तबादलों के बाद शिक्षकों ने कार्यभार ग्रहण किया
-बहुत से शिक्षकों को अभी तक नहीं मिल पाया है नया स्टेशन
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कनीना की आवाज। हाल ही में हरियाणा सरकार ने शिक्षकों के भारी संख्या में आनलाइन तबादले कर दिए जिसको लेकर सितंबर माह के पहले दिन भारी संख्या में शिक्षक इधर-उधर हुए हैं। बहुत से शिक्षकों को मनचाहा स्टेशन तक मिल गया किंतु अभी भी सैकड़ों ऐसे शिक्षक है जो नया स्टेशन मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें न तो नया स्टेशन मिल रहा है और न ही भविष्य का कुछ मालूम कि कब तक उन्हें नया स्टेशन दिया जाएगा। सबसे अधिक परेशान गणित एवं विज्ञान के शिक्षक एवं प्राचार्य देखे गये जिन्हें दूर दूर तक स्कूल मिले हैं वहीं अभी भी बहुत से शिक्षक नये स्टेशन मिलने का इंतजार कर रहे हैं। नये स्कूलों में कार्यभार ग्रहण करते समय जहां शिक्षकों का आदर सम्मान किया गया वहीं जिस स्कूल में लंबे समय तक पढ़ाया वहां से जाते वक्त शिक्षकों का सम्मान किया गया।
शिक्षकों को उनके नए स्टेशन पर छोडऩे के लिए अनेकों उसके साथी शिक्षक पहुंचे और उन्हें नए स्टेशन पर कार्यभार ग्रहण करवाने में मदद की। दिनभर आज स्कूलों में पढ़ाई का माहौल कम रहा अपितु कार्यभार ग्रहण करवाना और उन्हें कार्यभार मुक्त करने का कार्य अधिक चला। यद्यपि ऑनलाइन तबादले किए गए हैं जिसमें शिक्षकों के सामने अनेकों परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। ऐसे में शिक्षक चाहते हैं कि जिनको अभी तक स्टेशन नहीं मिला या जिन को मनचाहा स्टेशन नहीं मिला उन्हें फिर से एक मौका दिया जाए और नजदीक स्टेशन दिलवाये जाए।
विभिन्न स्कूलों से समाचार मिला है कि नए शिक्षकों को बेहतर मान सम्मान दिया गया राजकीय माध्यमिक विद्यालय कोटिया में बेशक विद्यार्थियों की संख्या 25 से कम हो किंतु जहां मुख्याध्यापक महिपाल सिंह पहुंच गए हैं। विद्यार्थियों ने महिपाल सिंह मुख्याध्यापक का जमकर फूल माला फूलों से स्वागत किया। यही नहीं कुछ अन्य स्कूलों में भी एक या दो शिक्षक ही भेजे गए हैं। कुछ विद्यालयों में एक भी विद्यार्थी नहीं है और प्राध्यापक भेज दिए गए हैं, इसको लेकर के अनेक प्रकार की चर्चाएं जारी हैं।
वास्तव में एक दर्जन कनीना के आसपास ऐसे भी स्कूल है जहां न तो विज्ञान का प्राध्यापक और ना ही विज्ञान का अध्यापक है। अब उन स्कूलों में पढ़ाई कैसी होगी यह तो वक्त बताएगा पर भारी संख्या में ऑनलाइन तबादलों का परिणाम यह निकला है कि बहुत से अध्यापक खुश तो बहुत से अध्यापक ना खुश हो गए।
फोटो कैप्शन 5: महिपाल सिंह मुख्याध्यापक का फूलों से स्वागत करते विद्यार्थी।
स्कूल के आधे से अधिक शिक्षकों का तबादला, नया कोई नहीं आया
-इसे कहते हैं माडल संस्कृति स्कूल स्कूल
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कनीना की आवाज। कनीना के राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल 9 शिक्षकों का तबादला हो गया और बाकी 8 बचेे हैं। विद्यार्थी अभिभावक चिंता में डूबने लगे हैं कि अभी तक नए शिक्षक आना नामुमकिन लगता है। मॉडल संस्कृति स्कूल में तबादला चाहने वाले तबादला करवा सकते हैं किंतु उनके स्थान पर अन्य कोई नहीं आता। माडल स्कूल में तबादला प्रक्रिया अलग तरीके से होती है। जबकि अन्य अन्य सरकारी स्कूलों में जब एक शिक्षक तबादला करवाता है तो उसके स्थान पर दूसरा शिक्षक आ जाता है परंतु मॉडल स्कूलों में ऐसा कोई नियम नहीं है। यही कारण है कि आप 9 शिक्षकों के रिक्त हो गए हैं। एक और माडल संस्कृति स्कूल में बच्चों की छठी से बारहवीं तक प्रतिमा फीस भी लगती है वहीं शिक्षकों के अभाव में अब विद्यार्थी कैसे पढ़ पाएंगे? कहने को तो मॉडल संस्कृति स्कूल है परंतु यहां शिक्षक अभाव स्पष्ट नजर आने लगा है। तबादला नीति में इस प्रकार के बदलाव करने की मांग उठने लगी है ताकि मॉडल संस्कृत स्कूलों में भी शिक्षक आ सके।
डा सीएस वर्मा अटेली में हिंदी प्राध्यापक बने
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कनीना की आवाज। शिक्षाविद-साहित्यकार डॉ छतर सिंह वर्मा ने को चम्पादेवी राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अटेली में बतौर हिंदी प्राध्यापक कार्यभार ग्रहण कर लिया । हरियाणा शिक्षा विभाग में सेवारत डॉ वर्मा का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कांटी से स्थानांतरण हुआ है । डॉ छतर सिंह वर्मा पिछले 20 वर्षों से डीपीईपी तथा सर्वशिक्षा अभियान के अंतर्गत हिंदी विषय के मास्टर ट्रेनर रहे हैं तथा एससीआरटी गुडग़ांव में मॉड्यूल राइटिंग में भी उनका महत्ती योगदान रहा है । शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉ वर्मा को वर्ष 2001 में बेस्ट टीचर अवार्ड तथा 2011 में जिला प्रशासन की ओर से विशिष्ट रूप से सम्मानित किया गया जबकि साहित्य-संवर्धन के लिए सूर्यकांत त्रिपाठी निराला पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है । डॉ सी एस वर्मा के स्थानांतरण पर हरियाणा ग्रन्थ अकादमी के सदस्य वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार रोहित यादव ने कहा कि डॉ वर्मा की अटेली में नियुक्ति से अटेली क्षेत्र में शिक्षा- साहित्य का प्रचार-प्रसार बढ़ेगा ।
खंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव ककराला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में खंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उप जिला शिक्षा अधिकारी शक्ति सिंह रहे वहीं राम सिंह यादव सेवानिवृत्त पीटीआई ने मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई।
इस अवसर पर उप जिला ििशक्षा अधिकारी शक्ति सिंह ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से खंड स्तरीय ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों की प्रतिभा को निखारा जा सकता है। इस प्रकार की प्रतियोगिता बच्चों के लिए विशेष लाभ देती है। उन्होंने कहा कि खेलकूद प्रतियोगिता में हारने वाले प्रतिभागी को कभी निराश नहीं होना चाहिए बल्कि उसे और अधिक तैयारी के साथ मैदान में उतरना चाहिए तभी सफलता मिल सकती है। कार्यक्रम को विद्यालय प्राचार्य सेढूराम ने भी संबोधित किया और ग्रामीण क्षेत्र से आए प्रतिभागियों को आशीष वचन देते हुए कहा कि हम सभी जिम्मेवारी बनती है कि प्रतिभा को निखारा जाए। कार्यक्रम में एइओ रमेश कुमार सरपंच कृष्ण कुमार, खंड सभी डीपी और पीटीआई विद्यालय के समस्त शिक्षक मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 4: ककराला में दौड़ लगाते विद्यार्थी।
जिला महेंद्रगढ़ के एकमात्र नवोदय विद्यालय करीरा में संकुल स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
-खेलों में हार-जीत का कोई महत्व नही है-प्राचार्य
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कनीना की आवाज। जिला महेंद्रगढ़ के एकमात्र नवोदय विद्यालय करीरा में संकुल स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि राजीव सक्सेना प्राचार्य, जवाहर नवोदय विद्यालय, करीरा रहे। कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से हुई तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। इस मौके पर प्राचार्य ने खेलों के महत्व के विषय में बताते हुए कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में हार-जीत का कोई महत्व नही है। प्रत्येक खिलाड़ी को खेल भावना से खेलना चाहिए। खेलों में जीत पर जो सम्मान मिलता है वो सबसे बड़ा होता है। ऐसे में जी जान एक करके खेलों में भाग लेना चाहिए और मछली की आंख की भांति अर्जुन बनकर लक्ष्य हासिल करना चाहिए।
दो दिवसीय इस प्रतियोगिता में करनाल संकुल के 20 के जवाहर नवोदय विद्यालयों की टीमें भाग ले रही हैं। जिनमें जवाहर नवोदय विद्यालय, महेन्द्रगढ़, भिवानी, हिसार, सिरसा, रोहतक, जींद, गंगानगर-प्रथम व द्वितीय, झुन्झुनू, फतेहाबाद प्रमुख हैं। इस प्रतियोगिता में 160 प्रतियोगियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
खेल कूद प्रतियोगिता के शुभारम्भ के तुरन्त बाद स्वच्छता पखवाड़ा का भी शुभारम्भ किया गया। सभी उपस्थित गणमान्य अतिथियों , विद्यालय कर्मचारियों, बाहर से आए प्रतियोगियों और विद्यालय के छात्र/छात्राओं ने स्वच्छता की शपथ ली कि न कभी कहीं गन्दगी करेंगे और न किसी को गंदगी करने देंगे।
फोटो कैप्शन 01: खेल खेलते हुए खिलाड़ी
03: खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए प्राचार्य राजीव सक्सेना।
कनीना क्षेत्र में हुई हल्की बारिश, फसलों को मिलेगा लाभ
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में गुरुवार दोपहर पश्चात हल्की बारिश हुई। यह बारिश खड़ी खरीफ की फसलों जैसे कपास और बाजरा के लिए बेहतर साबित होगी। किसानों का कहना है इस वक्त फसल कुछ पानी की कमी महसूस कर रही थी, ऐसे में बारिश होना अच्छी पैदावार की ओर अग्रसर करना है। यदि अच्छी बारिश होती तो पैदावार ज्यादा बेहतर की उम्मीद बन जाती। उन्होंने कहा कि किसान मजबूरी में बारिश न होने पर खेतों में सिंचाई कर रहे हैं। उधर खंड कृषि अधिकारी मनोज कुमार तथा पूर्व खंड कृषि अधिकारी देवराज ने बताया कि बारिश खड़ी फसलों के लिए लाभप्रद साबित होगी। चाहे हल्की बारिश हुई है वह भी कुछ राहत देगी।
हर खेत स्वस्थ कैंप योजना के तहत आयोजित हुए बचीनी एवं मेघनवास में कृषि कैंप
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कनीना की आवाज। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग महेंद्रगढ़ के सौजन्य से हर खेत स्वस्थ खेत योजना के तहत बचीनी व मेघनवास गांवों में कृषि कैम्पों का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि रमेश यादव वरिष्ठ संयोजक कृषि विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ ने किसानों को इस समय की जाने वाली विभिन्न शस्य क्रियाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने किसानों को सलाह दी की इस समय कपास व बाजरे में सिंचाई जरूर करे व कपास का निरंतर आधार पर देखते रहे की कही गुलाबी सूंडी का प्रकोप तो नहीं हैं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा. भयराम यादव भूमि परीक्षण अधिकारी महेंद्रगढ़ ने किसानों को मिट्टी जांच का महत्व विस्तारपूर्वक बताया तथा मिट्टी जांच के आधार पर ही किसान को फसल का चयन व कौन कौन सा और कितनी मात्रा में खाद प्रयोग किया जाना हैं यह तय करना चाहिए।
इस अवसर पर खण्ड कृषि अधिकारी कनीना मनोज यादव ने विभाग द्वारा किसान हित में चलाई जा रही स्कीमों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया जैसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन ,प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ,प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि प्रमुख हैं। इस अवसर पर कृषि विकास अधिकारी कनीना विकास कुमार ने किसानों को प्राकृतिक खेती करने हेतु प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर कविता ,राहुल कृषि पर्यवेक्षक ,रवि तथा लगभग 50 किसानों ने प्रत्येक कैम्प में भाग लिया।
फोटो कैप्शन 02: डा भयराम किसानों को कैंप बचीनी में संबोधित करते हुए।
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Thursday, September 1, 2022
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