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Sunday, September 6, 2020

जहां कूड़ा कचरा के ढेर थे वहां आज बनी है रेल वाटिका 
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कनीना। कनीना खास रेलवे स्टेशन के सामने जहां 5 साल पहले गंदगी के ढेर पड़े थे, सूअर मंडराते थे तथा लोग मल मूत्र त्यागते थे वहां आज रेल वाटिका सबका मन मोह रही है। आपके सहयोग संघ के सदस्यों ने रेल विभाग एवं प्रशासन के सहयोग से अपने हाथों से ऐसी जादू का रंग बिखेरा कि जहां से नाक दबाकर निकलते थे वहां अब वहां मन प्रसन्न हो जाता है।
  आपका सहयोग संघ की स्थापना 5 वर्ष पूर्व की जिसके युवा राहुल तथा योगेश दोनों ने मिलकर पार्क बनाने की मन ही मन में ठानी। उन्होंने 40 युवाओं का एक ग्रुप तैयार किया और महज 300 रुपये प्रति युवक से इक_े किए और यहां पर एक छोटा सा पार्क बनाने का निर्णय लिया। यह पार्क बनाने के बाद इसकी सुंदरता ने सभी को आकर्षित कर लिया जिसके चलते रेलवे विभाग तथा कनीना प्रशासन भी उनकी मदद के लिए आगे आया वहीं कनीना नगर पालिका भी बढ़ चढ़कर सहयोग का निर्णय लिया। इसका नाम रेल वाटिका रख दिया गया। यहां सुसज्जित लान में चलते हुए फव्वारे,सोलर लाइट की व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था, हेज के कटे हुए पौधे, विशेष कटिंग वाले पौधे, पेयजल की बेहतर व्यवस्था, पार्क के चारों ओर लगी जाली, बच्चों के खेलने कूदने के लिए मैदान व झूले, दीवारों पर सजे हुए मोटो तथा भव्य सुंदरता वाला पार्क आज तैयार है जो सभी का मन मोह रहा है।  यहां सुबह चार बजे से बुजुर्ग घरों से निकलकर टहलने के लिए आ जाते हैं वहीं वे यहां आराम करते हैं, एक्सरसाइज करते हैं।
समय-समय पर आयोजित होते शिविर एवं कार्यक्रम--
 रेल वाटिका जो रेलवे स्टेशन कनीना खास के पास होने के कारण यहां समय-समय पर विभिन्न योग शिविर तथा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ताकि कार्यक्रम आयोजन करने के पश्चात रेल द्वारा अपने गंतव्य स्थानों तक पहुंचा जा सके।
पहुंचे अटेली विधायक-
अटेली मंडी विधायक सीताराम यादव रेलवे स्टेशन कनीना के पार्क में आपका सहयोग संघ कनीना एवं अटेली विधायक सीताराम यादव ने वन महोत्सव मनाया।
इस मौके पर पालिका प्रधान सतीश जेलदार, स्टेशन मास्टर कंवरलाल शर्मा, कनीना चौकी इंचार्ज गोविंद सिंह, अशोक कुमार उपप्रधान,पार्षद दिलीप सिंह,रॉकी मनीष व प्रधान योगेश मित्तल कंवर सैन वशिष्ठ प्रधान भारत विकास परिषद कनीना द्वारा अलग.अलग फलदार पौधे लगाये। विधायक ने पार्क को घूम कर देखा और पार्क में सड़क,लाईट झूले, माली का प्रबंध रेल विभाग द्वारा सांसद कोटे से पूर्ण करने का आश्वासन दिया।
फोटो कैप्शन 6 व 7 : विधायक रेल पार्क कनीना में पौधारोपण करते हुये।

कनीना क्षेत्र में मिले 8 संक्रमित
-3 प्रवासी मजदूर भी मिले  संक्रमित 

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एसएमओ ने कहा जल्द ही जीतेंगे, कोरोना हारेगा

