुर-2

9. खेड़ी-1

10. खुडाना -1

11. नांगल-1

12. नांगल सिरोही-1

13.पाथेड़ा-4

14.सिहमा -1

15. गणियार-1

16. नसीबपुर-1

17. सतनाली-1

18. तोताहेड़ी-1






खेत में लाइन बदलते समय बिजली का करंट लगने से किसान की मौत, बिजली विभाग के विरुद्ध मामला दर्ज
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव खैराना में लगभग 52 वर्षीय एक व्यक्ति की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई। मृतक के पुत्र संदीप ने बिजली विभाग के विरुद्ध लापरवाही का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह मानेसर स्थित एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करता है। उनके पास जमीन कम होने की वजह से वे गांव के ही जले सिंह का खेल माल-बटाई में लेकर खेती कर रहे है। 23 फरवरी को करीब 8 बजे उसका पिता बाबूलाल सरसों की फसल में पानी देने के लिए गया था। जब रात्रि दो बजे तक भी उसका पिता घर वापस नहीं आया तो उसकी मां कमला व पड़ोसी पिन्टू उसे खेतों में देखने के लिए गए तो पानी खेत में खुला ही चल रहा था। उसका पिता बाबूलाल मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। संदीप ने बताया कि उस खेत में 11 हजार वोल्ट की लाईन गुजर रही है। जिसके तारों को टाइट करवाने के लिए वे संबंधित विभाग में अनेक बार शिकायत लगा चुके है। लेकिन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। संदीप ने बताया कि उसके पिता की मौत लाइन बदलते समय पाईप बिजली के तारों से टच होने की वजह से करंट लगने से हुई है। संदीप ने अपने कार्य में लापरवाही करने वाले बिजली निगम के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। दौंगड़ा पुलिस ने बिजली विभाग के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।





एक को किया भगोड़ा घोषित
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कनीना। कनीना न्यायालय के न्यायाधीश वीरेन कादयान की अदालत ने रोशनलाल नामक व्यक्ति को भगोड़ा घोषितकिया है। कई बार उन्हें न्यायालय में बुलाएगा किंतु गैरहाजिर रहने के चलते यह कदम उठाते हुए न्यायधीश ने कनीना पुलिस को आदेश दिया जिसके चलते ने भगोड़ा घोषित कर दिया गया है।





चार विद्यालयों को मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यीकरण प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए चुना गया
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 कनीना। कनीना उपमंडल के चार स्कूलों को मुख्यमंत्री सौंदर्यीकरण प्रोत्साहन योजना के तहत चुना गया है। मिली जानकारी अनुसार विद्यालय के सौंदर्यीकरण हेतु राजकीय विद्यालयों के लिए खंड स्तर पर मुख्यमंत्री स्कूल पंजीकरण प्रोत्साहन पुरस्कार योजना वर्ष 2021-22 के लिए शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश अनुसार एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा प्राप्त आवेदनों पर के आधार पर निरीक्षण किया गया और 4 विद्यालयों को सौंदर्यीकरण प्रतियोगिता के लिए चुना गया।
 प्रधान बाबूलाल यादव ने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट अनुसार प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च तथा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में से एक एक स्कूल प्रथम चुना जाता है। इस कड़ी में राजकीय प्राथमिक पाठशाला खरखड़ा बास, माध्यमिक स्कूलों में राजकीय मध्य विद्यालय पड़तल, राजकीय उच्च विद्यालय उन्हाणी तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला को प्रथम घोषित किया है।
इस योजना के तहत प्रत्येक विद्यालय को 50-50 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। उधर राजकीय माध्यमिक विद्यालय पड़तल के मुख्याध्यापक राजकुमार ने बताया कि दो साल पहले उनके स्कूल के हालात बहुत खराब थी किंतु समस्त स्टाफ के प्रयासों से साफ सुथरा तथा सौंदर्यीकरण में प्रथम स्थान मिला है। इस मौके पर सत्येंद्र शास्त्री, हंसराज आदि ने मुख्याध्यापक को बधाई दी है।
फोटो कैप्शन 7: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला जो सौंदर्यीकरण में प्रथम रहा है।





