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Thursday, February 3, 2022

 
महाराज उधोदास आश्रम में बसंत पंचमी को सरस्वती पूजन होगा एवं लगेगा भोग
-भंडारा भी लगेगा
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कनीना। महाराज ऊधौदास मन्दिर आश्रम जैनाबाद में बसन्त पंचमी के शुभ अवसर पांच फरवरी को पर सुबह 9 बजे हवन-पूजन सरस्वती वंदन उसके बाद मोहन भोग आयोजित होगा। विस्तृत जानकारी देते हुए भक्त रणधीर सिंह ने बताया कि भोग के बाद बाद सत्संग और फिर भंडारे का आयोजन किया जाएगा।                                                                                          
    


   
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                               

जिला में अब कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 24058
आज 100 मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज, 117 आये  नये केस
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कनीना । सिविल सर्जन डा.अशोक कुमार ने बताया कि जिला में आज 117 नए कोरोना वायरस संक्रमित केस आए हैं। अब जिला में कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 24058 हो गई है। उन्होंने बताया कि आज 100  कोरोना संक्रमित मरीज को डिस्चार्ज किया गया है। अभी तक जिले में कुल 23400 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं। अब तक जिला में 158 कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। कोरोना के 500 केस अभी भी एक्टिव हैं। जिले में 3 फरवरी तक 245873 नागरिकों की स्क्रीनिंग की गई है। इनमें से 113393 मरीजों में सामान्य बीमारी पाई गई है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के लिए अब तक जिले से 508302 सैंपल भेजे गए हैं। इनमें से 1816 सैंपल की रिपोर्ट आनी शेष है।
 कोरोना संक्रमितों की  सूची-                                                   
1. खटोटी खुर्द-1

