बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष हवन यज्ञ का आयोजन
--- ग्रामवासियों ने मांगी विश्व शांति की कामना
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कनीना की आवाज। दौगड़ा अहीर गांव में बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर विशेष हवन यज्ञ का भव्य आयोजन किया गया। यद्यपि गांव में अमावस्या, पूर्णिमा और अन्य तिथियों पर धार्मिक अनुष्ठान होते रहते हैं, लेकिन इस बार का आयोजन विशेष रूप से संगठित, भावनात्मक और व्यापक सहभागिता वाला रहा। गांव के बाबा रूपादास मंदिर पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पवित्र अग्नि में आहुतियां अर्पित की गईं और भगवान बुद्ध से शांति, करुणा और जनकल्याण की कामना की गई। कार्यक्रम में युवाओं और बुजुर्गों ने एकसाथ भाग लेकर समरसता का संदेश दिया। इस अवसर पर श्योचंद साहब ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा केवल एक धार्मिक अवसर नहीं, बल्कि आत्ममंथन और समाज में सद्भाव फैलाने का दिन है। भगवान बुद्ध का संदेश आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है। अगर हम करुणा, धैर्य और संवाद को अपनाएं, तो केवल गांव ही नहीं, देश और दुनिया भी शांतिपूर्ण बन सकती है। भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव का हवाला देते हुए हरपाल थानेदार ने यह भी कहा कि जब दो देशों के बीच हालात तनावपूर्ण हों, तो बुद्ध जैसे महापुरुषों की शिक्षाएं,अहिंसा, संवाद और समरसता ही दोनों देशों को स्थायी शांति की राह पर ला सकती हैं। यह आयोजन इसी दिशा में एक प्रार्थना है, कि पड़ोसी देशों के बीच युद्ध नहीं, बुद्ध का मार्ग चुना जाए। हवन यज्ञ के उपरांत प्रसाद वितरण और लघु प्रवचन भी हुआ, जिसमें भगवान बुद्ध के जीवन, उनके उपदेशों और समाज में उनकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक एकजुटता, राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय शांति के प्रति गांव के समर्पण का भी प्रतीक रहा।इस हवन यज्ञ में श्योचंद साहब, होशियार सिंह रामानंद मास्टर, हरपाल थानेदार ,रामावतार, भवानी सिंह सहित अनेक लोगों ने हिस्सा लिया।
फोटो कैप्शन 04: हवन यज्ञ करते हुए ग्रामीण
भगवान बुद्ध के मार्ग पर चलने से मानव को प्राप्त होती है सुख शांति- स्वामी शिवानंद
--धनौंदा में आयोजित हुआ यज्ञ
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कनीना की आवाज। भगवान बुद्ध के बताइए मार्ग पर चलने से मानव मोक्ष को प्राप्त हो सकता है और समाज में फैली कुरीतियों को दूर कर सकता है। ये विचार संत शिवानंद महाराज ने धनौंदा गांव की बणी/जंगल में बसे ब्रह्मचारी कृष्णानंद धाम पर बुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष्य में आयोजित विश्व शांति के लिए किए गए यज्ञ पर व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि आज बुद्ध पूर्णिमा है इस इस अवसर पर हमें विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिस तरह भगवान बुद्ध ने समाज में फैली बुराइयों को दूर करने के लिए समाज को जो गुरु मंत्र दिया उसको भूलाया नहीं जा सकता। हमें उनके बताएं विचारों पर अमल करना चाहिए और उनके विचारों को धारण कर समाज में आगे बढ़ाना चाहिए।
भगवान बुद्ध द्वारा समाज को बुराइयों से बचकर संमार्ग पर चलने के लिए जो ज्ञान दिया, उसको हमेशा ध्यान में रखकर हमें आगे बढ़ता रहना चाहिए और समाज में भगवान बुद्ध के बताएं विचारों को धारण करना चाहिए जो हमें आगे ले जाते हैं और दुखों से बचाते हैं।
स्वामी ने बताया कि आज भगवान बुद्ध का जन्म भी हुआ था और आज के दिन ही उन्होंने अपना शरीर पूरा किया था। इस संसार में इस प्रकार के संतों का होना बहुत बड़ी बात है। स्वामी जी ने कहा कि लोग बुद्ध को तो मानते हैं लेकिन बुद्ध की वाणी को ग्रहण नहीं करते इसलिए आज हम काफी उलझनों पड़े हैं। इस अवसर पर भारी संख्या में गणमान्य जन उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 03: संत हवन करवाते हुए।
आपरेशन सिंदूर को बेहतर बताया, सेना की प्रशंसा की
-हवन कर बढ़ाया हौसला
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव रसूलपुर में आर्य समाज द्वारा एक बैठक आयोजित कर आपरेशन सिंदूर को बेहतर बताया, सेना की प्रशंसा की। हवन कर हौसला बढ़ाया।
