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Wednesday, April 30, 2025





नई अनाज मंडी में 3006 क्विंटल सरसों खरीदी
--कुल खरीद 229735 क्विंटल
-गेहूं की आवक बंद, खरीद जारी
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कनीना की आवाज।
 कनीना की नई अनाज मंडी स्थित चेलावास में जहां सरसों की खरीद जारी है वहीं पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद जारी है। किंतु पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की आवक बंद हो गई है। कोई गेहूं नहीं आया।
  विस्तृत जानकारी देते हुए कनीना मार्केट कमेटी के एआर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को 155 किसानों से 3006 क्विंटल सरसों की खरीद की गई है। अब तक कुल खरीद 229735 क्विंटल पहुंच गई है। उठान का कार्य भी जारी है। शनिवार को 7500 बैग का उठान हुआ वहीं कुल 408190 बैग का उठान हो चुका है।
उधर कनीना की पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद विगत दिनों से जारी है। आवक घटती घटती आखिरकार बंद हो गई है।
फोटो कैप्शन 08: मंडी में सरसों की खरीद का नजारा





गौ माता में हैं 33 करोड़ देवी देवताओं का वास- राजबीर सिंह
-शहीद अशोक कुमार के पिता की स्मृति में गौशाला में किया टीन शेड भेंट
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कनीना की आवाज।
बुधवार को श्री कृष्ण गौशाला कनीना में देव यज्ञ किया था। उसके बाद  
कारगिल शहीद अशोक कुमार के पिता स्वर्गीय बलबीर सिंह, स्वर्गीय चाचा मूलचंद, कुरड़ाराम की स्मृति  में गौवंश सेवा हितार्थ टीन शेड का निर्माण करवाया है। उसके बाद गौशाला में गायों के लिए सवामणि लगाई गई। शहीद के छोटे भाई राजबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पिता स्वर्गीय बलबीर सिंह, चाचा मूलचंद, कुरड़ाराम गायों को चराते थे। गौ सेवा में सहयोग हर वर्ष करते थे। उन्हीं की याद में यह है टीन शेड का निर्माण करवाया है। स्वामिनी लगाई गई है। हमें गौ माता की सेवा करनी चाहिए। इससे घर में शांति बनी रहती है। गौ माता की जो भी मनुष्य सच्चे मन से सेवा सिमरन करता है, उसको हर खुशी प्राप्त होती है। गौ माता की सेवा करने से जिंदगी में सारे पापों से छुटकारा मिलता है। गौ माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास है। उनका सिमरन सेवा ही मनुष्य जिंदगी की सर्वोत्तम सेवा है। गौ माता की सेवा से सारे देवी देवता प्रसन्न होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि गौ माता स्वर्ग की सीढ़ी है, जहां माता खड़ी हो जाती है, वहीं तीर्थ का स्थान बन जाता है।
फोटो कैप्शन 09: गौशाला में देव यज्ञ करते हुए ग्रामीण


 
हवाई फायर कर दहशत फैलाने के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया।
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कनीना की आवाज।
हवाई फायर कर दहशत फैलाने के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सोमवीर व हेमंत वासी भोजावास के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपितों को कनीना-अटेली रोड़ पर नहर के पास से काबू किया। आरोपित वारदात को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहे थे। आरोपितों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस द्वारा आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। शिकायतकर्ता विनोद वासी भोजावास ने थाना सदर कनीना में शिकायत दर्ज कराई कि उनके पड़ोस में सोमवीर का मकान है जो अवैध शराब बेचता है। जिसको उसने अवैध शराब बेचने की शिकायत करने बारे कहा था। दिनांक 25 अप्रैल को वह मकान के पास खड़ा हुआ था जो सोमवीर व उसके साथ हेमंत, घनश्याम, अंकुर मोटरसाइकिल पर बैठकर आए और सभी ने मौहल्ले में दहशत फैलाने के लिए पिस्टल से दो हवाई फायर किए और हाथ में लिए हुए डंडों से दीवार पर मार रहे थे और कहा कि शिकायत करोगे तो जान से मार देंगे। शोर करने पर वह मौके से भाग गए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 07: पकड़े गये दो आरोपित






