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Wednesday, October 27, 2021

 
किसानों ने कनीना में लगाया पौना घंटा जाम
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 कनीना। किसानों को  मंगलवार के दिन टोकन तो मिल गये किंतु डीएपी खाद न मिलने के चलते कनीना मंडी टी-प्वाइंट पर महेंद्रगढ़-रेवाड़ी सड़क मार्ग शाम साढ़े पांच बजे के करीब जाम लगा दिया। दोनों तरफ  वाहनों की लंबी कतार लग गई। एसआई अश्वनी कुमार पुलिस बल बल सहित मौके पर मौजूद रहे। सूचना पाकर नायब तहसीलदार सत्यपाल मौके पर पहुंचे। नायब तहसीलदार सत्यपाल सिंह ने इसी वक्त पुलिस थाने में खाद देने का आश्वासन दिया। किसान खाद लेने थाने में पहुंच गये और तत्पश्चात किसानों ने जाम हटा दिया। वाहनों का आवागमन सुचारू हुआ। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों से खाद की किल्लत चल रही है। एक सप्ताह में दो बार कनीना में जाम लगाया जा चुका है।
फोटो कैप्शन 9 एवं 10: कनीना में खाद को लेकर जाम लगाए बैठे किसान।






सैनिकों ने मनाया सेना दिवस मनाया
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 कनीना। कनीना के सुजान सिंह पार्क में सेना दिवस मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि कर्नल घीसाराम थे वहीं अहीर रेजिमेंट संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष एलएन यादव द्वारा अध्यक्षता की गई। इस मौके पर कप्तान राजेंद्र सिंह ने सभी शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम में जिला अहीर रेजिमेंट संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र लांबा के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।  इस मौके पर राव अजीत सिंह ने कहा कि 1957 से लेकर आज तक 1962, 1965, रेजांगला, कारगिल युद्ध में अहीरो का बलिदान का कोई सानी नहीं है। सबसे ज्यादा अहीरो ने हर युद्ध में बलिदान दिया है। इनको हक इनको मिलना चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की कि अहीर रेजिमेंट का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनका हक उन्हें मिलना चाहिए। जब तक हक नहीं मिलेगा तब तक वह मांगों के लिए संघर्ष करते रहेंगे। एलएन यादव हरियाणा प्रदेश के अध्यक्ष ने कहा कि रेजांगला में अहीर सैनिकों ने चीन के नाक में दम कर दिया और 114 जवानों ने चीन के 1300 सैनिकों को मार गिराया। पूरे विश्व इन सैनिकों पर गर्व करता है। पूरा हिंदुस्तान की सेना गर्व करती है। राजस्थान से आये यादव महासभा के अध्यक्ष सांवल राम ने कहा कि वीर अहीर की महिमा बहुत प्रसिद्ध है। श्रीकृष्ण भगवान ने भी अहीरो के नाम पर एक समाज का संदेश दिया है कि उस समय भी एक नारायणी सेना होती थी। भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग है। भारत सरकार इसको ध्यान देने व मांग पूरी करने की गुहार लगाई। इस मौके पर गुड़गावा के अध्यक्ष महेश मुकदम,  सतपाल सिंह, वीर सिंह, विवेक यादव, राजपाल राजवीर ,प्रधान मंजीत आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 8: अहीर रेजिमेंट की मांग करते सैनिक।




भारत जानो प्रतियोगिता में पाया नाम
-दो छात्राओं को किया सम्मानित
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कनीना। आरआरसीएम पब्लिक स्कूल कनीना में भारत को जानो प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में खण्ड स्तर पर वरिष्ठ वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा पूजा एवं अंकिता को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
 रोशनलाल ने बताया कि भारत विकास परिषद कनीना द्वारा आयोजित की गई प्रतियोगिता में छात्राओं ने नाम कमाया है। चेयरमैन रोशनलाल
निदेशक संजय यादव ने बधाई दी है।





एसडी विद्यालय ककराला में एक दिवसीय एन एसएस कैंप का आयोजन
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 कनीना। एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला में बुधवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत एक दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया जिसमें स्वयं सेवकों द्वारा सफाई अभियान चलाया गया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय प्रवक्ता संदीप कुमार के नेतृत्व में स्वयं सेवकों ने स्टाफ के अन्य सदस्यों के साथ विद्यालय प्रांगण के साथ-साथ विद्यालय के आस-पास की भी सफाई की और स्वच्छता का सन्देश दिया। सफाई के दौरान स्वयं सेवकों ने स्वच्छता के प्रति नई उमंग नजर आई। उन्होंने जुलाई माह में किए गए वृक्षारोपण की निराई व खुदाई की।
इस  मौके पर विद्यालय निदेशक जगदेव यादव ने स्वयं सेवकों द्वारा की गई सफाई की सराहना की और कहा कि स्वयं की प्रेरणा से की गई सेवा व सफाई के लिए प्रेरित करेगी जिससे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान का सपना साकार करने का प्रयास सफल हो पायेगा। एनएसएस इकाई के प्रभारी सन्दीप कुमार ने स्वयं सेवकों को प्रेरित कर कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता में ईश्वर का वास है।  
इस अवसर पर प्राचार्य ओमप्रकाश, वरिष्ठ सदस्य राजेन्द्र यादव, सीईओ आरएस यादव, वरिष्ठ विभाग के मुखिया पूर्ण सिंह, कनिष्ठ विभाग के मुखिया नरेन्द्र यादव, शैक्षणिक विभाग के मुखिया सुनील यादव, सुरेन्द्र कुमार चौहान, संदीप कुमार उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 9: सफाई अभियान चलाते एसडी ककराला के विद्यार्थी।



झंडा दिवस कार्यक्रम आयोजित
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कनीना। दौंगड़ा अहीर गांव के खेल परिसर में पुलिस झंडा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ड्यूटी के दौरान अपनी शहादत देने वाले  पुलिस के शहीद जवानों की शौर्य गाथा को याद किया गया तथा इस उपलक्ष्य के अवसर पर खेल परिसर में युवाओं की दौड़ का आयोजन किया गया जिसमें  एएसआई पवन कुमार दौंगड़ा अहीर चौकी ने युवाओं की रेस को झंडी दिखाकर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर एएसआई पवन कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस झंडा दिवस हर वर्ष 21 से 31 अक्तूबर तक मनाती है। इस दौरान अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाता है। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के साहस के साथ कर्तव्य के निर्वहन करने के बारे में अपना विचार प्रकट किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से इंजीनियर अशोक यादव ने युवाओं को देशहित में प्राणों की परवाह किये बिना अपनी ड्यूटी को निभाने के लिए प्रेरित किया गया। अलग-अलग पृष्ठभूमि और स्थानों के शहीदों के बारे में बताते हुए वक्ताओं ने देशभक्ति के लिए सभी को प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर मुंशी आनंद, हेड कांस्टेबल राजकुमार, एसपीओ सतीश कुमार ,इंजीनियर अशोक यादव, कोच संजय घोड़ा, दिनेश कुमार,कृष्ण कुमार, सुनील कुमार, सुरेश कुमार, बलजीत सिंह सहित गांव के अनेक युवा उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 5: दौंगड़ा अहीर में झंडा दिवस मनाते हुए
        6: झंडा दिवस पर आयोजित दौड़ का नजारा।




डाक्टर मंगल सेन जयंती पर वितरित की भाजपा के विकास कार्यों की बुकलेट
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 कनीना। कनीना के नेताजी मेमोरियल क्लब में भाजपा मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई जिसमें विभिन्न पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस मौके पर डॉक्टर मंगलसेन जयंती के अवसर पर 7 सालों में भाजपा के सात कमालो की जानकारी देते हुए बूथ स्तर पर भाजपा के प्रिंटेड थैले एवं विकास कार्यों की बुकलेट वितरित की गई।  भाजपा की द्वारा करवाये विकास कार्यों का विस्तार से वर्णन किया गया।
इस मौके पर कंवरसैन वशिष्ठ भाजपा मंडल पालक ने बताया कि भाजपा सरकार ने पूरे ही देश में विकास कार्यों क्रांति ला दी है। हर क्षेत्र में विकास की बयार बह रही है। जहां भी देखें विकास कार्यों की झड़ी लग रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के विकास के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। सरकार ने किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई है जिनसे किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार तथा हरियाणा में मनोहर लाल सरकार ने विकास के नए आयाम कायम स्थापित किये हैं।
 इस मौके पर पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने मौके पर पहुंचकर वार्ड नंबर 8 के विभिन्न 20 घरों में भाजपा के गतिविधियों को दर्शाने वाली पुस्तिका वितरित की और लोगों से मिलकर भाजपा द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी। जिसमें लोगों ने भाजपा सरकार में विश्वास जताया। इस मौके पर वशिष्ठ अरुणा शर्मा, प्रताप सिंह, कृष्णा जिला उपाध्यक्ष, देशराज, कृष्ण सिंह, ओमप्रकाश लिशानियां, युवराज सिंह, राजीव नौताना,धर्मपाल एससी मोर्चा अध्यक्ष,रोशनी  देवी, कृष्णा, मोहन सिंह, राजकुमार भारद्वाज, वेद भडफ़, प्रेम सिंह, प्रताप सिंह आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 7: भाजपा के पदाधिकारी भाजपा द्वारा करवाये गये विकास कार्यों की पुस्तिका वितरित करते हुए।






एसडी स्कूल खेड़ी तलवाना के खिलाडिय़ों को किया सम्मानित
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कनीना। एसडी विद्यालय खेड़ी तलवाना के चार खिलाड़ी जिला स्तरीय जूडो चैंपियनशिप में विजेता रहे। जूडो सेंटर में लंबे समय कोरोना काल के बाद खिलाडिय़ों के आने से जूडो खिलाड़ी, कोच और जूडो प्रेमी खुश नजर आये। इसमें विभिन्न स्कूलों के जूनियर, सब-जूनियर लड़कों और लड़कियों ने अपने जूडो के जौहर दिखाए। लड़कियों की जूडो चैंपियनशिप में सब जूनियर लड़कियों में 28 किलोग्राम में दृष्टि , 36 किलोग्राम में आरुषि , 40 किलोग्राम में कशिश और 57 किलोग्राम में अंजली एसडी जूडो एकेडमी खेड़ी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
 विद्यालय के प्रिंसिपल शक्ति सिंह ने खिलाडिय़ों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि खेल जीवन के सफर में अहम भूमिका निभाते हैं। खेलों को बढ़ावा देने के लिए स्कूल हर संभव प्रयास करता है। विद्यालय की उपप्रधानाचार्य शोभा यादव ने कहा कि दो साल से खेलों से दूर रहने के बावजूद खिलाडिय़ों का मनोबल ऊंचा है। विद्यालय के कोच प्रदीप कुमार ने बताया कि विजेता विद्यार्थी 30 से 31 अक्टूबर तक होने वाली कैथल स्टेट चैंपियनशिप में भाग लेंगे और  उम्मीद भी है कि वहां भी गोल्ड मेडल हासिल करेंगे और साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
फोटो कैप्शन 4: एसडी स्कूल खेड़ी के  जूड़ों में अव्वल रहे प्रतिभावान विद्यार्थी।





स्वामी  निरंजन लाल महाराज को कभी भुला नहीं पाएंगे
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कनीना। मानव जीवन क्षणभंगुर है चाहे इसमें आदमी कुछ भी करें लेकिन उसे एक दिन इस दुनिया को छोड़ कर जाना है। ये विचार ब्रह्मचारी कृष्णआनंद आश्रम के शास्त्री जीतपाल महाराज ने परम संत स्वामी निरंजनलाल  महाराज की अंतिम यात्रा में शामिल होने के उपरांत व्यक्त किए। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए कहा की दुनिया में सब कुछ झूठ हो सकता है लेकिन मृत्यु का कड़वा सच है क्योंकि जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है। उन्होंने यह भी बताया के स्वामी निरंजन लाल महाराज परम संत शिरोमणि स्वामी कृष्णानंद  महाराज के शिष्य थे जिन्होंने अपने 57 साल के जीवन काल में बहुत ही शुभ कार्य किए और समाज सेवा के साथ-साथ साधु-संत व समाज के लोगों की जो सेवा की वह किसी से छुपी नहीं है। स्वामी निरंजन लाल महाराज ने अपने इस छोटे से जीवन में जो कार्य किए उनको यह दुनिया हजारों वर्ष तक की याद करेगी और उनके पद चिन्हों पर चलकर सुख और शांति को प्राप्त होगी। शिष्यों ने यह भी बताया स्वामी निरंजन लाल महाराज बाल ब्रह्मचारी थे और उन्होंने अपने 57 साल के जीवन में परम संत शिरोमणि स्वामी कृष्णानंद महाराज जी की बहुत सेवा की उसके साथ साथ समाज सेवा वह लोगों की भलाई के लिए जो कार्य किए हैं। उनकी अंतिम यात्रा संतलाल आर्य पूर्व पंच सुनील कुमार, ठाकुर रतन सिंह, ठाकुर कर्मवीर सिंह, जगदीश, विनय पाल खेड़ी, विजय हलवाई, गजराज छितरौली, शिवकुमार छितरौली, सत्येंद्र रेवाड़ी, पवन प्रजापत, अतर सिंह गुरुग्राम के अलावा कई अन्य जन मौजूद थे।





 
 अहोई अष्टमी गुरुवार को
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कनीना। गुरुवार 28 अक्टूबर को कनीना क्षेत्र में अहोई अष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। यह व्रत संतान के बेहतर जीवन एवं लंबी उम्र के लिए किया जाता है। इस व्रत में स्याऊ मां की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस पूजा से परिवार के सभी रोग नष्ट हो जाते हैं और लंबी उम्र प्राप्त होती है। दिनभर दानपुण्य की परंपरा चलती है।
 सुरेंद्र वशिष्ठ ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस व्रत में सेठ सेठानी की कहानी सुनाई जाती है जिसमें एक सेठानी के हाथों से अनजाने में एक सेही के बच्चे मिट्टी खोदते वक्त मर जाते हैं। जब सेही अपने बच्चों को मृत देखती है तो मारने वाले को श्राप दे देती है जिसके चलते सेठानी के बच्चे भी मर जाते हैं। सेठ व सेठानी तप करने और शरीर को गलाने के लिए चल पड़ते हैं। अंत में वे थक जाते हैं तो आकाशवाणी होती है कि तुम अगले इसी पर्व तक दान दक्षिणा देना, दया रहम दिखाना तब कहीं जाकर तुम्हें पुत्र होंगे। अंतत: सेठ एवं सेठानी ने वैसा ही किया और वे पुत्रवान हो गए।
माना जाता है कि तभी से यह व्रत चला आ रहा है जिसमें महिलाएं व्रत रखती हैं और दान दक्षिणा देती हैं।





 शहीद सूबेदार रामस्वरूप को याद किया
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव खेड़ी तलवाना में विक्टोरिया क्रास शहीद सूबेदार रामस्वरूप सिंह के शहीदी दिवस पर उन्हें याद किया।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा हरियाणा प्रदेश के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं खेड़ी गांव के पूर्व सरपंच चौधरी रामनिवास खेड़ी ने विक्टोरिया क्रास शहीद सूबेदार राम स्वरूप सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये और बताया कि  विक्टोरिया क्रास शहीद सूबेदार रामस्वरूप सिंह की बहादुरी युवाओं को प्रेरणा देती रहेगी। गांव खेड़ी को शहीदों के नाम पर जाना जाता है।  
  उन्होंने मांग की कि हरियाणा प्रदेश के जिला झज्जर में जिस तरह से विक्टोरिया क्रास विजेता की सरकारी खर्चे पर शहीद स्थल व प्रतिमा लगवाई गई इसी तरह खेड़ी में भी सरकारी खर्चे पर शहीद सूबेदार रामस्वरूप सिंह विक्टोरिया क्रास की प्रतिमा व शहीद स्थल बनवाया जाए ताकि यहां के युवाओं को और देश भक्ति और देश सेवा के लिए प्रेरणा मिले।
सूबेदार रामस्वरुप सिंह 12 अप्रैल 1919 को ठाकुर जोरावर सिंह के घर गांव खेड़ी-तलवाना में हुआ। ये तंवर राजपूत हैं। ये 12 अप्रैल 1937 को प्रथम पंजाब रेजिमेंट के झेलम ग्रुप में भर्ती हुए। ये 25 अक्टूबर 1944 को शहीद हो गए।
  उन्होंने बताया कि सूबेदार रामस्वरूप सिंह के दो पोते हैं। इनके बड़े पोते रिपुदमन नम्बरदार हैं जो गांव खेड़ी-तलवाना के सबसे बड़े जमींदार हैं। दूसरे पोते शिवकुमार 24 मैकेनाइज में हवलदार हैं तथा कुश्ती के कोच हैं।
सूबेदार रामस्वरूप सिंह की बहादुरी के लिए म्यान्मार(बर्मा) में तथा लंदन में इनका शहीदी स्मारक भी बनाया गया है। सूबेदार रामस्वरूप सिंह को हरियाणा स्वर्ण जयंती पर हरियाणा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
 इस अवसर प्रदीप ठेकेदार शिवकुमार शर्मा मनदीप एडवोकेट ओम तवर सोमबीर संदीप सुनील जगदीश कुमार करण सिंह आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 2: विक्टोरिया क्रास सूबेदार रामस्वरूप को याद करते खेड़ी के लोग।





बैंक शाखा में लाकर तथा एटीएम सेवा प्रदान करने की मांग
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 कनीना। बवानिया के सर्वोदय संगठन ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मंत्री, बनवारी लाल मंत्री तथा चेयरमैन महेंद्रगढ़ सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक को पत्र भेजकर बवानिया शाखा स्थित महेंद्रगढ़ सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में एटीएम की सुविधा प्रदान करने की मांग की है तथा साथ में लॉकर उपलब्ध करवाने की मांग की है। संगठन ने कहा है कि बवानिया, खेड़ा, डुलाना, मुडायन आदि गांव के लिए यह बैंक शाखा सेवा प्रदान कर रही है। अभी यहां दोनों सुविधाएं प्रदान कर दी जाए तो लोगों को बहुत लाभ होगा।




विक्टोरिया क्रास शहीद सूबेदार रामस्वरूप को याद किया
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव खेड़ी तलवाना में विक्टोरिया क्रोस शहीद सूबेदार रामस्वरूप सिंह के शहीदी दिवस पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये गये
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा हरियाणा प्रदेश के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं खेड़ी गांव के पूर्व सरपंच चौधरी रामनिवास खेड़ी ने विक्टोरिया क्रास शहीद सूबेदार राम स्वरूप सिंह  की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और बताया कि गांव खेड़ी विक्टोरिया क्रास शहीद सूबेदार रामस्वरूप सिंह की बहादुरी  युवाओं को प्रेरणा का स्रोत है। खेड़ी को सैनिकों के नाम से जाना जाता है और गर्व है।
उन्होंने मांग की कि हरियाणा प्रदेश के जिला झज्जर में जिस तरह से विक्टोरिया क्लास विजेता की सरकारी खर्चे पर शहीद स्थल व प्रतिमा लगवाई गई इसी तरह खंड़ी में भी सरकारी खर्चे पर शहीद सूबेदार रामस्वरूप सिंह विक्टोरिया क्रास की प्रतिमा व शहीद स्थल बनवाया जाए ताकि यहां के युवाओं को और देश भक्ति और देश सेवा के लिए प्रेरणा मिले।
सूबेदार रामस्वरुप सिंह 12 अप्रैल 1919 को ठाकुर जोरावर सिंह के घर गांव खेड़ी-तलवाना में हुआ। ये तंवर राजपूत हैं। ये 12 अप्रैल 1937 को प्रथम पंजाब रेजिमेंट के झेलम ग्रुप में भर्ती हुए। ये 25 अक्टूबर 1944 को शहीद हो गए।
पांचवां भारतीय डिवीजन जिसे अग्नि पिंड भी कहा जाता है बर्मा के टिड्डिम क्षेत्र में उतरा। डिवीजन के सरकारी इतिहास में लिखा है कि इस डिवीजन के सैनिकों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए अति ढालवां पहाडियों पर से एक हाथ पर रेंग कर चलना पड़ा। यह रास्ता चीन की पहाडिय़ों  के मध्यम था और इसे पार करने के लिए पांच सप्ताह का समय लग गया। ये रास्ते इतने खतरनाक थे कि वर्षों से पार जाने वाले खच्चर भी इन ढालों पर आकर भयभीत हो उठते थे।
प्रथम पंजाब की द्वितीय बटालियन ने सियालम बम के ठिकाने पर कब्जा किया।यह स्थान टिड्डिम से कैनेडी शिखर तथा फोर्ट हवाइन मार्ग के सामने था तथा इस पर जापानियों की कड़ी पहरेदारी थी।हमारे सैनिकों को इन्हीं विषम जंगलों से भरे तथा अभेद स्थल पर जापानियों से मुठभेड करनी पड़ी थी।हमारे सैनिकों के पास पहाड़ी तोपें थीं उन्हीं से वे मुकाबला कर रहे थे तथा दुश्मन के सम्पर्क मार्ग को विछिन्न कर रहे थे।चार सप्ताह तक प्रथम पंजाब रेजिमेंट ने जापानियों की नींद हराम कर दी तथा उन्हें व्यस्त रखा। इस स्थान पर प्रथम पंजाब रेजिमेंट के सूबेदार रामस्वरूप सिंह ने 25 अक्टूबर 1944 को विक्टोरिया क्रास अर्जित किया। यह वीरता पदक उन्हें अदम्य साहस और असाधारण सेवा के लिए प्रदान किया गया । उन्होंने अपने जीवन की सर्वोच्च बलि दी तथा युद्ध क्षेत्र में वीरगति पाई।उनका पार्थिव शरीर बिग हिल पर आज भी गौरव गाथा का बखान कर रहा है। रामस्वरूप सिंह दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़े ।उन्हें मौत का डर था या नहीं ये तो नहीं कहा जा सकता? किंतु यह बात स्पष्ट है कि उन्होंने मन में यह धारणा बना ली थी कि आज वे जापानियों से निपटकर ही रहेंगे।यह संकल्प उसने बटालियन से प्लाइन  के युद्ध स्थल पर रवाना होते समय अपने कम्पनी कमांडर को बतलाया था।बटालियन? जापानियों के एक ऐसे गढ़ पर आक्रमण कर रही थी जो प्राकृतिक रूप से स्वत: ही रक्षात्मक स्थिति में था। साथ ही जापानियों की संख्या भी अधिक थी और हाल ही में उनकी एक ताजा कुमुक भी वहां पहुंची थी।
प्रथम पंजाब के एक सेक्सन ने एक ढलान पर हमला किया और जापानियों ने जवाब में भारी गोलाबारी की। जापानियों को ऊपर आते प्रथम पंजाब के सैनिकों को निशाना बनाना सुगम दिखाई दिया। उन्होंने कड़ी मार की तथा प्रथम पंजाब के सैनिकों ने अपनी रक्षा के लिए जहां भी स्थान मिला पनाह लेने की कोशिश की। सूबेदार रामस्वरूप सिंह ने यह देख कर एक अन्य सेक्सन की कमान संभाली और उन्होंने  अपने लक्ष्य की पूर्ति हेतु तथा आगे बढऩे वाले सैनिकों के लिए रास्ता बनाने के लिए संगीन युद्ध का सहारा लिया । रामस्वरूप सिंह ने  तलघरों में बैठे जापानियों पर हमला करना प्रारम्भ किया।इस प्रकार अन्त में रामस्वरूप सिंह अपने लक्ष्य की प्राप्ति में सफल हुए। जापानियों ने भी उन पर घमासान जवाबी हमला किया।इसमें रामस्वरूप सिंह दो जगह जख्मी हुए। जांघ पर गोली लगने से उनकी दोनों टांगें लहू लुहान हो गई थी लेकिन अपने घावों की परवाह न करते हुए दुश्मन की तीनों दिशाओं से हुए आक्रमण का सामना करते हुए केवल एक एल.एम.जी. से दुश्मन से लोहा लेता रहे। एल.एम.जी. से कई जापानियों को मौत के घाट उतारा । इसमें  बुरी तरह जख्मी हुए किन्तु उन्होंने साहस नहीं छोड़ा और हमला जारी रखा। उन्होंने अपनी बूट पट्टी खोली तथा जांघ के घाव पर बांध ली। इस मुठभेड में रामस्वरूप सिंह ने स्वयं चार जापानियों को संगीन से  मौत के घाट उतारा तथा जापानियों के हमले को नाकामयाब कर दिया ।
रामस्वरूप सिंह ने अनोखे जोश और साहस के साथ अपनी कार्रवाई जारी रखी तथा अपने साथियों का नेतृत्व करता रहा।वह संगीन से जापानियों को घायल करता रहा तथा एक अन्य को गोली का शिकार बनाया। इतने में ही कुल पांच गज के फांसले पर से दुश्मन के मोर्चे पर से एक गोला छुटा जो सीधा रामस्वरूप सिंह की छाती में आकर लगा।
इसके बाद अपने अन्तिम सांस लेते समय अपने प्लाटून हवलदार को ऊंची आवाज में कहा -मैं तो मर रहा हूं पर तुम लड़ों और इन दुश्मनों का सफाया करदो । इन शब्दों का कहना था कि सारी की सारी कंपनी में लडऩे की नई ताकत सी आ गई।
उधर जब रामस्वरूप सिंह ?के मृत शरीर को गोले गोलियों की बौछार में मैदान से उठा लाने की आज्ञा मिली हर किसी ने इस कठिन काम के लिए अपने आप को आगे (वालण्टियर) कर दिया।
 हिन्दुस्तान के कमांडर-इन-चीफ जनरल सर क्लाड आकिनलेक ने स्वर्गीय सूबेदार रामस्वरूप सिंह को विक्टोरिया क्रोस मिलने पर प्रथम पंजाब रेजिमेंट की बटालियन को बधाई का सन्देश भेजा जिसमें --
श्री कमांडर-इन-चीफ  लिखते हैं -शोक है कि सूबेदार जीते जी यह सम्मान न ले सके।मुझे विश्वास है कि रेजिमेंट के जवानों को इनकी मृत्यु से  बड़ा शोक हुआ होगा और वे उनके नाम को सदा आदर के साथ लेंगे।
प्रथम पंजाब के नाम तार में श्री कमांडर-इन-चीफ लिखते हैं:- स्वर्गीय सूबेदार रामस्वरूप सिंह ने बज़ोड कारनामा दिखाकर रेजिमेंट के लिए पहला विक्टोरिया क्रास जीता।फस्ट(प्रथम) बटालियन के कर्नल के रूप में मेरे लिए यह बड़े ही गर्व और अत्यंत प्रसन्नता की बात है।
इस लड़ाई में  1291जापानी मारे गए थे।
सूबेदार रामस्वरूप सिंह के पुत्र श्री तेजपाल सिंह  अजमेर के किंग जॉर्ज स्कूल से पढ़कर 1962 में चीन के युद्ध के समय राजपूताना राइफल्स में  भर्ती हुए।  
सूबेदार रामस्वरूप सिंह के दो पोते हैं। इनके बड़े पोते रिपुदमन नम्बरदार हैं जो गांव खेड़ी-तलवाना के सबसे बड़े जमींदार हैं। दूसरे पोते शिवकुमार 24 मैकेनाइज में हवलदार हैं तथा कुश्ती के कोच हैं।
सूबेदार रामस्वरूप सिंह की बहादुरी के लिए म्यान्मार(बर्मा) में तथा लंदन में इनका शहीदी स्मारक भी बनाया गया है।
सूबेदार रामस्वरूप सिंह को हरियाणा स्वर्ण जयंती पर हरियाणा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
  इनके परिवार को 200 बिघा जमीन सरकार की तरफ से दी गई।  इस अवसर पर शहीद सूबेदार रामस्वरूप सिंह विक्टोरिया क्रास के पोते श्री रिपु दमन नंबरदार विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर प्रदीप ठेकेदार शिवकुमार शर्मा मनदीप एडवोकेट ओम तवर सोमबीर संदीप सुनील जगदीश कुमार करण सिंह आदि उपस्थित रहे।













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