Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Tuesday, September 27, 2022

 
5 एमएम बारिश के साथ आई अंधड़
-टूटे सैकड़ों पेड़
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में शाम के करीब सात बजे तेज अंधड़ के साथ बारिश आई जिसके चलते पेड़ पौधे टूट गए हैं। किसानों द्वारा खेतों में काट कर डाला गया बाजरा भी इधर उधर उड़ गया है।
 सुनील कुमार कनीनावासी ने बताया कि उनके घर के पास वर्षों पुराना कीकर का पेड़ भी आ गिरा है। कितनी तेज अंदर थी कि सभी पेड़ों की कुछ न कुछ टहनियां टूट कर गिर गई। अंधड़ के कारण छोटे-छोटे पौधे भी टेढ़े मेढ़े हो गए हैं। 5 एमएम बारिश नोट की गई है। किसान पहले अधिक बारिश के कारण परेशान है। उस पर पुन: बारिश होना उनके लिए और भी कष्ट दायक साबित होगा। कनीना क्षेत्र में बिजली भी बारिश के कारण गुल रही।


भोजावास के बस अड्डा पर जान से मारने नियत से गोली चलाने के मामले में दो ओर आरोपित गिरफ्तार
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कनीना की आवाज। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के दिशा-निर्देशों में काम करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने गांव भोजावास के बस अड्डा पर एक व्यक्ति पर जान से मारने नियत से गोली चलाने के मामले में कार्रवाई करते हुए दो ओर आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान अनिल वासी भोजावास और सतपाल वासी दुबलधन के रूप में हुई है। आरोपितों को आज न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
इस मामले में पुलिस द्वारा छह आरोपितों विकास उर्फ सोनी वासी सुंदरह कनीना, ओमप्रकाश वासी भोजावास, संदीप वासी बिरोहड़ थाना साल्हावास झज्जर, शिशनपाल उर्फ टमाटर वासी ढाणी फोगाट, हेमंत, सोमबीर और बल्ली को पहले गिरफ्तार किया गया था।
गांव गोमला निवासी सोनू ने थाना सदर कनीना को शिकायत दी थी कि वह शाम के समय गांव भोजावास के बस अड्डा पर बर्गर खा रहा था। उसने बताया कि उसी समय अंकुर उर्फ बोगा वासी भोजावास व क्रांति वासी भोजावास और 9-10 अन्य व्यक्ति पैदल आए और 4-5 लड़के पिस्टल, रिवाल्वर और देशी कट्टा लिए हुए थे।
जिन्होंने आते ही शिकायतकर्ता के ऊपर एक दम गोलियां चलानी शुरू कर दी। शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकुर ने अपने हथियार से एक गोली छाती में मारी तथा क्रांति ने अपने हथियार से एक गोली दाहिनी कोच पर मारी तथा उनके साथियों ने भी गोलियां मारी। जो पीठ पर, हाथ व शरीर पर गोलियां लगी, सभी ने जान से मारने की नीयत से गोलियां चलाई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकुर वा क्रांति के साथ उसकी कुछ दिन पहले मामूली कहासुनी हुई थी, इसी रंजिश के कारण उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर जान से मारने की नीयत से उसे गोलियां मारी थी। लोगों को आता देखकर वे छोङ़कर भाग गये। शिकायत के आधार पर थाना सदर कनीना में मामला दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 02: पुलिस द्वारा गिरफ्तार दो आरोपित






उप नागरिक अस्पताल में दी जाए सुविधाएं
-एक्सरे मशीन तक का है टोटा
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कनीना की आवाज। कनीना के उप नागरिक अस्पताल बने तीन साल से अधिक समय बीत गया है किंतु अभी तक यहां सुविधाओं का टोटा है जिसके चलते मरीजों को दूरदराज जाने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। कस्बा के विभिन्न लोगों ने प्रशासन सरकार से मांग की है कि तुरंत कनीना उप नागरिक अस्पताल में जहां एमडी तथा सर्जन भेजा जाए। विभिन्न मशीनें भी उपलब्ध करवाई जाए।
 कनीना कस्बे के समाज सेवी महेश बोहरा, सुमेर सिंह चेयरमैन, मोहन पार्षद, कुलदीप कुमार, शिव कुमार, दिनेश कुमार आदि ने बताया कि कनीना उप-नागरिक अस्पताल में अभी तक कोई एमडी कार्यरत नहीं है जिसके कारण मरीजों को बड़े रोगों के इलाज के लिए दूसरे स्थानों पर जाने को मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने उन्होंने बताया कि कनीना में उप नागरिक अस्पताल होते हुए भी एक्सरे की सुविधा नहीं है, यहां तक की अल्ट्रासाउंड, ईसीजी तथा विभिन्न अन्य मशीनों का टोटा पड़ा हुआ जिसके चलते मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। क्षेत्र के अधिकांश मरीज गरीब तबके के होते हैं जिन्हें इलाज के लिए दूर दराज जाना पड़ता है और वह लुटते पिटते रहते हैं। ऐसे में कनीना के लोगों ने कहा कि जल्दी मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे ताकि कनीना के उप नागरिक अस्पताल में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। ताकि मरीज अपना इलाज करवा सकें।
कनीना के शिव कुमार अग्रवाल, समाजसेवी कुलदीप बोहरा का कहना है कि  कनीना अस्पताल संपूर्ण सुविधाओं युक्त होगा तभी यहीं पर इलाज संभव है।
पार्षद मोहन सिंह ने कहा कि कनीना उप नागरिक अस्पताल में बेड तथा वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। यहां तक की अस्पताल में सभी 60 बेड उपलब्ध करवाये जाए ताकि मरीजों को आपातकाल के समय ये बेड उपलब्ध हो सके। पुराने भवन में भी आपातकाल के लिए बेड स्थापित किये जा सकते हैं। अकेला बेहतरीन भवन खड़ा करने से कोई काम नहीं चलता जब तक कि एक्सपर्ट और विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध न करवाई जाएंगी।
उधर पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने भी विगत वर्षों मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कनीना अस्पताल में आईसीयू और वेंटीलेटर उपपलब्ध कराने,डाक्टरों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की थीै। यहां पर्याप्त भवन के बावजूद सुविधाओं का टोटा है।
फोटो कैप्शन: उप नागरिक अस्पताल कनीना





कनीना मंडी की सड़क हो गई है जर्जर
-सीमेंटेड बनाए जाने की मांग
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कनीना की आवाज। कनीना मंडी में मंडी गेट से नागरिक अस्पताल तक का मुख्य मार्ग जर्जर हो चुका है। आने-जाने में दिक्कत हो रही है और यहां बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। जब बरसात होती है तो बरसात का पानी इन गड्ढों में खड़ा हो जाता है। कनीना मंडी के शिव कुमार अग्रवाल, योगेश अग्रवाल, भीम सिंह तथा कई अन्य लोगों ने सरकार से मांग की है कि इस मार्ग को सीमेंटेड बनाया जाए ताकि किसानों को भी किसी प्रकार की कोई समस्या न आए। कनीना मंडी का यह प्रमुख मार्ग तथा अनेक संस्थानों से जुड़ा हुआ है तथा कनीना मंडी एक व्यापारिक प्रतिष्ठान है।





हेरिटेज स्कूल में शहीद भगत सिंह का मनाया गया जन्मदिन
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कनीना की आवाज। हेरिटेज पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोहनपुर में शहीद भगत सिंह का जन्मदिन मनाया गया सर्वप्रथम 12वीं कक्षा की छात्रा सिमरन ने शहीद भगत सिंह की जीवन शैली के बारे में बताया की शहीद भगत सिंह को भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन के सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारियों में से एक माना जाता है। शहीद भगत सिंह अनेक क्रांतिकारी संगठनों के साथ मिले और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में अपना योगदान दिया भगत सिंह की मृत्यु 23 वर्ष की आयु में हुई जब उन्हें ब्रिटिश सरकार ने फांसी पर चढ़ा दिया 11वीं की छात्रा साइना ने शहीद भगत सिंह की जीवन शैली के बारे में बताया कि भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1906 को लायलपुर जिले के बंगा गांव में हुआ था जो पाकिस्तान में है। उनका पैतृक गांव खटकड़ कला है जो पंजाब भारत में है उनके जन्म के समय उनके पिता किशन सिंह चाचा अजीत सिंह और स्वर्ण सिंह जेल में थे। उनकी माता का नाम विद्यावती था शहीद भगत सिंह का परिवार एक आर्य समाजी सिख परिवार था। इसी प्रकार खुशी योगिता पारुल सिमरन रजत चीना ने शहीद भगत सिंह के बारे में बताया और उनकी जीवनशैली से प्रेरणा स्रोत विचारों को सामने लाया गया।
विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश शर्मा ने बच्चों को शहीद भगत सिंह की जीवन शैली के बारे में बताते हुए कहा कि शहीद भगत सिंह को अपने परिवार से ही क्रांतिकारी संस्कार मिले। शहीद भगत सिंह छोटी सी उम्र में ही महात्मा गांधीजी के असहयोग आंदोलन से जुड़ गए और बहुत ही बहादुरी से उन्होंने ब्रिटिश सेना को ललकारा शहीद भगत सिंह ने 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग हत्याकांड ने भगत सिंह के बाल मन पर बड़ा गहरा प्रभाव डाला। उनका मन इस्तेमाल में कृत्य को देख देश को स्वतंत्र करवाने की सोचने लगा भगत सिंह ने चंद्रशेखर आजाद के साथ मिलकर क्रांतिकारी संगठन तैयार किया लाहौर षड्यंत्र मामले में भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा सुनाई गई और बटुकेश्वर दत्त को आजीवन कारावास दिया गया। शहीद भगत सिंह को 23 मार्च 1931 को महज 23 वर्ष की आयु में  सुखदेव और राजगुरु के साथ फांसी पर लटका दिया गया तीनों ने हंसते-हंसते देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। विद्यालय के चेयरमैन ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि ऐसे महान क्रांतिकारी को हम नमन करते हैं। समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 01: शहीद भगत सिंह को याद करते हुए हेरीटेज स्कूल के शिक्षक।




स्टेट अवार्डी शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार देने की मांग
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कनीना की आवाज। हरियाणा सरकार से राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक विजेता शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार बहाल करने की मांग बलवती होती जा रही है। जहां 2 साल पहले तक के स्टेट अवार्ड शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार दिया गया था। किंतु सरकार ने वर्ष 2021 में निर्णय लेते हुए 2 साल का सेवाकाल बंद कर दिया है जिसके चलते अब राज्य शिक्षक पुरस्कार पाने वाले मायूस हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि 2 साल का सेवा विस्तार न देने के आदेश को वापस लिया जाए। शिक्षकों का कहना है कि यह पुरस्कार समाज सेवा एवं शिक्षा में महत्वपूर्ण सराहनीय सेवाएं देने पर मिलता है जिसके चलते आप शिक्षकों का रुझान बढ़ता जा रहा है। यदि 2 साल की सेवा विस्तार बहाल कर दिया जाए तो शिक्षक इस अवार्ड को पाकर अपने को धन्य समझेंगे। ऐसे में विभिन्न एसोसिएशन भी इस मांग को उठा रही है और सरकार से बार-बार पत्र लिखकर मांग कर रही है। ऐसे शिक्षकों की संख्या नगण्य में होती है।


भक्तिभाव से करे पूजा चंद्रघंटा की-शर्मा
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कनीना की आवाज। कनीना के ज्योतिषाचार्य सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि चंद्रघंटा मां की पूजा विधि विधान से करनी चाहिए।  देवी चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालुओं को भूरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए। मां चंद्रघंटा को अपना वाहन सिंह बहुत प्रिय है और इसीलिए गोल्डन रंग के कपड़े पहनना भी शुभ है। इसके अलावा मां सफेद चीज का भोग जैसे दूध या खीर का भोग लगाना चाहिए। इसके अलावा माता चंद्रघंटा को शहद का भोग भी लगाया जाता है। सफेद फूल चढ़ाना चाहिए
नवरात्रि में तीसरे दिन इस देवी की पूजा का महत्व है। देवी की कृपा से साधक को अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं। दिव्य सुगंधियों का अनुभव होता है और कई तरह की ध्वनियां सुनाईं देने लगती हैं। इन क्षणों में साधक को बहुत सावधान रहना चाहिए। इस देवी की आराधना से साधक में वीरता और निर्भयता के साथ ही सौम्यता और विनम्रता का विकास होता है। और हमें माता रानी की पूजा आरती करने के बाद भजन कीर्तन करना चाहिए माता रानी का मानसिक पाठ और जाप करना चाहिए।
फोटो कैप्शन : सुरेंद्र शर्मा





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