सूने घर से लाखो रुपये जेवरात चोरी
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव सुंदराह से एक बंद मकान में अज्ञात चोर सेंध लगाकर सोने चांदी के लाखों रुपये के जेवरात ले उड़े। घर की मालकिन मुकेश देवी ने दौंगड़ा अहीर चौकी में मामला दर्ज करवाया है।
मुकेश देवी अनुसार वह 15 अगस्त को अपने लड़के दिनेश को जयपुर दाखिला करवाने के लिए गई थी। घर पर कोई नहीं था, 20 अगस्त को उनकी बहन संजू फोन पर सूचित किया कि घर के ताले टूटे हुए हैं, सामान बिखरा पड़ा दिखाई पड़ा। अज्ञात चोर मंगलसूत्र, 2 जोड़ी कानों की बाली सोने का हार ,13 जोड़ी चांदी की चुटकी, 4 जोड़ी चांदी की पाजेब, 3 जोड़ी नाक की सोने की बाली, दो अंगूठा छल्ला, दो चांदी के मंगलसूत्र, दो चांदी की चेन, 6 अंगूठी चांदी, सोने चांदी की चांद पातड़ी, दो चांदी के हार, दो जोड़ी चांदी का बाला, एक घड़ी, एक प्रेस, एक चूल्हा, चार साड़ी आदि अज्ञात चोर चोरी कर ले गये। दौंगड़ा अहीर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
कनीना कोर्ट में अधिवक्ताओं ने रखा वर्क सस्पैंड
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कनीना की आवाज। बहादुरगढ़ बार एसोसिएशन के अधिवक्ता दीपक वशिष्ठ के साथ पुलिस द्वारा किए गए बद व्यवहार के कारण उत्पन्न विवाद के चलते बार एसोसिएशन बहादुरगढ़ ने हरियाणा के सभी बार एसोसिएशन से समर्थन मांगा। कनीना बार एसोसिएशन के प्रधान दीपक चौधरी ने इस संबंध में मीटिंग बुलाई जिसमे सर्व सम्मति से एक दिन वर्क सस्पेंड करके बहादुरगढ़ बार का समर्थन किया गया। इस मौके पर कनीना बार प्रधान दीपक चौधरी, सचिव सुनील राव , पूर्व प्रधान कुलदीप कनीनवाल, विजेंद्र यादव, श्री कृष्ण यादव, मालू राम , हरीश गहड़ा, नरेश कनीनवाल, प्रविंद्र छितरौली , विचित्र अत्री ,योगेश गुप्ता, सुभाष शर्मा ,कंवर सिंह सीहोर, विजय ककराला,विकाश लूखी,राजेश बघोत,नवीन कौशिक, विक्रम पड़तल, संत कुमार करीरा, कृष्ण सुरजनवास आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 4: वर्क सस्पेंड करते कनीना बार के पदाधिकारी एवं सदस्य।
सेहलंग में 5 लोगों को पागल कुत्ते ने काटा, लोगों ने मार गिराया कुत्ते को
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव सेंहलंग में एक पागल कुत्ते ने 5 लोगों को काट खाया। सभी ने अपना अपना इलाज शुरू करवा रखा है। मनीलाल सेहलंग निवासी ने बताया कि उनके पिता को पहले पागल कुत्ते ने काटा। इसके बाद अन्य लोगों को काट खाया। इसके लिए टीके लगवाए हैं किंतु पागल कुत्ते को भी लोगों ने मार गिराया है।
दो स्कूलों में मुख्य द्वार पर ग्रामीणों ने आंदोलन किया तथा शिक्षा विभाग विरोधी नारे लगाए
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कनीना की आवाज। पीजीटी शिक्षक ही नहीं अपितु टीजीटी के पद भी अधिकांश स्कूलों में समाप्त कर देने पर जहां पंचायत के सदस्य आगे आ रहे हैं तथा नारे लगाकर आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में कनीना उपमंडल के 2 गांवों नांगल मोहनपुर और स्याणा में मुख्य द्वार पर ग्रामीणों ने नारे लगाए और सभी पद वापस देने की मांग की
ग्राम मोहनपुर में रोशन लाल, सत्यवान, धर्मवीर रामप्रताप, अशोक कुमार, राजेंद्र सिंह आदि ने बताया की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नांगल मोहनपुर में गरीब मजदूर किसान वर्ग के लिए विशेषकर नांगल और मोहनपुर के 150 के करीब विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। ग्रामीणों को पता चला है कि विद्यालय में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी आदि के पद तबादला नीति में नहीं दिए गए हैं। इनके न होने से विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में हो जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके यहां पीजीटी भौतिक शास्त्र, टीजीटी इंग्लिश, साइंस और गणित जैसे पद समाप्त कर दिए हंै। एक और ग्रामीण विद्यार्थियों को शिक्षा देने का सरकारी स्कूल एकमात्र साधन होते हैं वही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की मुहिम को भी इन्हीं स्कूलों से सफल बनाया जा सकता है। समस्त ग्रामवासी ग्राम पंचायत नांगल मोहनपुर एवं स्याणा आदि ने मुख्यमंत्री ,शिक्षा मंत्री और हल्का विधायक अटेली को पत्र प्रेषित कर स्कूल ने तोड़े गए सभी पद वापस देनेे की मांग की है।
इसी प्रकार का आंदोलन विभिन्न स्कूलो ंमें चल रहा है तथा सरकार शिक्षकों के तबादले करने पर उतारूं हो रही है। शिक्षक नाराज हैं।
फोटो कैप्शन 01 व 2: स्याणा एवं मोहनपुर नांगल में ग्रामीण स्कूल द्वार पर आंदोलन करते हुए।
चंडीगढ़ से कनीना स्पीड पोस्ट पहुंची 10 दिन में
-विगत माह भी एक स्पीड पोस्ट समालखा से कनीना एक सप्ताह में पहुंची थी
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कनीना की आवाज। अब धीरे-धीरे स्पीड पोस्ट से लोगों का विश्वास घटता जा रहा है। स्पीड पोस्ट बस नाम से ही स्पीड है किंतु साधारण डाक से भी देरी से पहुंचती है। राजभवन से 13 अगस्त को स्पीड पोस्ट ईपी 689 373 325 आईएन स्पीड पोस्ट कनीना के लिए भेजी गई। कनीना पहुंचते-पहुंचते दस दिन लग गये और 22 अगस्त को कनीना पहुंच पाई। 3 से 4 दिनों में साधारण डाक पहुंच जाती है और स्पीड पोस्ट ने पूरे 10 दिन ले लिए हैं, यही नहीं विगत महीने भी लेखक होशियार सिंह के पास एक स्पीड पोस्ट ने समालखा से कनीना पहुंचने में 1 सप्ताह का समय लिया था। इस प्रकार स्पीड पोस्ट से लोगों का मन भर रहा है और अब तो कूरियर की ओर लोग अधिक भागने लगे हैं। यदि पोस्ट ऑफिस ने अपनी हालत नहीं सुधरी तो आने वाले समय में लोगों का पूर्णतया विश्वास खत्म हो जाएगा।
शिक्षकों के पदों को लेकर गांवों में भी बढ़ गये हैं प्रदर्शन
-शिक्षक परेशान, सरकार तबादला करने पर उतारू
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कनीना की आवाज। शिक्षकों के पद कैप्ट करने, खत्म करने, विशेषकर टीजीटी विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत आदि के पद समाप्त करने के चलते अभिभावकों, विद्यार्थियों और शिक्षकों में गहरा रोष पनपने लगा है। धीरे धीरे आंदोलन तेज होता जा रहा है, जहां सरकार तबादले करने पर आमादा है वहीं शिक्षक नहीं चाहते कि जब तक पदों का रेशनलाइजेशन सहीी ढंग से न हो जाए तब तक तबादले किए जाए। यही कारण है कि रोष की चिंगारी अभिभावकों में फैलती जा रही है, शिक्षक नेता आए दिन आंदोलन कर रहे हैं किंतु सरकार की ओर से अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया है जिसके चलते शिक्षकों में ही नहीं आमजन में भी रोष पनप गया है। यह पहला अवसर है जब बदली चाहने वाले शिक्षक अधिक हैं किंतु पोस्ट कम खोली गई है जिसके चलते बुजुर्ग शिक्षकों को भी सैकड़ों किलोमीटर दूर जाने का भय सता रहा है। शिक्षक चाहते हैं कि अपने घर के आस-पास सेवानिवृत्त हो पर उनकी सभी आशाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है। दूरदराज कहीं पोस्ट दिखाई गई है, शिक्षक मेवात आदि में जाने को मजबूर हैं। एक और जहां मेवात कैडर अलग बनाया हुआ है और उन शिक्षकों को अलग से वेतन दिया जाता है किंतु ग्रामीण विशेषकर महेंद्रगढ़ एवं रेवाड़ी जिलों से विज्ञान आदि के पद समाप्त करने के बाद शिक्षकों को मेवात आदि में जाने को बाध्य कर दिया गया है। यही कारण है कि अभिभावकों के आंदोलन दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार को उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए।
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