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Sunday, December 19, 2021

 
दो दिनों से कनीना क्षेत्र में पड़ रहा है पाला
-चल रही है शीतलहर
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कनीना। कनीना क्षेत्र में ठंड बढ़ती ही जा रही है। दो दिनों से पाला पड़ा है। सुबह सवेरे फसलों तथा खेतों में पाले की सफेद चादर नजर आने लगी है। धुंध, सर्दी, पाला, शीत लहर बढ़ती ही जा रही है। शीत लहर के चलते स्कूलों का समय भी बदल दिया गया है।
  कनीना क्षेत्र में विगत दो दिनों से पाला पड़ रहा है। शनिवार को धुंध एवं शीतलहर चली थी। पाले को लेकर किसान चिंतित हैं।
  शीत लहर के चलने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।  किसान अपनी रबी की फसल को लेकर चिंतित हैं। ठंड एवं पाला पडऩे से सरसों की फसल को नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। हर वर्ष दिसंबर एवं जनवरी माह में पाला जमता आया है। किसानों के चेहरे पर चिंता की रेखाएं उस वक्त देखने को मिलती है जब ठंड बढ़ती ही चली जाती है। इस वक्त खेतों में मुख्य रूप से सरसों एवं गेहूं की फसल खड़ी है।
   किसानों का कहना है कि ठंड एवं पाले से सैे सरसों एवं गेहूं की फसल में नुकसान होने का अंदेशा बन गया है। सरसों में इस वक्त फूल एवं फलियां आ रही हैं। फलियों में दाने कम ताप के कारण नष्ट हो सकते हैं। कृषि अधिकारी भी एक सीमा तक ठंड पडऩा फसलों के लिए लाभकारी मानते हैं तत्पश्चात नुकसान होना मानते हैं किंतु अभी तक वो स्थिति नहीं पहुंची जिसके चलते फसलों में नुकसान हो।
    सुबह से ही गलियों में तथा दुकानों के आगे लोग आग जलाकर हाथ सेकने लग जाते हैं। दुकानदारी पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बर्गर, पानी बतासे बेचने वाले तथा रेहड़ी पर फास्ट फूड बेचने वाले परेशान नजर आए। एक बर्गर बेचने वाले ने बताया कि इस वक्त उनकी बिक्री सर्दी के कारण घट रही है वहीं पानी बतासे सर्दी के कारण कड़क नहीं बन पा रहे हैं।
  उधर चाय, काफी एवं गर्म मसालेदार पदार्थ बेचने वालों की थोड़ी बहुत मांग है। चाय की दुकानों पर गर्म कपड़ों में लिपटे लोग चाय की चुस्की लेते नजर आते हैं। गर्म कपड़े बेचने वालोंं के पास मांग बढ़ी है। दुकानदार महेंद्र कुमार, अशोक साहब का कहना है कि इस वक्त गर्म वस्त्रों की मांग बढ़ रही है। आए दिन ग्राहक आकर विभिन्न प्रकार के गर्म कपड़ों की मांग कर रहे हैं।
  किसान सूबे सिंह, ऋषिराज, अजीत कुूमार, सुनील कुमार आदि ने बताया कि जब वो सुबह उठते हैं तो फसलों पर सफेद पाले की चादर जमी देखी जा सकती है।
फोटो कैप्शन एक, दो,तीन एवं चार: रास्ते, खेत एवं उपलों पर जमा पाला।









गीता जयंती महोत्सव पर शौर्य पथ का किया संचलन
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कनीना। गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य परें कनीना प्रखंड के बजरंग दल द्वारा शौर्य पथ संचलन का आयोजन किया गया । इस उपलक्ष्य पर सैकड़ों बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बजरंग दल की गणवेश में शौर्य संचलन किया। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सेवा , सुरक्षा और संस्कार को अपना उद्देश्य मानते हुए बजरंग दल पूरे भारतवर्ष में गीता जयंती के अवसर पर संचलन के कार्यक्रम आयोजित करता है। इसी उपलक्ष्य में कनीना प्रखंड में बजरंग दल का पहला शौर्य संचलन आयोजित किया गया है जिसमें बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गणवेश धारण कर संचालन किया और सामाजिक एकता , भाईचारे और अनुशासन का परिचय दिया।
शौर्य संचलन बाबा मोलडऩाथ मंदिर से शुरू होकर राधा कृष्ण मंदिर कनीना मंडी में पूर्ण हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित बजरंग दल के प्रांत संयोजक सुशील चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि बजरंग दल हरियाणा देश में विशेष संगठन के रूप में स्थापित है। जो मुख्य रूप से युवा शक्ति को एकत्रित कर समाज कार्यों के लिए प्रेरित करता है। युवा शक्ति देश समाज में अपना सकारात्मक योगदान दे सके , इसके लिए बल उपासना केंद्र , मिलन केंद्र , सत्संग के साथ समाज में सेवा के कार्य करना , समाज में फैली कुरीतियों से समाज की सुरक्षा में अपना योगदान देना मुख्य कार्य हैं। देश की युवा शक्ति अनुशासित रहते हुए एकता के साथ राष्ट्रहित में कार्य करें , ऐसे संस्कार की युवाओं से अपेक्षा है। विश्व हिंदू परिषद कनीना के प्रखंड अध्यक्ष दिलावर सिंह, प्रखंड उपाध्यक्ष विजयपाल सेहलंगिया, प्रखंड मंत्री लखनलाल कैमला, प्रखंड सह मंत्री एडवोकेट सुनील यादव के संरक्षण में कनीना बजरंग दल संयोजक विजय सिंह ने युवा शक्ति को एकत्रित कर शौर्य संचलन करवाया। इस कार्यक्रम में सभी सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने जैसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, आर्य समाज , श्रीश्याम सेवक मंडल, श्रीश्याम मित्र मंडल ,भारत विकास परिषद , सेवा भारती के कार्यकर्ताओं ने अपना विशेष योगदान दिया। कनीना खंड संघचालक शिवकुमार , आर्य समाज  प्रधान राव मोहर सिंह , सतीश आर्य, कैप्टन रमेश आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 07: शौर्य पथ संचलन करते विश्व हिंदु परिषद के लोग।





20 महिलाएं सिलाई सेंटर पर लेंगी प्रशिक्षण
-धर्मार्थ महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का हुआ उद्घाटन
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 कनीना। कनीना के आर्य समाज भवन में परिसर में धर्मार्थ महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का रविवार से विधिवत रूप से शुभारंभ कर दिया गया। शुभारंभ विनय कुमार एडवोकेट ने किया। यह कार्यक्रम सेवा भारती कनीना शाखा तथा आर्य समाज शाखा दोनों के संयुक्त तत्वावधान में शुरू हुआ है।
सिलाई सेंटर पर प्रारंभ में 15 महिलाएं रजिस्टर्ड की गई हैं। विस्तृत जानकारी देते हुए आर्य समाज प्रधान राव मोहर सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम उन महिलाओं के लिए चलाया जा रहा है जो सेंटर से प्रशिक्षण लेकर स्वयं रोजगार अपना सके ।
         उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद महिलाएं घर पर स्वयं रोजगार शुरू कर सकती है। उधर योगेश अग्रवाल सेवा भारती के सदस्यने बताया कि यह कार्यक्रम उन महिलाओं के लिए बहुत लाभप्रद साबित होगा जो सिलाई कढ़ाई से अपनी रोटी रोजी कमाना चाहती हैं। इस मौके पर हवन आयोजित किया गया। आर्य समाज की ओर से हवन आयोजित किया गया। जिसमें राव मोहर सिंमन फूल सिंह आर्य, विनय कुमार एडवोकेट, सचिन शर्मा आदि मौजूद थे।
 इस मौके पर उस कमरे का उद्घाटन किया जहां पर महिलाएं सिलाई सीखेंगी। आर्य समाज की दूसरी मंजिल पर यह हाल नवनिर्मित किया गया है। इस मौके पर विनय कुमार एडवोकेट ने  11 हजार रुपये सिलाई केंद्र के लिए दिए वहीं सचिन शर्मा ने 3100 रुपये भेंट किये।  सेवा भारती के कार्यकारिणी सदस्यों ने 7000 रुपये समाज को भेंट किए। इस अवसर पर कंवर सेन वशिष्ठ, योगेश अग्रवाल, विनय कुमार एडवोकेट, जगदीश आचार्य, सुरेश शर्मा, राव मोहर सिंह, बलवान सिंह आर्य, मनफूल सिंह आर्य सहित विभिन्न जन मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 6: आर्य समाज भवन में सिलाई सेंटर का उद्घाटन करने से पहले हवन करते हुए आर्य समाज के सदस्य।





दूर तक पीली नजर आने लगी है धरा
-विगत वर्ष की बजाय 800 एकड़ पर अधिक उगाई है सरसों
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कनीना। कनीना क्षेत्र में पीली पीली सरसों पर खिले फूल बसंत के आने का द्योतक है। 5 फरवरी को बसंत पंचमी का पर्व भी आ रहा है। खेतों में चारों ओर सरसों पर खिले फूल एवं मंडराती मधुमक्खियां तथा मधुमक्खी पालन करने वालों के लिए सुंदर स्थल खेत आकर्षण का केंद्र बनते जा रहे हैं। इस वर्ष कनीना क्षेत्र में 49200 एकड़ पर सरसों उगाई गई है।
  हालांकि इस वर्ष केवल चंद दिन ही धुंध पड़ी है किंतु सर्दी की सफेद चादर के बीच कहीं हरे भरे गेहूं के खेत तो कहीं पीली फूलों से लदी सरसों अति सुंदर लगने लगी है जो प्रकृति के रमणीक होने को इंगित करती है। जब कभी सूर्य देव के दर्शन होते हैं तो दूर दराज तक सरसों ही सरसों नजर आती है जिसको देखकर लगता है कि प्रकृति अपनी छटा को बिखेरकर जन को आकर्षित कर रही है। मां सरस्वती को याद करने का समय अब नजदीक है।
  कवियों की कल्पना का आधार एवं मन में एक विचार सृजन का वक्त बसंत अति सुहावना लगता है। इस मौसम का विभिन्न कवियों ने अपनी तूलिकाओं से विभिन्न रंगों में उकेरा है। इस मौसम को देखकर लगता है कि सचमुच कामदेव धरा पर अवतरित हो गए हैं। किसान हो या आम जन सभी को प्रकृति का बहुरंगी नजारा अति मनमोहक लगता है।
फोटो कैप्शन 7 : दूर दराज तक पीले सरसों के खेत।




