यूरो स्कूल कनीना में मनाया ग्रैंड पेरेंट्स डे
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कनीना। बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास एवं दादा-दादी के प्रति सम्मान के लिए यूरो स्कूल कनीना में ग्रैंड पेरेंट्स डे मनाया गया। कायक्रम का शुभांरभ स्कूल संचालक सतवीर यादव, डायरेक्टर यूरो ग्रुप आफ स्कूल्स नितिन यादव, शैक्षणिक निदेशक डा राजेन्द्र यादव तथा स्कूल प्राचार्य सुनील कुमार ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित तथा पुष्प अर्पित करके किया। कार्यक्रम का प्रारंभ -दादी अम्मा मान जाओ के गाने पर नृत्य से हुआ। नन्हे-मुन्हे बच्चों ने अपने मनमोहक नृत्य के माध्यम से बताया कि दादा-दादी जी को कैसे मनाया जाता है। वहां उपस्थित अतिथि गण ने तालियों की गडग़ड़ाहट से बच्चों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम के अंत में बच्चों के दादा-दादी के भी कुछ हंसी-खेल प्रतियोगिताएं करवाई गई, जिसमें उन्होंने काफी लुत्फ उठाए। अंत में विजेता ग्रैंडपेरेंट्स को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के समापन पर स्कूल प्राचार्य ने बताया कि दादा-दादी बच्चों के लिए आदर्श होते हैं। वे उनसे बहुत स्नेह करते हैं तो बच्चे भी उनके सम्मान में कोई कमी नहीं छोड़े। साथ ही उन्होंने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास होता है।
कार्यक्रम के दौरान यूरो स्कालर हंट परीक्षा में सफल होने वाले विद्यार्थियों को लैपटाप, साइकिल एवं शिक्षा से संबंधित सामग्री का पारितोषिक वितरण स्कूल संचालक सत्यवीर यादव ने किया एवं बच्चों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में इस तरह की परीक्षाएं करवाते रहने के लिए कहा।
उन्होंने बताया कि हाल ही में घोषित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल प्रवेश परीक्षा परिणाम में यूरो स्कूल कनीना के दो विद्यार्थियों निखिल एवं कार्तिक का चयन हुआ है। जिला स्तरीय बाल महोत्सव में भी यूरो कनीना ने अपना परचम लहराया। स्कूल के विद्यार्थियों ने प्रत्येक कायक्रम में प्रतिभा दिखाई, जिनमें जिज्ञासा ने पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान, निकिता ने रंगोली में तृतीय, निधि ने फन गेम में तृतीय एवं समूह नृत्य में दिया, आश्री, अवनी, जिया, टिशा, महक, काव्या, डिंप्पल, कनुप्रिया एवं अंशु ने तृतीय स्थान प्राप्त करके यूरो विद्यालय का महेंद्रगढ़ में नाम रोशन किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा अकादमी एनडीए में यूरो कनीना के प्रवीण , सुमित, प्रवीण व चिराग ने बाजी मारी। विद्यार्थियों ने हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करके यह साबित कर दिया कि वे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। कार्यक्रम के अंत में स्कूल संचालक सत्यवीर यादव ने विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए एवं भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। शैक्षणिक निदेशक राजेन्द्र यादव एवं स्कूल प्राचार्य सुनील कुमार ने सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं अध्यापकों को बधाई दी एवं विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
फोटो कैप्शन 3: ग्रेंड पेरेंट्स डे पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रम।
दहेज विरोधी संस्था का निर्विरोध हुआ चुनाव
-रामेश्वर दयाल गोमला को चुनाव प्रधान
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कनीना। दहेज विरोधी संस्था ने बैठककर कार्यकारिणी का गठन किया गया। उक्त आशय की जानकारी देते हुए रामेश्वरदयाल गोमला ने बताया हमने एक दहेज विरोधी संस्था चला रखी है जिसका कार्यकाल 3 वर्ष का रखा जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य बिना मां बाप की बच्चियों की शादी करना होता है उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकार इस संस्था ने कई शादियां कराई है जिन का सारा खर्चा स्वयं संस्था उठाती है। उन्होंने बताया कि हमारी संस्था 3 वर्ष तक कार्य करती है उसके बाद फिर संस्था में कार्यकारिणी का गठन किया जाता है जिसको लेकर आज हमारी संस्था में फिर कार्यकारिणी का गठन किया गया जिसकी अध्यक्षता जगराम यादव सुंदरा ने की वहीं दहेज विरोधी संस्था में प्रधान रामेश्वर दयाल गोमला को बनाया गया तथा उप प्रधान अशोक कुमार व सतीश कुमार राता कला को मनोनीत किया गया वही सचिव दयानंद शर्मा गोमली उपसचिव देवराज खराना खजांची ईश्वर सिंह सांतोद प्रवक्ता हंसराज रामबास सूचना अधिकारी विनोद कुमार एडवोकेट भोजावास आदि को सर्वसम्मति से चुनाव किया गया।
फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित
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कनीना। आरआरसीएम पब्लिक स्कूल कनीना द्वारा प्राथमिक विभाग के विद्यार्थियों के लिए आज फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्राथमिक विभाग के सभी विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में हिमान्या परीक्षा,रिहान व अर्चित ने प्रथम स्थान, जानवी दिवांसी हर्ष व रितिका ने द्वितीय स्थान तथा पार्थ, गुजं, रियान, रूद्र व जेसिका ने सनुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन रोशन लाल यादव ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों मे रचनात्मक व कल्पना शक्ति का विकास होता है। इसके साथ ही विद्यार्थियों में सौंदर्यात्मक मूल्यो का विकास भी होता है।
कार्यक्रम को संस्था के निदेशक संजय यादव ने भी संबोधित किया और कहा कि बाल्य काल से प्रतियोगिताओं में भाग लेने से विद्यार्थियों मे सर्जनशीलता व भावात्मक सौन्दर्य का विकास होता है।
अंत में कार्यक्रम को विद्यालय के प्राचार्य नरेन्द्र गौतम ने विजेता विद्यार्थियों को उनकी सफलता पर हार्दिक बधाई प्रदान की। इस अवसर पर संस्था के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।
आरआरसीएम में पीटीएम आयोजित
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कनीना। आरआरसीएम पब्लिक स्कूल कनीना मे आज शिक्षक.अभिभावक संघ की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें अभिभावकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन रोशन लाल यादव ने शिक्षक.अभिभावक संघ की बैठक का विधिवत शुभ आरम्भ किया उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अभिभावकों को उनके बच्चों की शैक्षिक प्रगति एवं पाठ्य सहगामी क्रियाओं में उनकी प्रगति से अवगत कराना है।
इस अवसर पर संस्था के निदेशक संजय यादव ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि शिक्षक.अभिभावक संघ की बैठक अपना विशेष महत्व रखती है जिसके द्वारा विद्यालय व समाज एक दूसरे के सम्पर्क में आते है जिससे विद्यार्थियों की शैक्षिक एवं सामाजिक प्रगति का विकास होता है।
कार्यक्रम को अंत मे विद्यालय के प्राचार्य नरेन्द्र गौतम ने भी संबोधित किया अभिभावकों का शिक्षक.अभिभावक संघ की बैठक में आने पर उनका हार्दिक आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में समस्त अध्यापकगण एवं अभिभावक उपस्थित थे।
रामचन्द्र पब्लिक स्कूल पीटीएम आयोजित
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कनीना। रामचन्द्र पब्लिक स्कूल कनीना में अभिभावक अध्यापक मिलन समारोह का आयोजन किया गया। स्वयं सेवक के रूप में विद्यार्थियों ने स्कूल प्रांगण में अभिभावकों के स्वागत के लिए रंगोलियां बनाई। प्राचार्य राकेश कौशिक ने अपने अभिभाषण में कहा कि विद्यालय में समय- समय पर इस तरह का समारोह किया जाता रहता है ताकि अभिभावक व अध्यापक आपस में एक साथ बैठकर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के बारे में चर्चा कर सकें तथा उनकी समस्याओं का निवारण करके उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए मिलकर प्रयास कर सकें । सर्वप्रथम जैसे ही अभिभावकों ने विद्यालय में प्रवेश किया तो वहीं पर अध्यापकों व विद्यार्थियों ने पुष्प वर्षा द्वारा उनका स्वागत व अभिनन्दन किया तथा बाद में एक साथ बैठकर समस्याओं पर विचार विमर्श करके जल -पान किया । इस अवसर पर आर आर सी एम गु्रप ऑफ एजुकेशन के चेयरमैन श्री रोशनलाल यादव ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के मिलन- समारोह से बच्चों के सार्वांगीण विकास को बल मिलता है। बच्चों से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विचार - विमर्श करके उनके भविष्य को संवारने में सहायता मिलती है तथा अभिभावकों से अपील की कि इसी तरह हर अभिभावक अध्यापक मिलन समारोह में आपकीउपस्थिति अनिवार्य हो तथा उन्हें आश्वस्त किया कि जो भी सुझाव अभिभावकों द्वारा आए हैं उन पर विचार किया जाएगा तथा बच्चों की प्रगति के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा । सह - संयोजक मनीषा यादव ने भी अभिभावकों को विद्यालय में पधारने पर उनका अभिनन्दन किया तथा साथ मिलकर बच्चों के भविष्य के लिए कारगर योजना बनाकर उस पर काम करने के लिए आश्वस्त किया तथा सभी का धन्यवाद किया ।
ब्राह्मणों के उत्थान के लिए समिति गठित
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कनीना। नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में ब्राह्मण सभा की मीटिंग की गई जिसकी अध्यक्षता ओम प्रकाश शर्मा भडफ़ ने की। बैठक में गोड़ सभा मंडल कनीना बनाने पर विचार विमर्श किया गया । सभी प्रबुद्ध जनों ने अपने-अपने विचार रखे। ओम प्रकाश शर्मा जी अध्यक्ष ने गौड़ सभा के कार्यों पर संक्षिप्त प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि मंडल स्तर पर ब्राह्मण सभा का योगदान बहुत आवश्यक है। आज ब्राह्मण समाज का स्तर बहुत निचले स्तर पर है और हम सब ने मिलकर ब्राह्मणों का सहयोग व उत्थान सकारात्मक योगदान देकर ब्राह्मण समाज को सिरमौर करना है। कंवरसेन वशिष्ठ ने बताया कि बैठक में फैसला हुआ कि ब्राह्मण समाज का उत्थान करना गरीब ब्राह्मण परिवार की सहायता करना सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना विद्वानों की शिक्षा का प्रचार प्रसार करना व सभा के भवन का निर्माण करना यदि विषयों पर विचार हुआ और बताया कि अगली बैठक 25 नवंबर 2021 को प्रात: 10:00 बजे नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में होगी जिसमें मंडल के सभी गौड़ ब्राह्मण शामिल होकर सभा का संविधान बनाया जाएगा। बैठक में गांव-गांव में संपर्क करने के लिए सुरेश अत्री , कृष्ण शर्मा धनौंदा, ओम प्रकाश धंनोन्दा, मोहित कुमार इसराना ,नरेश शर्मा कनीना को मनोनीत किया तथा वे सभी गांवों से संपर्क हेतु डॉ रवि कुमार कौशिक को जिम्मेदारी दी गई।
इस बैठक में कंवरसैन वशिष्ठ, राजकुमार शर्मा ,Ÿसुरेश शर्मा ,राजेंद्र शर्मा, राजेश शास्त्री धनौंदा, रघुवीर नंबरदार, ओम प्रकाश भारद्वाज ,मास्टर दीपक शर्मा, डाक्टर प्रवीण कुमार, अनिल शर्मा ,उमादत्त कौशिक आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 5: ब्राह्मणों की बैठक को संबंोधित करते हुये कंवरसेन वशिष्ठ।
अगले दो दिनों में सभी वार्डों में पूर्ण करवा दी जाएगी फॉगिंग
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कनीना। कनीना नगर पालिका ने विगत दिनों से बढ़ते डेंगू के मामलों को लेकर फॉगिंग का कार्य त्वरित गति से करवाने जा रही है। आगामी 2 दिनों में सभी 13 वार्डों के सभी गलियों और मोहल्लों में फॉगिंग पूर्ण हो जाएगी।
विस्तृत जानकारी देते हुए सतीश जेलदार पालिका प्रधान ने बताया कि नई फागिंग मशीन से हर जगह हर गली हर मोहल्ले में फागिंग की जा रही है। लोगों की मांग के दृष्टिगत यह कदम उठाया गया है। मोटरसाइकिल पर भी चलने वाली फागिंग मशीन से त्वरित गति से फॉगिंग की जा रही है। अब तक 9 वार्ड पूर्ण हो चुके हैं। आगामी 2 दिनों में सभी वार्डों में फॉकिंग पूर्ण हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने डेंगू के दृष्टिगत सरकार और प्रशासन पालिका प्रधान से मांग की थी कि सभी वार्ड में फॉगिंग करवाई जाए किंतु मशीन खराब होने के चलते नई मशीन मंगवा कर फॉगिंग का कार्य चलाया गया है। पालिका प्रधान ने संतोष जताया कि फागिंग का कार्य तेज गति से चल रहा है और जल्द पूर्ण हो जाएगा।
फोटो कैप्शन 1: फॉगिंग करते हुए पालिका कर्मचारी।
बढ़ रहा है डेंगू का डंक
-प्रतिदिन आ रहे हैं डेंगू के मरीज
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कनीना। कनीना क्षेत्र में डेंगू के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार तो कनीना क्षेत्र में कुल दस मरीज हैं जिनमें कनीना एक, दौंगड़ा अहीर-दो, बेवल-2, भालखी-3, झीगावन एवं कोका एक-एक पाजिटीव मरीज है किंतु हकीकत में निजी लैब पर विभिन्न केस पाजिटिव आ रहे हैं जिन्हें विभाग नहीं मानता है।
इससे कहीं अधिक डेंगू का नाम लेते ही लोगों के जहन में एक नई समस्या उभर कर सामने आती है। वास्तव में डेंगू की जांच भी 600 रुपये से कम नहीं की जाती वही डेंगू के लिए खाने जाने खाए जाने वाले पदार्थों में कीवी 70 रुपये, मौसमी 60 रुपये किलो, कच्चा नारियल 70 रुपये का एक पीस मिलता है। यही नहीं बकरी का दूध तो आसमान छू रहा है वहीं गिलोय एवं पपीता के पत्ते आसानी से सुलभ हो जाते हैं। यही कारण है कि डेंगू को दूर करना बड़ा कठिन समझते हैं यहां तक की प्लेटलेट कम होने पर उनकी संख्या बढ़ाने के लिए प्लेट चढ़वानी पड़ती है।
कनीना स्वास्थ्य विभाग के एमपीएचडब्ल्यू सुनील कुमार ने बताया कि वे दिन-रात लोगों को मच्छरों से बचने के तरीके बता रहे हैं। यद्यपि डेंगू का संबंध डेंगू मच्छर से है किंतु टाइफाइड आदि दूषित खाने पीने से होते हैं। ऐसे में वे मच्छरों से बचने के लिए प्रयास करें। अब तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से कम से कम 7 दर्जन लोगों को पानी खड़ा रहने के नोटिस भी जारी किये जा चुके हैं ताकि मच्छरों पर काबू पाया जा सके। उधर एसएमओ डॉ धर्मेंद्र यादव ने बताया कि डेंगू होने पर अधिक से अधिक तरल पदार्थ ले। प्लेटलेटस की जांच करवाएं। यदि कोई बड़ी समस्या हो नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ले। उधर निजी लैब के संचालक एसबी यादव ने बताया कि प्रतिदिन डेंगू के पाजिटिव केस आ जाते हैं। डेंगू होने के समय जहां शरीर में तरल पदार्थ कम नहीं होना चाहिए। विशेष रूप से लोग गिलोय, पपीते के पत्ते प्रयोग कर रहे हैं। वही बकरी/गाय का दूध पीते हैं किंतु मौसमी, कच्चा नारियल,कीवी खा रहे हैं। इस प्रकार डेंगू का नाम सुनते ही लोग दुखी हो जाते हैं किंतु डाक्टरों के अनुसार थोड़ी सी सावधानी बरतें तो डेंगू पर काबू पाया जा सकता है।
फोटो कैप्शन दो: डेंगू दूर करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले खाद्य पदार्थ।
प्रदूषण से बचने की सलाह दे रहे हैं समाजसेवी
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कनीना। दीपों का त्योहार दिवाली चार नवंबर को मनाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में पटाखे प्रयोग करते है वहीं किसानों के अगली फसल में व्यस्त रहने पर भी दीपावली के प्रति उत्साह है। अधिकांश लोग प्रदूषण करने के विरुद्ध हैं। ग्रामीण क्षेत्र में फूलझडिय़ां चलाई जाती हें वहीं पटाखे भी चलाए जाते हैं।
अधिकांश लोग पटाखे चलाना अनुचित बताया है। आम लोगों का कहना है कि पटाखे चलाने से जहां कर्णफोड़ू ध्वनि में जीना हराम हो जाता है वहीं प्रदूषण इतना बढ़ जाता है कि सांस लेना भी दूभर हो जाता है। अधिकांश जन सादगी से दीपावली मनाने के पक्षधर हैं। समाजसेवियों से इस मुद्दे पर चर्चा हुई जिसमें उनके विचार अलग अलग थे।
क्या कहते हैं समाजसेवी-
प्रसिद्ध आर्य समाजसेवी बलवान सिंह आर्य का कहना है कि मैं सादगी से दीपावली मनाने के पक्ष में हूं। एक ओर पूरा देश महात्मा गांधी के सपनों के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन में लगा है और दूसरी ओर यदि प्रदूषण होता है तो सांस की अनेकों बीमारियां फैल जाएंगी। ऐसे में दीपावली के शुभ दिन हवन करके वातावरण को साफ सुथरा बनाने का प्रयास करूंगा और अपने साथियों को भी इस काम के लिए उत्साहित करूंगा साथ में अपील करता हूं कि जगह जगह इस दिन हवन आयोजित करके वातावरण को साफ सुथरा बनाने में अपना योगदान देवें।
स्टेट अवार्डी पूर्व मुख्याध्यापक बनवारीलाल का कहना है कि मैं दीवाली को वर्षों से सादगी से मनाता आ रहा हूं। घर में सफाई करके, सुबह सवेरे योग एवं प्राणायाम के बाद शाम तक ईश्वर स्तुति करता हूं। तत्पश्चात पूरा परिवार मिलकर मिठाई खाता है। बाजार की बनी मिठाइयां परिवार नहीं खाता है। पूरे परिवार के बच्चे पटाखे नहीं चलाते बल्कि पटाखों पर जो खर्च आता है उतना ही पास की अपंग गौशाला में दान कर दिया जाता है। इससे मन को अति प्रसन्नता होती है। मैं अपने साथियों को भी इसी तरीके से दिवाली मनाने की सलाह देता हूं। दिवाली के पर्व पर जो प्रदूषण होता है उसका कुप्रभाव मरीजों के शरीर पर कई दिनों तक पड़ता रहता है। मैं अपने साथियों एवं अनुयायियों से प्रार्थना करता हूं कि वे भी दिवाली सादगी से एवं योग अभ्यास करके पूर्ण रूप से ऊर्जावान होकर प्रदूषण रहित मनाएं।
सुनील कुमार यादव अध्यापक नेता कनीना का कहना है कि मैं दीवाली को सादगी से मनाता आया हूं और अपने साथियों को भी सादगी से मनाने की हर बार प्रेरणा देता हूं। जब दीवाली आती है तो पहले से ही घर में कुछ मिठाइयां बनवा लेता हूं। न कोई पटाखे चलाता हूं और न दूसरों को चलाने की सलाह देता हूं।
डा अजीत शर्मा फिजिशियन झगड़ोली का कहना है कि मैं दीवाली को वर्षों से सादगी से मनाता आ रहा हूं। घर में मूंग का हलवा इसी दिन बनाया जाता है और पूरा परिवार मिलकर खाता है। बाजार की बनी मिठाइयां परिवार नहीं खाता है। पूरे परिवार के बच्चे पटाखे नहीं चलाते बल्कि पटाखों पर जो खर्च आता है उतना ही पास की अपंग गौशाला में दान कर दिया जाता है। इससे मन को अति प्रसन्नता होती है। मैं अपने साथियों को भी इसी तरीके से दीवाली मनाने की सलाह देता हूं। दीवाली के पर्व पर जो प्रदूषण होता है उसका कुप्रभाव मरीजों के शरीर पर कई दिनों तक पड़ता रहता है। विदेशी पटाखे या बिजली के यंत्र घरों में लगाकर बिजली खर्च करना भी बुद्धिमानी नहीं है। मैं निवेदन करता हूं कि जिस प्रकार मैं दीवाली मनाता हूं ठीक उसी प्रकार आप भी दीवाली मनाए ताकि देश का विकास संभव हो सके। दीवाली का प्रदूषण लंबे समय तक कायम रहता है उस प्रदूषण से बचने का प्रयास किया जाए।
फोटो कैप्शन: बनवारीलाल, डा अजीत शर्मा, सुनील कुमार यादव, बलवान सिंह।
गन्नों के प्रति रुझान बढ़ा
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कनीना। दीपावली के पर्व पर गन्नों के प्रति लोगों का रुझान बढ़ता ही जा रहा है। पहले दूसरे राज्यों से आए लोग ही गन्ना पसंद करते थे किंतु अब क्षेत्रीय लोग भी रुचि दिखा रहे हैं। गन्ने की कटाई भी इसी पर्व से शुरू होती है।
देखादेखी की होड़ कनीना क्षेत्र में बढ़ रही है। आज से पांच वर्ष पूर्व दीपावली के पर्व पर गन्ने के प्रति लोगों का कोई रुझान नहीं होता था किंतु अब दूसरे राज्यों से आए लोग इस पर्व पर गन्ने की पूजा करने लगे तो क्षेत्रीय लोग भी उनके पीछे दौडऩे लगे हैं। क्षेत्र में गन्ने की अच्छी खासी बिक्री होने लगी है। साफ गन्ना नहीं अपितु पत्ते सहित ही बेचा जाता है।
लोगों का कहना है कि दीपावली के पर्व पर गन्ना तैयार हो जाता है और कटाई शुरू हो जाती है वहीं तथाकथित भूत भगाने के लिए लोग गन्ने को घर से जलाकर चौराहे पर लाकर पटकते हैं। वाहनों के आगे गन्ना लगाकर दौड़ाने का भी रिवाज बढ़ रहा है। उत्तरप्रदेश में तो गन्ने द्वारा घर को भूतों से बचाकर पूजा की जाती है।
विंटर एडवेंचर कैंप के लिए दिव्यांग विद्यार्थी मोरनी हिल्स रवाना
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कनीना। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग हरियाणा के संयुक्त सौजन्य में आयोजित होने वाले शीतकालीन दिव्यांग साहसिक गतिविधियों के कैंप के लिए महेंद्रगढ़ जिले से 40 दिव्यांग छात्र छात्राओं तथा 10 विशेष अध्यापकों के दल को समग्र शिक्षा के एपीसी डा विक्रम सिंह ने रवाना किया। इस कैंप 3 नवंबर तक र्मोरनी हिल्स पंचकूला में चलेगा। दिव्यांग विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ाने की हरियाणा सरकार की इस अनूठी पहल के अंतर्गत विद्यार्थियों का साहसिक गतिविधियों से अवगत कराया जाएगा। इस जिले से विशेष अध्यापक अमृत सिंह, राजेश नायक, प्रीतम कुमार, अशोक कुमार ,सतीश कुमार, अनिता, प्रेम देवी, शर्मिला यादव एवं सरिता विशेष अध्यापिका आदि बच्चों के साथ मोरनी रवाना हुए।
विशेष शिक्षक अमृत सिंह ने बताया कि कनीना खंड से आठ दिव्यांग विद्यार्थी एडवेंचर कैंप में शामिल होंगे। 8 दिव्यांग विद्यार्थियों में 4 छात्र एवं 4 छात्राएं शामिल है। विशेष शिक्षक में यह भी बताया कि दिव्यांग बच्चे इस कैंप में हिस्सा लेकर अपने आप में आत्मविश्वास पैदा कर सकते हैं। कैंप के दौरान बच्चों में तरह-तरह के एडवेंचर की सिखलाई कराई जाएगी।
फोटो कैप्शन 9: एडवेंचर कैंप में भाग लेने जाते हुए विशेष विद्यार्थी एवं शिक्षक।
फल और फूलों से महक रहा है ऋषिराज का घर
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कनीना। कनीना के समीप गांव खेड़ा के जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का घर न केवल फलों से अपितु फूलों से महक रहा है। सुबह और शाम जो भी समय उनका बच पाता है अपने घर की बगिया को तैयार करने में लगे रहते हैं। जब सर्दी और गर्मी आती है तो उनकी बगियां में विभिन्न पौधों पर फूल फल लग जाते हैं और सारा आंगन प्राकृतिक खुशबू से महक उठता है। उनके आंगन में करीब ढाई सौ गमले रखे हुए जिनमें अलग-अलग प्रकार के पौधे विकसित किए गए हैं, जिनमें खुशबू महकती है। यहां तक कि बेरी, अमरूद, अनार पर फल लगे रहते हैं। उन्होंने बताया कि जब भी समय बचता है आकर अपने घर के आंगन के सजाने में लग जाते हैं।
यही कारण है कि उनके घर को देखकर लगता है कि बगिया अधिक है और घर कम है। बैठने के स्थान, डाइनिंग टेबल तथा मेहमान कक्ष आदि चारों और फूल और फल वाले पौधे खड़े हुए हैं तथा बीच में बैठने की का स्थान बनाया हुआ है। ऋषि राज बताते हैं कि उनकी एक ही हाबी रही है। न केवल उनकी अपितु उनके परिजन भी इस हाबी में उनकी मदद करते हैं। सभी पौधों को एक साथ पानी देना भी कठिन इसलिए समय-समय पर अलग-अलग पौधों को पानी दिया जाता है और उनकी दिनचर्या बेहतर ढंग से बीत जाती है।
ऋषि राज ने बताया कि जब भी दीपावली आती है उनका घर सभी फल और फूल और पौधों को बेहतर ढंग से जचाये जाते हैं ताकि पौधों पर भी दिवाली नजर आये और घर में भी दीपावली नजर अैाए। उनके पेड़ पौधों को देखने के लिए आसपास के लोग आते रहते हैं और प्रेरणा लेकर स्वयं भी पौधे उगाने की सोचते हैं। उन्होंने बताया कि उनके पुत्र सुजल आर्य का जब भी कभी जन्म दिन आता है तो वे जन्म दिन पर खर्च की जाने वाली राशि पेड़ पौधे लाकर घर में लगाने में खर्च कर देते हैं। किसी त्योहार पर खर्च की जाने वाली राशि भी पेड़ पौधे खरीदने में खर्च की जाती है।
ऋषि राज ने बताया कि वे चाहते हैं कि उनकी दिनचर्या यूं ही बीते ताकि वे जीवन में न केवल अपने घर प्रांगण के लिए अपितु आसपास के लिए भी खुशबू फैला सके।
फोटो कैप्शन 1 से 4: घर में सजे हुए पेड़ पौधे और ऋषिराज।
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