Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, April 28, 2025


 



संतों का आशीर्वाद परमपिता तुल्य- कैलाश दास
--बव्वा में रामानंद संत को किया याद
****************************************************************
*************************************************************************
****************************************************************
कनीना की आवाज।
 कनीना के निकटवर्ती ग्राम बव्वा में स्थित श्री हरि मंदिर आश्रम में संत रामानंद दास की चौथी पुण्यतिथि मनाई गई जिसमें गांव के ही नहीं क्षेत्र के विभिन्न गांवों से हजारों भक्तजन लोगों ने भाग लिया और बाबा का प्रसाद ग्रहण कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर बोलते हुए उनकी गद्दी पर विराजमान परम पूज्य संत ब्रह्मचारी कैलाश दास जी महाराज ने पुण्यतिथि पर आए भक्त जनों को कहा कि  संसार में सभी चीज  मिलनी संभव है परंतु संतों का आशीर्वाद बहुत अच्छे लोगों को मिलता है। इसलिए आज आप इस पुण्य कार्य में सम्मिलित हुए हो यह स्वामी रामानंद दास  महाराज का परम आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि जिनको संतों का आशीर्वाद मिल जाता है उनके घर में किसी भी चीज की कमी नहीं रहती क्योंकि संत  अपने प्रिय जनों का पूरा ख्याल रखते हैं तथा उनका नेक रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं।  उनका कभी अनिष्ट नहीं होने देते। इस अवसर पर महान संत स्वामी प्रद्युमन महाराज, दड़ौली आश्रम से स्वामी समर्पणनंद महाराज, ब्रह्मचारी स्वामी शिवानंद महाराज, दीपचंद साहब, जगजीत सिंह, महेंद्र यादव, सुरेश साहब, कुलदीप माजरा, नीरज कुमार, दयानंद, कमल, भगत, बाबूलाल, लक्ष्मण सिंह,नरेश आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 04:संत रामानंद को याद करते हुए विभिन्न संत





मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार -128
नवोदय में लगी लंबी रेस, विद्यार्थी बने मूक दर्शक
****************************************************************
*************************************************************************
****************************************************************
कनीना की आवाज।
 कनीना निवासी होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक बतौर लंबे समय तक सेवा देकर 30 अप्रैल 2024 का सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने यूं तो खेलों में बहुत कम भाग लिया है परंतु  ग्रामीण खेल कूद बहुत अधिक पसंंद किये तथा बढ़चढ़कर भाग लिया किंतु बड़े स्तर के खेलों में कभी कोई भाग नहीं लिया। लंबी दूरी चलकर तय करना, लंबी रेस लगाना में जरूरी इच्छा रहती है, आज भी है। यही कारण है कि उन दिनों जब नवोदय विद्यालय में वो शिक्षण कार्य करते थे और गणित के शिक्षक से बातों ही बातों में होड़ लग गई की 5000 मीटर दौड़ लगाते हैं। पास में खेल का मैदान था। शर्त रखी कि खेल के मैदान के कौन अधिक चक्कर लगाएगा और उस समय विद्यार्थी मूकदर्शक बन गए। आइये सुनते हैं उनकी कहानी होशियार  सिंह की ही जुबानी।--
मैं ग्रामीण खेलों में सदा ही बढ़-चढ़कर भाग लिया है और ग्रामीण खेल ऐसे जिनमें झिरनी डंका, बीती डंका, टेम, खुलिया, रेख लगाना और कितने ग्रामीण खेल होते थे परंतु बड़े स्तर के खेलों में कभी भाग नहीं लिया। लंबी दूरी की रेस लगानी हो या लंबी दूरी पैदल चलना हो इसके लिए सदा तैयार रहा हूं। यही कारण है कि 300 किलोमीटर दूरी तय करके हरिद्वार से कावड़ लाने का सिलसिला जारी है वही खाटू श्याम तक ध्वज हर वर्ष अर्पित करने जाता हूं।
 बात उन दिनों की है जब नवोदय विद्यालय में शिक्षण कार्य करता था। मेरे बहुत ही नजदीकी राजेंद्र सिंह गणित अध्यापन का कार्य करते थे। इसमें कोई शक की बात नहीं वो खिलाड़ी भी रहे हैं। केएल आनंद प्राचार्य होते थे और बातों ही बातों में एक शर्त लग गई थी इस खेल के मैदान के चारों ओर सबसे अधिक चक्कर कौन लगाएगा? जिसमें 5000 मीटर रेस कम से कम पूरी करनी होगी। मेरी अजीज साथी राजेंद्र सिंह आज भी याद आते हैं और अभी भी कभी-कभार फोन पर बात हो जाती है। हम दोनों होड़ लगाकर दौडऩा शुरू कर दिया। हुआ यू कि पहले ही मैं तेजी से दौड़ लगाकर एक चक्कर एडवांस पूरा कर दिया। इसके बाद धीरे-धीरे उनके साथ दौड़ता रहा। फिर से एक चक्कर एडवांस पूरा कर दिया। यानी दो चक्कर मैं आगे आ गया और दो चक्कर वह पीछे था। जैसे तैसे 10 से 12 चक्कर पूरे कर लिये और अंत में राजेंद्र सिंह दौड़ लगाना छोड़कर हंसने लग गए। हमें बहुत खुशी हुई परंतु वह दिन आज तक नहीं भुला पा रहा हूं। विद्यार्थी भी बड़े खुश हुए। हम कक्षा कक्ष में पहुंचे तो प्राचार्य केएल आनंद ने पूछा की कौन जीता? अब क्या जवाब दिया जाए? हमारे दोनों के चेहरे पर मुस्कान आ गई और केएल आनंद बड़े खुश हुए। आज भी मुझे केएल आनंद बहुत याद आते हैं। वो पंजाब से संबंध रखते हैं, वहीं कहीं कार्यरत हैं।



