Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Saturday, July 22, 2023

 
 
 शिव महापुराण के पंचम दिवस पर माता सती के  प्रादुर्भाव की व्याख्या की गई और माता की शक्तिपीठों का वर्णन किया गया  
-देशभर में हैं 52 शक्तिपीठ
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कनीना की आवाज। व्यास पीठ के द्वारा आचार्य दीक्षित वैरागी शिमला हिमाचल के द्वारा शिवमहापुराण के पांचवें दिन शक्तिपीठों का वर्णन किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि बुद्धि प्रकाश शर्मा रहे।
 आचार्य बैरागी ने बताया किस देश में देवी के प्रसिद्ध  मंदिरों में 52 शक्तिपीठ शामिल है। 51 शक्ति पीठ माने जाते लेकिन तंत्र चूड़ामणि में 52 शक्तिपीठ बताए गए हैं। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव की पहली पत्नी सती ने अपने पिता राजा दक्ष की मर्जी के बिना भोलेनाथ से विवाह किया था। इस पर एक बार राजा दक्ष ने विराट यज्ञ का आयोजन किया गया लेकिन अपनी बेटी और दामाद को आमंत्रित नहीं किया। माता सती बिना बुलाये ही पिता के यज्ञ में पहुंच गई। भोलेनाथ ने उन्हें वहां जाने से मना भी किया था किंतु सती नहीं मानी। सती के समक्ष राजा दक्ष ने भोले को अपशब्द कहे और अपमान किया। पिता के मुंह से पति का अपमान बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने यज्ञ की पवित्र अग्नि कुंड में कूद कर प्राण त्याग दिए। भोलेनाथ की सती के शव को लेकर तांडव करने लगे। ब्रह्मांड पर प्रलय छा गई। इस पर विष्णु भगवान ने उन्हें रोकने के लिए माता सती के शरीर के टुकड़े कर दिए। माता के शरीर के आभूषण टुकड़े जहां जहां गिरे वो शक्तिपीठ नाम से जाने जाते हैं। उन्होंने शिव महिमा अपरमपार बताया। इस मौके पर
 नवीन शर्मा ,ठाकुर रमेश, योगेंद्र बोहरा, शिवरतन शर्मा,
जितेंद्र शास्त्री, प्रदीप, विशु, रॉकी गुप्ता, मुरारी लाल मित्तल, हेमराज शर्मा तरुण शास्त्री, प्रदीप विशु , मुरारी गुप्ता, हनुमान प्रसाद , सतनारायण शर्मा, प्रवेष शास्त्री, ललित यादव, रोशनी देवी, चंचला शर्मा, रचना शर्मा, लाली देवी, सुमन देवी, पूजा शर्मा, देवकी, राजदुलारी, सुजाता यादव, संतोष, ममता सहीत अनेकों श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 09: बैरागी शिव महापुराण की व्याक्ष्या करते हुए।






 71 पौधे लगाकर युवक ने मनाया अपना जन्मदिन
-खेड़ा के सुजल आर्य की नई पहल
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कनीना की आवाज। गांव खेड़ा के डा ऋषिराज आर्य के पुत्र सुजल आर्य ने अपना 20वां जन्मदिन 71 पौधे लगाकर मनाया। उनके पिता डा ऋषिराज आर्य ने बताया कि वर्ष 2003 में जन्मे सुजल आर्य हर वर्ष पौधे लगाते आ रहे हैं। जो भी उन्हें राशि जन्मदिन की मिलती उससे पौधे खरीदे जाते हैं और घर और पास पड़ोस में पौधे लगाकर हरियाली बना दी है। उनके घर आंगन में सैकड़ों पौधे खड़े हुए हैं। यहां तक कि एक पौधे की जड़ छत के नीचे कमरे तक पहुंची हुई है तथा बाकी भाग तना एवं पत्ते छत से बाहर दिखाई देता है। उन्होंने पेड़ों के प्रति इतना लगाव दिखाया है कि हर जगह पेड़ ही पेड़ नजर आते हैं।
 सुजल ने बताया कि जब तक जन्मदिन मनाते रहेंगे तब तक अपने जन्मदिन की राशि पेड़ पौधों पर खर्च करते रहेंगे या फिर गरीबों को भोजन कराएंगे पर उनका मुख्य उद्देश्य पेड़ पौधे लगाना रहेगा। अनेक लोगों ने उन्हें नेक काम के लिए बधाई दी है।
फोटो कैप्शन 8: सुजल आर्य जन्मदिन पर 71 पौधे लगाते हुए।





