कनीना क्षेत्र में 2 एमएम वर्षा, गर्मी से मिली राहत
-होलीवाला जोहड़ का पानी फैला सड़कों पर
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में जब से नौतपा शुरू हुआ है तब से मौसम सुहाना रहा है। क्षेत्र में जहां विगत दिनों 22 एमएम वर्षा हुई थी वहीं शनिवार को दोपहर बाद 2 एमएम वर्षा हुई, जिससे गर्मी से राहत मिली। लोग गर्मी से बेचैन थे। उन्होंने राहत की सांस ली है। उल्लेखनीय है कि चंद बूंदे वर्षा की होते ही कनीना का होलीवाला जोहड़ लबालब हो जाता है। सड़कों पर लंबी दूरी तक गंदा पानी फैल जाता है। आवागमन गंदे पानी से होता है। स्वास्थ्य मंत्री ने इस जोहड़ की गाद निकालने की बात कही है किंतु अभी तक न तो इसकी पैमाइश हुई है और न ही इसकी गाद निकालने का कार्य शुरू हुआ है। शायद कनीना नगर पालिका मानसून आने का इंतजार कर रही है, इसलिए निश्चित रूप से मानसून में कनीना क्षेत्र मेें अनेक घर गंदे पानी से भर जाएंगे। हर वर्ष ऐसी घटना घटती है। कनीना नगर पालिका आंख मूंद कर समस्या नहीं देख पा रही है। सड़कों पर फैला गंदे पानी की निकासी नहीं कर रही है जिसके चलते कनीना क्षेत्र के लोगों में रोष पनप रहा है। फोटो कैप्शन 08: होलीवाला जोहड़ का गंदा पानी सड़कों पर खड़ा हुआ
ग्रीष्मावकाश शुरू
--बुधवार 1 जुलाई को फिर से स्कूल खुलेंगे
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कनीना की आवाज। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में गीष्मावकाश 1 जून से शुरू हो रहे हैं। शनिवार को अंतिम कार्य दिवस था। बुधवार 1 जुलाई को फिर से स्कूल खुलेंगे तब तक विद्यार्थी घरों में राहत की सांस ले पाएंगे वहीं शिक्षकों की के ग्रीष्मावकाश कैंप आयोजित किए गए हैं।
विश्व दूध दिवस एक जून
-डेयरी पालन कर गरीब व्यक्ति कमा सकता है रोटी रोजी-डा कांगड़ा
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कनीना की आवाज। दूध ऐसा भोजन है जो वर्ष भर तथा जीवन भर प्रयोग किया जाता है। दूध की मात्रा बढ़ाने के उद्देश्य से विश्व दूध दिवस मनाया जाता है।
कनीना क्षेत्र में जहां गाय भैंस की डेयरी ओ की संख्या आधा दर्जन है।
प्रसिद्ध महिला डेरी संचालिका नीतू यादव ने बताया उनके पास 55 गायें हैं प्रतिदिन 1200 लीटर दूध डेरी में जाता है किंतु दूध के भाव कम हैं जिसके पीछे चारा एवं फीड महंगा होना है। चारा 15 रुपये किलो तक पहुंच जाता है या फिर पशुओं का फीड महंगा है। नकली दूध की भरमार है इसलिए दूध महंगा नहीं हो पाता। डेयरी यूनियन ने बार-बार यह बात सरकार समक्ष उठाई है किंतु समाधान नहीं हुआ है। उनका कहना है कि गरीबों के लिए डेरी पालन बहुत बेहतर धंधा है।
जयपाल गुढ़ा निवासी का कहना है कि गाय पालकर बड़ा आनंद आता है और गायों की संख्या बढ़ाना उनका लक्ष्य है। दूध पर्याप्त मात्रा में देती है जिनसे घर का गुजर बसर ही नहीं बल्कि डेरी के लिए दूध उपलब्ध हो जाता है।
क्या कहते हैं डा. पशुपालन विभाग -
राजकीय पशु चिकित्सालय के डा पवन कांगड़ा वीएस ने बताया एक गाय और भैंस करीब 20 बार ब्याती है परंतु दो तीन बार ब्याने के बाद ही दूध बढ़ता है बाद में दूध घटता चला जाता है। दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए अनेक प्रयास किए जाते हैं। डेरी पालन का धंधा करके गरीब व्यक्ति भी बेहतर आय ले सकता है।
चारे के करने पड़ते हैं भंडार--
दूध के लिए महेंद्रगढ़ एवं रेवाड़ी जिले पशु पालक खेतों में जाकर देखें तो तूड़ी से भरे हुए कूप तथा कड़वी की छुरियां तथा छव्वा रखते हैं। जिनमें लंबे समय तक पशु चारा खराब नहीं होता। दूध प्राप्त करने के लिए किसान वर्षभर के पशुचारे का प्रबंध इन्हीं विधियों से करते आ रहे हैं। खरीफ फसल बतौर बाजरा उगाकर कड़बी प्राप्त करते हैं तो रबी फसल बतौर गेहूं और जौ की तूड़ी प्राप्त होती है। दोनों ही सूखे चारे में शामिल किए गए हैं।
गौशालाएं हैं दूध का केंद्र-
अकेले कनीना क्षेत्र में आधा दर्जन गौशालाएं हैं जिनमें कनीना, बुचावास, भोजावास, स्याणा, खरकड़ाबास आदि प्रमुख हैं। गौशालाओं में भी सूखे एवं हरे चारे का प्रबंध किया जाता है और विशेष प्रकार के शेड बनाए जाते हैं जहां वर्षभर का चारा सुरक्षित रखा जाता है। यहां दूध भी उपलब्ध हो पाता है।
कनीना श्रीकृष्ण गौशाला के पास करीब 2000 गाये हैं। किसान कृष्ण सिंह, महेंद्र सिंह, राम अवतार, सूबे सिंह, राजवीर सिंह, महिपाल आदि ने बताया कि वे पशु पालते हैं। पशुओं के लिए चारा खेतों से उपलब्ध हो जाता है। इस प्रकार पशुओं से दूध, घी एवं मक्खन आदि परिवार के लिए उपलब्ध हो जाता है ताकि कहीं से दूध खरीदना न पड़े।
कितना है पशुधन
2019 में पशुओं की गणना हुई थी जिसमें जिला महेंद्रगढ़ में 51113 गाये, 187207 भैंस, 22995 भेड़, 45967 बकरी, 412 घोड़े, आठ टट्टू, 19 गधे, 135 खच्चर, 1354 सुअर, 807 ऊंट, 45 खरगोश, 2312 कुत्ते हैं। जिनमें से गाय, भैंस एवं बकरी ही दूध देती हैं।
कहावत है हरियाणा पर लागू-
ऐसे में देसां में देस हरियाणा जित दूध दही का खाना वाली कहावत इसी बात से चरितार्थ होती है कि सबसे अधिक दूध,,घी एवं दही आदि इस क्षेत्र में पशुओं से प्राप्त होता है जो किसान हैं। किसानी एवं पशुपालन दोनों का निर्वहण करते हुए एक पंथ दो काज की कहावत चरितार्थ करते हुए जिला महेंद्रगढ़ एवं रेवाड़ी पशुपालक नाम कमा रहे हैं। यहां देसी नस्ल की गाय और मुर्रा नस्ल की भैंस से बहुत प्रसिद्ध है।
प्रसिद्ध है घी एवं दूध-
इन जिलों में पशुओं से विशेषकर देसी नस्ल की गायों एवं भैंसों का दूध, मक्खन, घी, मट्ठा, छाछ आदि दूर दराज से विख्यात है।
फोटो कैप्शन 04: नीतू डेरी संचालिका
बढऩे लगे हैं दूध के भाव
गर्मियों में गाय एवं भैंस देती है कम दूध -डा.कांगड़ा
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में इन दिनों दूध और घी के भाव बढऩे लगे हैं। वर्तमान में जहां दूध 70 रुपये वहीं देशी घी 1300 रुपये से अधिक प्रति किलो चल रहा है। एक और गर्मी आते ही जहां दूध की मात्रा घटती चली जाती है वहीं सर्दियों में दूध अधिक मिलता है। कनीनावासी जो ग्रामीण पृष्ठभूमि से संबंध रखते हैं , में उत्तम दर्जे का दूध मिलता है किंतु सर्दी में जो दूध 60 रुपये लीटर था अब वह बढ़कर 70 रुपये लीटर पहुंच गया है फिर भी दूध उत्पादक इस भाव को कम बता रहे हैं। उनका कहना है कि दूध उत्पादन पर लागत अधिक आती है इसलिए दूध के भाव और अधिक होने चाहिए थे।
डेरियां एवं बीएमसी-
कनीना क्षेत्र में जहां वर्तमान में 8 डेरिया तथा 10 बल्क मिल्क चिलिंग प्लांट/बीएमसी कार्यरत हैं। वर्तमान में करीब 33000 लीटर दूध सर्दियों में करीब एक लाख लीटर तक पहुंच जाता है।