सफाई कर्मचारी के लिए विदाई समारोह का आयोजन हुआ
-60 साल की उम्र में हुई सेवानिवृत्त
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कनीना की आवाज।
राजकीय माडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय  कनीना में आज एक भावुक क्षण तब सामने आया जब विद्यालय की समर्पित सफाई कर्मचारी मुन्नी देवी के सेवानिवृत्ति उपरांत विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार ने मुन्नी देवी को ससम्मान विदाई दी और उनके सेवाकाल के अमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य  सुनील खुडानिया जी ने की, जिन्होंने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि मुन्नी देवी ने विद्यालय परिसर को स्वच्छ व अनुशासित रखने में जो योगदान दिया है, वह सदैव प्रेरणादायक रहेगा। उन्होंने मुन्नी देवी के स्वस्थ एवं सुखद भविष्य की कामना की।
विद्यालय स्टाफ द्वारा भेंट देकर मुन्नी देवी को ससम्मान स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। सभी अध्यापकों ने उनके साथ अपने अनुभव साझा किए और उनकी विनम्रता, कर्तव्यनिष्ठा तथा सरल स्वभाव की सराहना की।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें लोकगीत, नृत्य व कविताओं के माध्यम से मुन्नी देवी को भावभीनी विदाई दी गई। गौरतलब है कि मुन्नी देवी ने लगभग 33 वर्षों तक शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दी है और 60 वर्ष की होने पर सेवानिवृत्त हो गई है। विद्यालय परिसर भावनात्मक वातावरण से भर गया।
श्रीमती मुन्नी देवी ने भी अपने संबोधन में विद्यालय परिवार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने विद्यालय को अपना परिवार माना और यहां की हर स्मृति उनके हृदय में सदैव अंकित रहेगी।
इस अवसर पर विद्यालय के समस्त स्टाफ, विद्यार्थी, अभिभावक तथा गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। समारोह एक भावनात्मक परंतु गरिमामय विदाई के साथ संपन्न हुआ।
फोटो कैप्शन 05: मुन्नी देवी सफाई कर्मी सेवानिवृत्त होते हुए


जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारी राजेंद्र सिंह हुए सेवानिवृत्त
-विभाग कर्मियों ने कार्यों की सराहना करते हुए पहनाई पगड़ी
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कनीना की आवाज।
बुधवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल घर दौगड़ा अहीर में कर्मचारी राजेंद्र सिंह का विदाई समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कनिष्ठ अभियंता पवन कुमार ने की। कनिष्ठ अभियंता पवन कुमार ने संबोधित करते हुए बताया कि राजेंद्र सिंह एक अक्टूबर 1991 में महेंद्रगढ़ स्टेशन पर पेय रोल पर लगे थे तत्पश्चात उनको 1 जनवरी 1996 को परमानेंट कर दिया गया था। उसके बाद 1996 में वह कनीना में आ गए थे और सेवानिवृत्त दौगडा अहीर से हुए हैं। उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके कार्यकाल के दौरान हुए कार्यों की सराहना की गई।  विभाग के स्टाफ सदस्यों ने कर्मचारी राजेंद्र सिंह को पगड़ी और माला पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर ब्रांच प्रधान नरेंद्र सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्ति सेवाकाल का ही एक हिस्सा होता है तथा राजेंद्र सिंह मिलनसार, सामाजिक सरोकारों को लेकर बेहद उत्साहित व जिंदादिल इंसान है। सेवानिवृत्ति उपरांत भी वे सामाजिक व रचनात्मक कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लेते रहेंगे। इस अवसर पर जिला प्रधान कौशल यादव ,जिला सचिव विजेंद्र शर्मा, राज्य प्रचार सचिव सुबेसिंह यादव, ब्रांच चेयरमैन जोगिंद्र शर्मा, ब्रांच सचिव नवीन कुमार, सिंचाई विभाग महेंद्रगढ़ के कैशियर मुकेश कुमार सहित अन्य कर्मचारियों ने इस विदाई समारोह में भाग लिया।
फोटो कैप्शन 06: राजेंद्र सिंह को पगड़ी पहनाकर सम्मानित करते हुए विभाग कर्मचारी।




मेरा शिक्षा का सफल पुस्तक से साभार- 129
-सेवानिवृत्ति का 1 साल पूरा
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कनीना की आवाज।
 डा. होशियार सिंह यादव विज्ञान अध्यापक,विश्व रिकार्ड धारक 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। आज उनको सेवानिवृत्ति का 1 वर्ष पूर्ण हो गया है। लोग सेवानिवृत्ति के बाद ताश पीटने, इधर-उधर बैठकर समय गंवाते देखे गए हैं किंतु होशियार सिंह के पास तो समय ही नहीं है, समय कम पड़ रहा है और वह दिन रात व्यस्त चल रहे हैं। आज वे अपने उन क्षणों को याद करते हैं जब वो पढ़ते थे। समस्त स्टाफ और विद्यार्थियों को याद करते हुए मन में एक टीस उठती है। उन्होंने खुशी जाहिर की कि न केवल उनका सेवानिवृत्ति का एक साल पूरा हुआ है अपितु उनके लड़के का जन्मदिन भी 30 अप्रैल को ही आता है। 30 अप्रैल 2003 को लड़के का जन्म हुआ था। आइये सुनते होशियार सिंह की कहानी उन्हीं की जुबानी--
 मुझे हर्ष है कि एक वर्ष सेवानिवृत्ति का भली-भांति पूर्ण हो गया है। लोग समय नहीं बीत पाने का बहाना करते हैं परंतु हकीकत है मेरे पास समय बचता ही नहीं। लेखन कार्य, पत्रकारिता, पेड़ पौधों की देखरेख, घरेलू कार्य तथा बच्चों के समर्पण में समय बीत जाता है। मेरी हार्दिक इच्छा है कि मरने के बाद भगवान से एक ही प्रार्थना करूंगा कि यदि मुझे फिर से मनुष्य योनि में जन्म दे तो मेरे लिए अलग से कोई समय निर्धारित किया जाए क्योंकि यह समय कम पड़ता है। सुबह काम में लगता हूं और शाम तक यही नहीं पता चलता कि कहां और कैसे समय बिता गया। समय तेजी से भागता नजर आता है और मैं उसके पीछे-पीछे दौड़ा चला जा रहा हूं। सुबह उठता हूं सबसे पहले पेड़ पौधों की देखरेख के लिए प्लाट पर चला जाता हूं। वैसे भी पुस्तकालय का निर्माण किया है, दुकान भी निर्मित की है जो रेवाड़ी रोड़ बीआर होटल के करीब बनाई गई है। यदि यह दुकान और पुस्तकालय अभी पूर्ण होने में 2 महीने और लग सकते हैं। निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है फिनिशिंग कार्य अभी जारी है। उसके बाद कुछ समय सब्जी आदि उगता हूं। यह भी सत्य है कि जितनी भी सब्जी उगता हूं अपने परिवार के लिए कम और सेवा भाव के लिए अधिक उगाता हूं। आज भी मेरे प्लाट पर 300 से 400 रामा तुलसी करी पत्ता के पौधे, गेंदा के पौधे फालतू है और मैं सभी से निवेदन करता हूं कि किसी को चाहिए तो मेरे से ले जा सकता है। सब्जी पैदा तो होती है किंतु सबसे बड़ी विकट समस्या बंदरों की है। जिस जगह बंदर पहुंच जाते हैं वह जगह रेगिस्तान बनती चली जाती है क्योंकि जिस जगह बंदर होंगे वहां न तो पेड़ पौधे पनपते हैं और न सब्जियां पैदा हो पाती।  धरती के सबसे घटिया और निकृष्ट जीव बंदर होते है। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इनको हनुमान की सेना बताते हैं। बड़ा अफसोस होता है कि ऐसे घटिया जीव हनुमान के फौज में  कैसे हो सकते हैं, सब झूठी बातें हंै, ये किसी काम के नहीं हैं। बंदरों को जितना हो सके पीट पीटकर भगाया जाए उतना लाभ होगा वरना आने वाले समय में पेड़ पौधे धरती से लुप्त होंगे तो उनमें एक रोल बंदरों का होगा।
  मैं पेड़ पौधों पर न केवल सुबह अपितु शाम को भी ध्यान देता हूं। दिन में लेखन कार्य और पत्रकारिता पर ध्यान दिया जाता है। अपने साथियों के पास बहुत कम फोन आदि किए जाते हैं। अपने पर ही समय अधिक खर्च होता है। मुझे इस बात की खुशी है कि मेरा एक साल अच्छा रहा। परंतु इस बात का भी अफसोस है कि न्यायालय में जो मेरा मसला चल रहा है वह अभी तक हल नहीं हो पाया है। मेरी दिनचर्या में यदि सुबह से शाम तक देखा जाए तो कम से कम दो बार स्नान करना होता है, पूजा अर्चना की जाती है, बच्चों पर भी ध्यान दिया जाता है फिर भी रात के 11 बज जाते जब तक अपना कार्य चलता रहता है।
मुझे अफसोस है कि कुछ लोग दारु पीने के पैसे कहां से लाते हैं, सच्चाई यह है कि मेरे पास कुछ पैसे पेंशन के भी आते हैं फिर भी गुजर बसर करना कठिन होता है। दारू पीना तो बहुत दूर की बात है। रही बात बच्चों को पढ़ाना ,यह सत्य है कि निजी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना अपने को कंगाल करना है। सरकारी स्कूलों में बेहतरीन शिक्षक और शिक्षण कार्य चलता है। आने वाले समय में एक बार फिर से सरकारी स्कूलों की ओर अभिभावकों का रुख होगा।
 उधर मेरे बच्चे अमीश कुमार का जन्मदिन भी 30 अप्रैल को है। 30 अप्रैल 2003 को जन्मे अमीश कुमार के बचपन में ही मां का साया सिर से उठ गया था इसलिए जिम्मेदारी अधिक आ गई है। यह भी सत्य है कभी भी दूसरी शादी नहीं करनी चाहिए, करते हैं तो उस शर्त पर कि यदि पिछली औरत के बच्चे नहीं हो वरना किसी भी सूरत में दूसरी शादी कारगर नहीं हो सकती। अपवाद फिर भी संभव है। अब क्या किया जाए, एक साल तक घर बैठा हुआ हूं, आगे की योजना बना रहा हूं कि अब क्या किया जाए और आने वाले वक्त में हो सकता है कोई स्वयं रोजगार अपनाना पड़ सकता है। चूंकि बच्चे अभी छोटे और पढ़ ही रहे हैं। ऐसे में जिम्मेदारियां अधिक हैं।


राजकीय माडल स्कूल में टेलेंट सर्च का हुआ आयोजन
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कनीना की आवाज।
राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में विद्यालय स्तर का टैलेंट सर्च का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल प्राचार्य सुनील खुडानिया ने किया। मंच का संचालन हिंदी प्रवक्ता नरेश कुमार ने किया। कक्षा 6 से 8 ग्रुप में एकल नृत्य में पलक प्रथम, कविता द्वितीय, तानिया तीसरे स्थान पर रही। कक्षा 9 से 12 ग्रुप में एकल नृत्य में भारती प्रथम, जूली द्वितीय, प्राची तीसरे स्थान पर रही। कक्षा 9 से 12 ग्रुप में सामूहिक नृत्य में तनीषा का ग्रुप प्रथम, स्वाति का ग्रुप दूसरे , माही का ग्रुप तीसरे स्थान पर रहा। इस अवसर पर विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
फोटो कैप्शन 02: टेलेंट सर्च प्रतियोगिता में अव्वल रहे विद्यार्थी



मजदूर दिवस- 1 मई
हजारों मजदूर रोटी रोजी के लिए आते हैं क्षेत्र में
-आजादी के 77 साल बाद भी नहीं बदली हालात ********************************************
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कनीना की आवाज।
कनीना क्षेत्र में वर्ष में दो बार हजारों मजदूर दूसरे राज्यों से महज रोटी रोजी कमाने के लिए आते हैं। दिन रात मेहनत करके फटे पुराने कपड़े,बदहाल जीवन जीते हैं। पुराने खंडहर नुमा घरों में निवास करते हैं ताकि 2 जून की रोटी रोजी अपने बच्चों के लिए बचाई जा सके ,कुछ पैसे अपने परिवार के लिए कमा सकें। परंतु उनकी हालत जस की तस है। बिना दिल आबादी बढ़ती जा रही है, बेरोजगारी बढ़ती जा रही जिसके चलते उन्हें कोई काम धंधा न मिलने के कारण केवल कनीना और आसपास क्षेत्र में लावणी करने के लिए मजदूर आते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ मजदूर तो ट्यूबवेलों पर भी पूरे साल किसानों की सेवा करते हैं, फसल उगाते हैं, पैदावार लेते हैं परंतु पैदावार का मालिक किसान होता है। चाय की दुकानों परचून की दुकानों, आजकल घरों में भी गाय भैंस आदि की देखरेख करने, घरों झाडू पोचा आदि के लिए भी मजदूरों को रखा जा रहा है। मजदूरों की हालात देख कर ऐसा लगता है कि आजादी मिली ही नहीं है। आजादी के 77 साल बीत गए किंतु इनकी संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है।
बुरी हालात में जीते हैं मजदूर -
ये मजदूर हालात में जीते हैं। उनके पास रहने के लिए न तो आवास है और न खाने के लिए 2 जून की रोटी, कुछ कमाते हैं वह अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए भेज देते हैं। इनका परिवार कहीं होता है और ये बेचारे कहीं काम करते रहते हैं। इनके तन पर कपड़े फटे पुराने होते हैं, अच्छे कपड़े पहने तो अपने बच्चों का गुजर-बसर नहीं कर पाएंगे। इनके हालात को देखकर ऐसा लगता है कि उनके क्षेत्र में बहुत अधिक बेरोजगारी है। हालात सुधरने की बजाय बिगड़ते जा रहे हैं। हर वर्ष इनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
 क्या कहते हैं कनीना क्षेत्र के किसान-
 करीना क्षेत्र के किसान राजेंद्र सिंह, गजराज सिंह मोड़ी, महावीर सिंह, सूबे सिंह बताते हैं कि हर वर्ष उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, नेपाल एवं मध्य प्रदेश आदि क्षेत्रों से भारी संख्या में मजदूर आते हैं। रबी फसल की कटाई और खरीफ फसल की कटाई के समय इनकी संख्या बहुत अधिक देखने को मिलती है। किसानों का काम इनके बगैर नहीं चलता। यहां तक कि अनाज मंडी में अनाज के बैग वाहनों में चढ़ाना उतारना सभी कार्य करते हैं। पशुओं की देखरेख का काम हैं या परचून की दुकान, चाय की दुकान हर जगह मिलते हैं। किंतु इनको मामूली सा पैसा मिलता है जिसको अपने स्वजनों को देते हैं। इनके बच्चे बदहालात में जीते हैं क्योंकि परिवार का मुखिया दूसरी जगह और परिवार के बाकी सदस्य दूसरी जगह होते हैं।
 क्या कहते हैं मजदूर-
 कनीना क्षेत्र में आए हुए मुकेश, कृष्ण, रामदर्श, वीरेंद्र, श्रवण, विवेक, रामनाथ, राजू, गोविंद, अमरनाथ आदि ने बताया कि वे 15 से 20 हजार रुपये कमा लेते हैं परंतु एक नहीं अनेकों सदस्य परिवार के आते हैं। कुछ सदस्य यहां रुक जाते तो कुछ अपने गांव में चले जाते हैं। तत्पश्चात काम करने वाले घर जाते हैं और घर गये हुये व्यक्ति काम पर लौट आते हैं। बारी-बारी शिफ्ट के रूप में काम करते हैं परंतु जो स्थायी रूप से यहां किसी के काम करते हुए अपने बच्चों सहित यहां आ गए हैं।
बच्चों की पढ़ाई-
मजदूरों का कहना है कि उनके बच्चे अधिक पढ़ लिख नहीं सकते क्योंकि पास में आमदनी का स्रोत नहीं होता और न ही वे अपने बच्चों की देखरेख कर पाते हैं। ऐसे में बदहाल जीवन जी रहे हैं।
जान को जोखिम -
ये लोग जान भी जोखिम डालते हुये जीते हैं। उल्लेखनीय है कि विगत वर्षों लावणी के लिए आए दो मजदूरों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी वहीं जिले के 2 मजदूरों को सांप ने काट लिया था,एक मजदूर बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी। इस प्रकार अनेक जान हर वर्ष  गंवा देते हैं। कठिन से कठिन काम करते हैं। यये मजदूर कठिन से कठिन काम करते हैं यहां तक की राजगीर का काम सबसे अधिक करते हैं। कनीना का एक चौक शिवभोले चौक जो मजदूरों के नाम से प्रसिद्ध है। यहां सुबह सवेरे सैकड़ों मजदूर खड़े हो जाते हैं। इनकी जरूरत होने पर ले जाते हैं।
सरकार से मांग-
 सरकार से मजदूरों की मांग है कि उनको उचित आवास तथा मेहनत मजदूरी का कोई स्थायी काम दिया जाए ताकि यह गुजर-बसर कर सके।
फोटो कैप्शन 04: मजदूर मजदूरी करते हुए।




यूरो स्कूल के विद्यार्थियों ने स्केटिंग प्रतियोगिता में लहराया परचम
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कनीना की आवाज।
यूरो स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अपने बेहतर परिणाम के लिए जाना जाता है। यह स्कूल बेहतर शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भी कर्तव्यबद्ध है। हाल ही में सनग्लो इटंरनेशनल स्कूल सहरनवास (रेवाड़ी) में स्केटिंग प्रतियोगिता में अपने कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने स्कूल का नाम रोशन किया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपने -अपने कौशल से 9 स्वर्ण पदक, 7 रजत पदक और 7 कांस्य पदक प्राप्त किए और साथ ही प्रथम स्थान प्राप्त करने की ट्राफी प्राप्त की। इस शुभावसर पर प्रधानाचार्य सुनील यादव व उप-प्राचार्या संजू यादव ने इस प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ हमें ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने से बच्चों में सहयोग,प्रेम,सहनशीलता और आत्मविश्वास की भावना तथा शारीरिक विकास होता है। उन्होंने कहा कि इन सभी गुणों के साथ-साथ बच्चों में एकाग्रता का भी विकास होता हैं। उन्होंने इस विजय को प्राप्त करने का श्रेय स्केटिंग कोच अमित चौहान को दिया हैं। इस शुभावसर पर प्रधानाचार्य ने सभी विद्यार्थियों, कोर्डिनेटर रवीन्द्र यादव, ऋतु तंवर, सुमन यादव, तन्नू गुप्ता, व स्कूल के समस्त सदस्यों को हार्दिक बधाई दी।
फोटो कैप्शन 03: यूरों के अव्वल रहे विद्यार्थी




स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव 1 को कनीना में करोड़ों रुपए की विकास परियोजनाओं का करेंगी उद्घाटन व शिलान्यास
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कनीना की आवाज।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव 1 मई को कनीना में करोड़ों रुपए की लागत से तैयार की जा रही विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगी।
यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इन परियोजनाओं में सिंचाई, सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति, शिक्षा एवं ग्रामीण आधारभूत ढांचे से संबंधित कार्य शामिल हैं, जिनका उद्देश्य क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करना और ग्रामीण जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है।
मंत्री आरती सिंह राव इसी कार्यक्रम में कोरियावास और खैराना गांवों में रेडक्रास सोसाइटी द्वारा आयोजित किए जा चुके स्वास्थ्य जांच एवं सहायता शिविरों में पंजीकृत परिवारों को राहत सामग्री भी वितरित करेंगी। इस राहत सामग्री में कृत्रिम अंग, दवाइयां आदि वस्तुएं शामिल हैं।
कार्यक्रम में स्थानीय भाजपा नेता, जनप्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, जिला प्रशासन के अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी व अन्य गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहेंगे।
फोटो कैप्शन:-स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव।















फायर सेफ्टी विभाग की टीम ने दी आग पर काबू पाने की जानकारी
- अस्पताल में दी मोक ड्रिल एवं डेमो
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कनीना की आवाज।
 कनीना के उप-नागरिक अस्पताल में फायर एंड सेफ्टी विभाग से इंस्पेक्टर विकास कुमार अपनी टीम सहित पहुंचे और उन्होंने डाक्टरों एवं सहायकों को फायर सेफ्टी के नियम समझाएं। साथ में मोक ड्रिल तथा डेमो देकर आग पर काबू पाने की विधियां बताई। उन्होंने बताया कि अस्पताल में विशेष कर बिजली के तारों में शार्ट सर्किट हो जाता है, उसे कैसे बुझाया जाए। साथ में उन्होंने आग बुझाने वाले यंत्र में प्रयोग होने वाली कार्बन डाइआक्साइड गैस को प्रयोग करने की विधि ,बर्फ और पाउडर से आग पर काबू पाने के तरीकों की जानकारी भी दी। उन्होंने इस संबंध में डेमो देकर जानकारी से अवगत करवाया। इस मौके पर डाक्टर जितेंद्र मोरवाल, डाक्टर रेनू वर्मा, सतेंद्र फार्मासिस्ट, कमलेश स्टाफ नर्स, कविता, लखपत सहायक, अनिल, पवन कुमार, सुधीर ,राजीव, मनोज इत्यादि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 01:  फायर एंड सेफ्टी विभाग से इंस्पेक्टर विकास एवं उनकी टीम

 

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