गुरु को सनातन धर्म ईश्वर के समान मानता आया-कैलाश पाली
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कनीना की आवाज। आदिकाल से ही भारतवर्ष का सनातन धर्म गुरु को ईश्वर की बराबरी का दर्जा देता आया है। पूरे विश्व में गुरु-शिष्य के मध्य का ऐसा अद्भुत प्रेम व सम्मान अन्यत्र कहीं भी नहीं मिलता। भारतीय परंपरा में गुरु की भूमिका उस सूर्य के समान है जो समस्त सृष्टि को अपनी रोशनी से प्रदीप्त करता है।
गुरु पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरुजनों को समर्पित परंपरा है जिन्होंने कर्म योग आधारित व्यक्तित्व विकास करने, व्यक्ति को प्रबुद्ध बनाने व अपनी बुद्धिमता को साझा करने के लिए अपने शिष्यों को तैयार किया हो। यह परंपरा हिंदू बौद्ध और जैन अपने आध्यात्मिक शिक्षकों या अधिनायकों को सम्मान और उन्हें अपनी कृतज्ञता दिखाने के रूप में मनाते हैं। यह विचार आज महेंद्रगढ़ जिले के पाली मंडल के पाली ग्राम में स्थित बाबा जयरामदास धाम पर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय सोशल मीडिया प्रभारी डॉ. राजेंद्र भारद्वाज ने वहां उपस्थित लोगों के सामने कहे। उन्होंने इस अवसर पर धाम के परम पूज्य संत बाबा जयरामदास महाराज को माला अर्पित की व अपने अकादमिक गुरु कैलाश शर्मा पाली को सम्मानित करते हुए देवतुल्य भक्तजनों व सम्मानित कार्यकर्ताओं को संबोधित किया ।
डॉ. भारद्वाज ने बताया कि यह पर्व हिंदू पंचांग के हिंदू माह आषाढ़ की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है । यह उत्सव महर्षि वेदव्यास के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन गुरु पूजा का विधान है । यह पर्व वर्षा ऋतु के आरंभ में आता है तथा इस दिन से 4 महीने तक साधु संत एक ही स्थान पर रहकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं ।यह 4 महीने मौसम की दृष्टि से भी सर्वश्रेष्ठ होते हैं क्योंकि इस दौरान न अधिक गर्मी और न ही अधिक सर्दी होती है ।इसीलिए यह समय अध्ययन के लिए भी उपयुक्त माना गया है।
महर्षि वेदव्यास को आदि गुरु कहा जाता है और उनके सम्मान में गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है ।भक्ति काल के संत घीसा दास का जन्म भी इसी दिन हुआ था और वह महाकवि कबीर दास के शिष्य थे। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि जैसे सूर्य के ताप से तप्त भूमि को वर्षा से शीतलता एवं फसल पैदा करने की शक्ति मिलती है, वैसे ही गुरु चरणों में उपस्थित साधकों को ज्ञान, शक्ति, भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है ।
इस गुरु पूर्णिमा के पर्व की महता को समझते हुए एवं सनातन धर्म में इसकी भूमिका को समझते हुए भारतीय जनता पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने हमेशा की तरह इस वर्ष भी देशभर के सभी मंडलों पर अध्यात्मिक व अकादमिक गुरुओं का सम्मान करने का निर्णय लिया है।
सनातन संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत को जगत हित में सर्वोपरि मानती है और यह शिक्षा व ज्ञान हमें हमारे गुरुजनों ने ही दिया है।
आज के युग में जहां लोग व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी और यूट्यूब चैनल्स पर ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं ,वहां निश्चित तौर पर पारंपरिक अकादमी गुरुओं की महता कुछ हद तक कमजोर हुई है। इस पर्व को मनाने के पीछे एक उद्देश्य यह भी है कि नई पीढ़ी अपनी संस्कृति को, अपने मूल को व अपने धर्म को पहचाने और अपने गुरुओं को सम्मान देने की परंपरा को जीवित रखे। हमारी संस्कृति में तो गुरु का स्थान ब्रह्मा,विष्णु और महेश इन त्रिदेवों के समकक्ष माना गया है।
इसीलिए आज देशभर के सांस्कृतिक,आध्यात्मिक व अकादमिक गुरुओं का सम्मान करके भाजपा देशभर के युवाओं व नई पीढ़ी को यह संदेश देना चाहती है कि हमें अपनी मूल परंपराओं व मूल्यों को जीवित रखना है।
इस कार्यक्रम के अवसर पर पाली मंडल के भाजपा अध्यक्ष मंजीत सिंह ,मंदिर कमेटी के प्रधान भंवर सिंह , मुन्ना, लक्ष्मण ,विनोद आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 06: कैलाश पाली को गुरु मानकर सम्मान देते लोग।
जीआर इंटरनेशनल स्कूल को मिला स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार
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कनीना की आवाज। केंद्रीय शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित स्वच्छ विद्यालय (साबुन से हाथ धोने )के अभियान में जीआर इंटरनेशनल स्कूल कनीना को सम्मानित किया गया। विद्यालय को यह पुरस्कार स्वच्छ जल की व्यवस्था, साफ-सफाई आदि को देखकर मिला है। विद्यालय को यह पुरस्कार जिला स्तर पर मिला है। विद्यालय के संचालक श्री विजय पाल यादव ने बताया कि हमारे विद्यालय में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता है और समय-समय पर बच्चों को स्वच्छता के महत्व के बारे में बताया जाता है। विद्यालय की उप प्राचार्या पूनम कौर राणा ने बताया कि हमारे विद्यालय में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है और अध्यापकों के द्वारा भी समय-समय पर बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताया जाता है।
फोटो कैप्शन 01: जिला स्तर पर स्वच्छता पुरस्कार देती डिप्टी डीइओ राजबाला यादव।
गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया
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कनीना की आवाज। आरआरसीएम पब्लिक स्कूल, कनीना में प्राथमिक वर्ग के विद्यार्थियों ने गुरु पूर्णिमा महोत्सव के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित। इस कार्यक्रम में लक्ष्य, लकी, रूद्र, कुनाल, लवया व रक्षित ने भाग लिया ।
इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन रोशन लाल यादव ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे जीवन में गुरु का विशेष महत्व होता है। भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान से बढ़कर माना गया है। गुरु हमें अज्ञान रूपी अन्धकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की और ले जाते है । आगे उन्होंने बताया कि गुरु और शिक्षकों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। गुरु के ज्ञान और संस्कार के आधार पर ही शिष्य ज्ञानी बनता है मनुष्य अपने जीवन में गुरु के ऋण से कभी उऋण नहीं हो सकता है ।
निदेशक हंसराज यादव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। महाभारत ग्रंथ को लिखने वाले वेदव्यास को सम्मान देने के लिए गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस अवसर पर संस्था के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 02: गुरु पूर्णिमा का पर्व आरआरसीएम में मनाते हुए।
भडफ़ स्कूल में मनाया गुरु पूर्णिमा
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कनीना की आवाज। गुरु पूर्णिमा के गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सरस्वती पब्लिक स्कूल भडफ़ के प्रांगण में विद्यालय के चेयरमैन रमेश कुमार भारद्वाज ने विद्यार्थियों को गुरु की महिमा के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने बच्चों को बताया की संसार में प्रथम गुरु माता पिता होते हैं, उसके बाद शिक्षक का स्थान आता है गुरु अपने शिष्य को कठिन से सरल की ओर ले जाता है और उसके जीवन में फैले अंधकार को ज्ञान रूपी प्रकाश में परिवर्तित कर देता है। इस अवसर पर उन्होंने प्राचीन काल की गुरु शिष्य परंपरा का उदाहरण देते हुए एकलव्य के जीवन के बारे विस्तार से बताया और विद्यार्थियों से एकलव्य जैसे शिष्य बनने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय के डायरेक्टर गजराज सिंह यादव ने अपने उद्बोधन में विद्यालय के सर्वोत्कृष्ट परिणाम के बारे में बताया कि गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी विद्यालय के मेधावी एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने विभिन्न शैक्षणिक प्रतियोगिताओं में नए-नए कीर्तिमान अर्जित करके अपने पुरुषार्थ से ग्रामीण पृष्ठभूमि में स्थापित इस विद्यालय व क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
उन्होंने बताया की 17 मई 2022 को राष्ट्रीय शिक्षा समिति द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता में क्रमश: दीक्षांत अरविंद कुमार देव, मनोज कुमार एवं लक्की ने संपूर्ण हरियाणा प्रांत की वरीयता सूची में अपना नाम दर्ज करवा कर एक अनूठी मिसाल पेश की है। सफलता की इसी अनुकरणीय शृंखला में रुचिका ने जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा पास करके छठी कक्षा में चयन हुआ है जो इस क्षेत्र के लिए अद्वितीय उदाहरण है। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार ने बताया की इस सत्र में 10वीं और 12वीं बोर्ड कक्षाओं का परिणाम शत प्रतिशत रहा और 80 प्रतिशत से अधिक बच्चों का मेरिट में आना एक आदर्श उदाहरण तो है ही परंतु हर्ष ने 500 अंक में से 489 अंक प्राप्त करके संपूर्ण कनीना ब्लॉक में प्रथम स्थान प्राप्त करके विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है। 12वीं कक्षा की पूनम पुत्री श्री राजेंद्र 96 प्रतिशत अंक प्राप्त करके उत्कृष्ट परिणाम दिया है बोर्ड कक्षाओं वह विभिन्न प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन के लिए विद्यालय के चेयरमैन रमेश कुमार भारद्वाज ने विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय का संपूर्ण स्टाफ वह बच्चे उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 03: भडफ़ स्कूल में अव्वल विद्यार्थियों को सम्मानित करते प्राचार्य भारद्वाज।
लार्वाजनित रोगों की दी गई जानकारी
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कनीना की आवाज। भोजावास स्वास्थ्य केंद्र की ओर से विभिन्न गांवों में जाकर लार्वा पर आधारित रोगों की जानकारी दी गई। इस संबंध में सुंदराह गांव में विजय कुमार एमपीएचडब्ल्यू, पड़तल में विनोद कुमार एमपीएचडब्ल्यू, राजकुमार एचआई एवं जयश्री ने पीएचसी भोजावास में लार्वा पर आधारित जानकारी देते हुए बताया कि पानी को लंबे समय तक खड़ा न रहने दे क्योंकि समय मच्छरों का लार्वा पैदा हो सकता है जो विभिन्न प्रकार के रोगों का कारण बनता है। मलेरिया एवं डेंगू आदि लोग खेल सकते हैं। उन्होंने कहा कि सप्ताह में कम से कम एक बार अपने पानी के बर्तनों के पानी को बदलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मच्छर पनपेंगे तो निश्चित रूप से रोग पैदा होंगे। इस अवसर पर विभिन्न लोगों को इश्तहार बांटे व जानकारी दी।
फोटो कैप्शन 5: लार्वा पर आधारित जानकारी लेते एमपीएचडब्ल्यू।
गुरु ज्ञान है गुरु श्रद्धा है गुरु समर्पण है गुरु विश्वास है-लालदास महाराज
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कनीना की आवाज। अंधेरे से प्रकाश में ले जाने वाले तत्वज्ञान को गुरु कहते हैं। यही गुरु का संपूर्ण अर्थ है उक्त विचार परम संत लालदास ने गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में उधोदास आश्रम पर आयोजित एक यज्ञ के उपरांत उपस्थित श्रद्धालुओं को व्यक्त किए।
इस अवसर पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि गुरु दो शब्द से मिला हुआ एक तत्व ज्ञान है। जो मानव को अंधेरी रूपी जीवन एवं अज्ञान रूपी जीवन से निकाल कर ज्ञान रूपी प्रकाश में जीवन में ले जाता है। उसी का मतलब गुरु होता है। उन्होंने यह भी कहा कि पानी पियो छान के और गुरु बनाओ जानकर अगर आपने अंधे होकर किसी को अपना गुरु बनाया तो आप नर्क में जाओगे। इसलिए आपको गुरु बनाने से पहले अच्छे से सोच समझकर गुरु दीक्षा लेनी चाहिए क्योंकि जिसको हम गुरु बना रहे हैं क्या वह गुरु बनने के लायक भी है या नहीं। इसलिए हमें सोच समझकर ज्ञानवान समझदार संस्कारवान चरित्रवान सामाजिक बुद्धिमान व्यक्ति को ही गुरु बनाना चाहिए ताकि गुरु बनाने के बाद हमारा जीवन सुखमय हो जाए क्योंकि जिस भी मानव में उक्त सभी गुण होंगे वह न तो खुद अधोगति में जाएगा और ना ही अपने शिष्य को ले जाएगा। वह हमेशा वही कर्मकांड करेगा जिससे प्रभु का मार्ग खुलता हो और प्रभु के पास जाने का सच्चा रास्ता हो। उन्होंने कहा कि गुरु कोई व्यक्ति नहीं कोई शरीर नहीं गुरु एक तत्व है, एक शक्ति है गुरु अगर शरीर होता तो इस छोटी सी दुनिया में एक ही गुरु पर्याप्त होता। गुरु एक भाव है ,गुरु एक समर्पण है, गुरु एक शरदा है आपका गुरु आपके व्यक्तित्व का परिचय है। कब कौन कैसे आपके लिए गुरु साबित हो यह बात आपकी दृष्टि एवं मनोभाव पर निर्भर करता है। गुरु प्रार्थना से मिलता है, गुरु समर्पण से मिलता है, गुरु दृष्टा भाव से मिलता है, गुरु किस्मत से मिलता है और गुरु किस्मत वालों को मिलता है। इसलिए अपने गुरु को सदैव पूजनीय समझिए क्योंकि उनके बताए मार्ग पर चलकर आप मोक्ष को प्राप्त हो सकते हो।
फोटो कैप्शन 04: गुरु महिमा सुनाते हुए लालदास महाराज।
लड़ाई झगड़ा कर शांति भंग करने का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। दौंगड़ा पुलिस चौकी को सूचना मिली कि भालखी नहर के पास तीन नौजवान आपस में लड़ झगड़ रहे हैं, आने जाने वालों को परेशानी हो रही है। पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो तीन व्यक्ति आपस में लड़ रहे थे। घर जाने के लिए कहा तो भी घर नहीं गए। पुलिस ने उनका नाम पता करने पर सुरेंद्र अग्रवाल महेंद्रगढ़, सोनू यादव नांगल सिरोही तथा अमन दौंगड़ा आहीर बताया। दौंगड़ा पुलिस ने सरेआम लड़ाई झगड़ा करने शांति भंग करने का मामला दर्ज कर लिया है।
मार पिटाई करने जान से मारने का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना पुलिस ने मार पिटाई कर छीना झपटी करने का मामला दर्ज किया है। संजय शर्मा झाड़ली की शिकायत पर यह मामला दर्ज हुआ है।
पुलिस में दी गई शिकायत में संजय शर्मा ने कहा है कि 6 जुलाई को वह अपनी मोटरसाइकिल से कनीना की ओर आ रहा था कि गांव की सीमा पहले से घात लगाए बैठे जयप्रकाश, रविंद्र तथा एक अन्य ने मोटरसाइकिल रुकवाई,गाली गलौज की। तत्पश्चात हाथों में लिये हुये राड़ से प्रहार किया ,जान से मारने की धमकी दी, जमीन पर गिरा दिया। तत्पश्चात पीछे से लोग आते देेख भाग खड़े हुए। राहगीरों ने अटेली मोड़ पेट्रोल पंप के पास पहुंचाया जहां से उन्होंने अपने भाई को फोन करके जानकारी दी। उनका भाई उन्हें कनीना ले गया जहां से उन्हें हायर सेंटर दिया। पुलिस ने 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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