 तन साफ हो ना हो लेकिन मन साफ अवश्य ही होना चाहिए- कृष्णानंद
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कनीना। मनुष्य शरीर से उतने पाप नहीं करता जितने मन से करता है। इसलिए कहते हैं कि मन को परमात्मा के पास समर्पित कर दे तो कोई गलत काम नहीं हो पाएगा। ये विचार संत कृष्णानंद धनौंदा ने पूर्णिमा के उपलक्ष्य पर विश्व शांति यज्ञ के उपरांत भक्तजनों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा की अगर हमारा मन साफ है तो किसी तीर्थ स्थलों में यात्रा कर नहाने की जरूरत नहीं। इस संसार में जितने भी लोग आये और आकर चले गये या जो अभी जिन्दा है उन सभी लोगों से हमारा रिश्ता सिर्फ शक्ल और शरीर का है।
कभी आपने सोचा है कि जिस दिन ये शरीर और ये शक्ल नहीं रहेगी तो हमे कौन पहचानेगा सिर्फ  परमात्मा और कोई नहीं। इसलिए रोजाना की जीवनचर्या के कर्म व्यापार की तरह हैं जिसमे कुछ कर्म होते है पुण्य जमा करने वाले जो पुण्य कर्म कहलाते हैं और कुछ कर्म ऐसे होते हैं जिन्हें करने से कोई पुण्य कर्म जमा नही होता जिसे कर्तव्य कहा जाता है। जैसे माता पिता अपने बच्चों को पढ़ाते है,उनके लिए मकान बनवाते हैं,उनकी शादी करवाते हैं। यही कार्य उनके माता-पिता ने उनके लिए किये और यही कार्य बच्चे अपने बच्चों के लिए करेंगे। कहने का भाव यह है कि ये जो हमारे कर्म हैं, वो हमारे कर्तव्य हैं। इन्हें करने से पुण्य कर्म जमा नहीं होते। पुण्य कर्म वो हैं जो निमित भाव से, निमित बन कर निस्वार्थ भाव से किये जाते हैं। जो कर्म सर्व के कल्याण के लिए ईश्वरीय मर्यादाओं, धारणाओं में रहते हुए सदाचार,सयम का पालन करते हुए किये जाते हैं। वो पुण्य कर्म होते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान से जो ज्ञान,प्यार और गुप्त बल प्राप्त हो रहा है ,उसे दूसरों की भलाई में लगाना ही पुण्य का खाता बढ़ाना चाहिए। इस मौके पर प्रसाद वितरित भी किया गया।  इस अवसर पर जीतपाल सिंह, जगदीश, काका ,अनिल यादव, ंठाकुर रतन सिंह,  सुनील कुमार, घनश्याम सिंह, सूबेदार सुरेंद्र सिंह, डा फतेह चंद दायमा, आनंद सिंगल, विनय पाल खेड़ी, सुरेंद्र कोटिया, विजय हलवाई, सत्येंद्र रेवाड़ी, अतर सिंह, घनश्याम शास्त्री, रिंकू शर्मा, नरेंद्र शर्मा, पवन लारा के अलावा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 5: धनौंदा कृष्णानंद आश्रम में प्रसाद लेते भक्तजन।




एसडी स्कूल खेड़ी तलवाना में पीटीएम का हुआ आयोजन
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कनीना। एसडी विद्यालय खेड़ी तलवाना में शिक्षक अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय में पढऩे वाले बच्चों के 395 अभिभावकों ने भाग लिया। अभिभावकों ने शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की। नई शिक्षा नीति के तहत खेल खेल में विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाने के तरीके को श्रेष्ठ बताया। अभिभावकों और अध्यापकों ने मिलकर विद्यार्थियों की अध्ययन संबंधी समस्याओं के निदान पर विचार विमर्श किया। अभिभावक उमेद सिंह ने बताया कि संस्था की ओर से विद्यार्थियों की पढ़ाई खेल व सांस्कृतिक कार्यक्रम बेहतर तरीके से करवाए जा रहे हैं। वहीं अभिभावक  विवेक यादव ने बताया कि विद्यालय में विद्यार्थियों की चंहुमुखी विकास के लिए स्मार्ट क्लास प्रणाली से शिक्षा दी जा रही है संस्था के निदेशक जगदेव यादव ने बताया कि बच्चे के शैक्षणिक विकास में विद्यालय के साथ-साथ अभिभावक की भी अहम भूमिका होती है ।संस्था की उप-प्रधानाचार्या शोभा राव खरसाणीया ने विद्यालय की शैक्षणिक योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी और सभी अभिभावकों का अभिनंदन कर बैठक का समापन किया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 6: खेड़ी तलवाना एसडी स्कूल में पीटीएम में अभिभाव एवं शिक्षक।