नई अनाज मंडी में 2160 क्विंटल सरसों खरीदी
--कुल खरीद 225483 क्विंटल
****************************************************************
*************************************************************************
****************************************************************
कनीना की आवाज।
 कनीना की नई अनाज मंडी स्थित चेलावास में जहां सरसों की खरीद जारी है वहीं पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद जारी है। दोनों मंडियों में आवक कमजोर पउऩे लगी है।
  विस्तृत जानकारी देते हुए कनीना मार्केट कमेटी के एआर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार को 90 किसानों से 2160 क्विंटल सरसों की खरीद की गई है। अब तक कुल खरीद 225483 क्विंटल पहुंच गई है। उठान का कार्य भी जारी है। शनिवार को 6500 बैग का उठान हुआ वहीं कुल 369636 बैग का उठान हो चुका है।
उधर कनीना की पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद विगत दिनों से जारी है। आवक घटती ही जा रही है। सोमवार को 246 क्विंटल गेहूं खरीदा गया।
फोटो केप्शन 02: कनीना की पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद





मां दुर्गा ने किया महिषासुर दैत्य का संहार - भारद्वाज
--भागवत कथा का सातवां दिन
****************************************************************
*************************************************************************
****************************************************************
कनीना की आवाज।
भोजावास के सेठ बोदन सिंह मंदिर में चल रही नव दिवसीय देवी भागवत कथा के सातवें दिन आचार्य ने भगवती ने महिषासुर के संहार के वर्णन का प्रसंग सुनाया। कथा वाचक पंडित हेमराज भारद्वाज ने श्रीमदभागवत महापुराण की कथा के सातवें दिन, महिषासुर जन्म कथा, देवी का प्रादुर्भाव संवाद की व्याख्या की। कथा में कृष्ण जन्म का वर्णन होते ही श्रद्धालु भगवान कृष्ण के जयकारों के साथ झूम उठे। कथा के दौरान झांकियों ने श्रोताओं को खूब आनंदित किया। कथावाचक पंडित हेमराज भारद्वाज ने कहा कि मां आदिशक्ति ने दुर्गा के रूप में अवतार लिया था। उनका यह अवतार दानवों के संहार के लिए हुआ था। उन्होंने ऐसे दानवों से पृथ्वी व स्वर्ग को मुक्त कराया, जिनका संहार करना देवताओं के वश में नहीं था। ऐसे ही दैत्यों में पहला नाम आता है महिषासुर का। उसने कठिन तपस्या कर ब्रह्मा जी से वरदान मांगा कि देवता और दानव उस पर विजय प्राप्त न कर सकें। इस तरह महिषासुर ने पृथ्वी और स्वर्ग को जीत कर देवताओं तथा मनुष्यों को कष्ट देना शुरू कर दिया। तब मां दुर्गा ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए अवतरित होकर महिषासुर दैत्य का संहार किया। कथावाचक पंडित हेमराज भारद्वाज ने आगे कहा कि सब देवताओं ने मां भगवती की आराधना की और मां भगवती त्रिपुर सुन्दरी देवी की इच्छा से देवताओं के तेज पुंज निर्मित हुआ और उस तेज पुंज से मां भगवती दुर्गा का प्रादुर्भाव हुआ।कृष्ण अवतार प्रसंग कृष्ण अवतार प्रसंग सुनाते हुए पंडित जी ने आगे कहा कि श्री कृष्ण ने पूतना, बकासूर वत्सासुर, महाबली, धेनुकासुर, प्रलम्बासुर का संहार किया। भगवान श्रीकृष्ण ने कंस समेत सभी दैत्यों का विनाश किया। उन्होंने कहा कि जीवन में भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा सुनते हुए उसी के अनुसार कार्य करें। कहा कि कथा का सुनना तभी सार्थक होगा, जब उसके बताए हुए मार्ग पर चलकर परमार्थ का काम करें। इस दौरान अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन: कथा वाचक पंडित हेमराज भारद्वाज श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए।