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कनीना। कनीना क्षेत्र में कोरोना संक्रमितंो की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है । रविवार को क्षेत्र में 8 संक्रमित मिले हैं। एसएमओ डॉ धर्मेंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को गुढ़ा गांव में चार ग्रामीण संक्रमित मिले हैं व दो रतलाम मध्य प्रदेश से आए हुए श्रमिक संक्रमित मिले हैं। झाड़ली गांव से 48 वर्षीय एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। नौताना गांव से बरेली उत्तर प्रदेश से खेत में काम करने वाला मजदूर संक्रमित मिला है। डॉ दीपांशु जांगिड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए व्यक्तियों के सैंपल लिए जाएंगे । हेल्थ इंस्पेक्टर शीशराम रसूलपुर ने जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमितों की हिस्ट्री जांच की जा रही है। आसपास रहने वाले लोगों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है।
उधर डा धर्मेंद्र एसएमओ ने कहा कि कोरोना जल्द ही हार जाएगा और हमारी जीत होगी। उन्होंने कहा कि बस थोड़ी सी सावधानी की जरूरत है। अगर सभी अनलाक-4 के नियमों का पालन करेंगे तो वो दिन दूर नहीं जब कोरोना हार जाएगा। उन्होंने हाथों में ग्लव्ज, मुंह पर मास्क तथा सेनिटाइजर प्रयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सावधानी बरतने से ही इस रोग पर काबू पाया जा सकता है।
फोटो कैप्शन 8: स्क्रीनिंग करते हुए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ।

बिजली की समस्या को लेकर ग्रामीण मिले विधायक से

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कनीना। बिजली की समस्या से लगातार जूझ रहे उपमंडल के गांव सायना, नोताना,  पोता के सरपंचों ने विधायक सीताराम यादव से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा ।
उन्होंने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि उपमंडल के गांव स्याना, नोताना, सेहलंग व पोता के ग्रामीण बिजली की समस्या से आए दिन परेशान रहते हैं । कभी किसी प्रकार की कोई समस्या होती तो हमें सब-डिवीजन महेंद्रगढ़ नोट करवाना पड़ता है। उसके बाद उस समस्या को ठीक होने में काफी समय लग जाता है। जबकि हमारे गांव के नजदीक सब-डिवीजन कनीना पड़ता है। इसलिए गांव स्याना, नोताना, सेहलंग व पोता को सब डिविजन महेंद्रगढ़ से हटाकर सब-डिवीजन कनीना से जोड़ा जाए। इस पर विधायक सीताराम यादव ने
 सरपंचों को आश्वासन दिया कि आपका कार्य जल्दी करवा दिया जाएगा।
बिजली की समस्या को लेकर ग्रामीण मिले विधायक से
संवाद सहयोगी,कनीना। बिजली की समस्या से लगातार जूझ रहे उपमंडल के गांव सायना, नोताना,  पोता के सरपंचों ने विधायक सीताराम यादव से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा ।
उन्होंने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि उपमंडल के गांव स्याना, नोताना, सेहलंग व पोता के ग्रामीण बिजली की समस्या से आए दिन परेशान रहते हैं । कभी किसी प्रकार की कोई समस्या होती तो हमें सब-डिवीजन महेंद्रगढ़ नोट करवाना पड़ता है। उसके बाद उस समस्या को ठीक होने में काफी समय लग जाता है। जबकि हमारे गांव के नजदीक सब-डिवीजन कनीना पड़ता है। इसलिए गांव स्याना, नोताना, सेहलंग व पोता को सब डिविजन महेंद्रगढ़ से हटाकर सब-डिवीजन कनीना से जोड़ा जाए। इस पर विधायक सीताराम यादव ने सरपंचों को आश्वासन दिया कि आपका कार्य जल्दी करवा दिया जाएगा।

