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Thursday, April 11, 2024



 
6 बच्चों की मौत पर पूरा देश गमगीन
--दुर्घटना में रामबिलाश शर्मा के भोजे के पुत्र की भी हुई है मौत
--काश चालाक को नहीं दी गई होती चाबी तो बच सकती थी जान
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कनीना की आवाज। उन्हाणी के पास जीएल पब्लिक स्कूल की बस की दुर्घटना में जहां शराबी पीकर चालक के कारण 6 बच्चों की जान चली गई ,कई घायल हो गए जिसको लेकर पूरा ही देश गम में डूब गया है। छोटे-छोटे बच्चों को मौत का मुंह देखना पड़ा। जब चालक सुबह सेहलंग, खेड़ी तलवाना, झाड़ली धनौंदा से होकर आ रहा था तो रास्ते में उनकी चाबी छीन ली गई थी। क्योंकि वह शराब के नशे में था किंतु बाद में वह चाबी दे दी गई। अगर चाबी नहीं दी गई होती तो बच्चों की जान बच सकती थी। यहां तक की पुलिस में भी एक व्यक्ति ने अपना बयान दर्ज करवाया है कि उसकी चाबी छीन ली थी किंतु वापस दे दी गई।

    
    




सड़क हादसे में मामला दर्ज
- विभिन्न धाराएं लगाई
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कनीना की आवाज। डीएसपी कनीना महेंद्र सिंह ने बताया उन्हाणी के पास सड़क हादसे में 6 बच्चों की मौत हो गई। उनके शवों का पोस्टमार्टम करवा कर उनके परिजनों को सौंप दिए, जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वही स्कूल प्रशासन के विरुद्ध 304/120 बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है वहीं गाड़ी की फिटनेस न होने के कारण एमवी एक्ट भी लगा दिया है। इसके अतिरिक्त गाड़ी चालक धर्मेंद्र सहित दीप्ति तथा होशियार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि स्कूल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन भी गाडिय़ों में नहीं किया गया है।




घड़ी महासर माता मेला 15 अप्रैल को
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कनीना की आवाज। क्षेत्र का प्रसिद्ध घड़ी महासर का माता मेला शुक्ल सप्तमी 15 अप्रैल को लगने जा रहा है। विस्तृत जानकारी देते हुए प्रभातीलाल, प्रमोद शर्मा, सत्यवीर, धनराज आदि ने बताया कि वर्ष में दो बार यह मेला लगता है भारी भीड़ जुटती है और यहां पर प्रसाद अर्पित करते हैं। यहां मांगी गई मन्नत पूर्ण होती है।
 फोटो कैप्शन 10: माता मंदिर घड़ी महासर





सड़क हादसे पर जताया गहरा दुख
--विभिन्न नेताओं ने जताया शोक
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव उन्हाणी के पास स्कूल बस हादसे में 6 बच्चों की मौत होने के बाद विभिन्न नेताओं और प्रबुद्ध जनों ने शोक संवेदना व्यक्त की है।
पूर्व सांसद सुधा यादव तथा पूर्व अध्यक्ष कनीना नगर पालिका सतीश जैलदार ने इस दुर्घटना पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि ऐसी दुर्घटना की पुनरावृत्ति ने हो इसके लिए प्रशासन ने व्यापक प्रबंध करने चाहिए। बस दुर्घटना पर डॉक्टर हिम्मत सिंह कनीना ने शोक जताया है। शोक जताने के लिए 12 अप्रैल को श्रुति चौधरी गांव में पहुंचेगी।
उन्हाणी गांव के पास स्कूल बस के दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में कई बच्चों की दु:खद मौत पर हरियाणा कांग्रेस ने गहरा दुख प्रकट किया है। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह दिल दहला देने वाला हादसा है। परमात्मा परिवारजनों को ये दु:ख सहने की क्षमता दे और दिवंगत को अपने चरणों में स्थान दें। उन्होंने चोटिल छात्रों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही उन्होंने कहा कि हादसे के पीछे ड्राइवर के शराब पीने समेत कई तरह की लापरवाहियों की खबरें सामने आ रही हैं। सवाल यह भी है कि ईद की छुट्टी के बावजूद बस बच्चों को लेकर क्यूं और कहां जा रही थी। इसलिए पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी पीडि़त नौनिहालों व परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हादसे की खबर से पूरा देश सन्न रह गया। परिजनों के लिए निश्चित ही यह बेहद दुख की घड़ी है। वो भगवान से परिवारजनों और घायल बच्चों के लिए प्रार्थना करते हैं। साथ ही सरकार से आग्रह करते हैं कि स्कूल बसों की सुरक्षा को पूरी तरह रिव्यू किया जाए ताकि भविष्य में ऐसा कोई हादसा पेश ना आए।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि हादसा अत्यंत पीड़ादायक है। उनकी शोक-संवेदनाएं उन तमाम पीडि़त परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने बच्चों को दर्दनाक हादसे में खोया है। साथ ही वह सरकार से मांग करते हैं कि घायल बच्चों के इलाज के लिए तमाम जरूरी व्यवस्थाएं की जाएं। उन्होंने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच, दिवंगतों के परिवारजनों व घायलों के लिए उचित मुआवजे की मांग भी उठाई है।