थान सिंह डेरी संचालक ने बताया कि वर्तमान में भैंस का दूध 86 रुपये प्रति लीटर एक सौ फेट के भाव है जबकि 38 रुपये प्रति 40 फेट गाय के दूध के चल रहे हैं। गर्मियों में दूध उत्पादन कम हो जाता है। इन डेरियों का दूध बीएमसी पर ले जाकर इक_ा किया जाता है। इनका संबंध अलग-अलग देश स्तरीय डेरियों से होता है। बीएमसी संचालक थान सिंह ने बताया कि क्षेत्र में विदेशी नस्ल की गायें अधिक होने के बाद दूध की मात्रा बढ़ गई वरना भैंस के दूध से तो लोगों को दूध उपलब्ध कराना ही कठिन हो जाएगा। अकेले कनीना की जनसंख्या 2011 की गणना अनुसार 13 हजार थी जबकि वर्तमान में यह संख्या करीब 18 हजार पहुंच गई है। गर्मियों में दूध की मात्रा कम तथा मांग अधिक होने के कारण दूध के भाव बढ़ते जा रहे हैं।
क्या कहते हैं पशु चिकित्सक -
पशु चिकित्सक डा पवन कांगड़ा ने बताया कि दूध उत्पादन की लागत अनुसार वर्तमान दूध के भाव कम है किंतु दूध सर्दियों में दूध उत्पादन अधिक होता है। उनके अनुसार अधिकांश गाय एवं भैंस जुलाई से दिसंबर महीने में ब्याती है। उस वक्त दूध की मात्रा अधिक होती है किंतु गर्मियों में गर्मी की वजह से दुग्ध उत्पादन कम हो जाता है। इस समय गर्मी पड़ रही है जिसके कारण दूध कम होता है। वैसे भी भैंस और गाय बाखड़ हो जाती है जिससे भी दूध देना कम होता है।
अभी भी कम है दूध के रेट
गुढ़ा की डेरी संचालिका नीतू यादव ने बताया कि जिस प्रकार से पशुओं का चारा उनके लिए चाट आदि उपलब्ध करवाया जाता है उसके अनुसार दूध के भाव कम चल रहे हैं। दूध के भाव अधिक होने चाहिए ताकि दूध उत्पादक किसान अपनी रोटी रोजी कमा सके।
लगना चाहिए दूध के उत्पादों पर प्रतिबंध-
मावा बनाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग बढ़ी है ताकि लोगों को दूध मिल सके।
गर्मी बढऩे से दूध की मांग भी बढऩे लगी है। एक ओर डेयरी में दूध देकर उपभोक्ता डेयरी का ही दूध प्रयोग करते हैं। कभी हर घर में म_ा के दर्शन हो जाते थे परंतु अब छाछ भी नहीं मिलती है और छाछ बेचने का काम भी शुरू हो गया है। दस रुपये लीटर तक शहरी तर्ज पर छाछ मिलने लगी है।
कनीना क्षेत्र में दूध व उससे बने पदार्थों में तेजी आने लगी हैं। दूध से बने पदार्थों की मांग विशेषकर विवाह शादियों पर होने से मिलावट का धंधा पूरे यौवन पर है। शहरी लोग सस्ता एवं बेहतर दूध मिलने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की ओर दौड़ते थे परंतु अब वो बात देखने को नहीं मिल रही है। दूधवाले अब तो गांवों से दूध इक_ा करके शहरों में मिलावट करके बेचने से नहीं हिचकिचा रहे हैं।
पहले दूध लेने के लिए शहरी व्यक्ति दो किमी तक पैदल जाकर लाता था वो अब प्रचलन बंद हो चुका है। पैदल चलने से व्यायाम भी होता था वो अब भावों में कोई विशेष अंतर न होने से बंद के बराबर हो गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में दूध के भाव अधिक पाने के लिए डेरियों में दूध देना शुरू कर दिया है। हर गांव में तथा शहरों में डेरियां खुल गई हैं। इन डेरियों में लोग सुबह और शाम दूध बेचने के लिए जाते हैं और बड़े आश्चर्य कह बात हैं कि दूध बेचने वाले भी इन डेरियों का सस्ता दूध एवं घी खाने को मजबूर हैं। डेरियों की संख्या बढऩे से भी दूध के भावों में बढ़ोतरी हो रही है। आने वाले समय में दूध के भाव और बढऩे की संभावना है।
फोटो कैप्शन: पवन कांगड़ा।
बीआर स्कूल सेहलंग में ग्रीष्मकालीन पार्टी का आयोजन
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कनीना की आवाज। बीआर स्कूल सेहलंग में कक्षा छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए एक शानदार ग्रीष्मकालीन पार्टी का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को गर्मियों की छुट्टियों से पहले मनोरंजन और उत्साह का माहौल प्रदान करना था।