कनीना के किसानों की सरसों खरीद के लिए शेड्यूल जारी
****************************************************************
*************************************************************************
****************************************************************
कनीना की आवाज।
नई अनाज मण्डी कनीना (चेलावास) में सरसों की सरकारी खरीद न्यूनतम समर्थन मुल्य 5950 रुपए प्रति क्विंटल सरकारी नियमों के अनुसार 1 दिन में अधिकतम 40 क्विंटल की खरीद की जाएगी।
यह जानकारी देते हुए सचिव व कार्यकारी अधिकारी मार्केट कमेटी कनीना कंवर सिंह ने बताया कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इसलिए सरसों की खरीद गावों के रोस्टर के हिसाब से की जाएगी। उन्होंने बताया कि किसान अपनी सरसों अच्छी तरह सुखाकर व साफ करके जिस दिन उनके गांव का नम्बर हो उसी दिन सुबह 8 बजे से सांय 5 बजे तक किसी भी समय अपनी फसल मण्डी में ला सकता है ताकि किसानों को अपनी सरसों बेचने में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े व मण्डी कार्य सुचारु रुप किया जा सके। उन्होंने बताया कि गेट पास कटवाने के लिए किसान अपना आधार कार्ड की फोटो प्रति अवश्य लेकर आएं ।
गांव वाइज शेड्यूल
कनीना मार्केट कमेटी सचिव ने बताया कि 29 अप्रैल को अगिहार, बेवल, बाघोत, भडफ, भोजावास, चेलावास, छितरोली, ढाणा, धनौन्दा, दौंगड़ा अहीर, दौगंडा जाट, गाहडा, गोमला, गोमली, गुढा, ईसराणा गांव के किसानों की सरसों खरीद की जाएगी। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल को झाडली, झिगांवन, ककराला, कलवाडी, कनीना, कपूरी, करीरा, कैमला, खरकडाबास, खेडी, खैराना, कोका, कोटिया, मानपुरा, मोहनपुर, मोडी गांवों की सरसों खरीद की जाएगी।
1 मई को मुंडियाखेडा, नांगल, नौताना, पड़तल, पाथेडा, पोता, रामबास, रसुलपुर, स्याणा, सेहलंग, सिहोर, सुन्दरह, तलवाना, उच्चत, उन्हानी गांवों के किसानों की सरसों खरीद की जाएगी।





नीट परीक्षा को लेकर डीसी डा. विवेक भारती ने ली अधिकारियों की बैठक
-डीसी-एसपी ने परीक्षा केंद्रों का किया निरीक्षण
-4 मई को 2 से 5 बजे तक एक ही शिफ्ट में होगी परीक्षा
****************************************************************
*************************************************************************
****************************************************************
कनीना की आवाज।
मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 4 मई को होने वाली नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) प्रवेश परीक्षा को लेकर उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने आज लघु सचिवालय में अधिकारियों की बैठक ली। इसके बाद उन्होंने नारनौल शहर में बने पांचों परीक्षा केंद्रों का मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ भी मौजूद रहीं।
डीसी ने कहा कि नीट परीक्षा पूरी तरह से फ्री एंड फेयर रहेगी। इसके लिए जिला प्रशासन सतर्क है।
डीसी ने स्पष्ट निर्देश दिए की किसी भी केंद्र पर कोई भी अधिकारी और कर्मचारी फोन लेकर नहीं जाएगा। एक केंद्र पर केवल केंद्र अधीक्षक के पास फोन रहेगा। एनटीए द्वारा जारी किए गए आई कार्ड के अलावा कोई भी कर्मचारी अंदर नहीं जा सकेगा।
परीक्षा का समय दोपहर 2 से 5 तक है। केंद्र पर 11 बजे परीक्षार्थियों की एंट्री शुरू हो जाएगी। दोपहर 1.30 बजे के बाद कोई एंट्री नहीं होगी।
सबसे पहले एंट्री गेट पर छात्र तथा छात्राओं की पुलिस द्वारा अलग-अलग तलाशी ली जाएगी। इस दौरान केंद्र पर किसी भी प्रकार का सामान अंदर लेकर जाना अलाउड नहीं होगा। परीक्षा के लिए पेन भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी केंद्र पर ही मुहैया करावेगी। अगर पेन खराब होता है तो एजेंसी दोबारा पेन देगी लेकिन बाहर से पेन अंदर नहीं ले जा सकते। इसके बाद बायोमैट्रिक अटेंडेंस भी गेट के नजदीक ही होगी।
डीसी ने बताया कि जिला महेंद्रगढ़ में नीट परीक्षा के लिए कुल आठ केंद्र बनाए गए हैं जिनमें पांच नारनौल तथा तीन महेंद्रगढ़ शहर में बनाए गए हैं। सभी केंद्र पर जैमर व सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं।
परीक्षार्थियों को समय पर केंद्र पर पहुंचना होगा। केंद्र से 500 मीटर दूर पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
इस बैठक में पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ, एडीसी डॉ आनंद कुमार शर्मा, महेंद्रगढ़ के एसडीएम अनिल यादव, नगराधीश मंजीत कुमार तथा परीक्षा के जिला के नोडल ऑफिसर ओमप्रकाश यादव के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
सेंटर पर परीक्षार्थी आई कार्ड के अलावा कुछ भी नहीं ले जा सकेंगे
 उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने बताया कि नीट की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी अपने आई कार्ड के अलावा कोई भी सामान अंदर नहीं ले जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि कोई भी स्टेशनरी आइटम जैसे पाठ्य सामग्री (मुद्रित या लिखित), कागज के टुकड़े, ज्यामिति, पेन, पेंसिल बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैलकुलेटर, स्केल, राइटिंग पैड, पेन ड्राइव, इरेजऱ, कैलकुलेटर, लॉग टेबल, इलेक्ट्रॉनिक पेन, स्कैनर आदि सभी पर परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाने पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने बताया कि कोई भी संचार उपकरण जैसे मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, इयरफ़ोन, माइक्रोफोन, पेजर, हेल्थ बैंड अन्य आइटम जैसे वॉलेट, गॉगल्स, हैंडबैग, बेल्ट, कैप, घड़ी, ब्रेसलेट, कैमरा, कोई भी आभूषण, धातु आइटम, कोई भी खुला या पैक किया हुआ खाद्य पदार्थ, पानी की बोतल आदि पर पाबंदी रहेगी। कोई भी अन्य वस्तु जिसका उपयोग अनुचित साधनों के लिए किया जा सकता है जैसे कि माइक्रोचिप, कैमरा, ब्लूटूथ डिवाइस आदि जैसे संचार उपकरण को परीक्षा केंद्र में ले जाने पर पाबंदी रहेगी। परीक्षा केंद्र पर उम्मीदवार अपने किसी भी आइटम जैसे बैग, बैगेज, पैसे आदि केंद्र पर लेकर ना आएं। यदि किसी अभ्यर्थी के पास केंद्र के अंदर प्रतिबंधित वस्तुओं में से कोई भी वस्तु पाई जाती है, तो इसे अनुचित साधनों का उपयोग माना जाएगा। परीक्षा स्थल में इसका प्रयोग पूर्णत वर्जित है।
यं हैं जिला के नीट परीक्षा केंद्र-
उपायुक्त डॉ विवेक भारती ने बताया कि जिला में नीट की परीक्षा के लिए कुल आठ परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें पांच परीक्षा केंद्र नारनौल में व तीन परीक्षा केंद्र महेंद्रगढ़ में बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि नारनौल में पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय रघुनाथपुरा सिंघाना रोड, राजकीय महाविद्यालय नारनौल नियर पोस्ट ऑफिस, राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल नारनौल नियर मेहता चौक, राजकीय महिला महाविद्यालय नारनौल नियर सिविल अस्पताल बहरोड रोड व पीएम श्री राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल नारनौल में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ में राजकीय महिला महाविद्यालय महेंद्रगढ़ नियर ज्यूडिशल कंपलेक्स, राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ व राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल महेंद्रगढ़ में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।




