मकान में घुसकर चोरी करने के मामले में पुलिस ने एक ओर आरोपित को किया गिरफ्तार
-रिमांड के दौरान पूछताछ में पायल की बरामद
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कनीना की आवाज। थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने मकान में घुसकर चोरी के मामले में एक ओर आरोपित को गिरफ्तार किया गया। जिसकी पहचान नवीन वासी नौताना के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपित को कनीना क्षेत्र से गिरफ्तार किया, जिसे न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपित से सामान बरामद हुआ है। पुलिस ने जांच करते हुए पता लगाया कि आरोपितों ने बवाना गांव में मकान में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपित को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि जयपाल वासी बवाना कनीना ने थाना सदर कनीना में शिकायत देते हुए बताया कि घर का सामान एक कमरे में रखा हुआ था। सुबह के समय जब कमरे में रखे बक्से को चेक किया तो बक्से में समान नहीं मिला। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे आशंका है कि रात के समय में किसी ने सामान चोरी कर लिया है। उसने बताया कि उसके पड़ोसी के मकान में भी चोरी हो गई है। शिकायतकर्ता ने ज्वैलरी और अन्य सामान चोरी होने के बारे में अज्ञात के खिलाफ चोरी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपितों का पता लगाकर तीन आरोपितों को पहले गिरफ्तार किया गया था। जिनसे पूछताछ में बारह हजार रुपए की नकदी बरामद की गई थी। पुलिस द्वारा मामले में एक ओर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।
परीक्षा की कैसे करें तैयारी
-विभिन्न शिक्षाविदों के विचार, मेहनत का मिलता है फल
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कनीना की आवाज। एक और जहां 10वीं और 12वीं के परीक्षा सिर पर है वही विद्यार्थी दिन-रात परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा की तैयारी कैसे करें इस संबंध में विभिन्न शिक्षाविदों से चर्चा की गई।
स्टेट अवार्ड शिक्षक एवं मुख्याध्यापक पद से सेवानिवृत्त बनवारी लाल का कहना है कि परीक्षा से घबराने की जरूरत नहीं। सामान्य रूप में परीक्षा को ले, कक्षा में अध्यापक के सामने जिस प्रकार से प्रश्न का उत्तर दिया जा रहा है वैसी परीक्षा में हल करें। परीक्षा के समय विद्यार्थी को पूर्ण आत्मविश्वास के साथ तैयारी करनी चाहिए। जिस भी विषय की परीक्षा देनी है उसकी तैयारी के लिए मुख्य बिंदुओं को अलग से नोट बुक में उतारे, अलग से समय देकर दोहराये,ध्यान रहे उन्हें रटे नहीं। शिक्षा की तिथि की पूर्व संध्या को विद्यार्थी अधिक थकान एवं दिमाग पर परीक्षा का भूत सवार न होने दे। पूरी नींद ले, प्रसन्न चित्त होकर परीक्षा की तैयारी के लिए हर विषय के प्रत्येक टॉपिक का ध्यान लगाकर स्मरण करें तथा पूर्ण आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दे।
पूर्व उप जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रहे एवं कनीना खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी रहे डॉ राजेंद्र यादव का कहना है कि बिना दबाव के पढ़ाई की जाती है तो परिणाम बेहतर होते हैं, स्वास्थ्य अच्छा रहता है। छात्र हर दिन को योजना बनाकर पढ़ाई करें जिनकी बेहतर तरीके से दोहराई होती है। थ्योरी के पेपर के लिए लिखकर देखे तो स्मृति टिकाऊ रहती है। परीक्षा के समय सही उत्तर देने में सक्षम बनाता है। गणित, भौतिक शास्त्र एवं रसायन शास्त्र में अभ्यास अधिक से अधिक करें। दिभर में कितना पढ़े यह विद्यार्थियों की अपनी क्षमता के अनुसार तय होता है। 7 घंटे की नींद लेकर एक घंटे व्यायाम या रुचि अनुसार खेल खेलना चाहिए। हर दिन को प्लान करना और उसे पूरा करना पढ़ाई में चार चांद लगा देता है। इन दिनों में अपने को स्वस्थ रखना जरूरी है ताकि समय पर सभी कार्य पूर्ण कर सकें। पढ़ाई को तनावमुक्त का आनंदमय बनाए। हर दिन की योजना बनाये और उसे पूर्ण करें।
प्रो डा कर्मवीर का कहना है कि किसी भी शिक्षा संस्कृति में परीक्षा मूल्यांकन का एक चरण होता है और कोई भी परीक्षा केवल अर्जित ज्ञान की ही परीक्षा नहीं होती बल्कि विद्यार्थी के स्वास्थ्य, मनोविज्ञान उसके धैर्य उसकी समझ और उसकी स्वाभाविक क्षमताओं की भी परीक्षा होती है। परीक्षा विद्यार्थियों के साथ-साथ अध्यापकों एवं पूरी शिक्षा पद्धति की भी होती है क्योंकि परीक्षा का स्वरूप का निर्धारण संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था से जुड़े हुए सभी संस्थाओं के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कार्यशैली का भी मूल्यांकन होता है। आमतौर पर भारत में परीक्षा की तैयारी एक निरंतरता में नहीं होती है जबकि यह एक सतत प्रक्रिया के रूप में अपनाई जानी चाहिए। किसी भी शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ से ही मूल्यांकन की छोटी-छोटी विधाओं के द्वारा विद्यार्थियों ,अध्यापकों, अभिभावकों एवं संस्थाओं को इसके अभिन्न हिस्से के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। परीक्षार्थियों के लिए विशेष रूप से यह कहना चाहूंगा की परीक्षा की तैयारी के दौरान कंसेप्ट एवं विषयों को अच्छे से समझना अति महत्वपूर्ण है और विषय और संकल्पनाओं की अच्छी समझ बेहतर पाठ्यपुस्तक पढऩे से होती है। विशेष रूप से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए पाठ्य पुस्तक के रूप में एनसीईआरटी अत्यंत आवश्यक पुस्तकें हैं जिनका गहराई से बार-बार अध्ययन करना चाहिए। अध्ययन के पश्चात उनको अपनी भाषा में संक्षिप्त नोट तैयार करके उनको रिवाइज भी करना चाहिए। परीक्षा के अनावश्यक मनोवैज्ञानिक दबाव को कम करने के लिए अध्यापकों, शैक्षणिक संस्थाओं एवं अभिभावकों को मिलजुल कर पूरे सत्र के दौरान एक ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि विद्यार्थी रटने की बजाय समझने की प्रवृत्ति की ओर अग्रसर हो सके। परीक्षाओं के दौरान मन ,मस्तिष्क और शरीर का स्वस्थ रहना अति आवश्यक है। इसलिए हर विद्यार्थी को प्रोत्साहित करके समय समय पर मूल्यांकन की विभिन्न पद्धतियों के तहत उसके स्तर को मापा जाना चाहिए ताकि अंत में वार्षिक या अर्धवार्षिक परीक्षा में उस पर अनावश्यक दबाव ना पड़े। परीक्षा के दौरान समय का प्रबंधन अति महत्वपूर्ण कार्य है जिसका प्रशिक्षण विद्यार्थियों को पूरे सत्र के दौरान दिया जाना चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि उत्तर लेखन का अभ्यास निरंतर किया जाना चाहिए।
