छापेमारी कर 9 बिजली चोरियां पकड़ी
-करीब दो लाख रुपये के काटे चालान
***************************************************
*******************************************************
***************************************************
कनीना। कनीना पावर हाउस के कर्मियों एवं अधिकारियों की एक टीम ने कनीना उपमंडल के विभिन्न गांवों में छापेमारी कर 9 चोरियां पकड़ी। बिजली चोरी के इन मामलों में करीब दो लाख रुपये के चालान काटे।
प्राप्त विवरण अनुसार जेई विजय कुमार की टीम व बिजली अधिकारी राजेश कुमार एएलएम,देवेंद्र काकू, रामनिवास फोरमैन, राजेंद्र फोरमैन, धर्मेंद्र लाइनमैन आदि की टीम ने सोमवार की सुबह पांच बजे से छापेमारी शुरू की और शाम पांच बजे तक जारी रही। जेई विजय कुमार एवं राजेश कुमार ने बताया कि टीम ने कनीना, कोटिया, करीरा, कपूरी, भोजावास, मोड़ी, गोमली में बिजली चोरी के 9 मामले पकड़े। इन मामलों में करीब दो लाख के चालान मौके पर ही काट।े उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी शुरू कर रखी है तथा बिजली चोरी पकड़े जाने के मामले सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में कनीना पावर हाउस के कर्मियों ने भी छापेमारी शुरू कर दी है जिसको लेकर के क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। बिजली चोरी करने वाले सतर्क हो रहे हैं।
जेई विजय कुमार व राजेश कुमार ने बताया कि बिजली चोरी करने वालों की अब खैर नहीं। किसी भी सूरत में बिजली चोरों को नहीं बख्शा जाएगा।
551 त्रिवेणी लगाने का लिया संकल्प
******************************************************
********************************************************
कनीना। देश में घटते पर्यावरण के स्तर को देखते हुए पूरे वर्ष पर्यावरण को बचाने में लगी हुई संस्था बीइंग ह्यूमन सेवा मंडल ने 551 त्रिवेणी लगाने का संकल्प लिया हर वर्ष संस्था द्वारा हजारों पौधे लोगो को मुफ्त में उपलब्ध करवाए जाते हैं और हजारों पौधे सार्वजनिक स्थानों व शहीद स्मारकों पर लगाने का कार्य पूरे वर्ष तक चलता रहता है इससे पहले भी संस्था ने पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ अभियान चलाया हुआ है जिसके तहत संस्था ने डेढ़ लाख पौधों का मिशन सफलतापूर्वक पुरा किया है जिसके तहत पर्यावरण मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने संस्था को सम्मानित किया है
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को 551 त्रिवेणी मंदिरों व सार्वजनिक स्थानों पर लगाने का संकल्प लिया है इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष नवीन कौशिक समाजसेवी ने बताया कि देश में ऑक्सीजन की घटती मात्रा व विभिन्न प्रकार की बीमारियों के पनपने से लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है इसलिए इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए बड़ पीपल व नीम के पौधे बहुत ही कारगर साबित हो सकते हैं इसलिए संस्था के सदस्यों ने त्रिवेणी ही लगाने का लक्ष्य पुरा करने का विचार किया है आज गांव इसराना व पड़तल बाबा जिन्दा देव आश्रम और महेंद्रगढ़ काला ताल में बजरंग बली के मंदिर मे त्रिवेणी लगाई गई इस अवसर पर बाबा बालानंद अजय, आलोक, प्रवीन, बाली, व संस्था के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 8: पड़तल में त्रिवेणी लगाते हुए महाराज एवं संस्था के सदस्य।
ग्राम पंचायत के ट्यूबवेल कनेक्शन को जोड़ा डोमेस्टिक बिजली लाइन से
**********************************************************
**********************************************************
कनीना । उपमंडल के गांव कपूरी की ढाणी के ग्राम पंचायत के ट्यूबवेल को डोमेस्टिक बिजली लाइन से जोड़ा गया। इस कार्य का उद्घाटन करने के लिए अटेली विधायक सीताराम यादव पहुंचे। विधायक सीताराम यादव ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार का प्रयास है ढाणियों और कुओं पर रहने वाले सभी लोगों को गांव की तर्ज पर बिजली उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के ट्यूबवेल को ग्रामीण क्षेत्र में मिलने वाली बिजली लाइन से जोड़ा गया है ताकि ढाणी के लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना ना करना पड़े। इस अवसर पर ढाणी में रहने वाले लोगों ने विधायक से मांग की केवल ग्राम पंचायत के ट्यूबवेल को ही नहीं बल्कि पूरी ढाणी को ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने वाली बिजली लाइन से जोड़ा जाए। इस अवसर पर पहुंचे विधायक सीताराम यादव का कपूरी और ढाणी के लोगों ने फूल माला और पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। विधायक सीताराम यादव ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जल्द ही उनकी इस मांग पर भी सकारात्मक पहल की जाएगी। इस अवसर पर सतपाल सरपंच, पूर्व सरपंच राज सिंह ,नरेंद्र सिंह, रविंदर चौहान ,गणेश ,सतबीर पंच , प्रवीण शर्मा, हिम्मत सिंह ,सुरेश ,राजपाल सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 8: सीताराम विधायक का स्वागत करते कपूरी के लोग।
170 कोरोना रोधी वैक्सीन लगाई जबकि 53 सैंपल लिए
*******************************************************
***********************************************************
कनीना। कनीना के उप नागरिक अस्पताल में सोमवार को 170 कोरोना रोधी वैक्सीन दी गई जबकि 53 सैंपल कोरोना की जांच के लिए गए जिनमें तीन सैंपल रेपिड के भी शामिल हैं। रेपिड की रिपोर्ट आ चुकी है जो सभी नेगेटिव रहे।
विस्तृत जानकारी देते हुए एसएमओ डॉधर्मेंद्र यादव तथा कंप्यूटर आपरेटर पवन कुमार ने बताया कि को-वैक्सीन की 170 डोज विभिन्न आयु के लोगों को द्वितीय डोज के रूप में दी गई हैं। डोज के लिए लंबी कतार लगती है।
उधर डा जितेंद्र मोरवाल ने बताया कि प्रतिदिन कोरोना के लिए सैंपल लिए जा रहे। इसी कड़ी में सोमवार को 53 सैंपल कोरोना जांच के लिए, लिये गए हैं। आरटीपीसीआर की रिपोर्ट दो सेतीन दिनों में आने की उम्मीद है।
सही होते हुए भी बीपीएल सूची से नाम हटवा देने पर रोष
*****************************************************
*****************************************************
कनीना। सही होते हुए भी बीपीएल कार्ड धारकों के नाम सूची से कट जाने के कारण बीपीएल धारकों में रोष पनप रहा है। इस आशय की जानकारी तलवाना के पूर्व पंच यशपाल सिंह ने देते हुए बताया कि हमारे गांव में ऐसे कई परिवार हैं जो वास्तव में बीपीएल की सूची में शामिल थे किंतु उनका नाम सूची से कटवा दिया जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष पनप रहा है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इसकी जांच कराने के लिए हमने आज जिला उपायुक्त को शिकायत भेजकर पूर्व सरपंच वह ग्राम सचिव तथा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी द्वारा यह कार्रवाई कराने पर इसकी खुली जांच कराई जाए तथा जो बिल्कुल सही है उनको बीपीएल सूची में पुन: शामिल किया जाए पीडि़त लोगों ने जिला उपायुक्त से यह भी मांग की है कि जिस भी कर्मचारी व अधिकारी द्वारा उक्त लोगों के राशन कार्ड काटे गए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि पीडि़त लोगों को न्याय मिल सके।
फोटो कैप्शन 6: रोष व्यक्त करते हुए तलवाना के लोग।
समाधानांचल ने महेंद्रगढ़ में स्थापित किया हरियाणा का पहला त्रिवेणी धाम
-अखिल यादव को सर्वसम्मति से महेंद्रगढ़ का जिला प्रधान नियुक्त किया
***************************************************************
*************************************************************
कनीना। समाधानांचल संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष व एडवोकेट संतोष यादव की त्रिवेणी लगाने की मुहिम की गूंज अब दूर-दूर तक पहुंचने लगी है। इसी कड़ी में समाधानांचल संस्था की त्रिवेणी लगाओ मुहिम अब महेंद्रगढ़ जिला के स्याना गांव के ऐतिहासिक स्थल जो ढाब के नाम से प्रसिद्ध है, में पहुंची है। यहां पर समाधानांचल संस्था की ओर से त्रिवेणियां लगाकर हरियाणा का पहला त्रिवेणी धाम स्थापित किया गया है। खास बात यह भी है कि संस्था की ओर से यहां पर 100 से अधिक त्रिवेणियां रखवाई गई हैं। कोई भी यहां से नि:शुल्क त्रिवेणी ले जाकर पुण्य का लाभ कमा सकता है। यहां आयोजित एक बैठक में संतोष यादव ने जानाकारी देते हुए बताया कि गांव ढाब एक ऐतिहासिक स्थल है। यहां ऋषि मुनियों ने तप किया है। संस्था को यहां पर त्रिवेणी लगाने का अवसर प्राप्त हुआ है, यह उनके लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है। संतोष यादव ने कहा कि यहां के बच्चे पौधारोपण करने के लिए बहुत ही उत्साहित नजर आ रहे है और बढ़चढकऱ पौधारोपण कर रहे हैं। जो बहुत ही सराहनीय बात है। वहीं इस अवसर पर अखिल यादव को सर्वसम्मति से महेंद्रगढ़ का जिला प्रधान नियुक्त किया गया। अखिल यादव ने बताया कि समाधानांचल संस्था विगत आठ वर्षों से हरियाणा राज्य के विभिन्न जिलों में त्रिवेणी कार्यक्रम के तहत बरगद, पीपल तथा नीम के पौधों का वृषारोपण कर रही है। यहां यह भी विदित है कि संस्था ने पिछले वर्षों में हरियाणा राज्य के साथ-साथ राजस्थान तथा पंजाब राज्य में भी इस त्रिवेणी कार्यक्रम को सफलतापूर्वक ढंग से संचालित किया है। इस अवसर पर गबदू बाबा, वैशाली यादव, कविता यादव, रेखा यादव, पवित्रा यादव, सुमन यादव, रिया, देविन, गीता, वान्या, अभिषेक, मास्टर सोमदत्त, सरती देवी, लाली देवी, शोबाई देवी, विकास यादव, साहिल यादव व गांव के अनेक लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 5: त्रिवेणी लगाते हुए संस्था के सदस्य।
भंडारे में श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद
********************************************
******************************************
कनीना उप मण्डल के गांव इसराना में शिव मंदिर के स्थापना दिवस के अवसर पर हवन और भंडारा आयोजित किया गया। सुबह मंदिर में हवन करके शंकर भगवान की मूर्ति का पूजन करके प्रसाद वितरण का कार्य शुरू किया गया। जिसमें पंडित सत्यनारायण ने हवन कार्य को संपन्न कराया और बताया कि समय-समय पर हवन का आयोजन करते रहना चाहिए जिससे वायुमंडल शुद्ध होता है। शुभ कार्यों जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ आदि पर हवन यज्ञ करके पौधारोपण भी करना चाहिए। इस कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के साधु संतों ने भी अपना सानिध्य और आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच विजेंद्र सिंह , मदन लाल, राजेन्द्र शर्मा, नाहर सिंह, मोहित इसराना, मांगेराम, पूर्व सरपंच रघुवीर शर्मा, सवाई सिंह, धीरज, सतेंद्र, चेतन, प्रीतम,
रमेश, बुद्धिप्रकाश, नवीन, वेदप्रकाश, रामकुमार, शेरसिंह, मंगेज सिंह, गिरवर सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 2:भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते श्रद्धालु।
फिलिंग स्टेशन पर मारपीट और छीना झपटी करने का मामला दर्ज
***********************************************************
***********************************************************
कनीना। कनीना-कोसली मार्ग पर स्थित कोटिया गांव के पास फिलिंग स्टेशन पर मारपीट करने तथा छीना झपटी करने का मामला सेल्समैन ने दर्ज करवाया है।
विनोद कुमार सेल्समैन कनीना फिलिंग स्टेशन कनीना ने शिकायत में कहा है कि वह फिलिंग स्टेशन पर नौकरी करता है। पांच जुलाई को रात के समय एक मोटरसाइकिल पर दो लड़के तेल लेने के बहाने आए और उसके साथ मारपीट की, जेब से पैसे छीनने की कोशिश की। जब शोर मचाया तो फीलिंग की मशीन की नोजल से हमला किया, जान से मारने की धमकी दी। पास में दूसरा पेट्रोल पंप है जिसके सेल्समैन दौड़कर आए तो वे मोटरसाइकिल को छोड़कर अंधेरे में भाग खड़े हुए। कनीना पुलिस ने विनोद कुमार की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
क्षेत्र में हुई 6 एमएम बारिश
*************************************
********************************************
कनीना। रविवार को शाम कनीना क्षेत्र में 6 एमएम बारिश हुई। लंबे समय से किसान अच्छी बारिश होने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन उसे महज हल्की बारिश में सब्र करना पड़ा। करीब 10 दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है और जीना मुहाल हो रहा है, ऐसे में बूंदाबांदी और हल्की बारिश ने किसानों की सूखने
जा रही फसल को राहत दी है, वही गर्मी से भी कुछ आराम मिला है।
अब मानसून सक्रिय हो गया है। अगर अच्छी बारिश होती है तो किसानों की फसल अच्छी पैदावार देगी, वही अगली फसल को भी लाभ मिलेगा। क्षेत्र के करीब 1500 हेक्टेयर जमीन पर इसलिए भेजा ही नहीं हो पाई क्योंकि बारिश नहीं हुई है। अब देखना है कि हल्की बारिश में किसान अपनी बिजाई कर पाते हैं या नहीं। हल्की बारिश से क्षेत्र में खड़ी कपास और बाजरे की फसल को लाभ मिला है।
किसानों राज सिंह महेंद्र सिंह, सूबे सिंह, अजीत कुमार आदि ने बताया कि क्षेत्र में हल्की बारिश हुई, अभी अच्छी बारिश होने का इंतजार है। यदि अच्छी बारिश होती है तो उनको लाभ मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में अगैती बाजरे की फसल उगा रखी है यह फसल अब लहराने लगी है। अगर अच्छी बारिश होती है तो फसल चार चांद लग जाएंगे।
करीरा और खरखड़ाबास में है बैल गाडिय़ों का प्रचलन
-तेल महंगा होने के चलते किसान कर रहे हैं बैलगाड़ी प्रयोग
***************************************************
********************************************************************
कनीना। कनीना उपमंडल में करीरा और खरखड़ाबास तो ऐसे गांव है जहां आज भी बैलगाड़ी प्रयोग की जाती है, सैकड़ों की संख्या में यह बैल गाडिय़ां महिलाएं ही चलाती है। सुबह खेतों में काम के लिए बैलगाड़ी में चलती है, पशुओं के लिए चारा तथा अन्य सामग्री इसी में डाल कर वापस लाती हैं। कहते हैं इतिहास अपने आप को दोहराता है, फिर से वो धीरे धीरे लौटने लगा है। यद्यपि पुराने समय बैलगाड़ी दो बैलों से खींची जाती थी किंतु अब एक बैल की बैलगाड़ी का प्रचलन हो गया है जिसके टायर लगे होते हैं। पहले टायर के स्थान पर लकड़ी के पहिये लगे होते थे। अक्सर दोनों ही गांवों में महिलाएं बैलगाड़ी का प्रयोग करती है। एक बैल को गाड़ी पर जोड़कर महिलाएं उस गाड़ी को चलाती है। ऐसे में महिलाओं की शान की सवारी एक बैल की गाड़ी बन गई है।
इस संबंध में लोगों से बातचीत की गई। निरंजन कुमार, महावीर सिंह, महिपाल सिंह, नरेश कुमार आदि ने बताया कि उनके गांव में लंबे समय से एक बैल की गाड़ी प्रयोग की जाती है। एक बैल की गाड़ी में जहां महिलाएं अपने पशुओं के लिए चारा काट कर लाती है वही कूड़ा एवं गोबर आदि डाल कर लाती है घर से कूड़ा कचरा भी इसी बैलगाड़ी में ले जाकर खेतों में डाल देती है। उन्होंने बताया कि एक बैल पर अधिक खर्चा भी नहीं आता है। बैल खेत में जाकर घास चर लेता है तब तक महिलाएं चारा काट लेती हैं।
क्षेत्र में बैलों की बसों की संख्या बढ़ती जा रही है जिनका उपयोग नहीं होता है। एक बैल की बैलगाड़ी के चलते इन बैलों की मांग बढ़ी है वही महिलाएं इस कार्य को पूर्ण अंजाम देती है। इन गांवों की गलियों में यदि देखा जाए सुबह और शाम के समय महिलाएं घूंघट निकाल कर बैलगाड़ी पर सवार होती है और अपनी शान की सवारी को खेत से घर तथा घर से खेत तक ले जाती है। इस प्रकार इन महिलाओं की दिनचर्या पूर्ण होती है जो सेहत के लिए तथा प्रदूषण रोकने में कारगर साबित हो रही है। आवश्यकता आविष्कार की जननी भी कहा जा सकता है क्योंकि दो बैलों की गाड़ी जो पहिये लकड़ी के होते थे रेत में चलाना बहुत कठिन कार्य होता था किंतु एक बैल की गाड़ी जिसमें टायर लगे होते हैं चलाना सरल कार्य है और यह रेत में धंसती नहीं जबकि बैलगाड़ी जिसके लकड़ी के पहिये होते हैं मिट्टी में धंस जाते हैं।
कृषि वैज्ञानिक डॉ देवेंद्र यादव, डॉ देवराज यादव आदि ने बताया की आधुनिक विज्ञान की देन के चलते बैलगाड़ी कारगर साबित हो रही है क्योंकि इसमें टायर लगे होते हैं जो रेत में भी कार्य करते हैं। अधिकांश किसानों का कार्य रेतीली जमीन में होता है वहां तक पहुंचने के लिए दो बैलों की और लकड़ी की गाड़ी कारगर नहीं होती है। यही कारगर हैं और विशेषकर महिलाएं इसको संचालित कर अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना रही हैं। क्षेत्र के लिए भी खुशी की बात है कि तेल की बचत होती है वही सेहत के लिए और पर्यावरण के लिए लाभप्रद साबित हो रही है।
फोटो कैप्शन 2: बैलगाड़ी को ले जाते हुए करीरा की महिलाएं।
No comments:
Post a Comment