मस्तिष्क व दंत रोग शिविर में 110 लोगों ने उठाया स्वास्थ्य लाभ
****************************************************************
*************************************************************************
****************************************************************
कनीना की आवाज।
कस्बे के फुटबाल खेल मैदान के नजदीक प्रयास फाउंडेशन के सहयोग से मस्तिष्क व दंत रोग को लेकर सातवें नि:शुल्क कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. पवन यादव, दंत चिकित्सक डा. कोमल यादव ने करीब 100 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया। विक्रांत यादव व डाक्टर कोमल यादव ने करीब 110 मरीजों की जांच कर परामर्श दिया। विक्रांत यादव ने बताया कि शिविर में मिर्गी, सिर दर्द, चक्कर आना, लकवा, घबराहट, नींद न आना, बेचैनी होना, भूलने की बीमारी, पीठ और गर्दन में दर्द, मल्टीपल स्कलेरोसिस, मांसपेशी विकार संचलन संबंधित विकार, न्यूरोमस्कुलर विकार से पीडित व दांतों में अनेक प्रकार के रोगियों की जांच कर उन्हें दवाइयां उपलब्ध कराई गई। उन्होंने बताया कि करीब 110 मरीजों की नि:शुल्क ओपीडी की गई। न्यूरोलाजी विशेषज्ञ डा. पवन यादव, डा. कोमल यादव ने सभी मरीजों की जांच कर उचित परामर्श दिया। इस दौरान डा. पवन यादव ने मस्तिष्क से संबंधित बीमारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दिमाग, स्पाइनल कार्ड और तंत्रिकाओं को प्रभावित करने वाली समस्याओं को न्यूरोलाजिकल बीमारियां कहा जाता है। न्यूरोलाजिक लक्षण-एक बीमारी के कारण होने वाले लक्षण होते हैं, जो तंत्रिका तंत्र के एक भाग या सभी को प्रभावित करते हैं-ये बहुत अलग हो सकते हैं, क्योंकि तंत्रिका तंत्र शरीर की बहुत सारी अलग-अलग गतिविधियों को नियंत्रित करता है। लक्षणों में सिर दर्द और पीठ दर्द सहित दर्द के सभी रूप शामिल हो सकते हैं। मांसपेशियाँ, त्वचा की संवेदना, विशेष बोध (नजऱ, स्वाद, गंध और श्रवण शक्ति), तथा अन्य इंद्रियां सामान्य रूप से कार्य करने के लिए तंत्रिकाओं पर निर्भर होती हैं। इस प्रकार, न्यूरोलाजिक लक्षणों में मांसपेशियों की कमजोरी या समन्वय की कमी, त्वचा में असामान्य संवेदनाएं, तथा नजऱ, स्वाद, गंध और सुनाई देने में समस्या शामिल हो सकती है।अन्यूरोलॉजिक बीमारियां नींद को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे व्यक्ति सोते समय चिंतित या उत्तेजित हो सकता है और इस प्रकार दिन के दौरान थका हुआ महसूस करता है और उसे नींद आती रहती है। उन्होंने इस प्रकार की पीड़ा से पीडि़त लोगों को तुरंत प्रभाव से अपने नजदीकी न्यूरोलाजिस्ट से मिलकर अपनी बीमारी का इलाज करवाने की सलाह दी ताकि समय रहते उनकी बीमारी का उपचार हो सके। इस दौरान डा. इंद्रजीत यादव, विक्रांत यादव, संजय मैनेजर, राकेश, प्रदीप, मुकेश, प्रवेश एमएलए, विशाल, नितिन, विक्रम, प्रवक्ता सचिव शर्मा, सचिन यादव, रविन्द्र इंजीनियर आदि का विशेष योगदान रहा।









खेड़ी तलवाना में श्री श्याम बाबा एवम लक्ष्मीनारायण की मूर्ति स्थापना 30 को
--29 को जागरण
****************************************************************
*************************************************************************
****************************************************************
कनीना की आवाज।
खेड़ी तलवाना के प्राचीन सिद्ध श्री ठाकुरजी महाराज मंदिर में श्री लक्ष्मीनारायण एवम श्री श्याम बाबा की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया को होगी जिसके पूजन के लिए पांच ब्राह्मणों द्वारा पूजन चल रहा है। नगर परिक्रमा एवं निशान यात्रा 29 अप्रैल मंगलवार को प्रात: आठ बजे होगी रात्रि मे विशाल जागरण होगा । 30 अप्रैल को स्थापाना होगी। इसकी जानकारी दास मोहित कौशिक  महाराज ने देते हुए बताया कि समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से ये आयोजन किया जा रहा है।

No comments: