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Tuesday, September 8, 2020


2 दिन में जमा करवानी होगी फीस 

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कनीना । इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय (आइजीयू) रेवाड़ी से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को फीस भरने का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। विद्यार्थी लिस्ट लगने के 2 दिन तक ही फीस जमा करवा सकेंगे । उसके बाद दूसरी लिस्ट लगेगी दूसरी लिस्ट में भी जो विद्यार्थी 2 दिन तक फीस जमा करवा सकेंगे उनका ही डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाएगा। इसके बाद भी अगर सीट खाली रह जाती हैं तो 6 अक्टूबर को ओपन काउंसलिंग की जाएगी। उसमें मौका मिलेगा लेकिन उसमें भी फीस भरने के लिए 2 दिन ही मिलेंगे। फीस भरने के लिए विद्यार्थी ऑनलाइन प्रारूप अपनाएं कॉलेज में आकर भीड़ एकत्रित ना करें ।
 नोडल अधिकारी हरिओम भारद्वाज ने फीस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बीए प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले विद्यार्थी को लिस्ट में नाम आने के बाद ऑनलाईन माध्यम से ही अपनी फीस जमा करवानी होगी। जिसके लिए सामान्य व बीसी कटैगरी के लड़कों के लिए 4380 रुपए तथा लड़कियों व एससी कटैगरी के विद्यार्थियों के लिए 4020 रुपए फीस रखी गई है। बीएससी नॉन मेडिकल प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए सामान्य व बीसी कटैगरी के लड़कों के लिए 4536 रुपए तथा लड़कियों व एससी कटैगरी के विद्यार्थियों के लिए 4176 रुपए फीस रखी गई है। बीएससी मेडिकल प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए सामान्य व बीसी कटैगरी के लड़कों के लिए 4608 रुपए तथा लड़कियों व एससी कटैगरी के विद्यार्थियों के लिए 4228 रुपए फीस रखी गई है। बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए सामान्य व बीसी कटैगरी के लड़कों के लिए 3432 रुपए तथा लड़कियों व एससी कटैगरी के विद्यार्थियों के लिए 3072 रुपए फीस रखी गई है। सभी विद्यार्थियों को लिस्ट में अपना नाम आ जाने के बाद निर्धारित समय में उक्त फीस को ऑनलाईन माध्यम से जमा करवाना होगा। जिसके बाद ही उसका दाखिला मान्य होगा।

कंगना के समर्थन में करणी सेना 

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,कनीना। फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह की मौत के केस से एक विवाद छिड़ गया है।  कंगना रनौत और संजय राउत के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इस बीच नौ सितंबर को कंगना रनौत मुंबई पहुंच रही हैं। इस सारे विवाद में अब करणी सेना की भी एंट्री हुई है। करणी सेना ने कंगना रनौत के समर्थन का ऐलान किया है।
करणी सेना हरियाणा के अध्यक्ष ओम तंवर ने प्रेस बयान जारी करके पत्रकारों को बताया कि कंगना रनौत के सम्मान में एक महिला होने के नाते करणी सेना उनके साथ खड़ी है। संजय रावत द्वारा दी गई धमकी अशोभनीय है संजय रावत को शर्म आनी चाहिए एक भारतीय नारी की इस तरह बेजती नहीं करते। ओम तंवर ने आगे कहा कि संजय राउत क्या अपनी बहन बेटियों के साथ भी ऐसी ऐसा व्यवहार करते हैं। नौ सितंबर को अब जब कंगना रनौत मुंबई के एयरपोर्ट पहुंचेंगी, तो करणी सेना के लोग वहां पर मौजूद रहेंगे। करणी सेना का कहना है कि वो एयरपोर्ट से लेकर घर तक कंगना को कवर देंगे और उनकी सुरक्षा करेंगे।


 7 सितम्बर से स्नातक में प्रवेश के लिए ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है

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कनीना।नोडल अधिकारी हरिओम भारद्वाज ने फीस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बीए प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले विद्यार्थी को लिस्ट में नाम आने के बाद ऑनलाईन माध्यम से ही अपनी फीस जमा करवानी होगी। जिसके लिए सामान्य व बीसी कटैगरी के लड़कों के लिए 4380 रुपए तथा लड़कियों व एससी कटैगरी के विद्यार्थियों के लिए 4020 रुपए फीस रखी गई है। बीएससी नॉन मेडिकल प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए सामान्य व बीसी कटैगरी के लड़कों के लिए 4536 रुपए तथा लड़कियों व एससी कटैगरी के विद्यार्थियों के लिए 4176 रुपए फीस रखी गई है। बीएससी मेडिकल प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए सामान्य व बीसी कटैगरी के लड़कों के लिए 4608 रुपए तथा लड़कियों व एससी कटैगरी के विद्यार्थियों के लिए 4228 रुपए फीस रखी गई है। बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए सामान्य व बीसी कटैगरी के लड़कों के लिए 3432 रुपए तथा लड़कियों व एससी कटैगरी के विद्यार्थियों के लिए 3072 रुपए फीस रखी गई है। सभी विद्यार्थियों को लिस्ट में अपना नाम आ जाने के बाद निर्धारित समय में उक्त फीस को ऑनलाईन माध्यम से जमा करवाना होगा। जिसके बाद ही उसका दाखिला मान्य होगा।

16 सितंबर से बनेंगे परिवार पहचानपत्र

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कनीना। आगामी 16 से 18 तथा 28 से 30 सितंबर को फिर से जिला महेंद्रगढ़ के स्कूलों में फेमिली आईडी बनेंगी। पहले दौर में सर्वर नहीं चला और अब जिला वाइज आईडी बनेंगी। सरकार ने 11 जिलों के लिए उपरोक्त तिथियां घोषित की हैं।

दिल्ली पुलिस के जवान सहित मिले दो संक्रमित 

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कनीना। कनीना क्षेत्र में कोरोना की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती हुई जा रही है। हालांकि क्षेत्र के लोग कोरोना से बचाव के उपाय अपना रहे हैं । कनीना बाजार में दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर सेनिटाइजर रखा हुआ है किसी भी ग्राहक को दुकान में अंदर आने से पहले उसका हाथ सेनिटाइज करवाते हैं।
 इतना होते हुये भी कोटिया गांव में रहने वाला दिल्ली पुलिस का जवान संक्रमित मिला है। कनीना मंडी में लेबर का कार्य करने वाला मजदूर संक्रमित मिला है तथा कपूरी गांव में एक महिला संक्रमित मिली है। एसएमओ डॉ धर्मेंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि आज पहला केस कोटिया गांव का मिला है जो कि दिल्ली पुलिस में लगा हुआ है। इस दिल्ली पुलिस के जवान ने दिल्ली में अपना सैंपल दिया था जहां पर जवान की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।  जवान अपने गांव कोटिया पहुंच कर घर में होम आइसोलेट हो गया है। दूसरा केस कनीना मंडी का मिला है जिसमें एक मजदूरी का कार्य करने वाला मजदूर संक्रमित मिला है। इस मजदूर ने उप नागरिक अस्पताल में अपना सैंपल जमा करवाया था। जिसकी रिपोर्ट 8 सितंबर को पॉजिटिव आ गई। तीसरा  कपूरी गांव की महिला का मिला है। कपूरी गांव की इस महिला का नारनौल से आई मोबाइल एंबुलेंस द्वारा रैपिड टैस्ट किया गया था। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई । हेल्थ इंस्पेक्टर शीशराम रसूलपुर ने जानकारी देते हुए बताया कि कपूरी में कनीना मंडी में 9 घरों में रहने वाले 46 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है । इन गांवो में स्क्रीनिंग कल भी जारी रहेगी । स्क्रीनिंग करते समय लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है इसमें लोगों को कोरोना से बचाव की सावधानियां भी बताई जा रही हैं।
स्क्रीनिंग करने के लिए तीन टीमें गठित की गई थी जिनमें  शीशराम एचआई सुपरवाइजर, डॉ मोनिका, डॉक्टर अंकित यादव, डॉक्टर सार्थक साथ में राजेश कुमार, प्रियंका, स्नेह लता, मुकेश सुनीता, रिंकू, आशा वर्कर आदि ने अहम भूमिका निभाई और स्क्रीनिंग करवाने में मदद की।
उधर डॉ धर्मेंद्र एसएमओ ने कहा कि अब वक्त कोरोना को हराने का है। हिम्मत से काम ले तथा एतिहास की सभी सावधानियां बरतें। निश्चित रूप से कोरोना खत्म हो जाएगा।

फ़ोटो कैप्शन 9: कपूरी गांव में स्क्रीनिंग करते हुए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी।

चांद पर दाग अभी भी बरकरार

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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव उन्हाणी से चरखी दादरी मार्ग बहुत सुंदर चौड़ा बनाए जाने की कार्रवाई अभी जारी है। किंतु इस सुंदर मार्ग पर अभी भी एक दाग चांद पर दाग की भांति चमक रहा है।
दरअसल धनौंदा के पास गुजरने वाली बड़ी नहर का पुल सड़क मार्ग इतना जर्जर और गड्ढा युक्त है कि उन में गंदा पानी भरा रहता है। सड़क बेहतर बनाई जा रही है जिस स्थान को पहले ही ठीक किया जाना था उसे ठीक न करके सड़क निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। बड़ी समस्या आवाजाही में बनी हुई है। बारिश का पानी इसमें जमा हो गया है। गत दिनों की बारिश अब यह दो-तीन दिन तक सूखने का नाम नहीं लेगी।  ऐसे में क्षेत्र के लोगों ने मांग की है कि धनौंदा के पास नहर पर सड़क को ठीक किया जाए।


वाह कमाल की है नहर

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कनीना। नहर को देखा जाए और वह भी पता न चले कि यह नहर है या कोई कच्चा खाला तो उसे अद्भुत नहर कहेंगे। कनीना गाहड़ा रोड को गैस एजेंसी के पास से क्रास करने वाली रामगढ़ डिसटीब्यूटरी के हालात देखकर लगता है कि यह नहर शायद वर्षों पहले साफ की गई हो। नहर में पेड़ पौधे इस कदर खड़े हुए हैं कि नहर कम दिखाई देती है और पेड़ पौधे अधिक।
उल्लेखनीय है कि नहर निर्मित होने के बाद 1995 में तत्कालीन मंत्री कर्नल राम सिंह ने पानी लाने का प्रयास किया था। यह नहर सीहोर वाटर पंप से चलती है और रास्ते में इतनी अकड़ बना दी गई कि पानी का चढ़ाव नहीं होता था। स्वयं तत्कालीन मंत्री ने इसका निरीक्षण मौके पर जाकर किया था तत्पश्चात अधिकारियों से सलाह मशविरा करके इस नहर को इस हालात में बनाया था कि इसमें पानी आने लग गया किंतु हालात आज भी जस की तस है कि नहर के दोनों तरफ भारी मात्रा में झाड़ झंकार खड़े हुए हैं। नहर के बीच में भी पेड़ पौधे खड़े हुए हैं।
किसान विजयपाल, नरेश कुमार, उमेद सिंह, रोहित कुमार आदि ने बताया कि नहर में पानी इसलिए कम आता है किधर झाड़ से अटी खड़ी है, सुध लेने वाला कोई नजर नहीं आता। यहां तक कि कई बार इसके पास खड़े पेड़ पौधे सूख कर इस में गिर जाते हैं कोई उनकी सफाई करने वाला नजर नहीं आता। किसानों का कहना है कि नहर तो बना दी किंतु अब इसकी साफ सफाई करने वाला कोई नहीं है। यही कारण है कि नहर अधिकांश में सूखी पड़ी नजर आती है।
फोटो कैप्शन 8: रामगढ़ डिस्ट्रीब्यूट्री।

खड़ी फसल में पानी भरा टिंडे काले पड़े, बाजरा खेतों में उगा चारा भी खराब 

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 कनीना। गैर मौसमी बारिश के चलते जहां किसानों की कपास की फसल में अभी भी पानी खड़ा हुआ है वहीं कपास के टिंडे खराब हो गए हैं। काट कर डाला गया बाजरा भुट्टो में उगने लगा है। चारा काला पड़ गया है। किसान असहाय नजर आये।
विगत दिनों से किसान त्वरित गति से बाजरे की लावणी में लगे हुए हैं किंतु विभिन्न गांवों में अधिक बारिश होने से जा काटकर लावणी की हुई बाजरे की फसल लगभग नष्ट हो गई है। भुट्टों में दाने उगने लगे हैं, खेत में काट कर डाला गया बाजरा चारे के लायक भी नजर नहीं आ रहा है। कपास के टिंडे काले पड़ गए हैं । उनके अंदर रुई भी खराब हो गई है खेतों में अभी भी पानी खड़ा हुआ है।
करीरा के निरंजन लाल ,सतपाल, हब्बल सिंह आदि ने बताया कि कपास की खेती जिनमें 4 सितंबर 5 सितंबर और 7 सितंबर को अधिक बारिश होने से पानी खड़ा हुआ है। किसानों की यह फसल लगभग तबाह होने के कगार पर है। एक और जहां कपास में रोग लग चुका है और अब बारिश शांत नहीं हो रही है।
किसानों ने अपने कपास की टिंडे दिखाते हुए बताया कि काले पड़ गए ,जिसकी बाजार में कीमत न के बराबर रह गई है। जिन किसानों ने बीमा योजना के तहत बीमा करवा रखा है उन्हें बीमा राशि मिलने के आसार है किंतु जिन्होंने बीमा नहीं करवाया वह आंसू बहा रहे। सरकार से मुआवजा भी मांग कर रहे हैं।
कनीना के अजीत कुमार, राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, कृष्ण कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि लावणी के कार्य चलने से अगैती फसल अब खराब हो गई है। खेत में काट कर डाला गया बाजरा काला पड़ गया है। इसलिए चारे के रूप में भी अब काम में नहीं लाया जा सकता वही बाजरे के दाने भुट्टों में उगने लगे हैं। उल्लेखनीय है कि इसी प्रकार के हालात 2 वर्ष पहले भी देखने को मिली थी जब खेतों में ही भुट्टें अंकुरित हो गए थे और किसान असहाय नजर आए थे। एक बार फिर वही हालात फिर बन गई है। इस बार जहां सावन माह में बारिश नहीं के बराबर हुई और अब जब बारिश की जरूरत नहीं है जमकर बारिश हो रही है। क्षेत्र में 21300 हेक्टेयर पर बाजरा तथा करीब 6000 हेक्टेयर पर कपास उगाया गया है। दोनों फसलें इस वर्ष अधिक मात्रा में उगाई गई है और दोनों ही लगभग खराब होने के कगार पर है। पछैती बाजरे की फसल में अभी कभी कम नुकसान हुआ है।
मुआवजे की मांग- क्षेत्र के किसान अब मुआवजे की मांग कर रहे। जिन्होंने बीमा करवा रखा है उन्होंने सरकार से मांग की है कि बीमा कंपनियों को आदेश देकर तुरंत प्रभाव से खेतों का निरीक्षण करें तथा उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए इस संबंध में ज्ञापन भी जाने लगे हैं।
अब किसान सरकार के रहमों करम पर निर्भर करते हैं।
फोटो कैप्शन 4: बारिश से भरी कपास की फसल।
5: काले पड़े टिंडे दिखाते हुये
6:काली पड़ी बाजरे की फसल जो चारे के रूप में काम आती है
7: भुट्टों में अंकुरित बाजरा दिखाते हुये किसान।

 जन्मदिन एक सन्देश मिशन के तहत कनीना में किया पौधरोपण 

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कनीना। बीएमडी क्लब द्वारा क्लब सदस्या पूजा वर्मा ,स्वीटी यादव एवं रिमी धर के जन्मदिवस अवसर पर जन्मदिन एक सन्देश मिशन को आगे बढ़ाते हुए कान्हा जी स्कूल प्रांगण कनीना में पौधरोपण कर समाज को पर्यावरण संरक्षित करने का सन्देश दिया।
बीएमडी क्लब चेयरमैन लक्की सीगड़ा ,क्लब सचिव इंद्रजीत शर्मा,कर्मवीर यादव,रचना शर्मा,प्रियंका प्रजापत, हरीश एवं अनुज
की उपस्थिति में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षित अभियान को गति प्रदान की। बीएमडी क्लब चेयरमैन लक्की सीगड़ा ने पर्यावरण संरक्षण की तरफ कदम बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि पर्यावरण के प्रति सभी समाज के नागरिकों को जागरूक  होने की आवश्यकता हैं पर्यावरण से ही हमारा जीवन है। हर व्यक्ति यदि एक पौधा लगाए और सुरक्षा की जिम्मेदारी ले, तो पूरे देश में हरियाली दिखेगी। जन्मदिन में केक काट सभी पार्टी देते हैं अब विचार बदलकर कम से कम जन्म दिन में एक पौधा लगाकर उसे बड़ा करने का संकल्प लेना चाहिए। ।
अपने जीवन में एक पेड़ खुद के लिए, एक पूर्वज और एक आने वाली पीढ़ी के लिए जरूर लगाना चाहिए। हमें जन्मदिन के अवसरों पर सभी परिवारों को कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। जिस प्रकार हम अपने बच्चों की परवरिश करते हैं उसी प्रकार हमें पेड़-पौधों की परवरिश करनी चाहिए।
फोटो कैप्शन 8: पपड़ी का पौधा लगाते हुए लक्की सिगड़ा।


ऑनलाइन तबादला नीति का किया विरोध

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कनीना। अन्य विभागों की तरह बिजली विभाग की मैनेजमेंट भी आनलाइन तबादला नीति लेन की तैयारियों जुटी है लेकिन इस नीति के लागू होने से पहले ही एचएसईबी वर्कर्स यूनियन ने विरोधी रुख अपना लिया है।
एचएसइबी के प्रदेश मुख्य संघठनकर्ता महावीर पहलवान बाघोत  का कहना है कि इस तबादला नीति की समीक्षा की जरूरत है यदि बिजली विभागीय अधिकारी इस नीति में बदलाव नही करते है तो यूनियन को बड़े स्तर पर आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा ।
पहलवान ने बताया कि बिजली निगम में बाकी विभागों से काम करने का तरीका अलग है जबकि विभागीय अधिकारी बाकी विभागों की तबादला नीति को ज्यों की त्यों सौंपना चाह रहे है। बिजली विभाग में सबसे बड़ी समस्या रिक्त पदों की है नई तबादला नीति में तकनीकी और क्लेरिकल पदों पर बैठे कर्मचारियों को मंडल और सर्कल से बाहर तबादला करने की बात है जबकि एमएंडपी कंट्रक्शन और सिविल कंट्रक्शन का दायरा बहुत बड़ा होता है यदि इन शाखाओं के कर्मचारियों का तबादला होता है तो उन्हें कई किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी। यूनियन अब इस नीति के विरोध में 10 सितम्बर से सब डिवीजन कार्यालय में एक घंटे की गेट मीटिंग करके विरोध करेगी था। 15 सितम्बर को डिवीजन स्तर पर प्रदर्शन करके अतिरिक्त मुख्य सचिव बिजली के नाम एक्षन को ज्ञापन सौंपा जाएगा इस तबादला नीति के खिलाफ कर्मचारियों से मिलकर विरोध को और तेज करने का आह्वान किया।
फोटो कैप्शन: महाबीर सिंह।

वेतनमान बढ़ोतरी के लिए दिया ज्ञापन

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 कनीना। कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ ने हरियाणा प्रदेश के तमाम विभागों, बोर्डों और कारपोरेशन निगम व राजस्व विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों, उपायुक्त कार्यालय, सरल केंद्र, ई-दिशा केंद्र, सिविल सचिवालय के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी समिति आदि में कंप्यूटर प्रोफेशनल की मांग को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष विकास कुमार की अध्यक्षता में तहसीलदार कनीना से मिलने पहुंचा किंतु तहसीलदार नहीं मिलने के कारण उन्होंने उनके सतीश कुमार को एक ज्ञापन दिया जिसमें कहा गया है कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग हरियाणा द्वारा प्रत्येक 3 वर्षों में वेतनमान बढ़ोतरी की जाती रही है। वर्ष 2016 के बाद अब 2019 की वेतनमान बढ़ोतरी की जानी थी जो पिछले 1 वर्ष 2 माह से विचाराधीन है किंतु बढ़ोतरी नहीं की। उन्होंने
ज्ञापन में कहा गया है कि जिला उपायुक्त के मार्फत निर्धारित किया जाने वाला डीसी रेट भी 2016 से 2019 तक महंगाई दर अनुसार बढ़ोतरी न किये जाने पर रोष जताया।
उन्होंने खेद जताए कोविड-19 महामारी से सभी विभागों की कंप्यूटर प्रोफेशनल द्वारा प्रशासनिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते हुए किसी भी प्रकार की परवाह न करते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है कि सरकार व प्रशासन का रवैया वेतनमान के प्रति उदासीन रहा है। उन्होंने मांग की है कि वेतनमान से संबंधित समस्याओं का जल्द से जल्द निपटारा किया जाए इससे हजारों कंप्यूटर प्रोफेशनल के हित के लिए बात होगी। इस मौके पर अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 1:कनीना के तहसीलदार सतीश को ज्ञापन देते कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ के सदस्य।


परशुराम भवन के सामने गंदगी का आलम संवाद 

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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव बाघोत में परशुराम भवन के पास गंदगी का आलम एवं कीचड़ का साम्राज्य बना रहने से ब्राह्मण समाज में रोष पनप रहा है। उन्होंने इस गंदगी को ठीक करवाने की सरकार से मांग की है।
 यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि परशुराम भवन बाघोत के समक्ष जब कभी बारिश होती है तो दलदल बन जाता है। लोग कूड़ा कचरा यहां डाल देते हैं।
 सुनील कुमार, नरवीर, कर्मपाल, आशीष, राहुल, गजानंद आदि ने बताया कि यह समस्या लंबे समय से चली आ रही है जिससे कोई महामारी और फैलने की समस्या बन सकती है। उन्होंने कहा कि इस वक्त खड़े गंदे पानी में मच्छर पनप रहे हैं।  उन्होंने इस जगह को साफ सुथरा करवाने की प्रशासन से मांग की है।
उन्होंने कहा कि पूरे ही भारत में बाघोत एक धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है किंतु यहां अगर परशुराम भवन के पास झांककर देखा जाए तो नहीं लगता कि इतना भव्य शिवालय वाला गांव दूषित होगा। उन्होंने अविलंब इस समस्या का हल करने की मांग की है।
 फोटो कैप्शन दो: परशुराम भवन के पास गंदगी।

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