2. कारोता-1

3. नीरपुर-2

4. जडवा-1

5. सतनाली-1

6. हाजीपुर-1

7. छापड़ा सलीमपुर-1

8. मारोली-1

9 छिलरो-1

10. निजामपुर-1

11. पवेरा-1

12. नापला-2

13. धानोता-3

14. बसई-3

15. सिहमा-3

16. खामपुरा-1

17. अटाली-1

18. सागरपुर-3

19. डेरोली अहीर-1

20. सलूनी- 1

21. गुजरवास-1

22. गुवाणी-1

23. धनौंदा-2

24. कांटी-1

25. नांगल -1

26. उनींदा-1

27. पृथ्वीपुरा-1

28. नांगल दुर्गू-4

29. दोस्तपुर-2

30. नायन -1

31.  नियाजअलीपुर-1

32. बायल-1

33. बलाह कला-2

34. घाटाशेर-1

35. पालड़ी पनिहार-1

36. दौंगडा अहीर-2

37. हुडा नारनौल-2

38. मोहल्ला जेर मांदडी नारनौल-1

39. मोहल्ला माली टिब्बा नारनौल-1

40. पुरानी सराय नारनौल-1

42. दया नगर  नारनौल-1

42. सब्जी मंडी नारनौल-1

43. राव तुलाराम कालोनी महेंद्रगढ़-2

44.  महेंद्रगढ़-2

45. सैनिक कालोनी महेंद्रगढ़-1

46. सहरावत कालोनी महेंद्रगढ़-1

47. खटीकान मोहल्ला महेंद्रगढ़-2

48. बैरावास-2

49.  नांगल सिरोही -3

50. जोनावास-1

51. दुलोठ अहीर-5

52.  खैरोली-1

53. ककराला-1

54. गुढ़ा-3

55.  रसूलपुर-2

56. छितरौली-1

57. भडफ़-1

58. चेलावास-1

59.  ढाणा-2

60. कनीना-2

61. माजरा खुर्द-1

62. मांडोला-1

63. ढाढोत- 2

64.  बारडा-1

65. खातोद-1

66.  गढी़-1

67. पाथेड़ा-1

68.  पायगा-1

69. रसूलपुर-1

70. नोताना-3

71. सेहलंग-4

72. बसई-1

73. खेडा-2

74. ढाणा-1

75.राताकला -1

76. मंढाणा-1

77. कुंजपुरा-1





पूर्व सीपीएस संतोष यादव ने बजट की तारीफ की
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कनीना। भारत के अमृतकाल में आत्मनिर्भर भारत का प्रभावशाली और दूरदर्शी बजट, जो कोविड-19 की तीसरी लहर के बीच संतुलित, वित्तीय रूप से विवेकपूर्ण और विकासोन्मुखी है पेश करने के लिए पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी को बधाई । ये विचार पूर्व सीपीएस संतोष यादव ने व्यक्त करते हुए कहा कि मल्टी मॉडल इन्फ्ऱा और निवेश के नए रास्तों पर जोर से भारत उभरती वैश्विक अर्थव्यवस्था के केंद्र में आ सकेगा । यह एक ऐसा बजट है जो मेक इन इंडिया को प्रोत्साहन देगा, मांग में बढ़ोतरी करेगा और एक मजबूत, समृद्ध और आत्मविश्वास से परिपूर्ण भारत का निर्माण करेगा । इस बजट से गरीबों के लिए 80 लाख मकान, 25 हजार किलोमीटर राज्यमार्ग, 2000 किलोमीटर का रेल नेटवर्क और नौकरियों के अवसर देने की कोशिश की गई है।
फोटो कैप्शन: संतोष यादव पूर्व सीपीएस।





विद्यार्थी के सतत विकास के लिए अध्यापक प्रशिक्षण अनिवार्य -राज सिंह बीइओ
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कनीना। विद्यार्थी के सतत विकास के लिए अध्यापक प्रशिक्षण अनिवार्य। ये विचार खंड शिक्षा अधिकारी कनीना राज सिंह यादव ने शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय सेफ्टी एंड सिक्योरिटी प्रशिक्षण के दौरान राज्य के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा के समापन समारोह पर व्यक्त किए।
मास्टर ट्रेनर श्रुति आर्य बीआरसी ने बताया कि आज के प्रशिक्षण कार्य में मिड डे मील बनाते समय किस प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए। आज के परिप्रेक्ष्य को देखते हुए इन सब नियमों की पालना करना अति आवश्यक है। कोविड 19  से संबंधित व्यक्ति के व्यवहार में किस प्रकार से उचित तरीकों की पालना करके हम उनको मानसिक सामाजिक तथा आर्थिक रूप से मजबूत बना सकते है। उक्त विचार डिप्टी सीएमओ डॉक्टर पवन यादव ने रखें तथा उन्होंने विद्यालयों में टीकाकरण को 100 फीसदी पूर्ण करने के लिए  अध्यापकों की भागीदारी के प्रयास  को सराहा। टीकाकरण के बाद भी कॉविड 19 के नियमों की सख्ती से पालना की जाए।
डीएससी से प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिकारी  देवेंद्र जांगड़ा ने जिले में चल रही सभी प्रशिक्षण कैंपों में आनलाइन जुड़कर सभी टीचर्स के अच्छे से कार्य करने की भूरी भूरी  प्रशंसा की। वही शुभम यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित सभी अध्यापकों को संक्रामक रोगों के लक्षण बचाव व सावधानियां विस्तार से बताएं प्राथमिक शिक्षा की जानकारी देते हुए वरिष्ठ मास्टर ट्रेनर टेकचंद जी ने अपने उद्बोधन में बहुत सी महत्वपूर्ण बातों की चर्चा की तथा हम किस प्रकार से दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को थोड़ी सी सहायता करके बचा सकते हैं। उन्होंने विभिन्न सूत्रों के माध्यम से सभी को बताया की स्थिति और समय को देखते हुए हमें हर संभव प्रयास करने चाहिए किसी का जीवन को बचाने के लिए।
जयप्रकाश प्राध्यापक इतिहास ने अपने विचार विद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर को किस प्रकार से मजबूत किया जा सकता है और विद्यालयों में इफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी से हम अपने आप को किस प्रकार बचा सकते हैं। मास्टर ट्रेनर एवं प्रशिक्षण कैंप का को-ऑर्डिनेशन कर रहे सत्यम सिंह ने सभी आए हुए विशेषज्ञों का दिल की गहराई से स्वागत किया। इस मौके पर प्राचार्य  कृष्ण कुमार जी ने आए हुए सभी अध्यापकों से इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया तथा सभी का दिल की गहराइयों से धन्यवाद किया एक सफल प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया। इस मौके पर महिपाल सिंह, होशियार सिंह,  सुनीता जी  मीना, राजेश कुमार, जगदीश कुमार,अनूप कुमार,संजय पीटीआई,हंसराज, रविंद्र , राजेश कुमार एवं समस्त कलस्टर धनौंदा शिक्षक उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 6: संगोष्ठी में आनलाइन भाग लेते शिक्षक।