पार्टी में विद्यार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों और खेलों में भाग लिया। संगीत, नृत्य, इनडोर गेम्स,आर्ट एंड क्राफ्ट एक्टिविटी,स्टोरी बुक्स रीडिंग और स्वादिष्ट जलपान ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। सभी विद्यार्थियों ने इस अवसर का खूब आनंद लिया और एक-दूसरे के साथ यादगार पल बिताए। रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट गतिविधियों का भी आयोजन किया गया, जहां बच्चों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन हरीश भारद्वाज ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा यह पार्टी बच्चों के लिए छुट्टियों से पहले तनाव मुक्त होने और खुशी मनाने का एक मौका है।उन्होंने कहा कि बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ ऐसे आयोजनों में भी सक्रिय रूप से भाग लें, जो उनके सर्वांगीण विकास में सहायक हों। पार्टी से विद्यार्थियों में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ और वे आने वाली गर्मियों की छुट्टियों के लिए और भी उत्साहित दिखे। इस आयोजन से विद्यार्थियों को न केवल मनोरंजन प्रदान किया, बल्कि उन्हें एक-दूसरे के साथ जुडऩे और नए कौशल सीखने का अवसर भी दिया। इस अवसर पर समस्त स्टाफ मौजूद रहा ।
फोटो कैप्शन 02: समर पार्टी के दौरान डांस करते हुए बी आर स्कूल सेहलंग के विद्यार्थी ।
मंगलवार को हुई सुनवाई
--आगामी 22 जुलाई तक याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिए कहा
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कनीना की आवाज। अटेली विधानसभा सीट से भाजपा विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका पर गत मंगलवार को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस लपिता बनर्जी की एकल पीठ में हो रही रही चुनाव याचिका की सुनवाई के दौरान प्रतिवादी आरती सिंह राव की तरफ से पैरवी कर रहे सीनियर एडवोकेट सतपाल जैन ने याचिका का जवाब देने के लिए कोर्ट से समय देने की प्रार्थना की। जिस पर कोर्ट ने आगामी 22 जुलाई तक याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिए कहा। अब यह मामला 22 जुलाई को आगामी सुनवाई के लिए तय किया गया है। चुनाव याचिका को लेकर जिला के लोगों में भारी उत्सुकता बनी हुई है।
याचिका बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अतरलाल ने दायर की है जो आरती सिंह राव से 3066 वोटों से हार गए थे। चुनाव याचिका में दलील दी है कि पिछले साल अक्टूबर 2024 में हरियाणा विधानसभा के आम चुनाव के दौरान अटेली विधानसभा चुनाव में धांधली की गई। कई कानूनी प्रक्रियागत अनिवार्य प्रावधानों का पालन नहीं किया गया।
फोटो-बसपा प्रत्याशी अतरलाल।
यूरो स्कूल में हुआ शैक्षणिक प्रस्तुति का आयोजन
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कनीना की आवाज।यूरो स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं अपितु बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए स्कूल समय-समय पर विभिन्न प्रकार की गति-विधियां करता रहता हैं। आज स्कूल प्रागंण में एक शैक्षणिक प्रस्तुति का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ यूरो ग्रुप आफ के निदेशक नितिन यादव,अकैडमिक डीन मीनू दूवे, प्राचार्य सुनिल यादव ने मां सरस्वती की प्रतिमूर्ति के चरणों में दीप प्रज्वलित करके तथा पुष्प अर्पित करके किया। इस कार्यक्रम में शिरकत करने आए अभिभावकों