राज सिंह यादव होंगे कनीना के खंड शिक्षा अधिकारी
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कनीना। विगत दिनों से रिक्त कनीना के खंड शिक्षा अधिकारी पद पर राज सिंह यादव खंड शिक्षा अधिकारी होंगे। उनका तबादला भट्टू कला से कनीना कर दिया गया है ।मिली जानकारी अनुसार बुधवार को वे कार्यभार ग्रहण करेंगे।
उल्लेखनीय है कि सत्यपाल खंड शिक्षा अधिकारी विगत माह सेवानिवृत्त हो गये थे तब से यह पद रिक्त है।
संदिग्ध परिस्थितियों में एक की मौत
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कनीना। गांव बवानिया में एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई । पुलिस ने मृतक के पिता के बयान पर कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया।
पुलिस के अनुसार गांव बवानिया निवासी विजय सिंह द्वारा दिए बयान में बताया कि उसका लड़का राकेश उर्फ ज्ञानी तथा उसकी पत्नी सुनीता बलवान के के मुर्गी फार्म पर लेबर का काम पिछले एक साल से कर रहे हैं। गुरुवार को दिन के समय बलवान सिंह का फोन आया कि तुम्हारा बेटा ज्ञानी दीपचंद नामक किसान के कपास की फसल में अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है। गांव के लोगों के संग उसने मौके पर जाकर देखा तो वह अचेत अवस्था में कपास की फसल में पड़ा हुआ था। उसकी मौत हो चुकी थी। मौत किसी जहरीले पदार्थ के सेवन करने या जहरीले कीट के काटने के कारण हुई है। उन्होंने बेटे की मौत पर मुझे किसी के ऊपर कोई शक जाहिर नहीं किया है। मौत इत्तेफाक से किसी जहरीली दवा या जहरीले कीट के काटने से हुई है। मृतक राकेश की पत्नी सुनीता ने भी कहा कि वह भी ससुर द्वारा दी गई दरखास्त से सहमत है। दौंगड़ा पुलिस ने कार्रवाई कर दी है।
डीएपी न मिलने से प्रभावित हुई सरसों की बीजाई
- अभी तक हो रही है सरसों बीजाई
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कनीना। क्षेत्र में जहां डीएपी को लेकर मारामारी चल रही है वहीं बिजाई का समय बीत जाने के बावजूद भी किसान सरसों की बिजाई कर रहे हैं। सरसों बिजाई का समय 10 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक का होता है किंतु डीएपी ने इतना सताया है कि किसान इसके लिए भागदौड़ करते नजर आए और खाद के वैकल्पिक तरीके अपनाते हुए सरसों की बिजाई की है किंतु अभी भी किसान बिजाई करने में लगे हुए हैं। तत्पश्चात एक नवंबर से गेहूं की बीजाई शुरू हो जाती है। किसान रमेश, दिनेश, सुरेश, राजू आदि ने बताया कि डीएपी ने इस बार बहुत सताया है। दूर-दराज तक डीएपी ना मिलने से वैकल्पिक खाद प्रयोग करके ही सरसों की बिजाई की गई है। देरी से पैदावार करने से फसल पैदावार पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कनीना क्षेत्र में इस बार करीब 20000 हेक्टेयर पर सरसों की तथा 8000 हेक्टेयर पर गेहूं की बिजाई की जाने की संभावना है।
क्या कहते कृषि अधिकारी-
पूर्व कृषि अधिकारी डॉ देवराज का कहना है कि कनीना क्षेत्र करीब 20000 हेक्टेयर पर सरसों की बीजाई तथा 8000 हेक्टेयर के करीब गेहूं की बीजाई की जानी है। अभी भी किसान सरसों की बीजाई में जुटे हुए हैं क्योंकि खाद की कमी से उनकी बीजाई भी प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि वैसे तो 25 अक्टूबर तक सरसों की बिजाई करना उचित है। इसके बाद तो प्रतिदिन प्रति एकड़ 18 किलो सरसों पैदावार कम होती चली जाती है। ऐसे में देरी से बीजाई करना नुकसानदायक साबित होता है। उन्होंने बताया कि अभी भी कुछ किसान सरसों की बीजाई में लगे हुए हैं। 70 फीसदी किसानों ने सरसों की बीजाई कर दी है ।इसके बाद गेहूं की बिजाई चलेगी
फोटो कैप्शन 5: सरसों की बीजाई के बाद अंकुरित सरसों।
घरेलू कारणों के चलते युवक ने खाई फांसी
-पुलिस ने की कारवाई
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कनीना। कनीना उप-मंडल के गांव सेहलंग में युवक ने निजी पारिवारिक कारणों से के चलते जीवनलीला समाप्त कर ली मृतक के पिता ने के बयान पर इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई कर दी है।
श्रीपाल सिंह निवासी सेहलंग ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि उनके पुत्र जयप्रकाश ने अपने पारिवारिक कारणों के चलते जीवन लीला समाप्त कर ली है। परिवार का किस प्रकार कोई हस्तक्षेप नहीं रहा है इसीलिए कोई कार्यवाही नहीं चाहते। जयप्रकाश ने अपने सेहलंग स्थित घर पर फांसी का फंदा लगा लिया और लीला समाप्त कर ली है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पहले ही प्रयास में नीतेश ने पास की नेट की परीक्षा
-पशु चिकित्सा में हासिल की नेट
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कनीना। कृषि वैज्ञानिक चयन मंडल एवं कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग नई दिल्ली द्वारा अगस्त 2021 में आयोजित नेट की परीक्षा में नितेश ने वेटरीनरी मेडिसिन ओबीसी कैटेगरी में नेट की परीक्षा पास की है। नितेश कुमार कनीना उपमंडल के गांव स्याणा से संबंध रखते हैं। उन्होंने हिसार से बीवीएससी तथा एमवीएससी की परीक्षा पास की है। एमवीएससी की परीक्षा पास करके नेट की परीक्षा दी थी। उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष उन्होंने एमवीएससी की परीक्षा पास की थी। उनके पिता कृष्ण कुमार पहले कनीना में बतौर शिक्षक कार्यरत थे किंतु वर्तमान में मंडोला में गणित के प्राध्यापक हैं। नितेश कुमार की सफलता पर नितेश एवं उनके पिता कृष्ण कुमार को भी बधाइयां मिल रही है। बधाई देने वालों में पूर्व प्राचार्य कृष्ण सिंह, पूर्व प्राचार्य लालचंद यादव, वरिष्ठ प्रवक्ता सुनील कुमार यादव, वरिष्ठ प्रवक्ता सत्येंद्र यादव, राजेश कुमार शास्त्री, वरिष्ठ प्राध्यापक विजयपाल यादव, महिपाल सिंह, सुरेंद्र कुमार, दिनेश कुमार आदि ने बधाई दी हैं।
फोटो कैप्शन: नीतेश कुमार
नई फोगिंग मशीन नगरपालिका में आई
-दो वार्डों में करवाई फोगिंग
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कनीना। विगत दिनों से कुछ केस डेंगू के कनीना क्षेत्र में आने के बाद फोगिंग करवाए जाने की मांग उठ रही थी जिसके चलते कनीना नगरपालिका ने नई मशीन खरीद ली है जिसके जरिए वार्ड 6 और 7 में फोगिंग करवाई गई है। यह मशीन हाथ से भी काम करती है तथा मोटरसाइकिल पर रखकर फोगिंग की जा सकती है। किफायती और कम समय में अधिक फोगिंग करने वाली मशीन कनीना पालिका में आने पर इसका उद्घाटन किया गया और साथ में फागिंग की गई है।
उल्लेखनीय है कि पुरानी फागिंग मशीन खराब होने के बाद उसे रोहतक ठीक करने के लिए भेजा हुआ है किंतु इसी दौरान फागिंग की ज्यादा मांग के चलते नई फागिंग मशीन कनीना नगर पालिका ने खरीदी है।
क्या कहते हैं नगर पालिका प्रधान -
नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार का कहना है कि डेंगू के केस बढ़ जाने के चलते लोगों ने बार-बार फागिंग की करवाने की मांग की थी जिसके चलते अंतत: नई फागिंग मशीन मंगवाई है। जिसके जरिए पहली बार वार्ड 6 और 7 जहां में फोगिंग की गई है। जहां डेंगू के अधिक मरीज मिले हैं। उन्होंने बताया कि पुरानी फागिंग मशीन खराब हो जाने के चलते उसे रोहतक ठीक करने के लिए भेजा हुआ है किंतु जब तक नई मशीन नहीं आती तब तक वार्डों में फागिंग के लिए मशीन काम करेगी। उन्होंने बताया कि त्वरित गति से कृषि मशीन के जरिए फागिंग करवाना शुरू कर दिया है। दो वार्डों में फागिंग की जा चुकी है। प्रधान के अनुसार जल्द ही सभी वार्डों में फोगिंग कर दी जाएगी।
फोटो कैप्शन 3: फागिंग मशीन का उद्घाटन करते सतीश जैलदार
4: फागिंग मशीन को ऑपरेट करता कर्मी।
अहोई अष्टमी धूमधाम से मनाई गई
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कनीना। रविवार को कनीना क्षेत्र में अहोई अष्टमी का पर्व मनाया गया। यह व्रत संतान के बेहतर जीवन एवं लंबी उम्र के लिए किया जाता है। इस व्रत में स्याऊं मां की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस पूजा से परिवार के सभी रोग नष्ट हो जाते हैं और लंबी उम्र प्राप्त होती है। दिनभर दानपुण्य की परंपरा चलती रही। महिलाओं ने स्याऊं मां की पूजा की, व्रत रखा तथा कहानी सुनी
कौन सी कहानी सुनाई गई-
सुरेंद्र वशिष्ठ ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस व्रत में सेठ सेठानी की कहानी सुनाई गई जिसमें एक सेठानी के हाथों से अनजाने में एक सेही के बच्चे मिट्टी खोदते वक्त मर जाते हैं। जब सेही अपने बच्चों को मृत देखती है तो मारने वाले को श्राप दे देती है जिसके चलते सेठानी के बच्चे भी मर जाते हैं। सेठ व सेठानी तप करने और शरीर को गलाने के लिए चल पड़ते हैं। अंत में वे थक जाते हैं तो आकाशवाणी होती है कि तुम अगले इसी पर्व तक दान दक्षिणा देना, दया रहम दिखाना तब कहीं जाकर तुम्हें पुत्र होंगे। अंतत: सेठ एवं सेठानी ने वैसा ही किया और वे पुत्रवान हो गए।
तभी से यह व्रत चला आ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर्व के प्रति गहन लगाव है। गांवों में मिलकर महिलाएं कथा सुनी।
दीवाली के नाम पर बढऩे लगा है भीड़ भड़क्का
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कनीना। दीवाली की रौनक बाजार में लौटने लगी है। बाजार में हलवाइयों के यहां भारी मात्रा में मिठाइयां बनाई जा रही हैं। सर्वाधिक मांग मिठाइयों की होगी। पहले कार्यालयों की भीड़ थी और अब दीवाली के लिए टेंट लगाकर सभी दुकानदार अपने सामान को अधिक से अधिक बेचने के चक्कर में देखे गए। यहां के सामान्य बस स्टैंड पर वाहनों की भीड़ एवं जाम की समस्या बढ़ गई है। दीवाली के दिनों तक यही स्थिति बने रहने की संभावना है।
दुकानदार पुराना और घिसा पिटा सामान बेचने का मौका मिल गया है। वर्ष भर जिस माल को किसी ने नहीं खरीदा उसे वे छूट एवं दीपावली उपहार आदि शब्द लिखकर बेचने में तेजी ला रखी है। हलवाइयों के यहां पर माहौल देखने लायक ही बन रहा है। जिन कढ़ाइयों में कुत्ते एवं बिल्ली दूध को पी रही हैं और हजारों मक्खियां भिनभिनाकर गंदा कर रही हैं उन्हीं कढाइयों में विभिन्न घटिया पदार्थ डालकर विशेषकर घटिया मावा, मैदा एवं विषैले रासायनिक पदार्थ डालकर रातोंरात घोटा जा रहा है और डब्बों सहित मिठाई के रूप में तोलकर ग्राहकों को दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि उपहार के रूप में मिठाइयों का ही लेनदेन सर्वाधिक किया जाता है और मिठाइयां ही सबसे घटिया बेची जा रही हैं। लोग खुश होकर इन पदार्थों को खरीद रहे हैं। दीवाली पर अतिक्रमण यह विकट समस्या एवं जाम की स्थिति पैदा हो रही है।
दीवाली पर जहां सादगी का लेबल लगाने का प्रयास किया जा रहा है वहीं घटिया मिठाइयां बेचकर दुकानदार वर्ष भर की कमाई एक दिन में ही करना चाह रहे हैं।
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Thursday, October 28, 2021
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