 नेशनल ब्राडकास्टिंग डे 23 जुलाई
आज भी मनोरंजन का बेहतरीन साधन है रेडियो
-मोदी की मन की बात ने रेडियो के प्रति बढ़ाया है क्रेज
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कनीना की आवाज। 23 जुलाई 1927 को सबसे पहले रेडियों बाम्बे से प्रसारण हुआ था। आज रेडियो की थोड़ी बहुत मांग मन की बात ने जरूर बढ़ाई है वरना रेडियो बीते जमाने की चीज बन चुका है। किंतु मनोरंजन के साधनों में रेडियों का नाम भी एक है किसी जमाने में रेडियो का बहुत अधिक प्रचलन होता था किंतु अब रेडियो की मांग घटी है। मोबाइल क्रांति ने रेडियों की मांग धूमिल कर दी। किंतु जब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कही तब तब रेडियो को की मांग बढ़ी है तथा स्कूलों में रेडियो की गूंज सुनाई दी। गांवों में तो अब भी एक या दो रेडियो मिल जाते हैं किंतु खेतों में रहने वाले किसानों के लिए रेडियो आज भी मनोरंजन का बेहतर जरिया है।
 किसान राजेंद्र सिंह एवं सूबे सिंह तो आज भी रेडियो को अपने बहुत करीब रखते हैं और किसानों की किसानों संबंधित जानकारी रेडियो से ही प्राप्त करते हैं। उनकी सबसे अहम चीज रेडियो है और रेडियो के बिना भी एक पल भी दूर नहीं हो सकते हैं। संगीत में कम रुचि रखते हैं लेकिन किसानों संबंधित, कृषि संबंधित जानकारी में विशेष रुचि रखते हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षा क्षेत्र में नाम कमाने वाले राज्य अवार्डी शिक्षक बनवारीलाल ककराला ने बताया कि वे अपने ट्यूबवेल पर रहते हैं और उन्हें समाचार एवं कृषि से लगाव होने के कारण रेडियो पास में रखते हैं। रेडियो से ही उन्हें अहम जानकारियां मिलती हैं । कृषि संबंधित जानकारी रेडियो पर समय.समय पर प्रसारित होती है जिनका वे लाभ उठा रहे हैं।
 उधर रेडियो विक्रेता रवि कुमार ने बताया कि वे 30 वर्षों से रेडियो बेचने का काम करते आये हैं किंतु 15 वर्ष पहले प्रतिदिन 50 से 60 रेडियो बिक जाते थे किंतु अब दिन में अधिकतम दो बिक पाते हैं। अकेले रेडियो से रोटी रोजी कमान कठिन है। अब वह जमाना बीत गया है जब रेडियो की मांग थी।
रेडियो मैकेनिक्स सुरेश कुमार का कहना है कि कभी प्रतिदिन 10 से 15 रेडियों सुधारने का काम करते थे किंतु अब तो एक दिन में एक भी नहीं आता।  टीवी एवं मोबाइल क्रांति के चलते रेडियो की मांग घटी है और उनकी रोटी रोजी मोबाइल ने छीन ली है। कभी रेडियो सुधारने एवं नए रेडियो बेचने का कार्य करते थे किंतु अब यह काम सिमटता जा रहा है।
 प्रधानमंत्री की मन की बात ने बढ़ाया रेडियो के प्रति क्रेज-
 विगत वर्षों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात ने रेडियों का क्रेज बढ़ाया है। गांवों में तो एक या दो रेडियो ही मिल पाते हैं।
सूबे सिंह किसान का कहना है कि किसी जमाने में ग्रामीण क्षेत्र में रेडियो ही एकमात्र संगीत ,समाचार एवं विविध जानकारी का प्रमुख साधन होते थे। दूरदराज ग्रामीणों में तथा ट्यूबवेल पर रहने वाले लोगों के लिए सूचनाएं प्राप्त करने का एक मात्र साधन रेडियो ही होता था किंतु अब रेडियो इक्का-दुक्का कहीं देखने को मिल सकता है।
फोटो कैप्शन : राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, बनवारीलाल, सुरेश कुमार।





