हरिद्वार से बाघोत तक कावडिय़े हुए रवाना
***************************************
******************************************
******************************************
कनीना की आवाज। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर शिव भक्तों ने हरिद्वार से गंगा जल लेकर पैदल यात्रा शुरू कर दी है। इसी कड़ी में बागेश्वर धाम के लिए भी शिव भक्तों ने अपनी पैदल कावड़ यात्रा शुरू कर दी है। जिसे बाघेश्वर धाम के महंत रोशनपुरी महाराज ने रवाना किया। हरिद्वार से बागेश्वर धाम के लिए रवाना हुई पैदल कावड़ यात्रा में पैदल कावड़ यात्री संघ गंगानगर, महादेव गौशाला कावड संघ बाघेश्वर धाम, मोनी बाबा प्रदीप पुरी महाराज, नरेंद्र पुरी महाराज, रामफल नाथ महाराज, प्रधान नरेश लीला, संयम गोयल, शुभम, भूपेंद्र शर्मा, कपिल अग्रवाल, होशियार यादव गुरूग्राम, इन्द्र शर्मा अनको भक्त कावड़ ला रहे है। इस विषय में जानकारी देते हुए मंदिर समिति के सदस्य महीपाल नम्बरदार ने बताया कि कावडिय़ों ने हरिद्वार से अपनी कावड़ को उठाकर पैदल यात्रा शुरू कर दी है। जो 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन बागेश्वर धाम पर पहुंचकर स्वयं-भू शिवलिंग का गंगा जल से अभिषेक करेंगे। वहीं उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर लगने वाले मेले को लेकर तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही है। मंदिर के गर्भगृह का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है। जिसके चलते 5 दिनों तक मंदिर के पट बंद कर दिए गए है।
फोटो कैप्शन 15: हरिद्वार से बाघोत के लिए रवाना होते कावडिय़े।
जवाहर नवोदय विद्यालय कक्षा 6 में चयन के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी तक बढ़ाई गई
*****************************************************************
******************************************************************
**********************************************************************
कनीना की आवाज। जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य राजीव कुमार सक्सेना ने बताया कि कक्षा-6 में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन पत्र आमंत्रित किए जा रहे हैं जिसकी अंतिम तिथि 31 जनवरी 2023 थी। जिसे बाद में बढ़ाकर 8 फरवरी कर दिया गया था। विद्यार्थियों को होने वाली परेशानी के मद्देनजर तथा तकनीकी कारणों से आवेदन करने की अंतिम तिथि व विद्यार्थियों के उत्साह को देखते हुए आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 15 फरवरी 2023 कर दिया गया है। उपरोक्त विषय पर जानकारी देते हुए विद्यालय आचार्य डा. सुनील वत्स ने बताया कि महेंद्रगढ़ जिले के कक्षा 5 में अध्ययनरत विद्यार्थी जो सत्र 2022-23 में कक्षा 5 में अध्ययन कर रहे हैं तथा महेंद्रगढ़ जिले के निवासी हैं वह विद्यार्थी कक्षा 6 में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन पत्र नवोदय विद्यालय की वेबसाइट पर जाकर भर सकते हैं। इस विषय पर बोलते हुए डा. वत्स ने बताया कि विद्यार्थियों की सुविधा के लिए आवेदन में त्रुटि को दूर करने के लिए भी प्रावधान रखा गया है, यदि आवेदन करते समय विद्यार्थी से उसके क्षेत्र, लिंग, दिव्यांगता या भाषा माध्यम में कोई त्रुटि रह गई है तो वह 16 तथा 17 फरवरी को अपना लागिन करके दूर कर सकते है।
जेइइ में सफल विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत
*******************************************
***********************************************
********************************************
कनीना की आवाज। अआरआरसीएम पब्लिक स्कूल में राष्ट्रीय टेस्ट एजेंसी नई दिल्ली द्वारा आयोजित जेइइ मेन परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया गया।
चेयरमैन रोशनलाल ने बताया कि परीक्षा में विद्यालय के शुभम ने 98.54, अनुज ने 97, नितिन ने 96.89, अर्नव ने 81.04, निधि व रितिका ने 67.24 प्रतिशत अंक प्राप्त किये है। चेयरमैन रोशनलाल ने कहा कि यह हमारे लिए हर्ष का विषय है कि हमारे विद्यालय के विद्यार्थियों ने जेइइ मन परीक्षा में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य हरि प्रकाश ने बताया कि यदि लक्ष्य को प्राप्त करना है तो हमें योजनाबद्ध तरीके से कठोर परिश्रम करना होगा तब ही हम किसी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकेंगे।
फोटो कैप्शन 13: जेइइ मेन परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को सम्मानित करते रोशनलाल।
दिन का बढ़ता ताप बढ़ा रहा है किसानों की चिंता
-पाले के बाद कहीं गर्मी फसलों को तबाह न कर दे
***********************************************
*************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में करीब 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों की फसल खड़ी है जो लावणी की ओर जा रही है जबकि गेहूं की फसल करीब 10 हजार हेक्टेयर पर उगाया है। यह फसल अभी छोटी है। दिनों दिन बढ़ते दिन का ताप किसानों की चिंता बढ़ाता जा रहा है। एक और जहां विगत दिनों भी बार-बार पाला पड़ा था जिसने फसलों में नुकसान पहुंचाया है वहीं अब तापमान बढऩे से किसानों को फसल में नुकसान होने का अंदेशा बन गया है।
किसान देवेंद्र बताते हैं कि तापमान यूं ही बढ़ता चला गया तो गेहूं की वृद्धि रुक जाएगी परिणाम स्वरूप में चारा भी नहीं पैदा होगा और न हीं अनाज पैदा होगा। सरसों की फसल पकान की ओर है यदि ज्यादा गर्मी पड़ी तो जल्दी पक कर तैयार हो जाएगी और लावणी जल्द शुरू होगी। उन्होंने अंदेशा जताया कि अधिक गर्मी पडऩे से मौसम में बदलाव हो सकता है जिससे किसी भी प्रकार की बारिश, आंधी या ओलावृष्टि भी आ सकती है। ऐसे में तेज मौसम में बदलाव अच्छा संकेत नहीं है।
मोड़ी के किसान अजय कुमार ने बताया गर्मी पडऩा वर्तमान फसलों के लिए प्रतिकूल है। अभी कुछ और ठंड पडऩी चाहिए ताकि फसलों को लाभ हो सके। लंबे समय तक ठंड पडऩा फसलों की पैदावार बढ़ाएगा। ऐसे में उनका कहना है कि मौसम बदलाव उचित नहीं है।
क्या कहते डा देवराज पूर्व कृषि अधिकारी. डॉक्टर देवराज का कहना है कि यदि मौसम यूं ही बदलता रहा तो फसलों में नुकसान होने का अंदेशा बनता है। अभी तक 10 डिग्री से 25 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहता है जिससे फसलों को कोई नुकसान होने का अंदेशा नहीं किंतु आए दिन ताप में वृद्धि होना भविष्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है। उन्होंने कहा यदि ताप 25 डिग्री से अधिक बढ़ गया तो गेहूं का पैदावार घट जाएगी, सरसों पर भी को प्रभाव पड़ेगा।
उधर कनीना के खंड कृषि अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि अभी तक तापमान इतना अधिक नहीं है कि फसलों को नुकसान हो। ऐसे में अभी तक मौसम का फसलों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा किंतु यूं ही पाप बढ़ता रहा तो भविष्य में चिंता का विषय बन जाएगा परंतु किसान के हाथ कुछ भी नहीं है। ऐसे में उन्होंने मौसम पर नजरें टिकाए रखने की बात कही।
फोटो कैप्शन: अजय मोड़ी, डा देवराज
फोटो कैप्शन 10: गेहूं की फसल को निहारता किसान।
स्विफ्ट गाड़ी ने तीन गाडिय़ों को मारी टक्कर, फिर हुई दुर्घटनाग्रस्त, मामला दर्ज
*****************************************************************
*******************************************************************
**********************************************************
कनीना की आवाज। योगेश मुंडिया खेड़ा निवासी में स्विफ्ट गाड़ी के चालक पर दौंगड़ा अहीर चौकी में मामला दर्ज करवाते हुए कहा कि स्विफ्ट का चालक तेज रफ्तार से गाड़ी को चलाता हुआ लाया और 3 गाडिय़ों को टक्कर मारकर आगे जाकर श्रीकृष्ण धर्म कांटा दौंगड़ा जाट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। तीन अन्य गाडिय़ों में दो मोटरसाइकिल भी हैं। दौंगड़ा अहीर चौकी में मामला दर्ज हो गया है।
सड़क निर्माण को लेकर चल रहा धरना चौथे दिन में प्रवेश
-सड़क निर्माण न किये जाने तक रहेगा जारी-हरेंद्र
************************************************
*****************************************************
*****************************
कनीना की आवाज। कनीना अनाज मंडी मार्ग करीब एक किलोमीटर लंबा सड़क मार्ग का टुकड़ा उन्हें निर्मित करवाने के लिए अनिश्चितकालीन आंदोलन चौथे दिन में प्रवेश कर गया है। आम पार्टी के पूर्व जिला उपप्रधान के नेतृत्व में धरना चल रहा है और आज सारा ही धरना स्थल आममय हो गया सभी ने अपने सिर पर आम पार्टी की टोपी लगा ली। धरने को लेकर के विगत दिनों से 2 दिन विभिन्न नेता भी पहुंचे और उन्होंने भी आश्वासन दिया की सड़क निर्माण होने तक वे उनके साथ है। उधर अनिश्चितकालीन धरने से पहले हरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में एक ज्ञापन भी एसडीएम कनीना को दिया था जिसमें मांग की थी कि सड़क मार्ग को पूर्ण किया। उसे निर्मित किया जाए। यह सड़क मार्ग कनीना मंडी की आत्मा है इसे ठीक कर दिया जाए तो किसानों के लिए सबसे अधिक लाभ और विभिन्न गांव विशेषकर 15 गांवों के किसान और आम आदमी के लिए यह सड़क बहुत काम की बन जाएगी। सड़क खराब होने के बाद से बार-बार इस सड़क को पुन:निर्मित किए जाने की बात चली किंतु कोई परिणाम नहीं आया। यहां तक कि कनीना मंडी के लोगों ने व्यंग्यात्मक बैनर भी लगाए कि सावधान आगे सड़क में गड्ढे हैं ताकि अधिकारियों का ध्यान आकर्षित हो किंतु किसी ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया। कनीना मंडी के भीम सिंहए योगेश अग्रवालए रविंद्र बंसल आदि ने बताया कि इस सड़क की मांग बहुत पुरानी है। सड़क व्यापारियों के लिए अहं मुद्दा है। यदि सड़क खराब हुई तो व्यापारी वर्ग परेशान रहेगा। ग्राहक सबसे अधिक इसी सड़क का प्रयोग करके दुकानों तक पहुंचते हैं। सबसे अधिक व्यापारिक प्रतिष्ठान के अलावा रेलवे स्टेशन, बैंकों की शाखाएं तथा विभिन्न नेताओं के आवास भी यहां है। इन हालातों को देखते हुए यह सड़क मार्ग बनाना बहुत जरूरी बन गया है किंतु पालिका द्वारा 49 विकास कार्यों का प्रस्ताव पारित कर मंजूरी के लिए भेजा था जो मंजूर होकर न आने के कारण यह मामला अधर में अटका हुआ है। ऐसे में ऐसे में सड़क मार्ग जर्जर हो चला है। इस पर पैदल चलना भी कठिन हो गया है। उधर सड़क निर्माण कार्य का मुद्दा दैनिक जागरण ने बहुत पहले से ही उठाया था। बार.बार यह मुद्दा उठाया है।
हरेंद्र शर्मा एवं धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि वह आर.पार की लड़ाई लड़ेंगे जब तक सड़क निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाता तब तक वे धरने से नहीं हटेंगे। ऐसे में अब गेंद सरकार और प्रशासन के पाले में आ गई है कि सड़क निर्माण का कार्य कैसे पूरा कर पातीघ् कनीना नगर पालिका का कार्यकाल भी अब कम बचा है जिसके चलते इस सड़क निर्माण कार्य तेजी से होना जरूरी बन गया है।
फोटो कैप्शन 11: कनीना मंडी में धरने पर बैठे लोग।
15 फरवरी से शुरू हो जाएगी निशान यात्रा
-कनीना में भक्तों के लिए शिविर 22 फरवरी से, मेला 4 मार्च को
****************************************************
************************************************
*****************************************************
कनीना की आवाज। श्याम के भक्तों की निशानयात्रा 15 फरवरी से शुरू हो जाएगी। भक्तों के लिए हर गांव एवं गली में 22 फरवरी से शिविर लग जाएंगे जहां उनकी सेवा शुरू होगी। निशान यात्रा खाटूधाम एवं जैतपुरा खाटू धाम दो स्थानों पर पहुंचती हैं। मेला चार मार्च तक लगेगा।
जो भक्त करीब 200 किमी दूर राजस्थान में खाटू श्याम धाम पर नहीं जा सकते हैं उनके लिए जैतपुर का धाम विख्यात है। हुडिय़ा-जैतपुर जो कनीना से 22 किमी दूर राजस्थान में स्थित है। प्रति वर्ष यहां पर कई हजार निशान अर्पित किए जाते हैं और खाटू श्याम भक्त पैदल चलकर जाते हैं। कनीना, अटेली, नारनौल तथा महेंद्रगढ़ के अलावा आस पास के भक्त जो एक ही दिन में अपना निशान खाटू को अर्पित करना चाहते हैं और अधिक दूर चलने में असमर्थ हैं उनके लिए यह खाटू श्याम मंदिर जाना जाता है। करीब 300 वर्ष पुराने इस श्याम मंदिर का विगत वर्षों जीर्णोंद्धार विगत वर्षों करवाया गया है। भक्त अपने घर से खाटू श्याम का निशान लेकर पदयात्रा करता हुआ कनीना से भोजावास तथा राताकलां से जैतपुर पहुंचता है।
उधर राजस्थान में रिंगस से करीब 17 किमी दूर खाटूश्याम धाम पौराणिक इतिहास को समेटे हुए है। यहां फाल्गुन शुक्ल द्वादशी 4 मार्च तक मेला लगता है उसमें अपार जनसैलाब उमड़ता है। यहां कई दिनों पूर्व ही भक्तजन आकर ध्वज चढ़ाने लग जाते हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के अलावा पंजाब के बेशुमार भक्तजन पदयात्रा करके इस धाम पर पहुंचते हैं।
खाटूश्याम की कथा-
श्याम बाबा का नाम बर्बरीक था तथा महाभारत में भीम का पौत्र घाटोत्कच का पुत्र था। जब कौरवों और पांडवों का युद्ध चल रहा था तो बर्बरीक तीन बाण लेकर युद्ध में आया। जब श्रीकृष्ण की नजरें उन पर पड़ी तो उनका परिचय तथा युद्ध में आने का कारण पूछा। बरबरीक ने अपना नाम घटोत्कच पुत्र बबरीक बताया और कहा मैं युद्ध के लिए आया हूं और तीन बाणों से तीन लोकों को बेंध सकता हूं। कृष्ण ने उनकी परीक्षा हेतु सामने खड़े विशाल पीपल के सभी पत्ते एक ही बाण से छेदने के लिए कहा।
जिसमें सफल हुये। श्रीकृष्ण ने शीश दान में मांगा। बरबरीक ने हाथ जोड़कर एक विनती की कि उन्हें पूरा युद्ध दिखाया जाये। शीश को ऊंचे पर्वत पर रख युद्ध का हाल देखने दिया। जब पांडव युद्ध जीत गए तो युद्ध में जीत का कारण श्रीकृष्ण का सुदर्शन चक्र तथा द्रोपदी का काल रूप बताया। बर्बरीक के सच्चे न्याय को सुन श्रीकृष्ण ने उन्हें कलियुग में श्याम बाबा नाम से पूजे जाने का वरदान दिया। इसके बाद शीश नदी में बहा दिया जो चलकर खाटू पवित्र धाम में रुका।
रास्ता -
विभिन्न जिलों और राज्यों के भक्तजन निजामपुर सड़क मार्ग को काटने वाले रेलवे ट्रैक के साथ.साथ चलकर जाते हैं रास्ते में अनेक पड़ाव एवं ठहराव होते हैं। रास्ता नारनौल, निजामपुर,डाबला, जीलो,मावंडा,नीम का थाना,भागेगा,कांवट,कछेरा,श्रीमाधोपुर रिंगस तथा शिविरों में भी बेहतर प्रबंध होता है।
खाटूश्याम जाने के लिए एक डंडे पर सवा मीटर का कपड़ा जो खाटू ध्वज के नाम से पूजा अर्चना करने के बाद धारण किया जाता है और रास्ते में किसी कपड़े आदि या साफ जगह पर ही रखा जाता है। सुबह सवेरे खाटू की पूजा करके ही ध्वज को लेकर आगे बढ़ते हैं।
फोटो कैप्शन 15: खाटू श्याम जैतपुर।
आम आदमी पार्टी अनिश्चित कालीन धरना चौथे दिन भी रहा जारी
*******************************************************
********************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। सत्याग्रह अनिश्चितकालीन धरने का चौथा दिन भी जारी रहा आम आदमी पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हरेन्द्र शर्मा ने बताया कि धरने को विभिन्न संगठनों के नेता व कार्यकर्ताओं ने अपना समर्थन दिया लेकिन सरकार और प्रशासन नहीं जाग रहे है। एक तरफ मौजूदा सरकार विकास और सड़कों के जाल बिछाने के बात करती है लेकिन आज उनकी ये सब बातें हवा -हवाई साबित हो रही है। प्रवीण शर्माए और भरथरी ने कहा कि मंडी और अस्पताल तक कि सड़क की हालात इतनी खस्ता हालात हो रही है दूसरी तरफ व्यापारियों का व्यापार ठप हो रहा है लेकिन शासन और प्रशासन के कानों तक जूं भी रेंग रही है। धरने पर बैठे मुकेश कनीना ने कहा कि आगे सरकार और प्रशासन को जगाने के लिए धरने पर भजन कीर्तन गाकर सरकार और प्रशासन की सद्बुद्धि और कान खोलने के लिए भजन कीर्तन किये जायेंगे।
मदन पूनिया ने कहा जब तक सड़क का कार्य शुरू नहीं होता हम यहां से नहीं उठेंगे और कनीना वासियों से घर घर जाकर हम धरने के लिए समर्थन भी मांगेंगे और आगे की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी इस मौके पर हरेंद्र शर्मा पूर्व जिला उपाध्यक्ष, मुकेश कुमार, प्रवीण शर्मा, भागीरथ, धर्मपाल, मदन पूनिया आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 14: धरने पर बैठे लोग।
हेलीकाप्टर से दुल्हन ले गया दूल्हा, पिता ने बताया बेटे की ख्वाहिश थी, देखने के लिए उमड़ी भीड़
****************************************************************************
***************************************************************************
***********************************************
कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव भोजावास में एक दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर से विदा करके ले गया है। दुल्हे के पिता ने बताया उनके बेटे की दिल से इच्छा थी कि उसकी दुल्हन मंडप से हेलीकॉप्टर में विदा होकर घर आए। पिता ने बेटे की ख्वाहिश को पूरा करने के लिए लाखों रुपये खर्च कर दिए। गांव भोजावास में रात को हुई एक शाही शादी के बाद विदाई भी शाही अंदाज में देखने को मिली। इस शादी को लेकर भोजावास सहित आसपास के गांवों में पहले से ही चर्चा फैली हुई थी। शादी के बाद दुल्हन को दूल्हा हेलीकॉप्टर से विदा कराकर अपने साथ ले गया।
बता दें कि गांव भोजावास निवासी शेर सिंह पुत्र जयनारायण ने अपनी पुत्री सोनिया तंवर का विवाह राहुल सिंह शेखावत वासी लोहखाना जिला जयपुर राजस्थान से छह फरवरी को किया है। उनकी विदाई 7 फरवरी को सुबह दस बजे की तो दुल्हन को लेने के लिए हेलीकाप्टर आया और दुल्हन हेलीकॉप्टर से अपने जीवन साथी के साथ सात फेरे लेकर गांव भोजावास से विदा हुई।
गांव में हेलीकॉप्टर देखने के लिए उमड़ी भीड़
गांव भोजावास से उड़ान भरने से पहले हेलीकॉप्टर को देखने के लिए गांव में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। गांव में हेलीकॉप्टर को उतारने के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी। दुल्हन की विदाई के दौरान सेल्फी लेने वालों की भीड़ जमा हो गई। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हेलीकॉप्टर और दूल्हे के साथ सेल्फी लेते नजर आए।
फोटो कैप्शन 11: उपमंडल के गांव भोजावास से हेलीकॉप्टर से विदा होती दुल्हन।
आरक्षण प्रदान करने की मांग की नेता ने
******************************************
********************************************
**********************************************
कनीना की आवाज। बसपा के नेता प्रमुख समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने राज्य सरकार से शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़ा वर्ग ए को आरक्षण देने की मांग की है।
अतरलाल ने बताया कि उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर पंचायत चुनावों की तरह शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में भी पिछड़ा वर्ग-ए को आरक्षण प्रदान करने की मांग की है। ज्ञापन की एक प्रति हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष एवं पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के सेवा निवृत्त जस्टिस दर्शन सिंह को भी भेजी गई है। उन्होंने कहा कि शहरों में नगरपालिका, नगर परिषद, नगर निगमों के चुनावों में अब तक पिछड़ा वर्ग ए का आरक्षण न होने के कारण पिछड़ा वर्गए की जातियां राजनैतिक तौर पर पिछड़ती जा रही हैं। शहरी स्थानीय निकायों में पिछड़ा वर्ग-ए का आरक्षण न होने के कारण पिछड़ा वर्ग-ए की जातियों में भारी रोश व्याप्त है। इसलिए बहुजन समाज पार्टी प्रदेश सरकार से पुरजोर मांग करती है कि आगे होने वाले सभी शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़ा वर्ग ए को उचित आरक्षण दिया जाए।
डांडा गाडऩे के पीछे है फसल पैदावार का पूर्व अनुमान
-होली दहन से एक माह पहले गाड़ा जाता है डांडा
*************************************************
*****************************************************
**********************************************
कनीना की आवाज। होलिका दहन की ग्रामीण क्षेत्रों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। वैसे तो बसंत पंचमी को ही होली का डांडा गाडऩे का रिवाज है जबकि कनीना में होलिका दहन 6 मार्च होगा और होली का डांडा पांच फरवरी माघ शुक्ल पूर्णिमा को ही गाड़ दिया है।
डांडा गाडऩे का अर्थ सीधे शब्दों में बताते हुए सुरेद्र शर्मा ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि विधि विधान से जल का घड़ा भूमि में दबाकर ईंधन डाल देते हैं जिसके बाद गांव में कोई पर्व नहीं मनाते जब तक कि होलिका दहन का काम पूर्ण न हो जाये। कुछ जगह सवा माह पहले तो कुछ जगह एक माह पूर्व ही डांडा गाडऩे का रिवाज है।
क्या है डांडा-
कनीना में वर्षों से होलिका दहन रेवाड़ी रोड़ के पास एक जोहड़ के किनारे संपन्न होता है जिसे होलीवाला जोहड़ कहा जाता है। होली से एक माह पूर्व एक घड़े में पानी भरकर अच्छी तरह ढककर होलिका दहन स्थल पर गाड़ दिया जाता है जिसे होली का डांडा नाम से जाना जाता है।
बाबू वेदप्रकाश, सूबे सिंह, राव मोहर सिंह आदि बताते हैं कि डांडा गाडऩे के बाद बहुएं अपने ससुराल को नहीं छोड़ती उनके लिए मायके जाना भी अशुभ माना जाता है। तत्पश्चात डांडे के ऊपर ईंधन उपले व गोबर के बने हुए ढाल व तलवार कस्बावासी मिलकर डालते हैं।
होलिका दहन के बाद, एक निश्चित गहराई पर गाड़ी गए जल के घड़े को निकाला जाता है और इस में जल की मात्रा को देखा जाता है। यदि घड़ा जल से पूरा भरा मिलता है तो इसे बेहतर पैदावार होने की उम्मीद जताई जाती है जबकि घड़े में जितना पानी कम होता जाता उतनी फसल पैदावार कम मानी जाती है। सैकड़ों वर्षों से यही रिवाज चला रहा है। होलिका दहन स्थल पर यह प्रथा विधि विधान से पूर्ण की जाती है। जहां पकी हुई बालियों को होली में भूलकर लावणी शुरू करने की प्रथा है वही पानी की मात्रा देखकर पैदावार का पता लगाते हैं। क्या कहते हैं डांडे के विषय में कनीना के लोग -
88 वर्षीय डा. मेहरचंद बताते हैं कि उनके पूर्वजों से यही प्रथा चली आ रही है। पानी के घड़े को भूमि में दबाया जाता है और उस पर एक माह तक ईंधन डालकर होलिका दहन किया जाता है। जब होलिका दहन पूर्ण हो जाता है अगले दिन इसे निकालकर पानी की मात्रा देखी जाती है जिसे फसल पैदावार अर्थात शामत का अनुमान लगाते हैं। पुराने समय में किसानों के पास यही आधार था जिससे फसल पैदावार का अनुमान लगाते थे।
राजेंद्र सिंह किसान का कहना है कि यह रिवाज उनके पूर्वजों से सुनते आ रहे हैं। उनका कहना है कि विज्ञान बेशक इसे न माने परंतु घड़े का पानी जितना काम होता है उतनी फसल पैदावार कम होती है। यह कनीना के होली वाला जोहड़ पर पूर्वजों से चला आ रहा एक रिवाज है।
फोटो फोटो कैप्शन 1: गाड़ा गया डांडा
साथ में सुरेंद्र शर्मा,डा मेहरचंद और राजेंद्र सिंह
8000 नगद व बैंक चैक बुक एवं जरूरी दस्तावेज लौटाकर अगिहार के संदीप ने दिया ईमानदारी का परिचय
*******************************************************
**************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव अगिहार के संदीप पुत्र राजपाला सिंह ने ईमानदारी का परिचय देते हुए नविन शर्मा नलापुर जिला नारनौल को 8000 नगद व बैंक चैक बुक एवं जरूरी दस्तावेज वैदिक स्कूल नजदीक सेहलंग गांव में मिले जो उसने उसे लौटा दिए । उक्त जानकारी देते हुए देवेन्द्र नम्बरदार ने बताया कि संदीप सुबह करीब 11 बजे सेहलंग जा रहा था तब अचानक उसे वैदिक स्कूल के पास एक पर्स व कुछ जरूरी दस्तावेज मिलें जिसे देखकर फोन किया और उसे उसके पैसे व बैंक पास बुक एवं आईडी प्रूफ मंगवाकर उसे लौटा दिए। इस अवसर पर राजपाला सिंह, मामराज सिंहए देवेन्द्र नम्बरदार एराजेन्द्र सिंह, मुकेश फौजी, रणधीर सिंह सभी ने संदीप को उसके नेक कार्य के लिए बधाई दी एवं उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
फोटो कैप्शन 12:मिली हुई राशि लौटाता युवक।
संत शिरोमणि बाबा मोल
डऩाथ मेला 3 मार्च को
********************************************
*************************************************
*******************************************
कनीना की आवाज। कनीना के प्रमुख संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ का मेला 3 मार्च फागुन एकादशी को लगेगा। जिसमें ऊंटों की दौड़, देसी घोडिय़ों की दौड़ भी आयोजित की जाएगी। लंबे समय से यह मेला आयोजित होता रहा है तथा इसी मेले में सबसे पहले ऊंट एवं घोडिय़ों की दौड़ आयोजित करवाई जाती रही है। कुश्ती प्रतियोगिताएं आयोजित होती हैं।
विस्तृत जानकारी देते हुए समाजसेवी दिनेश कुमार ने बताया कि 2 मार्च को फुटबाल के मैदान में जागरण आयोजित किया जाएगा जिसमें राममेहर महला, सुभाष फौजी, रजनी जांगड़ा प्रहलाद फागना गायक कलाकार पहुंच रहे हैं।
ऊंटों की दौड़ में 51 हजार प्रथमए41 हजार द्वितीय पुरस्कारए 31 हजार तृतीयए 21 हजार का चतुर्थ पुरस्कार और पंचम पुरस्कार 11 हजार रुपये का होगा। इसी प्रकार देसी घोडिय़ों की दौड़ में 51 हजार प्रथम41 हजार द्वितीय पुरस्कार 31 हजार तृतीयए 21 हजार का चतुर्थ पुरस्कार और पंचम पुरस्कार 11हजार रुपये का होगा। बड़ी कुश्ती 31 हजार रुपये की होगी। घोडिय़ों की चाल में प्रथम पुरस्कार 21 हजार द्वितीय पुरस्कार 15 हजार रुपये और तृतीय पुरस्कार 7100 रुपये का रखा गया है। मेले में जहां शक्कर का प्रसाद प्रसिद्ध है। दूर दराज से भक्त आकर शक्कर का प्रसाद ही चढ़ाते हैं।
फोटो कैप्शन: संत मोलडऩाथ प्रतिमा
No comments:
Post a Comment