दुर्घटना पर शिक्षामंत्री ने जताया शोक, पहुंची झाड़ली
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कनीना की आवाज। हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा वीरवार प्रात: उन्हानी मोड पर स्कूल बस दुर्घटना में घायलों का हाल-चाल जानने व मृतकों के पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल महेंद्रगढ़ पहुंचे। इस मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री प्रोफेसर रामबिलास शर्मा के साथ हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा भी मौजूद रही। पूर्व शिक्षा मंत्री  ने उक्त दुर्घटना पर गहरा दुख जताते हुए शोक संतृप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की साथ ही दुर्घटना में घायलों को जल्द उपचार की कामना की। उन्होंने कहा कि झाड़ली गांव रिश्तेदारी का गांव है इस घटना में मृतक स्कूल बच्चों में मेरे भांजे का पुत्र भी शामिल है। बाद में पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के साथ मृतक बच्चों के अंतिम संस्कार में झाड़ली तथा धनौंडा गांव पहुंचे। इस मौके पर शिक्षा मंत्री  सीमा त्रिखा कहा कि इस मामले में कुछ गिरफ्तारी हो चुकी है बचे हुए दोषी व्यक्तियों को नहीं बक्शा जायेगा उन्हें भी हालत में गिरफ्तार किया जाएगा। शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने भी उक्त घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए घायलों के सिद्ध स्वास्थ्य की कामना की।





सड़क हादसे के मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को किया गिरफ्तार,
--बस चालक, स्कूल प्रिंसिपल और स्कूल का सचिव काबू
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कनीना की आवाज। महेंद्रगढ़ जिले के कनीना में उन्हानी के पास सड़क हादसा हो गया, हादसे में 6 बच्चों की मृत्यु हो गई। जीएल पब्लिक स्कूल की बस बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी, बस ड्राइवर ने शराब पी हुई थी, ओवरटेक करते समय बस पेड़ से टकराकर पलट गई, इस हादसे में बस में बैठे बच्चे घायल हो गए। हादसे में घायल बच्चों को पब्लिक द्वारा और कुछ को एंबुलेंस द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया। बस चालक को पब्लिक द्वारा मौके से काबू कर पुलिस के हवाले किया गया। पुलिस द्वारा बस चालक का मेडिकल कराया गया। ड्राइवर ने शराब का सेवन किया हुआ था, शराब के नशे में चालक बस चला रहा था।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। इस दौरान डीएसपी मोहिंद्र सिंह और डीएसपी हरदीप सिंह भी मौजूद रहे। एसपी ने मौके पर स्थिति का जायजा लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करें और आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके बाद एसपी ने हादसे में मृतक बच्चों के परिजनों से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि आरोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। दक्षिण रेंज आईजी राजेंद्र कुमार भी कनीना पहुंचे और घटनास्थल का दौरा किया। आईजी ने कहा कि मामले की बारीकी से जांच कर आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के दिशा-निर्देशों में मामले में कार्रवाई के लिए सीआईए महेंद्रगढ़, साइबर सेल और थाना शहर कनीना की टीमों का गठन किया गया। एसपी निर्देशानुसार गठित टीमों ने बस चालक धर्मेंद्र वासी सेहलंग को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद टीमों ने छापामारी करते हुए स्कूल प्रिंसिपल दीप्ति वासी कनीना को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मामले में एक आरोपित होशियार सिंह वासी कनीना स्कूल के सचिव को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
फोटो कैप्शन 08:स्कूल प्रिंसिपल दीप्ति वासी कनीना को भी गिरफ्तार करते हुए
            09: आरोपित होशियार सिंह वासी कनीना स्कूल के सचिव को गिरफ्तार करते हुए
         फोटो नंबर 8,9,10:दक्षिण रेंज आईजी राजेंद्र कुमार घटनास्थल पर।






शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा सहित विभिन्न पूर्व शिक्षा मंत्री पहुंचे झाड़ली
--उन्हाणी स्कूली बस दुर्घटना का मामला
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव उन्हाणी के पास हुए सड़क हादसे में 6 बच्चों के मारे जाने के बाद शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा, पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा, अटेली विधायक सीताराम यादव, एसडीम कनीना सुरेंद्र सिंह सहित विभिन्न अधिकारी झाड़ली पहुंचे।
 झाड़ली में गमगीन लोगों से उन्होंने बात की। उल्लेखनीय है कि पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा के भांजे का लड़का युवराज की भी इस दुर्घटना में मौत हो गई है। ऐसे में सीमा त्रिखा शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी तथा सभी अधिकारियों को आदेश दे दिया कि अपने-अपने आधीन स्कूलों में नशा करने वालों चालकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे तथा उनके स्टाफ पर नजर रखे। साथ में स्कूलों के कागजात पूरे करने के आदेश भी दिए हैं। दो से चार दिनों में उन्हें अपने कागज जमा करवाने होंगे। यदि कागज पूरे नहीं है तो आरटीओ के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे दोषियों को कभी बख्शा नहीं जाएगा। साथ में पूर्व शिक्षा मंत्री ने भी राजपत्रित अवकाश के दिन स्कूल चलाने वाले दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया और कहा कि निर्दोषों को कभी तंग नहीं किया जाएगा। इस मौके पर गमगीन माहौल में बच्चों का दाह संस्कार कर दिया है।
 उधर कनीना के उप नागरिक अस्पताल में जिला उपयुक्त मोनिका गुप्ता ने दौरा किया। उनके साथ एसडीएम कनीना भी थे। उन्होंने अस्पताल में डाक्टरों से बातचीत की तथा घायल बच्चों की जानकारी ली। उधर दुर्घटना के संबंध में कुछ स्कूल के लोगों को हिरासत में ले लिया है तथा आगामी कार्रवाई जारी है।
 उधर कनीना अप नागरिक अस्पताल के डाक्टर जितेंद्र मोरवाल ने बताया कि अब तक उनके पास 31 घायलों का ब्यौरा है। बस हादसे में 15 बच्चे उप-नागरिक अस्पताल में लाए गए जिनमें से एक की पहले ही मौत हो चुकी थी। 14 घायल थे, घायलों का उपचार किया गया और हायर सेंटर रेफर कर दिया। दो जो कम घायल थे उनका इलाज करके घर पर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि 16 बच्चे सीधे कनीना के निजी अस्पताल निहाल में पहुंच गए। जिनमें से पांच मृतक तथा 11 घायल थे। निहाल अस्पताल से भी 11 घायलों को विभिन्न अस्पतालों में जैसे आदित्य अस्पताल, शकुंतलम अस्पताल, मातृका अस्पताल भेज दिया है। उन्होंने बताया कि घायलों की स्थिति स्थिर है परंतु शकुंतलम अस्पताल से भी बच्चों को हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
 बहरहाल कनीना और आसपास गांव में गमगीन माहौल है, चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग जहां भी जाए बस इसी चर्चा में लगे हुए हैं। दो गांव धनौंदा और झाड़ली आज आंसू बहा रहे हैं
फोटो कैप्शन 07: शिक्षामंत्री उसहित विभिन्न अधिकारी झाड़ली में।




 दर्दनाक हादसे को देख पाना भी कठिन
-सड़क पर बहा खून का नाला
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव उन्हाणी के पास सड़क हादसे में जहां 6 बच्चों की मौत और तीन दर्जन के करीब घायलों के बाद सड़क देखने लायक नहीं बची है।  सड़क पर जहां खून दूर तक फैल चुका है और नदी के रूप में बह रहा है। जिसने भी घटना को देखा बस मौन रह गया और मुख से निकला हाय राम यह क्या हो गया। जब दुर्घटना के बाद बस पलटी तो प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दूर तक धूल ही धूल फैल गई। चीख निकलने लगी। आस पास के लोग मौके पर पहुंचे। जब छोटे-छोटे होनहार बच्चे जिन्हें भविष्य में कुछ बनना था आज सड़क पर पड़े अचेेत हुए थे जिन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि नवरात्रों और ईद के पर्व पर कोई बड़ा तांडव हो गया हो।  चाहे इस मौत का जिम्मेदार कोई भी हो परंतु बस चालक की लापरवाही सबसे बड़ी कारण है। साथ में स्कूल संचालक भी अपनी पुरानी बसों का उपयोग करके इन हादसों को न्योता दे रहे हैं। आज संपूर्ण भारत इस घटना पर शोक जाता रहा है किंतु उन अभिभावक को जिनके बच्चे आज उनसे बढ़ गए हैं जो सुबह हंसते, खाते खेलते बच्चे चले थे, उन्हें क्या मालूम था कि आज उनका अंतिम दिन होगा, वे लौटकर नहीं आएंगे और वह सड़क हादसे में बहुत बुरी दुर्घटना में मारे जाएंगे। मां-बाप की हालत इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिसने भी इस घटना को देखा उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी नरेश कौशिक, शमशेर सिंह ,राजेश कुमार, मनोज कुमार तथा कुछ अन्य लोगों से चर्चा की गई ,उन्होंने कहा कि अपने जीवन में बच्चों का इससे बड़ा हादसा उन्होंने कभी नहीं देखा था। सारी सड़क खून से भीगी हुई थी खून दूर तक बहकर जा रहा था। कुछेक ने देखकर आंसू बहा दिए कुछ उनकी तरफ देख भी नहीं पाए।
  मौके पर सुनील कुमार प्राचार्य एवं उनके साथी पहुंचे और बच्चों को बस से निकालकर अपने निजी वाहनों में कनीना अस्पताल पहुंचा। परंतु इस हादसे ने छह की जान ले ली और भविष्य के लिए प्रश्रचिह्न छोड़ दिया कि अभी वक्त है निजी बस चालकों एवं बेहतर बस न चलाने वाले स्कूल संचालकों के विरुद्ध समाज को एकजुट होकर आगे आना होगा वरना भविष्य में ऐसे हादसे होते रहेंगे।
फोटो केप्शन: सुनील कुमार प्राचार्य





उन्हाणी के पास स्कूली बस हादसा
 कनीना अनाज मंडी के लोगों ने व्यक्त की शोक संवेदना
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कनीना की आवाज।  उन्हाणी के पास निजी बस के पेड़ से टकराने के हादसे में 6 विद्यार्थियों के की मौत के बाद कनीना मंडीवासियों ने शोक संवेदना व्यक्त की, दिनभर अपने प्रतिष्ठान बंद रखें तथा घर पर ही मृतकों के परिजनों के कष्ट सहने की भगवान से प्रार्थना की वहीं इस हादसे में घायलों का बेहतर इलाज करने प्रशासन से मांग की है। साथ में कोई खरीद आदि का कार्य भी नहीं किया गया है। कनीना मंडी के व्यापार मंडल प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष रविंद्र बंसल ने बताया कि दिनभर प्रतिष्ठान बंदे रखे गए और शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने  कहा कि एक ही परिवार के दो सगे भाई भी इस घटना में मारे गए हैं जिसके कारण वह घर ही बंद होने के कगार पर चला गया है।
 फोटो कैप्शन चार: कनीना मंडी के शोक में बंद का नजारा





दो सगे भाइयों का किया गया अंतिम संस्कार
-सांसद पहुंचे शमशान घाट पर
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव उन्हाणी के पास जीआर स्कूल बस हादसे में  6 विद्यार्थियों की मौत की घटना के बाद चहुं ओर सन्नाटा एवं मौन छा गया है। जहां कनीना अस्पताल में दिनभर भारी भीड़ रही, भारी पुलिस प्रशासन का प्रबंध किया गया ताकि किसी प्रकार की अनहोनी ना हो। अभिभावकों  ने भी जमकर हंगामा किया, बहुत रोषपूर्ण रवैया में अभिभावक दिखाई दिये।
जहां छह बच्चों की मौत हादसे में चार झाड़ली और दो धनौंदा गांव के होने के कारण मृतकों माता-पिता और गांव वालों के पास आंसू कम पड़ गए हैं। रो रो कर परिवार वालों का बुरा हाल है। जहां दो बच्चे धनौंदा के इस हादसे में मौत का शिकार हुए हैं वहीं चार बच्चे झाड़ली गांव के हैं जिनकी मौत हो गई है। जहां सबसे बुरा हाल संदीप कुमार और उसकी पत्नी सुषमा का देखने को मिला जिनके दो पुत्र यक्षु और अंशु थे। परिवार में दो ही पुत्र थे।
जहां युवराज झाड़ली की मौत हो गई है। युवराज के पिता किसान है और उनका एक और लड़का है। सत्यम झाड़ली की हादसे में मौत हो गई है जो राकेश का पुत्र था जो परिवार में एक लड़का था तथा एक लड़की और है। पिता जमींदारे का काम करता है। जहां यक्षु और अंशु के पिता संदीप प्राइवेट कंपनी में काम करता है। दोनों सगे भाई सुबह करीब पौने आठ बजे बस में सवार हुए थे। उनकी इच्छा भविष्य में खिलाड़ी बनने की थी और वो इस हादसे का शिकार हो गए। दोनों की चिताएं पास-पास जलाई गई। उनकी मां सुषमा पिता संदीप का बुरा हाल हो चुका है। आज पड़ोस के लोगों ने हादसा बता रहे हैं किंतु अपनी सुध बुध खो बैठे हैं। बाकी दो बच्चे रिंकी और अंशु धनौंदा के निवासी है जो हादसे में मारे गए हैं
श्मशान घाट पर पहुंचे सांसद-
 उधर सांसद महेंद्रगढ़-भिवानीचौधरी धर्मवीर कनीना उपमंडल के गांव झाड़ली के शमशान घाट पर पहुंचे। भारी संख्या में गमगीन लोगों से बात की। सभी लोगों ने एक ही प्रमुखता से बात रखी कि यह हादसा भविष्य में किसी के साथ ना हो ऐसे में सभी निजी स्कूलों की जांच की जाए। बसों की  स्थिति देखी जाए तथा दोषी पाए जाए तो उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए, यहां तक की बसों में लगाए जाने वाले चालकों का चरित्र व्यवहार चेक किया जाए और उन्होंने ट्रेनिंग ले रखी है या नहीं इस बात का भी पता लगाया जाए। नियमों का पालन करने वालों की विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। इस पर सांसद ने कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जायेगा। साथ में उन्होंने गहरी अशोक संवेदना व्यक्त की। एक ही परिवार के दो बेटों की साथ मौत होने पर भी गहरा शोक जताया और भगवान से परिजनों को कष्ट सहने की प्रार्थना की।
 फोटो कैप्शन 5: सांसद चौधरी धर्मवीर शमशानघाट के बाहर बात करते हुए
 फोटो कैप्शन 6: बच्चों का दाह संस्कार





उन्हाणी दुर्घटना के मामले की की जाएगी पूरी जांच
--कनीना स्कूली बस दुर्घटना कांड
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कनीना की आवाज। कनीना के जीएल पब्लिक स्कूल की बस की पेड़ से टकराकर 6 बच्चों के मौत होने और दो दर्जन शादी घायल होने को लेकर विभिन्न अधिकारियों ने कनीना अस्पताल का दौरा किया और शोक जताते हुए अपने अलग-अलग विचार व्यक्त किये। यहां तक की विभिन्न नेता भी मौके पर पहुंचे।
 पूर्व संसदीय सचिव अनीता यादव ने कहा कि चालक की लापरवाही के चलते हादसा हुआ है। जिसमें चालक शराब के नशे में धुत बताया जाता है। उनका कहना है कि कनीना अस्पताल का भवन तो है किंतु डाक्टरों एवं दवाओं का अभाव है। वह स्वयं भी ऐसा अस्पताल में दवाई लेने आती है किंतु न तो स्टेथोस्कोप और न शुगर जांचने का यंत्र सही काम करता है। ऐसे में अस्पताल में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे हादसों के समय डाक्टर एवं दवाओं का होना जरूरी है। उन्होंने इस घटना पर गहरा शोक जताया है और मृत्यु को के परिवारों को दुख सहने की भगवान से प्रार्थना की है।
उधर पूर्व सीपीएस तथा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष संतोष यादव ने मौके पर जाकर घायलों का हाल जाना तथा इस घटना में दोषी सभी लोगों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हुए प्रशासन से मांग की है कि घायलों को बेहतर इलाज दिलाया जाए ताकि बच्चों को सुरक्षित बचाया जा सके। उन्होंने इस हादसे पर गहरा अशोक व्यक्त किया है।
उधर डीएसपी कनीना महेंद्र सिंह ने कहा कि बस चालक तेज गति से चला रहा था। ऐसे में यह दुर्घटना हुई है जिसमें 6 बच्चों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मामले की सघन जांच की जाएगी तथा पत्रकारों द्वारा पूछे गए कुछ प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि चालक का डाक्टरी परीक्षण किया जाएगा तथा बस की फिटनेस रिपोर्ट भी जांची  जाएगी। अभी तक पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई है।
उधर सीएमओ डा. रमेश चंद्र आर्य ने मौके पर पहुंचकर कहा कि जब इस घटना के बारे में सुना तो तुरंत उन्होंने पास के विभिन्न अस्पतालों से एंबुलेंस का प्रबंध करवा दिया, सभी डाक्टरों की तैनाती कर दी तथा मौके पर आए घायलों का तुरंत इलाज शुरू करवा दिया। यहां तक की निजी अस्पतालों में भी डाक्टर को भेज कर उनके इलाज करवाया गया। उन्होंने कहा कि अस्पताल की ओर से डाक्टरों की ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी गई है।
हरियाणा पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के वरिष्ठ एडवोकेट सत्यनारायण ने कहा कि इस हादसे में दोषी किसी को भी किसी सूरत में नहीं बख्शा नहीं जाना चाहिए। सरकार को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए तथा स्कूलों की समय-समय पर जांच करनी चाहिए। बसों की हालत के बारे में भी जरूर जानकारी लेनी चाहिए ताकि इस प्रकार का कोई हादसा भविष्य में न हो सके।
प्रत्यक्षदर्शियों एवं बचाव करने वालों का कहना-
कनीना के नजदीक हुए बस हादसे में जीएल पब्लिक स्कूल की बस के पीछे-पीछे कनीना राजकीय उच्च विद्यालय के हेड मास्टर नरेश कौशिक अपनी गाड़ी के चालक शमशेर के साथ विद्यालय जा रहे थे। जैसे ही उनकी गाड़ी यूरो स्कूल के सामने पहुंची तो देखा कि एक भयंकर हादसा हो चुका है जो कुछ मिनट पहले ही हुआ है तथा बहुत ज्यादा कोलाहल की स्थिति थी। बस के गिरने के कारण धूल उड़ी हुई थी। बस में भारी कोलाहल मचा हुआ था। बस पेड़ से टकराने के बाद गिर गई थी तभी यूरो स्कूल के बस के ड्राइवर दौड़कर आए उन्होंने बहुत ज्यादा मदद की तथा शमशेर सिंह ने भी बच्चों के साथ के निकलने में मदद की तथा उपस्थित लोगों ने बस को खड़ा  किया। भारी खून सड़क पर बिखरा हुआ था तथा काफी बुरी हालत में बस थी। चालक फरार हो चुका था। नरेश कौशिक तुरंत पुलिस थाना प्रभारी रामनाथ चिकित्सा, अधिकारी जितेंद्र मोरवाल तथा पत्रकारों को बताया तथा घायल बच्चों की जो सहायता हो सकती थी उन्हें निकलवाकर यूरो स्कूल की बसों में बिठाकर कनीना के सरकारी अस्पताल तथा निहाल अस्पताल में भिजवाए।
क्या कहते हैं विधायक-
कनीना अस्पताल में पहुंचे एमएलए अटेली सीताराम ने दुर्घटना पर शोक जताया तथा मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही।
फोटो कैप्शन:सत्यनारायण एडवोकेट, सीताराम विधायक, अनीता यादव,नरेश कौशिक एवं समशेर






चालक की लापरवाही से पेड़ से टकरा बस पलटी, 

----6 बच्चों की मौत, 31 घायल
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कनीना की आवाज।
क्षेत्र के गांव उन्हाणी स्थित महिला कालेज के पास बृहस्पतिवार सुबह बस एक पेड़ से टकराकर पलट गई। दुर्घटना इतनी भयंकर थी कि बस टकराते ही स्कूली बच्चे बस के शीशों में से बाहर निकल कर गिर गए। इस घटना में 6 छात्रों की मौत हो गई है। बस में कुल करीब 40 बच्चे थे और 31 घायल हैं। जीएल पब्लिक स्कूल कनीना की यह स्कूल बस सेहलंग, झाड़ली, धनौंदा, से कनीना की ओर बच्चों को लेकर आ रहे थे। ईद की छुट्टी होने के बावजूद भी छुट्टी नहीं की गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चालक बस से कूद गया। इसके बाद बस पेड़ से जा टकराई। इस कारण बस पलट गई। बस की गति तेज होने की वजह से कुछ बच्चे शीशे तोड़ते हुए बाहर निकल कर गिर गए। जिनमें से 6 की मौत हो गई और शेष बच्चे घायल हैं। इनको तुरंत कनीना लाया गया। यहां से कुछ नारनौल और रेवाड़ी रेफर कर दिए गए। मृतकों में  सत्यम(16) झाड़ली,  युवराज(16) झाड़ली,  यक्षु(15)झाड़ली,  वंश(14) धनौंदा, रिंकी(15) धनौंदा, सत्यम(16) झाड़ली, अंशु(15)झाड़ली प्रमुख हैं।  कनीना उप-नागरिक अस्पताल में जो 15 घायल पहुंचे उनमें यशवी, पियूष, पूजा, दिव्या, छवि, हर्ष, बबीता, यंशु, हिना, याशिका, आदित्या, पूजा, आहुज, आरव, तनिश, आरूप, पियूष, भूमिका, अवनी, रविना, मिना, मान प्रमुख हैं। विभिन्न एंबुलेंसों से घायलों को कनीना उप नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। चालक अभी तक फरार है। चालक शराब का आदी होने की बात सामने आ रही है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पता चला है कि सेहलंग एवं झाड़ली के ग्रामीणों ने बस चालक को शराब पिये हुए देखकर रोकने का प्रयास भी किया था, लेकिन वह नहीं रुका।
बाक्स
घटनास्थल पर मच गई त्राहि-
जैसे  ही बस पलटी तो हादसे के साथ ही त्राहि-त्राहि मच गई। हर कोई बच्चों को संभालने में जुटा था। आस-पास के लोग भी एकत्रित हो गए और उन्होंने बच्चों को रेस्क्यू करना शुरू कर दिया। पुलिस को सूचना दे दी गई। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर , उन्हाणी के ग्रामीणों एवं अर्थमूअर मशीन की सहायता से बस को उठाया और उन्हाणी खेल के मैदान में खड़ा कर दिया गया।
क्या कहते हैं डाक्टर मोरवाल-
डा जितेंद्र मोरवाल जो अस्पताल में सबसे पहले मौजूद थे, ने बताया कि कुल बच्चे 3़ घायल हुये हैं जिनमें से 16 निहाल अस्पताल कनीना, कनीना उप नागरिक अस्पताल में 15, मात्रिका अस्पताल रेवाड़ी आइसीयू में दो, नारनौल अस्पताल में रेफर 12, मात्रिका अस्पताल रेवाड़ी के जनरल अस्पताल में 10, आदित्य अस्पताल रेवाड़ी में तीन , शकुंतला अस्पताल में दो तथा दो को कनीना से अस्पताल से छुट्टी दे दी है।
फोटो कैप्शन 01व 05: पेड़ से टकराई बस
             02: पूर्व विधायक संतोष यादव घायलों की जानकारी लेते हुए
03:सीताराम विधायक अटेली घायलों से कनीना अस्पताल में मिलते हुए
04: अनीता यादव पूर्व सीपीएस जानकारी लेते हुए
 06: कनीना उप नागरिक अस्पताल में हंगामा करते अभिभावक।
मृतक बच्चों की फोटो साथ हैं।





कनीना का मां शेरावाली मंदिर
-नवरात्रों में लगती है अपार भीड़
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कनीना की आवाज। मंदिर की स्थापना करीब 16 वर्ष पूर्व हुई है। इसका निर्माण कार्य संजीत यादव कनीना के निवासी की देखरेख में संपन्न हुआ है। इस मंदिर के चारों ओर द्वार एवं विशाल सीढिय़ां हैं। दूर से ही आकर्षित करता हुआ माता मंदिर वर्तमान में विख्यात है। संत मोलडऩाथ आश्रम परिसर में ही यह मां का भव्य मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर के पास बाबा को ग्राउंड है जहां संतों को भोजन कराया जाता है।
मंदिर की भव्य मूर्ति 51 हजार रुपये में जयपुर के प्रसिद्ध कारीगरों द्वारा निर्मित करवाकर विधि विधान से इस मंदिर में स्थापित करवाई गई थी। प्रत्येक नवरात्रों के समय मां के मंदिर को सजाया जाता है। भारी संख्या में भक्तजन यहां आते हैं। इस मंदिर की भव्यता ही इसका आकर्षण है। सुमन रोहिल्ला ने बताया कि कि वो हर वर्ष मां को नवरात्रों में पोशाक पहनाती हैं।
पूजा का विशेष विधान-
नवरात्रों पर समीपी गांवों के भक्तजन आते हैं और अपने साथ नारियल, मां की चुनरी, प्रसाद, मां की ध्वजा लेकर आते हैं और विधि विधान से पूजा करके ध्वजा को अर्पित कर देते हैं। करीब 61 फुट ऊंचे इस मंदिर में आकर पूजा अर्चना करते हैं।
शहर का एकमात्र मां मंदिर-
शहर का यह एकमात्र मां शेरावालीं का मंदिर है। संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ आश्रम परिसर में बने इस मंदिर में भक्तजन अधिक आने के पीछे मंदिरों  का एक समूह विकसित होना है। पास में विभिन्न देवी देवताओं के एक दर्जन मंदिर बने हैं। आकर्षण का कारण शहीद प्रतिमाओं के पास होना भी है। पार्कों से सुसज्जित दस मंदिर को दूर दराज से भी देखा जा सकता है।
नवरात्रों के दिनों में यहां सैकड़ों भक्तजन आते हैं और मां के दर्शन करते हैं। इस मंदिर की देखरेख का काम भी कनीना के संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ आश्रम पर रहने वाले संत ही करते हैं। प्राचीन बाबा मोलडऩाथ आश्रम जोहड़ के किनारे पर स्थित इस मंदिर तक पहुंचना आसान है क्योंकि पास में सामान्य बस स्टैंड स्थित है। वर्ष में दो बार आने वाले नवरात्रों पर भीड़ एक मेले का रूप ले लेती है।
 महेंद्रगढ़ के कनीना कस्बे तक रेल सेवा या बस सेवा से पहुंचा जा सकता है। रेलवे स्टेशन से महज दो किमी बस स्टैंड के पास ही यह भव्य मंदिर दिखाई पड़ता है। बाबा मोलडऩाथ आश्रम के पास मंदिर स्थित है। यहां पर कोई भी पुजारी नहीं रहता है। भक्तजन स्वयं यहां आकर धोक लगाकर अपने घरों को चले जाते हैं।
क्या कहते हैं भक्त-
भक्त दिनेश कुमार का कहना है कि कनीना क्षेत्र में यह विशाल मंदिर है जहां नवरात्रों में सुबह-शाम जोत जलती है और पूजा चलती है। भक्तजन भी यहां आकर जोत जलाते हैं। इस मंदिर में भक्तों का पूरे नवरात्रों में तांता लगा रहता है। दूर दराज से भक्त आते हें और पूजा करते हैं।
क्या कहते हैं पूजारी-
पूजारी रामनिवास महंत का कहना है कि वर्ष में दो बार आने वाले इन नवरात्रों में वे मां के मदिर जाते हैं और पूजा अर्चना करके विशेष आनंद मिलता है। मां के नवरात्रों में वे व्रत रखते हैं और मां की पूजा अर्चना करने के लिए प्रसाद, नारियल एवं चुनरी ले जाते हैं। मां के चरणों में जोत जलाते हैं।
फोटो कैप्शन-01 मां मंदिर, 02 मां की मूर्ति।
साथ में दिनेश एवं रामनिवास















































ग्रामीणों की एक ही मांग, कट बने हमारा
--396वें दिन जारी रहा धरना
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्चितकलीन धरना जारी है। गुरुवार को धरने की अध्यक्षता नरेंद्र कुमार शास्त्री छिथरौली  ने की और उन्होंने बताया कि हमारा एक ही उद्देश्य है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर  बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनना चाहिए। राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा इसमें देरी न की जाए। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर चढऩे- उतरने का मार्ग न होने के कारण नारनौल और चंडीगढ़ जाने वालों के लिए बुचावास- महेंद्रगढ़ और  संसपुर - दादरी जाना पड़ता है। दूरी ज्यादा होने के कारण समय भी अधिक लगता है। हमारा क्षेत्र पहले से पिछड़ा हुआ है और कट न बनने से और ज्यादा पीछड़ जाएगा। राज्य सरकार और केंद्र सरकार विकास की बात करती हैं, इस क्षेत्र का विकास कट बनने के बाद ही संभव है। इससे साफ जाहिर होता है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार इस क्षेत्र के ग्रामीणों का विकास नहीं चाहती है। किसानों के साथ सरकार के द्वारा सरासर ना इंसाफी की जा रही है। ग्रामीण भी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं जब तक केंद्र सरकार कट का काम शुरू नहीं करती है, तब तक धरना जारी रहेगा।
 महावीर प्रसाद शर्मा बवाना धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि आपकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी, इस क्षेत्र को कट की जरूरत है, जायज मांग है, केंद्र सरकार को बनाना है, देरी हो सकती है लेकिन कट अवश्य बनेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन  ने बताया कि धरने को चलते 396 दिन हो गए है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू न होने के कारण धरना स्थल पर बैठे  ग्रामीणों में आक्रोश है।  उन्होंने प्रतिज्ञा ले रखी है जब तक कट का काम शुरू नहीं होगा तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।
फोटो कैप्शन 01: धरने पर बैठे ग्रामीण।














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