मौसमी बदलाव के बीच 132वें दिन जारी रहा धरना
-काम शुरू होने के बाद ही हटेंगे धरने से
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट की मांग को लेकर धरना 132वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता डॉ लक्ष्मण सिंह  सेहलंग ने की। उन्होंने  बताया केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह दोनों के आश्वासन पर वे अडिग हैं और विश्वास है कि जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।
 धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 132 दिन हो गए है। गर्मी और उमस के बढ़ते दबाव में भी हम सरकार के इंतजार में बैठे हैं कि जल्द राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू करवाया जाए ढ्ढ 9 मार्च 2022 को पचगांव गुरुग्राम रैली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी  बाघोत -सेहलंग के बीच कट की घोषणा की थी, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा घोषणा करवाई गई। हमें विश्वास है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत सिंह ने जो बोल दिया है वह काम जरूर होगा।
 संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र शास्त्री- छिथरौली और पहलवान धर्मपाल सेहलंग ने बताया कि सरकार धरने पर बैठे लोगों की पीड़ा को समझे और इस कट का काम जल्द शुरू करवाए।
 मास्टर विजयपाल सेहलंग ने बताया कि यह धरना बाबा भोले की नगरी बाघेश्वर धाम में चल रहा है। बाबा शिव भोले भक्तों की मुराद अवश्य पूरी करेंगे। हमारा कट का काम जल्द शुरू हो जाएगा।
इस मौके पर  शैतान सिंह बसई सामाजिक कार्यकर्ता, पहलवान रणधीर सिंह,अशोक स्वामी, बाबू मेनपाल सिंह,   चेयरमैन सतपाल,  मास्टर विजय सिंह , दाताराम,  भरत सिंह कमांडो, रामकुमार, सीताराम, मनोज  कुमार, भोले साहब, बाबूलाल,  हेमराज साहब, कृष्ण प्रधान, एडवोकेट केपी यादव, पीटीआई  महिपाल सिंह, सूबे सिंह, रामकुमार,शेर सिंह,  हंस कुमार, हरिओम   व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 07: धरने पर बैठे हुए ग्रामीण।