आये दिन हो रही हें चोरी, चोरों के हौसले बुलंद
-दौंगड़ा में हुई लाखों रुपये की चोरी
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कनीना।  दोंगड़ा अहीर में बुधवार घर में सोये हुये व्यक्तियों के रदरवाजे का कुंडा लगाकर लाखों रुपये के जेवरात इअज्ञात चोर ले उड़ा। दौंगड़ा अहीर चौकी में सूबे सिंह दौंगड़ा अहीर ने मामला दर्ज करवाया है।
मिली जानकारी के अनुसार सूबे सिंह अपने घर पर सोया हुआ था। रात को करीब दोबजे इसकी आंखें खुली तो दरवाजा खोलने कोशिश की किंतु बाहर से कुंडी लगी हुई थी। उन्होंने अपने पुत्र पवन कुमार से दरवाजे की कुंडी बाहर से बंद होने की बात कही तो फोन नवीन कुमार को बुलाया। जिन्होंने आकर कुंडी खोली। जब दूसरे कमरे पर नजर पड़ी तो ताला टूटा मिला। अज्ञात चोर ताला तोड़कर संदूक से एक लाख 46 हजार की नकदी तथा चांदी के करीब 750 ग्राम गहने अज्ञात चोर चोरी कर ले गया। उनकी शिकायत पर थोड़ा चौकी में अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि दौंगड़ा अहीर गांव में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। पिछले साल इससे पहले 23 जुलाई को 3 चोरियां, 14 सितंबर को तथा 28 नवंबर को भी गांव में चोरियां हो चुकी है। घटना को अंजाम देने के बाद चोर आसानी से निकल भागते है।
हालांकि गांव में हुई पिछली की गई चोरियों के आरोपियों को पुलिस ने 2 जनवरी को जरूर पकडऩे का दावा भी किया था। जिसमें पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया था कि पुलिस ने चोरियों के मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपितों का पता लगाकर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पता लगाया कि आरोपित हिमांशु उर्फ चिंटू, गोविंद और मनोज उर्फ सोनू ने कनीना के दौंगडा अहीर गांव में मकानों व दुकान में घुसकर नकदी, मोबाईल और सामान चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपित कमल को चोरी का सामान खरीदने के मामले में गिरफ्तार किया है। लेकिन पुलिस चोरों से चोरी का सामान बरामद नहीं करवा पाई। चोरी के सामान की बरामदगी को लेकर अशोक कुमार ने बताया कि उसके घर पिछले साल 28 नवंबर को चोरी हुई थी।चोरी हुए सामान की बरामदगी को लेकर उन्होंने कई बार पुलिस से संपर्क किया की उसे चोरी का सामान बरामद करवाया जाए क्योंकि पुलिस ने चोरों को पकड़ लिया है लेकिन पुलिस ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
गांव में पुलिस चोरी की घटना को लेकर 28 जुलाई 2021 को भी पंचायत हुई तथा पंचायत में काफी मात्रा में ग्रामीणों ने एक सुर में कहा था कि पुलिस चोरी की घटना के मामले में ढुलमुल रवैया ही अपनाए हुई है। उसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस चौकी में पुलिस को ज्ञापन भी दिया था। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में हो रही लगातार चोरियों से ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि जल्द से जल्द पुलिस चोरों को पकड़े नहीं तो ग्रामीण फिर से पंचायत करके अगली रणनीति पर विचार करेंगे। पुलिस की कार्यप्रणाली से ग्रामीणों में भारी रोष है।