सतीश आर्य ने कहा कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर प्रदेश के पहलगांव में पाकिस्तानी बुजदिल आतंकवादियों द्वारा धर्म पूछ कर निर्दोष 26 हिंदू पर्यटकों की निर्मम हत्या करने पर आर्य समाज रसूलपुर कड़े शब्दों में घोर निन्दा करती है। साथ में केंद्रीय सरकार व भारत की ताकत कहे जाने वाली तीनों सेनाओं द्वारा चलाए गए आपरेशन सिंदूर के अंतर्गत पाकिस्तान के आकाओं व उनके ठिकानों, लांच पैडों को योजनाबद्ध तरीके व कौशलतापूर्वक मिटा देने पर आर्य समाज रसूलपुर सरकार की कूटनीति व सेनाओं की कौशलता, शूरवीरता को शत शत नमन करती है तथा बहुत बहुत बधाई देती है। आर्य समाज के लोगों ने बेठक कर शहादत देने वाले वीरों को नमन किया तथा भारत मां के जयकारे लगाए।
फोटो कैप्शन 02: रसूलपुर में बैठक करते आर्य समाज के पदाधिकारी।
संत रामेश्वरदास की पुण्यतिथि मनाई
-संत मोलडऩाथ के समकालीन थे रामेश्वरदास
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कनीना की आवाज। कनीना के सिरसा वाले जोहड़ पर स्थित बाबा रामेश्वरदास आश्रम पर बाबा रामेश्वर दास की पुण्यतिथि के शुभ अवसर पर सुबह हवन यज्ञ किया गया और बाद में आए हुए साधु संतों को भोजन कराया गया। उसके बाद बाहर से आए हुए भक्त जनों ने प्रसाद ग्रहण करवाया गया। दिन भर बाबा का प्रसाद लेने के लिए आश्रम पर आस पास के गांव के भक्त जनों का तांता लगा रहा।
भक्त मोहन सिंह पूर्व पार्षद ने बताया कि इससे पहले बाबा राधेदास महाराज बाबा का भण्डारा करते थे, अब यह भण्डारा बाबा राधेदास के शिष्य राजेशदास करते हैं। राजेशदास ने बताया कि हर साल पूर्णिमा के शुभ अवसर पर इसी प्रकार बाबा की पुण्य तिथि बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है।
उल्लेखनीय है कि बाबा रामेश्वर दास की पुण्यतिथि पर प्रत्येक वर्ष भंडारा आयोजित किया जाता है। बाबा रामेश्वर दास कनीना के संत शिरोमणि मोलडऩाथ के समकालीन थे। विभिन्न स्थानों पर तप करने के बाद कनीना में आए थे। 1974 में आज ही के दिन उन्होंने समाधि ली थी। तब से उनकी पुण्यतिथि मनाई जाती है। रामेश्वर दास की याद में हर वर्ष भंडारा लगता है यही नहीं उनके शिष्य बाबा राधे दास भी तीन वर्ष पूर्व देेह त्याग किया था। अब उनकी गद्दी पर बाबा राजेश दास विराजमान हैं। भंडारे में भारी संख्या में भक्त पहुंचे।
सांस रोकने की थी क्षमता-
संत रामेश्वरदास व संत मोलडऩाथ में सांस रोककर पानी में बैठने की क्षमता थी। संत मोलडऩाथ लंबे समय तक पानी में सांस रोककर बैठ सकते थे। एक बार दोनों संतों की होड़ लग गई, दोनों सिरसवाला जोहड़ में लंबे समय तक बाबा रामेश्वर दास के साथ स्नान किया परंतु मोलडऩाथ सांस रोककर पानी में बैठे रहे और संत रामेश्वर दास बाहर आ गए। जिसके चलते मोलडऩाथ को ठंड लग गई और निमोनिया होने से अंतत: उन्होंने प्राण त्याग दिये।
फोटो कैप्शन 01: संत रामेश्वरदास के भंडारे में साधु संत
एनसीसी कैडट्स नई भर्ती 13 मई को
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कनीना की आवाज। एसडी विद्यालय ककराला में एनसीसी कैडट्स नई भर्ती 16 हरियाणा एनसीसी बटालियन के द्वारा 13 मई 2025 को आयोजित होगी। भर्ती में 13 वर्ष व उससे ज्यादा आयु के विद्यार्थी भाग ले सकते है लेकिन वे विद्यार्थी कक्षा दसवीं में नही होने चाहिए। भर्ती प्रक्रिया के तहत छात्र एवं छात्राओं का चयन शारीरिक दक्षता परीक्षण एवं लिखित परीक्षा के आधार पर किया जायेगा। शारीरिक दक्षता में दौड 1600 मीटर लडके व 800 मीटर लडकियां, पुश अप, लम्बी कूद, ऊंची कूद के साथ मेडिकल परीक्षण भी किया जायेगा।
विद्यालय के चेयरमैन जगदेव यादव ने बताया कि एनसीसी कैडट्स का कार्य बहुत ही सराहनीय रहा है। कैडट्स समाज सेवा के साथ-साथ मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्य को जानते है। जगदेव यादव ने यह भी बताया कि बच्चे देश का भविष्य हैं उनकी सुरक्षा एवं पढऩे के लिए उचित वातावरण प्रदान करना समाज की मजबूती का द्योतक है।
कनीना क्षेत्र में आया तेज अंधड़
-प्रतिदिन आता है अंधड़
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कनीना की आवाज। कनीना में सांमवार को शाम करीब 7 बजे तेज अंधड़ आया किसनटीन शेड उड़ा डाले वहीं वृक्षों की टहनियों टूट गई, बिजली व्यवस्था ठप हो गई वहीं तेज हवाओं के कारण घरों में रेत आ गिरा। रविवार को भी आया था अंधड़।
महिलाओं का कहना है कि उनकी सफाई का काम प्रतिदिन बढ़ जाता है। आए दिन तेज अंधड़ आता है। सोमवार को अंधड़ के बाद बूंदाबांदी भी आई।
फोटो कैप्शन 09: कनीना क्षेत्र में आए तेज अंधड़ का नजारा