सेहलंग में होगा तीन दिवसीय सांग उत्सव
-बैठक में लिया गया निर्णय
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कनीना की आवाज। कनीना उप मंडल के गांव सेहलंग चमेली धर्मशाला में सांग सम्राट चंद्रलाल लोक सांस्कृतिक मंच की बैठक मास्टर विजय पाल जी सेहलगिया की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें चंद्रलाल की पुण्यतिथि 6 अगस्त को धूमधाम से मनाने हेतु कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई गई।।
बैठक में हरियाणा सरकार कला परिषद द्वारा तीन दिवसीय सांग उत्सव मनाने हेतु अनुमति पत्र ग्राम पंचायत सरपंच विनीत कुमार सेहलंग द्वारा प्रेषित किया गया। बैठक में पांच से सात अगस्त 2023 तक तीन दिवसीय सांग उत्सव मनाने हेतु सर्वसम्मति से फैसला लिया गया।
सांग माता खीमज स्थान पहाड़ी पर किए जाएंगे। बैठक के दौरान कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई और व्यवस्था हेतु जिम्मेदारी सौंपी गई। मंच के प्रधान वेद प्रकाश भारती ने हरियाणा की संस्कृति को जिंदा रखने के लिए सभी का स्वागत किया।
इस अवसर पर एक्स सरपंच रामनिवास , हनुमान सिंह ,रामफल नंबरदार ,डॉ सुरेंद्र ,किरण, पाले राम, वेद हलवाई खेड़ी, महेश सोनी भडफ़, श्री राम साहब श्यामलाल बाघोत राजकुमार जयप्रकाश बवाना, राम खिलारी अजीत रणबीर पोता, अजीत बेदी गुढ़ा, सेहलंग से  बिरेंदर महाशय भीम  धर्मपाल पप्पू हलवाई वेदपाल दलीप हवा सिंह कीर्ति प्रकाश एडवोकेट उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 06: सांग सम्राट चंद्रलाल की पुण्यतिथि पर सांग आयोजित करने को लेकर आयोजित बैैठक।





बंद घर से हुई लाखों रुपए के सामान,नकदी एवं जेवरात की चोरी
-पुलिस ने किया अज्ञात चोरों के विरुद्ध चोरी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव मुंडिया खेड़ा में सरोज देवी मुंडिय़ा खेड़ा के बंद घर मेें अज्ञात चोरों ने सेंध लगा दी और लाखों रुपये का सामान, नकदी एवं जेवरात चोर हो गये। दौंगड़ा अहीर पुलिस चौकी मामला दर्ज कर लिया है। कनीना पुलिस ने करीब 1.50 लाख रुपये की चेारी दर्शाई है।
 पुलिस में दी शिकायत में सरोज देवी ने कहा कि उनका पति रविंद्र कुमार इंडियन कोस्ट गार्ड में मास चीफ है और उनकी तैनाती मुम्बई में है। सरोज देवी भी अपने पति के साथ मुम्बई में ही रहती है। उनका एक लड़का एवं पुत्रवधू आईलैंड में सर्विस करते हैं जिसके चलते घर पर कोई नहीं रहता। सरोज देवी ने बताया कि करीब 20 दिन पहले घर से मुम्बई चली गई थी। पीछे से 17 जुलाई को उनके ससुर ने सूचना दी कि घर में चोरी हो गई। सूचना मिलने पर सरोज देवी मुंबई से अब घर मुंडियाखेड़ा पहुंची तो पाया कि मुख्य दरवाजे व कमरों के ताले टूटे हुए थे। सामान चेक किया तो एक चेन सोने की 25 ग्राम, अंगूठी सोने की 5 ग्राम, चांदी का लोटा 500 ग्राम, चांदी की प्लेट 100 ग्राम, चांदी की चुटकी 2 जोड़ी, दूल्हा की शादी की माला 11000, माला भातई की दी हुई 1000 रुपये, 100-100 रुपये के नोटों की गड्डी 10 हजार रुपये, 20 व 50 रुपये की गड्डी 7000 रुपये फुटकर नोट वगैराह बैग में 5000 रुपये चोरी हो गये।
 उन्होंने पता किया 15 जुलाई को उनके मकान का दरवाजा खुला हुआ था जो अज्ञात चोरों ने 14 और 15 जुलाई की रात को चेारी की है। उन्होंने चोरों को पकडऩे सामान बरामद करने की पुलिस में गुहार लगाई है। पुलिस ने गत दिवस शुक्रवार को अज्ञात चोरों के विरुद्ध चोरी का दर्ज कर लिया है जांच जारी है।
फोटो 3 से 5: चोरी से संबंधित हैं।