बच्चों के व्यक्तिगत रुचि  को  ध्यान  में  रख  बोर्ड  परीक्षा  को  आसान  और  समग्र -डा राजेंद्र सिंह
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कनीना। इस वर्ष 5वीं व 8वीं कक्षा में बोर्ड मूल्यांकन नहीं करेगा। पूरे साल भर यह सिलसिला चलता है परन्तु परिणाम शून्य रहा। कुछ लोग इसे सही मानते कुछ सही  नहीं  मानते।  
  ये विचार पूर्व उप जिला शिक्षा अधिकारी डा राजेंद्र सिंह ने यहां व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि  सवाल  का  जवाब  किसी  के  पास  असली  नहीं  है।  ऊपरी  सतह  पर  तर्क कुतर्क देते दिखाई दिए । पढ़े लिखे भी अपने मिथ के अनुसार सही या गलत बता रहे है। आखिर परीक्षा से डर क्यों? पहला सवाल यही है? बच्चों से पूछेगा कोई नहीं। सभी अध्यापक जो इन कक्षाओं को पढ़ाते हैं वे इसके पक्ष में नहीं कि बोर्ड परीक्षा लें। कारण स्पष्ट है पढ़ाया गया नहीं या जो स्तर बच्चों का होना चाहिए चाहे वह भाषा का हो या गणित का वह नहीं है। इसलिए सभी डर गए। बोर्ड का या सरकार का तर्क कि बोर्ड परीक्षा लेगा तो शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। सरकार सिर्फ  सरकारी स्कूलों का स्तर बढ़ाना चाहती है। प्राइवेट  स्कूलों के बच्चे तो  पहले  ही  10वीं,  12वी.  बोर्ड  की  परीक्षा  में  90  प्रतिशत  से  अधिक  अंक  ले  रहे  हैं।  मैडिकल, आईआईटी,कलेट, सीए.  सीपीटी,  आईजेएसओ,  एनडीए  तथा  अन्य  में  भी  जा  रहे  हैं  तो सरकार से ये सवाल कि वो हरियाणा बोर्ड के अलावा दूसरे बोर्ड की परीक्षा क्यों लेना चाहती है। उसके एक ही कारण है की सरकारी स्कूल के बच्चे 8वीं में प्राइवेट स्कूलों की तरफ  न चले जायें। अत: सभी को  बोर्ड परीक्षा देनी होगी। बोर्ड ने मान  लिया  कि सरकार  5वीं,  8वीं में
कोई परीक्षा लेगी तो शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। सवाल  पूछा जाना चाहिए क्या परीक्षा लेने से या बोर्ड  की  परीक्षा  के  डर  से  बह्वचे  पढ़ेंगे।  इसका  अर्थ  है  बाकि  सभी  बातें,  चाहे  अध्यापकों  द्वारा उत्साह  बढ़ाना,  काउंसलिंग  करना  सभी  व्यर्थ  है।  यानि  कि  अध्यापक  पढ़ाने  में  तथा  बच्चों  में लगन लगाने में और सही मूल्यांकन करने में असमर्थ है, इसलिए बच्चों को पकड़ लो, सिर्फ और सिर्फ  परीक्षा का डर वो भी बोर्ड की परीक्षा का डर ही विकल्प लगता है।
पंचकूला में आयोजित मिटिंग में राज्य के सभी अधिकारी मन्थन कर रहे थे कि  शिक्षा  का  स्तर  सरकारी  स्कूलों  में  कैसे  सुधारें  तो  उदघोषक  ने  अपनी  बात  में  बड़ा  बोध दिखाते हुए कहा कि बच्चों की पिटाई बन्द हो जो हो गई और परीक्षा बन्द हो गई। ये दोनो शुरू करें तो शिक्षा का स्तर बढ़ जायेगा। शिक्षा के केन्द्र में बच्चा रहता है, अब भी बच्चा ही है पर विकल्प सबने एक ही मान लिया जैसे जानवरों को सांटा देते है वहीं एक तरीका है अन्य नहीं।  फिर परीक्षा ही समाधान है यह मानकर इसे ही बूटी मान लिया तो इसके परिणाम भयंकर होगे जो पहले भी देखने को मिले थे।
सरकार से भी सवाल कि दूसरे बोर्ड की परीक्षा वो क्यों ले रही है? सरकार को शायद ये समझाया गया कि इससे बच्चों का रुझान प्राइवेट स्कूलों कि तरफ नहीं होगा। यह बड़ी गलतफहमी है। आप शिक्षा का स्तर स्कूलों में नहीं सुधारेंगे तो बह्वचे हमारे सरकारी स्कूलों में मजबूरी में रुकेंगे। सरकार के प्रयासों को कक्षा कक्ष तक जाना जरूरी है। सरकार की कोशिश हमेशा रही है, परन्तु अच्छे अध्यापक होते हुए भी कहीं परीक्षा का डर दिखाकर ही शिक्षा स्तर सुधारना, कहीं भूल तो नहीं है।
उन्होंने कहा कि एनईप. में 10वी में भी बोर्ड परीक्षा सुधारकर हरियाणा बोर्ड / सरकार को मंथन करना चाहिए। इसे शान का या नाक का विषय नहीं मानना चाहिए। बिना 8वीं बोर्ड के बच्चे हर क्षेत्र में आगे हैं तो किन बच्चों को बोर्ड चाहिए, किन को नहीं।
  उन्होंने कहा कि शिक्षा  के  संवेदनशील  विषय  को  गम्भीरता  से  विचार  करना  चाहिए।  इस  मंथन  में  एक जैसा विचार वाले नहीं, सही दिशा देने वाले लोगों को शामिल कर विचार करना चाहिए। तरीका वही ठीक होगा जो बिना किसी डर के बच्चे पढ़ें और सफल हों। माडल संस्कृति स्कूल, सुपर 100, एन.एम.एम.एस. तथा एन.टी.एस.ई. की तैयारी जैसे कई प्रयास अच्छे हुए हैं। ऐसे प्रयासों से ही प्राइमरी एजूकेशन सुदृढ़ होगी। हमारे सरकारी स्कूल का ढांचा ऐसा हो कि प्राइवेट स्कूल भी इसे माडल मानकर आगे बढ़ें। परीक्षा या मूल्यांकन अध्यापक को सहयोग करने के लिए है कि बच्चों को विषय की ओर अधिक ध्यान से पढ़ाना है, वहीं बच्चों के लिए सीखने का एक और मौका मिलेगा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020  में समग्र रिपोर्ट कार्ड की  बात की  है जिसमें सिर्फ रटने पर आधारित परीक्षा नहीं होगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल किया है। बच्चों के व्यक्तिगत रुचि  को  ध्यान  में  रख  बोर्ड  परीक्षा  को  आसान  और  समग्र  बनाने  की  बात  है,  इन  विषयों  को मूल्यांकन  या  परीक्षा  में  शामिल  करना  है।  सवाल  ये  है  कि  क्या  बोर्ड  और  स्कूल  इसके  लिए तैयार  हैं।  ग्रोस  एनरोलमेन्ट  रेशों  को  100  प्रतिशत  करना  भी  राष्ट्रीय  शिक्षा  नीति  का  भाग  है जिसमें कहा गया है कि कक्षा 8वीं से 9वीं में तथा कक्षा 10वीं से 11वीं में 100 प्रतिशत बच्चे जाने चाहिए। समग्र रिपोर्ट कार्ड के लिए समग्र तैयारी भी करनी चाहिए।





चित्रकला प्रतियोगिता व वानिकी प्रश्नोत्तरी द्वारा पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
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कनीना।वन विभाग की प्रचार एवं प्रशिक्षण रेंज द्वारा राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल कनीना में वानिकी प्रश्नोत्तरी एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
वन विभाग के रेंज अधिकारी नरेंद्र धनखड़ व उनकी टीम सोशल मीडिया एडवाइजर राजरानी व पीआरओ ज्योति ने विद्यार्थियों को चित्रकला के माध्यम से बताया कि पर्यावरण के संरक्षण में मनुष्य महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अच्छा या बुरा वातावरण हमारी गतिविधियों पर निर्भर करता है। अपनी गतिविधियों की निगरानी करनी चाहिए कि हमें अपने खतरनाक कृत्य को रोक देना चाहिए ताकि पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सके। पर्यावरण का संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है।  उन्होंने कहा कि सामाजिक शारीरिक आर्थिक भावनात्मक तथा बौद्धिक रूप से पर्यावरण प्रदूषण हमारे दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित कर रहा है। पर्यावरण प्रदूषण वातावरण में विभिन्न प्रकार की बीमारियों को जन्म देता है जो व्यक्ति के जीवन भर चलता रहता है। यह किसी समुदाय या बहार की समस्या नहीं बल्कि दुनिया भर की समस्या है। इस समस्या का समाधान किसी एक व्यक्ति के प्रयास से नहीं हैअगर इसका निवारण पूर्ण तरीके से नहीं किया गया तो एक दिन जीवन का अस्तित्व नहीं रहेगा। ऐसे में प्रत्येक आम नागरिक को सरकार द्वारा आयोजित पर्यावरण आंदोलन में शामिल होना होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी गलती का सुधार करना होगा तथा स्वार्थपरता त्याग कर पर्यावरण को प्रदूषण से सुरक्षित व स्वस्थ करना होगा। प्रत्येक व्यक्ति द्वारा उठाया गया छोटा सा सकारात्मक कदम बड़ा बदलाव कर सकता है तथा पर्यावरण गिरावट पर रोक सकता है। वायु तथा जल प्रदूषण द्वारा विभिन्न प्रकार के रोग तथा विकार का जन्म होता है जो हमारे जीवन को खतरे में डालता है।
 इस अवसर पर नरेंद्र धनखड़ ने बताया कि विभाग की प्रचार एवं प्रशिक्षण द्वारा विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों में शिविर आयोजित किए जा रहे हैं जिसमें बच्चे भाग ले रहे हैं। पर्यावरण एक ऐसा विषय जिसके लिए विद्यार्थियों को जागरूक होना बहुत आवश्यक है। चित्रकला यानी कि प्रश्नोत्तरी द्वारा विद्यार्थियों में जागरूकता उनके परिवारों तक जाएगी और विद्यार्थियों में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेंगे।
 इस अवसर पर मुख्य प्राचार्य सतपाल सिंह, प्राध्यापक ईश्वर सिंह आदि मौजूद रहे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
फोटो कैप्शन एक: पर्यावरण को लेकर आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता।





डा गुलशन को मिला एमडी में प्रवेश, मिली बधाइयां
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 कनीना। डा गुलशन कुमार मुंडियाखेड़ा को एमडी चर्म रोग में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अजमेर ,राजस्थान में प्रवेश मिला है। डॉक्टर गुलशन कुमार के पिता रविंद्र कुमार वरिष्ठ प्रवक्ता जीव विज्ञान है और वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चांदवास चरखी दादरी में कार्यरत हैं।
 रविंद्र कुमार ने बताया कि उनके पुत्र डा गुलशन कुमार ने एमबीबीएस की परीक्षा पीजीआईएमएस रोहतक से पास करने के बाद अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा पास की हैं जिसके बल पर उक्त पाठ्यक्रम में प्रवेश पाया है। डा गुलशन को उनके मनपसंद पाठ्यक्रम में प्रवेश से परिवार में खुशी का माहौल है।
 डा गुलशन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों एवं समस्त शुभचिंतकों को दिया। इस अवसर पर गांव के सभी लोगों, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चांदरास के सभी स्टाफ सदस्यों के अतिरिक्त सभी मित्रों शुभचिंतकों ने गुलशन कुमार को बधाई दी है और उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उनके पिता रविंद्र कुमार को भी बधाइयां मिल रही हैं।
 फोटो कैप्शन: डा गुलशन


पूजा कौशिक










ने दी आचार एवं जैम बनाने की जानकारी
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कनीना। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा आयोजित पांच दिवसीय जीवन कौशल विकास शिविर के चौथे दिन आनंदी परिधान की निदेशक एवं रिसोर्स पर्सन पूजा कौशिक ने छात्राओं को आचार, मुरब्बा तथा विभिन्न प्रकार के जैम बनाने की विधि सिखाई। उन्होंने विद्यालय में छात्राओं के साथ मिलकर उन्हीं के द्वारा आंवले की चटनी व आंवले का मुरब्बा तैयार करने की विधि के साथ आंवले कैंडी बनाकर दिखाएं। पूजा कौशिक ने बताया कि हमें बाजार से बने हुए केमिकल युक्त अचार खाने की बजाय अपने घरों में ही अचार तैयार करने चाहिए क्योंकि अचार हमारे जीवन का बहुत बढिय़ा पौष्टिक आहार है तथा बाजार में मिलने वाले अचार में घातक केमिकल का इस्तेमाल भी होता है जिससे अनेक प्रकार की बीमारियां होने का डर बना रहता है। उन्होंने छात्राओं को विभिन्न प्रकार की सब्जियां व सलाद तैयार करने की विधि भी बताई तथा घरों में डाइनिंग सेट कैसे सजाए जाए, इसके लिए विभिन्न प्रकार के मेजपोश व वस्त्र इस्तेमाल करने की विधि समझाई। उल्लेखनीय है कि पूजा कौशिक इसी विद्यालय की पूर्व छात्र आ रही है तथा वर्तमान में वनस्थली विद्यापीठ में एमएससी की स्कालर है।
प्रशिक्षण शिविर में विद्यालय के प्राचार्य सत्यवीर यादव, वरिष्ठ प्रवक्ता नरेश कौशिक ,एबीआरसी देवेंद्र सिंह तंवर , मिडिल हेड  रीटा वधवा, आनंदी की मैनेजर पुष्प लता कौशिक,  पूनम रानी, जीव विज्ञान की प्रवक्ता मनीषा कुमारी सहित स्टाफ के सभी सदस्य उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 2: खेड़ी स्कूल में पूजा कौशिक संबोधित करते हुए।
   

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