कनीना क्षेत्र में मिले 12 संक्रमित
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कनीना। कनीना क्षेत्र में कोरोना का संक्रमण धीरे-धीरे पैर पसार रहा है । एसडीएम रणबीर सिंह व उनकी टीम भी बिना मास्क के घूमने वालों के चालान लगातार कर रही है । कनीना क्षेत्र में 12 संक्रमित मिले हैं। पहला केस भडफ़ गांव का मिला है। दूसरा केस करीरा गांव का मिला है। सेहलंग गांव के एक ही परिवार के पांच व्यक्ति शंकर मित्र मिले हैं । एक ही परिवार खेड़ी गांव के चार संक्रमित मिले हैं। हेल्थ इंस्पेक्टर शीशराम रसूलपुर ने जानकारी देते हुए बताया कि करीरा गांव 17 घरों में रहने वाले 75 लोगों की स्क्रीनिंग की गई वहीं दूसरी तरफ भडफ़ गांव में 17 घरों में रहने वाले 92 लोगों की स्क्रीनिंग की गई ।
सावधानी बरते--
डा धर्मेंद्र एसएमओ ने कहा कि कोरोना जल्द ही हार जाएगा और हमारी जीत होगी। उन्होंने कहा कि बस थोड़ी सी सावधानी की जरूरत है। अगर सभी अनलाक-4 के नियमों का पालन करेंगे तो वो दिन दूर नहीं जब कोरोना हार जाएगा। उन्होंने हाथों में ग्लव्ज, मुंह पर मास्क तथा सेनिटाइजर प्रयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सावधानी बरतने से ही इस रोग पर काबू पाया जा सकता है।
फ़ोटो कैप्शन 09: स्क्रीनिंग करते हुए स्वास्थ्य कर्मचारी
ओवरलोड वाहनों के काटे तीन लाख 44 हजार के चालान,
-बिना मास्क वालों 20 लोगों के लिए 10 हजार के चालान
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कनीना। कस्बे में आए दिन ओवरलोड वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है इसको देखते हुए एसडीएम रणवीर सिंह ने ओवरलोड वाहनों का पर अंकुश लगाने के लिए एक टीम गठित कर जांच अभियान चलाया । इस दौरान तीन ओवरलोड वाहनों को इंपाउंड किया व बिना मास्क के घूमने वाले करीब 20 लोगों के चालान किए गए। इसके साथ ही 2 दिन में तीन लाख 44 हजार का चालान भी काटा गया।
पटवारी उमेद सिंह जाखड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि एसडीएम रणबीर सिंह के नेतृत्व में कर रही टीम ने 2 दिन में तीन लाख 44 हजार का चालान भी काटा है। इसके साथ ही 3 वाहनों को इंपाउंड भी किया है। कस्बे में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है । स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन कराने के लिए प्रशासन के द्वारा समय-समय पर कस्बे में अभियान चलाकर बिना मास्क के घूमने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिसके चलते दो दिन में करीब 20 लोगों के 10 हजार रूपए के चालान किए गए।
पटवारी उमेद सिंह जाखड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि एसडीएम रणवीर सिंह के नेतृत्व में टीम ने अटेली टी प्वाइंट, रेवाड़ी रोड पर और लोड वाहनों को रोककर धर्म कांटे पर उनका वजन क्या का जहां पर उनका वजन क्षमता से अधिक मिला । ओवरलोड तीन ट्रकों को इंपाउंड कर दिया गया। इंपाउंड करके उन पर एक लाख 50 हजार का चालान किया गया तथा गत दिवस एक लाख 94 हजार रूपए के चालान किए गए । कुल मिलाकर 2 दिन में तीन लाख 44 हजार का चालान किए गए हैं । इसके बाद कनीना बाजार में बिना मास्क के घूमने वाले करीब 20 लोगों पर 10 हजार रुपये का जुर्माना किया गया । चालान किए गए लोगों लोगों को अपने मुंह पर मास्क लगाने सोशल डिस्टेंस का पालन करने की अपील की, उन्होंने सभी दुकानदारों से भी सोशल डिस्टेंस का पालन करने व मास्क लगाने के दिशा निर्देश दिए गए। सभी दुकानदारों को यह भी कहा गया कि दुकानदार अपनी दुकान पर एक सेनीटाइजर जरूर रखें। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग मिलकर जागरूकता दिखाएंगे तो कोरोना जैसी महामारी से बचा जा सकता है।
फोटो कैप्शन 8: इंपाउंड किया हुआ ओवरलोड वाहन।
हिन्दी दिवस पर आनलाइन प्रतियोगिता का किया गया आयोजन
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कनीना। एसडी विद्यालय ककराला में हिन्दी दिवस के अवसर पर ऑनलाईन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में प्रथम से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों ने भाग लेते हुए कोरोना काल में रहे अपने अनुभवों के साथ-साथ कविता, संवाद, नाटक, संस्मरण आदि विषयों पर अपनी विषयवस्तु को लिखित या बोलते हुए कक्षा अध्यापक से साझा की।
छात्रों ने अनुसार कोरोना काल में वे विद्यालय एव सहपाठियों से दूर रहे तथा आनलाइन पढ़ाई का एक नया अनुभव सीखा। कुछ विद्यार्थियों ने अपने व्यक्त्य में बताया की घर रहते हुए उन्होंने विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने सीखे। साक्षी, सोनू, नैतिक गोयल, सोनू, तमन्ना, जतिन, नितेश, अनिशा, रिहान, रेणु, पुजा, अनु, प्राची, सोनम, मयंक आदि ने कविता के रुप में कोरोना में रहे अनूभवों को सांझा किया। जगदेव यादव ने सम्पूर्ण स्टाफ सहित प्रतिभागियों एवं अभिभावकों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी श्री यादव के अनुसार हिन्दी का साहित्य बहुत विस्तृत एवं प्राचीन है हिन्दी साहित्य गूढ़ बातों का समावेश है जो प्राचीनकाल से वर्तमान तक मानव जीवन की परिदृशय को प्रर्दशित करता है। 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने हिन्दी को राज भाषा का दर्जा दिया। राष्ट्रभाषा प्रचार समिती के निवेदन पर प्रति वर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी भाषा दिवस के रुप में मनाया जाता है। हिन्दी भाषा का अपना महत्व है। बीते समय अदालती कार्यवाही को भी हिन्दी में करने का फैसला लिया गया है। जो हिन्दी के सम्मान को दर्शाता है।
फोटो कैप्शन 3 व 4: ककराला के विद्यार्थियों की प्रतियोगिता की हैं।
तुलसी वितरित कर मनाया हिंदी दिवस
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संवाद सहयोगी। हिंदी दिवस पर कनीना में तुलसी के पौधे वितरित करके युवाओं ने हिंदी दिवस मनाया।
राष्ट्रीय हिंदी दिवस के उपलक्ष में मोहित इसराना युवा मंडली के युवाओं ने तुलसी के पौधे वितरण किए। हर भाषा महत्वपूर्ण होती है, लेकिन मातृ भाषा की बात ही अलग होती है । किसी भी देश की मातृभाषा उसकी अस्मिता की पहचान होती है। जो देश अपनी मातृभाषा को भुलाता है वह अपना इतिहास मिटा देता है, ठीक उसी प्रकार हिंदी भाषा भी भारत का गौरव है। प्रत्येक भारतीय जनमानस को आपस में एक सूत्र में पिरोने का काम करती है । इसके साथ ही सभ्य और विकसित विशाल साहित्य की जननी है। उन्होंने कहा कि हिंदी तकनीकी रूप से भी विकसित हो चुकी है ।
विश्व की सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली भाषाओं में शुमार है साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी हिंदी अपना प्रभाव लगातार दिखा रही है। हमें गर्व है हम सब हिंदी भाषी हैं। हम युवाओं की टोली हर दिन को विशेष मानते हुए तुलसी रोपण में वितरित करते हैं। इसके साथ साथ वो इसलिए की चाहे किसी महापुरुष की जयंती या पुण्यतिथि हो या फिर कोई स्मृति दिवस हो प्रर्यावरण सरंक्षण के लिए चलाई मुहिम हर दिन को खास बनाती है।
फोटो कैप्शन 5:मोहित शर्मा तुलसी बांटते हुये।
निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित
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कनीना। राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला के प्रांगण में हिंदी दिवस मनाया गया। इस मौके पर निबंध लेखन एवं आनलाइन प्रतियोगिता आयोजित की गई।
इस मौके पर मुख्याध्यापक वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मातृभाषा ज्ञान के बिना सर्वांगीण विकास असंभव है। उन्होंने बताया कि हिंदी पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत निबंध लेखन एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें सभी बच्चों ने ऑनलाइन अपने विचार अभिव्यक्ति एवं लेखन के माध्यम से हिंदी भाषा के संवर्धन एवं संरक्षण व विकास तथा महत्व और आज हिंदी की आवश्यकता आदि विषय पर प्रकाश डाला।
सभी बच्चों ने रुचि के साथ भाग लिया जिसमें प्रथम चरण में कक्षा 6 से 8 वर्ग में क्रमश: प्रथम स्थान मनीषा ,द्वितीय स्थान मुस्कान व तृतीय स्थान गोविंद तथा दूसरे चरण में कक्षा 3 से 5 वर्ग में प्रथम स्थान दीपिका, द्वितीय स्थान शिवानी व तृतीय स्थान कशिष ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर वीरेंद्र सिंह जांगिड़
(मौलिक मुख्यअध्यापक) ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी ही मूलत: हमारी प्रगति की भाषा रही है। मातृ भाषा के ज्ञान के द्वारा ही हम जीवन में उन्नति को प्राप्त कर सकतें हैं। राष्ट्रभाषा के प्रचार और प्रसार के लिए हमें व्यापक बल देना चाहिए क्योंकि आज विश्व की वैश्विक भाषा हिंदी बन गई है जो राष्ट्रीय अस्मिता तथा सांस्कृतिक चेतना की अभिव्यक्ति में पूर्ण सक्षम और प्रासंगिक है। हमें हिंदी भाषा के स्वरूप को समझना चाहिए क्योंकि हम अपनी भाषा के माध्यम से ही अपनी भाव पीढ़ी में संस्कारों का निर्माण कर सकतें हैं और देश का भविष्य सुरक्षित रह सकता है। देश की प्रगति में भाषा का विशेष महत्व होता है। नये भारत का संकल्प और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सांस्कृतिक चेतना केवल हिंदी भाषा के माध्यम से ही प्रमाणित हो सकती हैं। आज हिंदी पूरे विश्व में अपना स्थान बना चुकीं हैं। हम सबने अपने दैनिक जीवन में हिंदी भाषा का प्रचार और प्रसार करने में अपना सहयोग देना चाहिए। इस अवसर पर देशराज यादव ,सतवीर सिंह ,राधेश्याम शास्त्री, भगत सिंह आदि उपस्थित रहें।
फोटो कैप्शन 6: कैमला में हिंदी दिवस मनााक्षक एवं मुख्याध्यापक।
मारुति उद्योग को महेंद्रगढ़ में किया जाए स्थापित
-पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने मुख्यमंत्री , उपमुख्यमंत्री, मारुति सुजुकी के अध्यक्ष को लिखा पत्र
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कनीना। पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने कहा कि मारुति सुजुकी उद्योग जो गुरुग्राम से शिफ्ट हो रहा है, वह हरियाणा में दूसरी जगह तलाश कर रहा है, इसलिए मेरा सरकार से आग्रह है की यह जिला महेंद्रगढ़ में स्थापित किया जाए, क्योंकि यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं लाजिस्टिक हब के स्थापित होने के कारण यहां यह उद्योग आसानी से लगाया जा सकता है। जिससे ना केवल दक्षिणी हरियाणा के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि हमारे लंबे समय से पिछड़ेपन का दंश झेल रहा महेंद्रगढ़ भी उन्नति की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ में हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं जिनमें रेलवे लाइन, एक्सप्रेस वे, राष्ट्रीय राजमार्ग आदि प्रमुख हैं। वैसे भी इस क्षेत्र में लोग बहुत मेहनती है। उद्योग लगाने के लिए सभी अनुकूल परिस्थितियां यहां उपलब्ध है। ऐसे में अगर मारुति उद्योग यहां स्थापित हो जाते छोटे छोटी कंपनियां भी स्थापित हो जाएंगी और रोजगार के बहुत से अवसर उपलब्ध होंगे। ऐसे में मारुति कंपनी को अभूतपूर्व फायदा होगा और उन्हें अपना प्लांट यहीं पर लगाना चाहिए।
फिर से बढ़ी क्षेत्र में गर्मी
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कनीना। विगत दिनों बारिश होने के पश्चात फिर से मौसम साफ चल रहा है और धूप बढ़ रही है। तेजी से गर्मी का माहौल बन रहा है। लोग कूलर ऐसी पंखे आदि को बंद करने की सोच रहे थे लेकिन अचानक ही तापमान बढ़ जाने से काम करना कठिन हो गया है।
