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Saturday, September 11, 2021

 
 क्षेत्र में हुई 23 एमएम बारिश
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कनीना। कनीना क्षेत्र में शुक्रवार की शाम से ही बूंदाबांदी जारी है। शनिवार को भी दिनभर बारिश हुई। शनिवार शाम छह बजे तक 23 एमएम बारिश हुई। बारिश के चलते किसान परेशान नजर आए। किसानों ने बताया कि उनकी बाजरे की फसल खेतों में ही गलने सडऩे के आसार बन गए हैं।






बीसी वर्ग के लिए लागू हो केंद्र की शर्ते
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 कनीना। एक और हरियाणा में बीसी-ए और बी कैटेगरी को लाभ देने की सरकार घोषणा करती है वही कुछ शर्त रखकर केंद्र सरकार से भी भिन्न नियमों का पालन कर रही है। क्षेत्र के लोगों ने रोष जाहिर करते हुए केंद्र के नियमों का पालन हरियाणा सरकार को करने की भी मांग की है। यही नहीं जहां सुप्रीम कोर्ट ने भी हरियाणा सरकार के बीसी केटेगरी के नियम पर गौर फरमाने की आदेश जारी कर रखा है।
 उल्लेखनीय है कि केंद्र केंद्र में ओबीसी के सर्टिफिकेट विद्यार्थियों को विभिन्न शैक्षणिक कार्यों के लिए मिलती है जिसमें यदि किसी का अभिभावक कर्मचारी हो तो भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता। केंद्र में कृषि तथा कर्मी के वेतन कुल आय में नहीं जोड़े जाते जबकि हरियाणा सरकार में कृषि तथा वेतन आदि को जोड़ा जाता है।  हरियाणा सरकार में सभी वेतन एवं कृषि आय तथा सभी आये जोड़कर छह लाख रुपये से अधिक होने पर बीसी का लाभ नहीं दिया जाता जो अहीरवाल क्षेत्र के लिए दुखदाई साबित हो रहा है। क्षेत्र के युवा राधेश्याम ,बीएमडी क्लब के लक्की सीगड़ा आदि ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि तुरंत प्रभाव से बीसी कैटेगरी के लिए केंद्र सरकार के नियमों का पालन किया जाए ताकि इस वर्ग के विद्यार्थियों को लाभ मिल सके तथा उन्होंने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार बीसी वर्ग को में बदलाव किया जाए।
एक और हरियाणा टीम के आदेशानुसार सी और डी श्रेणी के कर्मी क्रीमी लेयर में शामिल नहीं किए गए हैं जबकि बीसी केटेगरी की सर्टिफिकेट बनवाते समय चपरासी को भी क्रीमी लेयर में आ जाता है।





निशुल्क हृदय एवं हड्डी जोड़ रोग 12 सितंबर को
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 कनीना। 12 सितंबर को कनीना के लाला शिवलाल धर्मशाला नजदीक रेलवे स्टेशन में सेवा भारती की ओर से आयोजित 42वें विशाल निशुल्क हृदय, हड्डी जोड़, जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया है।
 विस्तृत जानकारी देते हुए सेवा भारती के योगेश अग्रवाल ने बताया कि शिविर में पेट से संबंधित, स्त्री रोगों की एवं डॉक्टरों का प्रबंध किया गया है। उन्होंने बताया इस बार डा राहुल सिंगला , डा आरबी यादव, डा प्राची जैन नेत्र रोग विशेषज्ञ पहुंच रहे हैं। यहां परामर्श, ईसीजी, बीपी, ब्लड शुगर आदि की निशुल्क जांच की जाएगी। हृदय रोगों की जांच उन लोगों को करवानी चाहिए जिनकी सांस फूलती हो, अत्यधिक मोटापा, अत्यधिक पसीना आता हो, उम्र 40 वर्ष से अधिक हो, तंबाकू-धूम्रपान सेवन करने वाले, रक्तचाप से पीडि़त, अत्यधिक घबराहट बेचैनी, हृदय संबंधित पारिवारिक रोग प्रवृत्ति, आलसी जीवन शैली वाले जरूर इस शिविर का में  जांच करवाएं।





सीहोर गांव में हुई लाखों रुपये के जेवरात एवं नकदी चोरी, मामला दर्ज
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 कनीना। कनीना उपमंडल के गांव सीहोर में दयानंद नामक व्यक्ति ने अपने घर में लाखों रुपए की नकदी एवं आभूषण चोरी होने का मामला दर्ज करवाया है। कनीना पुलिस ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
 दयानंद सीहोर निवासी ने शिकायत में कहा है कि विगत 5 सालों से उसका परिवार से रेवाड़ी में रहता है तथा गांव का सीहोर का मकान बंद पड़ा है। 5 फरवरी को लड़के की शादी गांव में ही की थी। 10 सितंबर को उसके चाचा के लड़के प्रेम ने दयानंद को फोन पर सूचित किया कि मकान का दरवाजा खुला पड़ा है। जेब दयानंद सिहोर पहुंचा तो मकान के अंदर सारा सामान बिखरा पड़ा था, कमरे के सारे संदूक खुले पड़े थे। पुलिस मौके पर पहुंची। शनिवार को सामान चेक करने के बाद उन्होंने पुलिस में बताया कि 4 सोने की चेन 5 अंगूठी सोने की, एक मंगलसूत्र सोने का, एक टॉपरस सोने का, 5 अंगूठी चांदी की 4 जोड़ी चुटकी, पाजेब, चांदी के सिक्के, 21 हजार रुपये की माला, एक मथानी, बर्तन, नए कपड़े आदि अज्ञात चोर चोरी कर ले गए। उनके बयान पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।कनीना पुलिस ने सिंगर एक्सपर्ट को बुलाकर फिंगर जांच करवाई है।





 अधिवक्ताओं के लिए विशेष आर्थिक पैकेज की मांग
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कनीना। बहुजन समाजपार्टी के नेता समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने राज्य सरकार से हरियाणा में वकालत कर रहे अधिवक्ताओं के लिए विषेश आर्थिक पैकेज घोषित करने की मांग की है।
 अतरलाल ने कनीना न्यायालय में वकालत कर रहे अधिवक्ताओं की समस्याओं को सुनते हुए उक्त मांग उठाई। अधिवक्ताओं ने अतरलाल को बताया की कोरोना काल का खामियाजा राज्य के वकीलों को भी भुगतना पड़ा है। कोरोना काल में लंबे समय तक कोर्ट बंद रहने के कारण उनकी आर्थिक हालत बिगड़ चुकी है। अतरलाल ने अधिवक्ताओं की समस्या को जायज बताते हुए कहा कि राज्य सरकार को तत्काल आर्थिक मदद की घोशणा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कोरोना संकट की मार प्रदेष के वकीलों पर भी पड़ी है और अब तक कोरोना प्रभाव के कारण न्यायालय में कामकाज पूरी तरह से सूचारू नहीं हो पाया है। इसलिए सरकार को अधिवक्ताओं की मदद के लिए तुरंत राहत पैकेज की घोशणा करनी चाहिए। इस अवसर पर मुंषी, अर्जीनवीष, नक्षानवीष व स्टाम्प वेंडर ने भी अपनी समस्याओं बारे अतरलाल को अवगत करवाते हुए उन्हें भी आर्थिक राहत पैकेज देने की मांग की। अधिवक्ताओं ने चैम्बर निर्माण करवाने की मांग भी रखी। जिसे अतरलाल ने जायज बताते हुए राज्य सरकार के संज्ञान में तत्काल उनकी मांग लाने का भरोसा दिया।
कन्या होने पर किया सम्मानित--
 कनीना उपमण्डल के गांव भोजावास में नीरू पत्नी सतीष पुत्र मनोहरलाल के घर कन्या जन्म पर कुआ पूजन किया गया। प्रजा भलाई संगठन के सुप्रीमो समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने नवजात कन्या वंशिका की माता नीरू को प्रषस्ति पत्र व षगुन देकर सम्मानित किया। कन्या परिवार की तरफ से प्रतिभोज आयोजित कर खुशियां मनाई गई। लोगों को सम्बोधित करते हुए अतरलाल ने कहा कि कन्या जन्म पर कुआ पूजन करके परिवार में बेटा-बेटी की समानता का अच्छा संदेश दिया है। उन्होंने लोगों से बेटियों की शिक्षा तथा पालन पोशण बेटों के समान करने की अपील करते हुए कहा कि लड़कियां सभी क्षेत्रों में कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। इस अवसर पर कैलाश सेठ, नरेन्द्र तंवर, बिजेन्द्र सिंह, धर्मपाल, दुलीचंद, प्रताप सिंह आदि अनेक मौजीजान ने कन्या जन्म पर कुआं पूजन करने के लिए परिवार को बधाई दी।
फोटो कैप्शन 10: कनीना न्यायालय में अधिवक्ताओं की समस्याओं को सुनते हुए बसपा नेता ठाकुर अतरलाल एडवोकेट।





टावर पोल जीव जंतुओं के लिए बन रहे हैं खतरा
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 कनीना। कनीना की सीमा से गुजरने वाली उच्च वोल्ट विद्युत धारा के लिए लगाए गए टावर पोल जन जीवन एवं जीव जंतुओं के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं। एक और मोबाइल टावरों की कस्बा में भरमार हो गई है वहीं कनीना की बावनी भूमि में न केवल कम वोल्ट के लिए लगाए गए पोल बल्कि उच्च वोल्ट के पोल भी बढ़ गये है। किसानों के खेतों में बिजली की लाइनों का जाल बिछा है। शायद ही कोई किसान हो जिसके खेत के पास से या खेत के अंदर से कोई न कोई बिजली की तार न गुजर रही हो। आए दिन इनसे दुर्घटनाएं घट रही हैं।
  किसानों, जीवों एवं आम जन के लिए सबसे अधिक खतरा उच्च वोल्ट की लाइन ले जाने वाली टावर पोल से बन गया है। धनौंदा में 400 केवी का पावर हाउस बनने के कारण धनौंदा से दौलताबाद (गुडग़ांव) बड़ी लाइन जा चुकी है। वहीं कनीना के गांव अगिहार में अडानी ग्रुप का पावर हाउस स्थापित किया जा चुका है। कनीना के पावर हाउस के लिए भी टावर पोल लगाए गए हैं कनीना की सीमा से दो लाइन टावर पोल की तथा एक लाइन गाहड़ा गांव के पास से गुजर रही है। इन लाइनों के चलते किसानों का जीना ही हराम हो गया है। टावर पोल के पास से गुजरने वाली या उसके नीचे से गुजरने वाली बिजली लाइन पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। किसान जब अपने खेतों से फसल काटते हैं तो भी बिजली के झटके लगने के समाचार मिले हैं। वैसे भी हिदायत दी जाती है कि किसानों को अपने खेतों फव्वारा पाइप को ऊंचा नहीं उठाना है वरना जान को खतरा बढ़ जाता है। जरूरी नहीं टावर पोल की लाइन से पाइप का छूना अपितु इसके नजदीक जाने पर ही यह बिजली लाइन अपनी ओर पाइप को खिंच लेती है।
क्या कहते हैं किसान-
खेतों से गुजरने वाली टावर लाइन के विषय में किसानों के विचार अलग-अलग हैं किंतु सभी ने कहा कि इस लाइन का कुप्रभाव जन जीवन पर पड़ रहा है। कनीना के अजीत सिंह किसान अपनी बीवी के साथ खेत की पैदावार लेने के लिए बड़ा लोहे का छलना लेकर टावर के पास से गुजरा तो बिजली का झटका लगा। किसान बीर सिंह ने बताया कि जब गेहूं की फसल को काटकर इक_ा करके बड़ी लाइन के नीचे से ले जाते हैं तो कई बार करंट महसूस होता है। ऐसा ही किसान धर्मेंद्र सिंह ने सरसों के विषय में बताया।
फ्यूज लगाना अति कठिन-
किसानों ने बताया कि जिस खेत से टावर पोल की बिजली गुजर रही है उसके नीचे से गुजरने वाली छोटी बिजली की लाइन अक्सर फाल्ट हो जाती है। यदि ट्रांसफार्मर पर फ्यूज लगाना हो तो भी उस लाइन के ऊपर से गुजरने वाली बड़ी लाइन का कई बार झटका सहना पड़ता है। फव्वारा पाइप और लोहे की वस्तुओं इन लाइनों के नीचे ऊपर उठाना तो सख्त मना है।
जीवों पर पड़ रहा है बुरा प्रभाव-
जंगली पक्षियों पर विशेषकर इन टावर पोल की लाइन से निकलने वाली बिजली तरंगें तथा मोबाइल टावर की विकिरण पक्षियों के लिए घातक साबित हो रही है। पास में रहने वाले लोगों में कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। पेड़ पौधे भी नष्ट हो जाते हैं या फिर लाइन बिछाते वक्त काट डाले हैं।
रात को आवाज-
टावर पोल भी तीन प्रकार के होते हैं। जिनमें से एक पावर हाउस में बिजली लाने या ले जाने के लिए बनाए जाते हैं जो छोटे होते हैं दूसरे पोल मध्यम दर्जे के तथा तीसरे मास्टर पोल होते हें जिन्हें निचाई वाले स्थानों पर लगाया जाता है। एक टावर पोल करीब 200 गज के करीब जगह में लगाया जाता है। इनके ऊपर से गुजरने वाले तारों से जब बिजली गुजरती है तो दूर तक आवाज सुनाई पड़ती है। आस पास अगर किसी का घर है तो वो सो नहीं सकता है। किसान सूबे सिंह ने बताया कि उनका निवास ट्यूबवेल पर होने के कारण व पास से टावर पोल लाइन गुजरने से वे रात को आने वाली आवाज से परेशान हो जाते हैं। किसी का घर या ट्यूबवेल पास होने के कारण कई बार किसानों ने शिकायत भी की किंतु उनकी शिकायतों पर कोई गौर नहीं किया जाता है।  विभाग की मजबूरी, इंसान के लिए जरूरी बन गया है। दो पोल करीब 400 मीटर दूरी लगे होते हैं जिनसे भारी संख्या में बिजली की लाइन गुजरती हैं।
जिस किसी किसान के खेत से लाइन गुजरती है और पोल गाड़ा जाता है उसे करीब 60 हजार रुपये का मुआवजा मिला था। किंतु पूरी जिंदगी इस समस्या को झेलना पड़ता है। किसानों का कहना है कि मुआवजा राशि ऊंट केे मुंह में जीरा के समान है।
टावर पोल के नीचे कृषि संभव नहीं-
टावर पाले के नीचे कृषि कर पाना असंभव हो जाता है। किसान की बेशकीमती जमीन सदा-सदा के लिए खत्म हो जाती है। उसके पास से हल चलाते वक्त भी किसान डरता है। किसानों ने बताया कि बिजली के इन टावर पोल के चलते उनके जीवन को ही खतरा बन गया है। हर समय उनकी गर्दन पर नंगी तलवार लटकी रहती है।
फोटो कैप्शन 11: कनीना की सीमा में टावर पोल।





तीन ट्रकों में ले जाई जा रही थी  710 भेड़ बकरियां
-पशु क्रूरता एक्ट के तहत मामला दर्ज
-कनीना गौशाला में छुड़वाया भेड़ बकरियों को
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 कनीना। भडफ़ के पास तीन ट्रकों में 710 भेड़ बकरियों को ठूंस ठूंस कर भरकर दिल्ली कटवाने के ले जाते हुए 18 लोगों के विरुद्ध कनीना पुलिस ने मामला दर्ज किया है। भेड़ बकरियों को कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला में पहुंचाया गया। बहादुरगढ़ निवासी पूनम एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया की मानद पशु कल्याण अधिकारी ने मामला दर्ज करवाया है।
मिली जानकारी अनुसार तीन ट्रकों में अलग-अलग संख्या में भेड़ बकरियों को ठूंस ठूंस कर दिल्ली ले जाया जा रहा था। शुक्रवार की देर रात भडफ़ के पेट्रोल पंप के पास तीन ट्रकों में भरी हुई भेड़ बकरियों को मानद पशु कल्याण अधिकारी ने देखा तो पुलिस कंट्रोल रूम में सूचित किया जिसके चलते पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए भडफ़ के पास तीनों गाडिय़ों को रुकवाया।
पुलिस की टीम ने जब चेक किया तो उनमें भेड़ बकरियों को ठूंस ठूंसकर भरा हुआ था जिनके पास न तो डाक्टरी प्रमाण पत्र था और न कोई चारा एवं पानी की व्यवस्था थी। इनके व्यापारियों से पूछने पर पता चला कि सभी भेड़ बकरियों को कटवाने के लिए दिल्ली के गाजीपुर मंडी ले जाया जा रहा था। पशु कल्याण अधिकारी  ने इन्हें कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला में भिजवाने का अनुरोध किया जिसके चलते आधी रात को पुलिस भेड़ बकरियों से भरे हुए ट्रकों को कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला में ले गई और वही ट्रकों को खाली करवाया गया। तीनों ट्रक राजस्थान के नंबरों के हैं तथा एक ट्रक में 216 भेड़ बकरियां  तो दूसरे में 253 तथा तीसरे ट्रक में 241 भेड़ बकरियां भरी थी। पशु कल्याण अधिकारी ने पुलिस टीम की सहायता से इनकी गिनती गौशाला कनीना में करवा दी। ट्रक के ड्राइवर व्यापारियों को पुलिस को सौंप दिया। सभी पशु तस्करों के खिलाफ क्षमता से अधिक भड़ बकरियां ठूंसने, डाक्टरी प्रमाणपत्र , पानी एवं चारे की व्यवस्था न होने के चलते विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।  कनीना पुलिस ने 18 विभिन्न लोगों भुराखां, अपुरखां, हरसद, हनीफ, रहमतुला, जियाहुलफ, कुतुबुदीन, इलियास, असलम, नसरदीन, लद्देखान, मनोहर, बसीर, रहमतुल्ला, कमरुद्दीन, रहमतुल्ला, शकुर, जाफिर के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
   उधर कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला के प्रधान हकुमचंद, सेवक होशियार सिंह आदि से बात की तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार की करीब आधी रात को भेड़ बकरियों से लदे ट्रक कनीना लाये गये जिनकी भेड़ बकरियों को कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला में छोड़ा गया है। सभी कर्मी इन भेड़ बकरियों की सेवा में लगे हुये हैं।
फोटो कैप्शन 7 व 8: कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला में छोड़ी गई भेड़ बकरियां।




जीआर इंटरनेशनल स्कूल कनीना में किया कला उत्सव का आयोजन
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कनीना। जीआर इंटरनेशनल स्कूल में क्ले मॉडलिंग और पेन स्टैंड बनाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सभी विद्यार्थियों ने अपनी रुचि दिखाते हुए विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां बनाई। इस प्रतियोगिता का आयोजन सामाजिक विज्ञान के अध्यापक अविजीत बनर्जी, अंग्रेजी अध्यापिका पूजा शर्मा और ड्रॉइंग अध्यापक अनिल कुमार की देखरेख में हुआ।
 विस्तृत जानकारी देते हुये चेयरमैन विजयपाल यादव ने बताया कि प्रतियोगिता में कक्षा 9वी से हिमांशी, कक्षा आठवीं से अक्षिता और मीनल, कक्षा सातवीं से प्रिया और रिधिमा, कक्षा छठी से इशिता और चिराग, कक्षा पांचवी से मानव और पूजा, कक्षा चौथी से यशवी और नेहा और कक्षा तीसरी से मानसी और जतिन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर स्कूल के संचालक  विजयपाल यादव और प्राचार्य दीपक वशिष्ठ ने सभी विजेता विद्यार्थियों को बधाई दी।  विजयपाल यादव ने बच्चों को बताया कि ऐसी प्रतियोगिताओं से बच्चों में सकारात्मक भाव का जन्म होता है। प्राचार्य दीपक वशिष्ठ ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि कला जीवन का अभिन्न अंग होती है। कला एवं संस्कृति मानव जीवन में निखार लाती है। क्ले मॉडलिंग जहां इंसान की कला को इंगित करती है वही इंसान की कल्पना को साकार और मूर्त रूप देने का भी कार्य करती है।
फोटो कैप्शन 9: जीआर स्कूल के विद्यार्थी माडल दिखाते हुये।



 

कन्या कुआं पूजन कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
-बेटी होने पर तुलसी एवं फलदार पौधा भेंट
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कनीना। उपमंडल कनीना के गांव भोजावास में बर्फी देवी के प्रांगण में बेटी इशिका के जन्म लेने पर कुआं पूजन कर खुशियां मनाई गई। बर्फी देवी ने बताया कि उनके सुपुत्र सतीश कुमार के घर पोती इशिका ने जन्म लेते ही सारे परिवार में एक खुशी की लहर थी।
इशिका के माता पिता सतीश व नीरू देवी ने बताया कि बेटी एक अनमोल खजाना है। जिसको प्राप्त कर इंसान धन्य हो जाता है। इस अवसर पर बेटियों के जन्म पर लगातार तीन वर्षों से कार्य कर रही सामाजिक संस्था बीइंग ह्यूमन सेवा मंडल द्वारा कन्या के माता पिता को संस्था का प्रशस्ति पत्र व तुलसी और फलदार पौधे देकर सम्मानित किया गया। संस्था अध्यक्ष नवीन कौशिक समाजसेवी ने बताया कि हम लगातार प्रयासरत है कि बेटी जन्म को बढ़ावा देने के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए और लोगों की धारणा में परिवर्तन हो इसके साथ ही जिस तरह इस समाज को चलाने के लिए एक बेटी की आवश्यकता होती है उसी तरह पर्यावरण भी इस समाज को प्रदूषित होने से बचाता है। इसलिये संस्था की तरफ से हर बेटी के जन्म पर कन्या के माता पिता को पौधे देकर भी सम्मानित किया जाएगा ताकि नन्ही परी जब बड़ी हो और उसे पता लगे कि यह पेड़ उसके जन्म लेने पर लगा था तो वह भी लोगों को संदेश अवश्य प्रदान करेंगी। संस्था के रोहताश कुमार रिटायर्ड अधिकारी दिल्ली पुलिस ने भी कन्या के माता पिता की सराहना करते हुए आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर सुरेश साहब, हरिआनंद, बलराम यादव, विष्णु पंच, गांव की आशा वर्कर व ग्रामीण मौजूद रहे।  
फोटो कैप्शन 2: बच्ची के जन्म पर तुलसी एवं फलदार पौधे भेंट करते हुये बीइंग संस्था के पदाधिकारी।





पोषण पखवाड़ा आयोजित
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कनीना। इसराना में आंगनवाड़ी केंद्र पर नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में  पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
 इस अवसर पर आजाद युवा समिति के अध्यक्ष मोहित इसराना  द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त पौष्टिक पोषण के बारे में विस्तार से बताया गया। उन्होंने बताया कि बच्चों को पौष्टिक आहार देना चाहिए जिसमें प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट्स  सहित अन्य सहायक पोषक तत्व सम्मिलित होने चाहिए। ताकि बच्चे का समुचित विकास हो सके। उचित पोषण से ही बच्चे का स्वास्थ्य ठीक रहता है तथा उसका शारीरिक व मानसिक विकास भी समय पर होता है। उन्होंने बच्चों की माताओं को बाल स्वास्थ्य पोषण बीमारियों से बचाव के उपाय भी बताएं।
उन्होंने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चे के स्वास्थ्य की जांच समय-समय पर कराते रहें ताकि आवश्यकतानुसार उनको सही उपचार दिया जा सके।
 वही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता विमला देवी ने उपस्थित महिलाओं को योगाभ्यास कराया,बच्चो की शारीरिक विकास का मापन किया , पोषण शपथ भी दिलाई और स्वच्छता के प्रति भी जागरूक किया कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र से एनवाईवी गीता, कार्तिक, आंगनवाड़ी सहायिका वेदवती, मैना ,पूजा,,रेखा पूजा आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 3: पोषण पखवाड़े की शपथ लेते आंगनबाड़ी कार्यकर्ता।
           4: पोषण पखवाड़े के बारे में पोस्टरों से जानकारी देती आंगनबाड़ी कार्यकर्ता




कालेज के लिए निकली लड़की का सुराग नहीं
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 कनीना। कनीना उपमंडल के एक गांव की लड़की अपनी स्कूटी पर कालेज में पढऩे के लिए गई थी किंतु तीन दिन बीत जाने पर भी सुराग नहीं। लड़की के भाई ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाते हुए दो लोगों पर शक जाहिर किया है। लड़की के भाई द्वारा दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि उनकी बहन 9 सितंबर को उन्हाणी कालेज के लिए स्कूटी पर रवाना हुई थी किंतु घर नहीं लौटी। पूछताछ की गई किंतु कुछ पता नहीं चला। उन्होंने दो व्यक्तियों ललित तथा राजबीर पर शंका जाहिर की है कि उन्होंने उन्हें कहीं छुपाया है।



ट्रांसफार्मर की क्वायल चोरी का मामला करवाया दर्ज
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 कनीना। कनीना पावर हाउस के एसडीओ ने मोड़ी गांव में किसान के खेतों में रखे ट्रांसफार्मर की क्वायल अज्ञात चोरों द्वारा चोरी करने का मामला दर्ज करवाया है। 16 केवीए के ट्रांसफार्मर क्वायल की अनुमानित कीमत करीब 75000 दर्ज की गई है। शिकायत में कहा गया है कि शेर सिंह मोड़ी के ट्रांसफार्मर की क्वायल 6 सितंबर को अज्ञात चोर चोरी कर ले गये।। बाकी भाग धरती पर गिरा गये। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।






क्षेत्र में हुई 23










एमएम बारिश
-फसल कटाई का काम रुका
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 कनीना। एक बार फिर से शनिवार को 23 एमएम बारिश होने से फसल कटाई का काम प्रभावित हो गया। शुक्रवार की रात से क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी चल रही थी जो शनिवार को सुबह तेज बारिश में बदल गई जिसके चलते कटाई का काम रुक गया है। वर्तमान समय में जहां खेतों में किसान बाजरे की कटाई के कार्य में व्यस्त हैं वहीं दूसरे प्रदेशों से भारी संख्या में मजदूर आए हुए हैं। लावणी का कार्य विगत दिनों बारिश के बाद एक बार फिर से शुरू हुआ था जो बारिश के कारण फिर से प्रभावित हो गया है।
अब कम से कम 2 दिन बाद फिर से कटाई शुरू होगी किंतु अभी तक बारिश बूंदाबांदी जारी है।
उल्लेखनीय है की फसल बिजाई के समय जहां बारिश कम हुई किंतु बाद में बारिश जमकर हुई है। यद्यपि कृषि वैज्ञानिक इस बार इसको नुकसानदायक नहीं मार रहे हैं। उनका कहना है किसान अपनी कटी हुई फसल को ढक कर रखनी चाहिए तथा यह बारिश बाजरे के बचे हुए अवशेषों को गलाने में मदद करेगी वह भावी  फसल पैदावार के लिए बहुत लाभप्रद होगी। उन्होंने कहा कि फसल के लिए इस फसल के लिए थोड़ा बहुत नुकसान भी हो जाए तो भावी फसल के लिए बारिश बहुत फायदेमंद होगी। ऐसे में उन्होंने कहा कि किसानों को चाहिए कि काटकरडाली गई फसल को ढक कर रखें तथा जब तक मौसम में खुल जाए तब तक फसल की कटाई न करें। उन्होंने कहा कि इस समय अगैती फसल की कटाई चल रही है किंतु पछेती फसल की कटाई में अभी एक-दो दिन का समय बाकी है। पूर्व कृषि विस्तार अधिकारी डा देवराज ने कहा कि विगत दिनों बारिश के कारण जहां पानी फसलों में खड़ा होने से किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। परंतु अभी भी पैदावार अच्छी होने के आसार बने हुए हैं। जहां बाजरे की लावणी का कार्य पूरे वेग से चल रहा है और करीब दो सप्ताह में पूर्ण होने की पूरी संभावना है।
 तत्पश्चात अनाज मंडियों में सरकारी तौर पर बाजरे की खरीद शुरू होने की पूरी संभावना है। 1 अक्टूबर से खरीद कार्य शुरू होगी। सरकारी तौर पर खरीद शुरू होने के अंदेशे से किसान अपनी पैदावार सीधी घरों में डाल रहे हैं। पहली बार देखने को मिला है कि किसान खुली मंडियों में बाजरे को नहीं ले जा रहे हैं। किसान सुखबीर सिंह, अजीत सिंह, राजेंद्र कुमार,  महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि खुली मंडियों में 1500 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि सरकारी भाव 2250 प्रति क्विंटल है। यही कारण है कि अबकी बार किसान खुली मंडी में बाजरा बेचने के लिए नहीं ले जा रहे हैं।
अधिक बारिश बार बार बारिश से कपास एवं बाजरे की फसल को नुकसान पहुंचा है वहीं फसल कटाई प्रयोग कृषि विभाग कर रहा है जिसके बाद ही पैदावार का आकलन हो पाएगा। बहरहाल कनीना क्षेत्र में करीब 17500 हेक्टेयर पर बाजरा तो 4800 हेक्टेयर पर कपास उगाई गई है।
 फोटो कैप्शन 1: बारिश के कारण प्रभावित फसल कटाई का काम।

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