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Tuesday, January 11, 2022

 
 कला उत्सव में 12 जपवरी को राष्ट्रीय स्तर पर अपने जौहर दिखाएगी जवाहर नवोदय विद्यालय, करीरा की छात्रा
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कनीना। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में राष्ट्रीय कला उत्सव का आयोजन 1 जनवरी से 12 जनवरी तक चल रहा है। जिसका आभासीय मंच द्वारा प्रस्तुतीकरण राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान द्वारा आयोजित किया गया है। इस आयोजन में राज्य स्तर पर विभिन्न विधाओं में चयनित विद्यार्थी भाग ले रहे है। इसी क्रम में जिला महेंद्रगढ़ के एकमात्र जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा की छात्रा कुमारी गरिमा शर्मा का भी चयन एकल लोक नृत्य में हुआ है।
विस्तृत जानकारी देते हुए विद्यालय प्राचार्य  सुरेश कुमार ने बताया कि नवोदय विद्यालय समिति के 18 अन्य विद्यार्थी भी इस कार्यक्रम में एक राज्य के रूप में अपनी प्रस्तुति देंगे। जिसमें विद्यालय की कक्षा नवम की छात्रा कुमारी गरिमा शर्मा का चयन एकल लोक नृत्य में हुआ है। जिसका आभासीय मंच द्वारा प्रस्तुतीकरण 12 जनवरी 2022 को दोपहर 3 बजे से किया जाएगा। कार्यक्रम संयोजक डा. सुनील वत्स ने बताया कि कार्यक्रम का संचालन पूर्ण रूप से आभासीय मंच द्वारा होगा, जिसकी सम्पूर्ण तैयारी कर ली गई है।
प्राचार्य महोदय ने छात्रा को तैयारी करवाने के लिए विद्यालय संगीत अध्यापिका संगीता मिश्रा को बधाई एवं अग्रिम शुभकामनाएं दी। इस मंचन को लेकर विद्यालय परिवार में हर्ष का माहौल है।
फोटो कैप्शन 9: नवोदय विद्यालय की छात्रा गरिमा शर्मा रिहर्सल करते हुए ।

 




