Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Wednesday, April 17, 2024


 

कनीना स्कूल बस हादसे में जीएल स्कूल चेयरमैन राजेंद्र सिंह लोढ़ा गिरफ्तार
-अब तक 7 आरोपित हुये गिरफ्तार
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कनीना की आवाज। कनीना में पिछले सप्ताह वीरवार को उन्हानी के पास हुए सड़क हादसे के मामले में पुलिस ने एक ओर आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के निर्देशानुसार डीएसपी मोहिंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित सीआइए महेंद्रगढ़ और थाना शहर कनीना की पुलिस टीमें फरार आरोपितों को पकडऩे में जुटी हुई थी। गठित टीम ने जीएल पब्लिक स्कूल के चेयरमैन राजेंद्र सिंह लोढ़ा निवासी कनीना को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपित हादसे के बाद फरार हो गया था और गिरफ्तारी से बचने के लिए छुप गया था। आरोपित को पकडऩे के लिए टीमें लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। आरोपित को पकडऩे के लिए काफी मशक्कत करते हुए टीमों ने आज आरोपित को रेवाड़ी के गांव बव्वा से पकडऩे में सफलता हासिल की है। पुलिस द्वारा आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में पुलिस द्वारा 7 आरोपितों बस चालक धर्मेंद्र वासी सेहलंग, स्कूल प्रिंसिपल दीप्ति वासी कनीना, होशियार सिंह वासी कनीना स्कूल के सचिव और सेहलंग के रहने वाले बस चालक के चार साथी निट्टू उर्फ हरीश, संदीप, भूदेव और नरेश उर्फ कालिया को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। स्कूल बस चालक ने शराब का सेवन किया हुआ था, शराब के नशे में चालक बस चला रहा था। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जांच करते हुए पता लगाया कि बस चालक ने सेहलंग में बस में अपने साथियों के साथ बैठकर शराब पी थी।
पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के दिशा-निर्देशों में मामले में कार्रवाई के लिए डीएसपी कनीना के नेतृत्व में सीआईए महेंद्रगढ़, थाना शहर कनीना की टीमों का गठन किया गया। एसपी के निर्देशानुसार पुलिस द्वारा मामले में तत्परता से कार्रवाई की गई। टीम द्वारा मामले में अब तक सात आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है। टीम ने बस चालक धर्मेंद्र का लाइसेंस रद्द कराने के लिए आरटीए विभाग को लिखकर भेज दिया है। साथ ही स्कूल प्रिंसिपल और स्कूल सचिव से पूछताछ में संबंधित कागजात बरामद कर जब्त किए हैं।
स्कूल की कक्षा बारहवीं की छात्रा की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। छात्र ने बस चालक, स्कूल प्रिंसिपल और स्कूल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दी। छात्रा ने बताया कि बस चालक शराब पिये हुए था। जिसको बार बार बस धीरे चलाने की कहने पर भी बस तेज चला रहा था और उन्हानी के पास बस पलट गई और पेड़ के टकराने से बस में बैठे बच्चे घायल हो गए और कुछ की मौके पर ही मौत हो गई। गांव खेड़ी तलवाना में बच्चों के परिजनों ने बस चालक के शराब के नशे में होने के कारण बस की चाबी ले ली थी और इस बारे में स्कूल प्रशासन से बात करने पर स्कूल प्रशासन ने अंजाम भुगतने को धमकी दी। जिसके बाद यह हादसा हो गया। छात्रा में शिकायत में बताया कि स्कूल बस में कोई भी हेल्पर नही था और ना ही कोई महिला कर्मचारी नियुक्त थी। पुलिस ने छात्रा की शिकायत पर धाराओं के तहत थाना शहर कनीना में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 09: राजेंद्र सिंह लोढ़ा को गिरफ्तार किये पुलिस।







