पृथ्वी ग्रह को बचाना होनी चाहिए प्राथमिकता-मदनमोहन
--पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल
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कनीना की आवाज। वरिष्ठ प्राध्यापक मदनमोहन कौशिक का कहना है कि 22 अप्रैल 1970 से यह दिन हर साल पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस मनाने के पीछे हमारा उद्देश्य यही है कि हम पृथ्वी को एक बहुत ही सुंदर ग्रह बनाएं इसके लिए आवश्यक है कि हम लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करें तथा इसे बचाने के लिए किया जा रहे, प्रयासों को प्रोत्साहित करें। आज इस घायल ग्रह को जीवित रखने के लिए हम सब का प्रयास जरूरी है ।इसके लिए वनों की अंधाधुंध कटाई को रोके,ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाकर धरती का श्रृंगार करें,प्राकृतिक संसाधनों का कम से कम दोहन करें, जीव जंतुओं व वन्य जीव प्राणियों का संरक्षण करें, कीटनाशकों तथा उर्वरकों का सीमित मात्रा में प्रयोग करें, डीजल व पेट्रोल की जगह वैकल्पिक ईंधन जैसे सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन का प्रयोग करें। हमारी पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है जिस पर हम सबको मिलकर रहना है, अत: इसके संरक्षण के लिए हम सब का योगदान बहुत जरूरी है, तभी हम आने वाली पीढिय़ों को एक सुंदर और स्वस्थ पर्यावरण दे पाएंगे, वरना वह दिन दूर नहीं जब मनुष्य का अस्तित्व ही इस दुनिया से मिट जाएगा।
फोटो कैप्शन: मदनमोहन कौशिक
किसान जुटे कृषि कार्यों में
-कपास की ओर रुझान कम
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कनीना की आवाज। किसान एक बार फिर से खरीफ फसल की तैयारियों में लग गए हैं। रबी फसल पैदावार लेने के बाद अन्न को बेच रहे हैं वहीं किसान खरीफ विशेषकर कपास की बीजाई की तैयारियों में लगे हैं। खेतों में खाद डालने का काम जारी है।
वैसे तो किसानों की प्रमुख फसल गेहूं की है। किसान गेहूं को खाने के लिए सबसे अधिक प्रयोग करते हैं वहीं बाजरे की फसल चारे के लिए अधिक उपजाया जाता है और खाने के लिए कम। रबी फसल बेहतर पैदावार नहीं दे पाई। कुछ पैदावार हुई बेचकर घर के कामों के लिए धन प्राप्त किया है। विगत वर्षों से किसान कपास फसल की ओर आकर्षित हुये थे किंतु विगत वर्ष कपास की फसल में रोग आ जाने से किसान नुकसान की ओर चले गये थे। परिणामस्वरूप इस बार किसानों का रुझान कपास की ओर कम है।
अब किसान खरीफ फसल की तैयारी में लग गया है। खेतों में खाद डालने विशेषकर गोबर का खाद डालकर उसे बिखेरने तथा बारिश होने का इंतजार करेंगे। किसान गर्मियों में अपनी ऊंटगाड़ी, ट्रैक्टर एवं ट्राली से खाद खेतों में डालते हैं।
कनीना के किसान अजीत सिंह, योगेश कुमार, रोहित कुमार ने बताया कि रबी फसल पैदावार लेने के तुरंत बाद किसान अपनी खरीफ फसल में लग जाता है। इस दौरान बाजरा, ग्वार एवं कपास आदि उगाते हैं। किसानों ने बताया कि खरीफ फसल पूर्णरूप से बारिश पर आश्रित है। वर्षा होने पर बीजाई कर देते हैं।
किसान पशु पालक होने के कारण पशुओं के गोबर से खाद बनाते हैं या फिर गोबर से कंपोस्ट व केंचुआ खाद बनाकर खेतों में डालने लगे हैं। किसान मेहनती है और गर्मी में भी खेतों में खाद डाल रहे हैं।
फोटो कैप्शन 03: किसान खेत में खाद डालते हुए।
गर्मी से बचने के लिए डाक्टर की सलाह-
पुदीना और कच्चे आम की चटनी खाए
-प्याज अधिक प्रयोग करें -डा.विनय कुमार