मोटे अंकुरित अन्न खाने से कुपोषण से बचा जा सकता है-वैद्य श्रीकिशन

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 कनीना। मोटे अन्न एवं अंकुरित अन्न खाने से सेहत तो बनी ही रहेगी वही शरीर के पोषक तत्वों की पूर्ति हो जाती है। ये विचार करीरा के वैद्य श्रीकिशन ने यहां व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आया है कि कुछ बच्चे एवं महिलाएं कुपोषण का शिकार होती है क्योंकि वे या तो संतुलित आहार नहीं लेती या फिर भोजन में जंक फूड जैसे पदार्थों का अधिक प्रयोग करती हैं। अक्सर देखने में आया है कि तली-भुनी, अधिक नमक मिर्च एवं अधिक तेल से बनी पदार्थों का सेवन का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है जबकि कच्चे पदार्थों का सेवन करने से लोग हिचकिचाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि रोटी को इतना गर्म करते हैं कि वह जलने के कगार पर पहुंच जाती है वहीं चाय जैसे मादक पदार्थों का उपभोग करने लगे हैं। जिनसे पोषकता की कमी आ रही है। उन्होंने कहा कि हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजा फल, मौसमी सब्जियां, अंकुरित अन्न, खट्टे फल नियमित रूप से सेवन करने से शरीर के पोषक तत्वों की पूर्ति हो जाती है। शरीर को कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन,रुक्षांस एवं जल की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं काम भी अधिक करती है वहीं कम पोषक तत्वों वाला भोजन अधिक प्रयोग करती है जिससे उनकी सेहत बिगड़ती चली जाती है और यहां तक कि एनिमिया की शिकार हो जाती है। आजकल तो युवा एवं बुजुर्ग हृदयघात जैसी बीमारियों से पीडि़त हैं जिनके पीछे शुद्ध शाकाहार भोजन नहीं लेना, जंक फूड का अधिक प्रयोग करना, बिना भूख के खाना प्रमुख कारण है। उन्होंने हरी पत्तेदार सब्जियों का समावेश प्रतिदिन सब्जियों में खाने में प्रयोग करने पर बल दिया ताकि एनीमिया जैसी बीमारी को जड़ से उखाड़ जा सके।
 फोटो कैप्शन श्रीकिशन।
मोटे अंकुरित अन्न खाने से कुपोषण से बचा जा सकता है-वैद्य श्रीकिशन

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 कनीना। मोटे अन्न एवं अंकुरित अन्न खाने से सेहत तो बनी ही रहेगी वही शरीर के पोषक तत्वों की पूर्ति हो जाती है। ये विचार करीरा के प्रसिद्ध वैद्य श्रीकिशन ने यहां व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आया है कि कुछ बच्चे एवं महिलाएं कुपोषण का शिकार होती है क्योंकि वे या तो संतुलित आहार नहीं लेती या फिर भोजन में जंक फूड जैसे पदार्थों का अधिक प्रयोग करती हैं। अक्सर देखने में आया है कि तली-भुनी, अधिक नमक मिर्च एवं अधिक तेल से बनी पदार्थों का सेवन का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है जबकि कच्चे पदार्थों का सेवन करने से लोग हिचकिचाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि रोटी को इतना गर्म करते हैं कि वह जलने के कगार पर पहुंच जाती है वहीं चाय जैसे मादक पदार्थों का उपभोग करने लगे हैं। जिनसे पोषकता की कमी आ रही है। उन्होंने कहा कि हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजा फल, मौसमी सब्जियां, अंकुरित अन्न, खट्टे फल नियमित रूप से सेवन करने से शरीर के पोषक तत्वों की पूर्ति हो जाती है। शरीर को कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन,रुक्षांस एवं जल की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं काम भी अधिक करती है वहीं कम पोषक तत्वों वाला भोजन अधिक प्रयोग करती है जिससे उनकी सेहत बिगड़ती चली जाती है और यहां तक कि एनिमिया की शिकार हो जाती है। आजकल तो युवा एवं बुजुर्ग हृदयघात जैसी बीमारियों से पीडि़त हैं जिनके पीछे शुद्ध शाकाहार भोजन नहीं लेना, जंक फूड का अधिक प्रयोग करना, बिना भूख के खाना प्रमुख कारण है। उन्होंने हरी पत्तेदार सब्जियों का समावेश प्रतिदिन सब्जियों में खाने में प्रयोग करने पर बल दिया ताकि एनीमिया जैसी बीमारी को जड़ से उखाड़ जा सके।
 फोटो कैप्शन श्रीकिशन।
 


रेल वाटिका पार्क में विधायक ने किया पौधारोपण
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कनीना। अटेली विधायक सीताराम यादव ने रविवार को कनीना के रेल वाटिका पार्क में पौधारोपण किया। इस अवसर पर पार्क की देखरेख करने वाले संगठन आपका सहयोग संघ की तरफ से विधायक के सामने मांग पत्र रखा गया।  संघ की तरफ से मांग की गई इस पार्क में बच्चों के लिए झूले और आमजन के लिए और ओपन जिम की व्यवस्था की जाए। रेलवे वाटिका पार्क  2013 में बनाया गया था ।अब इसकी स्थिति ठीक नहीं है। इसके अंदर ओपन जिम और बच्चों के खेलने के लिए झूले लगाने की मांग की गई। विधायक सीताराम यादव ने कहा कि यह पार्क रेल परिसर की भूमि में स्थित है। इसलिए पहले रेलवे विााग से अनुमति लेनी पड़ेगी। यदि उन्हें कोई आपत्ति नहीं होती है तो यह मांग मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाई जाएगी और उसके बाद कनीना नगर पालिका की तरफ से इस पार्क को विकसित किया जाएगा।  इसके साथ साथ उन्होंने कहा कि ओपन जिम और बच्चों के झूले लगाने की  मांग उसको भी नगर पालिका की तरफ से जल्द ही पूरा करवाया जाएगा।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे ही प्रकृति का सौंदर्य है। जब किसी की सुंदरता को छीना जाता है तो वह उसका मुंह तोड़ भी जवाब देता है इसीलिए मनुष्य द्वारा छीनी गई प्रकृति की सुंदरता को दोबारा से बनाने के लिए पौधों का रोपण करना बहुत जरूरी है। इसके अलावा यह मनुष्य जीवन में बहुत ही अहम हिस्सा रखते हैं मनुष्य को मिलने वाली प्राणवायु भी इस प्रकृति में वृक्षों से मिलती है। यही वृक्ष पर्यावरण को संतुलन रखते हैं इसीलिए व्यक्ति को पौधों का रोपण करना अति आवश्यक है।
इस अवसर पर कनीना मंडल अध्यक्ष अतर सिंह,भाजपा जिला उपाध्यक्ष सतवीर सेहलंगिया ,भोजावास  मंडल अध्यक्ष थान सिंहकनीना मंडल महामंत्री राजेंद्र भारद्वाज पोता, कनीना मार्केट कमेटी वाइज चेयरमैन ओमप्रकाश लिसानिया नगर पालिका चेयरमैन सतीश जैलदार, वाइस चेयरमैन अशोक ठेकेदार, कंवरसेन वशिष्ठ,रेलवे स्टेशन अधीक्षक सहित भाजपा के अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 4: पौधारोपण के बाद सीराम को स्मृति चिह्न भेंट करते जन।

24 घंटों में हुई 26 मिलीमीटर बारिश 

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 कनीना। कनीना क्षेत्र में 24 घंटों में 26 मिलीमीटर बारिश हुई है। अभी मौसम बारिशमय बना हुआ है।  बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं बाजरे की काट कर डाली गई फसल तथा खड़ी हुई पकी बाजरे की फसल को नुकसान होने की आशंका बढग़ई है। कृषि विभाग की मानें तो उनका मिला जुला कहना है। कुछ कृषि वैज्ञानिक इसे लाभकारी व हानिकारक तो कुछ कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि नुकसान कम है तथा बारिश का लाभ अधिक है।
 उधर बारिश के चलते हुए किसान बेहद तंग है। किसान रमेश कुमार, सुनील कुमार, सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार, अजीत कुमार आदि ने बताया पहले भी बारिश के चलते उनकी फसल की कटाई समय पर नहीं हो पाई और जब कटाई शुरू हुई है तो फिर से बारिश ने उनकी कटाई का काम रोक दिया है। अब कम से कम दो दिनों बाद मौसम खुलने पर ही कटाई का कार्य फिर से शुरू हो पाएगा। किसानों ने बताया कि जहां काट कर डाली गई बाजरे की फसल में फंगस लगने का भय बन गया है वहीं पर उनकी खड़ी फसल पकी हुई है जिस में रोग लगने की संभावना बन गई है। यही हाल यूं ही चलता रहा तो काट कर डाली गई फसल में चल में भारी नुकसान होगा। यहां तक कि भुट्टों में भी बाजरा अंकुरित होने की संभावना बढ़ गई है। उधर उनका कहना है कि जो फसल खड़ी है इस को भी नुकसान होगा। लाभ की कोई संभावना नजर आती है। किसानों ने बताया कि कपास की फसल को रश्था रोगक ने खराब कर दिया है।  यदि और बारिश हुई तो उनकी सारी की सारी मेहनत पर पूर्ण रूप से पानी फिर जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी वे फसल कटाई के बाद अपनी फसल पैदावार कनीना अनाज मंडी में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं किंतु अब ऐसा लगता है कि उनकी फसल अनाज मंडी तक नहीं पहुंच पाएगी। पहली बार समर्थन मूल्य 2150 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है जिस समर्थन मूल्य पर किसानों को फसल पैदावार बेचे जाने की संभावना बनी हुई है।
पूर्व कृषि वैज्ञानिक डा देवराज का कहना है कि फसल में बारिश का नुकसान कम होगा तथा रबी फसल को अधिक लाभ होगा। रबी फसल प्रथम अक्टूबर से उगाए जाने की संभावना है जिसको लाभ होगा। गेहूं ,सरसों तथा चने की खेती रबी फसल बीजाई की जाएगी। उधर अन्य कृषि अधिकारियों का भी यही कहना है कि फसल में बारिश का नुकसान होगा।
 बहरहाल पड़ी हुई फसल को सूखाने तथा काटकर डाले गये भुट्टों को सूखाने में किसान व्यस्त हैं। कुल मिलाकर बाजरे के दाने काले पडऩे, चारा खराब होने तथा कपास नष्ट होने की किसान संभावना जता रहे हैं।
फोटो कैप्शन 2: काट कर डाले गये भूट्टों को सूखाते किसान

