Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**: April 2025

Wednesday, April 30, 2025





नई अनाज मंडी में 3006 क्विंटल सरसों खरीदी
--कुल खरीद 229735 क्विंटल
-गेहूं की आवक बंद, खरीद जारी
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कनीना की आवाज।
 कनीना की नई अनाज मंडी स्थित चेलावास में जहां सरसों की खरीद जारी है वहीं पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद जारी है। किंतु पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की आवक बंद हो गई है। कोई गेहूं नहीं आया।
  विस्तृत जानकारी देते हुए कनीना मार्केट कमेटी के एआर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को 155 किसानों से 3006 क्विंटल सरसों की खरीद की गई है। अब तक कुल खरीद 229735 क्विंटल पहुंच गई है। उठान का कार्य भी जारी है। शनिवार को 7500 बैग का उठान हुआ वहीं कुल 408190 बैग का उठान हो चुका है।
उधर कनीना की पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद विगत दिनों से जारी है। आवक घटती घटती आखिरकार बंद हो गई है।
फोटो कैप्शन 08: मंडी में सरसों की खरीद का नजारा





गौ माता में हैं 33 करोड़ देवी देवताओं का वास- राजबीर सिंह
-शहीद अशोक कुमार के पिता की स्मृति में गौशाला में किया टीन शेड भेंट
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कनीना की आवाज।
बुधवार को श्री कृष्ण गौशाला कनीना में देव यज्ञ किया था। उसके बाद  
कारगिल शहीद अशोक कुमार के पिता स्वर्गीय बलबीर सिंह, स्वर्गीय चाचा मूलचंद, कुरड़ाराम की स्मृति  में गौवंश सेवा हितार्थ टीन शेड का निर्माण करवाया है। उसके बाद गौशाला में गायों के लिए सवामणि लगाई गई। शहीद के छोटे भाई राजबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पिता स्वर्गीय बलबीर सिंह, चाचा मूलचंद, कुरड़ाराम गायों को चराते थे। गौ सेवा में सहयोग हर वर्ष करते थे। उन्हीं की याद में यह है टीन शेड का निर्माण करवाया है। स्वामिनी लगाई गई है। हमें गौ माता की सेवा करनी चाहिए। इससे घर में शांति बनी रहती है। गौ माता की जो भी मनुष्य सच्चे मन से सेवा सिमरन करता है, उसको हर खुशी प्राप्त होती है। गौ माता की सेवा करने से जिंदगी में सारे पापों से छुटकारा मिलता है। गौ माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास है। उनका सिमरन सेवा ही मनुष्य जिंदगी की सर्वोत्तम सेवा है। गौ माता की सेवा से सारे देवी देवता प्रसन्न होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि गौ माता स्वर्ग की सीढ़ी है, जहां माता खड़ी हो जाती है, वहीं तीर्थ का स्थान बन जाता है।
फोटो कैप्शन 09: गौशाला में देव यज्ञ करते हुए ग्रामीण


 
हवाई फायर कर दहशत फैलाने के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया।
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कनीना की आवाज।
हवाई फायर कर दहशत फैलाने के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सोमवीर व हेमंत वासी भोजावास के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपितों को कनीना-अटेली रोड़ पर नहर के पास से काबू किया। आरोपित वारदात को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहे थे। आरोपितों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस द्वारा आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। शिकायतकर्ता विनोद वासी भोजावास ने थाना सदर कनीना में शिकायत दर्ज कराई कि उनके पड़ोस में सोमवीर का मकान है जो अवैध शराब बेचता है। जिसको उसने अवैध शराब बेचने की शिकायत करने बारे कहा था। दिनांक 25 अप्रैल को वह मकान के पास खड़ा हुआ था जो सोमवीर व उसके साथ हेमंत, घनश्याम, अंकुर मोटरसाइकिल पर बैठकर आए और सभी ने मौहल्ले में दहशत फैलाने के लिए पिस्टल से दो हवाई फायर किए और हाथ में लिए हुए डंडों से दीवार पर मार रहे थे और कहा कि शिकायत करोगे तो जान से मार देंगे। शोर करने पर वह मौके से भाग गए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 07: पकड़े गये दो आरोपित






सफाई कर्मचारी के लिए विदाई समारोह का आयोजन हुआ
-60 साल की उम्र में हुई सेवानिवृत्त
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कनीना की आवाज।
राजकीय माडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय  कनीना में आज एक भावुक क्षण तब सामने आया जब विद्यालय की समर्पित सफाई कर्मचारी मुन्नी देवी के सेवानिवृत्ति उपरांत विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार ने मुन्नी देवी को ससम्मान विदाई दी और उनके सेवाकाल के अमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य  सुनील खुडानिया जी ने की, जिन्होंने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि मुन्नी देवी ने विद्यालय परिसर को स्वच्छ व अनुशासित रखने में जो योगदान दिया है, वह सदैव प्रेरणादायक रहेगा। उन्होंने मुन्नी देवी के स्वस्थ एवं सुखद भविष्य की कामना की।
विद्यालय स्टाफ द्वारा भेंट देकर मुन्नी देवी को ससम्मान स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। सभी अध्यापकों ने उनके साथ अपने अनुभव साझा किए और उनकी विनम्रता, कर्तव्यनिष्ठा तथा सरल स्वभाव की सराहना की।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें लोकगीत, नृत्य व कविताओं के माध्यम से मुन्नी देवी को भावभीनी विदाई दी गई। गौरतलब है कि मुन्नी देवी ने लगभग 33 वर्षों तक शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दी है और 60 वर्ष की होने पर सेवानिवृत्त हो गई है। विद्यालय परिसर भावनात्मक वातावरण से भर गया।
श्रीमती मुन्नी देवी ने भी अपने संबोधन में विद्यालय परिवार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने विद्यालय को अपना परिवार माना और यहां की हर स्मृति उनके हृदय में सदैव अंकित रहेगी।
इस अवसर पर विद्यालय के समस्त स्टाफ, विद्यार्थी, अभिभावक तथा गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। समारोह एक भावनात्मक परंतु गरिमामय विदाई के साथ संपन्न हुआ।
फोटो कैप्शन 05: मुन्नी देवी सफाई कर्मी सेवानिवृत्त होते हुए


जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारी राजेंद्र सिंह हुए सेवानिवृत्त
-विभाग कर्मियों ने कार्यों की सराहना करते हुए पहनाई पगड़ी
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कनीना की आवाज।
बुधवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल घर दौगड़ा अहीर में कर्मचारी राजेंद्र सिंह का विदाई समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कनिष्ठ अभियंता पवन कुमार ने की। कनिष्ठ अभियंता पवन कुमार ने संबोधित करते हुए बताया कि राजेंद्र सिंह एक अक्टूबर 1991 में महेंद्रगढ़ स्टेशन पर पेय रोल पर लगे थे तत्पश्चात उनको 1 जनवरी 1996 को परमानेंट कर दिया गया था। उसके बाद 1996 में वह कनीना में आ गए थे और सेवानिवृत्त दौगडा अहीर से हुए हैं। उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके कार्यकाल के दौरान हुए कार्यों की सराहना की गई।  विभाग के स्टाफ सदस्यों ने कर्मचारी राजेंद्र सिंह को पगड़ी और माला पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर ब्रांच प्रधान नरेंद्र सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्ति सेवाकाल का ही एक हिस्सा होता है तथा राजेंद्र सिंह मिलनसार, सामाजिक सरोकारों को लेकर बेहद उत्साहित व जिंदादिल इंसान है। सेवानिवृत्ति उपरांत भी वे सामाजिक व रचनात्मक कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लेते रहेंगे। इस अवसर पर जिला प्रधान कौशल यादव ,जिला सचिव विजेंद्र शर्मा, राज्य प्रचार सचिव सुबेसिंह यादव, ब्रांच चेयरमैन जोगिंद्र शर्मा, ब्रांच सचिव नवीन कुमार, सिंचाई विभाग महेंद्रगढ़ के कैशियर मुकेश कुमार सहित अन्य कर्मचारियों ने इस विदाई समारोह में भाग लिया।
फोटो कैप्शन 06: राजेंद्र सिंह को पगड़ी पहनाकर सम्मानित करते हुए विभाग कर्मचारी।




मेरा शिक्षा का सफल पुस्तक से साभार- 129
-सेवानिवृत्ति का 1 साल पूरा
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कनीना की आवाज।
 डा. होशियार सिंह यादव विज्ञान अध्यापक,विश्व रिकार्ड धारक 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। आज उनको सेवानिवृत्ति का 1 वर्ष पूर्ण हो गया है। लोग सेवानिवृत्ति के बाद ताश पीटने, इधर-उधर बैठकर समय गंवाते देखे गए हैं किंतु होशियार सिंह के पास तो समय ही नहीं है, समय कम पड़ रहा है और वह दिन रात व्यस्त चल रहे हैं। आज वे अपने उन क्षणों को याद करते हैं जब वो पढ़ते थे। समस्त स्टाफ और विद्यार्थियों को याद करते हुए मन में एक टीस उठती है। उन्होंने खुशी जाहिर की कि न केवल उनका सेवानिवृत्ति का एक साल पूरा हुआ है अपितु उनके लड़के का जन्मदिन भी 30 अप्रैल को ही आता है। 30 अप्रैल 2003 को लड़के का जन्म हुआ था। आइये सुनते होशियार सिंह की कहानी उन्हीं की जुबानी--
 मुझे हर्ष है कि एक वर्ष सेवानिवृत्ति का भली-भांति पूर्ण हो गया है। लोग समय नहीं बीत पाने का बहाना करते हैं परंतु हकीकत है मेरे पास समय बचता ही नहीं। लेखन कार्य, पत्रकारिता, पेड़ पौधों की देखरेख, घरेलू कार्य तथा बच्चों के समर्पण में समय बीत जाता है। मेरी हार्दिक इच्छा है कि मरने के बाद भगवान से एक ही प्रार्थना करूंगा कि यदि मुझे फिर से मनुष्य योनि में जन्म दे तो मेरे लिए अलग से कोई समय निर्धारित किया जाए क्योंकि यह समय कम पड़ता है। सुबह काम में लगता हूं और शाम तक यही नहीं पता चलता कि कहां और कैसे समय बिता गया। समय तेजी से भागता नजर आता है और मैं उसके पीछे-पीछे दौड़ा चला जा रहा हूं। सुबह उठता हूं सबसे पहले पेड़ पौधों की देखरेख के लिए प्लाट पर चला जाता हूं। वैसे भी पुस्तकालय का निर्माण किया है, दुकान भी निर्मित की है जो रेवाड़ी रोड़ बीआर होटल के करीब बनाई गई है। यदि यह दुकान और पुस्तकालय अभी पूर्ण होने में 2 महीने और लग सकते हैं। निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है फिनिशिंग कार्य अभी जारी है। उसके बाद कुछ समय सब्जी आदि उगता हूं। यह भी सत्य है कि जितनी भी सब्जी उगता हूं अपने परिवार के लिए कम और सेवा भाव के लिए अधिक उगाता हूं। आज भी मेरे प्लाट पर 300 से 400 रामा तुलसी करी पत्ता के पौधे, गेंदा के पौधे फालतू है और मैं सभी से निवेदन करता हूं कि किसी को चाहिए तो मेरे से ले जा सकता है। सब्जी पैदा तो होती है किंतु सबसे बड़ी विकट समस्या बंदरों की है। जिस जगह बंदर पहुंच जाते हैं वह जगह रेगिस्तान बनती चली जाती है क्योंकि जिस जगह बंदर होंगे वहां न तो पेड़ पौधे पनपते हैं और न सब्जियां पैदा हो पाती।  धरती के सबसे घटिया और निकृष्ट जीव बंदर होते है। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इनको हनुमान की सेना बताते हैं। बड़ा अफसोस होता है कि ऐसे घटिया जीव हनुमान के फौज में  कैसे हो सकते हैं, सब झूठी बातें हंै, ये किसी काम के नहीं हैं। बंदरों को जितना हो सके पीट पीटकर भगाया जाए उतना लाभ होगा वरना आने वाले समय में पेड़ पौधे धरती से लुप्त होंगे तो उनमें एक रोल बंदरों का होगा।
  मैं पेड़ पौधों पर न केवल सुबह अपितु शाम को भी ध्यान देता हूं। दिन में लेखन कार्य और पत्रकारिता पर ध्यान दिया जाता है। अपने साथियों के पास बहुत कम फोन आदि किए जाते हैं। अपने पर ही समय अधिक खर्च होता है। मुझे इस बात की खुशी है कि मेरा एक साल अच्छा रहा। परंतु इस बात का भी अफसोस है कि न्यायालय में जो मेरा मसला चल रहा है वह अभी तक हल नहीं हो पाया है। मेरी दिनचर्या में यदि सुबह से शाम तक देखा जाए तो कम से कम दो बार स्नान करना होता है, पूजा अर्चना की जाती है, बच्चों पर भी ध्यान दिया जाता है फिर भी रात के 11 बज जाते जब तक अपना कार्य चलता रहता है।
मुझे अफसोस है कि कुछ लोग दारु पीने के पैसे कहां से लाते हैं, सच्चाई यह है कि मेरे पास कुछ पैसे पेंशन के भी आते हैं फिर भी गुजर बसर करना कठिन होता है। दारू पीना तो बहुत दूर की बात है। रही बात बच्चों को पढ़ाना ,यह सत्य है कि निजी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना अपने को कंगाल करना है। सरकारी स्कूलों में बेहतरीन शिक्षक और शिक्षण कार्य चलता है। आने वाले समय में एक बार फिर से सरकारी स्कूलों की ओर अभिभावकों का रुख होगा।
 उधर मेरे बच्चे अमीश कुमार का जन्मदिन भी 30 अप्रैल को है। 30 अप्रैल 2003 को जन्मे अमीश कुमार के बचपन में ही मां का साया सिर से उठ गया था इसलिए जिम्मेदारी अधिक आ गई है। यह भी सत्य है कभी भी दूसरी शादी नहीं करनी चाहिए, करते हैं तो उस शर्त पर कि यदि पिछली औरत के बच्चे नहीं हो वरना किसी भी सूरत में दूसरी शादी कारगर नहीं हो सकती। अपवाद फिर भी संभव है। अब क्या किया जाए, एक साल तक घर बैठा हुआ हूं, आगे की योजना बना रहा हूं कि अब क्या किया जाए और आने वाले वक्त में हो सकता है कोई स्वयं रोजगार अपनाना पड़ सकता है। चूंकि बच्चे अभी छोटे और पढ़ ही रहे हैं। ऐसे में जिम्मेदारियां अधिक हैं।


राजकीय माडल स्कूल में टेलेंट सर्च का हुआ आयोजन
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कनीना की आवाज।
राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में विद्यालय स्तर का टैलेंट सर्च का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल प्राचार्य सुनील खुडानिया ने किया। मंच का संचालन हिंदी प्रवक्ता नरेश कुमार ने किया। कक्षा 6 से 8 ग्रुप में एकल नृत्य में पलक प्रथम, कविता द्वितीय, तानिया तीसरे स्थान पर रही। कक्षा 9 से 12 ग्रुप में एकल नृत्य में भारती प्रथम, जूली द्वितीय, प्राची तीसरे स्थान पर रही। कक्षा 9 से 12 ग्रुप में सामूहिक नृत्य में तनीषा का ग्रुप प्रथम, स्वाति का ग्रुप दूसरे , माही का ग्रुप तीसरे स्थान पर रहा। इस अवसर पर विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
फोटो कैप्शन 02: टेलेंट सर्च प्रतियोगिता में अव्वल रहे विद्यार्थी



मजदूर दिवस- 1 मई
हजारों मजदूर रोटी रोजी के लिए आते हैं क्षेत्र में
-आजादी के 77 साल बाद भी नहीं बदली हालात ********************************************
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कनीना की आवाज।
कनीना क्षेत्र में वर्ष में दो बार हजारों मजदूर दूसरे राज्यों से महज रोटी रोजी कमाने के लिए आते हैं। दिन रात मेहनत करके फटे पुराने कपड़े,बदहाल जीवन जीते हैं। पुराने खंडहर नुमा घरों में निवास करते हैं ताकि 2 जून की रोटी रोजी अपने बच्चों के लिए बचाई जा सके ,कुछ पैसे अपने परिवार के लिए कमा सकें। परंतु उनकी हालत जस की तस है। बिना दिल आबादी बढ़ती जा रही है, बेरोजगारी बढ़ती जा रही जिसके चलते उन्हें कोई काम धंधा न मिलने के कारण केवल कनीना और आसपास क्षेत्र में लावणी करने के लिए मजदूर आते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ मजदूर तो ट्यूबवेलों पर भी पूरे साल किसानों की सेवा करते हैं, फसल उगाते हैं, पैदावार लेते हैं परंतु पैदावार का मालिक किसान होता है। चाय की दुकानों परचून की दुकानों, आजकल घरों में भी गाय भैंस आदि की देखरेख करने, घरों झाडू पोचा आदि के लिए भी मजदूरों को रखा जा रहा है। मजदूरों की हालात देख कर ऐसा लगता है कि आजादी मिली ही नहीं है। आजादी के 77 साल बीत गए किंतु इनकी संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है।
बुरी हालात में जीते हैं मजदूर -
ये मजदूर हालात में जीते हैं। उनके पास रहने के लिए न तो आवास है और न खाने के लिए 2 जून की रोटी, कुछ कमाते हैं वह अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए भेज देते हैं। इनका परिवार कहीं होता है और ये बेचारे कहीं काम करते रहते हैं। इनके तन पर कपड़े फटे पुराने होते हैं, अच्छे कपड़े पहने तो अपने बच्चों का गुजर-बसर नहीं कर पाएंगे। इनके हालात को देखकर ऐसा लगता है कि उनके क्षेत्र में बहुत अधिक बेरोजगारी है। हालात सुधरने की बजाय बिगड़ते जा रहे हैं। हर वर्ष इनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
 क्या कहते हैं कनीना क्षेत्र के किसान-
 करीना क्षेत्र के किसान राजेंद्र सिंह, गजराज सिंह मोड़ी, महावीर सिंह, सूबे सिंह बताते हैं कि हर वर्ष उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, नेपाल एवं मध्य प्रदेश आदि क्षेत्रों से भारी संख्या में मजदूर आते हैं। रबी फसल की कटाई और खरीफ फसल की कटाई के समय इनकी संख्या बहुत अधिक देखने को मिलती है। किसानों का काम इनके बगैर नहीं चलता। यहां तक कि अनाज मंडी में अनाज के बैग वाहनों में चढ़ाना उतारना सभी कार्य करते हैं। पशुओं की देखरेख का काम हैं या परचून की दुकान, चाय की दुकान हर जगह मिलते हैं। किंतु इनको मामूली सा पैसा मिलता है जिसको अपने स्वजनों को देते हैं। इनके बच्चे बदहालात में जीते हैं क्योंकि परिवार का मुखिया दूसरी जगह और परिवार के बाकी सदस्य दूसरी जगह होते हैं।
 क्या कहते हैं मजदूर-
 कनीना क्षेत्र में आए हुए मुकेश, कृष्ण, रामदर्श, वीरेंद्र, श्रवण, विवेक, रामनाथ, राजू, गोविंद, अमरनाथ आदि ने बताया कि वे 15 से 20 हजार रुपये कमा लेते हैं परंतु एक नहीं अनेकों सदस्य परिवार के आते हैं। कुछ सदस्य यहां रुक जाते तो कुछ अपने गांव में चले जाते हैं। तत्पश्चात काम करने वाले घर जाते हैं और घर गये हुये व्यक्ति काम पर लौट आते हैं। बारी-बारी शिफ्ट के रूप में काम करते हैं परंतु जो स्थायी रूप से यहां किसी के काम करते हुए अपने बच्चों सहित यहां आ गए हैं।
बच्चों की पढ़ाई-
मजदूरों का कहना है कि उनके बच्चे अधिक पढ़ लिख नहीं सकते क्योंकि पास में आमदनी का स्रोत नहीं होता और न ही वे अपने बच्चों की देखरेख कर पाते हैं। ऐसे में बदहाल जीवन जी रहे हैं।
जान को जोखिम -
ये लोग जान भी जोखिम डालते हुये जीते हैं। उल्लेखनीय है कि विगत वर्षों लावणी के लिए आए दो मजदूरों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी वहीं जिले के 2 मजदूरों को सांप ने काट लिया था,एक मजदूर बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी। इस प्रकार अनेक जान हर वर्ष  गंवा देते हैं। कठिन से कठिन काम करते हैं। यये मजदूर कठिन से कठिन काम करते हैं यहां तक की राजगीर का काम सबसे अधिक करते हैं। कनीना का एक चौक शिवभोले चौक जो मजदूरों के नाम से प्रसिद्ध है। यहां सुबह सवेरे सैकड़ों मजदूर खड़े हो जाते हैं। इनकी जरूरत होने पर ले जाते हैं।
सरकार से मांग-
 सरकार से मजदूरों की मांग है कि उनको उचित आवास तथा मेहनत मजदूरी का कोई स्थायी काम दिया जाए ताकि यह गुजर-बसर कर सके।
फोटो कैप्शन 04: मजदूर मजदूरी करते हुए।




यूरो स्कूल के विद्यार्थियों ने स्केटिंग प्रतियोगिता में लहराया परचम
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कनीना की आवाज।
यूरो स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अपने बेहतर परिणाम के लिए जाना जाता है। यह स्कूल बेहतर शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भी कर्तव्यबद्ध है। हाल ही में सनग्लो इटंरनेशनल स्कूल सहरनवास (रेवाड़ी) में स्केटिंग प्रतियोगिता में अपने कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने स्कूल का नाम रोशन किया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपने -अपने कौशल से 9 स्वर्ण पदक, 7 रजत पदक और 7 कांस्य पदक प्राप्त किए और साथ ही प्रथम स्थान प्राप्त करने की ट्राफी प्राप्त की। इस शुभावसर पर प्रधानाचार्य सुनील यादव व उप-प्राचार्या संजू यादव ने इस प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ हमें ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने से बच्चों में सहयोग,प्रेम,सहनशीलता और आत्मविश्वास की भावना तथा शारीरिक विकास होता है। उन्होंने कहा कि इन सभी गुणों के साथ-साथ बच्चों में एकाग्रता का भी विकास होता हैं। उन्होंने इस विजय को प्राप्त करने का श्रेय स्केटिंग कोच अमित चौहान को दिया हैं। इस शुभावसर पर प्रधानाचार्य ने सभी विद्यार्थियों, कोर्डिनेटर रवीन्द्र यादव, ऋतु तंवर, सुमन यादव, तन्नू गुप्ता, व स्कूल के समस्त सदस्यों को हार्दिक बधाई दी।
फोटो कैप्शन 03: यूरों के अव्वल रहे विद्यार्थी




स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव 1 को कनीना में करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाओं का करेंगी उद्घाटन व शिलान्यास
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कनीना की आवाज।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव 1 मई को कनीना में करोड़ों रुपए की लागत से तैयार की जा रही विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगी।
यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इन परियोजनाओं में सिंचाई, सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति, शिक्षा एवं ग्रामीण आधारभूत ढांचे से संबंधित कार्य शामिल हैं, जिनका उद्देश्य क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करना और ग्रामीण जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है।
मंत्री आरती सिंह राव इसी कार्यक्रम में कोरियावास और खैराना गांवों में रेडक्रास सोसाइटी द्वारा आयोजित किए जा चुके स्वास्थ्य जांच एवं सहायता शिविरों में पंजीकृत परिवारों को राहत सामग्री भी वितरित करेंगी। इस राहत सामग्री में कृत्रिम अंग, दवाइयां आदि वस्तुएं शामिल हैं।
कार्यक्रम में स्थानीय भाजपा नेता, जनप्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, जिला प्रशासन के अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी व अन्य गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहेंगे।
फोटो कैप्शन:-स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव।















फायर सेफ्टी विभाग की टीम ने दी आग पर काबू पाने की जानकारी
- अस्पताल में दी मोक ड्रिल एवं डेमो
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कनीना की आवाज।
 कनीना के उप-नागरिक अस्पताल में फायर एंड सेफ्टी विभाग से इंस्पेक्टर विकास कुमार अपनी टीम सहित पहुंचे और उन्होंने डाक्टरों एवं सहायकों को फायर सेफ्टी के नियम समझाएं। साथ में मोक ड्रिल तथा डेमो देकर आग पर काबू पाने की विधियां बताई। उन्होंने बताया कि अस्पताल में विशेष कर बिजली के तारों में शार्ट सर्किट हो जाता है, उसे कैसे बुझाया जाए। साथ में उन्होंने आग बुझाने वाले यंत्र में प्रयोग होने वाली कार्बन डाइआक्साइड गैस को प्रयोग करने की विधि ,बर्फ और पाउडर से आग पर काबू पाने के तरीकों की जानकारी भी दी। उन्होंने इस संबंध में डेमो देकर जानकारी से अवगत करवाया। इस मौके पर डाक्टर जितेंद्र मोरवाल, डाक्टर रेनू वर्मा, सतेंद्र फार्मासिस्ट, कमलेश स्टाफ नर्स, कविता, लखपत सहायक, अनिल, पवन कुमार, सुधीर ,राजीव, मनोज इत्यादि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 01:  फायर एंड सेफ्टी विभाग से इंस्पेक्टर विकास एवं उनकी टीम

 

Tuesday, April 29, 2025


 



स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव 1 को कनीना में करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाओं का करेंगी उद्घाटन व शिलान्यास
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कनीना की आवाज।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव 1 मई को कनीना में करोड़ों रुपए की लागत से तैयार की जा रही विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगी।
यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इन परियोजनाओं में सिंचाई, सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति, शिक्षा एवं ग्रामीण आधारभूत ढांचे से संबंधित कार्य शामिल हैं, जिनका उद्देश्य क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करना और ग्रामीण जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है।
मंत्री आरती सिंह राव इसी कार्यक्रम में कोरियावास और खैराना गांवों में रेडक्रास सोसाइटी द्वारा आयोजित किए जा चुके स्वास्थ्य जांच एवं सहायता शिविरों में पंजीकृत परिवारों को राहत सामग्री भी वितरित करेंगी। इस राहत सामग्री में कृत्रिम अंग, दवाइयां आदि वस्तुएं शामिल हैं।
कार्यक्रम में स्थानीय भाजपा नेता, जनप्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, जिला प्रशासन के अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी व अन्य गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहेंगे।
फोटो-स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव।




प्राचार्य बनने की खुशी में आयोजित हवन
-प्रसाद का किया वितरण
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कनीना की आवाज।
कनीना निवासी विजयपाल निर्बाण प्राध्यापक से प्राचार्य बने हैं। उन्होंने अपना कार्यभार गत दिनों ग्रहण कर लिया था। उनकी पत्नी अनीता यादव कालेज की प्रोफेसर हैं वहीं एक लड़का पारस इंजीनियर है तथा लड़की प्रेरणा एमबीबीएस कर रही है।
इसी खुशी में जहां सोमवार बीती रात को संत मोलडऩाथ सत्संग पार्टी ने भजन कीर्तन आयोजित किये वहीं मंगलवार को सुबह हवन आयोजित किया गया। बाद में दिनभर प्रसाद का वितरण किया गया गया।
मोहल्ला मोदीका में विजयपाल के यहां  विशेष हवन का आयोजन किया गया। रेवाड़ी से आये विद्वान सतेंद्र आर्य द्वारा हवन में पूर्ण आहुति दिलवाई गई।विजयपाल एवं उसकी पत्नी अनीता यादव, ताजपाल एवं उसकी बीना देवी ने यजमान की भूमिका निभाई और पूरे विधि-विधान के साथ हवन सम्पन्न किया। उन्होंने कहा कि हमें नित्यप्रति हवन आयोजित करना चाहिए। हवन के लाभों के बारे में वैज्ञानिक भी परिचित हैं। हवन से सभी पाप एवं संताप मिट जाते हैं। हवन में बैठने मात्र से भी भोतिक लोभ मिलता है।
इस मौके पर सतेंद्र आर्य ने न केवल हवन के लाभों अपितु जीवन में काम आने वाली वस्तुओं एवं सारगर्भित जानकारी देने के अतिरिक्त देशप्रेम एवं देशभक्ति के भजनों से मन मोह लिया। उन्होंने कहा कि यहां यज्ञ भारतीय संस्कृति आध्यात्मिक भावना को बढ़ाता है तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ही सदैव लाभकारी होता है।  सतेंद्र आर्य  ने विजयपाल को प्राचार्य बनने पर शुभकामनाएं देते हुए शिक्षा के क्षेत्र में एक मुकाम हासिल करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जिस मेहनत एवं लग्र से शिक्षण कार्य किया उसी मेहनत से प्राचार्य बतौर काम करते हुए नाम कमाना है। इस मौके पर भारी संख्या में उपस्थित लोगों ने पूर्ण आहुति दी। इस मौके पर सुमित आर्य जेई, सज्जन सिंह बोहरा, राजेश लूखी, सत्यराज साहब, उमेद सिंह, पोहप सिंह, कृष्ण कुमार, देशराज, महेंद्र सिंह, सुनील कुमार, राम सिंह, योगेश कुमार, संदीप कुमार, डा. होशियार सिंह सहित भारी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 07: हवन करते हुए सतेंद्र आर्य





धनौंदा गांव के स्थापना दिवस पर बुजुर्ग किये सम्मानित
-गांव का 762वां स्थापना दिवस मनाया
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कनीना की आवाज।
कनीना उपमंडल के गांव धनौन्दा का 762 वां स्थापना दिवस ग्रामवासियों ने मनाया। इस अवसर पर ग्राम वासियों द्वारा मिलन सम्मेलन का आयोजन किया गया। गांव के बाबा दयाल मंदिर प्रांगण में  समाजसेवी अतरलाल ने गांव के गणमान्यों के साथ बाबा भैया पर पुष्प अर्पित कर सम्मेलन का शुभारम्भ किया। सम्मेलन में ग्रामवासियों ने अगले तीन महीनों में गांव में 1500 पेड़ लगाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया। अतरलाल ने कहा कि गांव में 1500 घर हैं, इसलिए ग्रामवासियों ने अगले तीन महीनों में 1500 वृक्ष लगाकर गांव को हरा भरा तथा पर्यावरण अनुकूल बनाने का संकल्प लिया है। गांव के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर ग्रामवासियों ने बड़, पीपल तथा नीम की त्रिवेणी लगाकर इस अभियान की शुरूआत की है।
 इस अवसर पर गांव के अस्सी वर्ष से अधिक आयु के 11 बुजुर्गों भंवर सिंह, बहादुर सिंह, सुबेदार मेजर मदन सिंह, पंडित मिठनलाल, सेठ बिशम्बर दयाल, ठाकुर अमर सिंह, फूलसिंह, सुरजभान, पहलवान रामपाल शेखावत, दादा मनोहर सिंह व ताराचंद योगी को पगड़ी एवं फूल मालाएं पहनाकर सम्मानित भी किया गया। ठाकुर रतन सिंह चेयरमैन, राजेन्द्र सिंह नम्बरदार, कैप्टन ओमपाल सिंह, सूबेदार मेजर मदन सिंह ने गांव के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विक्रमी संवत् 1321 (सन् 1264) की वैशाख सुदी दोज को खुडाना निवासी ठाकुर नीमराव सिंह उर्फ नाभा सिंह ने अपने पिताजी ठाकुर धनजी सिंह के नाम पर धनौन्दा गांव बसाया। हैडमास्टर सूरत सिंह, प्रहलाद सिंह ने कहा कि गांव की 761 वर्ष की जीवन यात्रा बहुत समृद्ध और गौरवशाली रही है। गांव के अनेक निवासियों ने खेल, सेना, फिल्म जगत, अध्यापन, राजनीति, चिकित्सा एवं अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कर गांव का नाम रोशन किया है। उन्होंने गांव के युवाओं से वृक्ष लगाओ अभियान में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील की। सम्मेलन में ग्रामवासियों और युवाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। लोगों ने जय गांव धनौन्दा, जय बाबा भैया, जय बाबा दयाल के जोरदार नारे लगाए। कार्यक्रम में पहुंचे जांगिड़ समाज के प्रधान सीताराम जांगिड़ सेहलंग ने भी सभी ग्रामवासियों को स्थापना दिवस की बधाई दी और सभी से गांव के विकास के लिए मिलजुल कर कार्य करने की अपील की। इस अवसर पर रतनसिंह चेयरमैन, कैप्टन ओमपाल सिंह, कैप्टन मदन सिंह, राजेन्द्र सिंह नम्बरदार, किशनपाल, मीर सिंह वैद्य, पवन प्रधान, सुनील पंच, कैलाश सेठ, मास्टर सूरतसिंह, मास्टर प्रहलाद सिंह, हवलदार देशराज सिंह, सुभाश सिंह, मुकेश स्वामी, पन्नालाल सेन, कमल सिंह, रामबीर पंच, सूबे सिंह दहिया, उमेद सिंह बाल्मिकी, लीलाराम बाल्मीकि, गिरधारीलाल योगी, फूल सिंह धानक, मानसिंह पंच, अजय जांगड़ा, चिमनलाल दायमा, सुभाष डुड्डी, डा. कंवरपाल सिंह, विजयपाल सिंह, बिजेन्द्र सिंह, धर्मबीर, थानेदार बलबीर सिंह, गोविन्द पंडित, शिवकुमार स्वामी, प्रमोद, मास्टर भारत, औमप्रकाश जोशी, मुरलीधर दहिया, हनुमान, गोपाल, महेन्द्र सिंह फौजी सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 06: गांव के बुजुर्गों को सम्मानित करते हुए गांव धनौन्दा के ग्रामीण।




जगह जगह मनाई परशुराम जयंती
-आयोजित हुये कई कार्यक्रम
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कनीना की आवाज।
कनीना एवं आस पास विभिन्न स्थानों पर परशुराम जयंती मनाई गई। नेताजी सुभाष चंद्र बोस क्लब में जनशक्ति विकास संगठन के द्वारा  वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी की जयंती मनाई गई। जनशक्ति विकास संगठन के अध्यक्ष दीपक कुमार वशिष्ठ ने बताया कि भगवान परशुराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन प्रदोष काल में हुआ था। इसी वजह से वैशाख शुक्ल तृतीया और प्रदोष काल का संयोग भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के लिए सबसे शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया का पर्व स्वयं में एक अबुझ मुहूर्त कहलाता है, यानी इस दिन किसी भी शुभ कार्य को बिना विशेष मुहूर्त देखे संपन्न किया जा सकता है। हिंदू धर्म में इस तिथि का अत्यंत पावन स्थान है। परशुराम जी को चिरंजीवी माना जाता है और उन्हें अमरता प्राप्त हैं।परशुराम जी ने शिव जी से गहन तपस्या करके उन्हें प्रसन्न किया और उनसे दिव्यास्त्र और युद्ध विद्या प्राप्त की।वे शस्त्र विद्या में निपुण थे और विभिन्न अस्त्रों का ज्ञान रखते थे। उन्होंने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में ग्रामों का निर्माण किया, जिनमें कोंकण, गोवा और केरल शामिल हैं। भगवान परशुराम ने हमेशा जन कल्याण के हित के लिए कार्य किया। उन्होंने अस्त्रों का प्रयोग हमेशा जनकल्याण के लिए किया। इस मौके पर जनशक्ति विकास संगठन के सदस्य सुरेश कुमार वशिष्ठ, बुद्धि प्रकाश इसराना ,नवीन शर्मा नांगल मोहनपुर , मोहित इसराना, मुकेश शर्मा, मनोज शर्मा, इंद्र शर्मा, कंवरसेन वशिष्ठ और हेमंत शर्मा आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।
 उधर गांव गुढ़ा में भी परशुराम जयंती मनाई गई। परशुराम को भगवान के रूप में याद किया और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। इस मौके पर धर्मपाल दीक्षित, सीताराम दीक्षित, सुरेंद्र शर्मा, सुशील शर्मा, विजेंद्र शर्मा, मास्टर होशियार सिंह, गौरव, मनीष, दक्ष, विशाल आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03: गुढ़ा में परशुराम जयंती मनाते हुए
             04: कनीना के नेताजी मेमोरियल क्लब में परशुराम जयंती मनाते हुए।






इनेलो पार्टी का 27वां स्थापना दिवस मनाया गया
-चौ. ओमप्रकाश चौटाला को किया याद
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कनीना की आवाज।
रामबास में इनेलो पार्टी का 27वां स्थापना दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर वेदप्रकाश नंबरदार ने निवास पर झंडा फहराते हुए इनेलो हरियाणा प्रदेश उपाध्यक्ष एससी सेल ने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जिसने किसान ,मजदूर ,छोटे व्यापारी एवं सभी वर्गों का हित किया है। जब जब सत्ता में पार्टी आई तो उनके हित में सैकड़ों कानून बनाये जैसे बुढ़ापा पेंशन ,गरीब परिवार की लड़कियों की  शादी में कन्यादान , चुंगी समाप्ति, व्यापारिओं के लिए 5 करोड़ की सेल्फ असेसमेंट, कच्चे कर्मचारिओं को पक्का करना , बिजली पानी , कानून व्यवस्था दुरुस्त करना, एवं लाखों युवाओं को रोजगार देना प्रमुख कार्य रहे हैं।  इसलिए अब आज भाजपा एवं कांग्रेस की सरकार एवं जेजेपी को अच्छी तरह लोगों ने समझ लिया और अब इनकी सारी कहानी सामने आ गई। आज के दिन जहां भी कोई चर्चा होती है एक ही बात सामने आती है इनेलों का राज सर्वोपरि था। अभय सिंह चौटाला राष्ट्रीय अध्यक्ष इंडियन नेशनल लोकदल को आने वाले आगामी 2029 में हरियाणा की जनता ने सीएम के रूप में देखना चाहती है।
  इस मौके पर वेद प्रकाश नम्बरदार रामबास इनेलो हरियाणा प्रदेश उपाध्यक्ष एससी सेल, ज्ञानेश्वर निम्भल  जिला अध्यक्ष एससी सेल, माया देवी रामबास पूर्व सरपंच ,रमेश कुमार निम्भल प्रधान चौकीदार संघ हरियाणा प्रदेश,  शर्मीला निम्भल, बिमला देवी, डा. राजेश,  डा. कपिल निम्भल, अभय निम्भल, अजय निम्भल, जयवीर सिंह आदि मौजूद रहे तथा चौ. ओमप्रकाश चौटाला को याद किया।
फोटो कैप्शन 05: इनेलों के स्थापना दिवस पर चौटाला को याद करते लोग।



संतों का आशीर्वाद परमपिता तुल्य- कैलाश दास
--बव्वा में रामानंद संत को किया याद
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कनीना की आवाज।
 कनीना के निकटवर्ती ग्राम बव्वा में स्थित श्री हरि मंदिर आश्रम में संत रामानंद दास की चौथी पुण्यतिथि मनाई गई जिसमें गांव के ही नहीं क्षेत्र के विभिन्न गांवों से हजारों भक्तजन लोगों ने भाग लिया और बाबा का प्रसाद ग्रहण कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर बोलते हुए उनकी गद्दी पर विराजमान परम पूज्य संत ब्रह्मचारी कैलाश दास जी महाराज ने पुण्यतिथि पर आए भक्त जनों को कहा कि  संसार में सभी चीज  मिलनी संभव है परंतु संतों का आशीर्वाद बहुत अच्छे लोगों को मिलता है। इसलिए आज आप इस पुण्य कार्य में सम्मिलित हुए हो यह स्वामी रामानंद दास  महाराज का परम आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि जिनको संतों का आशीर्वाद मिल जाता है उनके घर में किसी भी चीज की कमी नहीं रहती क्योंकि संत  अपने प्रिय जनों का पूरा ख्याल रखते हैं तथा उनका नेक रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं।  उनका कभी अनिष्ट नहीं होने देते। इस अवसर पर महान संत स्वामी प्रद्युमन महाराज, दड़ौली आश्रम से स्वामी समर्पणनंद महाराज, ब्रह्मचारी स्वामी शिवानंद महाराज, दीपचंद साहब, जगजीत सिंह, महेंद्र यादव, सुरेश साहब, कुलदीप माजरा, नीरज कुमार, दयानंद, कमल, भगत, बाबूलाल, लक्ष्मण सिंह,नरेश आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 01:संत रामानंद को याद करते हुए विभिन्न संत






अक्षय तृतीया का पर्व 3 को
--आखा तीज नाम से जानते हैं लोग
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कनीना की आवाज।
 कनीना क्षेत्र में बुधवार को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा। ये विचार ज्योतिषाचार्य दीपक कौशिक के  हैं।
  उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया को कई कारणों से साल का सबसे शुभ दिन माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया से ही सतयुग और त्रेतायुग का आरंभ हुआ था। इसी दिन भगवान विष्णु ने नर नारायण का अवतार भी लिया था। भगवान परशुराम का जन्म भी अक्षय तृतीया को ही हुआ था। इसी शुभ तिथि से भगवान गणेश ने महाभारत काव्य लिखना प्रारंभ किया था।
इतना ही नहीं, बद्रीनाथ के कपाट केवल अक्षय तृतीया से ही खुलते हैं और केवल इसी दिन ही वृन्दावन में भगवान बांके बिहारी जी के चरणों के दर्शन होते हैं। कहा जाता है कि इसी दिन मां गंगा भगवान विष्णु के चरणों से धरती पर अवतरित हुई थी। वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया या आखा तीज के रूप में भी जाना जाता है। इसे अक्षय तीज भी कहते हैं।
फोटो कैप्शन: ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक कौशिक





















श्री गौड़ सभा कनीना में भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर हवन यज्ञ का आयोजन
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कनीना की आवाज।
 कस्बे के नेता जी सुभाष चंद्र बोस क्लब पार्क में भगवान  परशुराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान हवन यज्ञ किया। जिसमें यजमान दीपक शर्मा धर्मपत्नी निर्मला देवी रहे। जिसके बाद  ब्राह्मण समाज के लोगों ने भगवान परशुराम के  जयकारे लगाए। सभा के प्रधान डॉ रविंद्र कौशिक ने बताया कि भगवान श्री विष्णु के छटे अवतार भगवान श्री परशुराम के जन्मोत्सव के अवसर पर श्री गौड़ सभा कनीना द्वारा हवन यज्ञ किया गया।  ब्राह्मण समाज के लोगों ने भगवान परशुराम के चित्र के समक्ष नमन किया। भगवान परशुराम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा उनके चरित्र से प्रेरणा लेकर जीवन में उसका अनुसरण करने का आह्वान किया। बच्चों को ब्राह्मणों के संस्कार व पौराणिक इतिहास का ज्ञान कराएं और सामाजिक व उच्च शिक्षा पर ध्यान दें। इस दौरान  संरक्षक कंवर सैन वशिष्ठ, उप प्रधान बुद्धि प्रकाश इसराना, सुरेश वशिष्ठ, सुरेश शर्मा, मोहित इसराना, इंद्र लाल पाथेड़ा, राधेश्याम शर्मा, मुकेश भारद्वाज, नवीन शर्मा, अधिवक्ता विजय गौड़, संत लाल शर्मा, अनिल शर्मा आदि मौजूद रहे।
फोटो साथ है


Monday, April 28, 2025


 



संतों का आशीर्वाद परमपिता तुल्य- कैलाश दास
--बव्वा में रामानंद संत को किया याद
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कनीना की आवाज।
 कनीना के निकटवर्ती ग्राम बव्वा में स्थित श्री हरि मंदिर आश्रम में संत रामानंद दास की चौथी पुण्यतिथि मनाई गई जिसमें गांव के ही नहीं क्षेत्र के विभिन्न गांवों से हजारों भक्तजन लोगों ने भाग लिया और बाबा का प्रसाद ग्रहण कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर बोलते हुए उनकी गद्दी पर विराजमान परम पूज्य संत ब्रह्मचारी कैलाश दास जी महाराज ने पुण्यतिथि पर आए भक्त जनों को कहा कि  संसार में सभी चीज  मिलनी संभव है परंतु संतों का आशीर्वाद बहुत अच्छे लोगों को मिलता है। इसलिए आज आप इस पुण्य कार्य में सम्मिलित हुए हो यह स्वामी रामानंद दास  महाराज का परम आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि जिनको संतों का आशीर्वाद मिल जाता है उनके घर में किसी भी चीज की कमी नहीं रहती क्योंकि संत  अपने प्रिय जनों का पूरा ख्याल रखते हैं तथा उनका नेक रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं।  उनका कभी अनिष्ट नहीं होने देते। इस अवसर पर महान संत स्वामी प्रद्युमन महाराज, दड़ौली आश्रम से स्वामी समर्पणनंद महाराज, ब्रह्मचारी स्वामी शिवानंद महाराज, दीपचंद साहब, जगजीत सिंह, महेंद्र यादव, सुरेश साहब, कुलदीप माजरा, नीरज कुमार, दयानंद, कमल, भगत, बाबूलाल, लक्ष्मण सिंह,नरेश आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 04:संत रामानंद को याद करते हुए विभिन्न संत





मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार -128
नवोदय में लगी लंबी रेस, विद्यार्थी बने मूक दर्शक
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कनीना की आवाज।
 कनीना निवासी होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक बतौर लंबे समय तक सेवा देकर 30 अप्रैल 2024 का सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने यूं तो खेलों में बहुत कम भाग लिया है परंतु  ग्रामीण खेल कूद बहुत अधिक पसंंद किये तथा बढ़चढ़कर भाग लिया किंतु बड़े स्तर के खेलों में कभी कोई भाग नहीं लिया। लंबी दूरी चलकर तय करना, लंबी रेस लगाना में जरूरी इच्छा रहती है, आज भी है। यही कारण है कि उन दिनों जब नवोदय विद्यालय में वो शिक्षण कार्य करते थे और गणित के शिक्षक से बातों ही बातों में होड़ लग गई की 5000 मीटर दौड़ लगाते हैं। पास में खेल का मैदान था। शर्त रखी कि खेल के मैदान के कौन अधिक चक्कर लगाएगा और उस समय विद्यार्थी मूकदर्शक बन गए। आइये सुनते हैं उनकी कहानी होशियार  सिंह की ही जुबानी।--
मैं ग्रामीण खेलों में सदा ही बढ़-चढ़कर भाग लिया है और ग्रामीण खेल ऐसे जिनमें झिरनी डंका, बीती डंका, टेम, खुलिया, रेख लगाना और कितने ग्रामीण खेल होते थे परंतु बड़े स्तर के खेलों में कभी भाग नहीं लिया। लंबी दूरी की रेस लगानी हो या लंबी दूरी पैदल चलना हो इसके लिए सदा तैयार रहा हूं। यही कारण है कि 300 किलोमीटर दूरी तय करके हरिद्वार से कावड़ लाने का सिलसिला जारी है वही खाटू श्याम तक ध्वज हर वर्ष अर्पित करने जाता हूं।
 बात उन दिनों की है जब नवोदय विद्यालय में शिक्षण कार्य करता था। मेरे बहुत ही नजदीकी राजेंद्र सिंह गणित अध्यापन का कार्य करते थे। इसमें कोई शक की बात नहीं वो खिलाड़ी भी रहे हैं। केएल आनंद प्राचार्य होते थे और बातों ही बातों में एक शर्त लग गई थी इस खेल के मैदान के चारों ओर सबसे अधिक चक्कर कौन लगाएगा? जिसमें 5000 मीटर रेस कम से कम पूरी करनी होगी। मेरी अजीज साथी राजेंद्र सिंह आज भी याद आते हैं और अभी भी कभी-कभार फोन पर बात हो जाती है। हम दोनों होड़ लगाकर दौडऩा शुरू कर दिया। हुआ यू कि पहले ही मैं तेजी से दौड़ लगाकर एक चक्कर एडवांस पूरा कर दिया। इसके बाद धीरे-धीरे उनके साथ दौड़ता रहा। फिर से एक चक्कर एडवांस पूरा कर दिया। यानी दो चक्कर मैं आगे आ गया और दो चक्कर वह पीछे था। जैसे तैसे 10 से 12 चक्कर पूरे कर लिये और अंत में राजेंद्र सिंह दौड़ लगाना छोड़कर हंसने लग गए। हमें बहुत खुशी हुई परंतु वह दिन आज तक नहीं भुला पा रहा हूं। विद्यार्थी भी बड़े खुश हुए। हम कक्षा कक्ष में पहुंचे तो प्राचार्य केएल आनंद ने पूछा की कौन जीता? अब क्या जवाब दिया जाए? हमारे दोनों के चेहरे पर मुस्कान आ गई और केएल आनंद बड़े खुश हुए। आज भी मुझे केएल आनंद बहुत याद आते हैं। वो पंजाब से संबंध रखते हैं, वहीं कहीं कार्यरत हैं।



नई अनाज मंडी में 2160 क्विंटल सरसों खरीदी
--कुल खरीद 225483 क्विंटल
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कनीना की आवाज।
 कनीना की नई अनाज मंडी स्थित चेलावास में जहां सरसों की खरीद जारी है वहीं पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद जारी है। दोनों मंडियों में आवक कमजोर पउऩे लगी है।
  विस्तृत जानकारी देते हुए कनीना मार्केट कमेटी के एआर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार को 90 किसानों से 2160 क्विंटल सरसों की खरीद की गई है। अब तक कुल खरीद 225483 क्विंटल पहुंच गई है। उठान का कार्य भी जारी है। शनिवार को 6500 बैग का उठान हुआ वहीं कुल 369636 बैग का उठान हो चुका है।
उधर कनीना की पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद विगत दिनों से जारी है। आवक घटती ही जा रही है। सोमवार को 246 क्विंटल गेहूं खरीदा गया।
फोटो केप्शन 02: कनीना की पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद





मां दुर्गा ने किया महिषासुर दैत्य का संहार - भारद्वाज
--भागवत कथा का सातवां दिन
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कनीना की आवाज।
भोजावास के सेठ बोदन सिंह मंदिर में चल रही नव दिवसीय देवी भागवत कथा के सातवें दिन आचार्य ने भगवती ने महिषासुर के संहार के वर्णन का प्रसंग सुनाया। कथा वाचक पंडित हेमराज भारद्वाज ने श्रीमदभागवत महापुराण की कथा के सातवें दिन, महिषासुर जन्म कथा, देवी का प्रादुर्भाव संवाद की व्याख्या की। कथा में कृष्ण जन्म का वर्णन होते ही श्रद्धालु भगवान कृष्ण के जयकारों के साथ झूम उठे। कथा के दौरान झांकियों ने श्रोताओं को खूब आनंदित किया। कथावाचक पंडित हेमराज भारद्वाज ने कहा कि मां आदिशक्ति ने दुर्गा के रूप में अवतार लिया था। उनका यह अवतार दानवों के संहार के लिए हुआ था। उन्होंने ऐसे दानवों से पृथ्वी व स्वर्ग को मुक्त कराया, जिनका संहार करना देवताओं के वश में नहीं था। ऐसे ही दैत्यों में पहला नाम आता है महिषासुर का। उसने कठिन तपस्या कर ब्रह्मा जी से वरदान मांगा कि देवता और दानव उस पर विजय प्राप्त न कर सकें। इस तरह महिषासुर ने पृथ्वी और स्वर्ग को जीत कर देवताओं तथा मनुष्यों को कष्ट देना शुरू कर दिया। तब मां दुर्गा ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए अवतरित होकर महिषासुर दैत्य का संहार किया। कथावाचक पंडित हेमराज भारद्वाज ने आगे कहा कि सब देवताओं ने मां भगवती की आराधना की और मां भगवती त्रिपुर सुन्दरी देवी की इच्छा से देवताओं के तेज पुंज निर्मित हुआ और उस तेज पुंज से मां भगवती दुर्गा का प्रादुर्भाव हुआ।कृष्ण अवतार प्रसंग कृष्ण अवतार प्रसंग सुनाते हुए पंडित जी ने आगे कहा कि श्री कृष्ण ने पूतना, बकासूर वत्सासुर, महाबली, धेनुकासुर, प्रलम्बासुर का संहार किया। भगवान श्रीकृष्ण ने कंस समेत सभी दैत्यों का विनाश किया। उन्होंने कहा कि जीवन में भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा सुनते हुए उसी के अनुसार कार्य करें। कहा कि कथा का सुनना तभी सार्थक होगा, जब उसके बताए हुए मार्ग पर चलकर परमार्थ का काम करें। इस दौरान अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन: कथा वाचक पंडित हेमराज भारद्वाज श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए।





कनीना के किसानों की सरसों खरीद के लिए शेड्यूल जारी
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कनीना की आवाज।
नई अनाज मण्डी कनीना (चेलावास) में सरसों की सरकारी खरीद न्यूनतम समर्थन मुल्य 5950 रुपए प्रति क्विंटल सरकारी नियमों के अनुसार 1 दिन में अधिकतम 40 क्विंटल की खरीद की जाएगी।
यह जानकारी देते हुए सचिव व कार्यकारी अधिकारी मार्केट कमेटी कनीना कंवर सिंह ने बताया कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसलिए सरसों की खरीद गावों के रोस्टर के हिसाब से की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसान अपनी सरसों अच्छी तरह सुखाकर व साफ करके जिस दिन उनके गांव का नम्बर हो उसी दिन सुबह 8 बजे से सांय 5 बजे तक किसी भी समय अपनी फसल मण्डी में ला सकता है ताकि किसानों को अपनी सरसों बेचने में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े व मण्डी कार्य सुचारु रुप किया जा सके। उन्होंने बताया कि गेट पास कटवाने के लिए किसान अपना आधार कार्ड की फोटो प्रति अवश्य लेकर आएं ।
गांव वाइज शेड्यूल
कनीना मार्केट कमेटी सचिव ने बताया कि 29 अप्रैल को अगिहार, बेवल, बाघोत, भडफ, भोजावास, चेलावास, छितरोली, ढाणा, धनौन्दा, दौंगड़ा अहीर, दौगंडा जाट, गाहडा, गोमला, गोमली, गुढा, ईसराणा गांव के किसानों की सरसों खरीद की जाएगी। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल को झाडली, झिगांवन, ककराला, कलवाडी, कनीना, कपूरी, करीरा, कैमला, खरकडाबास, खेडी, खैराना, कोका, कोटिया, मानपुरा, मोहनपुर, मोडी गांवों की सरसों खरीद की जाएगी।
1 मई को मुंडियाखेडा, नांगल, नौताना, पड़तल, पाथेडा, पोता, रामबास, रसुलपुर, स्याणा, सेहलंग, सिहोर, सुन्दरह, तलवाना, उच्चत, उन्हानी गांवों के किसानों की सरसों खरीद की जाएगी।





नीट परीक्षा को लेकर डीसी डा. विवेक भारती ने ली अधिकारियों की बैठक
-डीसी-एसपी ने परीक्षा केंद्रों का किया निरीक्षण
-4 मई को 2 से 5 बजे तक एक ही शिफ्ट में होगी परीक्षा
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कनीना की आवाज।
मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 4 मई को होने वाली नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) प्रवेश परीक्षा को लेकर उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने आज लघु सचिवालय में अधिकारियों की बैठक ली। इसके बाद उन्होंने नारनौल शहर में बने पांचों परीक्षा केंद्रों का मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ भी मौजूद रहीं।
डीसी ने कहा कि नीट परीक्षा पूरी तरह से फ्री एंड फेयर रहेगी। इसके लिए जिला प्रशासन सतर्क है।
डीसी ने स्पष्ट निर्देश दिए की किसी भी केंद्र पर कोई भी अधिकारी और कर्मचारी फोन लेकर नहीं जाएगा। एक केंद्र पर केवल केंद्र अधीक्षक के पास फोन रहेगा। एनटीए द्वारा जारी किए गए आई कार्ड के अलावा कोई भी कर्मचारी अंदर नहीं जा सकेगा।
परीक्षा का समय दोपहर 2 से 5 तक है। केंद्र पर 11 बजे परीक्षार्थियों की एंट्री शुरू हो जाएगी। दोपहर 1.30 बजे के बाद कोई एंट्री नहीं होगी।
सबसे पहले एंट्री गेट पर छात्र तथा छात्राओं की पुलिस द्वारा अलग-अलग तलाशी ली जाएगी। इस दौरान केंद्र पर किसी भी प्रकार का सामान अंदर लेकर जाना अलाउड नहीं होगा। परीक्षा के लिए पेन भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी केंद्र पर ही मुहैया करावेगी। अगर पेन खराब होता है तो एजेंसी दोबारा पेन देगी लेकिन बाहर से पेन अंदर नहीं ले जा सकते। इसके बाद बायोमैट्रिक अटेंडेंस भी गेट के नजदीक ही होगी।
डीसी ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में नीट परीक्षा के लिए कुल आठ केंद्र बनाए गए हैं जिनमें पांच नारनौल तथा तीन महेंद्रगढ़ शहर में बनाए गए हैं। सभी केंद्र पर जैमर व सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं।
परीक्षार्थियों को समय पर केंद्र पर पहुंचना होगा। केंद्र से 500 मीटर दूर पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
इस बैठक में पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ, एडीसी डॉ आनंद कुमार शर्मा, महेंद्रगढ़ के एसडीएम अनिल यादव, नगराधीश मंजीत कुमार तथा परीक्षा के जिला के नोडल ऑफिसर ओमप्रकाश यादव के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
सेंटर पर परीक्षार्थी आई कार्ड के अलावा कुछ भी नहीं ले जा सकेंगे
 उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने बताया कि नीट की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी अपने आई कार्ड के अलावा कोई भी सामान अंदर नहीं ले जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि कोई भी स्टेशनरी आइटम जैसे पाठ्य सामग्री (मुद्रित या लिखित), कागज के टुकड़े, ज्यामिति, पेन, पेंसिल बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैलकुलेटर, स्केल, राइटिंग पैड, पेन ड्राइव, इरेजऱ, कैलकुलेटर, लॉग टेबल, इलेक्ट्रॉनिक पेन, स्कैनर आदि सभी पर परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाने पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने बताया कि कोई भी संचार उपकरण जैसे मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, इयरफ़ोन, माइक्रोफोन, पेजर, हेल्थ बैंड अन्य आइटम जैसे वॉलेट, गॉगल्स, हैंडबैग, बेल्ट, कैप, घड़ी, ब्रेसलेट, कैमरा, कोई भी आभूषण, धातु आइटम, कोई भी खुला या पैक किया हुआ खाद्य पदार्थ, पानी की बोतल आदि पर पाबंदी रहेगी। कोई भी अन्य वस्तु जिसका उपयोग अनुचित साधनों के लिए किया जा सकता है जैसे कि माइक्रोचिप, कैमरा, ब्लूटूथ डिवाइस आदि जैसे संचार उपकरण को परीक्षा केंद्र में ले जाने पर पाबंदी रहेगी। परीक्षा केंद्र पर उम्मीदवार अपने किसी भी आइटम जैसे बैग, बैगेज, पैसे आदि केंद्र पर लेकर ना आएं। यदि किसी अभ्यर्थी के पास केंद्र के अंदर प्रतिबंधित वस्तुओं में से कोई भी वस्तु पाई जाती है, तो इसे अनुचित साधनों का उपयोग माना जाएगा। परीक्षा स्थल में इसका प्रयोग पूर्णत वर्जित है।
यं हैं जिला के नीट परीक्षा केंद्र-
उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने बताया कि जिला में नीट की परीक्षा के लिए कुल आठ परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें पांच परीक्षा केंद्र नारनौल में व तीन परीक्षा केंद्र महेंद्रगढ़ में बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि नारनौल में पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय रघुनाथपुरा सिंघाना रोड, राजकीय महाविद्यालय नारनौल नियर पोस्ट ऑफिस, राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल नारनौल नियर मेहता चौक, राजकीय महिला महाविद्यालय नारनौल नियर सिविल अस्पताल बहरोड रोड व पीएम श्री राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल नारनौल में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ में राजकीय महिला महाविद्यालय महेंद्रगढ़ नियर ज्यूडिशल कंपलेक्स, राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ व राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल महेंद्रगढ़ में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।




मस्तिष्क व दंत रोग शिविर में 110 लोगों ने उठाया स्वास्थ्य लाभ
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कनीना की आवाज।
कस्बे के फुटबाल खेल मैदान के नजदीक प्रयास फाउंडेशन के सहयोग से मस्तिष्क व दंत रोग को लेकर सातवें नि:शुल्क कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. पवन यादव, दंत चिकित्सक डा. कोमल यादव ने करीब 100 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया। विक्रांत यादव व डाक्टर कोमल यादव ने करीब 110 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया। विक्रांत यादव ने बताया कि शिविर में मिर्गी, सिर दर्द, चक्कर आना, लकवा, घबराहट, नींद न आना, बेचैनी होना, भूलने की बीमारी, पीठ और गर्दन में दर्द, मल्टीपल स्कलेरोसिस, मांसपेशी विकार संचलन संबंधित विकार, न्यूरोमस्कुलर विकार से पीडित व दांतों में अनेक प्रकार के रोगियों की जांच कर उन्हें दवाइयां उपलब्ध कराई गई। उन्होंने बताया कि करीब 110 मरीजों की नि:शुल्क ओपीडी की गई। न्यूरोलाजी विशेषज्ञ डा. पवन यादव, डा. कोमल यादव ने सभी मरीजों की जांच कर उचित परामर्श दिया। इस दौरान डा. पवन यादव ने मस्तिष्क से संबंधित बीमारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिमाग, स्पाइनल कार्ड और तंत्रिकाओं को प्रभावित करने वाली समस्याओं को न्यूरोलाजिकल बीमारियां कहा जाता है। न्यूरोलाजिक लक्षण-एक बीमारी के कारण होने वाले लक्षण होते हैं, जो तंत्रिका तंत्र के एक भाग या सभी को प्रभावित करते हैं-ये बहुत अलग हो सकते हैं, क्योंकि तंत्रिका तंत्र शरीर की बहुत सारी अलग-अलग गतिविधियों को नियंत्रित करता है। लक्षणों में सिर दर्द और पीठ दर्द सहित दर्द के सभी रूप शामिल हो सकते हैं। मांसपेशियाँ, त्वचा की संवेदना, विशेष बोध (नजऱ, स्वाद, गंध और श्रवण शक्ति), तथा अन्य इंद्रियां सामान्य रूप से कार्य करने के लिए तंत्रिकाओं पर निर्भर होती हैं। इस प्रकार, न्यूरोलाजिक लक्षणों में मांसपेशियों की कमजोरी या समन्वय की कमी, त्वचा में असामान्य संवेदनाएं, तथा नजऱ, स्वाद, गंध और सुनाई देने में समस्या शामिल हो सकती है।अन्यूरोलॉजिक बीमारियां नींद को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे व्यक्ति सोते समय चिंतित या उत्तेजित हो सकता है और इस प्रकार दिन के दौरान थका हुआ महसूस करता है और उसे नींद आती रहती है। उन्होंने इस प्रकार की पीड़ा से पीडि़त लोगों को तुरंत प्रभाव से अपने नजदीकी न्यूरोलाजिस्ट से मिलकर अपनी बीमारी का इलाज करवाने की सलाह दी ताकि समय रहते उनकी बीमारी का उपचार हो सके। इस दौरान डा. इंद्रजीत यादव, विक्रांत यादव, संजय मैनेजर, राकेश, प्रदीप, मुकेश, प्रवेश एमएलए, विशाल, नितिन, विक्रम, प्रवक्ता सचिव शर्मा, सचिन यादव, रविन्द्र इंजीनियर आदि का विशेष योगदान रहा।









खेड़ी तलवाना में श्री श्याम बाबा एवम लक्ष्मीनारायण की मूर्ति स्थापना 30 को
--29 को जागरण
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कनीना की आवाज।
खेड़ी तलवाना के प्राचीन सिद्ध श्री ठाकुरजी महाराज मंदिर में श्री लक्ष्मीनारायण एवम श्री श्याम बाबा की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया को होगी जिसके पूजन के लिए पांच ब्राह्मणों द्वारा पूजन चल रहा है। नगर परिक्रमा एवं निशान यात्रा 29 अप्रैल मंगलवार को प्रात: आठ बजे होगी रात्रि मे विशाल जागरण होगा । 30 अप्रैल को स्थापाना होगी। इसकी जानकारी दास मोहित कौशिक  महाराज ने देते हुए बताया कि समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से ये आयोजन किया जा रहा है।

Sunday, April 27, 2025


 



मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार- 127
-लड़की का पेट मसलने की बात स्टाफ में बताने का परिणाम भुगतना पड़ा
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कनीना की आवाज।
कनीना निवासी डा. होशियार सिंह यादव विज्ञान अध्यापक एवं विश्व रिकार्डधारक 30 अप्रैल 2024 का सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने करीब 40 वर्षों तक शिक्षण कार्य किया है। यूं तो अधिकांश समय सच का सहारा लिया है किंतु कई बार कुछ बातें झूठ भी बोलनी पड़ी है। परंतु सच बोलने का परिणाम लंबे अर्से तक भुगतना पड़ा है।  ऐसी एक सच्ची घटना स्टाफ में बताने का परिणाम बुरा साबित हुआ। सच कहने की घटना आज भी कचोट रही है और जीवन भर कचोटती रहेगी क्योंकि उन्होंने एक सच कहानी स्टाफ में जाकर बता दी कि यह शिक्षक एक लड़की का पेट मसल रहा था जिसका परिणाम भुगतना पड़ा। उस चरित्रहीन शिक्षक ने एक रावण/नकली नाम, नामक शिक्षक का सहारा लिया तथा एक और पिजन नामक शिक्षक का सहारा लिया और न्यायालय में केेस तक उनके विरुद्ध डलवा दिया। अनेक लबों से वंचित होना पड़ा परंतु जल्दी उसका फैसला होने की उम्मीद है। आइये सुनते हैं उनकी कहानी होशियार सिंह की जुबानी-
 बात उन दिनों की है जब मैं कनीना स्कूल में कार्यरत था।  18 सालों तक कनीना स्कूल में काम किया है। बहुत से शिक्षक अनेकों प्राचार्यों के संग संग काम किया है क्योंकि शुरुआत से ही कुछ सच्ची बात कहने की आदत रही है। वैसे भी किसी बात को अपने अंदर दबाये रखने की आदत नहीं है। सभी के सामने कोई भी बात जिनसे समाज कलंकित होता हो ऐसी बात खुलेआम कहेने से कभी नहीं हिचकिचाया चाहे परिणाम कुछ भी हुआ हो। ऐसी ही एक सच्ची कहानी करीब 25 साल पहले स्कूल में क्या सुनाई परिणाम बुरा साबित हुआ क्योंकि एक शिक्षक एक अविवाहित लड़की का पेट दबा रहा था, पड़ोस में एक महिला ने यह घटना अपनी आंखों से देख ली और उसने गालियां देने शुरू कर दी कि मास्टर होकर भी एक जवान लड़की का पेट दबा रहा है। उसे शिक्षक ने महिला से कहा कि लड़की के पेट में दर्द है? महिला ने कहा कि इसका मतलब तुम डाक्टर हो और पेट दबाने से क्या इसका पेट दर्द ठीक हो जाएगा? यहां तक कि उसने महिला ने बहुत भला बुरा कहा, बात पूरे क्षेत्र में फैल गई और शिक्षक समाज की थू-थू  होने लगी परंतु सभी ने एक ही बात कही कि शिक्षक चरित्रहीन रहा है। उनके कई मामले पहले भी उजागर हो चुके हैं। खैर जब मैं स्कूल पहुंचा तो पूरे स्टाफ में मैंने यह पूरी गाथा सुना डाली। शिक्षक ने भी पूरी गाथा सुन ली बस फिर क्या था। क्योंकि उसकी हिम्मत नहीं थी कि मेरे सामने बोल सके परंतु उसने अंदर खाते एक ही मन बना लिया कि किसी प्रकार होशियार सिंह का भारी नुकसान किया जाए। क्योंकि वह शिक्षक मेरे पास लंबे समय तक बैठता था, सारी जानकारी मैंने उसको समय-समय पर बता दी थी। अच्छी बुरी सब बातें उसको बताने का परिणाम यह निकला सभी अच्छी बातों को तो वह भूल बैठा और बुरी बुरी बातें सारी रिकार्ड कर ली। परिणाम यह निकला कि उसने रावण नामक एक शिक्षक तथा एक अन्य पिजन नामक शिक्षक से मिलकर एक व्यूह रचना रची। फिर तो कई आरटीआई लगाई, कहीं कोई झूठी सच्ची बात हाथ लगी तो निदेशालय चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में शिकायत की। बार- बार शिकायतों का सामना करना पड़ा। हर बार उसकी बात झूठी निकली। जब उसने देखा अब कोई उनकी झूठी बात सफल नहीं होगी तो करनाल के एक व्यक्ति का सहारा लेकर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में मेरे विरुद्ध केस दायर करवा दिया परिणाम यह निकला की बहुत से लाभ मेरे रुके हुए हैं। अब निकट भविष्य में संभावना है कि न्यायालय में मेरे पक्ष में न्याय मिलेगा और जरूर मिलेगा, तत्पश्चात मुझे सभी लाभ वापस मिल जाएंगे लेकिन यहां मैं एक ही बात कहना चाहूंगा कि चाहे कोई भी अपना कितना ही निजी साथी हो उसे सारी बातें नहीं बतानी चाहिए। बूढ़े बड़ों का भी यही कहना है कि कभी अपनी गोपनीय बातें किसी को भी नहीं बतानी चाहिए वरना परिणाम भुगतना पड़ता है, जैसे मैं भी भुगत चुका हूं, भुगत रहा हूं और आगे भी भुगतता रह सकता हूं। लाखों रुपये का नुकसान हुआ। कितना ही दर्द हुआ परंतु एक सबक जरूर मिली वह भी ठोकर खाकर मिली कि सच किसी को नहीं कहना चाहिए।




मस्तिष्क व दंत रोग शिविर में 110 लोगों ने उठाया स्वास्थ्य लाभ
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कनीना की आवाज।
कस्बे के फुटबाल खेल मैदान के नजदीक रविवार को प्रयास फाउंडेशन के सहयोग से मस्तिष्क व दंत रोग को लेकर सातवें नि:शुल्क कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. पवन यादव, दंत चिकित्सक डा. कोमल यादव ने करीब 100 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया। विक्रांत यादव व डाक्टर कोमल यादव ने करीब 110 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया। विक्रांत यादव ने बताया कि शिविर में मिर्गी, सिर दर्द, चक्कर आना, लकवा, घबराहट, नींद न आना, बेचैनी होना, भूलने की बीमारी, पीठ और गर्दन में दर्द, मल्टीपल स्कलेरोसिस, मांसपेशी विकार संचलन संबंधित विकार, न्यूरोमस्कुलर विकार से पीडित व दांतों में अनेक प्रकार के रोगियों की जांच कर उन्हें दवाइयां उपलब्ध कराई गई। उन्होंने बताया कि करीब 110 मरीजों की नि:शुल्क ओपीडी की गई। न्यूरोलाजी विशेषज्ञ डा. पवन यादव, डा. कोमल यादव ने सभी मरीजों की जांच कर उचित परामर्श दिया। इस दौरान डा. पवन यादव ने मस्तिष्क से संबंधित बीमारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिमाग, स्पाइनल कार्ड और तंत्रिकाओं को प्रभावित करने वाली समस्याओं को न्यूरोलाजिकल बीमारियां कहा जाता है। न्यूरोलाजिक लक्षण-एक बीमारी के कारण होने वाले लक्षण होते हैं, जो तंत्रिका तंत्र के एक भाग या सभी को प्रभावित करते हैं-ये बहुत अलग हो सकते हैं, क्योंकि तंत्रिका तंत्र शरीर की बहुत सारी अलग-अलग गतिविधियों को नियंत्रित करता है। लक्षणों में सिर दर्द और पीठ दर्द सहित दर्द के सभी रूप शामिल हो सकते हैं। मांसपेशियाँ, त्वचा की संवेदना, विशेष बोध (नजऱ, स्वाद, गंध और श्रवण शक्ति), तथा अन्य इंद्रियां सामान्य रूप से कार्य करने के लिए तंत्रिकाओं पर निर्भर होती हैं। इस प्रकार, न्यूरोलाजिक लक्षणों में मांसपेशियों की कमजोरी या समन्वय की कमी, त्वचा में असामान्य संवेदनाएं, तथा नजऱ, स्वाद, गंध और सुनाई देने में समस्या शामिल हो सकती है।अन्यूरोलॉजिक बीमारियां नींद को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे व्यक्ति सोते समय चिंतित या उत्तेजित हो सकता है और इस प्रकार दिन के दौरान थका हुआ महसूस करता है और उसे नींद आती रहती है। उन्होंने इस प्रकार की पीड़ा से पीडि़त लोगों को तुरंत प्रभाव से अपने नजदीकी न्यूरोलाजिस्ट से मिलकर अपनी बीमारी का इलाज करवाने की सलाह दी ताकि समय रहते उनकी बीमारी का उपचार हो सके। इस दौरान डा. इंद्रजीत यादव, विक्रांत यादव, संजय मैनेजर, राकेश, प्रदीप, मुकेश, प्रवेश एमएलए, विशाल, नितिन, विक्रम, प्रवक्ता सचिव शर्मा, सचिन यादव, रविन्द्र इंजीनियर आदि का विशेष योगदान रहा।
कनीना। शिविर में मरीजों की जांच कर परामर्श देते चिकित्सक





करीरा में भूतपूर्व सैनिकों ने दी पहलगाम के शहीदों को श्रद्धांजलि
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कनीना की आवाज।
  रविवार को उप मंडल के गांव करीरा में भूतपूर्व सैनिक व अर्ध सैनिक कल्याण संगठन द्वारा पहलगाम में निहत्थे और निर्दोष पर्यटकों के निर्मम हत्या का विरोध किया गया। साथ ही उन सभी को भाव भीनी श्रद्धांजलि दी गई। संगठन द्वारा पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ गुस्सा प्रकट किया गया और अतंकवादियों के जघन्य कृत की कड़ी निन्दा की गई। साथ ही सरकार से मांग की गई की देश दुश्मन जो की आतंकवाद को जन्म दे रहा है उसको सकत सबक सिखाया जाए।
इस अवसर पर शिवलाल प्रधान, सरपंच अजय कुमार यादव, कैप्टन राम सिंह, कैप्टन रामावतार, हवलदार रोशन लाल विक्रम सिंह, रतनलाल ,गणपत सिंह, सूबेदार राम किशन, कैप्टन सतवीर, हवलदार लीलाराम, हवलदार मातादीन सूबेदारवेद प्रकाश गजेंद्र यादव व कैप्टन सुमेर सिंह अध्यक्ष सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 04: करीरा में भूतपूर्व सैनिक पहलगाम के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए




7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का समापन
--निकाली राधा कृष्ण की झांकी
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कनीना की आवाज।
कस्बे के श्री श्याम मंदिर में चल रही  सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के समापन किया। इस दौरान प्रसाद वितरण का कार्य किया गया।
 कथा व्यास पीठाधीश्वर पंडित महेश चंद्र पतसारिया ने जीवन में सत्य का आचरण करने वाला व्यक्ति उन्नति के पथ पर अग्रसर होता है। माता-पिता का आदर करना और उनकी सेवा करना ही सच्ची सेवा है। कितनी ही विपरीत परिस्थिति क्यों न आ जाएं, जीवन में सत्य का मार्ग नहीं छोडऩा चाहिए। उन्होंने कहा पति-पत्नी को कभी भी लडऩा नहीं चाहिए। दोनों ही जीवन के दो पहिए हैं। दोनों को मिल-जुलकर जीवन को आगे बढ़ाना चाहिए।  कई लोग बुढ़ापे में माता-पिता को वृद्ध आश्रम में छोड़ देते हैं। ऐसे लोगों को अनेक जन्मों में घोर दुख भोगने पड़ते हैं। विशेष आरती के साथ कथा का समापन हुआ। इस दौरान अनीश गुप्ता, सत्यनारायण अग्रवाल, अमित, अधिवक्ता योगेश अग्रवाल, नितिन गुप्ता, नवीन सिंगला, संदीप चौधरी, दुलीचंद, महेंद्र, अनिल सिंगला,  सौरभ ऋतिक, जतिन, मनीष, गुड्डू, पूर्व पार्षद राजकुमार, पूनम गुप्ता, सत्यनारायण, अनिल सिंगला, जतिन, नवीन, संदीप महेश्वरी, महेश अग्रवाल, राधा, प्रियंका, नेहा सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: कथा स्थल पर श्री कृष्ण राधा की झांकी निकालते हुए


फ्लोअप
चेलावास बुजुर्ग हत्याकांड
यदि नरेंद्र दोषी है तो कड़ी से कड़ी सजा दी जाए-पिता सुरेंद्र
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कनीना की आवाज।
 जहां कनीना उप-मंडल के गांव चेलावास में 90 वर्षीय  दयानंद की उसके पोते नरेंद्र ने कुल्हाड़ी से वार करके मौत के घाट उतार दिया था। मामले की पुलिस गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है वही शव का पोस्टमार्टम करवा स्वजनों को सौंप दिया था जहां उनका अंतिम संस्कार भी हो चुका है। इस मामले में सात लोगों के खिलाफ मामला मृतक दयानंद के पुत्र विनोद कुमार ने दर्ज करवाया है जिनमें नरेंद्र, सुरेंद्र, नफे सिंह, ओमवती, प्रेम देवी, प्यारी देवी तथा देवेंद्र व्यक्ति प्रमुख है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
 आज इस मामले में आरोपित नरेंद्र के पिता सुरेंद्र से बात हुई। उन्होंने कहा कि उसका पुत्र यदि दोषी है तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए अगर निर्दोष है तो उन षडय़ंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिनका हाथ हत्याकांड में है।  उन्होंने खेद जताते हुए कहा है कि इस प्रकरण में देवेंद्र का नाम भी शामिल किया है। देवेंद्र दिल्ली पुलिस में कार्यरत है और वह तैनाती पर था। वहीं उन्होंने कहा कि नरेंद्र है विवाहित है, खेती-बाड़ी का काम करता था करता है। पिकअप भी उन्होंने चलाई है। 39 वर्षीय नरेंद्र के सिर पर कुछ अर्से पहले चोट लग गई थी, सिर में चोट लगने से वह दिमाग से परेशान है परंतु उनका पुत्र नरेंद्र, विनोद कुमार और लक्खी के साथ बैठता है, उन्हीं के साथ मिलकर शराब आदि पीता है, घर पर भी कभी कभार आता है। ऐसे में भी अगर वह कहीं दोषी है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। इस मामले में जहां बुजुर्ग की मौत का कारण जमीन बेचने का मसला प्रमुख रहा है।
सुरेंद्र ने बताया कि सुंदरह गांव के एक व्यक्ति मनजीत कुमार को मृतक दयानंद ने 21 कैनल नौ मरला जमीन 10 लाख रुपये में बेचने का मयाना भर दिया था। इस जमीन परे सुरेंद्र, महेंद्र व राज के परिजन काश्त करते आ रहे हैं। तीनों की इस जमीन को बेचने से मना किया गया था।  करने के कारण परेशानी बढ़ गई थी क्योंकि पहले ही जमीन  जमीन पर लोन लिया हुआ है। ऐसे में जमीन खरीदने वाले सुंदरह व्यक्ति से बात की तो उन्होंने कहा की पंचायत बुलाई जाए जिसमें वह स्पष्ट करेंगे। 25 अप्रैल को पंचायत बुलाई गई थी जिसमें सुंदर के मनजीत ने साफ मना कर दिया था कि उसका 10 लाख रुपये का चेक वापस कर दिया जाए तो वह जमीन नहीं खरीदेगा। गांव की एक पंचायत भी बुलाई गई थी। उनका कहना है कि पंचायत में बुजुर्ग दयानंद ने 19 लाख रुपये तीनों सुरेंद्र, महेंद्र व राज सिंह के परिवार से मांगे थे ताकि 10 लाख रुपये का चेक वापस किया जा सके और नौ लाख रुपये का लोन वापस किया जा सके और उसी शाम बुजुर्ग दयानंद की हत्या कर दी गई थी। हत्या में सुरेंद्र का आरोप है कि नरेंद्र को विनोद कुमार और लक्खी आदि ने भड़काया था जिसके कारण यह घटना घटी है। उधर जब विनोद कुमार से इस संबंध में बात की तो उन्होंने कहा कि देवेंद्र घटना के समय गांव में मौजूद था। उसकी फोन की लोकेशन निकलवाई जाए। वहीं उन्होंने कहा कि 10 लाख रुपये दयानंद ने चेक के किसी लिये थे इस बात की जानकारी उन्हें नहीं। यह तो मृतक दयानंद ही बता सकता था। बाकी बातों को भी उन्होंने खंडन किया है।
 उल्लेखनीय है की 90 वर्षीय दयानंद के पांच पुत्र हैं जिनमें से महेंद्र, राज और ओमप्रकाश की मौत हो चुकी है। केवल सुरेंद्र और विनोद ही जीवित है। मामला अभी उग्र होता जा रहा है परंतु एक बात स्पष्ट हो गई है कि बुजुर्ग की हत्या के पीछे जमीन जायदाद का मामला रहा है। अब गुत्थी को पुलिस ही सुलझा पाएगी कि कैसे और कौन-कौन इस बुजुर्ग हत्याकांड में शामिल रहे हैं?
फोटो कैप्शन: मृतक दयानंद 90 वर्षीय





दौगड़ा अहीर के बाबा रूपा दास मंदिर परिसर में  हुआ हवन यज्ञ
- श्रद्धांजलि सभा का किया आयोजन  
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कनीना की आवाज।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए निर्दोष नागरिकों की आत्मा की शांति के लिए दौगड़ा अहीर गांव के बाबा रूपा दास मंदिर परिसर में हवन और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आसपास के गांवों के नागरिकों, आर्य समाज प्रतिनिधियों, पुलिस अधिकारियों और ग्रामीण नेताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और हमले की कड़ी निंदा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज के रघुवीर सिंह ने की। इस मौके पर बाबूलाल आर्य, शोचंद, रामानंद मास्टर, रामावतार, वेद प्रकाश आर्य, हरपाल थानेदार, बाबूलाल, महादेव कैप्टन, बबरू भान बोहरा, महाशय भारत सिंह, इंजीनियर अशोक यादव, सतवीर मास्टर, राजकुमार चेयरमैन, मनोज, इंजीनियर विकास यादव, तुशाल, विनीत, राहुल सहित अनेक सम्मानित ग्रामीण उपस्थित रहे। सभा का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण और हवन के साथ हुआ। इसके बाद वक्ताओं ने आतंकी घटना की निंदा करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। बाबूलाल आर्य ने कहा, देश की एकता और अखंडता पर हुए इस हमले ने हर देशवासी का हृदय व्यथित किया है। ऐसे समय में हम सभी को एकजुट होकर देश की सुरक्षा और सामाजिक समरसता को मजबूत करना चाहिए। आर्य समाज के प्रधान रघुवीर सिंह ने कहा सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक को भी देश की सुरक्षा के प्रति सजग और जिम्मेदार बनना चाहिए। हरपाल थानेदार ने अपने उद्बोधन में कहा यह हमला हमारे धैर्य की परीक्षा है, लेकिन हम एकजुट रहकर आतंक के मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देंगे। कार्यक्रम के समापन पर सभी उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पश्चात ग्रामीणों ने गांव में पैदल मार्च करते हुए स्थानीय पुलिस चौकी तक रैली निकाली। पुलिस चौकी पहुंचकर ग्रामीण प्रतिनिधियों ने पुलिस चौकी इंचार्ज को देश के गृहमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में सरकार से मांग की गई कि इस हमले के दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर उन्हें कठोरतम सजा दी जाए, ताकि देश में शांति और सुरक्षा बनी रहे। ग्रामीणों की इस एकजुटता और संकल्प ने पूरे क्षेत्र में एक सशक्त संदेश दिया कि आतंकवाद किसी भी सूरत में देश की अखंडता को कमजोर नहीं कर सकता।
फोटो कैप्शन 03: हवन यज्ञ करते हुए ग्रामीण।



दिव्यांग पहलवान








राजवीर गुर्जर को किया सम्मानित
-बाघोत में आयोजित हुआ कार्यक्रम
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कनीना की आवाज।
गत 18 अप्रैल को आयोजित पाक स्ट्रेट स्विमिंग प्रतियोगिता 2025 में गांव बाघोत निवासी दिव्यांग पहलवान राजवीर गुर्जर ने हिंद महासागर में तलाईमन्नार से धनुषकोडी तक रामसेतु मार्ग को तैरकर पार करके इतिहास रच दिया। उनकी इस उपलब्धि पर गांव बाघोत में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि अतरलाल एडवोकेट ने राजवीर गुर्जर को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र व नगद इनाम भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने राजवीर के पिता जागेराम को साफा पहनाकर और माता रोशनी देवी को शाल ओढ़ाकर भी सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता सूबेदार श्रीराम ने की। राजवीर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच प्रशांत कर्माकर, अपने माता-पिता तथा ग्राम वासियों को देते हुए युवाओं से लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत के साथ अभ्यास करने की अपील की।
  अतरलाल ने कहा कि दिव्यांग राजवीर गुर्जर ने 30 किलोमीटर लंबे रामसेतु मार्ग को पार कर न केवल अपने गांव बाघोत व जिला महेंद्रगढ़ बल्कि पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया है। राजवीर की इस उपलब्धि पर पूरे इलाके को नाज है। उन्होंने राज्य सरकार से राजवीर को प्रथम या द्वितीय श्रेणी की सरकारी नौकरी देने तथा आगामी जून में आयोजित होने वाली इंग्लिश चैनल स्विमिंग प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आर्थिक सहायता देने की मांग की। उन्होंने कहा कि राजवीर गरीब किसान परिवार से है और आगामी जून में होने वाली इंग्लिश चैनल स्विमिंग प्रतियोगिता के लिए आठ दस लाख रुपए का खर्चा आएगा, जिसको वहन करने में वह पूर्णतया असमर्थ है। इसलिए राज्य सरकार को इस होनहार तैराक को आर्थिक मदद व जरूरी संसाधन उपलब्ध करवाकर  हौसला अफजाई करनी चाहिए। इस अवसर पर बेड़ा सिंह पूर्व सरपंच, श्रीराम साहब, जागेराम, थानेदार महावीर साहब, सूबेदार लक्ष्मी नारायण, थानेदार सतबीर, भवानी फौजी, प्रकाश बादल, फौजी राकेश, हवलदार ओमप्रकाश, साधु पहलवान, राजवीर पहलवान, संजय, राजेश, सोमवीर पहलवान, उम्मेद पहलवान, सुंदर ठेकेदार, सोमजीत फोटोग्राफर, शमशेर पहलवान, रामफल पंच, हनुमान, विक्रम पहलवान, सुर्जन गुर्जर, मांगेराम, रमेश, महावीर गुर्जर, कमल सिंह, सूबेदार गोविंद साहब, रोशनी देवी, रेशमी देवी, संता देवी, चमेली देवी, विमला देवी, संतरा देवी, चावली देवी व राधा देवी सहित अनेक ग्रामीण तथा गणमान्य जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 01:पहलवान राजवीर गुर्जर को सम्मानित करते हुए अतरलाल