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कनीना की आवाज। दिनों दिन गर्मी बढ़ रही है और गर्मी में खानपान उचित रखने के लिए आयुर्वेदिक मेडिकल अधिकारी, डा विनय कुमार शर्मा बताते है कि गर्मी के दौरान अधिक से अधिक पानी और लस्सी पिये, गरिष्ठ भोजन कभी प्रयोग ना करें, सलाद अधिक से अधिक प्रयोग करें।
उन्होंने बताया कि पूरे कपड़े पहन कर रखे तथा बाहर जाना हो तो पूरी बाजू के कपड़े पहनकर ही बाहर निकले, सिर को नंगा न रखें । उन्होंने बताया कि पुदीने और कच्चे आम की चटनी बहुत लाभप्रद होती है। ठंडाई के लिए राबड़ी प्रयोग की जाये, फ्रिज का पानी नहीं पीना चाहिए,घड़े का पानी ही प्रयोग करें।
डा शर्मा बताते हैं कि गर्मी में पाचन प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। ऐसे में प्याज टमाटर जैसी सलाद सेहत के लिए अच्छी है वहीं गर्मी से बचाती है जिनमें पानी भी अधिक होता है। उन्होंने बताया कि हल्का भोजन, हल्की सब्जी लेनी चाहिए जिनमें घिया, तोरई, दाल मूंग प्रयोग करें, दलिया अधिक प्रयोग करें। तीनों वक्त भोजन ले लेकिन भोजन समय पर ही प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि गर्मी से बचने के लिए हो सके तो घर में ही रहे यदि बाहर जाना हो तो शरीर को पूरा ढककर निकले।
फोटो कैप्शन: डा विनय कुमार शर्मा
लोकसभा चुनावों ने कनीना पालिका चुनावों में डाला अड़ंगा
-विधानसभा चुनावों के बाद चुनावों की संभावना
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कनीना की आवाज। कनीना नगरपालिका के भविष्य में चुनाव होने जा रहे हैं। 14 वार्डों में 10 हजार से अधिक वोटर है। जहां कनीना पालिका का कार्यकाल मई 2024 में पूरा हो चुका है तथा कनीना पालिका के प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह बनाये हुये हैं। कनीना पालिका के चुनावों की चर्चाएं शुरू हो गई थी किंतु वार्डों का आरक्षण प्रधान पद का आरक्षण और फिर एक वार्ड बढ़ाकर 13 वार्डों की बजाय 14 वार्ड बनाये गये हैं। चुनावों के लिए बार बार तिथि का कयास लगाया गया, चुनाव लडऩे वालों की लंबी लाइन बनी किंतु धराशाई हो गई। हुक्के के चारों ओर 5 से 7 लोग बैठे मिलकर हुक्के की गुडग़ुड़ाहट पर चुनावी चर्चा छेड़ रहे थे। अक्सर यही चर्चा होती है कि इस बार युवा पीढ़ी को कमान सौंपी जाए। वैसे भी अधिकांश युवा आगे आ रहे हैं। एक पूर्व प्रधान ने तो पहले ही अपने लड़के की चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी थी। चुनाव के लिए भाग दौड़ शुरू हो गई थी। चुनाव लडऩे वाले रातों रात रणनीति बना रहे हैं ताकि विजयी हो सके। किंतु लोकसभा चुनावों की ओर प्रदेश चला गया जिसके चलते पालिका चुनाव अब लोकसभा के बाद विधानसभा के चुनावों के बाद ही संभव नजर आते हैं। अभी कनीनावासियों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
नगरपालिका इतिहास--
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। जब जब कनीना पालिका चुनाव आते हैं तब तब एक ही बात उठती है कि सशक्त, ईमानदार और विकास पुरुष को प्रधान पद के लिए आगे लाया जाए किंतु हकीकत है अभी तक ऐसा कोई सशक्त व्यक्तित्व सामने नहीं आया है जो पुराने चुनाव लड़ते आ रहे लोगों को टक्कर दे सके। हो सकता है भविष्य में ऐसा कोई चेहरा उभर सकेगा।
इस बार पालिका प्रधान के चुनाव डायरेक्ट होना सभी लोगों के मन को लुभा रहा है क्योंकि अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है और बेहतर से बेहतर प्रत्याशी ढूंढने की तैयारियों में जुटे हुये हैं।
कनीना पालिका के चुनाव अब विस्मृतियों की ओर चले गये हैं। लोकसभा चुनावों की चर्चाएं अब सिर चढ़कर बोल रही हैं। ऐसे में कनीना पालिका के चुनावों कोसों दूर नजर आने लगे हैं।
फोटो कैप्शन: कनीना नगरपालिका।
हनुमान जन्मोत्सव पर विशाल भंडारे व जागरण का होगा आयोजन
-लड्डू बनाने की तैयारी शुरू
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कनीना की आवाज। हनुमान जन्मोत्सव 23 अप्रैल के उपलक्ष्य पर कनीना पावर हाउस पर 14वां विशाल जागरण एवं भंडारे का आयोजन किया गया है।
कनीना के पावर हाउस में विगत वर्षों की भांति विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा वहीं भंडारे की पूर्व रात्रि मोलडऩाथ सत्संग मंडल भजन आयोजित करेगा। कनीना पावर हाउस के रामरतन गोमली जेई ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि प्रसाद बतौर लड्डू बनाने का काम शुरू हो गया है। उप-मंडल कनीना का यह सबसे बड़ा भंडारा होता है। उधर हनुमान जयंती 23 अप्रैल को कनीना एवं आस पास विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। नांगल हरनाथ के निर्मल शास्त्री, सेहलंग के मनीराम ने बताया कि उनके यहां हनुमान जन्मोत्सव पर रोट का आयोजन किया गया है। विभिन्न गांवों में भंडारे लगने जा रहे हैं।
फोटो कैप्शन 02: कनीना के पावर हाउस पर प्रसाद बतौर लड्डू निर्माण करते हुए।
मतदाता को समझनी चाहिए वोट की कीमत-रामरतन गोमली
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कनीना की आवाज। रामरतन गोमली जेई का कहना है कि वोट जरूर डालना चाहिए। वोट डालने का अधिकार चुनाव आयोग ने दिया हुआ है। वोट से अपनी मनपसंद प्रत्याशी का चुनाव कर सकते हैं। अपनी पसंद के प्रत्याशी का चुनाव करने के लिए वोट डालना जरूरी है। उनका कहना है कि चुनाव आयोग समय-समय पर वोट बनाने का कार्य करता है और ऐसे समय वोट जरूर बनवा लेना चाहिए। वोट बनवाना ही नहीं वोट डालना भी जरूरी है। वोट डालते समय किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। यदि हम नापसंद का और अच्छे नेता का चुनाव नहीं करेंगे तो वह सरकार में रहकर अच्छे कार्य नहीं करेगा। ऐसे में अच्छे कार्य करवाने के लिए बेहतर नेता का चुनाव करना चाहिए।
फोटो कैप्शन-रामरतन गोमली जेई
पृथ्वी दिवस-22 अप्रैल
पृथ्वी मां है, इसे बचाये-लक्की
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कनीना की आवाज। पृथ्वी हमारी मां है इसे बचाये। ये विचार क्षेत्र के समाजसेवियों के हैं। उन्होंने पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी को बचाने की अपील की।
*** पृथ्वी के बगैर हमारा जीवन संभव नहीं है जैसे हमें अपने जीवन के लिए पृथ्वी की जरूरत है वैसे ही आज पृथ्वी को भी हमारी जरूरत है। क्योंकि पिछले कुछ दशकों में हमारी पृथ्वी पर प्रदूषण बहुत बढ़ा हैं उससे हमारी पृथ्वी को काफी नुकसान हो रहा है। जीने के लिए रोटी कपड़ा और मकान की जरूरत पड़ती है जो हमें इस पृथ्वी से ही मिलते हैं तो हमारा भी कोई दायित्व बनता हैं कि हम इस पृथ्वी के लिए कुछ करने और अपने आने वाली पीढ़ी की रक्षा करने का भी प्रण ले।
---लक्की सिंगड़ा
यदि पृथ्वी पर इसी तरह प्रदूषण होता रहा तो एक दिन ऐसा आएगा कि हमारी पृथ्वी हमारी जरूरतों के विपरीत काम करने लगेगी। पृथ्वी को बचाने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पानी बचाने की आवश्यकता हैं। पालीथिन के प्रयोग पर बैन करना होगा,पेड़ पौधे लगाने की आवश्यकता है।