पूर्व उप जिला शिक्षा अधिकारी एवं कनीना के खंड शिक्षा अधिकारी रहे डा रामानंद यादव का कहना है कि एक ऐसी मनोवृत्ति लेकर चलें कि परीक्षा पर्व है न कि भय वाला कोई वातावरण। यह एक ऐसा सुन्दर अवसर है कि हमारी की हुई मेहनत का प्रदर्शन उत्तर पुस्तिका में संजोकर कुछ समय के लिए रिलेक्स हो जाते हैं। यह मानकर चलें कि पिछले दस सालों के विषय -वाइज प्रश्नपत्रों का अवलोकन कर लिया जाए तो आने वाले प्रश्नपत्रों का रिवीजन आसानी से हो जाएगा । शाम को भरपेट खाना खाने की बजाय थोड़ा सा कम खावें ताकि तैयारी करते वक्त नींद परेशान न करे, परन्तु इसका यह मतलब कदापि नहीं कि पौष्टिक आहार में कोई कसर रहे। सुबह जल्दी उठकर जो भी पढ़ेंगे वह हमारे मानस पटल पर अक्षरश: अंकित हो जाता है। लगातार बिना ब्रेक अध्ययन से भी नीरसता आती है अत: बीच बीच में थोड़ा सा खेल या प्रकृति निहार वांछित है, क्योंकि कहा है। अत: जो भी तैयार करें वह लिखकर जरूर देखें ताकि विस्मृत न हो पावें। कहीं कोई जवाब/उत्तर में शंका हो तो तो सम्बन्धित अध्यापक से सुनिश्चित करें । परीक्षा पर्व है न कि भययुक्त वातावरण। आओ परीक्षा का आनन्द पूर्ण रूप व्यवहार में शामिल करें तथा नकल जैसी बुराई कभी सोचें भी नहीं । सभी को आगामी परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं।
फोटो कैप्शन: प्रो कर्मवीर, डा रामानंद, डा राजेंद्र सिंह, बनवारीलाल स्टेट अवार्डी।
टावर की चार बैटरी चोरी
- पुलिस ने किया मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव उन्हाणी में रिलायंस जिओ टावर की 4 बैट्री अज्ञात चोर चोरी कर ले गए। सुरेश कुमार रिलायंस जिओ कंपनी के एरिया टेक्नीशियन ने मामला चोरी का मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने कहा कि गांव में नहर के पास टावर लगा हुआ है जहां से चार बैट्री अज्ञात चोर चोरी कर ले गये। तलाश करने पर नहीं मिली। कनीना पुलिस ने उनके बयान पर अज्ञात चोरों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर लिया है। जांच जारी है।
आफत बन गई है कनीना मंडी सड़क मार्ग
-अधिकारियों के संज्ञान में होते हुये भी कार्रवाई नहीं
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कनीना की आवाज। कनीना मंडी की एकमात्र सड़क मार्ग कनीना पुलिस स्टेशन से मंडी गेट तक करीब एक किलोमीटर दूरी हर जन के लिए आफत बन गई है। यहां सड़क कम है तथागत गड्ढे अधिक हैं। बार-बार ओमप्रकाश लिसानियां एवं भाजपा नेताओं द्वारा विधायक एवं उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाने के बाद भी इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। कनीनावासियों ने नगर पालिका से भी मांग की है कि सड़क का निर्माण कार्य अविलंब कराया जाए। महज कुछ ही वर्षों पहले ही सड़क का निर्माण हुआ था किंतु अभी पूर्णता जर्जर हो गई है। इसे बार-बार रोड़ी आदि डालकर पेचअप किया जाता है किंतु हालात उस से भी बदतर हो गई है। व्यापारिक प्रतिष्ठान कनीना मंडी है जहां रेलवे स्टेशन, बैंक शाखाएं और किसानों का अधिक आवागमन इधर से होता है। ककराला और कपूरी के लोग भी सी सड़क का उपयोग करते हैं। आखिर परेशान होकर लोगों ने प्रशासन से इसकी मरम्मत करने की मांग की है। कनीना की 49 विकास योजनाओं में इसका नाम जरूर है किंतु अभी तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है लोगों में भारी रोष है।
सड़क इस सड़क मार्ग से सबसे अधिक किसान अपनी पैदावार बेचने के लिए आते हैं। बैंक की शाखाएं और मंडी वासी भी इसी सड़क के सहारे अपने निवास स्थानों तक पहुंचते हैं इस सड़क मार्ग की लंबे समय से सुध नहीं ली जा रही है। यहां तक की नहरी पुल पर तो और भी बुरी हालात बन गई है। दूरी कम है किंतु समस्याएं अधिक होने से आखिरकार हर जन परेशान है। इसी सड़क पर सैकड़ों गड्ढे बने हुए हैं। कनीना मंडी वासियों में रोष पनप रहा है।
