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Sunday, September 27, 2020

कनीना क्षेत्र में मिले 8 संक्रमित 

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कनीना। रविवार को कनीना क्षेत्र में 8 संक्रमित मिले हैं। उप नागरिक अस्पताल कनीना के सुनील ने जानकारी देते हुए बताया कि कनीना क्षेत्र में आठ संक्रमित मिले हैं। जिसमें पोता गांव के तीन, कनीना गांव के तीन, बाघोत गांव में एक, दोंगडा  अहीर में एक मिला हैं । हेल्थ इंस्पेक्टर शीशराम रसूलपुर ने जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमितों के संपर्क में आए व्यक्तियों की लिस्ट तैयार की जा रही है। जल्दी ही उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।
शनिवार को आये थे 13 केस-
शनिवार को 13 व्यक्ति संक्रमित पाये गये । मिले हैं। उप नागरिक अस्पताल कनीना के सुनील कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को सबसे पहला केस धनोंदा गांव का मिला है जिसमें एक लड़की संक्रमित । मिली है। दूसरा केस भी धनोंदा गांव का मिला है। तीसरा केस कोटिया गांव का मिला है।  चौथा, पांचवा छठा केस भोजावास गांव का मिला है। सातवां केस पड़तल गांव का मिला है । आठवां केस कनीना गांव का मिला है । नौवा केस मुंडिया खेड़ा गांव का मिला है । दसवां केस दोंगड़ा अहीर गांव का मिला है । 11, 12 व 13 वा केस झगड़ोली गांव का मिला है ।
कोरोना संक्रमित । मिले 13 लोगों ने 24 सितंबर को अलग-अलग अस्पताल में अपना सैंपल को जमा करवाया था। जिसकी रिपोर्ट 26 सितंबर को पॉजिटिव आ गई। सभी को होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। हेल्थ इंस्पेक्टर शीशराम रसूलपुर ने जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमितों के आसपास रहने वाले लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है। संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की  लिस्ट तैयार की जा रही है।  जल्दी ही इन लोगों के स्क्रीनिंग की जाएगी व सैंपल लिए जाएंगे ।
सावधानी बरते--
डा धर्मेंद्र एसएमओ ने कहा कि कोरोना जल्द ही हार जाएगा और हमारी जीत होगी। उन्होंने कहा कि बस थोड़ी सी सावधानी की जरूरत है। अगर सभी अनलाक-4 के नियमों का पालन करेंगे तो वो दिन दूर नहीं जब कोरोना हार जाएगा। उन्होंने हाथों में ग्लव्ज, मुंह पर मास्क तथा सेनिटाइजर प्रयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सावधानी बरतने से ही इस रोग पर काबू पाया जा सकता है।

रविवार को दुकानें रही बंद

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 कनीना। कनीना क्षेत्र में रविवार को लगभग सभी दुकानें बंद रही।सुबह सवेरे कुछ दुकानें खोली गई जिनको बंद करवा दिया गया। प्रशासन के आदेश अनुसार सभी दुकाने रविवार को लंबे समय से बंद होती आ रही है जिसके तहत इस बार भी दुकान बंद रही। नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार से बात हुई उन्होंने कहा कि सुबह कुछ दुकानें खुल गई थी जिनको बंद करवा दिया गया वरना। ऐसे में क्षेत्र की सभी दुकाने लगभग बंद रही है। कोरोना के चलते यह कदम उठाया जा रहा है। यह भी सत्य है क्षेत्र में कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। जहां शनिवार को 13 केस कोरोना पाजिटिव पाए गए थे।


किसानों को अधिक सुविधाएं प्रदान की जाए ताकि उनका जीवन स्तर सुधर सके- डायरेक्टर जनरल