हिंदी म्हारी मात सै, फैल्या जग म्है मान-नाहडिय़ा
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कनीना। साहित्य-संस्कृति मंच, हरियाणा के तत्वावधान में विश्व हिंदी दिवस पर आनलाइन काव्य-संध्या का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा साहित्य अकादमी की पूर्व निदेशिका एवं महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित डॉ मुक्ता ने किया जबकि कार्यक्रम का संचालन कवि-गीतकार डॉ सी एस वर्मा प्रभाकर ने किया । काव्य-सन्ध्या में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तराखण्ड, कर्नाटक तथा छत्तीसगढ़ के कवि-साहित्यकारों ने अपनी सुंदर काव्य-रचनाओं के माध्यम से मातृभाषा हिंदी को सम्मान रखा।  
काव्य-संध्या के समापन पर डॉ मुक्ता ने कहा कि  मातृभाषा हिंदी वैज्ञानिक भाषा है। समृद्ध भाषा के रूप में हिंदी ने राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोया है परन्तु वर्षों बाद भी हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा नही मिल पाया है। सभी प्रबुद्ध साहित्यकारों तथा विद्वतजन को आह्वान करते हुए डा मुक्ता ने कहा कि हिंदी को राष्ट्र भाषा का दर्जा दिलाने के लिए हमें हिंदी के प्रति दृढ़प्रतिज्ञ होना पड़ेगा । काव्य-सन्ध्या का शुभारंभ करते हुए रेवाड़ी के वरिष्ठ साहित्यकार सत्यवीर नाहडिय़ा ने हिंदी को माता कहते हुए कुछ यूं सम्मान दिया- हिंदी म्हारी मात सै, फैल्या जग म्है मान । रोहतक के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ चन्द्रदत्त शर्मा ने हिंदी वर्णमाला के अ  से लेकर श्र तक के वर्णों से काव्य-पंक्तियां आरंभ कर हिंदी की इस प्रकार स्तुति की- अज्ञान अंध दूर करती है हिन्दी। आचरण मन में भरती है हिंदी । मातृभाषा हिंदी के  आध्यात्मिक पक्ष को पटल पर रखते हुए अटेली मंडी के कवि-गीतकार डॉ सी एस वर्मा प्रभाकर ने कहा कि
हिंदी बीच छुपे रघुबीरा, रोज सुबह गुणगान करो। हिंदी मातृभाषा है अपनी हिंदी का सम्मान करो ।
 भिवाड़ी की कवयित्री डॉ इंदिरा गुप्ता यथार्थ ने  हिंदी को दुलारते हुए कहा कि-जीवन मे रही अकेली तुम । दुल्हन नई नवेली तुम । चंडीगढ़ की कवयित्री नीरजा शर्मा ने हिंदी को राष्ट्र-गौरव व राष्ट्र-पहचान बताते हुए कहा कि-यह हिंदी है अपनी पहचान। देश-गौरव,मातृभूमि का मान।  जबकि कवयित्री संगीता शर्मा कुंद्रा ने हिंदी की मिठास को कुछ यूं बयां किया-
इतनी प्यारी, मीठी इतनी। हिंदी लगती, जैसे मिश्री।
रायपुर, छत्तीसगढ़ के कवि एम एल नैथानी ने हिंदी को जड़ों से निकली समृद्ध भाषा बताते हुए कहा-रक्त बीज युक्त कोपलें निकली।
 जालन्धर, पंजाब के कवि कमल भास्कर ने हिंदी भाषा से बनती पहचान.. काव्य-पंक्तियों के माध्यम से हिंदी की गौरवशाली परंपरा पर प्रकाश डाला जबकि कवयित्री मीनाक्षी भास्कर ने हिंदी को भारत माता का शृंगार बताकर  हिंदी का इस तरह मान बढ़ाया-राष्ट्र-भाषा, मातृभाषा हिंदी । भारत मां की स्वर्णिम बिंदी। चंडीगढ़ से कवयित्री रेणु अब्बी रेणू, ने हिंदी को देव-भाषा की संतान बताते हुए कहा कि- देवभाषा-सन्तान है हिंदी। भारत का अभिमान है हिंदी।
 अम्बाला से डॉ रेखा शर्मा ने मेरी सांसें, मेरी धड़कन, मेरी पहचान है हिंदी काव्य पंक्तियों द्वारा हिंदी के प्रति अपनी आत्मीयता जताई जबकि कर्नाटक से वरिष्ठ कवयित्री डॉ बी निर्मला ने हिंदी के प्रति अपनी अगाध श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि- श्रद्धा से करती हूं  मैं हिंदी की नित बन्दगी । कवयित्री डॉ वसुधा कामत छवि ने हिंदी के प्रति अपनापन व्यक्त करते हुए कहा कि-
 हिंदी ने बने सपने मेरे। हिंदी से बने अपने मेरे ।
अटेली मंडी के कवि सभाचन्द दुबलाना ने यह कहते हुए कि- कोयल-सी प्यारी बोली, है हिंदी झरता सावन।
मन्द-मन्द पुरवाई के संग, लगती है हिंदी मनभावन।
मातृभाषा हिंदी को एक सुखद अनुभूति  बताया वहीं कवि एस एल सुबोध ने हिंदी को दुलारते हुए कुछ यूं बयां किया-
भारत के माथे की बिंदी।मेरी प्यारी-प्यारी हिंदी।
दिल्ली से वरिष्ठ कवि नरेश मलिक ने हिंदी को यथोचित सम्मान दिलाने के लिए ललकार भरते हुए कहा कि-मौन नही अब रहना है। घुट घुट के नही जीना है।
रोहतक से कवि सुभाष अरोड़ा ने हिंदी के रंग में रंगते हुए कहा- खेतों में खलिहानों में गीत तुम्हारे गाते हैं।
 हल्द्वानी नैनीताल से कवयित्री बीना भट्ट बडशिलिया ने हिंदी को वैश्विक भाषा बनाने की अभिलाषा व्यक्त करते हुए कहा कि -
विश्व-धरा पर बोएंगे हम, भावनाओं के छंद ।
हिंदी को पोषित करेंगे, भरके मन मे नई उमंग ।
गुरुग्राम की वरिष्ठ कवयित्री सुशीला यादव ने हिंदी को ज्ञान की भाषा बताते हुए बयां किया कि-
हिंदी वैदिक वैदेही, हिंदी है सुर ताल। हिंदी भाषा ज्ञान की, भारत का है भाल ।
हाँसी की वरिष्ठ कवयित्री दर्शना सुभाष पाहवा ने हिंदी को शब्द-सुरसरी बताते हुए कहा कि-
हिंदी में अपार शब्द हैं, बोलो तो खुल जाए ज्ञान का ताला। ज्योति, दीप्ति,प्रभा, विभा, आभा, उजास, चन्द्रिका और उजाला।
वहीं जींद के वरिष्ठ कवि बलराज स्नेही ने -कवि-कलम जब काज करेगी। हिंदी जग पर राज करेगी । काव्य-पंक्तियों के माध्यम से हिंदी को विश्व व्यापी बनाने में कवियों को सामूहिक प्रयास के लिए आह्वान किया ।
पंचकूला की कवयित्री नीरू मित्तल नीर ने हिंदी को सांस्कारिक भाषा बताते हुए कहा कि -
नही दुश्मनी अंग्रेजी से, ना उर्दू से कोई बैर रखा।
सबको अपनाया हिंदी ने, जिसने दर पर पैर रखा। पंचकूला की वरिष्ठ कवयित्री आभा मुकेश साहनी ने यह कहते हुए कि-
मैं हिन्द की हूं वासी, और है हिंदी मेरा मान ।
रग-रग में हिंदी है बसी, हिंदी है मेरी पहचान ।
हिंदी के प्रति अपनी श्रद्धा को व्यक्त किया जबकि गुरुग्राम की कवयित्री कविता यादव ने व्यक्ति के सम्मान को  मातृभाषा से जोड़ते हुए बयां किया कि-जिसने इसको मान दिया, जग में उसको सम्मान मिला। जिसने इसकी निंदा की, सदा उसको अपमान मिला।
रेवाड़ी की कवयित्री समता अरुणा ने हिंदी के निखरते रूप और स्वरूप  का वर्णन करते हुए कहा कि -कौन कहता है कि हिंदी मर रही है । कर नित नए शृंगार संवर रही है ।
इस अवसर पर  चरखी दादरी से वरिष्ठ कवयित्री रोशनी शर्मा, झज्जर से डॉ जयभगवान शर्मा, अटेली से शिक्षाविद ओमप्रकाश चौहान, दीपक कुमार गुप्ता, डॉ राजेश उनहानी, दिल्ली से किशोर श्रीवास्तव, रेवाड़ी से मुकुट अग्रवाल व अरविंद भारद्वाज सहित मंच के अन्य साहित्यकार भी पटल पर मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 6: आनलाइन काव्य पाठ करते कविगण।