नहीं हो रहा है कनीना मंडी से गेहूं का उठान
 -सरसों का उठान हो चुका है 30 हजार क्विंटल
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कनीना की आवाज। कनीना की नई अनाज मंडी चेलावास में सरसों की खरीद 5650 रुपये प्रति क्विंटल जबकि गेहूं की खरीद पुरानी अनाज मंडी में 2275 रुपये पर प्रति क्विंटल किया जा रहा है किंतु पुरानी अनाज मंडी गेहूं से अट चुकी है। गेहूं का उठान नहीं हो रहा है।
 रामनवमी के दिन जहां सरसों की तो खरीद हुई किंतु गेहूं की कोई खरीद नहीं हो पाई। विस्तृत जानकारी देते हुए वेयरहाउस मैनेजर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 10 अप्रैल से वेयरहाउस ने सरसों और गेहूं की खरीद करनी शुरू की थी। अब तक का कनीना की नई अनाज मंडी में सरसों 59492 क्विंटल हो चुकी है जबकि रामनवमी के दिन 12528 क्विंटल सरसों खरीदी गई। गेहूं की रामनवमी के दिन कोई खरीद नहीं हो पाई ।सरसों की उठान के बारे में उन्होंने बताया कि 30 हजार क्विंटल सरसों की उठान हो चुका है किंतु गेहूं का उठान अभी तक नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि एफसीआई के आदेश अनुसार गेहूं का उठान किया जाना है। गेहूं कहां कहां भेजा जाएगा यह अभी तक एफसीआई का कोई आदेश नहीं प्राप्त हुआ जिसके कारण अभी तक गेहूं का कोई उठान नहीं हो पाया है। कनीना अनाज मंडी के व्यापार मंडल प्रकोष्ठ उप प्रधान रविंद्र बंसल ने भी उच्च अधिकारियों से संबंध में बात की, कि किसी प्रकार गेहूं का उत्थान किया जाए किंतु गेहूं का उठान न होने से कनीना मंडी गेहूं से अट चुकी है।
 फोटो कैप्शन 8: गेहूं से अटी कनीना अनाज मंडी




कनीना में नेहरू युवा केंद्र ने चलाया मतदान जागरूकता अभियान
-सभी को मतदान करने की अपील
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कनीना की आवाज। बुधवार को कनीना में जिला चुनाव अधिकारी मोनिका गुप्ता और नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी नित्यानंद यादव के नेतृत्व में मतदान जागरूकता अभियान चलाया। खंड समन्वयक ने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व चुनाव में मतदाताओं की शत प्रतिशत सहभागिता के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाई जा रहे हैं। कालेज और संस्थानों में जाकर लोगों को मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की जा रही है। समन्वयक ने कहा कि छोड़ो अपने सारे काम पहले चलो करें मतदान कर नारा लगाकर लोगों को मतदान के लिए जागरूक किया।
