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Wednesday, May 7, 2025


 

10 मिनट के लिए अधिकांश घरों में रही लाइट बंद
 - लोग घरों में रहे शांंत
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कनीना की आवाज।
 कनीना माक ड्रिल के तहत आपातकालीन हालात से निपटने का किया गया अभ्यास। 10 मिनट के लिए अधिकांश घरों में लाइट बंद रही। घरों में लोग शांंत रहे। जिन लोगों को ज्ञान नहीं था उन्होंने दूसरों से पूछा और बिजली बंद रखी। यह देश एवं समाज के प्रति अपनी भावनाओं को दर्शाकर सराहनीय कदम बताया जा रहा है।





लोगों में जागा देशभक्ति का जज्बा
--  आपरेशन सिंदूर के बाद खुशी की लहर
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कनीना की आवाज।
भारत देश ने पाकिस्तान पर आपरेशन सिंदूर करके लोगों का मन जीत लिया है। लोग खुशी से झूम उठे और देशभक्ति का जज्बा जाग उठा। उन्होंने तिरंगा हाथों में लेकर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार को आर पार की लड़ाई लडऩी चाहिए ताकि बार-बार भारत के बेकसूर लोगों की हत्या करने वाले पाकिस्तान का नाम निशान मिट जाए। उन्होंने आपरेशन सिंदूर की सराहना की और कहा कि पूरा देश ही नरेन्द्र मोदी सरकार पर नजरें टिके हुए हैं। उन्होंने खुशी जताई और कहा कि पहलगाम में मारे गए 28 लोगों का बदला ले लिया है। इस अवसर पर हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष महेश बोहरा , अनिल परदेसी, रामपाल यादव, श्याम सुंदर महाशय , नीरज यादव,मोनू सिंगला, शिवकुमार, चंचल मेहंदी रत्ता, प्रभात यादव, चंद्र मोहन बोहरा, गोविंद यादव, विकास शर्मा, रमेश कुमार, चीकू गोयल, विक्रम सेन, रिंकू यादव, आदर्श कुमार, आशीष बोहरा, हरीश यादव, विकास यादव, देशराज यादव आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 08: आपरेशन सिंदूर पर खुशी जताते हुए लोग।



मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार- 141
-जीवन भर रहेगा तीन बातों का मलाल
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कनीना की आवाज।
 कनीना निवासी डा. होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक कम प्राध्यापक बतौर 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उनकी सेवानिवृत्ति का 1 वर्ष का बीत चुका है। दिन-रात मेहनत करते हुए अपनी पुरानी बातों की याद कर कई बार व्याकुल हो जाते हैं। उन्होंने यूं तो बहुत मेहनत की है, अपनी मेहनत के बल पर यह मुकाम हासिल किया किंतु जीवन भर के लिए तीन बातों का मलाल रहेगा। इनमें धनौंदा से सेवानिवृत्ति, दूसरी शादी और घटिया लोगों से दोस्ती। आइये सुनते हैं उनकी कहानी उन्हीं की ही जुबानी-
-यूं तो हर इंसान जिसको धरती पर जन्म लिया एक दिन जाना पड़ेगा। मैं बचपन से लेकर आज तक कड़ी मेहनत की है, परिणाम सदा ही अच्छा रहा है, मेहनत में सदा ही विश्वास रखा है। चाहे लेखन कार्य हो,  विद्यार्थियों को पढ़ाने का कार्य हो या ट्यूशन का कार्य हो या घर गृहस्थी का कार्य हो हर जगह मेहनत झलकती है। लेकिन इतने लंबे अर्से तक शिक्षा विभाग में सेवा देकर जहां विश्व रिकार्ड बुक में नाम दर्ज हुआ है। कई बातों पर बड़ी खुशी होती है किंतु तीन बातों का जीवन भर मलाल रहेगा।
 पहली बात धनौंदा स्कूल से सेवानिवृत्ति। मेरी हार्दिक इच्छा थी कि कनीना माडल स्कूल से सेवानिवृत्ति हो। जी-जान एक किया, सारी योग्यताएं पूर्ण की, माडल स्कूलों के सबसे बड़े अधिकारी से परिचय भी हुआ, जिला शिक्षा अधिकारी ने भी आश्वासन दिया किंतु तबादला नहीं हुआ। धनौदाा से ही सेवानिवृत्ति हुई। यहां पर जो हालात बने उससे बड़ी खुशी हुई, जिन्हें अपना समझता था वो लोग सेवानिवृत्ति के समय ऐसे छुप गए जैसे कैदी जेल में छुपे होते हैं। जैसे तैसे वहां से सेवानिवृत्ति पाकर घर पर आया तो भी दिल में मलाल ही रहा क्योंकि एक इच्छा थी कि माडल स्कूल से ही सेवानिवृत्ति हो। यद्यपि धनौंदा स्कूल भी माडल संस्कृति स्कूल है किंतु वहां से अंतिम समय मन ऊब गया था। यही कारण है कि मेरी अंतिम इच्छा पूर्ण नहीं हो पाई।
 दूसरी बात का सदा मलाल रहेगा कि दूसरी शादी की। पहली शादी 21 नवंबर 2000 को हुई थी, महज 10 साल बाद ही दूसरी शादी करनी पड़ी जिसका मुझे बहुत मलाल है। यदि मेरे साथी जो पड़तल स्कूल में मिले वोह पहले मिल जाते तो दूसरी शादी करने की नौबत नहीं आती। परिणाम यह निकला कि अब जीवनभर मलाल रहेगा क्योंकि बच्चे के लिए मां और मौसी में बड़ा अंतर होता है। जो बच्चा पहली पत्नी का है उसका मुझे पूरा ख्याल रखना है जो मेरी जिम्मेवारी भी बनती है और यदि उसमें कोई भी खलल पड़ती है तो बहुत दर्द होता है। पहली पत्नी का एक पुत्र था वह कैंसर से पीडि़त थी, चली गई किंतु एक बच्चे को ही पाल पोषकर बड़ा किया जाता तो ज्यादा बेहतर होता। इस बात का मलाल रहेगा।
 तीसरी बात कि ऐसे लोगों को अपने पास बिठाया जिन्होंने बाद में मेरे ही जड़ काट डाली जो सबसे बड़े दुश्मन बने। लोग पहले से ही सलाह देते थे कि ऐसे लोगों को पास में मत बिठाओ, ये जिस थाली में खाते उसी में छेद करते हैं। परिणाम झेला कि अपने मन की हर बात उनसे बताई, यह सबसे बुरी बात रही। वैसे तो यादव समाज में एकता नहीं देखने को मिलती। मेरे विरुद्ध एक दुष्ट व्यक्ति ने एक पत्रकार और एक नीच मानसिकता के व्यक्ति को सारी बातें बताकर मुझे परेशान किया। वह पत्रकार तथा वह नीच मानसिकता का व्यक्ति आपस में मिलकर लोगों को भी लूटते रहे हैं और मेरे भी पीछे लग रहे। परिणाम यह निकला जब तक उन्होंने भारी पैसे मेरे से नहीं ले लिए तब तक मेरा पीछा नहीं छोड़ा। वह पत्रकार हुआ जिसको वास्तव में शर्म नाम की चीज नहीं आती जिनको खुद लिखता नहीं आता और मेरे विरुद्ध ऐसी बातें लिखी जिनको सुनकर लोग सन्न रह गए। यहां तक की इतनी घटिया मानसिकता दिखाई, बच्चों को बहकाया, उनसे झूठी बातें लिखवाई और मेरे विरुद्ध खड़े हो गए। उसके बाद मेरे पास बैठकर मेरी ही जड़ काटने वाला घटिया प्रकृति का शिक्षक, पत्रकार एवं नीच व्यक्ति बाद में मेरे से न तो मिलते हैं और न ही मैं उनसे बोलता हूं। इस बात का जीवन भर मलाल होगा कि अपने पास केवल सभ्य और इंसानियत रखने वाले लोगों को नहीं बिठाया।





कनीना क्षेत्र में हुई बूंदाबांदी
-मई माह में हो चुकी है 11 एमएम वर्षा
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कनीना की आवाज।
 कनीना क्षेत्र में देर शाम को अचानक मौसम में बदलाव आया। करीब 5:30 बजे मौसम बदला, हल्की बूंदाबांदी हुई गर्मी से राहत मिली।
 उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र में अब तक मई माह में 11 एमएम वर्षा हो चुकी है और एक बार फिर से मौसम बदल रहा है। मौसम बदलने से जहां गर्मी से राहत मिली है। लोग घरों से बाहर निकले और मौसम का आनंद लिया। वर्तमान में कपास की फसल कुछ जगह उगाई हुई है बाकी खरीफ फसल की तैयारियां चल रही हैं। उधर गेहूं और सरसों की खरीद भी बंद हो चुकी है।


कनीना में माक ड्रिल के तहत आपातकालीन हालात से निपटने का किया अभ्यास
--एसडीएम कार्यालय पर चला अभ्यास