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 कनीना। किसानों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए, जागरूक किया जाना चाहिए ताकि किसान बागवानी विभाग का अधिक से अधिक लाभ उठाकर अपने जीवन स्तर को सुधार सके। ये विचार डायरेक्टर जनरल होर्टिकल्चर पंचकुला डाक्टर अर्जुन सैनी ने एकीकृत बागवानी केंद्र सुंदराह का दौरा कर अधिकारियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
 उन्होंने कहा कि किसानों की हालात जितनी अच्छी होनी चाहिए वह नहीं है। अगर वे कृषि के साथ-साथ बागवानी का लाभ उठाये तो निसंदेह उनका जीवन स्तर सुधर सकता है। इसके लिए बागवानी क्षेत्र के अधिकारियों को चाहिए कि वे किसानों को बागवानी के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आया है कि किसानों की जानकारी के अभाव में कई योजनाओं का लाभ किसान नहीं उठा सकते। ऐसे में अधिकारियों का फर्ज बनता है कि किसानों को समुचित जानकारी उपलब्ध करवाएं।
डायरेक्टर जनरल ने जहां बागवानी केंद्र सुंदरह  में क्षेत्र से बुलाए गए थे किसानों से 6 किसानों बाबूलाल सुंदरह, मुरारी खैराना, गजराज मोड़ी, अनिल सुंदरह, सुरेश मिस्त्री, वीरेंद्र सुंदरह से विस्तार से बातचीत की तथा उनकी समस्याएं जानी। किसानों ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए अनेकों प्रश्र पूछें।
किसानों ने डीजीएच को बताया कि वे परंपरागत खेती के साथ-साथ अब सब्जियां उगाने लगे हैं तथा बागवानी केंद्र का उन्हें लाभ मिल रहा है। इस अवसर पर डाक्टर रोहित बताया कि किसानों को इस केंद्र से एक माह पूर्व भी प्योध मिल जाती है जिससे अगैती पैदावार लेकर बाजार में बेहतर आय कमा सकते हैं। किसानों ने भी इस मौके पर कहा कि यदि कुछ नई योजनाएं लाई जाए, बीज तथा प्योंद सब्सिडी पर उपलब्ध हो जाए तो अपना बेहतर गुजर-बसर कर पाएंगे। पाली हाउस के बारे में भी विस्तार से पूछा गया। इस मौके पर डाक्टर रोहित सोनी ने बताया कि लगभग सभी गांवों में पालीहाउस बनाए गए हैं जिनका सीधा लाभ किसान उठा सकता है। अगेती फसल पैदा की जा सकती है और वह अपनी आय में मुनाफा कमा सकते हैं।
ग्रामीणों ने सुंदरह के लोगों को काम देने में प्राथमिकता की की मांग-
इस मौके पर सुंदरह गांव के लोग जिनमें संजय शर्मा, जोनी, सेानू यादव, राजेश, प्रदीप शर्मा, कृष्ण यादव आदि डीजीएच से मिले और मांग कि की एकीकृत बागवानी केंद्र पर जहां डेली वेजेज पर जो व्यक्ति लगाए जाते हैं उनमें सुंदरह गांव के अधिक होने चाहिए। क्योंकि सुंदरह गांव ने यह जमीन देकर स्थापित करवाया है। अधिकारियों ने उनकी बात को पर सहमति जताई।
डीजीएच ने कहा कि किसान इस बागवान केंद्र का पूरा लाभ उठा सकते हैं। अगर वे चाहे तो अपने जीवन स्तर को बहुत ऊंचा उठा सकते हैं। यहां पर समय-समय पर उन्हें बागवानी से संबंधित विभिन्न जानकारियां उपलब्ध करवाई जाती है। वहीं उन्हें प्योद तैयार करके प्रदान की जाती है।
अधिकारियों ने कहा कि किसानों का भी फर्ज बनता है कि वह समय-समय पर बागवानी केंद्र आकर समुचित जानकारी का लाभ उठाएं और अपने खेतों में अधिक से अधिक पैदावार लेकर मुनाफा कमाए।
 इस मौके पर उप निदेशक होर्टिकल्चर डाक्टर सुधीर यादव, जिला बागवानी अधिकारी नारनौल डा मनदीप यादव, डाक्टर रोहित , डा अंकुश यादव हॉर्टिकल्चर सुपरवाइजर कनीना, डाक्टर रोहित हॉर्टिकल्चर एक्सपर्ट, डाक्टर दीपक नर्सरी एक्सपर्ट, डा शमशेर सिंह, डाक्टर अंकुश सुंदराह के अतिरिक्त कुलदीप सिंह पूर्व पार्षद आदि भी मौजूद थे।
इस अवसर पर जिला बागवानी परियोजना अधिकारी डॉ मनदीप ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया की इस एकीकृत बागवानी केंद्र से किसान अच्छी खेती  की जानकारी लेकर खेत में अधिक उपज प्राप्त करें। एकीकृत बागवानी केंद्र से  उच्च गुणवत्ता वाली सब्जी का उत्पादन करने के लिए जानकारी प्राप्त करें। एकीकृत बागवानी केंद्र में किसानों को खेती की  नवीनतम टेक्नॉलजी सिखाई जा रही हैं। किसानी जानकारी लेकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। एकीकृत बागवानी केंद्र
 किसानों को पॉली हाउस की खेती और सूक्ष्म सिंचाई की नवीनतम तकनीकों को अपनाने में मदद करेंगे । हर सीजन की सब्जियां उगाने और पूरे साल गुणवत्तापूर्ण सब्जियां उपलब्ध करवाने में मदद करेंगे । इस केंद्र में किसानो को संरक्षित खेती,जाल पर खेती व नए नए तरीके से सब्जियों व बाग की खेती का प्रशिक्षण दिया जाता है । यहाँ पर किसानो को 50 प्रतिशत आईएचडी स्कीम के तहत पौध तैयार करके दी जाती है । इसके साथ ही अलग अलग तरीके से ट्रायल करके किसानों को सिखाया जाता है । यहाँ अलग अलग बीजों से समय से पहले और बेमौसमी फ़सलो की ट्रायल भी करवाया जाता है । इस केंद्र से पिछले साल 5 बैच बनाए गए हैं । जिसमें हर बैच में 20 किसानों को कुल मिलाकर 100 किसानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है । जहां बीते वर्ष कुल 10 लाख पौध तैयार की थी। वहीं इस वर्ष 30 लाख पौध तैयार करने का अनुमान है। यह पौध किसानो को सब्सिडी के आधार से मुहैया कराई जाती है।
एकीकृत बागवानी केंद्र--
15 जुलाई 2016 को शिलान्यास किया गया था। जो की लगभग पूर्ण हो गया है । इस एकीकृत बागवानी केंद्र सुंदरह का उद्घाटन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 1 सितंबर 2019 को किया था । एकीकृत बागवानी केंद्र सुंदरह किसानों के लिए अद्भुत जीवन रेखा है। जिसको संकल्प लेकर पूरा किया है।
फोटो कैप्शन 4: निरीक्षण करते डीजीएच डा अर्जुन सैनी
5: अधिकारियों को संबोधित करते डीजीएच
साथ में डीजीएच डा अर्जुन सैनीकी पासपोर्ट

बीएमडी क्लब चेयरमैन लक्की सीगड़ा के जन्मदिवस अवसर पर हुआ पौधरोपण कार्यक्रम

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कनीना। बीएमडी क्लब द्वारा क्लब चेयरमैन लक्की सीगड़ा के जन्मदिवस अवसर पर जन्मदिन एक सन्देश मिशन को आगे बढ़ाते हुए कान्हा जी स्कूल प्रांगण कनीना में पौधरोपण कर समाज को पर्यावरण संरक्षित करने का सन्देश दिया गया। इस मौके पर 50 पौधे नीम,पीपल,बरगद, पपड़ी, शहतूत आदि के लगाए गए।
बीएमडी क्लब चेयरमैन लक्की सीगड़ा ,क्लब सचिव इंद्रजीत शर्मा,रचना शर्मा,जतिन एवं प्रियंका प्रजापत की उपस्थिति में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षित अभियान को गति प्रदान की। क्लब सचिव इंद्रजीत शर्मा ने कहा की हमें जन्मदिन के अवसरों पर सभी परिवारों को कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। जिस प्रकार हम अपने बच्चों की परवरिश करते हैं उसी प्रकार हमें पेड़-पौधों की परवरिश करनी चाहिए। हमें जन्मदिवसों पर फिजूलखर्ची से बेहतर है की किसी सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन कर समाज को सन्देश देना चाहिए। पर्यावरण वह आवरण है जिसमें हम सभी धरती के प्राणी रहते हैं। पर्यावरण का हमारे जीवन में बहुत महत्व है।ये हरे-भरे पेड़-पौधे हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं। प्रकृति के बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इसमें दो राय नहीं कि जब तक हमारा पर्यावरण स्वच्छ नहीं होगा तब तक सर्वांगीण विकास की बात बेमानी होगी।
बीएमडी क्लब चेयरमैन लक्की सीगड़ा ने कहा की जन्मदिन में केक काट सभी पार्टी देते हैं अब विचार बदलकर कम से कम जन्म दिन में एक पौधा लगाकर उसे बड़ा करने का संकल्प लेना चाहिए। अपने जीवन में एक पेड़ खुद के लिए,एक पूर्वज और एक आने वाली पीढ़ी के लिए जरूर लगाना चाहिए। साथ ही व्यक्ति को पूर्ण इमानदारी एवं सफलता की पूर्ण आशाओ के साथ अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर सामाजिक सरोकारों से जुड़कर भी कार्य करना चाहिए।
फोटो कैप्शन जन्मदिन पर पौधा रोपण करते हुए क्लब चेयरमैन लक्की सिगड़ा, क्लब सचिव इंद्रजीत शर्मा व संस्था के अन्य सदस्य ।

रबी फसल की तैयारियों में जुटे किसान
-बजरे की पैदावार लेते ही रबी फसल की तैयारी में लगे

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कनीना। कनीना क्षेत्र में दिन के समय अभी भी गर्मी पड़ रही है। किसान सिंचाई करके तथा खाद आदि डालकर रबी फसल की बीजाई में लग गये है। करीब 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों की बीजाई होनी है। सरसों की बीजाई दस अक्टूबर से शुरू होकर 25 अक्टूबर लती है।
  कनीना क्षेत्र में अभी भी दिन के वक्त गर्मी पड़ रही है। दिन के वक्त का तापमान करीब 27 से 28 डिग्री के करीब रहता है जबकि सरसों की बीजाई के लिए तापमान 20 से 25 डिग्री बेहतर माना जाता है। शरद पूर्णिमा के पर्व के बाद सर्दी पडऩे लग जाती है। इस वर्ष मलमास आने से शरद पूर्णिमा 30 अक्टूबर को आ रही है।। इस पर्व के बाद माना जाता है कि सर्दी अधिक पडऩे लग जाती है।  किसान अपने खेतों में ट्यूबवेलों से सिंचाई जारी है।
 
 उधर पूर्व कृषि अधिकारी डा देवराज का कहना है कि सरसों के लिए उचित समय 10 अक्टूबर से 25 अक्टूबर का होता है जब सरसों के लिए उचित ताप हो जाता है। सरसों के लिए तापमान 28 डिग्री सेंटीग्रेड चाहिए जबकि गेहूं की बीजाई 10 नवंबर से 25 नवंबर के बीच की जाती है जिसके  लिए तापमान 21 से 22 डिग्री तापमान चाहिए।
विगत दिनों से तापमान बढ़ रहा था। बूंदाबांदी से तापमान में और गिरावट आ सकती है। विगत दिनों से किसान अपने खेतों में बाजरे की पैदावार लेने में लगा हुआ था।  
पूर्व कृषि वैज्ञानिक डॉ देवराज यादव ने कहा कि गत दिनों हुई बारिश आगामी फसल के लिए बहुत लाभप्रद साबित होगी। तापमान घटकर 25 डिग्री पर पर पहुंच जाएगा।


जिस पे्रम में मोह न हो और आकर्षण न हो वही पे्रम भगवान से रूबरू कराता है- संत 

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कनीना। जिस पे्रम में मोह न हो, आकर्षण न हो और उपेक्षा भी न हो, ऐसा पे्रम दु:ख नहीं सुख देता है और हमें पोषित करता है। ये विचार संत कृष्णानन्द धनौंदा ने कृष्णानन्द धाम पर आयोजित विश्व शांति यज्ञ के उपरांत व्यक्त किए।     उन्होंने भक्तगणों से कहा कि सच्चा पे्रम जीवन को बदल कर रख देता है तथा सच्चा पे्रम हमारे इष्ट के करीब लाता है तथा पितरों के प्रति कृतज्ञता जाहिर करता है। बुजुर्गों के प्रति सेवा भाव दर्शाता व आने वाली पीढिय़ों को भोजन पानी के अलावा धर्म और संस्कृति से पोषित करता है।
  उन्होंने कहा कि यज्ञ के करने से भंयकर से भंयकर महामारियों का प्रकोप भी कम होता है तथा यज्ञ से निकलने वाली धुंवा से विषाणु खत्म हो जाते है और वायु शुद्ध होती है जिससे मानव का जीवन स्वस्थ्य रहता है। इसलिए सबकी यह ड्यूटी बनती है कि आए दिन यज्ञ करना चाहिए और संसार में उपजे भष्मासुर को खत्म किया जा सके। इस अवसर पर रिटायर्ड हैड़मास्टर देशराज सिंह, जगदीश , डा फतेचन्द दायमा, विनयपाल खेड़ी, अत्तर सिंह, शिवकुमार जांगड़ा, निरजलाल महाराज, पवन प्रजापत, गोरव दायमा, दीपांशु तंवर के अलावा अन्य भक्तगण उपस्थित थे।


बे रोक टोक हरे वृक्षों की कटाई जोरों पर







कनीना। जहा एक तरफ सरकार हर वर्ष  वृक्ष लगवाने के लिए करोड़ो रुपये खर्च कर रही है वही दूसरी और खंड कनीना के विभिन्न गांवो में विभाग के कुछ वन माफिया के साथ मिलीभगत होने के कारण हरे वृक्षों की कटाई जोरों पर है।
मिली जानकारी के अनुसार खंड गांव धनौन्दा, खेड़ी, तलवाना, स्याणा, सेहलंग, अग्यिार के अलावा अन्य कई गंावो में वन माफिया हरे वृक्षों को काट कर रात के अंधेरे में ट्रैक्टर-ट्राली, ऊटगाड़ी, रेहड़ी, पीकप गाड़ी, केन्टर के अलावा अन्य कई साधनों में भर कर ले जाते है और इन्हे नजदीक की आरा मशीनों पर बेच कर चांदीकूट रहे है।  वही इस क्षेत्र के दरोगा से जब बात कि गई तो उनका कहना था कि मेरा यहा से तबादला होगया है तथा धनौन्दा गांव के दो व्यक्तियों की वन अपराध रिर्पोट काट रखी है जिनको जल्द ही नोटिस भिजवाया जाएगा और अगर इसके बाद भी वे इस पर नही आए तो उनकी रिपोर्ट फरीदाबाद भेज कर उन पर कानूनी कार्रवाही कराई जाएगी। इस क्षेत्र को जल्दी ही रेगिस्तान बनने में देर नही लगेगी। वही इस बारे में जब वन जिला अधिकारी विपिन कुमार से बात कर जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि हमारी टीम आए दिन क्षेत्र में धर पकड़ कर रही है और इस प्रकार के वृक्ष काटने वालों पर जुर्माना भी कर रही है, उन्होंने यह भी बतया कि सरकार द्वारा वन माफिया पर जो जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान है वह कम है।
फोटो कैप्शन 1: पेड़ काटकर मशीनों पर ले जाते हुये। 

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