कनीना की बदहाल सड़कों के सामने झुका प्रशासन
-सड़कों का पानी खत्म भी नहीं हुआ हटा दिये पानी निकालने वाले इंजन
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कनीना की आवाज। कनीना के होलीवाला औरकालरवाली जोहड़ों ने प्रशासन बेहद परेशान कर के रख दिया है। हालात यह है कि इंजनों द्वारा निकाला जाने वाला पानी प्रशासन निकालने में नाकाम रहा और  इंजन ही हटाने शुरू कर दिए। मिली जानकारी अनुसार होली वाला जोहड़़ पर इंजन लगाकर जोहड़ का पानी साफ किया जा रहा था ताकि आसपास करीब एक दर्जन घरों के पास खड़ा पानी तथा रास्ते में भरा हुआ 200 गज दूरी का पानी समाप्त हो जाए। थोड़ा बहुत पानी निकाला ही था कि अब प्रशासन ने इंजन हटा दिया और अभी पानी भी सड़कों पर खड़ा हुआ है।
 गुड्डू चौधरी ,कुलदीप, पंकज एडवोकेट, वेदप्रकाश चौधरी ने बताया कि सड़कों का गंदा पानी निकालने के लिए लो तरीका अपनाया गया था उससे कुछ पानी कम हो रहा था किंतु अब तो लगता है प्रशासन ने इस जोहडों के सामने घुटने टेक दिए है और इंजन को ही बंद कर दिया गया है। जब इंजन उठाने के लिए कर्मचारी पहुंचे तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और और इंजन उठाने का विरोध किया। अब तो इंजन को बंद कर दिया गया है और दूर एक घर के पास खड़ा कर दिया है। क्षेत्रवासियों की मांग है कि जोहड़ का पानी जब तक सूख न जाए इंजन को जारी रखा जाए नहीं तो पानी में से आवागमन मजबूरी में होना पड़ेगा। वहीं कुछ घरों की दीवारों में दरार आने की संभावना बन गई है यही नहीं क्षेत्र के जोहड़ फिर से पानी से भरने लगे हैं पानी आस पास खड़ा हो गया है।
विगत दिनों हुई बारिश का पानी अभी तक नहीं निकाल पाया है, ऐसे में प्रशासन बेहद परेशान नजर आता है। इस संबंध में कनिष्ठ अभियंता जन स्वास्थ्य विभाग सुरेंद्र सिंह से बात हुई सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने इंजन उपलब्ध करवा रखा है। नगरपालिका का कार्य है कि जब तक पानी साफ नहीं हो जाएं इनको प्रयोग करें परंतु इंजन को प्रयोग न करके उसे बंद कर दिया गया है इस बात का उन्हें मालूम नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशासन पर निर्भर है वह कितना भी प्रयोग करें।
उल्लेखनीय है कि अटेलली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी-प्वाइंट तक मार्ग अति जर्जर हो चला है। अभी भी गड्ढे में पानी एवं कीचड़ भरा हुआ है। आवागमन कीचड़ से ही हो रहा है। लगता है कि प्रशासन पूरी तरह से हार चुका है और कनीना वासी इन कीचड़ भरी सड़कों पर चलने को मजबूर हो गए हैं।
 फोटो कैप्शन 01: होलीवाला जोहड़ का पानी निकालने के लिए लगाया गया इंजन हटाकर दूर रखा हुआ।
         02: अभी भी सड़क मार्ग पर भरा हुआ गंदा जल