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कनीना की आवाज।
बुधवार को एसडीएम कार्यालय कनीना में माक ड्रिल के तहत आपातकालीन हालात से निपटने का अभ्यास किया गया। एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह अहलावत ने बताया कि यह माक ड्रिल बढ़ते सुरक्षा खतरे और हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार की ओर से सभी जिलों में करवाई गई है। एसडीएम ने बताया कि इस अभ्यास के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले विशेष सायरन का संचालन किया गया, जिसकी आवाज तेज और कंपनयुक्त होती है, ताकि आम नागरिक अन्य अलार्म से इसे अलग पहचान सकें। ड्रिल के दौरान लोगों को हमले की स्थिति में क्या-क्या एहतियात कदम उठाने चाहिए, इसका प्रशिक्षण भी दिया गया। एसडीएम ने नागरिकों से अपील की है कि वह माक ड्रिल को लेकर किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास पूरी तरह से सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा गया है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में जानमाल की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
फोटो केप्शन 06: माक ड्रिल का एक नजारा






युद्ध की आहट सुन सैनिक आ जाते जाते हैं जोश में
-आपरेशन सिंदूर से बड़ी कार्रवाई की जाए
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कनीना की आवाज। 
आज भी पूर्व सैनिकों तथा युद्धों में अपनी बहादुरी के जलचवे दिखाने वाले सैनिक एवं अधिकारी युद्ध की आहट सुनकर एक बार फिर से युद्ध में जाने को तैयार हो जाते हैं। उनकी भुजाएं फड़कने लग जाती हैं। वे भारत द्वारा किया गया आपरेशन सिंदूर से संतुष्ट नहीं हैं अपितु आर पार की लड़ाई लडऩे के फिराक में हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी एवं पूर्व सैनिक-
पाकिस्तान चार युद्ध भारत से हार चुका है फिर भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है उसका एकमात्र इलाज यही है कि उसको पूर्ण रूप से नेस्ते नाबूद करके उसे दुनिया के नक्षे से ही मिटा देना चाहिए क्योंकि लातों के भूत कभी बातों से नहीं मानते। 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में वीर चक्र विजेता हवलदार बुद्ध सिंह निवासी अगिहार का कहना है कि वे आज भी युद्ध में जाने को तैयार हैं। 76 वर्षीय हवलदार बुद्ध सिंह 1965 व 1971 के युद्ध लड़ चुके हैं।
--हवलदार बुद्ध सिंह
 इस युद्ध को देखकर आज भी सैनिक जोश में आ जाते हैं। सूबेदार सुरेंद्र सिंह 1962 में भर्ती हुए थे। वर्तमान में 82 वर्ष के हो चुके हैं । जब सेवानिवृत 1990 में हुए तब सूबेदार हेड क्लर्क के रूप में जाने जाते थे। भर्ती होने के कुछ वर्ष बाद ही 1971 के  युद्ध में जाना पड़ा था। यद्यपि युद्ध के समय बाड़मेर में पोस्टिंग थी और जम्मू कश्मीर में पहुंचे थे। उनका कहना है कि 1971 में भारत ने पाकिस्तान पर शानदार जीत भारतीय नौसेना ने हासिल की थी। इसके कारण से इतिहास में भारतीय सेवा ने अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करवाया। इस युद्ध में 93000 पाकिस्तान सेना के जवानों ने भारतीय सेना के सामने हथियार डाल दिये थे। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा आत्म समर्पण का युद्ध था। वे युद्ध के लिए तत्पर हैं तथा उनका मानना है कि भारत को आर पार की लड़ाई लडऩी चाहिए।
  सूबेदार सुरेंद्र सिंह
फोटो कैप्शन: हवलदार बुद्ध सिंह एवं सूबेदार सुरेंद्र सिंह



डीपीएस चौहान पूर्व शिक्षा अधिकारी का मनाया गया जन्मदिन
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कनीना की आवाज।
प्रमुख शिक्षाविद्, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी, दक्षिणी हरियाणा में शिक्षा क्रांति के पुरोधा और महाराणा प्रताप कालेज के निदेशक डी.पी.एस. चौहान का जन्मदिन गांव धनौन्दा में मनाया। नम्बरदार राजेन्द्र सिंह के नेतृत्व में प्रजा भलाई संगठन के कार्यकर्ताओं ने केक काटकर उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि डीपीएस. चौहान का इलाके में शिक्षा प्रचार और प्रसार में अहम योगदान है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी रहते हुए दक्षिणी हरियाणा में अनेक शिक्षण संस्थानों को स्थापित करने में मदद की। अब भी निरंतर शिक्षा प्रचार प्रसार में सहयोग दे रहे हैं। राजेन्द्र सिंह नम्बरदार ने कहा कि डीपीएस चौहान बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं। शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं। उनकी प्रेरणा से अनेक युवा उन्नति के शिखर पर पहुंचे हैं।
फोटो कैप्शन 05: डीपीएस चौहान का जन्म दिन मनाते हुए।




स्कूल में दिव्यांग बच्चों के लिए बांटे विशेष उपकरण
--बच्चे मिले खुश

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कनीना की आवाज।
राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना के प्राचार्य सुनील खुडानिया ने जिला परियोजना संयोजक नारनौल से प्राप्त दिव्यांग बच्चों के विशेष उपकरण वितरित किए। अमृत सिंह विशेष शिक्षक समावेशी शिक्षा कार्यक्रम हरियाणा ने बताया कि नारनौल जिला परियोजना संयोजक कार्यालय से चार दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष उपकरण प्राप्त हुए थे। जिसमें दो व्हीलचेयर, एक दृष्टि बाधित किट ,एक ब्रेल किट थी विद्यालय प्राचार्य ने उन बच्चों और अभिभावकों को विशेष उपकरण आज विद्यालय में वितरित किए। विशेष उपकरण मिलने के उपरांत अभिभावक और बच्चे काफी खुश नजर आए। दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में जोडऩे के यह प्रयास  सराहनीय साबित होगा। इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों के अभिभावक सुधीर रामबास, शीशराम कोच  खरकड़ावास, रवि प्रवक्ता अमृत सिंह विशेष शिक्षक आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 02: दिव्यांग बच्चों को विशेष उपकरण वितरित करते प्राचार्य एवं अन्य



बंधक बनाकर लूटे पैसे ,मामला दर्ज
-एलआईसी एजेंट ने करवाया मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
प्रवीण कुमार वार्ड नंबर 11 अटेली मंडी तीन लोगों पर उसे बंधक बनाकर पैसे लूटने का मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने पुलिस में बताया कि वह एलआईसी का काम करता है। 30 अप्रैल को सियाराम का फोन आया कि उसके दोस्त दिनेश की एलआइसी करवानी है। जिसके चलते प्रवीण कुमार एक मई को दिनेश से मिलने उसके पते पर बेवल पहुंचा। दिनेश उसे एसबीआई बैंक के पास खड़ा मिला और वह प्रवीण कुमार को एक गली में लेकर गया, वहां एक पुराने घर के अंदर ले गया। अंदर जाते ही उनका मोबाइल एवं  बैग छीन लिया। वहां पर पहले ही युद्धवीर नामक व्यक्ति खड़ा हुआ था और उसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी था जिन्होंने मिलकर बंधक बना लिया और प्रवीण से पैसे छीन लिये। एक-एक करके सभी जानकारों से पैसे मंगवा लिये, कुल 700060 हजार रुपये कैश छीन और 1 लाख 31 हजार 700 यूपीआई आनलाइन डरा धमकाकर करवा लिए। करीब 3 घंटे बंधक बनाए रखा। बाद में धमकी दी कि पुलिस को सूचना देने पर जान से मार दिया जाएगा। दबाव वीडियो बना ली और हस्ताक्षर करवा लिए। उनका आरोप है कि दिनेश से गांव के बाहर तक पीछा करता रहा और धमकी देकर गया। अभी भी फोन करके धमकी दे रहे हैं कि अंजाम बुरा होगा। प्रवीण कुमार पहले तो डरा रहा किंतु अब उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।




46वीं पुण्यतिथि पर लगाया चिकित्सा शिविर
-हवन भी आयोजित
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कनीना की आवाज।
धनौंदा में हरद्वारीदास  महाराज की 46 पुण्यतिथि पर श्रीराम अस्पताल के अनुभवी डाक्टरों द्वारा निशुल्क विशाल कैंप का आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने विभिन्न बीमारियों की जांच कर निशुल्क इलाज तथा परामर्श दिया गया।
 इस कैंप में डाक्टर डिंपी यादव, रोहित कुमार , ज्योति, रितिका ,पवन, संजय कुमार, विक्रम आदि  की टीम ने निशुल्क जांच की। उधर आश्रम में हवन आयोजित किया गया।
इस मौके पर संत स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि संत कभी मरते नहीं वो तो केवल अपना स्थूल शरीर बदलते हैं और सूक्ष्म रूप में वह आज भी अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि परम संत शिरोमणि स्वामी हरद्वारी दास महाराज गांव धनौंदा मेंजन्मे थे जिन्होंने अपने जीवन में  शुभ कार्य करते हुए दीन दुखियों की सेवा की और लोगों को शुभ रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर अनेक जन मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 04:धनौंदा में चिकित्सा शिविर लगाते हुए डाक्टरों की टीम



जीएल स्कूल बस दुर्घटना कांड
हरियाणा में पांच अधिकारियों और कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई
-अभी शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाज
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कनीना की आवाज।
कनीना के जीएल पब्लिक स्कूल बस दुर्घटना हादसे में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पांच अधिकारियों एवं कर्मियों पर कार्रवाई कर दी है तथा शिक्षा विभाग के कर्मियों पर भी गाज गिर सकती है।
 कनीना उपमंडल के गांव उन्हाणी के पास जीएल स्कूल कनीना की बस दुर्घटना मामले में लापरवाही बरतने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला परिवहन कार्यालय नारनौल के पांच अधिकारियों  व कर्मचारियों के विरुद्ध हरियाणा सिविल सेवा नियम 7 के तहत कार्रवाई की हैं।
मिली जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री सड़क दुर्घटनाओं के प्रति अति संवेदनशील हैं। उन्होंने कनीना जीएल पब्लिक स्कूल बस दुर्घटना  पर विधानसभा में भी आश्वासन दिया था कि इस हादसे की पूरी जांच की जाएगी। इसी कड़ी में जांच होने के बाद पांच अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। उल्लेखनीय है कि उक्त दुर्घठना में सात बच्चों की मौत हो चुकी है तथा कई घायल हुए थे। अभी भी पीडि़त अभिभावक स्कूल एवं अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करवाने के लिए कटिबद्ध हैं तथा कार्रवाई अमल में ला रहे हैं।
कनीना में उस वक्त जिला परिवहन अधिकारी के रूप में तैनात पुलिस उपाधीक्षक राजकुमार व मनोज कुमार, सहायक सचिव प्रदीप शर्मा, मोटर व्हीकल अधिकारी, पुलिस निरीक्षक अनिल कुमार तथा परिवहन उप निरीक्षक नवीन के खिलाफ  यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर पहले भी कार्रवाई हो चुकी है और निकट भविष्य में शिक्षा विभाग के अधिकारी और चपेट में आने की संभावना है।
फोटो कैप्शन 03: दुर्घटनाग्रस्त मौके पर बस फाइल फोटो



















ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर स्याणा गांव के लोगों ने किया प्रदर्शन
--11 मई को होगी महापंचायत
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कनीना की आवाज।
कनीना खास रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस गाडिय़ों के ठहराव की मांग को लेकर जिला के स्याणा गांव में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व अतरलाल एडवोकेट ने किया। ग्रामीणों ने हाथों में पोस्टर लेकर रेल विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस मौके पर अतरलाल ने कहा कि रेल मंत्रालय से बार-बार मांग किए जाने के बाद भी कनीना खास रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस गाडिय़ों का ठहराव न किए जाने से हलके के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। इसलिए लोगों को आंदोलन और प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव से दिन में आने वाली दिल्ली से जोधपुर एक्सप्रेस गाड़ी नम्बर 22421, 22422 दिल्ली से बीकानेर एक्सप्रैस गाड़ी नम्बर 22471, 22472 दिल्ली से सीकर एक्सप्रेस गाड़ी नम्बर 14713, 14714 और रात को आने वाली दिल्ली बीकानेर एक्सप्रैस गाड़ी नम्बर 12457, 12458 दिल्ली जोधपुर एक्सप्रैस गाड़ी नम्बर 22481, 22482 का तत्काल कनीना रेलवे स्टेशन पर ठहराव करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि रेलवे मंत्रालय ने आगामी 11 मई तक उक्त एक्सप्रेस गाडिय़ों का कनीना खास रेलवे स्टेशन पर ठहराव करने की अधिसूचना जारी नहीं की तो इलाके के लोग कनीना रेलवे स्टेशन पर आगामी 16 मई को महापंचायत कर धरना प्रदर्शन और रेल रोको आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। सभी ग्रामीणों ने 16 मई को कनीना रेलवे स्टेशन पर आयोजित की जा रही महापंचायत में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का भरोसा दिया। इस अवसर पर विक्रम पंच, विजय सिंह नम्बरदार, सत्यवान नम्बरदार, हवलदार रणधीर सिंह, मास्टर सोमदत, लालचंद, बृजमोहन, कालूराम, नीरज, मंजीत, ओमप्रकाश, गजेसिंह, महावीरसिंह, राहुल, मामन, सुरेन्द्र, कंवरसिंह, रामफल आदि सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 01: कनीना खास रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस गाडिय़ों के ठहराव की मांग को लेकर प्रदर्शन करते ग्रामीण।

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