Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**: September 2022

Friday, September 30, 2022

 
अब रेवाड़ी-सीकर गाड़ी रात की बजाय चलेगी दिन में
-एक अक्टूबर से बदला गाडिय़ों का समय- केएल शर्मा
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के प्रमुख रेलवे स्टेशन कनीना खास से गुजरने वाली  गाडिय़ों का समय एक अक्टूबर से बदल गया है। 7 जोड़ी विभिन्न गाडिय़ां कनीना खास रेलवे स्टेशन से चल रही हैं जिनमें से 3 जोड़ी एक्सप्रेस तथा 4 जोड़ी स्पेशल पैसेंजर गाडिय़ां हैं।
विस्तृत जानकारी देते हुए स्टेशन मास्टर केएल शर्मा ने बताया कि दिल्ली सराय रोहिल्ला से जयपुर गाड़ी 1:53 पर, जयपुर-दिल्ली सराय रोहिल्ला 2:47 पर, श्रीगंगानगर-तिलक ब्रिज गाड़ी 4:21 पर, रेवाड़ी-बीकानेर गाड़ी 5:11 पर, दिल्ली जंक्शन सादुलपुर-हिसार गाड़ी 8:17 पर, हिसार सादुलपुर दिल्ली जंक्शन गाड़ी 8:54 पर चलेगी इसी प्रकार रात को चलने वाली सीकर-रेवाड़ी अब दिन में चलेगी। सीकर- रेवाड़ी 11:33 पर आएगी वही जोधपुर-रेवाड़ी गाड़ी रेलवे समय अनुसार 13:33 पर, रेवाड़ी-जोधपुर 13:45 पर, रेवाड़ी-सीकर गाड़ी 15:50 पर, हिसार-रेवाड़ी गाड़ी 19 बजे, इसी प्रकार रेवाड़ी-सादुलपुर हिसार 21:09 पर,तिलक ब्रिज-श्रीगंगानगर गाड़ी 21:34 तथा बीकानेर-रेवाड़ी गाड़ी 21:40 पर पहुंचेगी। उपरोक्त सभी गाडिय़ों का ठहराव कनीना खास रेलवे स्टेशन पर हो रहा है। ये गाडिय़ां 1 से 2 मिनट तक कनीना खास रेलवे स्टेशन पर ठहर कर अपने गंतव्य मार्ग पर चली जाती हैं।
उल्लेखनीय है कि कनीना एवं आसपास क्षेत्र के भारी संख्या में विद्यार्थी सीकर पढऩे के लिए एवं कोचिंग के लिए जाते हैं। रात को ट्रेन पकडऩे में कठिनाई होती थी किंतु अब उन्हें रात के अलावा दिन में भी एक गाड़ी उपलब्ध हो पाएगी। यह गाड़ी पहले रात के समय ही पैसेंजर के रूप में चलती थी अब उसे दिन में चला दिया गया है।
नहीं रुकती अनेको गाडिय़ां-
 कनीना क्षेत्र के समाजसेवियों शिव कुमार अग्रवाल, रविंद्र बंसल, भीम सिंह महेश बोहरा आदि ने सरकार से मांग की है कि कनीना खास रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली सभी फास्ट, सुपर फास्ट गाडिय़ों का कनीना में ठहराव किया जाए तथा लोगों को सुविधा दी जाए।
उन्होंने कहा है कि कनीना खास रेलवे स्टेशन  अहीर बाहुल्य क्षेत्र तथा सैनिकों का गढ़ है। ऐसे में वर्षों से यहां बार-बार मांग उठती आ रही है कि सभी ट्रेन रोकी जाए। जब कनीना खास रेलवे स्टेशन मीटर गेज होता था लगभग सभी गाडिय़ां रुकती थी किंतु जब से ब्राडगेज बना है तब से गाडिय़ों का ठहराव बंद हो गया है।
 फोटो कैप्शन: कनीना खास रेलवे स्टेशन।







खेलों से होता है शारीरिक विकास-सतीश जेलदार
-कनीना में मनाया प्रतिभा सम्मान समारोह
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कनीना की आवाज। खेलों से विद्यार्थियों का शारीरिक विकास तथा मानसिक विकास होता है। ये विचार कनीना पालिका के प्रधान सतीश जेलदार ने कनीना के मॉडल संस्कृति स्कूल में प्रतिभा सम्मान समारोह में कहे। समारोह में गत दिनों जिला स्तर पर आयोजित खेल-कूद प्रतियोगिता के विभिन्न खेलों में प्रदेश स्तर पर चयनित होकर विद्यालय एवं खण्ड का नाम रोशन किया है उन्हें सम्मानित किया गया।
प्राचार्य सतपाल धूपिया ने बताया कि विद्यालय के क्रिकेट-19, कबड्डी -14 और शाट पुट  में हर्षित को जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। एथेलेटिक्स में नितिन को दौड़ में तृतीय और  कबड्डी-19 में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरपालिका प्रधान सतीश जेलदार रहे। जिन्होंने जिला स्तर पर प्रथम आये विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
विशिष्ट अतिथि के रूप में आये हुए दीपक चौधरी, प्रधान बार एसोसिएशन कनीना ने बताया कि खेल कूद हमारे जीवन में महत्वपूर्ण रोल अदा करते है। प्रत्येक बच्चे को रुचि अनुसार खेलों में भाग अवश्य लेना चाहिए। इसके अलावा राम सिंह साहब, सचिव शिक्षा समिति कनीना और हेडमास्टर कृष्ण सिंह यादव भी अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।  राम सिंह साहब ने शिक्षा समिति कनीना की तरफ से विद्यालय प्रांगण में वाटर कूलर लगवाने की घोषणा की। इस अवसर पर प्राचार्य सत्यपाल धूपिया ने खेलो के महत्व पर प्रकाश डाला और विद्यार्थियों को बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 3: खेलों में नाम कमाने वाले कनीना के विद्यार्थियों को सम्मानित करते सतीश जेलदार एवं अन्य।





मां का छठा रूप-
माता कात्यायनी विधि विधान से पूजा करके, करे प्रसन्न-प्रदीप शास्त्री
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कनीना की आवाज। शीतकालीन नवरात्रि का छठा दिन माता कात्यायनी के स्वरूप में आराधना होती है जिसे हम सभी भक्तों विधि विधान जय माता की पूजा करने से व्यक्ति को सफलता और प्रसिद्धि प्राप्त होती है। ये विचार कनीना प्रदीप शास्त्री खाटू श्याम मंदिर कनीना ने व्यक्त किये
उन्होंने कहा कि माता कात्यायनी सभी मनोरथ को सिद्ध करने वाली हैं माता कात्यायनी को लाल रंग अति प्रसन्न है। माता को लाल पुष्प चढ़ाएं लाल गुलाब बहुत प्रिय है। माता की पूजा के समय लाल गुलाब अर्पित करें और दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए और आरती करें।
माता पार्वती का सबसे ज्वलंत स्वरूप जो कात्यायनी देवी हैं। माता कात्यायनी योद्धाओं की देवी है।असुरों के अंत और अत्याचार को देखते हुए देवताओं तथा ऋषियों की रक्षा के लिए माता पार्वती ने कात्यायन ऋषि के आश्रम में अपने स्वरूप में प्रगट हुई। कात्यायन ऋषि के आश्रम में प्रगट होने के कारण माता का नाम कात्यायनी पड़ा कात्यायन ऋषि उनको अपनी कन्या स्वीकार किया
माता कात्यायनी शेर पर सवारी करती हैं और माता कात्यायनी के चार भुजाएं होती हैं। वह अपने एक हाथ में कमल का पुष्प दूसरे हाथ में तलवार। एक हाथ में माता का अभय मुद्रा में आशीर्वाद देती हैं दाएं हाथ में वरद मुद्रा का आशीर्वाद देती हैं। माता कात्यायनी की पूजा सभी भक्तजनों को मनोरथ सफल करने वाली हैं। इसलिए
जिन कन्याओं का विवाह में विलंब होता है उन्हें माता कात्यायनी की आराधना करनी चाहिए जिससे अति शीघ्र उनकी मनोरथ सफल होती है। और माता रानी खुशहाल जीवन की आशीर्वाद देती हैं।अगर माता कात्यायनी को प्रसन्न करने के लिए किसी भी कामना को लेकर माता की 21 दिन तक आराधना एवं जाप करें तो मनोरथ सफल होता है।
फोटो कैप्शन: प्रदीप शास्त्री






एफपीओ दौंगड़ा अहीर के खरीद केंद्र का जिला उपायुक्त डा जेके आभीर ने उद्घाटन
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कनीना की आवाज। बीआरडी एफपीओ दौंगड़ा अहीर के खरीद केंद्र का जिला उपायुक्त डा जेके आभीर ने उद्घाटन किया। इस मौके पर जिला उपायुक्त ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को उपकरण,खाद और बीज जैसी जरूरी और अहम उत्पाद अच्छी गुणवत्ता और उचित मूल्य पर दिलवाना तथा तकनीकी, मार्केटिंग, ऋण,प्रोसेसिंग,सिंचाई आदि जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाना हैं। इससे किसान की आय बढ़ाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार की ओर से देश भर में 2024 तक 10 हजार एफपीओ खोलने की योजना है। इस स्कीम पर 6865 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इस दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है। टैगोर सामाजिक एवं शिक्षा समिति के चेयरमैन वीर सिंह यादव ने बताया कि हमारे देश में छोटे और सीमांत किसानों की संख्या सबसे अधिक है। इसे देखते हुए सरकार इन एफपीओ की स्थापना कर रही है ताकि छोटे और सीमांत किसानों को इसका लाभ मिल सकें।एफपीओ की जानकारी देते हुए डॉक्टर हरपाल सिंह विषय विशेषज्ञ नारनौल,डॉक्टर गजानंद शर्मा, देवेंद्र यादव एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर ने एफपीओ के बारे में बताया कि यह एक संगठन होता है जिसके सदस्य किसान होते हैं। यह किसान संगठन कंपनी एक्ट के तहत पंजीकृत होता है वहीं एफपीओ के डायरेक्टर इंजीनियर अशोक यादव,राजकुमार,महेंद्र सिंह,सत्यपाल यादव ने बताया की यह संगठन खेती-किसानी से जुड़े काम को आगे बढ़ाने में मदद करता है।एफपीओ के माध्यम से किसानों की आर्थिक दशा सुधारने और उनकी आय बढ़ाने की दिशा में सरकार का प्रयास जारी है। किसान एफपीओ योजना से खासकर छोटे किसानों को काफी लाभ हो रहा है और उनकी आय में बढ़ोतरी हो रही है। वहीं इस अवसर पर विजय सिंह एलडीएम ने किसानों को बैंक से संबंधित फायदों के बारे में किसानों को विस्तारपूर्वक समझाया।
फोटो कैप्शन 01: जिला उपायुक्त एफपीओ का उद्घाटन करते हुए।







भाषण प्रतियोगिता आयोजित
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कनीना की आवाज। नेहरू युवा केंद्र नारनौल के सौजन्य से राजकीय महाविद्यालय कनीना में विकसित भारत का लक्ष्य विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जल स्वच्छता एवं सहायक संगठन से खंड संसाधन संयोजक मोहित इसराना रहे।
 कार्यक्रम के अंदर प्रतिभागियों ने विकसित भारत का लक्ष्य विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए प्रतियोगिता में छात्रा विशाखा ने प्रथम स्थान,  सिमरन ने द्वितीय, महिमा तृतीय स्थान पर रही
 वही संवाद में अंशु और कोमल ने बाज़ी मारी
मोहित इसराना ने छात्रों निष्ठापूर्वक जीवन यापन करने के लिए प्रेरित किया।
प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर बल दिया
एन वाई वी कार्तिकेय ने नेहरू युवा केंद्र नारनौल से संबंधित आगामी कार्यक्रमों की सूचना दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही डा कांता ने छात्रों को अपने दायित्वों के प्रति सजग रहने को कहा। क्योंकि जब हर व्यक्ति अपने दायित्व के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित रहेगा तभी एक लिखित भारत का निर्माण हो सकेगा छात्रों को अपने जीवन में पढ़ाई पर स्थित ध्यान करना चाहिए किसान लगातार अपने खेत में मेहनत करता है जवान नियमित रूप से सरहद पर रक्षा करता है अध्यापक अपने शिक्षण कार्य के प्रति सजग  रहे तो ही भारत विकसित बन सकता है।
डा हरिओम भारद्वाज ने सभी विजेता प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी
सभी विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य डा सिंहमार , अध्यक्षता डा कांता , निर्णायक मंडल डा अनीता, डा. संदीप ,
कार्यक्रम संयोजक डा हरिओम, डा भारती
 डा सोमवीर,डा अंजू, डा मनीषा,डा आशा,डा माधवी डा मंजू, कैलाश चेतन राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक कार्तिकेय, गीता, प्राचार्य डा सिंहमार , अध्यक्षता डा कांता , निर्णायक मंडल डा अनीता, डा. संदीप ,कार्यक्रम संयोजक डा हरिओम, डा भारती आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 5: विजेताओं को पुरस्कृत करते प्राचार्य एवं अन्य।





दो अक्टूबर को मनाई जाएगी अग्रसेन जयंती
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कनीना की आवाज। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन शाखा कनीना द्वारा दो अक्टूबर को लाला शिवलाल धर्मशाला में महाराजा अग्रसेन जयंती मनाई जाएगी; जिसमें अग्रसेन की जीवनी पर प्रश्नोत्तरी व 70 साल से ऊपर के उम्र वालों को सम्मानित किया जाएगा। जिसमें अध्यक्षता शिव कुमार अग्रवाल, मुख्य अतिथि जतिन अग्रवाल चेयरमैन नगरपालिका अटेली के अलावा ठाकुर अतरलाल रहेंगे। विस्तृत जानकारी देते हुए संरक्षक ओमप्रकाश लिसानिया ने देते हुए लोगों को पहुंचने की मांग की।







 









सड़क के बीच में खड़े हैं ट्रांसफार्मर युक्त पोल
 -पोल तुरंत हटवाने की मांग
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कनीना की आवाज। खेड़ी से अगिहार सड़क मार्ग बनाये जाने का मामला पूरे यौवन पर है। किंतु सड़क मार्ग के बीच में ट्रांसफार्मर युक्त पोल आ गए हैं जिन्हें अविलंब हटाने की मांग की गई है। खेड़ी तलवाना तथा अन्य गांव के लोगों ने सड़क मार्ग के बीच में आने वाले इन ट्रांसफार्मर युक्त पोल को हटवाने की मांग की है ताकि सड़क सीधी बन सके और भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी ना हो। तलवाना के सरपंच ने भी इस संबंध में उच्च अधिकारियों से मांग की है।
 उल्लेखनीय है कि सड़क मार्ग बनाए जाने को लेकर रोड़ी डाले हुए हैं तथा सड़क मार्ग बनाए जाने की तैयारी पूरी हो गई है। सड़क मार्ग को बनाए जाने से पहले इस ट्रांसफर युक्त पोल को हटाने की मांग उठ रही है।
फोटो कैप्शन 04: सड़क के बीच में खड़े पोल जो समस्या बने हुए हैं।




Thursday, September 29, 2022

 मोदी द्वारा लिये गये फैसलों पर भाजपा ने बांटे लड्डू
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कनीना की आवाज। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी द्वारा लिए गए एतिहासिक फैसलों पर  कनीना में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लड्डू बांटकर खुशी मनाई। यह पीएफआई पर बैन व  भारतीय सेना का नया सीडीएस अनिल चौहान के नियुक्ति करने पर मोदी का आभार जताया। इस मौके पर बोलते हुए जिला कार्यकारिणी सदस्य कवंरसैन वशिष्ठ ने कहा कि मोदी है तो सब कुछ संभव है और साहसिक कार्य करने के लिए दुनिया में अग्रणीय है। इस मौके पर कवर सैन वशिष्ठ मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला, देवदत्त अध्यक्ष ओबीसी मोर्चा, हनुमान जिला महामंत्री किसान मोर्चा, अनिल जिला उपाध्यक्ष किसान मोर्चा, प्रदीप कुमार प्रधान, राहुल मित्तल मंडी, सतीश उर्फ बंटी सेहलंग, कृपाराम यादव करीरा, कृपाराम यादव करीरा, लख्मी चंद चौहान जिला महामंत्री आदि कार्यकर्ता आदित्य आदि कार्यकर्ता हाजिर रहे।
फोटो कैप्शन 02: भाजपा कार्यकर्ता लड्डू बांटते हुए।





 विधि विधान से होनी चाहिए स्कंदमाता की पूजा-सुरेंद्र शर्मा
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कनीना की आवाज। नवरात्रि के पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप की पूजा की जाती है जिसका नाम स्कंदमाता है। कार्तिकेय की माता के कारण इन्हें स्कंदमाता का नाम दिया गया है भगवान स्कंद बाल बाल रूप में माता की गोद में विराजमान है। ये विचार सुरेंद्र शर्मा ज्योतिषाचार्य ने व्यक्त किये।
माता की पूजा कैसे करें-
सुरेंद्र शर्मा बताते हैं कि सबसे पहले माता के लिए चौकी पर स्कंदमाता की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करनी चाहिए। इसके बाद शुद्धिकरण करने के लिए पंचगव्य तैयार करना चाहिए जिसके लिए हमें गोमूत्र गाय का गोबर गाय का घी गाय का दही गाय का दूध एक पात्र में एकत्रित करके पंचगव्य तैयार करें और जिस स्थान में पूजा कर रहे उस स्थान में भी इसका छिड़काव करें और माता रानी के लिए चौकी के बगल में चांदी या मिट्टी के घड़े में जल भरकर कलश की स्थापना करनी चाहिए। इसके बाद हमें मन में संकल्प लेना चाहिए कि है माता यथाशक्ति यथा भक्ति पूजा कर रहे हैं। जो हमारा सामर्थ है उस हिसाब से हम आपकी सेवा में हाजिर हुए हैं, अपना बालक मानकर हमें क्षमा करें। वैदिक एवं सप्तशती मंत्रों के द्वारा स्कंदमाता सहित समस्त स्थापित देवताओं की षोडशोपचार पूजा करें माता का आवाहन करना चाहिए। जिसके लिए हमें आसन, आचमन,स्नान, वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, रोली, बिल पत्र, दूर्वा, सिंदूर, आभूषण, पुष्प हरा पुष्प माता को प्रिय है। हरा पुष्प चढ़ाना चाहिए सुगंधित द्रव्य धूप में फल और माता से क्षमा याचना करनी चाहिए तत्पश्चात वितरण करके पूजा संपन्न करें पंचमी तिथि की अष्टधातु देवी स्कंदमाता हैं जिन व्यक्तियों को संतान का अभाव हो वे माता की पूजन अर्चन तथा मंत्र जाप कर लाभ उठाएं। स्कंदमाता संतान को प्राप्ति देने वाली हैं निश्चय ही स्कंदमाता की पूजा करने से हमारी मनोरथ सफल होती है।  माता को भोग एवं प्रसाद स्कंदमाता को केले का भोग लगाना चाहिए और यह प्रसाद गौ ब्राह्मण को देना चाहिए। ऐसा करने से मनुष्य की बुद्धि का विकास होता है। हमारे मन को शांति मिलती है और माता रानी अति शीघ्र प्रसन्न होती हैं हमारे जीवन के सभी कष्टों को नाश करती हैं और हमारे परिवार का कल्याण करते हैं इसीलिए हमें स्कंदमाता की मन मानसिक शांत चित्त से स्थिर मन से माता की पूजा करनी चाहिए।
फोटो कैप्शन : सुरेंद्र शर्मा।




छोटी बच्चियों का अनोखा खेल है सांझी
--नौ दिन चलता है मां के संग बच्चियों का खेल
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कनीना की आवाज। ग्रामीण क्षेत्र में दशहरे तक चलने वाला सांझी का पर्व नवरात्रि प्रारंभ के साथ ही शुरू हो चुका है। एकता और भाईचारे का पर्व सांझी छोटे बच्चों का मां के संग खेल चलता है। दुर्गा मां की प्रतिमूर्ति दीवार पर बनाई जाती है।
 गांवों में गोबर तथा सरकंडों से सांझी दिवार पर बनाई जाती है जिसे बच्चियां सिंझा कहती हैं। प्रतिदिन गीत गाकर और भोजन कराकर बच्चियों का समूह अपने घर चला जाता है। नौ दिनों तक शाश्वत चलने वाली क्रिया का अंत दशहरे पर होता है। राजस्थान का गणगौर का बहुत करीबी पर्व है।
    सांझी को देवी मां की संज्ञा दी जाती है जो नवरात्रों में नौ रूपों में पूजी जाती है। गांवों में तो सांझी मनोरंजन का अच्छा साधन बन गया है। भाद्रपद अमावस्या के दिन गांवों में छोटे-छोटे बच्चे एवं बच्चियां मिलकर गोबर, चूड़ी के टुकड़े, कपड़ों की कतरन व कई साजोसामान से देवी मां की  झलक देने वाली सांझी दिवार पर बना देती हैं। तत्पश्चात प्रतिदिन शाम के वक्त पास पड़ोस की बच्चियां इक_ïी होकर सांझी को खाना खिलाती हैं तथा गीत गाती हैं।
    सांझी के निर्माण में बच्चियां अपनी बुद्धि व कौशल का परिचय देती हैं। जिस प्रकार सांझी मां के हाथ व पैरों को सजाया और संवारा जाता है।  बाल कलाकारों की यह अनोखी कलाकारी मन को मोह लेती है। भोजन कराने की क्रिया दशहरे तक चलती है। दशहरे के दिन सांझी को भोजन कराकर एक मटकी में डाला जाता है और जोहड़ में बहा दिया जाता है। जब बच्चियां सांझी को जोहड़ में प्रवाहित करने ले जाती हैं तो लड़कों का समूह मटकी को छीनकर तोडऩे का प्रयास करते हैं। यहां तक कि जोहड़ में तैरती हुई मटकी को भी तोडऩे का प्रयास किया जाता है।
         एक अनोखी परम्परा के अनुसार सांझी के समक्ष जितने भी बच्चे एवं बच्चियां मिलकर गीत गाते हैं वे प्रतिदिन अपनी बारी के अनुसार गीत समाप्त होने के बाद बाकली या बतासे बांटते हैं। बारी-बारी से प्रत्येक घर का बच्चा यह प्रसाद लाता है और बांटकर खाते हैं। सांझी को जोहड़ में प्रवाहित करने का फैसला भी सामूहिक होता है।  
 इस पर्व से जुड़ा है बच्चों का मनोरंजन तथा साथ में उन्हें एकता, सहयोग एवं गीतीकेय के गुण पैदा होते हैं। कनीना की संतरा देवी का कहना है कि बच्चियां मिलकर खाना खिलाते हैं और मां के गुणगान करते हैं इससे धार्मिक आस्था बढ़ती है वहीं सहयोग की ताकत पैदा होती है।
फोटो कैप्शन 01: दीवार पर बनी हुई सांझी।




समाजसेवी अनूप कुमार प्रवक्ता को मातृ शोक
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कनीना की आवाज। गाहड़ा निवासी प्रसिद्ध समाज वरिष्ठ प्रवक्ता अनूप कुमार की माता फूलपती का देहांत हो गया। वे 74 वर्ष की थी। अपने पीछे 2 पुत्र 2 पुत्रियां तथा भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। उनके उनका अंतिम संस्कार गांव गाहड़ा में किया गया। इस मौके पर भारी संख्या में आसपास के गणमान्य लोग उपस्थित थे। शोक व्यक्त करने वालों में भक्त डा मुंशीराम, मिथिलेश कुमार, महिपाल सिंह, आरडी शास्त्री, प्रदीप कुमार राजेश कुमार वरिष्ठ प्रवक्ता,  मनीराम एवं अन्य
 गणमान्य जन मौजूद थे।
 फोटो कैप्शन :फूलपती ।


केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह 30 को कनीना में
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कनीना की आवाज। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, हरियाणा सरकार में मंत्री डा ओमप्रकाश एडीओ तथा विधायक अटेली सीताराम यादव एक शोरूम का उद्घाटन करेंगे। विस्तृत जानकारी देते हुए मुकेश कुमार नंबरदार ने बताया कि उनका नया शोरूम कोसली मार्ग पर बना है। इसका उद्घाटन मंत्री करेंगे।




रक्तदान शिविर में 55 यूनिट रक्त किया इकट्ठा
-सेवा पखवाड़े के तहत लगा शिविर
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कनीना की आवाज। भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर चल रहे सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत सिविल अस्पताल कनीना में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर  रक्तदाताओं द्वारा 55 यूनिट रक्तदान किया गया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ अटेली  विधायक सीताराम यादव के द्वारा किया गया। और फूल देकर रक्त दाताओं का हौसला बढ़ाया। शिविर के संयोजक चेयरमैन वीरेंद्र दीक्षित जिला महामंत्री भाजपा युवा मोर्चा ने सभी रक्तदाता ओं का धन्यवाद किया और कहा कि रक्तदान जीवनदान के समान है । इस अवसर पर डॉ अंकित शर्मा ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। रक्तदान से जरूरतमंद लोगों की जान बचाई जा सकती है। रक्तदान करना पुण्य का काम है। इस मौके पर शिविर के सह संयोजक पंकज करीरा लख्मीचंद चौहान अतर सिंह कैमला धीरज कनीनवाल राजेश मुंडिया खेड़ा थान सिंह भोजावास मनोज कनीना हनुमान सेहलंग दीपक वशिष्ठ आदि उपस्थित थे
फोटो कैप्शन 07: रक्तदान
शिविर में सीताराम विधायक।




केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह 30 को करेंगे सैनिक फार्म का उद्घाटन
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कनीना की आवाज। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, हरियाणा सरकार में मंत्री डा ओमप्रकाश एडीओ तथा विधायक अटेली सीताराम यादव सैनिक फार्म का उद्घाटन करेंगे। विस्तृत जानकारी देते हुए सतपाल साहब ने बताया कि उनका नया फार्म हाउस रेवाड़ी मार्ग पर बना है। इसका उद्घाटन मंत्री करेंगे।


नेताजी सुभाषचंद्र बोस शौर्य पुरस्कार से शहीद के पिता को नवाजा
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कनीना की आवाज। सुंदराह के शहीद कण सिंह के घर विभिन्न नेता जाकर शोक जता रहे हैं।
पूर्व एसडीएम कनीना संदीप सिंह ने शहीद करण सिंह यादव सुंदराह के घर जा कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी तथा परिवार वालों को सांत्वना दी। उन्होंने नेताजी सुभाषचंद्र बोस शौर्य सम्मान तथा 51 हजार रुपये शहीद करण सिंह के नाम पर शहीद के पिता प्रदीप कुमार को सौंपे तथा गांव में उनके नाम से पीपल का पेड़ लगाया ताकि वर्षों तक उन्हें याद रखा जाए।
फोटो कैप्शन 8: शहीद के पिता को शौर्य अवार्ड सौंपते पूर्व एसडीएम कनीना संदीप सिंह।






Wednesday, September 28, 2022

 
जल्द ही मिलेंगी कनीना बस स्टैंड पर आधुनिक सुविधाएं

---परिवहन मंत्री ने की घोषणा
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कनीना की आवाज। हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश के कनीना सहित 6 बस स्टैंड यात्रियों की सुविधा के लिए आधुनिक स्तर की सभी सुविधाओं से सुसज्जित बनाए जाएंगे । परिवहन मंत्री विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए चंडीगढ़ में यह बात कही है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही नए बनाए जाने बस अड्डों की आधारशिला रखी जाएगी ताकि लोगों को जल्द से जल्द इनका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ के कनीना में पुराने बस स्टैण्ड का मलबा हटाने के लिए टैण्डर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर 6 बेज के आधुनिक स्तर के बस स्टैण्ड बनाये जाएंगे।
परिवहन मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा इस वर्ष नए बस स्टैण्ड बनाने, नवीनीकरण करने व नए भवनों के निर्माण पर लगभग 70 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी जबकि गत वर्ष के दौरान राज्य के कई स्थानों पर बस स्टैण्ड बनाने व नवीनीकरण करने आदि के कार्य पर 17 करोड़ रुपए से अधिक की राशि व्यय की गई। परिवहन मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा एक हजार बसों को खरीदने के लिए टैण्डर आंमत्रित कर लिए गए हैं जिन्हें शीघ्र ही अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके अलावा आगामी दो माह में 50-50 इलैक्ट्रिक बसें भी शीघ्र ही विभाग को मिल जाएंगी। इनसे परिवहन सुविधाओं में और अधिक इजाफा होगा।   



डॉ सी एस वर्मा कवि मूलचंद नागवान साहित्य सम्मान से विभूषित
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कनीना की आवाज। आदर्श गांव गुजरवास निवासी कवि-गीतकार एवं समीक्षक डॉ सी एस वर्मा प्रभाकर को हिंदी साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए चरखी दादरी में कवि मूलचंद नागवान साहित्य-सम्मान से विभूषित किया गया । निर्मला स्मृति साहित्यिक समिति चरखी दादरी के तत्वावधान में रविवार को आयोजित अंतरराट्रीय साहित्य-सम्मान समारोह में डॉ वर्मा को शॉल, स्मृति-चिह्न तथा नकद धनराशि भेंटकर सम्मानित किया । चम्पादेवी राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक अटेली में सेवारत हिंदी-प्राध्यापक डॉ छतर सिंह वर्मा प्रभाकर विगत 20 वर्षों से कविता, कहानी व लघुकथा इत्यादि साहित्यिक विधाओं में लेखन कार्य कर रहे हैं ।  उल्लेखनीय है कि हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित डॉ वर्मा की काव्य कृति  दीप जलाना चाहता हूं की श्रेष्ठता हेतु सर्वभाषा ट्रस्ट, नई दिल्ली द्वारा सूर्यकांत त्रिपाठी निराला सम्मान भी दिया जा चुका है । इसके अतिरिक्त साहित्यिक सेवाओं के लिए उनको साहित्य-सुगन्ध, मनुमुक्त साहित्य सम्मान साहित्य-रत्न तथा साहित्य-श्री सम्मान से नवाजा जा चुका है तथा समग्र मानवीय सेवाओं के लिए उनको महामहिम राज्यपाल द्वारा भी सम्मान प्राप्त हो चुका है  । इस अवसर पर सुविख्यात भाषा वैज्ञानिक डॉ नरेश मिश्र, दिल्ली विश्वविद्यालय हिदी विभागाध्यक्ष एवं निदेशक भारतीय अनुवाद परिषद डॉ पूर्ण चंद टण्डन, प्रज्ञा साहित्य मंच के अध्यक्ष डॉ मधुकांत, डॉ ललितेश ठाकुर गुरुग्राम, सर्वभाषा ट्रस्ट के सम्पादक केशव मोहन पांडेय, प्रेरणा आश्रम कुरुक्षेत्र के संरक्षक डा जयभगवान सिंगला, प्राचार्य सुमेर सिंह यादव, डॉ विश्वेश्वर भारद्वाज 'विश्वेश',  महाराष्ट्र से डॉ संजय सिंह चोपाडे, वरिष्ठ साहित्यकार राधेश्याम शुक्ला हिसार, वरिष्ठ पत्रकार डॉ विनोद शर्मा चंडीगढ़, डॉ उषाकिरण चंपारण, बिहार, जींद से ओमप्रकाश चौहान, रामफल खटकड़, लहना सिंह, सुशीला जांगडा, देवदत्त देव, डॉ रमाकांत भिवानी, वरिष्ठ कवयित्री रोशनी शर्मा, अनिता भारद्वाज अर्णव, डॉ शील कौशिक,डॉ सविता शर्मा,  डॉ राजकुमार निजात, डॉ सोमवीर सिवाच, डॉ बसन्त बंसल, निर्मला शर्मा, कवि दलबीर फूल, डॉ दिग्विजय शर्मा आगरा, डॉ दिवगीश तेलंगाना,  ओपीजेएस विश्वविद्यालय चूरू से डॉ दिग्विजय, ईश्वर सिंह गहलावत झज्झर, रोशन बलूनी, गढ़वाल, डॉ इंदु गुप्ता फरीदाबाद, जल स्टार एडवोकेट रमेश गोयल, वरिष्ठ पत्रकार दयानन्द प्रधान तथा ज्योति स्वरूप सहित विभिन्न प्रान्तों से वरिष्ठ साहित्यकार मौजूद रहे ।
फोटो कैप्शन 05: डा सीएस वर्मा को सम्मानित करते हुए विभिन्न लोग।






शहीद भगत सिंह को किया याद
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में देश की आजादी के महानायक शहीदे आजम भगत सिंह का जन्म उत्सव बहुत ही शानदार और उल्लास के साथ मनाया गया विद्यालय में गणित के प्रवक्ता अजय बंसल ने भगत सिंह के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डाला तथा उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे शहीदों के बताए हुए मार्ग पर चलें। विद्यालय में अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक ने शहीदे आजम भगत सिंह के जीवन के अनेक प्रसंग विद्यार्थियों को बताएं तथा उन्होंने कहा कि भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी सदियों में जन्म लेते हैं तथा उन्हीं क्रांतिकारियों की बदौलत हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस अवसर पर 11वीं कक्षा की छात्रा वंदना ने भगत सिंह के जीवन पर कविता का वाचन किया तथा प्रियंका ने भगत सिंह के जीवन के बारे में विस्तार से भाषण दिया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रवक्ता राजेंद्र कटारिया, निशा यादव,पूनम यादव, धर्मेंद्र डीपी, राकेश कुमार,रतन लाल,मुकेश कुमार व चंद्रशेखर सहित विद्यालय के समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे सभी विद्यार्थियों  तथा स्टाफ सदस्यों ने शहीद-ए-आजम को श्रद्धासुमन भी अर्पित किए
फोटो कैप्शन 06: भगत सिंह को याद करते अगिहार के विद्यार्थी एवं शिक्षक।




शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस मनाया गया
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कनीना की आवाज। एसडीवमा विद्यालय ककराला में भारत मां के वीर सपूत शहीद-ए-आजम के जन्म दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई व उनके जीवन संबधित घटनाओं व शिक्षाओं को विद्यार्थियों से साझा किया गया। विद्यालय निदेशक जगदेव यादव ने बताया कि भारत प्राचीन समय से ही वीरों की भूमि रहा है। शहीद भगत के जन्म दिवस पर प्रत्येक भारतवासी उनको  नमन करता है। उनका अद्मय साहस व देशभक्ति हमें प्रेरित करती है। उनके आजाद भारत का स्वप्न एवं दृष्टिकोण को साकार करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी हैं। 28 सितम्बर 1907 में पंजाब के लायलपुर में जन्में भगत सिंह प्रारम्भ से ही निर्भीक एवं साहसी थे। छोटी उम्र से ही वे आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए व जीवन पर्यन्त मां भारती की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्धन सदस्यों के साथ अन्य स्टाफ सदस्यों ने भी शहीद भगत सिंह की श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्राचार्य ओमप्रकाश, उप-प्राचार्य पूर्ण सिंह, सीएओ नरेन्द्र यादव, सीईओ आर एस यादव, फुटबाल कोच प्रदीप व समस्त स्टाफ  सदस्य उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 04: एसडी स्कूल ककराला में शहीद भगत सिंह को याद करते।




5 एमएम बारिश के साथ आई अंधड़
-टूटे सैकड़ों पेड़
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में शाम के करीब सात बजे तेज अंधड़ के साथ बारिश आई जिसके चलते पेड़ पौधे टूट गए हैं। किसानों द्वारा खेतों में काट कर डाला गया बाजरा भी इधर उधर उड़ गया है। बिजली के तार एवं पेड़ इतने टूट गये कि बुधवार को दिनभर कर्मी लगे रहे तब जाकर मामला काबू में आया है। यह अंधड़ महज कनीना में ही आने से चर्चा का विषय बना हुआ है।
 सुनील कुमार कनीनावासी ने बताया कि उनके घर के पास वर्षों पुराना कीकर का पेड़ भी आ गिरा है। कितनी तेज अंदर थी कि सभी पेड़ों की कुछ न कुछ टहनियां टूट कर गिर गई। अंधड़ के कारण छोटे-छोटे पौधे भी टेढ़े मेढ़े हो गए हैं। 5 एमएम बारिश नोट की गई है। किसान पहले अधिक बारिश के कारण परेशान है। उस पर पुन: बारिश होना उनके लिए और भी कष्ट दायक साबित होगा। कनीना क्षेत्र में बिजली भी बारिश के कारण गुल रही।
फोटो कैप्शन 01: अंधड़ से टूटकर गिरे पेड़ एवं टूटे हुए बिजली के तार।





नहीं फेंकना चाहिए उगाए हुए जौ को
-ज्वारे रस के रूप में करें प्रयोग
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कनीना की आवाज। नवरात्रि चल रहे हैं। नवरात्रों पर जहां जौ उगाने की एक प्रथा है। करीब 9 दिनों में ये गेहूं और जौ बड़े हो जाते हैं जिन्हें पानी में बहा दिया जाता है। यद्यपि पानी में बहाने से जहां जल दूषित होता है वहीं अनेक विद्वान मानते हैं कि बहाने नहीं चाहिए। इनका उपयोग करना चाहिए। ये अनेक रोगों में काम आते हैं।
मांगेराम शर्मा योगाचार्य जिन्होंने क्षेत्र में हजारों लोगों को अपनी योग एवं जड़ी बूटियों से ठीक किया है, का कहना है कि ये जौ तथा गेहूं  जब आठ दिन बाद काटे जाए तो इनसे ज्वारे रस प्राप्त किया जा सकता है। इसमें क्लोरोफिल आयोडीन, सेलेनियम, आयरन, विटामिन आदि अनेक पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए लाभप्रद है। इसलिए नवरात्रि संपन्न किए जाए इन का ऊपरी भाग काट कर पानी में मिलाकर जरूर व्रत खोलना चाहिए जिससे शरीर लंबे समय तक स्वस्थ रहेगा। उनका कहना है कि जहां करीब 350 के करीब बीमारियां ठीक हो जाती है वही कैंसर में भी लाभप्रद है। दांतों से खून आना, दांतो की समस्या को दूर करने के लिए जवारे रस पी लेना चाहिए।


फल सब्जियों ने बिगाड़ा स्वाद
-नवरात्रि आते ही बढ़ गये हैं भाव
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में सब्जी रिकार्ड महंगाई पर पहुंच गई है। जहां एक महीने में भाव दोगुने पहुंच गए हैं। वहीं नवरात्रि में भाव और भी बढ़ गये हैं।
फल और सब्जियों पर नजर डालें तो पता चलता है कि-
           रुपये किलो   एक माह पूर्व
सिंघाड़ा    50             नहीं आये थे          
हरी मिर्च     100           50
शिमला मिर्च 100            40
टिंडा         80            30
बैंगन          40             15
अदरक       120             80
आलू          30              20
खीरा          40              20
तोरई         40              30
भिंडी         40              30
पालक     15 की गुत्थी     10
सेब        120              80                       
केला       80 रुपये दर्जन    50
लौकी      30                15
आलू       60 पहाड़ी       30
गोभी       70             --
बैगन        30              10
टमाटर      60               40
पपीता        50             40          
क्या कहती गृहणियां .....
गृहणी शकुंतला, नीलम, आशा आदि ने बताया कि सब्जियां खाना कठिन हो गया है। इसलिए दाल या कढ़ी, खाटा का साग आदि घरेलू सब्जियां बनाकर खाई जा रही है। जहां टमाटर की जगह कचरी प्रयोग कर रहे हैं वही करौंदा भी काम में ले रहे हैं। नींबू से भी काम चलाया जा रहा है। क्षेत्र में कढ़ी और खाटा का साग बहुत प्रचलित है। नवरात्रि के चलते भाव बढ़ गये हैं।
क्या कहते दुकानदार....
 दुकानदार रमेश, दिनेश, मुकेश आदि ने बताया कि उन्हें थोक में महंगे दामों पर सब्जियां मिल रही हैं। यही कारण है कि वह मजबूरन वे महंगे दामों पर सब्जियां बेच रहे हैं। उधर फल विक्रेता शिव कुमार ने बताया कि फल महंगे मिल रहे हैं।  
क्या कहते हैं जिला वानिकी अधिकारी-
 जिला वानिकी अधिकारी डा मनदीप यादव ने बताया कि इन दिनों जहां रबी और खरीफ दोनों के बीच फसलों के बीच की अवस्था होती है। इसलिए फल सब्जियां कम हो जाती है और यह महंगे दामों पर बिकती है। अब खरीफ फसल बतौर सब्जियां आने पर फिर से दाम घट जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस हर वर्ष दस मौसम में भाव बढ़ते हैं।
क्या कहते हैं फल खरीददार-
फल खरीदने वाले सूबे सिंह, इंद्रजीत, महेश कुमार, कुलदीप सिंह आदि ने बताया कि फलों के भाव आसमान छू रहे। इसलिए अधिक नहीं, बहुत कम फल खाकर कर गुजारा कर रहे हैं या फिर फल नहीं भी खरीदते। जब भी फल सब्जियां सस्ते होंगे फिर से खरीदने लग जाएंगे। नवरात्रि के बाद भाव गिरने के आसार हैं।




एक और आरोपित हुआ गिरफ्तार
-भोजावास में गोली चलाने का मसला
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कनीना की आवाज। जान से मारने की नियत से गोली चलाने के मामले में एक ओर आरोपित गिरफ्तार किया है जो वारदात को अंजाम देने की योजना बनाने में शामिल था। मामले में अब तक 9 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने गांव भोजावास के बस अड्डा पर एक व्यक्ति पर जान से मारने नियत से गोली चलाने के मामले में कार्रवाई करते हुए एक ओर आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित की पहचान सोनू उर्फ जीपीएस वासी सुंदरह के रूप में हुई है। पुलिस ने पता लगाया कि आरोपित वारदात को अंजाम देने की योजना बनाने में शामिल था। आरोपित को आज न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
इस मामले में पुलिस द्वारा छह आरोपितों विकास उर्फ सोनी वासी सुंदरह कनीना, ओमप्रकाश वासी भोजावास, संदीप वासी बिरोहड़ थाना साल्हावास झज्जर, शिशनपाल उर्फ टमाटर वासी ढाणी फोगाट, हेमंत, सोमबीर और बल्ली को पहले गिरफ्तार किया गया था। मामले में दो ओर आरोपितों अनिल वासी भोजावास और सतपाल वासी दुबलधन को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया था। जिनसे पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है।
गांव गोमला निवासी सोनू ने थाना सदर कनीना को शिकायत दी थी कि वह शाम के समय गांव भोजावास के बस अड्डा पर बर्गर खा रहा था। उसने बताया कि उसी समय अंकुर उर्फ बोगा वासी भोजावास व क्रांति वासी भोजावास और 9-10 अन्य व्यक्ति पैदल आए और 4-5 लड़के पिस्टल, रिवॉल्वर और देशी कट्टा लिए हुए थे।
जिन्होंने आते ही शिकायतकर्ता के ऊपर एक दम गोलियां चलानी शुरू कर दी। शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकुर ने अपने हथियार से एक गोली छाती में मारी तथा क्रांति ने अपने हथियार से एक गोली दाहिनी कोच पर मारी तथा उनके साथियों ने भी गोलियां मारी। जो पीठ पर, हाथ वा शरीर पर गोलियां लगी, सभी ने जान से मारने की नीयत से गोलियां चलाई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकुर वा क्रांति के साथ उसकी कुछ दिन पहले मामूली कहासुनी हुई थी, इसी रंजिश के कारण उन्होनें अपने साथियों के साथ मिलकर जान से मारने की नीयत से उसे गोलियां मारी थी। लोगों को आता देखकर वे छोङ़कर भाग गये। शिकायत के आधार पर थाना सदर कनीना में मामला दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 03: भोजावास मसले में गिरफ्तार एक और आरोपित।







माता कुष्मांडा मां की पूजा विधि विधान से करे-प्रदीप शास्त्री
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कनीना की आवाज। नवरात्रि के चतुर्थ दिन मां कुमांडा की पूजा और अर्चना विधि विधान से की जाती है। विस्तृत जानकारी देते हुये कनीना के खाटू श्याम मंदिर पुजारी प्रदीप शास्त्री ने बताया कि पूजा से उपासक का मन अनाहत चक्र में उपस्थित रहता है। इसलिए इस दिन बेहद साफ और पवित्र मन से मां कुष्मांडा देवी के स्वरूप को ध्यान में रखकर पूजा और आराधना करनी चाहिए। मां कुष्मांडा को लेकर यह प्रबल मान्यता है कि इनकी पूजा से भक्तों के सभी रोग नष्ट होते हैं। आइए जानते हैं मां का स्वरूप, महिमा, पूजाविधि, भोग और मंत्र।
नवरात्र के चौथे दिन की अधिष्ठात्री देवी हैं मां कुष्मांडा। मान्यता है कि जो मनुष्य सच्चे मन से और संपूर्ण विधिविधान से मां की पूजा करते हैं, उन्हें आसानी से अपने जीवन में परम पद की प्राप्ति होती है। यह भी माना जाता है कि मां की पूजा से भक्तों के समस्त रोग नष्ट हो जाते हैं। मां कुष्मांडा को अष्टभुजाओं वाली देवी भी कहा जाता है। उनकी भुजाओं में बाण, चक्र, गदा, अमृत कलश, कमल और कमंडल सजे हैं। वहीं दूसरी भुजा में वह सिद्धियों और निधियों से युक्त माला धारण किए हुए हैं। मां कुष्मांडा की सवारी सिंह है। प्रात: स्नान से निवृत्त होने के बाद मां दुर्गा के कुष्मांडा रूप की पूजा करें। पूजा में मां को लाल रंग का पुष्प, गुड़हल, या फिर गुलाब अर्पित करें। इसके साथ ही सिंदूर, धूप, दीप और नैवेद्य चढ़ाएं। मां की पूजा आप हरे रंग के वस्त्र पहनकर करें तो अधिक शुभ माना जाता है। इससे आपके समस्त दुख दूर होते हैं कुष्मांडा देवी को सफेद कुम्हड़े यानी समूचे पेठे के फल की बलि दें। इसके बाद देवी को दही और हलवे का भोग लगाएं। ब्रह्मांड को कुम्हड़े के समान माना जाता है, जो कि बीच में खाली होता है। देवी ब्रह्मांड के मध्य में निवास करती हैं और पूरे संसार की रक्षा करती हैं। अगर आपको साबुत कुम्हड़ा न मिल पाए तो आप मां को पेठे का भी भोग लगा सकते हैं। और भक्ति भावना से माता रानी की आराधना करें।
फोटो कैप्शन: प्रदीप शास्त्री

Tuesday, September 27, 2022

 
5 एमएम बारिश के साथ आई अंधड़
-टूटे सैकड़ों पेड़
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में शाम के करीब सात बजे तेज अंधड़ के साथ बारिश आई जिसके चलते पेड़ पौधे टूट गए हैं। किसानों द्वारा खेतों में काट कर डाला गया बाजरा भी इधर उधर उड़ गया है।
 सुनील कुमार कनीनावासी ने बताया कि उनके घर के पास वर्षों पुराना कीकर का पेड़ भी आ गिरा है। कितनी तेज अंदर थी कि सभी पेड़ों की कुछ न कुछ टहनियां टूट कर गिर गई। अंधड़ के कारण छोटे-छोटे पौधे भी टेढ़े मेढ़े हो गए हैं। 5 एमएम बारिश नोट की गई है। किसान पहले अधिक बारिश के कारण परेशान है। उस पर पुन: बारिश होना उनके लिए और भी कष्ट दायक साबित होगा। कनीना क्षेत्र में बिजली भी बारिश के कारण गुल रही।


भोजावास के बस अड्डा पर जान से मारने नियत से गोली चलाने के मामले में दो ओर आरोपित गिरफ्तार
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कनीना की आवाज। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के दिशा-निर्देशों में काम करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने गांव भोजावास के बस अड्डा पर एक व्यक्ति पर जान से मारने नियत से गोली चलाने के मामले में कार्रवाई करते हुए दो ओर आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान अनिल वासी भोजावास और सतपाल वासी दुबलधन के रूप में हुई है। आरोपितों को आज न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
इस मामले में पुलिस द्वारा छह आरोपितों विकास उर्फ सोनी वासी सुंदरह कनीना, ओमप्रकाश वासी भोजावास, संदीप वासी बिरोहड़ थाना साल्हावास झज्जर, शिशनपाल उर्फ टमाटर वासी ढाणी फोगाट, हेमंत, सोमबीर और बल्ली को पहले गिरफ्तार किया गया था।
गांव गोमला निवासी सोनू ने थाना सदर कनीना को शिकायत दी थी कि वह शाम के समय गांव भोजावास के बस अड्डा पर बर्गर खा रहा था। उसने बताया कि उसी समय अंकुर उर्फ बोगा वासी भोजावास व क्रांति वासी भोजावास और 9-10 अन्य व्यक्ति पैदल आए और 4-5 लड़के पिस्टल, रिवाल्वर और देशी कट्टा लिए हुए थे।
जिन्होंने आते ही शिकायतकर्ता के ऊपर एक दम गोलियां चलानी शुरू कर दी। शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकुर ने अपने हथियार से एक गोली छाती में मारी तथा क्रांति ने अपने हथियार से एक गोली दाहिनी कोच पर मारी तथा उनके साथियों ने भी गोलियां मारी। जो पीठ पर, हाथ व शरीर पर गोलियां लगी, सभी ने जान से मारने की नीयत से गोलियां चलाई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकुर वा क्रांति के साथ उसकी कुछ दिन पहले मामूली कहासुनी हुई थी, इसी रंजिश के कारण उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर जान से मारने की नीयत से उसे गोलियां मारी थी। लोगों को आता देखकर वे छोङ़कर भाग गये। शिकायत के आधार पर थाना सदर कनीना में मामला दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 02: पुलिस द्वारा गिरफ्तार दो आरोपित






उप नागरिक अस्पताल में दी जाए सुविधाएं
-एक्सरे मशीन तक का है टोटा
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कनीना की आवाज। कनीना के उप नागरिक अस्पताल बने तीन साल से अधिक समय बीत गया है किंतु अभी तक यहां सुविधाओं का टोटा है जिसके चलते मरीजों को दूरदराज जाने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। कस्बा के विभिन्न लोगों ने प्रशासन सरकार से मांग की है कि तुरंत कनीना उप नागरिक अस्पताल में जहां एमडी तथा सर्जन भेजा जाए। विभिन्न मशीनें भी उपलब्ध करवाई जाए।
 कनीना कस्बे के समाज सेवी महेश बोहरा, सुमेर सिंह चेयरमैन, मोहन पार्षद, कुलदीप कुमार, शिव कुमार, दिनेश कुमार आदि ने बताया कि कनीना उप-नागरिक अस्पताल में अभी तक कोई एमडी कार्यरत नहीं है जिसके कारण मरीजों को बड़े रोगों के इलाज के लिए दूसरे स्थानों पर जाने को मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने उन्होंने बताया कि कनीना में उप नागरिक अस्पताल होते हुए भी एक्सरे की सुविधा नहीं है, यहां तक की अल्ट्रासाउंड, ईसीजी तथा विभिन्न अन्य मशीनों का टोटा पड़ा हुआ जिसके चलते मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। क्षेत्र के अधिकांश मरीज गरीब तबके के होते हैं जिन्हें इलाज के लिए दूर दराज जाना पड़ता है और वह लुटते पिटते रहते हैं। ऐसे में कनीना के लोगों ने कहा कि जल्दी मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे ताकि कनीना के उप नागरिक अस्पताल में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। ताकि मरीज अपना इलाज करवा सकें।
कनीना के शिव कुमार अग्रवाल, समाजसेवी कुलदीप बोहरा का कहना है कि  कनीना अस्पताल संपूर्ण सुविधाओं युक्त होगा तभी यहीं पर इलाज संभव है।
पार्षद मोहन सिंह ने कहा कि कनीना उप नागरिक अस्पताल में बेड तथा वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। यहां तक की अस्पताल में सभी 60 बेड उपलब्ध करवाये जाए ताकि मरीजों को आपातकाल के समय ये बेड उपलब्ध हो सके। पुराने भवन में भी आपातकाल के लिए बेड स्थापित किये जा सकते हैं। अकेला बेहतरीन भवन खड़ा करने से कोई काम नहीं चलता जब तक कि एक्सपर्ट और विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध न करवाई जाएंगी।
उधर पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने भी विगत वर्षों मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कनीना अस्पताल में आईसीयू और वेंटीलेटर उपपलब्ध कराने,डाक्टरों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की थीै। यहां पर्याप्त भवन के बावजूद सुविधाओं का टोटा है।
फोटो कैप्शन: उप नागरिक अस्पताल कनीना





कनीना मंडी की सड़क हो गई है जर्जर
-सीमेंटेड बनाए जाने की मांग
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कनीना की आवाज। कनीना मंडी में मंडी गेट से नागरिक अस्पताल तक का मुख्य मार्ग जर्जर हो चुका है। आने-जाने में दिक्कत हो रही है और यहां बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। जब बरसात होती है तो बरसात का पानी इन गड्ढों में खड़ा हो जाता है। कनीना मंडी के शिव कुमार अग्रवाल, योगेश अग्रवाल, भीम सिंह तथा कई अन्य लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस मार्ग को सीमेंटेड बनाया जाए ताकि किसानों को भी किसी प्रकार की कोई समस्या न आए। कनीना मंडी का यह प्रमुख मार्ग तथा अनेक संस्थानों से जुड़ा हुआ है तथा कनीना मंडी एक व्यापारिक प्रतिष्ठान है।





हेरिटेज स्कूल में शहीद भगत सिंह का मनाया गया जन्मदिन
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कनीना की आवाज। हेरिटेज पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोहनपुर में शहीद भगत सिंह का जन्मदिन मनाया गया सर्वप्रथम 12वीं कक्षा की छात्रा सिमरन ने शहीद भगत सिंह की जीवन शैली के बारे में बताया की शहीद भगत सिंह को भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन के सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारियों में से एक माना जाता है। शहीद भगत सिंह अनेक क्रांतिकारी संगठनों के साथ मिले और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में अपना योगदान दिया भगत सिंह की मृत्यु 23 वर्ष की आयु में हुई जब उन्हें ब्रिटिश सरकार ने फांसी पर चढ़ा दिया 11वीं की छात्रा साइना ने शहीद भगत सिंह की जीवन शैली के बारे में बताया कि भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1906 को लायलपुर जिले के बंगा गांव में हुआ था जो पाकिस्तान में है। उनका पैतृक गांव खटकड़ कला है जो पंजाब भारत में है उनके जन्म के समय उनके पिता किशन सिंह चाचा अजीत सिंह और स्वर्ण सिंह जेल में थे। उनकी माता का नाम विद्यावती था शहीद भगत सिंह का परिवार एक आर्य समाजी सिख परिवार था। इसी प्रकार खुशी योगिता पारुल सिमरन रजत चीना ने शहीद भगत सिंह के बारे में बताया और उनकी जीवनशैली से प्रेरणा स्रोत विचारों को सामने लाया गया।
विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश शर्मा ने बच्चों को शहीद भगत सिंह की जीवन शैली के बारे में बताते हुए कहा कि शहीद भगत सिंह को अपने परिवार से ही क्रांतिकारी संस्कार मिले। शहीद भगत सिंह छोटी सी उम्र में ही महात्मा गांधीजी के असहयोग आंदोलन से जुड़ गए और बहुत ही बहादुरी से उन्होंने ब्रिटिश सेना को ललकारा शहीद भगत सिंह ने 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड ने भगत सिंह के बाल मन पर बड़ा गहरा प्रभाव डाला। उनका मन इस्तेमाल में कृत्य को देख देश को स्वतंत्र करवाने की सोचने लगा भगत सिंह ने चंद्रशेखर आजाद के साथ मिलकर क्रांतिकारी संगठन तैयार किया लाहौर षड्यंत्र मामले में भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा सुनाई गई और बटुकेश्वर दत्त को आजीवन कारावास दिया गया। शहीद भगत सिंह को 23 मार्च 1931 को महज 23 वर्ष की आयु में  सुखदेव और राजगुरु के साथ फांसी पर लटका दिया गया तीनों ने हंसते-हंसते देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि ऐसे महान क्रांतिकारी को हम नमन करते हैं। समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 01: शहीद भगत सिंह को याद करते हुए हेरीटेज स्कूल के शिक्षक।




स्टेट अवार्डी शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार देने की मांग
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कनीना की आवाज। हरियाणा सरकार से राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक विजेता शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार बहाल करने की मांग बलवती होती जा रही है। जहां 2 साल पहले तक के स्टेट अवार्ड शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार दिया गया था। किंतु सरकार ने वर्ष 2021 में निर्णय लेते हुए 2 साल का सेवाकाल बंद कर दिया है जिसके चलते अब राज्य शिक्षक पुरस्कार पाने वाले मायूस हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि 2 साल का सेवा विस्तार न देने के आदेश को वापस लिया जाए। शिक्षकों का कहना है कि यह पुरस्कार समाज सेवा एवं शिक्षा में महत्वपूर्ण सराहनीय सेवाएं देने पर मिलता है जिसके चलते आप शिक्षकों का रुझान बढ़ता जा रहा है। यदि 2 साल की सेवा विस्तार बहाल कर दिया जाए तो शिक्षक इस अवार्ड को पाकर अपने को धन्य समझेंगे। ऐसे में विभिन्न एसोसिएशन भी इस मांग को उठा रही है और सरकार से बार-बार पत्र लिखकर मांग कर रही है। ऐसे शिक्षकों की संख्या नगण्य में होती है।


भक्तिभाव से करे पूजा चंद्रघंटा की-शर्मा
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कनीना की आवाज। कनीना के ज्योतिषाचार्य सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि चंद्रघंटा मां की पूजा विधि विधान से करनी चाहिए।  देवी चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालुओं को भूरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए। मां चंद्रघंटा को अपना वाहन सिंह बहुत प्रिय है और इसीलिए गोल्डन रंग के कपड़े पहनना भी शुभ है। इसके अलावा मां सफेद चीज का भोग जैसे दूध या खीर का भोग लगाना चाहिए। इसके अलावा माता चंद्रघंटा को शहद का भोग भी लगाया जाता है। सफेद फूल चढ़ाना चाहिए
नवरात्रि में तीसरे दिन इस देवी की पूजा का महत्व है। देवी की कृपा से साधक को अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं। दिव्य सुगंधियों का अनुभव होता है और कई तरह की ध्वनियां सुनाईं देने लगती हैं। इन क्षणों में साधक को बहुत सावधान रहना चाहिए। इस देवी की आराधना से साधक में वीरता और निर्भयता के साथ ही सौम्यता और विनम्रता का विकास होता है। और हमें माता रानी की पूजा आरती करने के बाद भजन कीर्तन करना चाहिए माता रानी का मानसिक पाठ और जाप करना चाहिए।
फोटो कैप्शन : सुरेंद्र शर्मा





Monday, September 26, 2022

 
मंत्री ने शहीद के घर जाकर शोक जताया
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कनीना की आवाज। हरियाणा के सैनिक व अर्ध सैनिक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश यादव ने सोमवार को गांव सुंदरह पहुंचकर भारतीय सेना की 16 कमाऊ रजिमेंट के शहीद जवान करण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि सरकार द्वारा शहीद करण सिंह यादव को नियम अनुसार दी जाने वाली हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार दुख की इस घड़ी में शहीद करण सिंह परिवार के साथ खड़ी है। उल्लेखनीय है कि महेंद्रगढ़ जिले के सुंदरह गांव का करण सिंह भारतीय सेना की 16 कुमाऊं रेजिमेंट में कार्यरत था। कमांडो ट्रेनिंग के दौरान 23 सितंबर को पानी में डूबने से करण सिंह शहीद हो गया। इस मौके पर मंत्री ओमप्रकाश यादव ने शौक संतृप्त परिवार को ढांढस बधाया।
फोटो कैप्शन 08: शहीद करण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देते मंत्री ओम प्रकाश यादव।



स्टेट अवार्डी शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार देने की मांग
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कनीना की आवाज। हरियाणा सरकार से राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक विजेता शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार बहाल करने की मांग बलवती होती जा रही है। जहां 2 साल पहले तक के स्टेट अवार्ड शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार दिया गया था। किंतु सरकार ने वर्ष 2021 में निर्णय लेते हुए 2 साल का सेवाकाल बंद कर दिया है जिसके चलते अब राज्य शिक्षक पुरस्कार पाने वाले मायूस हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि 2 साल का सेवा विस्तार न देने के आदेश को वापस लिया जाए। शिक्षकों का कहना है कि यह पुरस्कार समाज सेवा एवं शिक्षा में महत्वपूर्ण सराहनीय सेवाएं देने पर मिलता है जिसके चलते आप शिक्षकों का रुझान बढ़ता जा रहा है। यदि 2 साल की सेवा विस्तार बहाल कर दिया जाए तो शिक्षक इस अवार्ड को पाकर अपने को धन्य समझेंगे। ऐसे में विभिन्न एसोसिएशन भी इस मांग को उठा रही है और सरकार से बार-बार पत्र लिखकर मांग कर रही है। ऐसे शिक्षकों की संख्या नगण्य में होती है।




बार एसोसिएशन की डायरी हुई लांच
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कनीना की आवाज। नवरात्रों के उपलक्ष्य में कनीना बार एसोसिएशन ने वर्ष 2023 की डायरी लांच की। इस डायरी को एसडीजेएम मेनका सिंह ने लांच किया। बार एसोसिएशन की समस्त कार्यकारिणी मौजूद रही। ये डायरी सभी अधिवक्ता साथियों को वितरण की गई। डायरी को वर्ष 2023 के लिए प्रयोग में लाने के लिए सभी अधिवक्ता साथियों को दी गई। बार एसोसिएशन कनीना के प्रधान दीपक चौधरी ने बताया की एक वकील की वकालत के लिए डायरी का अहम योगदान होता है।वकील का पूरा तारीख पेशी और जरूरी कागजात सब डायरी में नोट किया जाता है। सभी अधिवक्ताओं को शुभकामनाओं सहित वितरण किया गया। इस मौके पर बार एसोसिएशन कनीना के प्रधान दीपक चौधरी,सचिव सुनील राव ककरालिया,वाइस प्रधान मनीष कौशिक,खजांची भास्कर चौधरी,ज्वाइंट सचिव रामकुमार रामबास आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 8: बार एसोसिएशन की डायरी लांच करते हुए एसडीजेएम।

 


आर्मी में नौकरी लगवाने के नाम पर दस लाख रुपए ठगने के मामले में दूसरा आरोपित गिरफ्तार
-सुरजनवास गांव का मसला
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कनीना की आवाज। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के कुशल नेतृत्व एवम् मार्गदर्शन में काम करते हुए थाना सदर महेंद्रगढ़ की पुलिस टीम ने नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए ठगने के मामले में एक ओर आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान विजय वासी शंकर बाड़ी थाना विश्वकर्मा जयपुर के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपित को वृंदावन यूपी से गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने एमइएस आर्मी में नौकरी लगवाने के नाम पर दस लाख रुपए ठग लिए थे। आरोपित को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
इससे पहले पुलिस द्वारा मामले में एक आरोपित रविंद्र उर्फ डॉक्टर वासी सेहलंग को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया था। जिससे पूछताछ में पुलिस ने आरोपित से 40 हजार की नकदी बरामद की है। आरोपित को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पीडि़ता कमलेश निवासी सुरजनवास ने थाना सदर महेंद्रगढ़ में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि उसका पति यदुवंशी स्कूल महेंद्रगढ़ में बतौर चालक नौकरी करता था। शिकायतकर्ता ने दो नामजद के खिलाफ शिकायत देते हुए बताया कि उसके बेटे को एमईएस आर्मी में नौकरी लगवाने के नाम पर दस लाख रुपए की मांग की। जो उनके झांसे में आकर नौकरी लगवाने के नाम पर मई 2021 में पांच लाख रुपए दे दिए और बाकि के रुपए ज्वाइनिंग लेटर आने के बाद देने बारे कहा। इसके बाद आरोपितों ने नवंबर 2021 में ज्वाइनिंग लेटर और अन्य कागजात के साथ उसके लड़के को पूना भेज दिया, इस दौरान आरोपितों ने शिकायतकर्ता के पति से बची हुई राशि पांच लाख रुपए ले लिए। आरोपित शिकायतकर्ता के बेटे को इधर-उधर घुमाते रहे। जब शिकायतकर्ता के पति को शक हुआ तो उसने आरोपितों से मिलकर बातचीत करने पर उन्होंने नौकरी लगवाने और पैसे देने से इंकार कर दिया। जिस कारण शिकायतकर्ता के पति को सदमा लगने से उसकी मृत्यु हो गई। शिकायतकर्ता ने शिकायत दी कि आरोपितों ने नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर और आई कार्ड देकर दस लाख रुपए ठग लिए हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दूसरे आरोपित विजय को गिरफ्तार कर लिया है।
फोटो कैप्शन 7: गिरफ्तार आरोपी को दिखाती पुलिस।




महाराजा अग्रसेन को याद किया
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कनीना की आवाज। गांव भोजावास में यज्ञ हवन कर महाराजा अग्रसेन की जयंती धूमधाम से मनाई गई। मुख्य अतिथि समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने श्रद्धालुओं के साथ हवन में आहुति प्रदान कर समाज में सुख शांति तथा सामाजिक सद्भाव की कामना की। उन्होंने महाराजा अग्रसेन के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेठ विजय कुमार गर्ग ने की।
  मुख्य अतिथि अतरलाल ने महाराजा अग्रसेन के व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे समतावाद के अग्रदूत थे। उन्होंने समाज की आत्मनिर्भरता के लिए एक ईंट व एक रूपया का जो मंत्र दिया वह आज भी प्रासंगिक है। सेठ विजय कुमार गर्ग तथा गंगाराम ने महाराजा अग्रसेन के कर्म के सिद्धांत का वर्णन करते हुए कहा कि व्यक्ति जन्म से नहीं कर्म से महान होता है। उन्होंने युवाओं से महाराजा अग्रसेन की नीतियों पर चलते हुए समाज में भाई-चारा व सद्भावना स्थापित करने के लिए काम करने का आह्वान किया। समारोह के बाद सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान विजयकुमार गर्ग, अनिल कुमार गर्ग, अमरीश सेठ, विनोद सेठ, गंगाराम सेठ, अशोक गोयल, ठाकुर नत्थू सिंह, भाग सिंह चेयरमैन, मंजू देवी, मीना देवी, सुशिला देवी, माया देवी, सरोज देवी, लक्ष्मी देवी, प्रमोद, पंडित तुलाराम, प्रेमचंद गर्ग, पवन आदि अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 06:महाराजा अग्रसेन के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन करते हुए मुख्य अतिथि





हेरिटेज स्कूल में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता करवाई
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कनीना की आवाज। हेरिटेज पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोहनपुर में अंतर सदन सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें चारों सदनों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। एंपियर सदन में गरिमा साक्षी, सानवी एवं रितिका जेनर सदन में चंचल, अंजलि, हिमांशु एवं रितिका न्यूटन सदन में मौसम, हरीश, हिमांशी एवं महक जूल सदन में मयूष, निखिल, एकता एवं दिशा ने भाग लिया।
 विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि  एंपियर सदन ने प्रथम स्थान हासिल किया। जिस में शामिल सभी विद्यार्थियों को विद्यालय समिति द्वारा उचित उपहार देकर सम्मानित किया और उन विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के सीईओ कैलाश शर्मा, मनीष कुमार डायरेक्टर, खुशीराम शर्मा प्रधानाचार्य, कृष्ण सिंह पीआरओ, भुवनेश तेजपाल, डीपी, सुरेंद्र कुमार को-आर्डिनेटर, सुमन सुदेश कुमार तथा समस्त अध्यापक गण उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 4: अव्वल रहे विद्यार्थियों को सम्मानित करते ओमप्रकाश शर्मा।




आरसीएम के बच्चे रहे द्वितीय स्थान पर
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कनीना की आवाज। जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा  में हिंदी पखवाड़ा में अंतर विद्यालय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें रामचंद्र स्कूल के दो विद्यार्थी  पुनीत और कमल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया । इस अवसर पर नवोदय विद्यालय में बच्चों को सम्मानित किया गया। विद्यालय में भी बच्चों को सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बच्चों को प्रतियोगिता से अवगत कराया। इस मौके पर पूरा स्टाफ हाजिर रहा।





नवरात्रि के पावन पर्व पर मां भगवती को प्रसन्न करे अर्चना से
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कनीना की आवाज। मां दुर्गा की नवशक्ति का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है। यहां ब्रह्म का अर्थ तपस्या से है। मां दुर्गा का यह स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनंत फल देने वाला है। इनकी उपासना से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है। विशेष रूप से मां की कृपा होती है और हमारे मनोरथ सफल होते हैं। ये विचार पंडित प्रदीप शास्त्री, पुजारी श्रीश्याम मंदिर कनीना ने व्यक्त किये।
नवरात्रि में दूसरे दिवस मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करने के बाद मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
अब मां दुर्गा को अघ्र्य दें। मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं। पंचमेवा बताशे
धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा सिद्ध कुंजिका सत दुर्गा नाम पाठ का पाठ करें और फिर विशेष मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। जिससे मां भगवती प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सारे संकट को दूर करती हैं घर परिवार में सुख शांति समृद्धि देती हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां ब्रह्मचारिणी को गुड़हल, कमल, श्वेत और सुगंधित पुष्प प्रिय हैं। द्वितीय नवरात्रि पर मां को गुड़हल, कमल, श्वेत और सुगंधित पुष्प अर्पित करें। और मां को विशेष पसंद करने के लिए हमें मां के लिए कुछ विशेष ही करना होता है। जिस प्रकार अपने जीवन में हम किसी भी चीज को पाने के लिए बहुत से साधना करते हैं और बहुत प्रकार की विधि करते हैं उसी प्रकार द्वितीय दिवस में मां ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के लिए हम चीनी का भोग लगाते हैं, जिससे दीर्घायु प्राप्त होती हैमां भगवती की जब हम पूजा कर लेते हैं उसके पश्चात मां भगवती के विशेष रूप का ध्यान करते हैं। इस देवी के दाएं हाथ में जप की माला है और बाएं हाथ में यह कमण्डल धारण किए हैं। पूर्वजन्म में इस देवी ने हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लिया था और नारदजी के उपदेश से भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इन्हें तपश्चारिणी अर्थात ब्रह्मचारिणी नाम से अभिहित किया गया।
फोटो कैप्शन: पंडित प्रदीप शास्त्री




शहीद सुजान सिंह अशोक चक्र का मनाया शहीदी दिवस
-कर्नल ओपी यादव रहे मुख्य अतिथि
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कनीना की आवाज। जलूरा शौर्य समिति की 28वीं जयंती पर अशोक चक्र विजेता शहीद सुजान सिंह मेमोरियल पार्क में मनाई गई। इसमें मुख्य अतिथि कुमाऊँ रेजीमेंट के सेवानिवृत्त कर्नल ओपी यादव बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर्नल रणबीर सिंह सेवानिवृत्त ने की। इस अवसर पर अपने संबोधन में कर्नल ओपी यादव ने कहा कि ऐसे वीर सदियों के बाद एक पैदा होता है। जिन्होंने देश एवं दुनिया में नाम कमाया है। उन्होंने कहा कि आप लोगों का जन आंदोलन अगर सही दिशा में चल कर सरकार के कानों तक पहुंचता है तो अहीर रेजिमेंट बनने में कोई देर नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अहीरों का बलिदान इस देश में आदिकाल से शौर्य गाथा बनकर गूंज रहा है तथा उनकी रेजिमेंट बनने से देश का भारतीय सेना का गौरव बढ़ेगा। जलूरा शौर्य समिति के अध्यक्ष कप्तान बलबीर सिंह ने कहा कि शहीद सुजान सिंह ने जो नाम कमाया है उसे कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। वो इतिहास के पन्नों पर सदा सदा के लिए अमर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि  शहीदों को उचित सम्मान देना हम सब की जिम्मेदारी एवं नैतिक कत्र्तव्य है।
 इससे पूर्व हवन आयोजित किया गया जिसको अरविंद जोशी ने पूर्ण करवाया। इस अवसर पर यज्ञमान शहीद के भाई पूर्व प्राचार्य रतन सिंह सपत्नी एवं पूर्व मुख्याध्यापक सुरेंद्र सिंह सपत्नी रहे। तत्पश्चात शहीद को सभी उपस्थित लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। जीएल स्कूल के विद्यार्थियों ने विभिन्न देशभक्ति परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए।
 मौके पर शहीद सुजान सिंह के पुत्र योगेंद्र यादव ने बताया कि उनके पिता 1994 में जलूरा गांव में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। उन्होंने बताया कि वह 30 मई 1971 को सेना में भर्ती हुए थे। 1995 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा द्वारा उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया था। आज उनकी 28 वीं पुण्यतिथि मनाई गई है।
   इस मौके पर कई  सेना के पूर्व अधिकारियों ने संबोधित किया। इस अवसर पर ब्रिगेडियर वेदपाल सिंह सेवानिवृत्त, कर्नल गोपाल सिंह, कर्नल घीसाराम, कप्तान जसवंत सिंह, कप्तान सुमेर सिंह, कप्तान किसान लाल, कप्तान लाल सिंह, कप्तान सतपाल, कप्तान दाताराम, कप्तान चंदन सिंह, कप्तान दिलीप सिंह, सूबेदार लीलाराम,  सूबेदार मेजर होशियार सिंह, सूबेदार अभय सिंह, सूबेदार मेजर पूर्णसिंह, कप्तान भोलाराम, सूबेदार रतन सिंह, हवलदार प्रताप सिंह, हव.सुमेर सिंह कप्तान ताराम, कनीना पालिका के पूर्व प्रधान मास्टर दिलीप सिंह, पार्षद रतन सिंह, सुरेंद्र सिंह, शहीद की वीरांगना कौशल्या देवी, नरेश कौशिक वरिष्ठ प्रवक्ता,
 पालिका प्रधान सतीश जेलदार,नगर पालिका पूर्व प्रधान मास्टर दिलीप सिंह,नगर पालिका पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, पार्षद दिलीप सिंह, मास्टर सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह उपप्रधान अशोक ठेकेदार, युवा नेता योगेश कुमार, सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे। इस मौके पर प्रशासन की ओर से एसडीएम सुरेंद्र सिंह रहे। इस अवसर पर जहां ध्वजारोहण, 2 मिनट का मौन, भाषण तथा वीरांगनाओं को स्मृति चिन्ह आदि प्रदान किए गए। इस मौके पर शहीद सुजान सिंह के ऑपरेशन रक्षक के चीफ कमांडिंग ऑफिसर कर्नल ओपी यादव ने शहीद की यादव यादों से रूबरू करवाया।
फोटो कैप्शन 01: कर्नल ओपी यादव मुख्य अतिथि शहीद सुजान सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए।
  02: कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न अधिकारी।
 03: श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए विभिन्न सेना के अधिकारी।















जुआ खेलते तीन लोग धरे गए उनसे
-1630 रुपये एवं ताश के पत्ते बरामद
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कनीना की आवाज। दौंगड़ अहीर पुलिस को मुखबिरी के आधार पर सूचना मिली कि बेवल गांव में जिम के बरामदे में ताश के पत्तों द्वारा दाव लगाकर जुआ खेला जा रहा है। पुलिस ने रेडिंग पार्टी की सहायता से रेड किया तो बेवल के जिम के बरामदे में तीन लोग अखबार बिछाकर  ताश के पत्तों द्वारा दाव लगाकर ताश खेलते दिखाई दिए। एक ने कहा कि 200 रुपये की पहली चाल है, तो दूसरे ने डेढ़ सौ रुपए की चाल चली वहीं तीसरे ने भी डेढ़ सौ रुपए की चाल चली। जो पुलिस पार्टी को देख कर उपरोक्त तीनों ताश के पत्ते उठाकर भागने लगे। पुलिस के मुलाजिम की सहायता से तीनों को काबू कर लिया गया जिनके नाम मुंशीराम बेवल, सतीश बेवल, दिनेश झीगावन बताया। दिनेकश झीगावन तो जिम की दीवार फंादने लगा और गिरकर पैर में चोट आई। तीनों व्यक्तियों ने अपने हाथ में ताश के पत्ते लिये थे वो वहीं फेंक दिए।  तलाशी लेने पर 600 रुपये मुंशीराम से सतीश कुमार से 540 तथा अखबार के नीचे 470 रुपये बरामद हुए। ताश के पत्ते एवं 1630 रुपये कब्जे में लेकर कार्रवाई कर दी है। तीनों के विरुद्ध गैंबलिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

Sunday, September 25, 2022

 सैनिक सम्मान के साथ किया जवान का अंतिम संस्कार
-एसडीएम कनीना सहित भारी संख्या में गणमान्य जन थे उपस्थित
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव सुंदरह के भारतीय सेना की 16 कुमाऊं रेजिमेंट में कार्यरत जवान का गांव में पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जवान करण सिंह यादव भारतीय सेना में कार्यरत थे तथा कमांडो की ट्रेनिंग के दौरान पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई। उनकी यूनिट से आए नायब सूबेदार केवलानंद कांडपाल ने बताया कि जवान करण सिंह यादव कमांडो की कोर्स कर रहा था। 23 सितंबर को दोपहर करीब 3 बजे पानी में छलांग लगाते समय डूबने से इनकी मौत हो गई।
शहीद जवान करण सिंह यादव का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सेना की तरफ से आई टुकड़ी ने शस्त्र सलामी देकर शहीद को अंतिम विदाई दी इस मौके पर प्रशासन और राजनीति और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े हुए बड़ी संख्या में लोग भी शहीद को अंतिम सलामी देने पहुंचे। शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में आसपास के क्षेत्र के लोग भी मौजूद रहे। इस मौके पर प्रशासन की तरफ से कनीना एसडीएम सुरेंद्र सिंह कनीना सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रह्म प्रकाश ने भी जवान को पुष्प चक्र अर्पित कर सलामी दी।
जवान को श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में पूर्व विधायक अनीता यादव, पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह, अटेली विधायक सीताराम यादव के पुत्र प्रवीण कुमार, सत्यवीर झूकिया,  ठाकुर अतरलाल, एडवोकेट सत्यनारायण यादव, समाजसेवी रविंदर गागडवास,संदीप बचीनी, अशोक नावदी, दयाराम प्रधान, रिटायर्ड सूबेदार मुन्नीलाल सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
इससे पहले गांव के सैकड़ों युवाओं की तरफ से जवान करण सिंह यादव के सम्मान में कनीना से गांव तक बाइक तिरंगा यात्रा निकालकर सम्मान दिया गया। इस बाइक रैली में गांव और आसपास के सैकड़ों की संख्या में युवा कनीना में अटेली टी पॉइंट पर एकत्रित होकर शहीद के पार्थिव शरीर को ले जाने वाले सेना के वाहन के साथ रैली के रूप में चलते हुए गांव तक पहुंचे।
हिसार कैंट से आई हुई सिख रेजीमेंट की टुकड़ी ने जवान को शस्त्र सलामी दी।
23 वर्षीय जवान करण सिंह यादव 2017 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे तथा वर्तमान में बेलगांव महाराष्ट्र में कमांडो ट्रेनिंग कर रहे थे।
शहीद करण सिंह यादव के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि करण सिंह बीआरओ दादरी सेंटर से भर्ती हुआ था । 2020 में उसकी शादी हुई थी अभी उसके कोई संतान नहीं है।
 उपमंडल के गांव सुन्दरह से 16 कुमाऊं रेजीमेंट में कार्यरत 24 वर्षीय जवान शहीद कर्ण सिंह का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
इस बारे में जानकारी देते हुए मृतक के पिता प्रदीप कुमार ने बताया कि कर्ण सिंह रानीखेत 16 कुमाऊं रेजीमेंट में 21 मार्च 2017 को भर्ती हुआ था। जिसकी शादी 25 नवम्बर 2020 को रिंकू के साथ हुई थी। इस समय वह बेलगांव महाराष्ट्र में तैराकी में कमांडो का कोर्स करने के लिए गया हुआ था जहां पर तैराकी के दौरान उसकी मौत हो गई।
उनका पार्थिव शरीर शनिवार शाम को हवाई माध्यम से दिल्ली लाया गया। रात्रि को सेना अस्पताल में रखकर रविवार को उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव सुन्दरह में पहुंचा। जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद कर्ण सिंह के कोई संतान नहीं है। वह अपने पीछे माता-पिता व दो बहनों को छोड़कर गए। शुक्रवार दोपहर तीन बजे परिवार को उनके शहीद होने की सूचना मिली थी। परिवार का दो दिनों से रो-रो कर बुरा हाल हो चुका है।  उनके पिता खेती बाड़ी का कार्य करते है।
 सुंदरह गांव के शहीद भारतीय सेना के जवान कर्ण सिंह के अंतिम संस्कार में प्रजा भलाई संगठन के अतरलाल एडवोकेट ने कार्यकर्ताओं के साथ भाग लेकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि भेंट की। उन्होंने कहा कि शहीद कर्ण सिंह बहुत ही होनहार, कर्तव्य परायण, जांबाज युवा सैनिक थे। उनके निधन से भारतीय सेना के साथ-साथ इलाके को भी अपूरणीय क्षति हुई है।
फोटो कैप्शन: कर्ण सिंह फाइल फोटो
फोटो कैप्शन 01 व 02: शहीद को सलामी देती पुलिस एवं अन्य जन।







प्रकृति की मार झेल मन मसोसकर रह जाते किसान
-60 फ़ीसदी बाजरे की फसल हुई बर्बाद
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कनीना की आवाज। प्रकृति की नियति के समक्ष किसान, हर वर्ष प्रकृति प्रकोप झेल मन मसोस कर रह जाते हैं। सरकार से मुआवजा मांगने के अलावा अब उनके पास कोई चारा नहीं बचा है। किसान बेहद परेशान हैं। अपने घर गुजारा चलाने के लिए अधिकांश किसान फसल पैदावार पर निर्भर करते हैं।
 किसान सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार, कृष्ण कुमार आदि ने बताया कि उन्होंने इस बार बड़ी आशा के साथ बाजरे की बिजाई की थी, जब फसल पककर तैयार हो गई तो बेमौसम की बारिश ने 60 फीसदी फसल को तबाह कर दिया है। यहां तक कि चारा भी इस काबिल नहीं बचा कि पशुओं को चराया जा सके, वह भी खराब हो चुका है। खेतों में काट कर डाली गई सिट्टी अंकुरित हो गई है, बच गया वह भी बाजरा काला पड़ गया है। एक और सरकार बाजरे की खरीद नहीं कर रही है वहीं अब जब बाजरा बेचने के लिए किसानों को दुकानदारों के समक्ष कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। वास्तविकता यह है कि बाजरा खाने योग्य नहीं रह पाया। वैसे तो राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के बहुत से लोग बाजरे को प्रमुख आहार के रूप में प्रयोग करते हैं। वही करीरा के महाबीर सिंह प्रगतिशील किसान बाजरे पर आधारित अनेक खाद्य पदार्थ तैयार करते हैं। उनके लिए भी अब समस्या पैदा हो गई है।
 किसानों से इस संबंध में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि हर वर्ष कभी पाला, कभी सूखा, कभी बारिश, कभी ओलावृष्टि, कभी आंधी, कभी तूफान तो कभी अन्य प्राकृतिक आपदा, रोग आदि फसल को तबाह कर जाते हैं। हर वर्ष जब फसल पक कर तैयार हो जाती है उस वक्त कोई ना कोई आपदा आ ही जाती है जिसके चलते उनकी सभी आशाओं पर पानी फिर जाता है। किसान अपने घर गुजारा करने के लिए फसल उगाता है उसी पर सारे कार्य विवाह शादी तथा घर परिवार के खाना, अन्य खर्चे इसी से प्राप्त करता है किंतु कृषि पर आधारित किसान इस वर्ष इस प्रकार मायूस होकर हो जाता। उसके सामने कोई विकल्प नजर नहीं आता। किसानों ने बताया कि कुछ कंपनियों ने उनका बीमा भी किया हुआ है अगर बीमा राशि समय पर मिल जाए तो उनका गुजारा चल जाएगा वरना बीमा कंपनियों के पीछे चक्कर काटने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। बहरहाल कनीना क्षेत्र में 70 एमएम बारिश 5 दिनों में हुई जिसमें किसानों की आंखों में आंसू ला दिए हैं। सरकार से बार-बार मुआवजा की मांग उठ रही है। अब यह सरकार पर निर्भर करता है कि उनकी मुआवजे की राशि गिरदावरी करवाकर प्रदान करता है या अन्य कोई विकल्प अपनाता है। किसानों की नजरें अब सरकार और बीमा कंपनियों पर टिक गई है।





दीवारों पर बना दी है सांझी
-पूरे 9 दिन नवरात्रों में चलने वाला पर्व है सांझी
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कनीना की आवाज। ग्रामीण बच्चों का सांझी पर्व पितृ अमावस्या से शुरू हो गया है। दीवारों पर गोबर, चूड़ी, कपड़ा एवं चमकीले पदार्थों सांझी स्थापित कर दी गई है। इसको 9 दिन बच्चे गीत गाकर रिझाएंगे और विजयदशमी के दिन उसे जल में प्रवाहित कर देंगे। जिस प्रकार गणेश विसर्जन होता है उसी प्रकार सांझी का विसर्जन किया जाता है पर इस कार्य में बच्चे अहम भूमिका निभाते हैं ,बड़े उनकी मदद करते हैं। छोटे-छोटे बच्चे विशेष का 10-12 वर्ष के बच्चे सांझी पर्व में भाग लेते हैं। मिलकर प्रत्येक घर से बारी बारी मीठा खाना बनवाते हैं, गीत गाकर सांझी को सुनाते हैं और फिर प्रसाद बांटते हैं। वास्तव में सांझी मां दुर्गा के नौ रूपों का ही एक प्रतीकात्मक रूप है। इसे दीवार पर सजा कर उनकी विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। विजयदशमी के दिन दीवार से उतारकर किसी मटकी में डालकर उसे जल में प्रवाहित कर दिया जाता है। सांझी को ग्रामीण बोलचाल की भाषा में सिंझा कहते हैं।




शहीद सुजान सिंह की बरसी 26 सितंबर को मनाई जाएगी
--जलूरा शौर्य दिवस मनाया जाएगा
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कनीना की आवाज।  जिला महेंद्रगढ़ के कनीना कस्बा के अशोक चक्र से सम्मानित शहीद सुजन सिंह ने शांति के समय में अपने प्राणों की आहुति देकर कई देशद्रोहियों को मार गिराया था। उनकी बरसी 26 सितंबर को कनीना में बाबा मोलडऩाथ आश्रम के सामने मनाई जा रही है। शहीद के परिजन सुरेंद्र कुमार ने बताया कि इस  मौके पर हवन भी आयोजित किया जाएगा। विगत कई वर्षों से उनकी बरसी मनाई जाती आ रही है। उनकी बहादुरी पर राष्ट्रपति द्वारा मरणोपरांत अशोक चक्र से उनकी पत्नी कौशिल्या देवी को प्रदान किया था।
  उन्होंने बताया कि 26 सितबर को जलूरा शौर्य दिवस मनाया जाएगा। शहीद सुजान सिंह की 28वीं बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कर्नल ओपी यादव सेवानिवृत्त एवं संरक्षक रेजांगला शौर्य समिति होंगे वहीं अध्यक्षता कर्नल रणबीर सिंह करेंगे। इस मौके पर एसडीएम सुरेंद्र सिंह, डीएसपी रणबीर सिंह, कर्नल गोपाल सिंह, कर्नल रणबीर सिंह,कमांडर वीएम त्यागी आदि भी उपस्थित रहेंगे।
  फोटो कैप्शन: शहीद सुजान सिंह।





4 गौशालाओं में समाजसेवी भगत सिंह ने डाला एक लाख रुपये का बाजरा
-55 क्विंटल बाजरा गौशालाओं में दिया दान
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कनीना की आवाज। जहां प्रदेश में बहुत सी गौशालाओं में चारे पानी का टोटा बना हुआ है और गौशाला चलाने वाले गो भक्त दर-दर की ठोकरें खाने पर विवश हैं वही कस्बे के एक समाजसेवी भगत सिंह द्वारा कनीना की निकटवर्ती गौशालाओं भोजावास, बूचावास कनीना तथा धनौंदा गौशाला के अलावा ब्रह्मचारी कृष्णानंद धाम पर पक्षियों के लिए दाने चुग्गे की व्यवस्था कराई है। इससे लगता है कि गौ भक्तों की आज भी कहीं कमी नहीं है। समाजसेवी भगत सिंह ने बताया कि कनीना एवं समीपी गौशालाओं में लगभग एक लाख रुपये का बाजरा डलवा कर गौ माताओं की सेवा की है ताकि उनको समय पर सही खाना मिल सके। उन्होंने यह भी बताया इससे पहले भी उनके द्वारा समय-समय पर गौशालाओं में बोरिंग कराना, टीन सेट शेड लगाना तथा  चारे की व्यवस्था कराना इनका मुख्य कार्य रहा है। उन्होंने पितृ पक्ष की श्राद्ध अमावस्या/पितृ विसर्जन अमावस्या पर एक लाख रुपये का बाजरा विभिन्न गौशालाओं में दान दिया है।
फोटो कैप्शन: भगत सिंह समाजसेवी।




एक अच्छी नर्सरी पृथ्वी को हरा भरा बनाने में मददगार होती है साबित-अजय
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 कनीना की आवाज। एक अच्छी नर्सरी पृथ्वी को हरा भरा बनाने में मददगार साबित हो सकती है। अगर लोगों को अच्छी गुणवत्ता के पेड़ पौधे मिले तो लोगों का रुझान पेड़ों की तरफ बढ़ेगा। अगर बढिय़ा किस्म  के पेड़ पौधे लोगों को उपलब्ध कराये जाए, तरह-तरह के फलदार छायादार व औषधीय पौधे लोगों को आसानी से मिल सके, इसके लिए एक अच्छी नर्सरी का योगदान इलाके में बहुत बड़ी सफलता का कारण बन सकता है। धरती को हरा-भरा बनाकर, बचाना है तो अच्छी नर्सरी का योगदान जरूरी होगा। नर्सरी का योगदान उतना ही जरूरी है जितना कि मां बाप अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं। ये विचार है नर्सरी चलाने वाले अजय इसराणा ने व्यक्त किये।
  उन्होंने कहा कि नर्सरी में सैकड़ों किस्म के पेड़ पौधे होते हैं। हर बात की जानकारी लोगों तक पहुंचाना नर्सरी का धर्म कर्तव्य होता है। कर्तव्य उन्होंने केवल अच्छे दर्जे के फल, फूल एवं छाया देने वाले पौधे खरीदने पर बल दिया।
 उन्होंने बताया कि उन्होंने 4 साल से अपने खेतों को अग्रणी बनाने का प्रयास किया है इस प्रयास में किसानों को अपने साथ जैविक खेती करने का मनोबल भी बढ़ाया है। 3 एकड़ में खुद बागवानी लगा रखी है। पौधे लगाकर पर्यावरण की मदद करने के लिए कटिबद्ध हैं।  ग्लोबल वार्मिंग में लगातार वृद्धि और बढ़ते शहरीकरण विनाश के परिणाम स्वरूप अत्यधिक जलवायु परिवर्तन में नकारात्मक प्रभाव को नष्ट के लिए बड़े पैमाने पर पेड़ लगाने चाहिए क्योंकि हानिकारक प्रभाव को कम करने के लिए पेड़ पौधे लगाएं। ऐसे में उन्होंने अपने घर से नर्सरी की शुरुआत की है।
फोटो कैप्शन 4: नर्सरी लगाकर सकवा करते अजय इसराणा।




पर्यावरण को स्वच्छ और शुद्ध रखना है अनिवार्य
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कनीना की आवाज।  पृथ्वी को स्वच्छ और शुद्ध बनाने के लिए पेड़ पौधों को संरक्षित करना बहुत ही जरूरी है क्योंकि जब तक पर्यावरण सुरक्षित नहीं रहेगा तो मानव जीवन खतरे से घिर जाएगा। ये विचार आज बीइंग ह्यूमन सेवा मंडल के सदस्य अजय कटारिया ने अपने जन्मदिन पर पौधरोपण कर व्यक्त किए और इस अवसर पर पांच पौधे बरगद, पीपल, नीम, जामुन और संतरा के फलदार पौधे लगाए और युवा पीढ़ी को एक संदेश देते हुए कहा कि जिस तरह मानव जीवन को सुरक्षित किया जाता है उसी तरह पृथ्वी को संरक्षित करना है तो पेड़ पौधों को सुरक्षित रखना चाहिए। इस अवसर पर संस्था की पानीपत जिले की महिला अध्यक्ष प्रियंका शर्मा ने भी पेड़ पौधों के महत्व को समझाया इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष नवीन कौशिक समाजसेवी ने टीम के सभी साथियों का पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए और संस्था की मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए सभी का अभिवादन किया। इस अवसर पर संजय पंच, मनोज चौहान, आशु, प्रियंका शर्मा, सुधीर फौजी, दीपू और डॉक्टर नीरज मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 5: जन्म दिन पर पौधे लगाते हुए अजय कटारिया एवं उनके साथी।






70 एमएम बारिश ने 6









0 फीसदी बाजरे की फसल को पहुंचाया नुकसान
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल स्तर पर मंगलवार से लगातार रुक-रुक कर बारिश के चलते किसानों की 60 प्रतिशत बाजरे की फसल तबाह हो गई है। कनीना उपमंडल में करीब 31000 हेक्टेयर पर बाजरा, कपास एवं अन्य फसलें उगाई गई थी। फसल पक कर तैयार हो गई उस वक्त बेमौसम की बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। परिणाम स्वरूप किसान परेशान है। कनीना खंड कृषि अधिकारी मनोज कुमार यादव ने बताया कि किसानों की 50 से 60 प्रतिशत फसल क्षतिग्रस्त हो गई है। कपास की फसल को बहुत कम नुकसान हुआ है किंतु बाजरे की फसल को अधिक नुकसान हुआ है। करीब 23500 हेक्टेयर बाजरे की फसल उगाई गई थी । किसान पछैती फसल लेने का इंतजार कर आए थे। अगेती फसल वाले किसानों ने फसल पैदावार ले ली है। किसानों ने काट कर डाली गई तथा खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है। किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

 

साढ़े छह बजे से मां का घट स्थापित करना होगा शुभ-सुरेंद्र शर्मा
-आठ बजे तक स्थापित किया जा सकता है घट
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कनीना। 26 सितंबर को घट स्थापना का समय करीब 6:30 बजे से 8:00 बजे तक का बेहतर रहेगा। 26 सितंबर से शारदीय नवरात्रे प्रारंभ हो रहे हैं। वर्ष में दो बार आने वाले नवरात्रों में माता के मंदिरों को सजाया गया है वहीं दिनभर व्रत आदि करके नौ दिनों तक माता की पूजा की जाती है।  
 इन नवरात्रों का सौभाग्यवती महिलाओं के लिए विशेष महत्व होता है। प्राचीन ग्रंथों में दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती आ रही है। ये नौ रूप महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती, योगमाया, रक्तदंतिका, शाकुंभरी देवी, दुर्गा, भ्रामरी देवी तथा चंडिका प्रमुख हैं। इन नौ रूपों को शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री नामों से जाना जाता है। इन नौ रूपों के दर्शनों के लिए मंदिरों में जाकर पूजा की जाती है।
  वासंतीय नवरात्र चैत्र माह में आते हैं। इन नवरात्रों में वसंत ऋतु आती हैं और सर्दी से गर्मी के मौसम में प्रवेश होता है वहीं शारदीय नवरात्रों में गर्मी से सर्दी में प्रवेश किया जाता है। साथ में फसल पैदावार लेने के बाद ये पर्व दो बार मनाए जाते हैं। खरीफ एवं रबी की फसल पैदावार के बाद उन्हें शरीर में ग्रहण करने से पूर्व पुराने अन्न को पूर्णरूप से शरीर से निकाला जाता है इसलिए व्रत किए जाते हैं। नौ दिनों में पुराना अन्न शरीर से निकल जाता है और नया अन्न ग्रहण किया जाता है जो एलर्जी आदि रोग नहीं करेगा।
वैसे भी नवरात्रों में रातों में परिवर्तन आ जाता है। शारदीय नवरात्रों में गर्मी से सर्दी के मौसम में प्रवेश होना माना जाता है। नवरात्रों में जहां नौ रूपों में मां दुर्गा ने राक्षसों का संहार किया था उन नौ रूपों में नौ कन्याओं को नवरात्रे पूर्ण होने पर भोजन कराया जाता है। साथ में नवरात्रों में जौ उगाए जाते हैं जो समृद्धि के प्रतीक होते हैं। गंगा में जौ उगाना एक कहावत भी है। वैसे भी नौ दिनों में उगे हुए जौ को ऊपर से काटकर ज्वारे रस का पान किया जाए तो घातक रोगों में भी लाभकारी माना जाता है।
  ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर्व को लेकर अति प्रसन्नता होती है वहीं दुकानदार सामान बेचने को लालायित रहते हैं। छह माह के बाद नवरात्रे आने से उनके सामान की बिक्री छह माह बाद ही नवरात्रों के सामान की हो पाती है। मंदिरों को ग्रामीण क्षेत्रों में सजाकर पूजा अर्चना करने का विशेष प्रावधान होता है। नवरात्रों में शुभ काम करने की प्रथा भी चली आ रही है। इसी के साथ ही शुरू हो जाती है सांझी पूजा। बच्चियां दीवार पर सांझी बनाकर उसकी नौ दिनों तक पूजा करती हैं। दशहरे के दिन सांझी को पानी में बहाया जाता है।
सुरेंद्र शर्मा कनीनावासी का कहना है कि नवरात्रेे विधि विधान से करने से वांछित फल मिलता है। ऐसे में इन दिनों मां के नौ रूपों की पूजा करनी चाहिए। 26 सितंबर को घट स्थापना का समय करीब 6:30 बजे से 8:00 बजे तक का बेहतर माना गया है