कनीना में कान्हा सिंह पार्क के पास हो रहा जल भराव
--लोग परेशान
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कनीना की आवाज। कनीना में तीन चार महीने से सीवर का गंदा पानी बाहर आने से कच्चा रास्ता बंद हो गया है जिस से आने जाने वाले राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है शिविर का गंदा पानी पूरे रस्ते पर भरा रहता है जिससे आस पास रहने वालों को बदबू भी सहनी पड़ती है साहिल, दीपक, हितेश, भावेश, सरोज, वीरमती, सरोज, प्रदीप कुमार, इत्यादि ने बताया कि यह शिविर तीन चार महीने से खराब पड़ा है बार बार शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई भी नहीं की गई। शिविर के साथ लगते पार्क के दीवार के पास भी शिविर का पानी भरा पड़ा है। ढाणी वासियों ने बताया कि रात के समय में खंभे पर स्ट्रीट लाइट भी नहीं है और ऊपर से सीवर का गंदा पानी होने से निकलने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
फोटो कैप्शन 02: गंदा पानी भराव दिखाते हुए जन।
दूसरे दिन हुई 4 एमएम वर्षा
-शुक्रवार को हुई थी 6 एमएम वर्षा
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में बेमौसमी वर्षा का होना जारी है। दूसरे दिन भी 4 एमएम वर्षा हुई जिसका पानी सड़कों एवं नवनिर्मित मार्गों पर खड़ा हो गया है। एक ओर किसान खरीफ फसल की तैयारी में लगे हुए वहीं वर्षा ने उनके काम में भी खलल डाल दी है। कनीना क्षेत्र के किसानों का कहना है कि अभी से खरीफ फसल नहीं उगाई जा सकती किंतु कपास की फसल जरूर उगाई जाएगी जिसके लिए यह वर्षा लाभप्रद साबित हो सकती है।
जगह-जगह जमा हो गया वर्षा का जल -
वर्षा का जल कई स्थानों पर जमा हो गया है। निचले स्थानों तथा रेवाड़ी के प्रमुख मार्ग पर जमा हो गया वहीं सबसे चर्चित अटेली सड़क मार्ग को रेवाड़ी सड़क मार्ग से जोडऩे वाला मिनी बाई पास नाम से जाने जानेवाला मार्ग पर भी कई जगह पानी भर गया है। उल्लेखनीय है कि जब सड़क मार्ग बनाने की बात चली तो नहर के दोनों तरफ सड़क मार्ग बनाए जाने की बात चली थी किंतु बाद में एक तरफ सड़क मार्ग बनाई गई वहीं रास्ते को समतल नहीं किया गया, न ही पैमाइश की गई। आज भी कई ऐसे भाजपा के समर्थक व पदाधिकारी है जो इस मार्ग पर अवैध कब्जा किए हुए हैं। न तो उनको हटाया गया अपितु जितनी जगह मिल पाई बस उतनी में ही सड़क मार्ग बना दिया गया। इस मार्ग की सबसे बड़ी समस्या अब सामने आ रही है कि जगह-जगह पानी जमा हो रहा है। ना तो सड़क के किनारे नालियां बनाई और न ही गंदे पानी निकासी का प्रबंध किया गया है। अब तो कई घरों के पास गंदा पानी जमा होने लग गया है जिसको लेकर लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि यदि यह मार्ग बनाया ही जाना था तो पहले पैमाइश होनी चाहिए थी वहीं मार्ग को समतल किया जाना चाहिए था, तत्पश्चात सड़क मार्ग बनाया जाना था। अब सड़क मार्ग पर अनेकों कमियां सामने आने लगी है। प्रशासन इस संबंध में मौन है।
फोटो कैप्शन 01: मिनी बाइपास पर जगह जगह जमा गंदा जल
तनाव के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने में कारगर है हास्य योग- डा. निलेश मुदगल
--विश्व हास्य दिवस -4 मई
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कनीना की आवाज। हंसने से सभी रोग नष्ट हो जाते हैं। नीरसता, थकान और तनाव आज हमारे भागदौड़ भरे जीवन का हिस्सा बन गए हैं। क्रोध, भय, तनाव के नकारात्मक प्रभाव को जीवन से समाप्त करने के लिए हास्य योग का विशेष प्रभाव है। हंसने, हंसाने से मानसिक तनाव दूर होता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होती है। इसलिए किसी पर हंसने की जगह, सभी के साथ हंसना सीखें तो जीवन स्वस्थ और खुशनुमा हो जाएगा।
पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी डा. निलेश मुदगल ने बताया कि आधुनिक समय में सहज मुस्कान लुप्त होती जा रही है। हास्य क्लब और मुस्कान सेंटरों पर भीड़ बढ़ रही है। इससे हमारे तनाव भरे जीवन का पता चलता है। तनाव को कम करना अंतिम संरचना तक को मजबूत करना है। इससे मुक्ति सांसों को मजबूत करती है और चेहरे पर अनोखी आभा का संचार करती है। एक छोटा बच्चा दिनभर में 300 से ज्यादा बार हंसता है, लेकिन हमने बड़े होकर मुस्कुराना ही छोड़ दिया है।
