सेवानिवृत्ति के बाद एक नई जिंदगी शुरू होती है-डीइओ सुनील दत्त यादव
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कनीना।1सेवानिवृत्त होने के बाद इंसान एक ओर जिंदगी की ओर अग्रसर हो जाता है। नई जिंदगी की शुरूआत सेवानिवृत्ति के बाद से ही शुरू होती है। ये विचार कनीना के खंड शिक्षा अधिकारी सत्यवान की सेवानिवृत्ति समारोह कनीना में जिला शिक्षा अधिकारी नारनौल सुनीलदत्त यादव ने व्यक्त किये। सत्यवान बीइओ कनीना करीब 30 सालों की सेवा करने के उपरांत सेवानिवृत्त हो गये हैं। कनीना के राजकीय माडल संस्कृति स्कूल तथा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में दो जगह सेवानिवृत्ति कार्यक्रम चले।
डीइओ श्री यादव ने कहा कि हर अधिकारी या कर्मी को एक न एक दिन सेवानिवृत्त होना होता है। बेहतर एवं ईमानदारी से सेवा निभाने वाले की कद्र बढ़ जाती है। सत्यवान ने कनीना खंड को जिला महेंद्रगढ़ में अग्रणी बनाया और हर गतिविधि में एक नंबर पर पहुंचाया है। उनका योगदान बेहतर रहा है।विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य, मुख्याध्यापक एवं मौलिक मुख्याध्यापक मौजूद थे जिन्होंने सत्यवान का फूल मालाओं से स्वागत किया।
इस मौके पर बाबूलाल प्रधान ने बताया कि सत्यवान जाटू लुहारी गांव में प्राचार्य से पदोन्नत होकर दस सितंबर 2020 में बतौर खंड शिक्षा अधिकारी कनीना आये थे। उन्होंने 29 साल 11 माह एवं 25 दिन सेवा की है। अब वे समाजसेवा करेंगे,समाज में पिछड़ रहे लोगों को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे।
उधर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बिजेंद्र श्योराण ने कहा कि अधिकारी एवं कर्मी कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं अपितु सेवानिवृत्ति के बाद उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। एक कर्मी जब कभी सेवा आता है तो उसकी सेवानिवृत्ति की तिथि घोषित हो जाती है। हर कर्मी को इस दिन से होकर गुजरना ही होता है। कभी वो दूसरों की सेवानिवृत्ति को देखता है तो कभी अपनी सेवानिवृत्ति में शामिल होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का योगदान अमर है तथा अमर रहेगा। उन्होंने कहा कि कितना हर्ष का विषय है कि बेदाग छवि के व्यक्तित्व सत्यवान की सेवानिवृत्ति में भारी संख्या में जन उपस्थित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इस जगत में शिक्षक का योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता है। एक शिक्षक अपने शिष्यों को उत्तम से उत्तम शिक्षा देकर आगे बढ़ाने का प्रयास करता है ताकि वो देश का नाम रोशन कर सके।
बीइओ सत्यवान ने कहा कि उन्होंने शिक्षा विभाग के लिए बैल का काम किया है। बैल बनकर उन्होंने उतना काम किया है जितना अपने शरीर से कर सकने की क्षमता थी। सदा ही दूसरों का हित किया है तथा हर कर्मी एवं अधिकारी से मिलजुलकर काम किया है। अब वे जनसेवा करते रहेंगे।
इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी अटेली संतोष चौहान ने कहा कि शिक्षा विभाग में सत्यवान के अभूतपूर्व योगदान को भुलाया नही जा सकता उनकी कमी हमेशा शिक्षा विभाग को खलती रहेगी। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि सत्यवान अपने 30 साल की बेदाग और श्रेष्ठ सेवा उपरान्त सेवा निवृत्त हो रहे है साथ ही दु:ख भी है कि शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाने वाले एक संत के अनुभवों से हम सभी वंचित रह जायेंगे हम उनके स्वस्थ और कुशल जीवन की कामना करते है।
इस मौके पर प्राचार्य सतपाल धूपिया, अभयराम यादव, डा मुंशीराम, विजयपाल, बाबूलाल प्रधान, विभिन्न एबीआरसी,विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य, मुख्याध्यापक एवं कर्मी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 6: कनीना के माडल संस्कृति स्कूल में सत्यवान बीइओ को ससम्मान विदाई देते डीइओ सुनीलदत्त यादव एवं अन्य।
7: खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सत्यवान बीइओ को विदाई उदेते बाबूलाल प्रधान एवं अन्य।
रामचंद्र पब्लिक स्कूल में जन्माष्टमी पर किए अनेक कार्यक्रम आयोजित
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कनीना। रामचन्द्र पब्लिक स्कूल गाहड़ा रोड़ कनीना में कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों ने अनेक प्रकार की प्रस्तुतियाँ दी। राधा-कृष्ण से संबंधित नृत्य व गायन कला में छात्र व छात्राओं ने समा बाँधकर रखा, राधा- कृष्ण की पौशाक में विद्यार्थी बहुत ही आकर्षक लग रहे थे तथा द्वापर - युग की श्री कृष्ण जी के बचपन की याद दिला रहे थे। जिसमें कान्हा जी अपनी बाल-लीलाओं में गोपियों के साथ नृत्य करना तथा गायों से असीम प्यार व स्नेह रखना शामिल था।
इस अवसर पर सह-संयोजिका मनीषा यादव ने बताया कि हमारे राष्ट्रीय-पर्वों से विद्यार्थियों को समय-समय पर अवगत कराकर तथा उन्हे प्रतिभागी बनाकर उनकी प्रतिभा को निखारा जाता है जो सराहनीय है। संस्था के प्राचार्य राकेश कौशिक ने सभी विद्यार्थियों व अध्यापकों को कृष्ण जन्माष्मी की शुभकामना के साथ-साथ बधाई दी तथा बताया कि विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन करवाया गया। जिसमें कलश-सज्जा, झुला बनाना, पेंटिंग करना, नृत्य करना आदी मुख्य थी। निकिता कुमारी ने झुला बनाने में तो वहीं दूसरी ओर हर्ष चौधरी ने कलश - सज्जा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर साहिल व वैष्णवी तथा तृतीय स्थान पर अंशु तथा कशिश रहे। सभी विजेता विद्यार्थियों को आरआरसीएम ग्रुप के अध्यक्ष रोशन लाल यादव व संस्था के प्राचार्य राकेश कौशिक द्वारा सम्मानित किया गया तथा उन्होने इस पावन पर्व सभी अध्यापकों व विद्यार्थियों को बधाई दी। इस अवसर पर प्राथमिक हैड रितु यादव, नीतू वशिष्ट, रवि प्रकाश, प्रदीप कुमार, पवन शर्मा, रवि कुमार, कान्ता कौशिक, अनिता व अन्य अध्यापकगण उपस्थित रहे।
नहर विभाग ने अटेली रोड़ की तरफ से जमीन की पैमाइश का कार्य किया शुरू
-जल्द ही पैमाइस पूरी कर रास्ते के बीचों बीच पाईपों के माध्यम से गुजारी जाएगी नहर