खंड समन्वयक रचना शर्मा ने कहा कि हमें किसी प्रलोभन में न आकर स्वतंत्र रूप से मतदान करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमें अपने सपने पूरे करने हैं तो हमें एक अच्छी सरकार चुनी पड़ेगी और तभी हमारे सपने सच होंगे। यह सपने भी तब सच होंगे जब हम सो प्रतिशत लोकतंत्र में मतदान करेंगे। इस मौके पर कमलेश, संदीप मालडा़, दिनेश, राहुल, शालू, रजनी, अशोक, नवीन, प्रदीप, सोनू सहित अन्य और छात्र मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 07:  मतदान के प्रति जागरूक करते हुए नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक







नवरात्रों में नहीं रुकी कनीना खास रेलवे स्टेशन पर फास्ट ट्रेन
--जिले का एकमात्र अभागा रेलवे स्टेशन
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल मुख्यालय का कनीना खास ऐसा अभागा रेलवे स्टेशन होगा जहां केवल पैसेंजर ट्रेन रुकती है। कहने को तो उपमंडल स्तर का रेलवे स्टेशन है किंतु कोई फास्ट और सुपरफास्ट ट्रेन यहां नहीं रुकती है। राजनीति की मार झेलता हुआ यह रेलवे स्टेशन इसका अच्छा उदाहरण है जहां कभी फास्ट ट्रेन रुकती थी उनका भी रुकना बंद हो चला है।
एक वक्त था जब कनीना खास रेलवे लाइन मीटर गेज होती थी यहां पर फास्ट ट्रेन बीकानेर एवं जोधपुर ट्रेने भी रुकती थी किंतु जब से यह लाइन ब्राड गेज में बदली है तब से सभी ट्रेन रुकनी बंद हो गई। एकमात्र पैसेंजर ट्रेन ही यहां रुकती है। ऐसा कोई अधिकारी नहीं है जहां तक कनीना वासियों ने शिकायत नहीं की हो किंतु राजनीति की मार झेलता हुआ आज तक कनीना खास रेलवे स्टेशन नहीं उभर पाया है। कहने को तो भारी संख्या में कनीना में नेता, मंत्री, विधायक हुए हैं और कनीना राजनीति का गढ़ माना जाता है किंतु आज तक रेलवे स्टेशन की सुध नहीं ली है। आश्चर्यजनक तो है कि विगत नवरात्रों तक जहां एक फास्ट ट्रेन का 15 दिनों तक ठहराव होता था वो भी इस बार  के नवरात्रों में नहीं रुकी। यहां किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है। कनीना खास एकमात्र ऐसा रेलवे स्टेशन है जो रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिलों की सीमा पर स्थित है। एक ओर कनीना के बाद रेवाड़ी जिले का जैनाबाद डहीना रेलवे स्टेशन है वहीं दूसरी ओर महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन है। इस रेलवे स्टेशन ने कितने ही रूप देखे हैं। जहां बीकानेर के महाराज भी यहां आकर रुकते थे और जिनके कारण यहां से ट्रेन का मार्ग निकाला गया था। आज यह रेलवे स्टेशन अपनी बिछुडऩे की दास्तान सुना रहा है। वर्तमान में इस रेलवे स्टेशन विद्युतीकरण भी हो चुका है किंतु अफसोस कनीना को उसका हक नहीं मिला है।
सबसे बड़ी विशेषता यह है कि 1935 में स्थापित किए रेलवे स्टेशन कनीना की विशाल अनाज मंडी के चलते स्थापित हुआ था। कनीना की विशाल अनाज मंडी है जिसे दूर दराज तक कनीना मंडी के नाम से ही जाना जाता है परंतु आज तक किसी मंत्री, विधायक, सांसद या अधिकारी की यह नजर नहीं पड़ी है कि कम से कम यहां  सभी ट्रेनों का ठहराव कर दिया जाए ताकि यहां के लोग दूर दराज तक जा सके।
 अहीरवाल का गढ़ और देश सेवा में इस क्षेत्र के हजारों सैनिक कार्यरत है उनके दृष्टिगत भी यहां कोई ट्रेन का ठहरा नहीं किया जाता। पैसेंजर ट्रेन के कारण ही कनीना का विकास नहीं हो पा रहा है। एक और जहां चरखी दादरी से अलवर वाया कनीना वही कोसली से कनीना रेल मार्ग जोड़े जाने की आस लगाए कनीनावासी बैठे हैं। विगत समय में यह विषय चर्चा का विषय बना था।  यदि ये मार्ग जुड़ जाते हैं तो कनीना जंक्शन बन जाएगा और फिर से यहां ट्रेनों की सुविधा मिलने की उम्मीद बन जाएगी।
 फोटो कैप्शन 05: कनीना खास रेलवे स्टेशन







रामनवमी के शुभ अवसर पर, 402वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन है धरना
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्ििचतकालीन धरना जारी है। बुधवार को धरने की अध्यक्षता डा. रामभक्त स्वामी बाघोत  ने की और उन्होंने बताया कि हमें धरना स्थल पर बैठे हुए 13 महीने से ज्यादा समय हो गया है केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की घोषणा की गई थी किंतु आज तक पूरी नहीं हो पाई है।  चुनावों का दौर शुरू है,राज्य सरकार और केंद्र सरकार हमारी मांग पर गौर नहीं कर रही हैं जिसके चलते ग्रामीण नाराज है और पक्के इरादे के साथ धरना स्थल पर बैठे हुए हैं, जब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं होता है, तब तक धरना जारी रहेगा। सरकार ने हमारी मांग पर जल्द कार्रवाई न करने पर इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार हमारी मांग की तरफ ध्यान न देकर, पीड़ा तक को नहीं समझ रही है, किसानों को संदेह हो रहा है कि केंद्र सरकार क्षेत्र की मांग को अनदेखा कर रही है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार से अपनी मांग पूरी करवाने के बाद ही चैन की सांस लेंगे।
इस मौके पर डाक्टर लक्ष्मण सिंह, नरेंद्र शास्त्री, चेयरमैन सतपाल,मास्टर विजय पाल , ओम,  पूर्व सरपंच हंस कुमार, सत्य प्रकाश, सूबेदार हेमराज अत्रि, इंस्पेक्टर सत्यनारायण,  बाबूलाल, पहलवान धर्मपाल, दाताराम, प्यारेलाल,  सीताराम, पंडित मनीराम,  वेद प्रकाश,   ओमप्रकाश,   रोशन लाल आर्य व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 04: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण।







  शीतला माता का भंडारा लगा, भक्तों ने मांगी मन्नत
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कनीना की आवाज। कनीना उपमण्डल  के गांव खेड़ी तलवाना के बाबा भोलागिरी मंदिर में शीतला माता का विशाल भंडारा तथा मेला आयोजित किया गया। मेले में हजारों श्रद्धालुओं  ने मां के जयकारों के साथ शीतला मां के दरबार में धोक लगाकर मनौती मांगी। मां के दरबार में चादर चढ़ा कर समाज तथा इलाके के लिए खुशहाली की कामना की।  
   मेले तथा भंडारे हमारी सनातन संस्कृति के जीवंत अंग हैं। इनसे प्रेम और भाईचारा  बढ़ता है। धार्मिक आस्था बढ़ती है। समाज में समरसता आती है। मेले में कुश्ती/दंगल आयोजित किया गया जिसमें 50 रुपये से लेकर 21 हजार रुपये तक की कुश्तियां करवाई गयी। इस दौरान बलजीत सिंह ,जीत साहब,कप्तान ओमपाल सिंह, कथावाचक मोहित कौशिक, ओमप्रकाश चौहान, बस्तीराम एसडीओ , रामौतार सिंह ,मूल सिंह, रिंकू तंवर,फिनड़ पहलवान , ठाकुर रोतान सिंह ,दिनेश , राजेंद्र सिंह ,बृजमोहन शास्त्री ,ललित शास्त्री,जसवीर सिंह, कृष्ण सिंह, रमेश धडिय़ा ,मुकेश,जगपाल सिंह ,हीरू ,नरेश पहलवान ,राम कुमार नम्बरदार , पूर्ण सिंह नम्बरदार,धूम सिंह, ओम प्रकाश जांगड़ा आदि सैकड़ो गणमान्यों ने मेला के सुचारू संचालन में उल्लेखनीय योगदान दिया।




जीएल के प्राचार्य और सचिव को भेजा 26 अप्रैल तक तक न्यायिक हिरासत में
-- 5 दिन की पुलिस रिमांड के बाद रामनवमी को किया था न्यायालय में पेश
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कनीना की आवाज। उन्हाणी के पास जीएल स्कूल की बस के पेड़ से टकराने से 6 बच्चों की मौत के मामले में जहां अब तक 7 आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं जिनमें से पांच को पहले ही न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है वहीं जीएल स्कूल की प्राचार्य दीप्ति एवं सचिव होशियार सिंह को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा हुआ था। आज उन्हें कनीना के न्यायिक परिसर में रामनवमी के दिन पेश किया गया जहां से न्यायाधीश ने उन्हें 26 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उधर डीएसपी महेंद्र सिंह ने बताया कि इनके द्वारा बताए गए स्थान पर आरोपित नहीं मिले है। पुलिस धरपकड़ की कार्रवाई कर रही है। ऐसे में उन्हें न्यायालय में बुधवार को पेश कर दिया जहां से न्यायाधीश ने 26 अप्रैल तक न्याय हिरासत में भेज दिया है।
 उल्लेखनीय की गुरुवार के दिन नवरात्रों में जहां जीएल स्कूल की बस उन्हाणी के पास पेड़ से चालक की शराब के नशे में दूध चालक के कारण पेड़ से जा टकराई थी जिसमें 6 बच्चों की मौत हो गई थी अभी भी कुछ बच्चे गुरुग्राम में इलाज करवा रहे हैं और बचे हुए शेष बचे हुए अपने घरों को पहुंच गए हैं सभी समय हुए अभी तक घरों में ठीक ढंग से चूल्हा जलाना भी शुरू नहीं किया गया है। मौत का तांडव होने के बाद आखिरकार झाड़ली में सभी उत्सव रद्द कर दिए गए थे, वही धनौंदा की हालत भी इसी प्रकार की है। समीपी विभिन्न गांव में भी रामनवमी के दिन होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में से अधिकांश को रद्द कर दिया गया था। ऐसी दर्दनाक मौत शायद पहली बार इस क्षेत्र में घटित हुई है जिसके कारण क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं। आप तो आलम यह है कि अभिभावक  बच्चों को स्कूल भेजते वक्त दो बार सोचने लगे हैं। हालात यह है कि बच्चे भी भयभीत है वहीं प्रशासन सख्ती से निपटता जा रहा है। स्कूलों की बसों की चेकिंग हो रही है। जहां स्कूलों की बसों की संख्या नगण्य बच गई है। जो सड़कों पर चलने लायक है वही रखी गई है बाकी गाडिय़ों को दूसरे प्रदेशों विशेष कर राजस्थान में भेज दिया गया है।  अब पुलिस प्रशासन शेष बचे हुए आरोपितों की धर पकड़ करने में लगा हुआ है। माना जा रहा है जल्दी से आरोपित भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। जहां विभिन्न नेता, मंत्री, विधायक आदि शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने आते हैं तो परिवार वाले बस एक ही बात रखते हैं कि जो हुआ वैसा और किसी के साथ में न हो तथा आरोपितों को गिरफ्तार करवाया जाए। ऐसे में अगर सरकार सख्ती बढ़ती है तो 6 आरोपितों  को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
 फोटो कैप्शन 6 :आरोपितों को कनीना न्यायालय में पेश करते करने के लिए ले जाते हुए





कंजकों को कराया गया भोजन,  ढूंढते रहे लड़कियों को
-नवरात्रों का हुआ समापन, रामनवमी रही फीकी
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कनीना की आवाज। दुर्गा सप्तमी से ही कंजकों को भोजन कराकर उन्हें दान पुण्य करने का सिलसिला जारी था वह रामनवमी बुधवार को संपन्न हो गया। दिनभर कंजकों को भोजन कराया गया तथा दान पुण्य किया। एक ही बच्ची को दर्जनों घरों में खाना खाना पड़ा। दोपहर तक कंजकों को भोजन कराने का सिलसिला जारी रहा। यही नहीं अपितु कुत्तों एवं कौवों ने भी जी भर के भोजन किया। लड़कियों की साल में दो बार आने वाले नवरात्रों पर देखी जाती है। दूसरे प्रांतों से आयी बच्चियों को भी खाना खिलाया गया।
सोमवार से कंजकों को भोजन कराने का सिलसिला जारी है। राम नवमी बुधवार को संपन्न हो गया। वैसे तो कंजकों की कमी रही वहीं उन्हें जबरन खाना खाना पड़ा। पूरे वर्ष यूं तो भू्रण हत्या की सूचनाएं मिलती रहती हैं किंतु इस दिन ही लड़कियों की मांग रहती है।
  नवरात्रों के नवें एवं अंतिम दिन मंदिरों में पूजा अर्चना का जोर रहा वहीं मां की कढ़ाई की गई। विभिन्न मंदिरों में रौनक देखने को मिली।  किंतु उन्हाणी के पास बस दुझ्र्घटना में 6 स्कूली बच्चों की मौत के बाद रामनवमी का पर्व फीका रहा।  विभिन्न स्थानों पर हवन, कढ़ाई, भजन एवं सत्संग हुये। नवरात्रों के अंतिम दिन तो कन्याओं को घुमंतू जाति की बस्ती से लाया गया और खाना खिलाने की औपचारिकताएं पूर्ण की गई। कहीं हलवा पूड़ी तो कहीं फास्ट फूड खिलाए गए।
समय के साथ बदल गया कंजकों को हलवा पूड़ी------
 इस हाइटेक युग में जहां खानपान में तीव्र गति से बदलाव आ रहा है वहीं नवरात्रों में कंजकों को खाना खिलाने में भी बदलाव आ गया है। हलवा पुड़ी की बजाय उन्हें फास्ट फूड खिलाकर प्रसन्न किया जाता है।
  हाइटेक युग में जहां हलवा पुड़ी एवं शुद्ध देशी घी से बनी वस्तुओं से इंसान का मोह भंग हो रहा है। नवरात्रों पर कंजकों को भी अब फास्ट फूड खिलाकर प्रसन्न किया जाता है। एक एक कंजक को कई कई जगह खाना पड़ता है। बेचारे कंजक मीठा हलवा पूड़ी, खा खाकर, तंग आ चुके होते हैं और वे फास्ट फूड खाने की चाहत रखते हैं। अब तो लोग भी हाइटेक हो गए हैं। तैयार फास्ट फूड  खिलाएं जाते हैं जिनको वे खाकर प्रसन्न रहते हैं। कुरकुरे, लेज, ठंडा आदि खिलाकर बच्चों को प्रसन्न किया जाता है। बच्चे भी इन चीजों को खाकर प्रसन्न होते हैं और यहां तक कि उनको भेंट में मिले पैसों से भी वे फास्ट फूड अधिक खाते हैं। अब तो घर घर में फास्ट फूड खिलाने का प्रचलन बढ़ गया है।
कंजकों को तीन दिन कराया गया भोजन-
 नवरात्रों के समापन उपलक्ष्य पर कंजकों को भोजन कराने और उन्हें दान पुण्य करने का सिलसिला दोपहर तक जारी रहा।  एक-एक लड़की को दस-दस जगह भोजन करना पड़ा।
वैसे तो कंजकों की कमी रहती है वहीं उन्हें जबरन खाना खाना पड़ता है।
 नवरात्रों के दिनों में फल एवं सब्जियां महंगी रही हैं। दिनोंदिन टमाटर एवं केले के भाव बढ़ रहे हैं। अंगूर एवं सेब तक महंगे हैं। इन चीजों की जरूरत हर घर में रहती है।
क्या कहते हैं भक्त-
माता के नवरात्रे करने वाले नरेश कुमार, बबीता, आशा, शकुंतला, नीलम, अनीता आदि ने बताया कि नवरात्रों में नौ दिनों तक पूजा करने के बाद व्रत खोला है।
फोटो कैप्शन 01: कंजकों को भोजन कराते हुए।





कनीना की अनीता यादव ने दिखाई नई पहल
-कंजकों को भोजन कराने के बाद दिया एक-एक पौधा
-विगत नवरात्रों के पौधे सुरक्षित रखने वाले किये पुरस्कृत
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कनीना की आवाज। कनीना के वार्ड एक मोदीका मोहल्ले की कालेज की सहायक प्रोफेसर अनीता यादव ने दो वर्ष एक नई पहल शुरू की थी जो आज सिर चढ़कर बोल रही है। दो वर्ष पूर्व उन्होंने कंजकों को ताजा भोजन तो खिलाया ही साथ में एक-एक पौधा गमले में लगाकर भी भेंट किया। एक शर्त भी रख दी  थी कि जितने अधिक दिनों तक जो बच्ची इस पौधे की देखरेख करती रहेगी उसे उतनी ही अधिक पैसे दिए जाएंगे। एक महीने तक रख पाएंगे 10 रुपये, 6 महीने तक 50 रुपये तथा एक साल तक रखने पर 100 रुपये दिये जाएंगे। इसी प्रकार पौधा बढ़ेगा,पैसे बढ़ते चले जाएंगे। उनकी इस पहल से समाज में एक नई दिशा और पर्यावरण सुरक्षा का संदेश मिला है। विगत समय की ििज बच्चियों ने यह शर्त पूरी की उन्हें अलग से पुरस्कृत भी किया गया। जहां अनीता के पति विजयपाल ककराला में राजकीय स्कूल में प्राचार्य हैं। कालेज में सहायक प्रोफेसर अनीता हर वर्ष को खाना खिला कर नया प्रयोग करती आ रही है। उनकी नई पहल की क्षेत्र में सराहना की जा रही है। पर्यावरणविद राजेंद्र सिंह, मनोज कुमार, अजीत कुमार, सूबे सिंह आदि ने उनके कार्य की सराहना की है।
 पूछे जाने पर अनीता ने बताया दिनोंदिन प्रदूषण बढ़ रहा है, पेड़ पौधे कम हो रहे हैं। यूं ही पेड़ पौधे घटते चले गए तो भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। पर्यावरण सुरक्षा और पेड़ पौधों के प्रति बच्चों केे लगाव को बढ़ाने के लिए उन्होंने योजना बनाई है कि बच्ची दिए गए गाय पौधे को अधिक समय तक सुरक्षित बचा पाएंगी और हरा-भरा रखेंगी। फिर उन्हें अधिक पैसे दिए जाएंगे। हर वर्ष रामनवमी के दिन अवश्य उनसे इस पौधे के बारे में पूछा जाएगा और बीच-बीच में अगर वह इस पौधे की जानकारी देती रहेंगी तो उन्हें पैसे मिलते रहेंगे। यही बच्चों को इनाम होगी। इस प्रकार उन्होंने कहा कि पेड़ पौधों की के प्रति बच्चियों में लगाव पैदा हो जाएगा तो भविष्य में चलकर वे अधिक पेड़ पौधे लगाएंगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहल समाज में प्रत्येक व्यक्ति को करनी चाहिए। हर वर्ष रामनवमी के दिन कितनी ही बच्चियों को खाना खिलाया जाता है। अगर इस प्रकार की पहल की जाए तो निसंदेह पर्यावरण सुरक्षा का एक नया संदेश समाज में जाएगा और समाज की भावी महिलाएं जो आज बच्ची के रूप में है पेड़ पौधों की सुरक्षा करेंगी। उनकी इस नई पहल का क्षेत्र में स्वागत किया तथा चहुं ओर चर्चा है।
फोटो कैप्शन 02: कंजकों को खाना खिलाती हुई अनीता यादव।






नहीं फेंकना चाहिए उगाए हुए जौ एवं गेहूं-श्रीकृष्ण
-प्रयोग किया गया ज्वारे रस
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कनीना की आवाज। नवरात्रि संपन्न हो गये हैं। नवरात्रों पर जहां जौ और गेहूं आदि उगाने की एक प्रथा है। करीब 9 दिनों में ये गेहूं और जौ बड़े हो जाते हैं जिन्हें पानी में बहा दिया गया है। यद्यपि पानी में बहाने से जहां जल दूषित होता है वहीं अनेक विद्वान मानते हैं कि बहाने नहीं चाहिए। इनका उपयोग करना चाहिए। ये अनेक रोगों में काम आते हैं। योगाचार्य एवं वैद्य के कथनों का क्षेत्र में हुआ पालन।
मांगेराम शर्मा योगाचार्य जिन्होंने क्षेत्र में हजारों लोगों को अपनी योग एवं जड़ी बूटियों से ठीक किया है, का कहना है कि ये जौ तथा गेहूं  जब आठ दिन बाद काटे जाए तो इनसे ज्वारे रस प्राप्त किया जा सकता है। इसमें क्लोरोफिल आयोडीन, सेलेनियम, आयरन, विटामिन आदि अनेक पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए लाभप्रद है। इसलिए नवरात्रि संपन्न किए जाए इन का ऊपरी भाग काट कर पानी में मिलाकर जरूर व्रत खोलना चाहिए जिससे शरीर लंबे समय तक स्वस्थ रहेगा। उनका कहना है कि जहां करीब 350 के करीब बीमारियां ठीक हो जाती है वही कैंसर में भी लाभप्रद है। दांतों से खून आना, दांतो की समस्या को दूर करने के लिए जवारे रस पी लेना चाहिए। उनके अनुसार कनीना क्षेत्र के दर्जनों परिवारों ने भी ऐसा ही किया।
 करीरा के बाल किशन और श्रीकिशन वैद्य
का कहना है कि जवारे रस पीने से लाभ होते हैं इसलिए इनमें बुढ़ापा रोकने, वजन घटाने में काम में लेते हैं वहीं रक्तचाप घटाने, हृदयघात की समस्या में जवारे रस लाभप्रद है। उनका कहना है कि नवरात्रों में जो गेहूं और जौ बड़े हो जाते हैं उनका सेवन किया जा सकता है। इससे दोहरा लाभ होगा। एक तो घर में उगाए हुए जौ एवं गेहूं से जवारे रस तैयार हो सकता है वहीं इनको अनावश्यक रूप से पानी में फेंकने से प्रदूषण बढ़ता है। उन्होंने बताया कि गांवों में उनके प्रचार का काफी असर हुआ है और व्रत को खोलते वक्त ज्वारे रस प्रयोग किया गया है।
 फोटो कैप्शन 03:नवरात्रों में घरो में पैदा ज्वारा। साथ में श्रीकिशन करीरा























जागो वोटर जागो
 सभी को वोट जरूर डालने चाहिए-सुनिल कुमार
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कनीना की आवाज। कनीना स्कूल में कार्यरत सुनिल कुमार का कहना है कि वोट जरूर डालना चाहिए। 25 मई को हरियाणा में लोकसभा के चुनाव होने जा रहे हैं। वोट डालने का अधिकार चुनाव आयोग ने हर इंसान को दिया है बशर्ते उम्र 18 वर्ष की हो। वोट से अपनी मनपसंद प्रत्याशी का चुनाव कर सकते हैं। वोट नहीं बना है तो बनवाया भी जा सकता है। ऐसे में अपनी पसंद के प्रत्याशी का चुनाव करने के लिए तथा परोक्ष रूप से सरकार में भागीदारी निभाने के लिए वोट डालना जरूरी है।  वोट डालते समय किसी प्रलोभन में नहीं आना चाहिए। चुना गया नेता ही हमारा प्रतिनिधित्व करता है। वो हमारी समस्याएं एवं बातें प्रधानमंत्री तक पहुंचाता है। ऐसे में अच्छे कार्य करवाने के लिए बेहतर नेता का चुनाव करना चाहिए।
फोटो कैप्शन : सुनील कुमार

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