किसी भी दिवस का महत्व तभी है जब मानव अपनी जिम्मेदारी समझे अन्यथा यह आम दिनों की तरह सामान्य दिन है। हमारी पृथ्वी का मतलब यह नहीं कि यह सिर्फ मनुष्य के लिए है अपितु यह इस धरा पर रह रहे सभी जीव जगत के लिए है। सभी का इस पर समान अधिकार है। मानव इतना निर्दयी हो गया है कि वो सभी फैसले जीव जगत की परवाह किए बगैर अपनी सुविधा अनुसार ले रहा है। यह अंतराष्ट्रीय समस्या है। इसके लिए प्रयास भी विश्व स्तर पर करने होंगे। विगत वर्षों वैश्विक लाकडाउन में प्रर्यावरण सन्तुलन में जो सुधार हुआ था वो हमारे लिए उदाहरण है। मिलों दूर से हिमालय दिखाई दे ने लगा था। और वायु शुद्धता सूचकांक में सुधार हुआ था। विकसित देशों को यह विचार करना होगा कि वे सभ्यता के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं या विनाश के लिए। हमारी संस्कृति में वृक्ष पूजन के बिना कोई अनुष्ठान संपन्न नहीं होता था।
--राजेंद्र सिंह वृक्षमित्र कनीना
पेड़-पौधे लगाकर उनका लालन-पालन करने में एक महिला होकर भी योगदान दे रही है। आज तक 1000 से ज्यादा पौधरोपण करने का कार्य किया है। बेटियों को समर्पित मुहिम एक बेटी-एक पौधा मुहिम को भी लगातार आगे बढ़ाते हुए 500 से ज्यादा पौधरोपण कर बेटियों को पर्यावरण के साथ जोड़ा हैं। पौधरोपण कर न केवल हरियाली को बढ़ावा दिया बल्कि युवा पीढ़ी में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाई है। जन्मदिवस हो या अन्य कोई अवसर या त्यौहार हो ,प्रत्येक अवसर पर पौधा लगाने की एक परम्परा भी शुरू सी हो गई हैं।
---पिंकी यादव,र्यावरणविद
पौधे लगाकर हरियाली पैदा करने के अलावा गांव में 3 पार्क तैयार किये गये हैं।
जिसमें मुख्य बस स्टैंड पर हनुमान पार्क विकसित किया है जिसमें घास के साथ साथ ट्रक के दोनों तरफ सैकड़ों पौधे लगाए हैं। इसके साथ ही राधा कृष्ण मंदिर के पास पार्क व अंबेडकर पार्क बनाया जिसमें सैकड़ों पौधे लगाये हैं। इसके साथ ही गाव की जंगलात एक एकड़ भूमि पर फलों की वाटिका लगाई जिसमें 250 पौधे जामुन, आम, इमली, लेहसुआ आदि के है। इसके साथ ही जंगलात में पीपल ,बरगद, पापड़ी, अर्जुन, कनेर, चंपा आदि के 450 पौधे लगाकर जंगलात को हराभरा करने का प्रयास कर रहे हैं।
---मनोज रामबास पर्यावरणविद
फोटो कैप्शन: लक्की सिगड़ा, मनोज मेघनवास, पिंकी यादव, राजेंद्र सिंह।
महिला हुई गुम, गुमशुदगी का मामला दर्ज
--अस्पताल का नाम लेकर गई थी
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के एक गांव से 40 वर्षीय महिला अस्पताल जाने का नाम लेकर गई थी, घर लौटकर नहीं आई। उसकी सास ने कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है। गुम हुई महिला की सास ने बताया कि 40 वर्षीय मेरी पुत्रवधू 19 अप्रैल को शाम के समय अस्पताल जाने का नाम लेकर घर से गई थी किंतु घर लौटकर नहीं आई। उन्होंने उसकी तलाश किये जाने की मांग की है। कनीना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।
बढ़ती गर्मी और चुनावी चर्चाओं के बीच, 406वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन है धरना
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। धरने की अध्यक्षता डा लक्ष्मण सिंह सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार के प्रति ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। ग्रामीण इस बात पर अड़े हुए हैं कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा 2 साल पहले पचगांव गुरुग्राम रैली में राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की घोषणा की गई थी। ग्रामीणों ने लड्डू बांटकर खुशी मनाई थी। लेकिन कट का काम अब तक शुरू नहीं किया गया है। ग्रामीणों का आक्रोश होना स्वाभाविक है। केंद्र सरकार के प्रति ग्रामीणों का विश्वास खत्म हो रहा है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार ग्रामीणों की पीड़ा को समझे और जितना जल्दी हो सके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू करवाया जाए अन्यथा ग्रामीणों को मजबूरन सरकार का विरोध करना पड़ेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी 40 गांवों के बीच से गुजर रहा है, उस पर चढऩे -उतरने का मार्ग नहीं होने से, इन ग्रामीणों का विकास नहीं हो सकता। जब तक कट का काम शुरू नहीं होगा, हमारा धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर सतपाल चेयरमैन , डॉ लक्ष्मण सिंह , नरेंद्र शास्त्री, मास्टर विजयपाल, पहलवान रणधीर सिंह, ओम प्रकाश, पूर्व सरपंच हंस कुमार, दाताराम, सत्य प्रकाश, शेर सिंह, राजेश, मनफूल, बाबूलाल, सीताराम, पहलवान धर्मपाल, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, वेद प्रकाश, सूबेदार हेमराज अत्री, डा. राम भक्त, मास्टर विजय सिंह, रोशन लाल आर्य व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 01: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसान।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कनीना क्षेत्र में पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों ने निकाला फ्लैग मार्च
कनीना की आवाज।
आमजन से शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न करवाने व कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की।
इस दौरान युवाओं से भी अपील की कि किसी प्रकार की अफवाहों में आकर उग्र प्रदर्शन ना करें।
पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के निर्देशानुसार कनीना पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों और पैरामिलिट्री के जवानों ने सौहार्दपूर्ण, भाईचारा एवं सुरक्षा का संदेश देने के उद्देश्य से कनीना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला और लोगों से भयमुक्त मतदान करने की अपील की। वहीं उन्होंने असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को लेकर पुलिस को सूचित करने की बात कही। कनीना पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों ने कनीना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला।
लोकसभा चुनाव को लेकर महेंद्रगढ़ पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों और पैरामिलिट्री के जवानों ने कनीना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकालकर आमजन को निर्भीक होकर मतदान करने का संदेश दिया और सभी पुलिस जवानों को चुनाव के दौरान कड़ी चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर थाना प्रभारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस के जवान पूरी तरह चौकसी व सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा कि फ्लैग मार्च से जहां आम आदमी में सुरक्षा की भावना पैदा होगी और वे निर्भीक होकर मतदान करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने पुलिस कर्मचारी/जवानों से कहा कि चुनाव के दौरान आम आदमी के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार कर उनका सहयोग लें और उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए।
फ्लैग मार्च के दौरान जिला पुलिस ने युवाओं से भी अपील की कि किसी प्रकार की अफवाहों में आकर उग्र प्रदर्शन ना करें। उग्र प्रदर्शन करने वाले किसी भी उपद्रवी को नहीं बख्शा जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला पुलिस की युवाओं से अपील है कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें और किसी भी प्रकार की अफवाहों में ना आएं।
फोटो कैप्शन 04: मार्च पास्ट निकालते हुए।
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