हास्य योग के प्रकार
बेली हास्य योग
हास्य से रक्त में आक्सीजन का संचार होता है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है। पेट को कम करने लिए दोनों हाथों को पेट पर रख कर जोर-जोर से हंसना बेली हास्य कहलाता है। इससे बढ़ा हुआ पेट भी घटता है, जो आज की प्रमुख समस्या है।
गाड़ी हास्य योग
वाहन चलाते समय यातायात नियमों का उल्लंघन कर कोई सामने आ जाता है, तो पूरे शरीर में क्रोध भर जाता है। कुछ लोग तो तनाव में आकर अवसाद तक में पहुंच जाते हैं। ऐसी स्थिति में अपनी गलती ना होते हुए भी, मानकर मुस्कान बिखेरने से हम विवाद और तनाव दोनों से बचेंगे। इसका निरंतर प्रयास करना चाहिए।
ताली हास्य योग
तालियां लगातार बजाना ताली हास्य कहलाता है। इसमें बच्चों की तरह जोर-जोर से तालियां बजाकर हंसना होता है। इससे शरीर तनाव रहित हो जाता है। तालियां बजाने से एक्युप्रेशर ट्रीटमेंट भी होता है।
मौन हास्य योग
इसमें मुंह तो खुला ही रहता है, जैसे अवाक वाली हंसी। इससे हंसी की लहरें पूरे शरीर में घूमती हैं, यह बंद नाडिय़ों में रुकावट को दूर करता है। रक्त का संचार पूरे शरीर में होने लगता है और शरीर हल्का महसूस करता है।
खुलकर और जोर-जोर से ठहाके लगाने से शरीर में रक्त के संचार की गति बढ़ती है। इससे पाचन तंत्र अधिक सक्रियता से कार्य करता है और फेफड़े भी मजबूत होते हैं। दूषित वायु शरीर से बाहर निकल जाती है। हंसने से पसीना अधिक आता है, जिससे शरीर की गंदगी बाहर निकलती है। इसलिए हास्य योग हर प्रकार से मनुष्य के लिए परमात्मा का दिया हुआ बेहतरीन वरदान है।
रामलीला में हंसने पर बल देते थे-
कनीना की रामलीला मंचन दौरान कई कलाकार लोगों को हंसाने का काम करते थे। परंतु आज के दिन वे हास्य कलाकार भगवान को प्यारे हो गये। हास्य कलाकार की भूमिका निभाने वाले जगदीश प्रसाद एवं श्रीचंद आज भगवान को प्यारे हो चुके हैं परंतु उनकी याद ताजा है।
बाबा रामदेव भी हंसने पर देते हैं जोर-
बाबा रामदेव भी हर दिन हंसने पर जोर देते हैं। यूं तो दिनभर इंसान थकान एवं दर्द से परेशान मिलता है किंतु यदि कुछ समय खुलकर हंस ले तो सभी बीमारियों पर काबू पाने में सहायक होगा। विगत वर्षों महामारी फैली जिसमें रोते चेहरे और परेशान चेहरे अधिक नजर आये। ऐसे में महामारी के बाद हंसना बहुत जरूरी हो गया है।
फोटो कैप्शन: निलेश मुदगल
महारणा प्रताप जयंती को लेकर तैयारियां शुरू
-भोजावास में मनेगा राज्य स्तरीय समारोह
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कनीना की आवाज। 9 मई को कनीना उपमंडल के गांव भोजावास में मनाई जा रही वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जयंती को लेकर क्षेत्र के लोगों में भारी उत्साह तथा जोश है। समारोह प्रचार समिति के सदस्य तथा युवाओं की टीम गांव-गांव जाकर लोगों को निमंत्रण दे रही है। राज्य स्तर पर मनाई जा रही जयंती समारोह के मुख्य अतिथि अतरलाल होंगे।
प्रचार समिति के संयोजक भागसिंह चेयरमैन, सुभाश नम्बरदार व मदन तंवर ने मोहनपुर, कपूरी, धनौन्दा में लोगों को निमंत्रण देते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप स्वाधीनता संग्राम के अग्रदूत थे। उन्होंने भारत देश और लोगों की आन-बान-शान के लिए ताउम्र संघर्ष किया और अनेक लड़ाई लड़ी। महापुरुषों की जयंती मनाने से लोगों में देश भक्ति और समाजसेवा की भावना पैदा होती है। महाराणा प्रताप के शौर्यशाली व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। उनके राष्ट्रप्रेम और समभाव के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। इसलिए जन-जन तक उनके विचारों को पहुंचाने के लिए आगामी 9 मई को भोजावास गांव में जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। ग्रामीणों ने जयंती समारोह में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का भरोसा दिया।
सब्जी खरीदी तब तक मोटरसाइकिल चोरी