 जलभराव से फसलों को हुआ नुकसान
किसानों ने मांगा मुआवजा
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कनीना की आवाज। बसपा के नेता अतरलाल एडवोकेट ने कनीना तहसील के अनेक गांवों का दौरा कर खेतों में जल भराव से फसलों में हुए नुकसान का जायजा लिया तथा किसानों का हाल-चाल पूछा।
   उन्होंने अगिहार, कैमला, गुढ़ा, रसूलपुर, उन्हाणी, चेलावास, कनीना, सिहोर, बाघोत, झाड़ली, छिथरोली, उच्चत, सेहलंग, पोता, स्याणा, नौताना, खेड़ी, तलवाना, खरकड़ा बास, धनौन्दा, पाथेड़ा आदि गांवों का दौरा करने के बाद कहा पिछले दिनों हुई बरसात से इलाके के लगभग 2 दर्जन गांवों के खेतों में जल भराव से फसलों में भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जल भराव की रिपोर्ट दिनांक 13 जुलाई 2023 को उन्होंने जिला उपायुक्त तथा राज्य सरकार को भेजी थी। इसके बावजूद अब तक जलभराव वाली जमीन से पानी निकासी नहीं की गई है। जिसके कारण कपास तथा बाजरा की फसल बिल्कुल खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि किसानों ने काफी लागत लगाकर फसल बोई थी और अच्छी फसल पैदावार की आशा थी। परन्तु बरसात और जलभराव के कारण फसल बर्बाद हो गई है। सभी गांवों के प्रभावित किसानों ने अपने गांवों के जल प्रभावित फसलों में हुए नुकसान की जानकारी अतरलाल को दी तथा उनसे इस विकट स्थिति में किसानों की मदद करने की मांग की। अतरलाल ने कहा कि वे इस कठिन घड़ी में किसानों के साथ हैं तथा दोबारा जिला उपायुक्त और राज्य सरकार को ज्ञापन भेजकर तत्काल पानी निकासी करवाने तथा प्रभावित किसानों को तीस हजार रूपए प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की मांग करेंगे। इस अवसर पर लीलाराम, धर्मेन्द्र, धर्मपाल, नरेन्द्र, राजेन्द्र, कैलाश सेठ, दानसिंह प्रजापत, मदन, ओमप्रकाश आदि पार्टी कार्यकर्ता तथा किसान मौजूद थे।
फोटो कैप्शन: जलभराव से फसलों में हुए नुकसान का जायजा लेते बसपा नेता ठाकुर अतरलाल।




गौवंश को पकडऩे के लिए किया पीछा, गिरी खाई में, मौत, कुत्तों ने नोचा, पशु क्रूरता एक्ट के तहत मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव भोजावास में काले रंग की एक गाय को तीन चार लोगों ने पकडऩे का प्रयास किया जिसके चलते गाय भागते हुए गड्ढे में गिर गई और मौत हो गई जहां कुत्तों ने नोच डाला। सचिन भोजावास निवासी ने मामला दर्ज करवाया है। कनीना पुलिस ने तीन चार लोगों के विरुद्ध गौवंश के साथ क्रूरता































पूर्ण व्यवहार करने, प्रताडि़त करने का मामला दर्ज किया है।
 सचिन ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि वह तथा उसका दोस्त रोकी दोनों भोजावास गौशाला के साथ बणी में घूमने के लिए 21 जुलाई को जब पहुंचे तो होशियार उर्फ जोनी बोचडिय़ा गांव निवासी तथा तीन-चार अन्य साथी मिलकर एक काले रंग की गाय जो बयाने वाली वाली थी, को पकडऩे के लिए पीछे लगे हुए थे। गाय के साथ कू्ररतापूर्ण व्यवहार कर रहे थे, पीट रहे थे। जब सचिन व रोकी ने होशियार एवं अन्य लोगों को देखा तो वे गाय को पीट रहे थे पीट रहे थे। गाय ऊंचे टीले से खाई में गिर गई, तड़पने लगी तो ये लोग गले से रस्सा खोल कर भाग गए। 21 जुलाई शुक्रवार को शाम के छह बजे वह काली गाय खाई में मरी हुई मिली।  मिली जिसे आवारा कुत्तों ने उसे नोच डाला। होशियार उर्फ जॉनी तथा उनके साथियों द्वारा कू्ररतापूर्ण व्यवहार करने के कारण गाय की मौत हुई है और गाय की हत्या कर डाली। उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की जिस पर पुलिस ने सचिन कुमार भोजावास निवासी के बयान पर होशियार सिंह बोचडिय़ा व तीन चार अन्य लोगों के विरुद्ध पशु क्रूरता एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा जांच जारी है।

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