Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Wednesday, September 28, 2022

 
जल्द ही मिलेंगी कनीना बस स्टैंड पर आधुनिक सुविधाएं

---परिवहन मंत्री ने की घोषणा
********************************************************
**************************************************************
*************************************
***************
कनीना की आवाज। हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश के कनीना सहित 6 बस स्टैंड यात्रियों की सुविधा के लिए आधुनिक स्तर की सभी सुविधाओं से सुसज्जित बनाए जाएंगे । परिवहन मंत्री विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए चंडीगढ़ में यह बात कही है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही नए बनाए जाने बस अड्डों की आधारशिला रखी जाएगी ताकि लोगों को जल्द से जल्द इनका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ के कनीना में पुराने बस स्टैण्ड का मलबा हटाने के लिए टैण्डर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर 6 बेज के आधुनिक स्तर के बस स्टैण्ड बनाये जाएंगे।
परिवहन मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा इस वर्ष नए बस स्टैण्ड बनाने, नवीनीकरण करने व नए भवनों के निर्माण पर लगभग 70 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी जबकि गत वर्ष के दौरान राज्य के कई स्थानों पर बस स्टैण्ड बनाने व नवीनीकरण करने आदि के कार्य पर 17 करोड़ रुपए से अधिक की राशि व्यय की गई। परिवहन मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा एक हजार बसों को खरीदने के लिए टैण्डर आंमत्रित कर लिए गए हैं जिन्हें शीघ्र ही अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके अलावा आगामी दो माह में 50-50 इलैक्ट्रिक बसें भी शीघ्र ही विभाग को मिल जाएंगी। इनसे परिवहन सुविधाओं में और अधिक इजाफा होगा।   



डॉ सी एस वर्मा कवि मूलचंद नागवान साहित्य सम्मान से विभूषित
******************************************************
*****************************************
*****************
कनीना की आवाज। आदर्श गांव गुजरवास निवासी कवि-गीतकार एवं समीक्षक डॉ सी एस वर्मा प्रभाकर को हिंदी साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए चरखी दादरी में कवि मूलचंद नागवान साहित्य-सम्मान से विभूषित किया गया । निर्मला स्मृति साहित्यिक समिति चरखी दादरी के तत्वावधान में रविवार को आयोजित अंतरराट्रीय साहित्य-सम्मान समारोह में डॉ वर्मा को शॉल, स्मृति-चिह्न तथा नकद धनराशि भेंटकर सम्मानित किया । चम्पादेवी राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक अटेली में सेवारत हिंदी-प्राध्यापक डॉ छतर सिंह वर्मा प्रभाकर विगत 20 वर्षों से कविता, कहानी व लघुकथा इत्यादि साहित्यिक विधाओं में लेखन कार्य कर रहे हैं ।  उल्लेखनीय है कि हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित डॉ वर्मा की काव्य कृति  दीप जलाना चाहता हूं की श्रेष्ठता हेतु सर्वभाषा ट्रस्ट, नई दिल्ली द्वारा सूर्यकांत त्रिपाठी निराला सम्मान भी दिया जा चुका है । इसके अतिरिक्त साहित्यिक सेवाओं के लिए उनको साहित्य-सुगन्ध, मनुमुक्त साहित्य सम्मान साहित्य-रत्न तथा साहित्य-श्री सम्मान से नवाजा जा चुका है तथा समग्र मानवीय सेवाओं के लिए उनको महामहिम राज्यपाल द्वारा भी सम्मान प्राप्त हो चुका है  । इस अवसर पर सुविख्यात भाषा वैज्ञानिक डॉ नरेश मिश्र, दिल्ली विश्वविद्यालय हिदी विभागाध्यक्ष एवं निदेशक भारतीय अनुवाद परिषद डॉ पूर्ण चंद टण्डन, प्रज्ञा साहित्य मंच के अध्यक्ष डॉ मधुकांत, डॉ ललितेश ठाकुर गुरुग्राम, सर्वभाषा ट्रस्ट के सम्पादक केशव मोहन पांडेय, प्रेरणा आश्रम कुरुक्षेत्र के संरक्षक डा जयभगवान सिंगला, प्राचार्य सुमेर सिंह यादव, डॉ विश्वेश्वर भारद्वाज 'विश्वेश',  महाराष्ट्र से डॉ संजय सिंह चोपाडे, वरिष्ठ साहित्यकार राधेश्याम शुक्ला हिसार, वरिष्ठ पत्रकार डॉ विनोद शर्मा चंडीगढ़, डॉ उषाकिरण चंपारण, बिहार, जींद से ओमप्रकाश चौहान, रामफल खटकड़, लहना सिंह, सुशीला जांगडा, देवदत्त देव, डॉ रमाकांत भिवानी, वरिष्ठ कवयित्री रोशनी शर्मा, अनिता भारद्वाज अर्णव, डॉ शील कौशिक,डॉ सविता शर्मा,  डॉ राजकुमार निजात, डॉ सोमवीर सिवाच, डॉ बसन्त बंसल, निर्मला शर्मा, कवि दलबीर फूल, डॉ दिग्विजय शर्मा आगरा, डॉ दिवगीश तेलंगाना,  ओपीजेएस विश्वविद्यालय चूरू से डॉ दिग्विजय, ईश्वर सिंह गहलावत झज्झर, रोशन बलूनी, गढ़वाल, डॉ इंदु गुप्ता फरीदाबाद, जल स्टार एडवोकेट रमेश गोयल, वरिष्ठ पत्रकार दयानन्द प्रधान तथा ज्योति स्वरूप सहित विभिन्न प्रान्तों से वरिष्ठ साहित्यकार मौजूद रहे ।
फोटो कैप्शन 05: डा सीएस वर्मा को सम्मानित करते हुए विभिन्न लोग।






शहीद भगत सिंह को किया याद
************************************
*************************************
*
कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में देश की आजादी के महानायक शहीदे आजम भगत सिंह का जन्म उत्सव बहुत ही शानदार और उल्लास के साथ मनाया गया विद्यालय में गणित के प्रवक्ता अजय बंसल ने भगत सिंह के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डाला तथा उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे शहीदों के बताए हुए मार्ग पर चलें। विद्यालय में अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक ने शहीदे आजम भगत सिंह के जीवन के अनेक प्रसंग विद्यार्थियों को बताएं तथा उन्होंने कहा कि भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी सदियों में जन्म लेते हैं तथा उन्हीं क्रांतिकारियों की बदौलत हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस अवसर पर 11वीं कक्षा की छात्रा वंदना ने भगत सिंह के जीवन पर कविता का वाचन किया तथा प्रियंका ने भगत सिंह के जीवन के बारे में विस्तार से भाषण दिया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रवक्ता राजेंद्र कटारिया, निशा यादव,पूनम यादव, धर्मेंद्र डीपी, राकेश कुमार,रतन लाल,मुकेश कुमार व चंद्रशेखर सहित विद्यालय के समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे सभी विद्यार्थियों  तथा स्टाफ सदस्यों ने शहीद-ए-आजम को श्रद्धासुमन भी अर्पित किए
फोटो कैप्शन 06: भगत सिंह को याद करते अगिहार के विद्यार्थी एवं शिक्षक।




शहीद भगत सिंह का जन्म दिवस मनाया गया
***************************************
*****************************************
*******
कनीना की आवाज। एसडीवमा विद्यालय ककराला में भारत मां के वीर सपूत शहीद-ए-आजम के जन्म दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई व उनके जीवन संबधित घटनाओं व शिक्षाओं को विद्यार्थियों से साझा किया गया। विद्यालय निदेशक जगदेव यादव ने बताया कि भारत प्राचीन समय से ही वीरों की भूमि रहा है। शहीद भगत के जन्म दिवस पर प्रत्येक भारतवासी उनको  नमन करता है। उनका अद्मय साहस व देशभक्ति हमें प्रेरित करती है। उनके आजाद भारत का स्वप्न एवं दृष्टिकोण को साकार करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी हैं। 28 सितम्बर 1907 में पंजाब के लायलपुर में जन्में भगत सिंह प्रारम्भ से ही निर्भीक एवं साहसी थे। छोटी उम्र से ही वे आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए व जीवन पर्यन्त मां भारती की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्धन सदस्यों के साथ अन्य स्टाफ सदस्यों ने भी शहीद भगत सिंह की श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्राचार्य ओमप्रकाश, उप-प्राचार्य पूर्ण सिंह, सीएओ नरेन्द्र यादव, सीईओ आर एस यादव, फुटबाल कोच प्रदीप व समस्त स्टाफ  सदस्य उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 04: एसडी स्कूल ककराला में शहीद भगत सिंह को याद करते।




5 एमएम बारिश के साथ आई अंधड़
-टूटे सैकड़ों पेड़
*********************************************
**************************************
*****
कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में शाम के करीब सात बजे तेज अंधड़ के साथ बारिश आई जिसके चलते पेड़ पौधे टूट गए हैं। किसानों द्वारा खेतों में काट कर डाला गया बाजरा भी इधर उधर उड़ गया है। बिजली के तार एवं पेड़ इतने टूट गये कि बुधवार को दिनभर कर्मी लगे रहे तब जाकर मामला काबू में आया है। यह अंधड़ महज कनीना में ही आने से चर्चा का विषय बना हुआ है।
 सुनील कुमार कनीनावासी ने बताया कि उनके घर के पास वर्षों पुराना कीकर का पेड़ भी आ गिरा है। कितनी तेज अंदर थी कि सभी पेड़ों की कुछ न कुछ टहनियां टूट कर गिर गई। अंधड़ के कारण छोटे-छोटे पौधे भी टेढ़े मेढ़े हो गए हैं। 5 एमएम बारिश नोट की गई है। किसान पहले अधिक बारिश के कारण परेशान है। उस पर पुन: बारिश होना उनके लिए और भी कष्ट दायक साबित होगा। कनीना क्षेत्र में बिजली भी बारिश के कारण गुल रही।
फोटो कैप्शन 01: अंधड़ से टूटकर गिरे पेड़ एवं टूटे हुए बिजली के तार।





नहीं फेंकना चाहिए उगाए हुए जौ को
-ज्वारे रस के रूप में करें प्रयोग
**************************************
*************************************

कनीना की आवाज। नवरात्रि चल रहे हैं। नवरात्रों पर जहां जौ उगाने की एक प्रथा है। करीब 9 दिनों में ये गेहूं और जौ बड़े हो जाते हैं जिन्हें पानी में बहा दिया जाता है। यद्यपि पानी में बहाने से जहां जल दूषित होता है वहीं अनेक विद्वान मानते हैं कि बहाने नहीं चाहिए। इनका उपयोग करना चाहिए। ये अनेक रोगों में काम आते हैं।
मांगेराम शर्मा योगाचार्य जिन्होंने क्षेत्र में हजारों लोगों को अपनी योग एवं जड़ी बूटियों से ठीक किया है, का कहना है कि ये जौ तथा गेहूं  जब आठ दिन बाद काटे जाए तो इनसे ज्वारे रस प्राप्त किया जा सकता है। इसमें क्लोरोफिल आयोडीन, सेलेनियम, आयरन, विटामिन आदि अनेक पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए लाभप्रद है। इसलिए नवरात्रि संपन्न किए जाए इन का ऊपरी भाग काट कर पानी में मिलाकर जरूर व्रत खोलना चाहिए जिससे शरीर लंबे समय तक स्वस्थ रहेगा। उनका कहना है कि जहां करीब 350 के करीब बीमारियां ठीक हो जाती है वही कैंसर में भी लाभप्रद है। दांतों से खून आना, दांतो की समस्या को दूर करने के लिए जवारे रस पी लेना चाहिए।


फल सब्जियों ने बिगाड़ा स्वाद
-नवरात्रि आते ही बढ़ गये हैं भाव
**************************************
**************************************
*****
कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में सब्जी रिकार्ड महंगाई पर पहुंच गई है। जहां एक महीने में भाव दोगुने पहुंच गए हैं। वहीं नवरात्रि में भाव और भी बढ़ गये हैं।
फल और सब्जियों पर नजर डालें तो पता चलता है कि-
           रुपये किलो   एक माह पूर्व
सिंघाड़ा    50             नहीं आये थे          
हरी मिर्च     100           50
शिमला मिर्च 100            40
टिंडा         80            30
बैंगन          40             15
अदरक       120             80
आलू          30              20
खीरा          40              20
तोरई         40              30
भिंडी         40              30
पालक     15 की गुत्थी     10
सेब        120              80                       
केला       80 रुपये दर्जन    50
लौकी      30                15
आलू       60 पहाड़ी       30
गोभी       70             --
बैगन        30              10
टमाटर      60               40
पपीता        50             40          
क्या कहती गृहणियां .....
गृहणी शकुंतला, नीलम, आशा आदि ने बताया कि सब्जियां खाना कठिन हो गया है। इसलिए दाल या कढ़ी, खाटा का साग आदि घरेलू सब्जियां बनाकर खाई जा रही है। जहां टमाटर की जगह कचरी प्रयोग कर रहे हैं वही करौंदा भी काम में ले रहे हैं। नींबू से भी काम चलाया जा रहा है। क्षेत्र में कढ़ी और खाटा का साग बहुत प्रचलित है। नवरात्रि के चलते भाव बढ़ गये हैं।
क्या कहते दुकानदार....
 दुकानदार रमेश, दिनेश, मुकेश आदि ने बताया कि उन्हें थोक में महंगे दामों पर सब्जियां मिल रही हैं। यही कारण है कि वह मजबूरन वे महंगे दामों पर सब्जियां बेच रहे हैं। उधर फल विक्रेता शिव कुमार ने बताया कि फल महंगे मिल रहे हैं।  
क्या कहते हैं जिला वानिकी अधिकारी-
 जिला वानिकी अधिकारी डा मनदीप यादव ने बताया कि इन दिनों जहां रबी और खरीफ दोनों के बीच फसलों के बीच की अवस्था होती है। इसलिए फल सब्जियां कम हो जाती है और यह महंगे दामों पर बिकती है। अब खरीफ फसल बतौर सब्जियां आने पर फिर से दाम घट जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस हर वर्ष दस मौसम में भाव बढ़ते हैं।
क्या कहते हैं फल खरीददार-
फल खरीदने वाले सूबे सिंह, इंद्रजीत, महेश कुमार, कुलदीप सिंह आदि ने बताया कि फलों के भाव आसमान छू रहे। इसलिए अधिक नहीं, बहुत कम फल खाकर कर गुजारा कर रहे हैं या फिर फल नहीं भी खरीदते। जब भी फल सब्जियां सस्ते होंगे फिर से खरीदने लग जाएंगे। नवरात्रि के बाद भाव गिरने के आसार हैं।




एक और आरोपित हुआ गिरफ्तार
-भोजावास में गोली चलाने का मसला
***********************************
***************************************

कनीना की आवाज। जान से मारने की नियत से गोली चलाने के मामले में एक ओर आरोपित गिरफ्तार किया है जो वारदात को अंजाम देने की योजना बनाने में शामिल था। मामले में अब तक 9 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने गांव भोजावास के बस अड्डा पर एक व्यक्ति पर जान से मारने नियत से गोली चलाने के मामले में कार्रवाई करते हुए एक ओर आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित की पहचान सोनू उर्फ जीपीएस वासी सुंदरह के रूप में हुई है। पुलिस ने पता लगाया कि आरोपित वारदात को अंजाम देने की योजना बनाने में शामिल था। आरोपित को आज न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
इस मामले में पुलिस द्वारा छह आरोपितों विकास उर्फ सोनी वासी सुंदरह कनीना, ओमप्रकाश वासी भोजावास, संदीप वासी बिरोहड़ थाना साल्हावास झज्जर, शिशनपाल उर्फ टमाटर वासी ढाणी फोगाट, हेमंत, सोमबीर और बल्ली को पहले गिरफ्तार किया गया था। मामले में दो ओर आरोपितों अनिल वासी भोजावास और सतपाल वासी दुबलधन को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया था। जिनसे पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है।
गांव गोमला निवासी सोनू ने थाना सदर कनीना को शिकायत दी थी कि वह शाम के समय गांव भोजावास के बस अड्डा पर बर्गर खा रहा था। उसने बताया कि उसी समय अंकुर उर्फ बोगा वासी भोजावास व क्रांति वासी भोजावास और 9-10 अन्य व्यक्ति पैदल आए और 4-5 लड़के पिस्टल, रिवॉल्वर और देशी कट्टा लिए हुए थे।
जिन्होंने आते ही शिकायतकर्ता के ऊपर एक दम गोलियां चलानी शुरू कर दी। शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकुर ने अपने हथियार से एक गोली छाती में मारी तथा क्रांति ने अपने हथियार से एक गोली दाहिनी कोच पर मारी तथा उनके साथियों ने भी गोलियां मारी। जो पीठ पर, हाथ वा शरीर पर गोलियां लगी, सभी ने जान से मारने की नीयत से गोलियां चलाई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकुर वा क्रांति के साथ उसकी कुछ दिन पहले मामूली कहासुनी हुई थी, इसी रंजिश के कारण उन्होनें अपने साथियों के साथ मिलकर जान से मारने की नीयत से उसे गोलियां मारी थी। लोगों को आता देखकर वे छोङ़कर भाग गये। शिकायत के आधार पर थाना सदर कनीना में मामला दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 03: भोजावास मसले में गिरफ्तार एक और आरोपित।







माता कुष्मांडा मां की पूजा विधि विधान से करे-प्रदीप शास्त्री
************************************************
***********************************************
कनीना की आवाज। नवरात्रि के चतुर्थ दिन मां कुमांडा की पूजा और अर्चना विधि विधान से की जाती है। विस्तृत जानकारी देते हुये कनीना के खाटू श्याम मंदिर पुजारी प्रदीप शास्त्री ने बताया कि पूजा से उपासक का मन अनाहत चक्र में उपस्थित रहता है। इसलिए इस दिन बेहद साफ और पवित्र मन से मां कुष्मांडा देवी के स्वरूप को ध्यान में रखकर पूजा और आराधना करनी चाहिए। मां कुष्मांडा को लेकर यह प्रबल मान्यता है कि इनकी पूजा से भक्तों के सभी रोग नष्ट होते हैं। आइए जानते हैं मां का स्वरूप, महिमा, पूजाविधि, भोग और मंत्र।
नवरात्र के चौथे दिन की अधिष्ठात्री देवी हैं मां कुष्मांडा। मान्यता है कि जो मनुष्य सच्चे मन से और संपूर्ण विधिविधान से मां की पूजा करते हैं, उन्हें आसानी से अपने जीवन में परम पद की प्राप्ति होती है। यह भी माना जाता है कि मां की पूजा से भक्तों के समस्त रोग नष्ट हो जाते हैं। मां कुष्मांडा को अष्टभुजाओं वाली देवी भी कहा जाता है। उनकी भुजाओं में बाण, चक्र, गदा, अमृत कलश, कमल और कमंडल सजे हैं। वहीं दूसरी भुजा में वह सिद्धियों और निधियों से युक्त माला धारण किए हुए हैं। मां कुष्मांडा की सवारी सिंह है। प्रात: स्नान से निवृत्त होने के बाद मां दुर्गा के कुष्मांडा रूप की पूजा करें। पूजा में मां को लाल रंग का पुष्प, गुड़हल, या फिर गुलाब अर्पित करें। इसके साथ ही सिंदूर, धूप, दीप और नैवेद्य चढ़ाएं। मां की पूजा आप हरे रंग के वस्त्र पहनकर करें तो अधिक शुभ माना जाता है। इससे आपके समस्त दुख दूर होते हैं कुष्मांडा देवी को सफेद कुम्हड़े यानी समूचे पेठे के फल की बलि दें। इसके बाद देवी को दही और हलवे का भोग लगाएं। ब्रह्मांड को कुम्हड़े के समान माना जाता है, जो कि बीच में खाली होता है। देवी ब्रह्मांड के मध्य में निवास करती हैं और पूरे संसार की रक्षा करती हैं। अगर आपको साबुत कुम्हड़ा न मिल पाए तो आप मां को पेठे का भी भोग लगा सकते हैं। और भक्ति भावना से माता रानी की आराधना करें।
फोटो कैप्शन: प्रदीप शास्त्री

No comments: