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Wednesday, August 18, 2021

 

दौंगड़ा अहीर में एक दिवसीय शिविर के माध्यम से एफपीओ की किसानों को दी जानकारी
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कनीना। बुधवार को दौंगड़ा अहीर क्षेत्र के लोगों को एफपीओ की जानकारी देने के बारे में दौंगड़ा अहीर में बाबा रूपा दास कांप्लेक्स में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन एफपीओ बीआरडी किसान उत्पादक कंपनी दौंगड़ा अहीर की ओर से टैगोर सामाजिक संस्था एवं शिक्षा समिति महेंद्रगढ़ के सहयोग से करवाया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाक्टर एचडी यादव पूर्व डायरेक्टर एक्सटेंशन एचएयू हिसार रहे। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि एफपीओ से जुडऩे पर किसानों को बहुत ज्यादा फायदा होगा। आजकल एफपीओ के गठन को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार इस पर किसानों को समृद्ध बनाने के लिए विशेष जोर दे रही हैं जिसको लेकर इसका मकसद सिर्फ किसानों को समृद्ध बनाना है। डाक्टर एचडी यादव ने एफपीओ के फायदे बताते हुए कहा कि कुछ किसान मिलकर कोई भी कृषि आधारित प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर सरकार द्वारा इन किसानों को जिन्होंने एफपीओ बनाया है इन्हें अनुदान दिया जाता है। इसका मकसद किसानों को अपनी फसल का बाई प्रोडक्ट बनाकर तैयार करना होता है व उसकी मार्केटिंग करना होता है। यह किसानों के उत्थान के लिए एक बेहतरीन योजना है। इसमें किसानों को आपस में ज्यादा से ज्यादा जोड़कर इस समूह अर्थात एफपीओ के साथ जुड़कर विभिन्न सरकारी योजनाओं व अन्य सुविधाओं का लाभ लेना चाहिए।इस अवसर पर कृषि ज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ से आए सीनियर को-आर्डिनेटर डा रमेश कुमार,डाक्टर नरेंद्र कुमार,डॉ अशोक कुमार ढिल्लो लोगों को एफपीओ की जानकारी देने के लिए विशेष रूप से उपस्थित रहे।डॉ रमेश ने कहा कि इसमें ज्यादा से ज्यादा किसान इस एफपीओ से जुड़कर सरकारी योजना में लाभ ले सकते हैं।इससे किसानों को कृषि से संबंधित सेवाएं सस्ते मिलेगी और बिचौलियों के मकडज़ाल से भी मुक्ति मिलेगी। वही डा नरेश कुमार तथा डा अशोक कुमार ढिल्लों ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों को तकनीकी वित्तीय सहयोग एवं बाजार पहुंच सुनिश्चित करने के लिए किसान उत्पादक संगठन एफपीओ बनाने की दिशा में जोर दे रही है।टैगोर सामाजिक संस्था व शिक्षा समिति एनजीओ के वीर सिंह यादव ने बताया कि एफपीओ से किसान ज्यादा से ज्यादा जुड़े ताकि किसान सरकारी स्कीमों का ज्यादा से ज्यादा किसान इन एफपीओ का फायदा उठा सकें और अपने इनकम को बढ़ा सकें। बीआरडी एफपीओ के डायरेक्टर इंजीनियर अशोक कुमार यादव ने बताया कि इस योजना से किसी को आगे बढ़ाने के लिए किसानों को आर्थिक सहायता देकर उन्हें समृद्ध बनाया जाएगा। इसमें एफपीओ लघु एवं सीमांत किसानों का एक समूह होगा जिससे संगठन से जुड़े किसानों को न सिर्फ अपनी उपज का बाजार मिलेगा बल्कि खाद बीज दवाइयां और कृषि उपकरण आदि खरीदना भी आसान होगा। डायरेक्टर राजकुमार ने बताया कि एफपीओ का गठन और बढ़ावा देने के लिए सभी लघु कृषक, कृषि व्यापार संघ और राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड काम कर रहे हैं। सरकार द्वारा किसानों को पूरी तरह से सहयोग करने के लिए ही इन एफपीओ का गठन किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इन एफपीओ से जुड़कर फायदा उठा सकें। डायरेक्टर महेंद्र सिंह जेई ने एफपीओ के बारे में बताया कि किसान उत्पादक संगठन किसानों का एक समूह होता है जो कृषि उत्पादन कार्य में लगा हो और वह इनसे जुड़ी व्यवसायिक गतिविधियां को चलाते हैं। एफपीओ जागरूकता कार्यक्रम में बबरू भान बोहरा,जसवंत थानेदार, सतवीर सिंह कलवाड़ी,एडवोकेट चंद्रदेव, इंजीनियर विकास यादव, रमेश कोबरा, यशपाल, शेर सिंह प्रधान सहित कलवाड़ी, मुंडियाखेड़ा, बेवल, दौंगड़ा जांट, भालखी,दौंगड़ा अहीर सहित अनेक गांव के किसान मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 9: एफपीओ को जानकारी देते डा एचडी यादव।