कनीना उपमंडल में आये 4 कोरोना संक्रमित
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 कनीना। कनीना उपमंडल में तीन 4 कोरोना संक्रमित मिले हैं।
 मिली जानकारी अनुसार रामबास, खेड़ी, रसूलपुर एवं कनीना में एक एक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। वरिष्ठ चिकित्सक धर्मेंद्र यादव का कहना है कि हाथों को नियमित साफ करना, दो गज की दूरी बनाए रखें, भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। बचाव में ही बचाव संभव है।



 
क्षेत्र में पड़ी धुंध फिर चली शीत लहर
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 कनीना। कनीना क्षेत्र में मंगलवार को जहां सुबह धुंध पड़ी तथा दोपहर बाद शीत लहर चली। एक और जहां कोरोना की मार पड़ रही है वहीं शीत लहर के चलते लोग घरों में दुबके नजर आए। विगत दिनों जब बारिश हुई थी तत्पश्चात फसल में आब गई है किंतु अब शीतलहर के चलते एक बार फिर से पाला पडऩे जैसे आसार बन गए हैं। रबी फसल के लिए ठंड बहुत लाभप्रद है किंतु लगातार धूप न होना तथा ठंड पडऩे फसलों के लिए घातक साबित हो सकती हैं। किसान अभी तक खुश है तथा अच्छी पैदावार होने की संभावना जता रहे हैं। कृषि विशेषज्ञ डा देवराज का कहना है कि रबी फसलों के लिए ठंड लाभप्रद साबित होगी। यदि ठंड नहीं पड़ेगी तो पैदावार अच्छी नहीं होगी। बहरहाल ठंड, धुंध और शीतलहर का प्रकोप जारी है।



ड्रोन से मैपिंग कार्य सही न होने से गांव में रहने वाले लोगों का बिगड़ा भाईचारा
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कनीना। हरियाणा सरकार द्वारा गांवों की मैपिंग कार्य ड्रोन द्वारा कराकर लाखों रुपए खर्च किए हैं लेकिन उसके बाद भी आज तक गांवों में ड्रोन के नक्शे अनुसार रजिस्टर नहीं हो पाई है जिसको लेकर गांव में रहने वाले लोग परेशान हैं।
जिस प्रकार डॉन द्वारा मैपिंग कार्य करा कर गांव में रहने वाले लोगों की स्थायी रजिस्ट्री बनाने का जो कार्य था उसके अनुसार न तो गांव में रजिस्ट्री बनी और नहीं भाईचारा बन पाया क्योंकि ड्रोन मैपिंग कार्य में भारी गड़बड़ी होने के कारण गांव में किसी का प्लाट व किसी का मकान मालिक कोई और रजिस्ट्री किसी और के नाम जिसके कारण गांव में रहने वाले लोगों का भाईचारा खराब हो गया। लोगों को स्थायी रजिस्ट्रियां नहीं दी गई है जिसके कारण गांव में आपस में भाईचारा बिगड़ गया है और लोग सरकार को कोस रहे हैं। सही मैपिंग कार्य होने के बाद लोगों को उनकी रजिस्ट्रियां मिलने की आश लगाये हुये लोगों को आपस में लड़ झगड़ कर कोर्ट के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी तमाशा देख रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग करते हुए कहा है के सरकार द्वारा गांव में जो ड्रोन से मैपिंग कार्य करा रजिस्ट्री कराई गई है उनकी खामियां गांव स्तर पर ही दूर की जाए ताकि गांव में रहने वाले गरीब लोग आपस में न लड़कर कोर्ट के चक्कर काट कर लुटने से बच सकें। सरकार अब कृषि भूमि का मैपिंग का कार्य करा रही है।  लोगों ने मांग की है  कि गांवों में ड्रोन द्वारा जो नक्शा तैयार किया था उसको सही तरीके से लागू करा गांव में प्लाट व मकानों की रजिस्ट्री कराई जाए और वह कार्य 100 फीसदी पूरा होने के उपरांत ही कृषि भूमि का मैपिंग कार्य शुरू कराया जाए ताकि लोगों को परेशानी न झेलनी पड़े। इनेलो नेता अनिल यादव ने सरकार से मांग की है कि मैंपिंग का कार्य कराकर रजिस्ट्रियां करवाई जाए। उन्होंने विभिन्न गांवों का भी दौरा किया।
फोटो कैप्शन 2: इनेलो नेता अनिल यादव मैपिंग के कार्य को पूरा करके उसके अनुसार रजिस्ट्रियां करने की गुहार लगाते हुए।


जीना मरना सब प्रभु के हाथ-बीर सिंह
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कनीना। जीना मरना प्रभु के हाथ है। मौत के बाद अच्छाई साथ चलती है। जो पापों से भरा होता है नरक में जाता है तथा पुण्य आत्मा स्वर्ग में वास करती है। ये विचार पूर्व डीन केंद्रीय विश्वविद्यालय डा बीर सिंह ने कोटिया गांव में स्वतंत्रता सेनानी स्व राव कन्हीराम की पत्नी भूरी देवी के निधन पर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देते हुए व्यक्त किये। 18 जनवरी को भरी देवी की श्रद्धांजलि सभा कोटिया गांव में आयोजित होगी।
   उन्होंने कहा कि  सभी को एक ना एक दिन भगवान के घर जाना होगा। ऐसे में गम नहीं करके ईश्वर का ध्यान देना चाहिए ताकि दिवंगत आत्मा को शांति मिल सके और भगवान के चरणों में उस जीव का वास हो। इस मौके पर पूर्व वचेयरमैन कुंदन लाल, पूर्व सरपंच हरी सिंह, पूर्व सरपंच महाबीर सिंह, पूर्व सरपंच विजयपाल, पूर्व शिक्षक जगराम सिंह, पूर्व चेयरमैन सुरेंद्र सिंह, हीरालाल, रघुबीर सिंह, मुख्य शिक्षक देशराज यादव, मुख्य शिक्षक रामनिवास यादव, सुमित्रा,रामरति, राममूर्ति सहित आस पास के भारी संख्या में गणमान्य जन मौजूद थे।
उधर नेता अतरलाल ने भी कोटिया गांव जाकर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने जीवन को क्षण भंगुर बताते हुए हँसते हुये जीने की बात कही।
फोटो कैप्शन 3: पूर्व डीन राव बीर सिंह कोटिया में भरी देवी के निधन पर शोक जताते हुए।
फोटो कैप्शन 7: अतरलाल कोटिया में शोक जताते हुए।

 
3 लोगों के विरुद्ध इस्तगासा के आधार पर हुआ मारपीट का मामला दर्ज
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 कनीना। कनीना उपमंडल के उन्हाणी के 3 लोगों के विरुद्ध इस्तगासा के आधार पर मारपीट, जान से मारने की धमकी आदि का मामला दर्ज किया है। यह मामला रणजीत सिंह उन्हाणी ने दर्ज करवाया है।
रणजीत सिंह उन्हाणी ने सब डिविजनल ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट के पास इस्तगासा दायर किया था जिसके आधार पर मामला दर्ज किया है।  रणजीत सिंह उन्हाणी निवासी जिन्होंने अपनी जमीन धनौंदा क्षेत्र में ली हुई है तथा वहीं पर मकान बनाकर परिवार सहित 15-16 वर्षों से रहता आ रहा है। बोरिंग करवा कर, कुएं का बिजली कनेक्शन आदि ले रखा है। 25 नवंबर 2021 को शाम के समय ट्रैक्टर पर बैठकर कुछ लोग रणजीत सिंह के कुएं पर आए। रणजीत सिंह की खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को ट्रैक्टर से रौंदने लगे। जब  रणजीत सिंह व उनके परिवार वालों ने मना किया तो गंदी गंदी गालियां देने लगे। तथा मारने के लिए उनके पीछे दौड़े। रणजीत सिंह अपने परिवार सहित घर में छुप गया और दरवाजा बंद कर लिया किंतु आरोपितों ने दरवाजे के बाहर जान से मारने की धमकी दी। रणजीत सिंह ने पुलिस को 112 नंबर पर सूचना दी तो पुलिस मौके पर आई और आरोपित भाग गये।रणजीत सिंह ने पुलिस में शिकायत की जिस पर कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। तत्पश्चात उन्हें अपने परिवार को अपने लोगों से खतरा समझते हुए इस्तगासा दायर किया जिसके आधार पर कनीना पुलिस ने 3 लोगों भागचंद, प्रविंदर और शकुंतला देवी के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।



रोड़ी से भरे दो ट्रक पकड़े, अवैध खनन का माला दर्ज
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कनीना। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेशों के उल्लंघन करने तथा अवैध खनन कर रोड़ी की ढुलाई करने के जुर्म में ट्रक चालक वह मालिक के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत खनन अधिकारी खान एवं भूविज्ञान विभाग नारनौल के आदेश पर मामला दर्ज किया है।
 मिली जानकारी अनुसार अवैध खनन की रोकथाम हेतु खनन निरोधक दस्ता दक्षिण हरियाणा रवि कुमार एसआई, वनरक्षक पंकज कुमार सहित स्टाफ कनीना बस स्टैंड के नजदीक वाहन चेक कर रहे थे। इसी दौरान एक ट्रक जिसमें 49 मीट्रिक टन रोड़ी अवैध ढुलाई मामले में संलिप्त पाए जाने पर खान एवं खनिज अधिनियम के तहत तथा राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण दिल्ली के आदेशों की अवहेलना करने के जुर्म में ट्रक को सीज कर दिया है तथा मालिक अशोक कुमार तथा चालक धर्मवीर के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।  यह ट्रक 3 नवंबर 2020 को अवैध खनिज परिवहन के जुर्म में महेंद्रगढ़ पकड़ा जा चुका है।
एक अन्य मामले में अमित कुमार और पवन कुमार के विरुद्ध अवैध खनन ढुलाई का मामला दर्ज करवाया गया है। ट्रक में 50 मीट्रिक टन रोड़ी भरी हुई थी। दोनों ही ट्रक चालकों के मालिकों को नोटिस जारी कर दिया है तथा निर्धारित समय में जुर्माना राशि, खनिज रायलटी, पर्यावरण क्षतिपूर्ति राशि जमा कराने का आदेश दिया गया है।




लाल गिरी का मेला एवं खेलकूद प्रतियोगिता 15 जनवरी को
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 कनीना। कनी






ना के बाबा लाल गिरी की 45वीं पावन स्मृति में मेला एवं खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई है। इसकी जानकारी देते हुए बाबा लालगिरी मेला प्रबंधक कमेटी एवं सोसायटी के प्रधान केसी शर्मा ने बताया कि 14 जनवरी को रात्रि जागरण आयोजित किया जाएगा जबकि 15 जनवरी को 51000 रुपये तक तक की सर्कल कबड्डी, 3100 रुपये इनाम वाली रस्साकशी 2100 रुपये वाली बूढ़ों की दौड़ आयोजित होगी। इस मौके पर भंडारा भी आयोजित होगा।

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