किसान राजवीर सिंह, महिपाल सिंह, कृष्ण सिंह आदि ने बताया कि खेतों में काम करना कठिन हो गया है। एक और फसल की गर्मी वही तेज धूप खिलने से काम करना कठिन हो गया है। लावणी और फसल पैदावार लेने का कार्य पूरे यौवन पर चल रहा है। इस प्रकार की गर्मी पहली बार क्षेत्र में देख रहे हैं जिसके चलते खेतों में लाने का कार्य करना बहुत कठिन हो रहा है।
उधार घरों में भी अब फिर से कूलर आदि प्रयोग करने लग गए हैं क्योंकि गर्मी घरों में ज्यादा लगती है। यह सौभाग्य है कि क्षेत्र कस्बे में बिजली आपूर्ति अच्छी रहने से लोगों को गर्मी महसूस नहीं होती। घरों में कूलर, एसी भी लगे हुए हैं।
कनीना में सोमवार को दिन का तापमान 38 डिग्री तक पहुंच गया जिसके चलते काम करना भी कठिन हो गया है। दुकानदार महेंद्र शर्मा, रवि कुमार, सुरेश कुमार, महेश कुमार, कुलदीप आदि ने बताया कि उन्हें दुकानों पर काम करना पड़ता है जहां गर्मी अधिक लगती है और दिन का तापमान बढ़ जाने से सभी कार्य प्रभावित होने लगे हैं। उनका कहना है कि फिर से एसी कूलर लगाने की होड़ लग गई है।
सबसे अधिक परेशानी गृहणी झेल रही है जो चूल्हे समक्ष काम करती हैं। एक ओर चूल्हे की गर्मी है तथा उस पर मौसम गर्म होने से परेशानी बढ़ती ही जा रही है।
आरआरसीएम के कई बच्चों ने कमाया नाम
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कनीना। नैशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा घोषित जेईई मैन्स की परीक्षा में आरआरसीएम पब्लिक स्कूल कनीना के विद्यार्थियों ने कनीना उपमण्डल में अपने माता-पिता तथा विद्यालय का नाम रोशन किया।
इस उपलब्धि पर प्राचार्य विकास यादव ने बताया कि विद्यार्थी केशव ने 98.5, प्रिया 98, मुस्कान 97.6, खुशी 97.3 व अन्य प्रतिभाशाली 22 विद्यार्थियों ने अच्छे परसेंटाइल के साथ अखिल भारतीय स्तर पर श्रेष्ठतम रैंक प्राप्त करते हुए अपनी अद्भुत क्षमता का परिचय दिया।
संस्था के चेयरमैन रोशनलाल यादव ने इस ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करने पर तथा हिन्दी दिवस के शुभ अवसर पर सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को हार्दिक बधाई देते हुए सफल विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होने आगे बताया कि आरआरसीएम स्कूल के छात्रों ने शिक्षा एवं विज्ञान के क्षेत्र में बहुमुखी आयाम स्थापित कर कनीना बलॉक को जिले में नई पहचान दिलाई।
तर्पण
कंवरसेन वशिष्ठ पूर्व मुख्याध्यापक
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मेरी मां सारली देवी का देहांत वर्ष 1999 में हुआ। वह बहुत ही धार्मिक विचारों से प्रभावित थी । इसलिए उनके विचार सत्य ही होते थे। एक रोज मैंने मां से पूछा कि ईश्वर साक्षात्कार कैसे होता है? तो उन्होंने बताया कि साधु संगत से अष्ट समाधि से हृदय में ईश्वर दर्शन होते हैं। उस दिन के बाद मैंने साधु संगत करने के लिए तीन बार इलाहाबाद कुंभ, तीन बार हरिद्वार कुंभ ,दो बार उज्जैन कुंभ, दो बार नासिक कुंभ, कुल 10 बार अपनी पत्नी के साथ जाकर साधु संतों से विचार किया व तीर्थ यात्राएं रामेश्वरम ,तिरुपति ,अन्नंत पुरम ,मदूरई ,बालाजी ,गंगासागर पुरी ,कोलकाता देवी,
गया ,बनारस, इलाहाबाद ,अयोध्या ,सोमनाथ ,गिरनाथ ,गुप्त द्वारिका ,पशुपतिनाथ नेपाल ,त्रंबकेश्वर ,बद्रीनाथ ,केदारनाथ, गंगोत्री ,यमुनोत्री ,हरिद्वार अमरनाथ ,खाटू श्याम ,आबू रोड ,आदि स्थानों पर भ्रमण करके मां के बताए रास्ते पर चलकर आज मैं अपने हृदय में महसूस करता हूं की माताजी ने हृदय का गुप्त भेद बता कर मेरे जीवन को सफल बना दिया व स्वप्न में कई बार ईश्वर का साक्षात्कार कर चुका हूं और आनंद ले रहा हूं मां के हृदय से निकली हुई बात सत्य होती है। भारत की पुण्य भूमि से मां को प्रणाम करता हूं ।
