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Tuesday, September 21, 2021

कभी विक्रम ने विनोद को गोली का शिकार बनाया था आज विक्रम भी गोली का शिकार बन गए 

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 कनीना। कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा में कभी तत्कालीन सरपंच विक्रम सिंह ने विनोद उर्फ भाता को गोलियों का शिकार बनाया था किंतु अब विक्रम भी गोलियों का शिकार बन गये हैं। गांव में रंजिश घटती नजर नहीं आ रही है। 11 जून 2016 को विनोद उर्फ भागता को तत्कालीन सरपंच विक्रम सिंह ने तलवार और गोलियों का शिकार बनाया था जिसका मामला कनीना पुलिस ने दर्ज कर दिया था। भारी जन आंदोलन चला था, गांव में बैठक भी बुलाई गई थी। तत्पश्चात विक्रम सिंह को सजा हो गई थी और अब पैरोल पर विक्रम सिंह आए हुए थे। 21 सितंबर  रात को विक्रम सिंह को ही गोलियों का शिकार बना दिया गया। विक्रम सिंह के परिजन उन्हें अस्पताल ले गए वहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर किया जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस प्रशासन अभी कुछ भी नहीं कह रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन धनौंदा पहुंच चुका है।

 


 

 

 

 

 

 

 

 

 

 
पाटोदा रैली को लेकर के पालिका प्रधान ने कसी कमर
-गांव गांव जनसंपर्क में जुट गए
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कनीना। कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार पाटोदा रैली को सफल बनाने के लिए गांव गांव जनसंपर्क में जुट गए हैं। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर को पाटोदा में राव इंदरजीत सिंह मंत्री मंत्री रैली करने जा रहे हैं जिसको लेकर वह ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से संपर्क बना रहे ताकि लोग अधिक से अधिक संख्या में रैली में पहुंचे।
 उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने सीताराम विधायक से अटेली से भी मंथन किया है तथा विभिन्न लोग अलग-अलग क्षेत्रों में इस रैली को सफल बनाने और अधिक संख्या में लोगों के पहुंचने के लिए जी जान एक किये हुए हैं।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह रैली सफल होगी तथा भारी संख्या में लोग पहुंचेंगे। उनका कहना है कि राव इंद्रजीत सिंह हरियाणा की एक मानी हुई हस्थी हैं जिन पर लोग अपनी जान तक देेने को तैयार हैं। उनके द्वारा आयोजित रैली में अधिक से अधिक लोग पहुंचेंगे।
उन्होंने बताया रैली के प्रति लोगों में भारी उत्साह देखने को मिला है। उधर कनीना नगर पालिका के उप-प्रधान अशोक ठेकेदार ने कनीना उपमंडल के गांव सीहोर, गाहड़ा, छीथरोली, बाघोत आदि विभिन्न गांवों का दौरा कर लोगों को पाटोदा रैली में पहुंचने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि  इस रैली में राव इंद्रजीत सिंह मंत्री के अतिरिक्त ओमप्रकाश धनखड़ मंत्री, चौधरी धर्मवीर सिंह एमपी, ओमप्रकाश एडीओ मंत्री, लक्ष्मण सिंह, सीताराम विधायक, डीपी वत्स राज्यसभा सदस्य,  डा बनवारी लाल, अरविंद शर्मा आदि अनेक नेता पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि रैली के प्रति लोगों की में उत्साह देखने को मिला और भारी संख्या में लोग पहुंचेंगे।
फोटो कैप्शन: सतीश जेलदार पालिका प्रधान।





राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत उप नागरिक अस्पताल कनीना में लगा कैंप
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कनीना। राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत आयुष विभाग नारनौल जिला महेंद्रगढ़ के द्वारा उप नागरिक अस्पताल कनीना में कैंप का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव ने किया। कैंप में गर्भवती, प्रसूता महिलाओं व किशोर बालक और बालिकाओं को कुपोषण एवं कुपोषण अन्य बीमारियों की जानकारी दी गई। पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए आयुष दवाई वितरित की गई। कैंप में 200 मरीजों की जांच कर आयुर्वेद एवं होम्योपैथिक उपचार दिया गया। जिसके लिए डा नेहा यादव ने गिलोय का बेल रूपी पौधा एसएमओ को भेंट कर उनका धन्यवाद किया। कैंप में डाक्टर शशि बाला आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, डा नेहा यादव, कृष्णा देवी, संदीप यादव ने भी संबोधित किया।
फोटो कैप्शन 9: कैंप का शुभारंभ करते हुए एसएमओ डाक्टर धर्मेंद्र यादव।





दीमक से हर इंसान परेशान
-लाखों रुपये की क्षति पहुचाती है दीमक
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 कनीना। दीमक नामक कीट किसानों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। अब किसान के लिए तो दीमक एक आफत बनकर उभर रही है।
  किसानों की फसल, रद्दी पड़ी हो या सूखी लकड़ी, दीवार हो या गिली लकड़ी, पौधे हो या फूलदार शाक हर जगह सफेद एवं पीले रंग का यह कीट अपनी पहुंच बनाकर धीरे-धीरे उन्हें तबाह कर देता है। प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये की क्षति तो अकेला यह दीमक नामक कीट ही पहुंचा रहा है। किसान को जहां फसल बचाने के लिए जीवों एवं नील गायों के साथ संघर्ष करना होता है वहीं इन कीटों को मारने के लिए भरसक प्रयास करने होते है।
  क्या कहते हैं कृषि अधिकारी-
 कनीना के पूर्व खंड कृषि अधिकारी डा देवराज यादव का कहना है कि दीमक अक्सर नमी वाले क्षेत्रों से दूर भागती है और नर्म स्थान एवं सूखे क्षेत्रों में बेहद परेशान करती है। यही कारण है कि जहां अधिक वर्षा होती है या फिर नहरों का पानी उपलब्ध है वहां दीमक नजदीक भी नहीं आती है।  दीमक किसान की रबी एवं खरीफ की फसल में बेहद नुकसान पहुंचाती है। यह जड़ों को काट जाती है और जमीन में छुप जाती है। इसकी सूंघने की क्षमता अत्याधिक होने के कारण दवा को दूर से सूंघकर जमीन में चली जाती है।  दीमक मार्च, जून, सितंबर एवं दिसंबर माह में अधिक निकलती है और उस वक्त खेतों में फसल खड़ी होती है जिसे भारी नुकसान पहुंचाती है। दस फीसदी तक फसल दीमक खराब कर देती है। इनमें दवा निमारीन, फोरेट, क्लोरोपाइरीफास जैसी दवा डाली जाती है तो दीमक उसे दूर से ही सूंघकर भूमि में गहराई पर चली जाती है।
जीव वैज्ञानिक रवींद्र कुमार का कहना है कि दीमक अपने खाने में सेलूलोज पसंद करती है। लकड़ी, पेड़, जड़, तना या किसी कागज को खाने के पीछे सेलूलोज प्राप्त करना है। इनके पेट में कोई भी पदार्थ जाते ही मिट्टी बन जाता है। ये हर इंसान के लिए सिरदर्द बन सकती है।  
फोटो कैप्शन 7: पेड़ पर दीमक का प्रभाव।



व्रत नजदीक आने पर नमक की बिक्री बढ़ी
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 कनीना। त्योहारों के पास आने विशेषकर नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरू होने के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के नमक(लवण) विक्रेता पहुंचने लगे हैं। ये लोग अपनी रोटी रोजी नमक बेचकर ही प्राप्त करते हैं। बड़े-बड़े टुकड़ों के रूप में सेंधा नमक बेचते हैं वहीं अन्य प्रकार के भारी-भरकम बड़े बड़े टुकड़े काले नमक के भी बेेचते हैं। ये लोग गांव में तथा दूर दराज क्षेत्रों तक अपने ट्रैक्टर में नमक डालकर ले जाते और बिक्रीकर शाम तक घर लौटते हैं। नमक विक्रेता देवेंद्र तथा नरेंद्र ने बताया किन की रोटी रोजी का आधार नमक रह गया है। प्रतिदिन अलग-अलग गांवों में जाते हैं और डेढ़ क्विंटल तक नमक प्रतिदिन बेच देते हैं। व्रतों के पास होने के चलते जहां सेंधा नमक की बिक्री भी ज्यादा हो रही है वही पीठ की तकलीफ दूर करने के लिए काले रंग का नमक अधिक बिक रहा है। उन्होंने कहा कि व्रतों में केवल सेंधा नमक प्रयोग किया जाता है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार का नमक लेना लोग अधिक पसंद करते हैं। यही कारण है कि लोग नमक बेचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जा रहे हैं।
फोटो कैप्शन 8: ट्रैक्टर पर नमक बेचता युवक।

 
 खंड स्तरीय कल्चर फिस्ट, 2021 में कनीना मंडी का रहा दबदबा
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कनीना। राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में चल रहे खंड स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम-2021 में अनेक प्रतियोगिताएं हुई जिसमें खंड के अनेक स्कूलों ने भाग लिया तथा राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना मंडी की छात्राओं ने कुल 6 मे से 5 कार्यक्रमों में स्थान हासिल किया।
  मिली जानकारी अनुसार ग्रुप डांस कक्षा 9 से 12 में विद्यालय की छात्राओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, सोलो डांस 9-12 में  भी प्रथम स्थान प्राप्त किया। रागिनी कक्षा 9-12 में द्वितीय स्थान, ग्रुप डांस 6 से 8 में विद्यालय की छात्राओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं सोलो डांस कक्षा 6 से 8 में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।  
कार्यक्रम की समाप्ति पर खंड शिक्षा अधिकारी  अभयराम ने सभी बच्चों को मोटिवेट किया और जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए मेहनत करने और खंड का नाम रोशन करने के लिए आशीर्वाद दिया । विद्यालय प्राचार्य रामपाल ने भी सभी छात्राओं को प्रोत्साहित किया तथा साथ ही साथ इन प्रतियोगिताओं के लिए सभी अध्यापकों का भी आभार व्यक्त किया और आशा व्यक्त की कि यह विद्यालय इसी प्रकार जिला स्तरीय और राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में भी अच्छा प्रदर्शन करेगा तथा विद्यालय और खंड का नाम रोशन करेगा।
 प्राचार्य ने इस अवसर पर संबंधित बच्चों को पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम में समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे तथा सभी ने बच्चों को आशीर्वाद दिया और प्रोत्साहित किया।
फोटो कैप्शन 4: राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की अव्वल विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते प्राचार्य रामपाल।





मैकाले द्वारा 1860 में बनाई गई आईपीसी की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री व गृहमंत्री का आभार -पंकज यादव
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कनीना। गांव नांगल मोहनपुर कनीना के पंकज यादव अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी व विधि छात्र ने कहा कि पुराने कानूनों की समीक्षा करना बहुत ही जरूरी है। आभार व्यक्त करते हुए कहा विश्व का सबसे कठोर प्रभावी एक देश एक दंड संहिता लागू करना चाहिए जैसे भ्रष्टाचार अपराध के संबंधित 50 कानून चल रहे हैं कानूनों का यह मकडज़ाल खत्म होना चाहिए। पंकज यादव ने कहा कि देशहित में बताएं की संसद व विधानसभा में समान शिक्षा, समान चिकित्सा, समान दंड संहिता, समान नागरिक संहिता ,समान धर्मस्थल संहिता, समान पुलिस संहिता इत्यादि पर बहस होनी चाहिए।
पंकज यादव ने कहा हमें बहुविधान नहीं संविधान चाहिए।
भारत और भारतीय संस्कृति के लिए प्रमुख खतरा नशा व शराब वेद पुराण,गीता,रामायण,बाइबल,कुरान नहीं बल्कि संविधान के अनुच्छेद 47 भी नशा शराब पर पूर्ण प्रतिबंध का निर्देश देता है। पंकज यादव ने अनुच्छेद 16 के अनुसार प्रतियोगी परीक्षाओं में सबको समान अवसर मिलना चाहिए परंतु समान अवसर कैसे मिलेगा-जब एग्जाम तथा सिलेबस अनेक हो।
पंकज यादव ने कहा  कि अंग्रेजों द्वारा 1961 में बनाए गए कानून पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि रूलर नहीं पीपल फ्रेंडली पुलिस एक्ट बने।
पंकज यादव ने कहा भारत संविधान से चलता है संविधान का अर्थ है- समान विधान ,अनुच्छेद 14 का मतलब रूल आफ ला अर्थात भारत में कानून का राज चलेगा इसलिए घटिया कानून का घटिया राज है। पंकज यादव ने कहा मुझे पूर्ण विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नए संसद भवन में प्रवेश करने से पहले अंग्रेजी कानूनों को समाप्त कर देंगे।



 
 बिजली के करंट से भैंस की मौत
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 कनीना। कनीना उप-मंडल के गांव झाड़ली में एक व्यक्ति की भैंस की करंट लगने से मौत हो गई। उन्होंने कनीना पुलिस में बिजली विभाग की गलती ठहराते हुए मामला दर्ज करवाया है।
 अनिल कुमार झाड़ली ने कहा है कि वह अपनी भैंस को तालाब की ओर पानी पिलाने के लिए ले जा रहा था। रास्ते में बिजली का ट्रांसफार्मर रखा है। ट्रांसफार्मर के पास से गुजरते वक्त भैंस को करंट लग गया और वहीं पर उसकी मौत हो गई। उनकी शिकायत पर कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
