बाजार रहे बंद

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कनीना। रविवार को कनीना बस स्टैंड, अनाज मंडी तथा अन्य स्थानों पर दुकानें बंद रही। कोरोना अनलाक के समय प्रशासन द्वारा लिया गया फैसला है। पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि प्रशासन के आदेशानुसार आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी दुकानें बंद रही।

अक्तूबर माह में बहुरेंगे कनीना मंडी के दिन

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कनीना। वर्ष में दो बार हलचल होने वाली अनाज मंडी कनीना सूनी सूनी नजर आ रही है। 2018 बाजरे की सरकारी खरीद शुरू हुई थी तत्पश्चात इस वर्ष भी बाजरे की खरीद प्रथम अक्टूबर से होने की संभावना जताई जा रही है। बाजरे का समर्थन मूल्य बढ़ाया हुआ है अनाज मंडी में 38 आढ़ती बाजरे की आवक का इंतजार कर रहे हैं।
  वर्ष में दो बार हलचल होने वाली अनाज मंडी कनीना सूनी सूनी नजर आ रही है किंतु प्रथम अक्टूबर से ये दिन लदने वाले हैं। प्रथम अक्टूबर से बाजरे की सरकारी खरीद होने की पूरी संभावना है। विगत दो वर्षों से बाजरे की सरकारी खरीद की जा रही है। तत्पश्चात इस वर्ष भी बाजरे की खरीद प्रथम अक्टूबर से होने जा रही है। इस वर्ष बाजरे का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 2150 प्रति क्विंटल किया हुआ है।
 व्यापार मंडल के उप प्रधान रविंद्र बंसल ने बताया कि सितंबर माह के दूसरे सप्ताह में आवक हो जाएगी। प्रथम अक्टूबर से सरकारी खरीद शुरू होगी। इसके लिए सरकार शेड्यूल जारी करेगी जिसके अनुसार ही किसान अपनी पैदावार बेचने के लिए कनीना मंडी आएंगे। विगत वर्ष फूड एंड सप्लाई तथा  हरियाणा वेयरहाउस एवं हैफेड बारी बारी से बाजरे की खरीद की थी।। कनीना अनाज मंडी में बाजरे की सरकारी खरीद कनीना मंडी में दस वर्षों से बंद रहने के बाद विगत दो वर्षों से खुली है।
कनीना क्षेत्र में इस वर्ष बाजरे की फसल करीब 21300 हेक्टेयर है। किसान अपनी फसल कटाई में जुट गए हैं। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष की तुलना में इस बार अधिक क्षेत्रफल पर बाजरा उगाया है जिसके पीछे एक कारण समर्थन मूल्य बढ़ाना माना जा रहा है। वहीं किसानों को चारा प्राप्त होता है। किसान कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी करते आ रहे हैं। इस बार बारिश समय पर होने के चलते बंपर पैदावार होने के आसार बने हुए हैं। फसल कटाई चल रही है। ऐसे में जल्द ही कनीना मंडी के दिन बदल जाएंगे और सूनी नजर आने वाली अनाज मंडी में हलचल बढ़ जाएगी।
 बाजरे से किसानों को चारा प्राप्त होता है। किसान कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी करते आ रहे हैं। इस बार बारिश अधिक बेहतर न होने के चलते भी बार बार बारिश के बाद भी पैदावार ठीक-ठाक होने के आसार बने हुए हैं। बहरहाल कनीना मंडी सूनी सूनी नजर आ रही है। आढ़ती ग्राहकों के आने का इंतजार कर रहे हैं।

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