गाड़ी ने मारी मोटरसाइकिल सवार को टक्कर, घायल मामला दर्ज
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 कनीना। बेेवल के देवयानी स्कूल के पास एक स्विफट डिजायर गाड़ी ने सामने से आ रहे मोटरसाइकिल सवार को टक्कर मार दी जिससे मोटरसाइकिल सवार घायल हो गया जिन्हें हायर सेंटर रेफर करवाया गया।  दौंगड़ा अहीर पुलिस चौकी ने गाड़ी चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
 मिली जानकारी अनुसार मनोज कुमार अपनी मोटरसाइकिल से कनीना कस्बा की ओर से घर की तरफ जा रहा था। जब वह देवयानी स्कूल बेवल के पास पहुंचा आगे से तेज रफ्तार से आ रही स्विफ्ट डिजायर गाड़ी ने टक्कर मार दी जिससे वह गिर गया, गिर कर घायल हो गया। गाड़ी चालक ने एक बार गाड़ी रोकी किंतु फिर गाड़ी को लेकर फरार हो गया। मनोज को उसके परिजन इलाज के लिए नारनौल ले गए लेकिन चोट अधिक आने के कारण उन्हें जयपुर अस्पताल भर्ती करवा दिया। मनोज कुमार की शिकायत पर दौंगड़ा पुलिस ने गाड़ी चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।




दो दिनों से क










नीना क्षेत्र में पड़ रहा है पाला
-चल रही है शीतलहर
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कनीना। कनीना क्षेत्र में ठंड बढ़ती ही जा रही है। दो दिनों से पाला पड़ा है। सुबह सवेरे फसलों तथा खेतों में पाले की सफेद चादर नजर आने लगी है। धुंध, सर्दी, पाला, शीत लहर बढ़ती ही जा रही है। शीत लहर के चलते स्कूलों का समय भी बदल दिया गया है।
  कनीना क्षेत्र में विगत दो दिनों से पाला पड़ रहा है। शनिवार को धुंध एवं शीतलहर चली थी। पाले को लेकर किसान चिंतित हैं।
  शीत लहर के चलने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।  किसान अपनी रबी की फसल को लेकर चिंतित हैं। ठंड एवं पाला पडऩे से सरसों की फसल को नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है। हर वर्ष दिसंबर एवं जनवरी माह में पाला जमता आया है। किसानों के चेहरे पर चिंता की रेखाएं उस वक्त देखने को मिलती है जब ठंड बढ़ती ही चली जाती है। इस वक्त खेतों में मुख्य रूप से सरसों एवं गेहूं की फसल खड़ी है।
   किसानों का कहना है कि ठंड एवं पाले से सैे सरसों एवं गेहूं की फसल में नुकसान होने का अंदेशा बन गया है। सरसों में इस वक्त फूल एवं फलियां आ रही हैं। फलियों में दाने कम ताप के कारण नष्ट हो सकते हैं। कृषि अधिकारी भी एक सीमा तक ठंड पडऩा फसलों के लिए लाभकारी मानते हैं तत्पश्चात नुकसान होना मानते हैं किंतु अभी तक वो स्थिति नहीं पहुंची जिसके चलते फसलों में नुकसान हो।
    सुबह से ही गलियों में तथा दुकानों के आगे लोग आग जलाकर हाथ सेकने लग जाते हैं। दुकानदारी पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बर्गर, पानी बतासे बेचने वाले तथा रेहड़ी पर फास्ट फूड बेचने वाले परेशान नजर आए। एक बर्गर बेचने वाले ने बताया कि इस वक्त उनकी बिक्री सर्दी के कारण घट रही है वहीं पानी बतासे सर्दी के कारण कड़क नहीं बन पा रहे हैं।
  उधर चाय, काफी एवं गर्म मसालेदार पदार्थ बेचने वालों की थोड़ी बहुत मांग है। चाय की दुकानों पर गर्म कपड़ों में लिपटे लोग चाय की चुस्की लेते नजर आते हैं। गर्म कपड़े बेचने वालोंं के पास मांग बढ़ी है। दुकानदार महेंद्र कुमार, अशोक साहब का कहना है कि इस वक्त गर्म वस्त्रों की मांग बढ़ रही है। आए दिन ग्राहक आकर विभिन्न प्रकार के गर्म कपड़ों की मांग कर रहे हैं।
  किसान सूबे सिंह, ऋषिराज, अजीत कुूमार, सुनील कुमार आदि ने बताया कि जब वो सुबह उठते हैं तो फसलों पर सफेद पाले की चादर जमी देखी जा सकती है।
फोटो कैप्शन एक, दो,तीन एवं चार: रास्ते, खेत एवं उपलों पर जमा पाला।

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