पांच-पांच फुट लंबी पैदा की लौकी
-पूर्व शिक्षक दे रहा है आर्गेनिक खेती को बढ़ावा, महका रहा है चंदन
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 कनीना। कनीना के पूर्व शिक्षक रामप्रताप यादव ने पांच -पांच फुट लंबी घिया पैदा की है। अभी ये घिया और बढ़ेंगी। विगत वर्ष भी इससे लंबी घिया पैदा की थी। वहीं वर्षा जल संरक्षण के साथ साथ आर्गेनिक खेती कर रहे हैं। चंदन और बांस के पेड़ भी खड़े हैं।
 कनीना की श्रीकृष्ण गोशाला में सचिव एवं कोषाध्यक्ष पद पर रहे पूर्व शिक्षक रामप्रताप  अपनी आधा एकड़ भूमि पर चार वर्षों से आर्गेनिक खेती कर रहे है। क्योंकि गौशाला की गायों के मल एवं मूत्र से बहुत अधिक प्रभावित है इसलिए गायों के मल मूत्र से खाद बनाते हैं जिसका छिड़काव करके बेहतर पैदावार ले रहे हैं। एक और उन्होंने जहां उन्होंने हरी पत्तेदार सब्जियों की बहार ला दी है वहीं उन्होंने औषधीय पौधे भी उगा रखें हैं। सभी पौधे आर्गेनिक खाद द्वारा तैयार किए गए हैं। दूर दराज तक हल्दी उगाई हुई है वहीं बेल वाली सब्जियां कचरी, तोरई उगा रखी हैं। रामप्रताप ने बताया कि अंजीर, हल्दी, विभिन्न प्रकार की बेरी, अनार, विभिन्न प्रकार के फूलदार पौधे,  20 पौधे सफेद चंदन, बांस, अमरुद, जामुन के भी लगाए हैं। उन्होंने हरी पत्तेदार सब्जियां मूली ,पालक, धनिया, मेथी आदि उगाकर अपना खेत आकर्षण का केंद्र बना रखा है। वर्तमान में वे इस अवस्था में है कि अपने परिवार के लिए फल सब्जियां पैदा कर रहे हैं वही आस पड़ोस के लोगों को भी मुफ्त में प्रदान कर रहे हैं। वर्षा जल का संरक्षण कर रहे हैं वहीं जीवामृत तैयार करते हैं। उनके पुत्र देवेंद्र अल्ट्रा टेक कंपनी जोधपुर में कार्यरत हैं जो उन्नत दर्जे की विभिन्न पौधों की प्योद लाकर प्रदान कर रहे हैं जिससे उनका खेत महक रहा है।
 उन्होंने बताया कि वह गाय का गोबर, गोमूत्र बेसन,खल आदि से खुद आर्गेनिक खाद तैयार करते हैं। सभी पदार्थ मिलकर एक ड्रम में डाले जाते हैं और 15 दिनों तक ड्रम में सडऩे के बाद तैयार हो जाता है जिसे ड्रिप सिंचाई द्वारा पौधों की जड़ों तक पहुंचा देते हैं। अमरूद के पौधे फलों से लदे हुये हैं। जगह कम हैं किंतु पौधों की बहार आई हुई है। अब उन्होंने अंजीर के एक सौ पौधे तैयार किये हैं। 20 पौधे सफेद चंदन केमहक रहे हैं।
पांच फुट लंबी लौकी पैदा की-
रामप्रताप ने अपने खेत में पांच-पांच फुट तक लंबी लौकी पैदा की है। उनका कहना है कि अभी यह लौकी एक फुट तक और बढ़ेगी। वैसे तो अनेकों लौकी लंबाई में बड़ी हैं किंतु अगले वर्ष सात फुट लंबी लौकी पैदा करने का लक्ष्य रखा है। विगत वर्ष उनके खेत में चार चार किलो तक वजन की मूली उगाई थी।  उनकी फल सब्जियों आर्गेनिक खेती को देखने के लिए अन्य किसान आ रहे हैं तथा उनके नक्शे कदमों पर चल रहे हैं।
क्या कहते हैं कृषि अधिकारी-
पूर्व खंड कृषि अधिकारी डा देवराज एवं वर्तमान कृषि विशेषज्ञ मनोज कुमार का कहना है कि दिनोंदिन खाद और उर्वरक खेतों में डालने से जहां खेती में पैदावार बढ़ गई है किंतु रोग बढ़ते ही जा रहे जिसके चलते अब किसानों का रुझान आर्गेनिक खेती की ओर जाने लगा है। आर्गेनिक खेती जहां सेहत के लिए लाभकारी एवं पर्यावरण भूमि के लिए भी बेहद लाभकारी है। अब आर्गेनिक खेती का भविष्य नजर आ रहा है।
फोटो कैप्शन 01: हल्दी, चंदन के पौधे दिखाते हुये रामप्रताप यादव
 फोटोक कैप्शन 2,3 एवं 4:पांच-पांच फुट लंबी लौकी दिखाते हुए रामप्रताप। 

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