फोटो कैप्शन कंवरसेन वशिष्ठ तथा स्व सारली देवी
कनीना के सचिन को जेई मेंस में मिले 97.4
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कनीना । कहते हैं कि पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं इसी कहावत को सिद्ध करते हुए कनीना के सचिन को जेई मेंस में मिले 97.4 प्रतिशत अंक। जब दैनिक जागरण की टीम ने सचिन से बात की तब उन्होंने बताया कि उनके पिताजी एक ग्रॉसरी की छोटी सी दुकान कनीना बस स्टैंड पर चलाते हैं दो बहन दो भाइयों में सबसे छोटा सचिन हमेशा कक्षा में अव्वल रहा है कुछ समय पहले 12वीं के रिजल्ट में भी उसको अच्छी सफलता हासिल हुई थी । सचिन ने इस सफलता के पीछे एडवोकेट विनय यादव का आशीर्वाद बताया। सदा सुख स्कूल के चेयरमैन विनय यादव ने इस होनहार बच्चे की फीस माफ कर इसको पढ़ाया और आगे भी सहयोग करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मेरे मां-बाप के आशीर्वाद के साथ मेरे गुरु जिन्होंने मुझे यहां तक लाने में सहयोग दिया उनका हमेशा आशीर्वाद रहा । सचिन ने आगे कहा कि वह सफल होकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे ।
फोटो कैप्शन 01: सचिन के रिजल्ट की कॉपी व सचिन की फोटो।
जीएल में हिन्दी दिवस पर अध्यापकों को किया सम्मानित
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कनीना। जीएल पब्लिक स्कूल कनीना में हिन्दी दिवस पर हिन्दी अध्यापकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय की तरफ से कक्षा प्रथम से कक्षा 12वीं आनलाइन लेखन प्रतियोगिता करवाई गई। जिसके विषय: हिन्दी भाषा की दशा व दिशा, हिन्दी भाषा का विकास, हिन्दी हिन्दुस्तान की शान व भारत माता की बिंदी है हिन्दी विषयों पर बच्चों ने लेख लिखकर विद्यालय के पास आनलाइन भेजे। छोटे-छोटे बच्चों ने मनमोहक कविताएं सुनाई। प्रथम ग्रुप में कक्षा पहली से कक्षा पांचवी तक प्रथम स्थान कृतिका, द्वितीय कासवी, तृतीय नव्या सोनी तथा कक्षा 6 से कक्षा 8 में प्रथम निशांत, द्वितीय छवी, तृतीय याशिका व कक्षा 9 से कक्षा 12 में तनीशा प्रथम, ईशा द्वितीय व निकिता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर विद्यालय में हिन्दी अध्यापक राकेश कुमार, अध्यापिका सरिता व सरला को स्कूल प्राचार्य द्वारा सम्मानित किया।
हिन्दी अध्यापक राकेश कुमार ने बताया कि हिन्दी भाषा विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली तीसरी भाषा है। स्कूल-कॉलेजों में सभा आयोजित कर हिन्दी पर चर्चा-परिचर्चा की जाती है व बताया कि 14 सितम्बर 1949 को हिन्दी को राष्ट्र भाषा का दर्जा दिया गया था व 14 सितम्बर 1953 को पहली बार हिन्दी दिवस मनाया गया था। प्राचार्य पृथ्वी सिंह जी ने बताया कि हिन्दी भाषा हमारे भारत की पहचान है। विद्यालय के हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष राकेश कुमार विद्यालय में 12 वर्षों से कार्यरत हैं। वहीं अध्यापिका सरिता 11 वर्षों से व सरला 6 वर्षों से विद्यालय में कार्यरत हैं। हिन्दी को बढ़ावा देने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। साथ ही विद्यालय में समय-समय पर हिन्दी विषय में संगोष्ठी आयोजित करवाई जाती हैं। कोरोना महामारी के कारण बच्चे विद्यालय से दूर अपने-अपने घर पर हैं। इस बीच भी विद्यालय की तरफ से आनलाइन गतिविधियाँ करवाई जा रही हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को प्राचार्य ने हार्दिक बधाई दी। इस अवसर पर मैनेजर
सुभाष लोढा, राकेश, सरला, सरिता, कामेश्वर, सुरेन्द्र, राहुल आदि अध्यापकगण मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 2: हिंदी अध्यापकों को सम्मानित करते जीएल स्कूल प्राचार्य।
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