 कैंसर दिवस पर विशेष-
ग्रामीण भी अछूता नहीं है कैंसर जैसी बीमारी से
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कनीना। कैंसर को लाइलाज बीमारी माना जाता रहा है। शहरी क्षेत्रों के बाद अब भारी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
कैंसर रोग आए दिन जिंदगियां लील रहा है। डाक्टरों को कहना है कि इस रोग के पीछे खान पान, आदतें एवं विकिरण हैं। शरीर में प्रतिरक्षी पदार्थों की कमी आने से ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी बीमारी से तंग आ चुके हैं। दरअसल इस बीमारी  के पकड़  में आने से पहले तो मरीज के कई अंगों  को अपना शिकार बना चुकी होती है।
कभी शहरी क्षेत्रों में कैंसर के कस मिलते थे किंतु अब तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी कैंसर के केस खूब मिल रहे हैं। विश्व  स्वास्थ्य  संगठन का कहना है कि भारत में प्रत्येक दस में से एक कैंसर का केस मिलता है वहीं प्रत्येक 15 में से एक की मौत कैंसर से हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार हर एक मिनट में दुनिया में 17 लोगों की मौत सिर्फ कैंसर बीमारी के कारण होती है। वर्ष 2018 में भारत में करीब 11.57 लाख कैंसर के मामले सामने आये थे, जिनमें से करीब 7.84 लाख मौतें हुई थीं।
  कभी ग्रामीण क्षेत्र के जन बेहतर खान पान के लिए विख्यात रहे हैं और उन्हें दिल की बीमारी, शूगर आदि का कोई रोग नहीं होता था। कैंसर जैसे रोग का तो नाम तक नहीं सुना था। समय के साथ साथ भागदौड़ की जिंदगी ने ग्रामीण लोगों को भी विभिन्न रोगों से जकडऩा शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब शूगर के मरीज, दिल की बीमारी के रोगी तथा कैंसर के रोगी बढऩे लगे हैं।
कनीना की लील ली कई हस्तियां-     
  कस्बा कनीना में ही नजर डाले तो आए दिन कोई न कोई कैंसर से पीडि़त व्यक्ति नजर आता है। अकेले कनीना में कई महत्वपूर्ण हस्तियांं कैंसर जैसी घातक बीमारी ने लील लिये हैं जिनमें क्षेत्र के ही नहीं आस पास के प्रसिद्ध शिक्षाविद एवं इतिहासकार प्रो हंसराज यादव, कनीना की प्रथम महिला पत्रकार एवं कई पुस्तकों की लेखिका सुमन यादव, प्रसिद्ध समाजसेवी एवं नेता विनोद अग्रवाल सहित एक दर्जन लोग इस रोग ने लील लिये हैं। वैसे तो यह रोग किसी भी उम्र में मिल सकता है किंतु अधेड़ उम्र के अधिक रोगी उभर रहे हैं।
  जैविक खेती पर बल-
रोगों से बचने के लिए जैविक खेती करने व फल सब्जियों उगाने में कनीना क्षेत्र के किसान राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह,अजय इसराणा, अजीत सिंह , गजराज सिंह मोड़ी, महाबीर सिंह करीरा जुटे हुए हैं। वहीं कई गौशालाओं में जैविक खेती का खाद तैयार किया जा रहा है। उनकी मुहिम कैंसर जैसी घातक बीमारियों पर काबू पाने का एक सरल तरीका है।
 बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ भोजन की आपूर्ति के लिए मानव द्वारा खाद्य उत्पादन की होड़ में अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए तरह-तरह की रासायनिक खादों, जहरीले कीटनाशकों का उपयोग, प्रकृति के जैविक और अजैविक पदार्थों के बीच आदान-प्रदान के चक्र ने तो इकालाजी सिस्टम को ही प्रभावित कर दिया है।  कृषि वैज्ञानिक मानते हैं कि किसानों की इस होड़ ने भूमि की उर्वरा शक्ति खराब कर दिया है वहीं वातावरण प्रदूषित हो चला है तथा मनुष्य के स्वास्थ्य में गिरावट आती जा रही है जिनमें कैंसर भी एक रोग बढ़ा है।
सब्जियों जहरीली दवाओं के छिड़काव से पैदा होती हैं। ये दवाएं कैंसर, हृदयघात, मिरगी, दमा एवं कई घातक बीमारियों का कारण बन रही हैं।
क्या कहते हैं डा वेदप्रकाश--
कनीना के डा वेदप्रकाश का कहना है कि बेहतर एवं संतुलित खान पान न होने से रोग बढ़े हैं। बीड़ी सिगरेट पीने वाले भी फेफड़ों के कैंसर से पीडि़त हो सकते हैं। फास्ट फूड एवं प्रोसेसड फूड भी कैंसर की ओर धकेलता है। उनका मानना है कि अगर संतुलित आहार नियमित रूप से मिलता रहे और भोजन में सब्जी, फल का मिश्रण हो तो रोग कम होने की संभावना बन जाती है। खेतों में डाले जाने वाली रासायनिक दवाइयां, उर्वरक, वातावरण प्रदूषण एवं हानिकारक विकिरण के चलते कैंसर जैसे रोग बढ़े हैं। कभी टीबी को घातक बीमारी माना जाता था परंतु आज टीबी पर काबू पा लिया गया है और कैंसर पर काबू नहीं पाया गया है।  गहरे रंग की सब्जियां, ब्रोकली सादा खाना कैंसर होने से बचाती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार हर एक मिनट में दुनिया में 17 लोगों की मौत सिर्फ कैंसर बीमारी के कारण होती है। वर्ष 2018 में भारत में करीब 11.57 लाख कैंसर के मामले सामने आये थे, जिनमें से करीब 7.84 लाख मौत हुई।
सतर्क होने की बात-
यदि स्तन में गांठ या किसी भी तरह का बदलाव
आंत या मूत्राशय की आदतों में बदलाव या खून का आना,गले की खांसी जो काफी समय से बनी हो,शरीर में असामान्य रक्तस्त्राव या किसी पदार्थ का डिस्चार्ज,वजन में असामान्य उतार चढ़ाव हो तो सतर्क होने की बात है।
कैंसर से बचाव के तरीकें-
धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन न करें,अत्यधिक वजऩ या मोटापे से बचें,अल्कोहल और फ़ास्ट फ़ूड से बचें,सुरक्षित यौन संबंध के तरीके अपनाएं,
रोज़ कसरत करें और पोषाहार लें,नियमित हेल्थ चेकअप कराएं,अल्ट्रावायलेट किरणों से बचें,हेपेटाइटिस-बी और एचआईवी से प्रतिरक्षित रहें ।   
  फोटो कैप्शन: डा वेदप्रकाश।




 मूंग बोने की एवज में 4000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि का हो भुगतान
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कनीना। बहुजन समाज पार्टी के नेता समाजसेवी अतरलाल एडवोकेट ने हरियाणा सरकार तथा कृषि कल्याण विभाग को चेतावनी दी है कि 15 दिन के अंदर यदि जिला के किसानों को मूंग फसल बोने की एवज में 4000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया तो बहुजन समाज पार्टी उप निदेशक कृषि नारनौल के कार्यालय का घेराव करेगी।
यह चेतावनी अतरलाल ने जिला के गांव राजपुरा, पृथीपुरा, करीरा, कोटिया, रामबास में किसानों से संवाद करते हुए दी। उन्होंने किसानों की समस्याएं सुनने के बाद कहा कि यह बहुत ही पीड़ादायक है कि न तो क्षेत्र के किसानों को अब तक मूंग फसल बोने के लिए 4000 रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि मिली है और न ही सरकार ने मूंग की सरकारी खरीद की। इसके कारण किसानों को अपना मूंग सस्ते दामों पर बेचना पड़ा और किसानों को 2000 रुपये प्रति क्विंटल की हानि उठानी पड़ी। उन्होंने कहा कि फसल विविधीकरण योजना के तहत अटेली क्षेत्र से ही दस हजार से ऊपर किसानों ने फसल पोर्टल पर मूंग बोने का पंजीकरण कराया था। उन्होंने राज्य सरकार पर महेन्द्रगढ़ जिला के किसानों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर हरियाणा के किसानों को तो सरकार ने धान फसल की एवज में बोई गई फसल के लिए प्रोत्साहन राशि वितरित कर दी, परन्तु हमारे क्षेत्र के किसानों की अब तक सुध नहीं ली है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस भेदभावपूर्ण रवैये के कारण क्षेत्र के किसानों में भारी रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि हम बार-बार ज्ञापन, प्रस्ताव व मांग उठाकर सरकार से गुहार लगा चुके, परन्तु सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। इसलिए आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने मूंग की सरकारी खरीद न होने के कारण किसानों को भाव में जो नुकसान उठाना पड़ा है उस नुकसान का बाजरे की तरह भावांतर भरपाई योजना की तरह लाभ देने की मांग की। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी दी 15 दिन के अंदर किसानों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया तो कृषि उपनिदेशक नारनौल का घेराव किया जाएगा।  

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                   

 
कनीना न्यायालय ने किया एक को भगोड़ा घोषित, मामला दर्ज
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 कनीना। कनीना न्यायालय ने एक आरोपित को बार-बार न्यायालय में बुलाए जाने पर भी न्यायालय में उपस्थित नहीं होने के चलते भगोड़ा घोषित कर दिया है। कनीना की जेएमआईसी वीरेन कादयान की अदालत द्वारा मगन कुमार को भगोड़ा घोषित किया है। कनीना पुलिस ने मगन सिंह नामक आरोपित के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।



 गुरुवार को फिर बढ़ी ठंड,दिनभर छाये रहे बादल
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 कनीना। गुरुवार को कनीना क्षेत्र में फिर से ठंड बढ़ गई है। सुबह से ही सूर्य के दर्शन नहीं हुए, इससे पहले जहां बार-बार मौसम बदलता रहा है। कभी बारिश, कभी पाला पड़ा तो कभी धुंध पड़ी। कभी तेज हवा चली तो कभी बारिश हुई जिसके चलते किसानों को फसल में नुकसान होने का अंदेशा हो गया है।    
गुरुवार को जहां दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए वही कड़ाके की ठंड पड़ी जिसके चलते लोग घरों में दुबके मिले। किसान सूबे सिंह ,कृष्ण कुमार, महेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह तथा अजीत कुमार आदि ने बताया कि ठंड होना फसलों के लिए नुकसानदायक नहीं है किंतु यदि ओलावृष्टि या बारिश होती है और तेज हवाओं के कारण फसल गिर जाएगी। विगत दिनों बारिश से सरसों की फसल धरती पर लेट गई थी। जहां बसंत पंचमी आ गई हैं और सरसों की फसल पकी हुई नजर आ रही है, ऐसे में जहां गेहूं की फसल को बारिश एवं ठंड से लाभ होने का संभावना है। अगर बारिश होती है तो सरसों की फसल का नुकसान होने की संभावना बन जाएगी। बहरहाल क्षेत्र में मौसम बार-बार बदल रहा है जिसके चलते किसानों के माथे पर चिंता की रेखाएं स्पष्ट नजर आती है।
 फोटो कैप्शन 3:कनीना क्षेत्र में छाए हुए बादल।









 नहर का पुल बनाने के बाद फिर से हुआ रिसाव, पास खड़ी फसलों जलमग्र
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 कनीना। कनीना उपमंडल के गांव भोजावास के पास नहर का पुल खराब होने से पानी का रिसाव हो गया है। पास खड़ी फसलें जलमग्न हो गई हैं। कनीना उपमंडल के सुंदराह और झीगावन गांव के बीच में भोजावास डिस्ट्रिब्यूट्री का पुल खराब होने से विगत लंबे अरसे तक वाहनों को भारी क्षति पहुंचाई थी किंतु इसे ठीक करने के बाद फिर से रिसाव हो गया है। जिसके चलते पास खड़ी फसलें जलमग्न हो गई है और किसानों की चिंता थी पर चिंता की लकीरें स्पष्ट नजर आ रही है।
 योगेंद्र एडवोकेट सुंदराह, लक्ष्मीनारायण पूर्व पंच, जगदीश कुमार, हनुमान सिंह, विक्रम सिंह आदि ने बताया कि आवागमन में भारी दिक्कत आ रही है। वहां बड़ी मुश्किल से वाहन इस पुल को पार कर रहे हैं। एडवोकेट योगेद्र कुमार ने बताया कि यह भोजावास डिस्ट्रिब्यूटरी नाम से जानी जाती है जिसकी हाल ही में मरम्मत की गई थी किंतु फिर से जल का रिसाव होने लगा है। अधिकांश पानी पास की फसलों में जा रहा है और फसलें जलमग्न हो गई है। किसानों को अंदेशा है कि कहीं उनकी फसल बर्बाद हो न हो जाए। एडवोकेट योगेंद्र कुमार ने बताया कि प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से इस पुल की सुध ली थी और इसे बनाया था किंतु जब से पुल बनाया गया और इसमें  पानी छोड़ते ही बनाई गई हौदी टूट गई है और पानी समीपी फसलों में जमा हो गया है। फसलों को नुकसान होने की आशंका है। उन्होंने मामले की जांच करते हुए इस पुल की मरम्मत कराने की मांग की है तथा वह डिस्ट्रीब्यूटर में पानी रोकले की मांग की मांग की है ताकि किसानों की फसलें बर्बाद होने से बच जाये।
फोटो कैप्शन एक व दो: बर्बाद फसलों का रिसाव का नजारा।


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