उत्कृष्ट गांव योजना के तहत रामबास में एकीकृत बागवानी विकास केंद्र सुंदरह ने लगाया कैंप
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कनीना। एकीकृत बागवानी विकास केंद्र सुंदरह द्वारा गांव रामबास में उत्कृष्ट गांव योजना के तहत कैंप लगाया गया। जिसमें गांव के लोगों ने हिस्सा लिया। इस कैंप में बागवानी विभाग की तरफ से डा नेहा यादव, विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉक्टर अंकुश यादव बागवानी विशेषज्ञ ने कैंप में किसानों को बागवानी विभाग द्वारा दी जाने वाली स्कीमों के बारे में बताया एवं उनको बागवानी की तरफ रुझान करके अपनी आय दुगनी करनी के बारे में चर्चा की। अंकुश यादव ने बताया की उत्कृष्ट गांव योजना के तहत रामबास गांव को एकीकृत बागवानी विकास केंद्र द्वारा अडाप्ट किया गया है एवं नई बागवानी तकनीकों को गांव के प्रगतिशील किसानों तक पहुंचाना है। जिससे किसानों को फायदा मिल सके इसके लिए बागवानी विभाग द्वारा अनुदान भी दिया जाता है। डा नेहा यादव ने बताया की किसान बागवानी से जुड़कर अपनी आय दुगनी कर सकते हैं । किसान आधा एकड़ से शुरुआत करें करके बागवानी की फसलों की काश्त करें एवं बागवानी विभाग की स्कीमों का फायदा उठाएं। गांव के लोगों के खेतों का निरीक्षण भी किया जिनमें कुछ किसानों ने फलों के बाग लगाया हुआ है एवं किसानों की समस्याएं सुनकर उनका समाधान भी किया।
फोटो कैप्शन 10: रामबास मे किसानो को बागवानी की जानकारी देते अधिकारी।




पानी में मच्छरों के लारवा मिलने से 3 को दिया नोटिस
-विगत दिनों से अब तक तीन दर्जन लोगों को दिया जा चुका है नोटिस
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 कनीना। कनीना उप-नागरिक अस्पताल की ओर से एमपीएचडब्ल्यू सुनील कुमार द्वारा कस्बे के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर पानी के बर्तनों को चेक कर नोटिस देने का सिलसिला जारी है। बारिश के बाद रुके हुए पानी में मच्छर पैदा होते हैं और उनके लार्वा से भविष्य में रोग होने के खतरा बढ़ रहा है। इस समस्या के मद्देनजर रखते हुए कस्बा कनीना के विभिन्न क्षेत्रों में अब तक तीन दर्जन लोगों नोटिस जारी कर दिये है। बुधवार को मोलडऩाथ आश्रम के पास तीन लोगों को नोटिस जारी किया है। नगरपालिका कनीना से निवेदन करते हुए श्मशान घाट के पास दीवार के साथ साथ खड़े पानी को निकालने की मांग की है।
 सुनील कुमार एमपीएचडब्ल्यू ने बताया कि कनीना के बस स्टैंड सहित तीन लोगों को नोटिस दे दिए गए हैं तथा कुछ लोगों को जाकर समझाया कि सप्ताह में एक बार बर्तनों को जरूर साफ करें वरना इनमें मच्छर पैदा हो जाते हैं जो समस्या बन सकते हैं। विभिन्न रोग फैला सकते हैं। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी सावधानी से इन मच्छरों से बचा जा सकता है किंतु मच्छरों से बचने के लिए लोगों में जागरूकता जरूरी है। जागरूकता के लिए उन्हें समझाने का सिलसिला जारी रखा जाएगा तभी जाकर भी जागरूक होंगे।
फोटो कैप्शन 7: बाबा मोलडऩाथ आश्रम के पास पानी खड़ा होने से नोटिस किये हैं जारी।




मधुमक्खियों के छत्ते बने समस्या
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 कनीना। कनीना के नागरिक अस्पताल के अंदर एवं बाहर मधुमक्खियों के छत्ते समस्या बन रहे हैं।  आधा दर्जन से भी अधिक बड़ी मधुमक्खियों के छत्ते लगे हुये है जिसको लेकर के आसपास के लोग भी अब चिंता में पड़े हैं। जहां अस्पताल के गेट के बाहर खड़े पौधों पर भी बड़े बड़े छत्ते लगे हुए हैं। यदि किसी कारणवश काट गए तो समस्या बन सकती है। आसपास के मनोज कुमार , सुनील, दिनेश, महेश आदि ने बताया कि जो भी अस्पताल में कोई मरीज जाता है तो उनकी नजर छत्तों पर पड़ती है लेकिन सौभाग्य है कि अभी तक किसी को इन मधुमक्खियों नहीं काटा है। उधर इस संबंध में एसएमओ डा धर्मेंद्र इन इन छत्तों का जल्द ही इलाज ढूंढ रहे हैं।  इनको भगाने वाले लोगों से संपर्क साधा जा रहा है। जो भी तरीका बनाएगा जल्द से जल्द भगाने के प्रयास हैं। मिली जानकारी अनुसार मधुमक्खियों को भगाने वाले हजारों रुपये मांग रहे हैं। यह खर्चा कर्मचारियों को अपनी जेब वहन करना पड़ सकता है। उधर कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि अस्पताल के बाहर जो छत्ते लगे हैं उनको भी भगाने का प्रयास करवाएंगे। कोई उचित व्यक्ति मिलने पर इन छत्तों को यहां से भगाया जाएगा।
 फोटो कैप्शन 8: अस्पताल में लगे छत्ते।



अन्नपूर्णा से प्रदेश के गरीब पात्र लोगों को मिली बड़ी राहत -नवनीत
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कनीना। हरियाणा सरकार द्वारा चलाई गई मुफ्त अन्नपूर्णा योजना लोगों के लिए जीवनदान साबित होगी। ये विचार कनीना की तहसीलदार नवनीत कौर ने आज कनीना वार्ड नंबर 10 में पात्र लोगों को अन्नपूर्णा राशन देने के उपरांत व्यक्त किए।
 इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा पात्र लोगों को 5 किलो राशन अन्नपूर्णा योजना के तहत वितरित कर यह साबित कर दिया यह हरियाणा सरकार किसी को भी भूखा नहीं मरने देगी और उसी को ध्यान में रखते हुए वर्तमान सरकार ने अन्नपूर्णा नामक योजना चलाकर बीपीएल धारक लोगों को 5 किलो राशन मुफ्त देने का निर्णय लिया है। श्रीमती कौर ने यह भी कहा कि इस योजना के तहत आज और कल में कई 100 क्विंटल अनाज वितरित कर लोगों के घर में अन्नपूर्णा योजना का लाभ पहुंचाया जाएगा जो व्यक्ति किसी भी तरह से दो वक्त की रोटी का जुगाड़ नहीं कर सकता था। सरकार द्वारा अन्नपूर्णा के तहत यह राशन देकर यह साबित कर दिया के सरकार गरीब लोगों के साथ खड़ी है। इस अवसर पर तहसीलदार नवनीत कौर का गर्मजोशी से लोगों ने पगड़ी पहनाकर व फूलों की माला पहनाकर भव्य स्वागत किया वहीं कार्यक्रम के उपरांत कुछ लोगों ने तहसीलदार को अपनी समस्या से भी अवगत कराया जिसको लेकर तहसीलदार नवनीत कौर ने उनको जल्द ही समस्या से निजात दिलाने का आश्वासन भी दिया।
 इस अवसर पर इनके साथ फूड सप्लाई इंस्पेक्टर ओम प्रकाश, विनोद कुमार ,अभिनीत मनोज कुमार यादव, सूबेदार मोहर सिंह प्रधान आर्य समाज कनीना, उमेद सिंह जाखड़ पटवारी, डिपो धारक अशोक कुमार के अलावा अन्य कर्मचारी कर्मचारी व समाजसेवी जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 4: तहसीलदार नवनीत राशन वितरित करते हुये।




संतों का काम जनसेवा- एसडीएम दिनेश कुमार
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कनीना। समाज सेवा से बढ़कर कोई अन्य कार्य नहीं है इसलिए हमें समाज के दुख दर्द को समझ कर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करना चाहिए। ये विचार कनीना के एसडीएम दिनेश कुमार ने उपमंडल कनीना के गांव धनौंदा स्थित स्वामी कृष्णानंद महाराज को उनकी सेवाओं के चलते प्रशस्ति पत्र देने के उपरांत व्यक्त किए।
 उन्होंने कहा कि संत  कृष्णानंद महाराज पौधारोपण भी जनसेवा की है।  समाज को कुछ नया सीखाने प्रयास किया है। संत को समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने के लिए आगे बढऩा चाहिए, यही संत का कत्र्तव्य बनता है।  उहों कहा कि संतों का जीव अुकरणीय होता है। हमें अच्छे संतों के आचरण का अनुसरण कर समाज में उच्च स्थान प्राप्त करना चाहिए। इस अवसर पर इनके साथ एसडीम कार्यालय के स्टेनो विरेंद्र कुमार, जीतपाल शास्त्री, विनय कुमार, निरंजन लाल महाराज के अलावा अन्य जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 5: एसडीएम कनीना संत कृष्णानंद को प्रशस्ति पत्र देते हुये।