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कनीना की आवाज। मुंडिया खेड़ा निवासी देवप्रकाश ने दौंगड़ा अहीर बस स्टैंड पर सब्जी खरीदी तब तक मोटरसाइकिल अज्ञात चोर चोरी कर ले गया। देव प्रकाश ने पुलिस में बताया कि 1 मई को शाम को करीब 8:10 पर वह गांव से दौंगड़ा अहीर बस स्टैंड पर गया था। अपनी मोटरसाइकिल को बस स्टैंड पर साइड में खड़ा करके सब्जी की दुकान पर सब्जी लेने चला गया। सब्जी लेकर वापस लौटा तब तक बाइक चोरी हो गई। तलाश की गई कहीं नहीं मिली। उनके बयान पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
नीट परीक्षा के सुचारू और निष्पक्ष संचालन के लिए प्रशासन ने किए पुख्ता प्रबंध
-जिला में 3392 परीक्षार्थी 8 केंद्रों पर देंगे परीक्षा
-4 को 11 बजे शुरू हो जाएगी परीक्षार्थियों की एंट्री
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कनीना की आवाज। जिला महेंद्रगढ़ में आगामी 4 मई को होने वाली नीट (यूजी) परीक्षा का सुचारू और निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। इन्हीं प्रबंधों की समीक्षा के लिए उपायुक्त डा. विवेक भारती ने आज लघु सचिवालय में ड्यूटी मजिस्ट्रेट, नोडल ऑफिसर तथा केंद्र अधीक्षकों तथा अन्य अधिकारियों की बैठक ली। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ भी मौजूद थीं।
डीसी ने बताया कि मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली इस नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) प्रवेश परीक्षा के लिए जिला में कुल 8 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन सभी केंद्रों पर 3392 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि परीक्षा का समय दोपहर 2 से 5 तक है। केंद्र पर 11 बजे परीक्षार्थियों की एंट्री शुरू हो जाएगी। दोपहर 1.30 बजे के बाद कोई एंट्री नहीं होगी।
डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए की परीक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए अधिकारी पूरी तरह से सतर्क रहें। बिना आई कार्ड केंद्र पर किसी की एंट्री नहीं होगी।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त डॉ आनंद कुमार शर्मा, महेंद्रगढ़ के एसडीएम अनिल कुमार यादव, नारनौल के एसडीएम रमित यादव, नगराधीश मंजीत कुमार तथा परीक्षा के जिला के नोडल ऑफिसर ओमप्रकाश यादव के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
सेंटर पर पानी की केवल पारदर्शी बोतल ले जा सकेंगे---
उपायुक्त ने बताया कि नीट की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी अपने आई कार्ड के अलावा कोई भी सामान अंदर नहीं ले जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि कोई भी स्टेशनरी आइटम जैसे पाठ्य सामग्री (मुद्रित या लिखित), कागज के टुकड़े, ज्यामिति, पेन, पेंसिल बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैलकुलेटर, स्केल, राइटिंग पैड, पेन ड्राइव, इरेजर, कैलकुलेटर, लॉग टेबल, इलेक्ट्रानिक पेन, स्कैनर आदि सभी पर परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाने पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने बताया कि कोई भी संचार उपकरण जैसे मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, इयरफ़ोन, माइक्रोफोन, पेजर, हेल्थ बैंड अन्य आइटम जैसे वॉलेट, गागल्स, हैंडबैग, बेल्ट, कैप, घड़ी, ब्रेसलेट, कैमरा, कोई भी आभूषण, धातु आइटम, कोई भी खुला या पैक किया हुआ खाद्य पदार्थ आदि पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षार्थी अपने साथ पानी की केवल पारदर्शी बोतल ले जा सकते हैं। कोई भी अन्य वस्तु जिसका उपयोग अनुचित साधनों के लिए किया जा सकता है जैसे कि माइक्रोचिप, कैमरा, ब्लूटूथ डिवाइस आदि जैसे संचार उपकरण को परीक्षा केंद्र में ले जाने पर पाबंदी रहेगी। परीक्षा केंद्र उम्मीदवार अपने किसी भी आइटम जैसे बैग, बैगेज, पैसे आदि केंद्र पर लेकर ना आएं
यदि किसी अभ्यर्थी के पास केंद्र के अंदर प्रतिबंधित वस्तुओं में से कोई भी वस्तु पाई जाती है, तो इसे अनुचित साधनों का उपयोग माना जाएगा। परीक्षा स्थल में इसका प्रयोग पूर्णत: वर्जित है।
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