फोटो कैप्शन 3: कनीना मंडी की जर्जर सड़क।
चार दिनों के बाद नहीं जमा पाला
- दिन रहा गर्म
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में 4 दिनों तक पाला जमने के बाद गुरुवार को सुबह ठंड जरूर पड़ी किंतु पाला नहीं जमा। एक और जहां सुबह सवेरे ठंड रही वह दिन गर्म होने शुरू कर दो गए हैं। सूर्य की तपन से लगता है कि निकट भविष्य में कुछ गर्मी बढ़ेगी। अगर गर्मी बढ़ती है तो फसलों के लिए नुकसानदायक साबित होगी। किसानों का कहना है कि गर्मी पडऩे से गेहूं एवं सरसों आदि की फसल की बढ़ोतरी नहीं होगी। गेहूं के पौधे छोटे रह जाएंगे। दोनों ही फसलों को अधिक सर्दी की जरूरत होती है।
ई-टेंडरिंग व राइट टु रिकाल बारे सरपंच एसोसिएशन कनीना ने एसडीएम द्वारा राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन दिया
-आंदोलन को सर्व समाज मंच ने भी दिया पूरा समर्थन
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कनीना की आवाज। ई-टेंडरिंग व राइट टु रिकाल बारे सरपंच एसोसिएशन कनीना ने एसडीएम कनीना द्वारा राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन भेजा। आंदोलन को सर्व समाज मंच ने भी पूरा समर्थन दिया।
बाद में एसोशिएशन के प्रधान वेदप्रकाश उर्फ मिंटु गोमला ने कहा कि भारत ग्राम प्रधान देश है इसलिए इस देश में ग्राम पंचायतें अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। जब देश के विकास की बात आती है तो सबसे प्रथम ग्राम विकास जरूरी है। ग्राम विकास में ग्राम पंचायतें ही सर्वाधिक योगदान देती हैं।
उन्होंने कहा कि अगर ठेकेदार और प्रशासन ही विकास कर लेता तो पिछली पंचायतों के कार्यकाल समाप्त होने के बाद गांवों का विकास क्यों नही हुआ ? उस दौरान तो उन्हें कोई रोकने टोकने वाला भी नहीं था। जबकि अनेक गांवों में तो पंचायतों के हटने के बाद गाँवों की सफाई तक नही हुईं।
सर्व समाज मंच के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला ने कहा कि ई-टेंडरिंग प्रणाली लागू के के पीछे विशेष कारण हैं। असल में पंचायतों को ई-टेंडरिंग और दो लाख तक की सीमा तक बांधने के पीछे बड़े भ्रष्टाचार की सोच है। इसके पीछे सोच है कि खानापूर्ति दिखाने के लिए प्रस्ताव तो ग्रामसभा और ग्राम पंचायत से करवा लें, फिर ई-टेंडरिंग के जरिए अपने समर्थक ठेकेदार के नाम टेंडर छोड़कर अधिकारियों व अभियन्ताओं पर दबाव बनाकर मनमाना भ्रष्टाचार किया जा सके।
गांवों की समस्याओं व उनके समाधान को ग्राम पंचायतें ही अच्छे से समझती हैं। इसीलिए संविधान ने ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए ग्राम पंचायतों को स्वायतशासी अधिकार दिए हैं। ई-टेंडरिंग और दो लाख रुपये तक काम करने की सीमा तक बांध देना सरासर पंचायती राज व्यवस्था का गला घोटना है। इस तरह तो सरपंच और पंचायत तो ठेकेदार और प्रशासन की कठपुतली तथा सरपंच केवल प्रमाणपत्रों को सत्यापित करने वाला पद ही रह जाएगा। यह सरासर लोकतांत्रिक संस्थाओं की हत्या करने के बराबर है। लोकतंत्र की महत्वपूर्ण और आधारभूत इकाई पंचायत को ही अगर अधिकारहीन करके और इस प्रकार दबाकर रखा जाएगा तो लोकतंत्र बचेगा कैसे ?
उन्होंने कहा कि राइट टु रिकाल कानून गांवों में ना केवल भाईचारा तोड़ेगा बल्कि यह सरासर लोकतांत्रिक व्यवस्था को छिन्न भिन्न करने का कदम है। इसलिए इसे शीघ्र समाप्त करवाएं।
सरकार के इस फऱमान के विरोध में प्रदेशभर के सरपंच और पंचायतें इसलिए उतरने पर मजबूर हो रही हैं क्योंकि सरकार मनमानी पर आमादा है।
अगर सरकार ने अपना यह तानाशाही फैसला वापिस नही लिया तो प्रदेश पंचायतों को साथ लेकर सड़कों पर उतरेगा।
इस अवसर पर संजीव कुमार बवानियां, रामनिवास बंसल तलवाना, कुलदीप उच्चत, कृष्ण कुमार, भोला राम बुचावास ,राहुल खैराणा ,जितेन्द्र नांगल हरनाथ ,राजेश आनावास ,योगेन्द्र बेवल, राजेश कुमार, सुरेश झाडली , सलीम खान भोजावास, प्रदीप कुमार मुडायन व विकास चेलावास आदि साथ थे।
फोटो कैप्शन 01: एसडीएम को विभिन्न सरपंच ज्ञापन देते हुए।
कनीना राजकीय महाविद्यालय में मनाया जाएगा गणतंत्र दिवस
-एसडीएम कनीना ने ली अधिकारियों की बैठक
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कनीना की आवाज। कनीना राजकीय महाविद्यालय में गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इसको लेकर एसडीएम कनीना सुरेंद्र कुमार ने समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा की 21 जनवरी को पहली रिहसल व 24 जनवरी को फाइनल रिहसल कराई जाएगी। एसडीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि मार्च पास्ट व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के समय बच्चों के लिए जलपान की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने विस्तार से बेहतर ढंग से गणतंत्र दिवस मनाये जाने पर चर्चा की तथा विभिन्न अधिकारियों की तैनाती की जिम्मेदारी भी लगाई। विभिन्न उपस्थित अधिकारियों से उनके विचार लिये ताकि गणतंत्र दिवस को बेहतर रूप में मनाया जा सके।
फोटो कैप्शन 02: एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह गणतंत्र को लेकर बैठक को संबोधित करते हुए।
3 फीडरों में रहेगी 4 घंटे बिजली बाधित
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कनीना की आवाज। 20 जनवरी को कनीना के तहत पडऩे वाले करीरा, धनौंदा और नांगल 3 फीडरों में प्रात: 10:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इसकी जानकारी देते हुए राम रतन जेई गोमली ने बताया कि 10/16 एमवीए टी-4 ट्रांसफार्मर की केबल लगाए जाने के चलते विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी, जिसका उन्हें खेद हैं।
दुकानदारों उच्च न्यायालय से मिली राहत
-अगली सुनवाई होगी 20 सितंबर को
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कनीना की आवाज। कनीना न्यायिक परिसर बनाए जाने तथा उसके समक्ष करीब 154 दुकानें तोडऩे की कार्रवाई के चलते कनीना क्षेत्र के दुकानदारों ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपील दायर की थी जिसकी अगली सुनवाई 20 सितंबर 2023 को होगी। विस्तृत जानकारी देते हुए व्यापारी एकता मंच के प्रधान महेश बोहरा ने बताया यदि 18 जनवरी को सुनवाई होनी थी किंतु अब यह तारीख 20 सितंबर 2023 रख दी है। इससे दुकानदारों को राहत मिली है।
बादल छाये, बढ़ी ठंड
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में शाम के समय गुरुवार को आकाश में बादल छाये रहे जिसके चलते ठंड बढ़ गई। दिनभर धूप खिलने के बाद बादल छाये हैं। मौसम विभाग बूंदाबांदी की संभावना जता रहा है। ऐसे में किसानों की नजरे मौसम पर टिकी हुई है। हल्की बूंदाबांदी फसलों के लिए लाभप्रद साबित होगी।
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Thursday, January 19, 2023
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