रक्षाबंधन पर्व के चलते भारी भीड़
-आवागमन में परेशानी
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 कनीना। कनीना क्षेत्र में जहां रक्षाबंधन पर्व के चलते सड़कों पर भारी भीड़ बढ़ रही है, आवागमन में अति परेशानी होने लगी है। 22 अगस्त को रक्षा पर्व मनाया जाएगा। रक्षा पर्व पर महिलाओं को रोड़वेज बसों में मुफ्त में आने जाने की कोई अनुमति दे दी हैं जसके चलते 22 अगस्त को महिलाएं सबसे अधिक सफर करेंगी।
एक और  बस स्टैंड कनीना समक्ष गुजरने वाले महेंद्रगढ़-रेवाड़ी मार्ग पर दोनों तरफ दुकान हैं और उनके सामने बार-बार साइन बोर्ड तथा निजी वाहन इस कदर बढ़ गए कि आवागमन अवरुद्ध हो जाता है। जहां रक्षाबंधन का पर्व रविवार को है इसलिए रक्षाबंधन का महत्व बढ़ गया है।
राजेश कुमार, दिनेश कुमार, महेंद्र शर्मा, सज्जन सिंह आदि ने बताया कि उन्हें सड़क पार करने में भी बड़ी दिक्कत आने लगी है।
रक्षा बंधन पर्व-
 महेंद्र शर्मा का कहना है कि रक्षाबंधन का पर्व महाभारत से चला रहा है। जब श्री कृष्ण ने महाभारत की युद्ध में युधिष्ठिर से सैनिकों की कलाई पर रक्षा सूत्र बनवाया था। देवराज इंद्र ने भी इसे धारण किया था। उधर सुरेश कुमार का कहना है कि वास्तव में रक्षा सूत्र शिशुपाल वध के समय श्रीकृष्ण के अंगुली से खून आने पर रोकने के लिए द्रोपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़ कर बांधा था। वही रक्षा सूत्र था जिसके बदले श्री कृष्ण ने द्रोपदी की लाज बचाई थी। सिकंदर की पत्नी ने भी पोरस के लिए एक राखी भेजी थी ताकि सिकंदर की जीवन की रक्षा हो सके। मेवाड़ की कर्णवती ने भी हुमायू को राखी भेजी थी किंतु हुमायू के पहुंचने से पहले कर्णवती जौहर कर चुकी थी। वास्तव में गुरुकुल में भी इस दिन रक्षा सूत्र बांधा जाता है, जनेऊ धारण किए जाते जो वास्तव में राखी का ही एक रूप होते हैं।
कनीना के ज्योतिषाचार्य सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि रक्षा सूत्र 22 अगस्त को मनाया जाएगा और यह रक्षा सूत्र लोगों के लिए शुभ होगा। एक और जहां कोरोना की मार चल रही है फिर भी भारी संख्या में लोग इधर उधर आ जा रहे हैं । सड़कों पर गुजरने के लिए जगह नहीं है। विशेषकर भारी वाहन सड़कों पर जमा हो जाते हैं जिसके चलते आवागमन बाधित हो जाता है।
फोटो कैप्शन 1 :  सड़क मार्ग पर वाहनों की भीड़।




कपास में सफेद मक्खी का प्रकोप, किसान परेशान








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 कनीना। कनीना क्षेत्र में जहां 4800 हेक्टेयर पर कपास की बिजाई की गई है वहीं सफेद मक्खी के प्रकोप से किसान परेशान हो चले हैं। सफेद मक्खी के चलते जहां पैदावार घटने के आसार बन गए हैं वहीं पत्तों के रस चूस जाती है।
किसान गजराज सिंह, सूबे सिंह, रवि कुमार आदि ने बताया कि सफेद मक्खी कपास के पत्तों पर बैठती है और पत्तों का रस चूस जाती है जिससे पत्ते का रंग भी बदल जाता है और धीरे-धीरे पैदावार घटती चली जाती है। इस समय कपास की फसल अपने पूरे यौवन पर है जिसके चलते किसान खुश है किंतु सफेद मक्खी से उनके माथे पर चिंता की रेखाएं जरूर स्पष्ट नजर आ रही है। किसानों का कहना है कि क्षेत्र के किसान पहले ही कपास का कम उगाते हैं उस पर सफेद मक्खी समस्या बन गई है। किसानों ने बताया कि विगत दिनों हुई बारिश में जहां कपास की फसलों को नुकसान हो चुका है वही अब सफेद मक्खी भी नुकसान कर रही है।
 क्या कहते किसी अधिकारी -
पूर्व कृषि विस्तार अधिकारी डॉ देवराज का कहना है कि नीमरिन नामक आधा लीटर दवा को 200 लीटर पानी में घोलकर 1 एकड़ में छिड़क देने से सफेद मक्खी का प्रकोप समाप्त हो सकता है।
फोटो कैप्शन 2: कपास की फसल जिसमें सफेद मक्खी का प्रकोप है।

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