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कनीना। कस्बे में रेवाड़ी रोड़ से अटेली रोड़ तक बनी नहर को पाईपों के माध्यम से भूमिगत किए जाने का कार्य रुकते ही मंगलवार को नहर विभाग के अधिकारियों ने निगरानी कमेटी के सदस्य मनोज यादव व नपा प्रधान सतीश जेलदार की देखरेख में जमीन की पैमाइश का कार्य शुरू कर दिया है। मंगलवार को नहर विभाग के अधिकारियों ने अटेली रोड़ की तरफ से जमीन की पैमाइस का कार्य शुरू कर दिया है। नपा प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि पैमाइश के दौरान जिन किसानों के खेतों में जमीन निकल रही है। जल्द ही उस जमीन को खाली करवाकर नहर के पाईप दबने के बाद सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। जिसके लिए किसानों को भी खेतों में दबी हुई रास्ते की जमीन को जल्द से जल्द खाली करने के निर्देश दिए जा रहे है। बता दे कि रेवाड़ी रोड़ से अटेली रोड़ तक कस्बे के बीचों-बीच करीब दो किलोमीटर नहर को पाईपों के माध्यम से किया जा रहा है। जिसके बाद नगरपालिका नहर के दोनों तरफ सड़क का निर्माण करके अटेली रोड़ से रेवाड़ी रोड़ तक बाईपास का निर्माण करेगी। जिससे बस स्टैंड पर लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिलेगी। वहीं अटेली रोड़ से रेवाड़ी की तरफ जाने वाले वाहनों का समय भी बचेगा। जिसके चलते नहर विभाग की तरफ से जमीन की पैमाइश का कार्य शुरू किया गया है। ताकि नहर को पाईपों के माध्यम से रास्ते के बीचों-बीच निकालकर उसके दोनों तरफ सड़क का निर्माण किया जा सके। इस दौरान नहर विभाग के एसडीओ शक्ति राज, जेई सुरेन्द्र सिंह, सुरेश अत्रि सहित अन्य कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित रहे।
कनीना। मौके पर पैमाइश का कार्य करते नहर विभाग के अधिकारी व कर्मचारी
हल्की बूंदाबांदी हुई
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कनीना। कनीना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर पश्चात हल्की बूंदाबांदी हुई। गत दिनों के हाथ 13 एमएम बारिश हुई थी। एक बार फिर से मौसम में बदलाव है तथा किसान खुश है। यदि अधिक बारिश होती है तो खड़ी फसल को नुकसान होने की पूरी संभावना बन जाती है। किसानों का कहना है कि एक बार कुछ बारिश होकर मौसम साफ हो जाए तो फसल कटाई शुरू हो पाएगी। बहरहाल हल्की बूंदाबांदी लंबे समय तक चलती रही किंतु तेज बारिश नहीं आई।
खंड शिक्षा अधिकारी सत्यवान हुए सेवानिवृत्त
कनीना। कनीना के खंड शिक्षा अधिकारी सत्यवान सेवानिवृत्त हो गए। करीब 30 साल सेवा करके सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके सेवानिवृत्ति समारोह में जिला शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त यादव, विजेंद्र श्योराण जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, संतोष चौहान खंड शिक्षा अधिकारी अटेली आदि उपस्थित थे। सभी ने सत्यवान के कार्यों की सराहना की तथा उन्हें फूल मालाओं से लादकर विदाई दी।
इस मौके पर नोडल नोडल अधिकारी कार्यक्रम सूबेसिंह चौहान,अभयराम यादव, रामपाल सिंह श्रुति आर्य, ओमरति, बाबूलाल प्रधान ,गुलशन कुमार, संतोष देवी सहित विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य मुख्याध्यापक आदि मौजूद थे।
इस अवसर पर बाबूलाल प्रधान ने बताया कि सत्यवान खंड शिक्षा अधिकारी सौम्य प्रकृति के हैं तथा हर काम को रुचि लेकर करते आए हैं ।उनके लंबे जीवन की कामना की गई।
विभिन्न गांवों में मेले लगे और भंडारे आयोजित किए गए
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कनीना। कनीना और आसपास क्षेत्रों में जहां गोगा नवमी पर भंडारे लगे वही मेले आयोजित किए गए। कम से कम आधा दर्जन गांवों में मेले आयोजित किए गए। कनीना में शिरीषवाला रोड़ पर गोगा नवमी जन्माष्टमी का मेला भरा। भारी संख्या में नर नारी ने गोगा एवं जाटी पौधों की टहनियों को जल में प्रवाहित किया। इन दोनों पौधों की पूजा करने के पश्चात ही जल में प्रवाहित करते हैं।
उधर कोटिया में गोगा नवमी पर खेल मेला आयोजित हुआ। बाबा बृजेश्वर का यह मेला लगता है। मोहनपुर में गोगा नवमी पर मेला आयोजित हुआ। वही खेल भी आयोजित किये गये। बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे तथा जाहरवीर गोगा को याद किया।
इसी प्रकार ढाणा तथा अन्य गांवों में भी मेले आयोजित किए गए। विभिन्न क्षेत्रों में भंडारे का आयोजन भी किये गये। कनीना के ठाकुर जी मंदिर पर विशाल भंडारा आयोजित किया गया। पुजारी कंवरसेन वशिष्ठ तथा हवन यज्ञ करवाने वाले अरविंद शर्मा ज्योतिष आचार्य ने बताया कि 4 दिनों से ठाकुर मंदिर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। जहां गोगा नवमी पर विशाल भंडारा आयोजित किया गया वही पांच विभिन्न देवी-देवताओं के दरबार भी स्थापित किए गए हैं। ठाकुर मंदिर में राधा कृष्ण की मूर्ति लंबे समय से नहीं होने से भक्तजन परेशान थे वहां मूर्ति स्थापित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि कस्बा कनीना में विभिन्न पर्वों पर ठाकुर जी मंदिर पर भक्त पहुंचते हैं।
फोटो कैप्शन 8 :ठाकुर जी मंदिर पर भंडारे का नजारा।
नेम सिंह हुए सेवानिवृत्त
-उन्हाणी में मिडिल हेड वीरेंद्र सिंह हुये सेवानिवृत्त
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कनीना। कनीना क्षेत्र में विभिन्न कर्मी सेवानिवृत्त हो गए हैं। राजकीय उच्च विद्यालय उन्हाणी में मौलिक मुख्य अध्यापक वीरेंद्र सिंह सेवानिवृत्त हो गए हैं। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विजेंद्र श्योराण सेवानिवृत्ति समारोह में पहुंचे। इस मौके पर स्टाफ सदस्यों ने उन्हें फूल मालाओं से लादकर सेवानिवृत्त किया।
उधर कनीना के नेम सिंह 17 सालों की सेवा करके बतौर एसएस मास्टर सेवानिवृत्त हो गए हैं। 15 दिसंबर 2004 में भडफ़ से शिक्षण कार्य शुरू किया और बव्वा से सेवानिवृत्त होकर घर पहुंचे। उन्होंने मोड़ी,भोजावास, गुढ़ा एवं भडफ़ पांच विभिन्न स्कूलों में शिक्षण कार्य किया । अति सौम्य प्रकृति के तथा खाटू श्याम के भक्त अच्छे गायक के रूप में जाने जाते हैं। अल्प समय में उन्होंने लंबा अनुभव लिया है।
गोगा एवं जाटी पौधों की हुई पूजा
-खीर एवं लापसी का लगा भोग
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संवाद सहयोगी,कनीना। कनीना क्षेत्र में गोाग पर्व मनाया गया। जाटी एवं गोगा पौधों की पूजा करके पकवान बनाए गए। खीर एवं लापसी का भोग लगाया वहीं दिनभर पूजा चली। कई जगह गोगा केनाम पर मेले लगे वहीं भंडारा आयोजित हुआ। दीवारों पर गोगा देव की तस्वीर बनाकर उनकी पूजा की गई।
गोगा पर्व जाहर वीर गोगा देव की याद में भाद्रपद कृष्ण नवमी को मनाया जाता है जिसका राजस्थान में विशेष महत्व होता है किंतु हरियाणा में भी कम नहीं होता है। दोनों पौधों की पूजा करके जल में प्रववित किया गया। कनीना में शिरीषवाला जोहड़ पर मेले में गोगा एवं जांटी पौधा ले जाने का रिवाज है जहां जल में प्रवाहित किया गया।
गोगा जिसे जाहर वीर गोगा कहा जाता है। उस देव के गुणों की चर्चा हर जगह है। हरियाणा में गोगा एक पौधे को कहते हैं जो शाक है जिसे अपामार्ग, लटजीरा, चिरचिटा आदि नामों से जाना जाता है। वैज्ञानिक भाषा में इसे अचिरांथिस अस्पेरा कहते हैं। इसमें इतने अधिक औषधीय गुण है कि इसे गोगा देव के रूप में पूजा जाता है। यही कारण है कि गोगा देव के साथ साथ गोगा पौधे की भी पूजा की जाती है जो कई बीमारियों में सहायक है वहीं घर के आस पास मिल जाता है।
कौन है जाहरवीर गोगा--
गोगाजी राजस्थान के लोक देवता हैं। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले का एक शहर गोगामेड़ी है। जहां भाद्रपद शुक्लपक्ष की नवमी को गोगा का मेला भरता है।
गोगा जी गुरु गोरक्षनाथ के शिष्य थे। उनका जन्म चुरू जिले के ददरेवा गांव में हुआ था। ददरेवा में सभी धर्म और सम्प्रदाय के लोग मत्था टेकने के लिए दूर-दूर से आते हैं। मुस्लिम उन्हें पीर नाम से जानते हैं। गोगाजी का जन्म राजस्थान के ददरेवा (चुरू) चौहान वंश के राजपूत शासक जेवरसिंहकी पत्नी बाछल के गर्भ से गुरु गोरक्षनाथ के वरदान से भादो सुदी नवमी को हुआ था। चौहान वंश में राजा पृथ्वीराज चौहान के बाद गोगा वीर और ख्याति प्राप्त राजा थे। वे प्रसिद्ध शासक थे जिनका राज्य हांसी (हरियाणा) तक था।
उन्हें सांपों के देवता के रूप में भी पूजा जाता है। लोग उन्हें गोगाजी, गुग्गा वीर, जाहर वीर,राजा मण्डलिक व जाहर पीर के नामों से पुकारते हैं।
गोगादेव की जन्मभूमि पर आज भी उनके घोड़े का अस्तबल है। उनके जन्म स्थान पर गुरु गोरक्षनाथ का आश्रम भी है और वहीं है गोगादेव की घोड़े पर सवार मूर्ति है। ग्रामीण क्षेत्रों में गोगाजी के प्रतीक के रूप में पत्थर या लकड़ी पर सर्प मूर्ती उत्कीर्ण की जाती है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष तथा कृष्ण पक्ष की नवमी को गोगा की स्मृति में मेला लगता है।
हनुमानगढ़ जिले के नोहर उपखंड में स्थित गोगाजी के पावन धाम गोगामेड़ी स्थित है। प्रतिवर्ष लाखों लोग गोगा जी के मंदिर में मत्था टेक तथा छडिय़ों की विशेष पूजा करते हैं।
राजस्थान के महापुरूष गोगाजी का जन्म गुरू गोरखनाथ के वरदान से हुआ था। गोगाजी की माँ बाछल देवी नि:संतान थी। संतान प्राप्ति के सभी यत्न करने के बाद भी संतान सुख नहीं मिला। गुरू गोरखनाथ 'गोगामेडीÓ के टीले पर तपस्या कर रहे थे। बाछल देवी उनकी शरण में गईं तथा गुरू गोरखनाथ ने उन्हें पुत्र प्राप्ति का वरदान दिया और एक गुगल नामक फल प्रसाद के रूप में दिया। प्रसाद खाकर बाछल देवी गर्भवती हो गई और तदुपरांत गोगाजी का जन्म हुआ। गुगल फल के नाम से इनका नाम गोगाजी पड़ा।
नृत्य करती टोली अपने साथ गोगा पीर की छड़ी लेकर जब घर-घर आती है तो पर्व की याद ताजा हो जाती है। यूं तो मेले तथा दंगल गांवों में लगते हैं किंतु त्योहार पर अनोखे रिवाज प्रचलित हैं। इस पर्व पर वृक्षों की पूजा भी की जाती है।
तत्पश्चात प्रत्येक घर में पूजा का स्थान निर्धारित होता है जो अक्सर रसोई में होता है। दीवार पर हल्दी व चंदन से गोगा पीर व जाटी पौधे की तस्वीर बनाई जाती हैं। तवे की कालिख से तस्वीरों को रंग भरा जाता है। गोगा व जाटी पौधों की टहनी तस्वीर के पास रख दी जाती हैं और विधि विधान से पूजा की जाती है। शाम होने के बाद उन्हें जोहड़ में बहा दिया जाता है। रक्षा बंधन पर बहन द्वारा भाई की कलाई पर बांधा गया धागा भी जोहड़ में बहाने का रिवाज है। तीज उत्सव पर शुरू हुआ पतंग उड़ाने का कार्य भी इसी दिन पूर्ण किया जाता है।
इस पर्व से पूर्व एक जाति विशेष के लोग लंबी बांस पर मोर पंख, रंगीन वस्त्र,गोटा आदि से सजाकर गोगा पीर की छड़ी बनाते हैं। गोगा पर्व से 10-12 दिन पूर्व ही इस छड़ी को लेकर पांच सात जनों की एक टोली, ढ़ोल और ताशों के साथ नृत्य करती द्वार-द्वार तक पहुंचती है और छड़ी की मुबारक देते हैं। त्योहार पर मेले की धूम मची होती है जहां विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। वर्तमान में रिवाज और पर्व की महक कुछ फीकी जरूर पडऩे लगी है किंतु वृद्ध त्योहार के प्रति अधिक उत्सुक रहते हैं।
फोटो कैप्शन 2 दीवार पर कालिख से बनाया गया गोगा वीर देव।
एवं 3: गोगा एवं जाटी जिनकी पूजा हुई।
वैक्सीन की डोज ली
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कनीना। वेद प्रकाश नम्बरदार रामबास निवासी ने साथियों सहित वैक्सीन का टीके लगवाएं गए। वेद प्रकाश नम्बरदार ने सभी को वैक्सीन का टीके लगवाएं और तीसरी लहर से बच सके और दो गज की दूरी मास्क है जरूरी और साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखें।
इस मौके पर रमेश कुमार प्रधान , जगदीश प्रधान , पूर्व सरपंच माया देवी , कपिल निम्भल , रामकिशन अन्य सभी साथी साथ थे।
फोटो कैप्शन 4: वेदप्रकाश नंबरदार कोरोनारोधी डोज लेते हुये।
राज्य स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान का मंडल प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
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कनीना। राज्य स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान का मंडल प्रशिक्षण कार्यक्रम नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में संपन्न हुआ जिसकी अध्यक्षता मंडल संयोजक कृष्ण जांगड़ा ने की जिसमें जिला महामंत्री लख्मीचंद चौहान व मुनीलाल साहब उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में करोना कि तीसरी लहर के आशंका के कारण बूथ स्तर तक स्वयंसेवक का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। प्रशिक्षण में कार्यकर्ताओं को करोना से बचाव व पीडि़त व्यक्ति कैसे सहायता कर सकते हैं के विषय में बताया। कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमरा मंडल सह-संयोजक देशराज यादव,जिला मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश निशानियां मैं जिला महिला मोर्चा उपाध्यक्ष कृष्णा सीहोर मनीष गुप्ता कप्तान सिंह रामपाल संजय ओमप्रकाश पार्षद राजकुमार पार्षद लखनलाल जांगड़ा जगदेव जांगड़ा कैप्टन रतन सिंहज्ञ छितरौली ओबीसी मोर्चा देवदत्त जांगड़ा एससी मोर्चा अध्यक्ष धर्मपाल खेड़ी युवा मोर्चा अध्यक्ष धीरज धीरज यादव आदि ने प्रशिक्षण लिया।
फोटो कैप्शन 5: राज्य स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान का मंडल प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुये।
कनीना में संपन्न हैरो मुकाबलें
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कनीना। कनीना में हैरो मुकाबला संपन्न हुआ जिसमें विभिन्न ट्रैक्टर चालकों ने अपने अपने करतब दिखाये। संदीप जिला झज्जर ने बेहतर स्टंट दिखाये।