का स्वागत गीत के माध्यम से स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में कक्षा छटी से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया। सभी विद्यार्थियों ने भोजन के स्त्रोत, विभिन्न क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यंजन, भोजन के घटक, संतुलित आहार, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता व भोजन के विधायी पर बड़ी ही सुंदर एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुतियां दी। सभी विद्यार्थियो ने सुंदर सुंदर चार्ट व प्रारुप बनाकर अपने-अपने विषय को प्रस्तुत किया जिससे आए हुए सभी अभिभावकगण व दर्शकगण विद्यार्थियों की प्रस्तुतियां देखकर दॉतो तले अगुलियां दबाने लगे। अपनी प्रस्तुति के दौरान विद्यार्थियों ने केवल अपने विषय की जानकारी दी बल्कि सवालों का उत्तर देकर अपनी समझदारी का परिचय दिया यूरो ग्रुप के निदेशक नितिन यादव व प्रधानाचार्य सुनिल यादव ने आए हुए सभी अतिथिगणो का तहेदिल से आभार व्यक्त किया एवं बताया कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियो की प्रतिभाओं को निखारने और उनकी बोलने व समझने की क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि इस तरह की गतिविधियाँ बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाती हैं और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करती हैं। कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियो को प्रमाण-पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया, साथ ही उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्कूल के सभी सदस्यगणों की मेहनत की सराहना की। इस शुभावसर पर कोर्डिनेटर रवीद्रं यादव,ऋतु तंवर, सुमन यादव, तन्नू गुप्ता, गतिविधि प्रभारी मधु यादव व स्कूल के समस्य सदस्यगण उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 01: यूरो स्कूल के अव्वल विद्यार्थी।
चार लोगों के विरुद्ध मारपीट का मामला दर्ज
-धनौंदा की महिला मंजू देवी करवाया मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा की मंजू देवी चार लोगों के विरुद्ध मारपीट का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस में उन्होंने बताया कि 21 मई को करीब 2:30 बजे घर का कार्य कर रही थी। तभी विजेंद्र, योगेंद्र, देवेंद्र और सत्येंद्र घर के पीछे की दीवार कूद कर गाली गलौच करते हुए उसके पति कंवर सिंह व बेटे बादल को ढूंढ रहे थे। जब मंजू ने कारण पूछा तो उसे भी गाली गलौच दी और हाथों में लिये हुए लोहे की राड़, डंडा आदि से मारने लगे। जान बचाने के लिए जब बस स्टैंड की तरफ मंजू दौडऩे लगी तो उन्होंने पकड़ लिया और चारों ने मिलकर पिटाई की। वहां से गुजरते हुए प्रशांत और लक्ष्मण ने छुड़वाने का प्रयास किया तो दोनों व्यक्तियों को बहुत मारा। दोनों अपनी जान बचाकर भागने लगे। मंजू देवी का कहना है तत्पश्चात वह बेहोश होकर गिर गई तो ये लोगों उसे मृत समझ कर जाने लगे। जाते समय परिवार को जान से मारने की धमकी दे गये। किसी ने उसके पति कंवर सिंह और देवर दिलीप सिंह के पास फोन किया जो खेतों का काम छोड़कर तुरंत आए और उन्हें सेहलंग के अस्पताल ले गए जहां से उन्हें महेंद्रगढ़ रेफर कर दिया। अभी भी उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने चार लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज करवा दिया। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।