सिमट गए हैं सावन के झूलें
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कनीना की आवाज। श्रावण माह में डाले जाने वाले झूलें भी अब विज्ञान की चकाचौंध में गुम होते जा रहे हैं। कभी हर घर में झूलें देखने को मिलते थे वे महज अब कुछ घरों तक ही सिमटकर रह गए हैं। सावन के गीतों की गूंज भी अब मंद पड़ गई है और सावन के प्रति लोगों में वो उत्साह नहीं देखा जा सकता है।
एक वक्त था जब सावन माह आते ही घरों में बड़े वृक्षों पर झूलें डाल दिए जाते थे जहां बच्ची हो या बूढ़ी औरत सभी मिलकर झूला झूलती थी। नव विवाहितों के लिए तो झूलें अपना समय बिताने का अच्छा साधन होते थे। मोटे-मोटे रस्सों को बड़े पेड़ से टांगकर उस पर बैठने के लिए लकड़ी की तख्ती लगाई जाती थी। इस झूले पर प्राय: एक ही युवती बैठती थी और दूसरी उसे आगे पीछे झूलाती थी। एक के बाद दूसरी द्वारा झूलाने का यह क्रम अनवरत चलता रहता था। गीतों की गूंज पींग पर सुनाई पड़ती थी।
किसान हो या युवती सभी अपनी धुन में खोए रहते थे। समय के साथ-साथ सावन के झूलों में भी बदलाव आ रहा है। अब यहां वहां एक या दो ही झूलें दिखाई पड़ सकते हैं। पींग का प्रचलन लगभग समाप्त हो रहा है। उस जमाने में जब पींग का प्रचलन था, घरों में मोटे रस्से मिलते थे जिनसे कुएं का पानी खिंचा जाता था। अब न तो कुओं से पानी खिंचने की ही जरूरत रही है और न ही पींग की जरूरत रही है। वैसे भी घरों में मोटे रस्से न होने के कारण पींग कहां से डाली जाए?
ऐसा लगता है कि विज्ञान के इस युग में पींग का महत्व घटा है। पींग के बारे में वर्तमान बच्चियां तो शायद ही जानती हो। झूले ही नहीं सिमटे अपितु भागदौड़ की जिंदगी में पींग पर झूलने की भी किसी के पास फुरसत नहीं होती है। कुल मिलाकर पींग का युग समाप्त हो रहा है।
एसडी में एनसीसी के लिए चयन प्रक्रिया हुई प्रारम्भ
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कनीना की आवाज। एसडी विद्यालय ककराला में 16 हरियाणा बटालियन एनसीसी नारनौल की यूनिट हेतु चयन प्रक्रिया का प्रारम्भ सुबह से ही हुआ। चयन प्रक्रिया का प्रारम्भ कमान अधिकारी कर्नल आदित्य नेगी, सेना मैडल व शौर्य चक्र, कर्नल हरप्र्रीत भिंडर, सूबेदार मेजर जगमाल सिहं, सूबेदार मोहन देव शर्मा, हवलदार सुनील कुमार व कर्ण सिंह की टीम द्वारा किया गया। उम्मीदवारों का चयन डाक्टरी जांच, शारीरिक दक्षता एवं लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाना है। एनसीसी के लिए कुल 220 उम्मीदवार थे जिसमें 50 को ही लिखित परीक्षा के लिए चुना गया। उम्मीदवारों को मेरिट सूची के अनुसार चुना जायेगा। विद्यालय निदेशक जगदेव यादव ने बताया कि एनसीसी के माध्यम से चयनित उम्मीदवारों को भारतीय सेना की तर्ज पर प्रशिक्षण दिया जाता है इससे उनमें देशभक्ति, देश सेवा के साथ- साथ अनुशासन के भाव पैदा होते है। प्रशिक्षण के बाद उम्मीदवार को प्रमाण-पत्र मिलता है जिससे वे भारतीय सेना की भर्ती के लिए अतिरिक्त लाभ के पात्र बनते है।
फोटो कैप्शन 01: एनसीसी की परीक्षा लेते एनसीसी अधिकारी।
10 जगह पानी में पाया गया लारवा दिए गए नोटिस
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कनीना की आवाज। कनीना स्वास्थ्य विभाग केंद्र की ओर से डा सुंदरलाल की देखरेख में एमपीएचडब्ल्यू सुनील कुमार यादव ने कनीना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में रुके हुए पानी की जांच की जिसमें 10 जगह लारवा पाए गए 10 को नोटिस दिए गए।
उन्होंने मौके पर जाकर के लोगों को समझाया कि पानी में मच्छर विशेषकर डेंगू मच्छर पैदा होते हैं इसलिए खड़े हुए पानी पर तेल आदि छिड़कना चाहिए वही बर्तनों में भरा हुआ पानी आदि खत्म कर देना चाहिए सुखाकर फिर से अगर आवश्यकता हो तो पानी डालें वरना मच्छर पैदा होते चले जाते हैं। मच्छर पानी में अंडे देता है जो लारवा में बदल जाते हैं। यदि उनको नष्ट कर दिया जाए तो रोग होने से बचा जा सकता है। उन्होंने उन्होंने इस प्रकार रोगों से बचने की अपील की
फोटो कैप्शन दो: पानी से भरे बर्तनों की जांच करके जानकारी देते एमपीएचडब्ल्यू सुनील कुमार।
सावन के पहले दिन ही हुई बारिश
-12 एमएम हुई बारिश
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में गुरुवार को सावन माह के प्रथम दिन बादल बरसे। दोपहर बाद लगातार रुक-रुक कर बारिश होती रही। 12 एमएम बारिश हुई। अब तक एक जुलाई के नौ एमएम तथा 10 जुलाई को 49 एमएम बारिश हुई जैबकि 12 जुलाई को 2 एमएम तथा 14 जुलाई को 12 एमएम बारिश हुई है। कुल मिलाकर 123 एमएम बारिश जुलाई माह में हुई है जबकि 30 मार्च को 30 एमएम बारिश हुई थी।
किसान बाजरे की बिजाई कर चुके हैं किंतु उनकी बिजाई इस बारिश से प्रभावित होने के आसार बन गए हैं। भारी मात्रा में खेतों में पानी जमा हो गया है। कनीना में सीवर व्यवस्था सही न होने के चलते बड़ी समस्या उभर रही है। जोहड़ लबालब भर गये हैं तथा गलियों एवं नालियों में पानी जमा होने के आसार बन गये हैं।
चार लोगों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। टावर शिफ्टिंग कार्य करते समय अधिकारियों के साथ चार लोगों कार्य में रुकावट डाली, हाथापाई की अभद्रता की जिसके चलते उन्होंने कनीना पुलिस में 4 लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पवन कुमार को 33केवी अर्थ इलेक्ट्रोड महेंद्रगढ़ से कैथल ट्रांसमिशन लाइन के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया हुआ है तथा गांव पोता और बाघोत में कार्य चल रहा था। 13 जुलाई को अपनी टीम जिसमें मुख्य रूप से अंकित ,अभिषेक और विजेंद्र यादव कुछ अन्य मजदूरों के साथ बाघोत गांव में 152-डी हाइवे के साथ टावर शिफ्ंिटग का कार्य कर रहे थे तभी सूबे सिंह तथा तीन में उसके साथी मौके पर आए कार्य में रुकावट डाली अभद्र व्यवहार किया तथा हाथापाई पर उतारू हो गए। कार्य बंद करने की धमकी दी जिनको मौके पर उपायुक्त महोदय के निर्देशों के बारे में भी अवगत कराया गया किंतु वे लोग नहीं माने। सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करके काम करने वाली टीम और जेसीबी मशीन को वापस लौटा दिया। उन्होंने कहा कि 192 को सुचारू रूप से चलाने के लिए जरूरी है। उन्होंने कानूनी कार्रवाई करने की मांग की जिसके चलते पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत तीन अज्ञात अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
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Thursday, July 14, 2022
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