विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन 18 जुलाई को
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कनीना की आवाज। राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना की विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा सांझी सभा का आयोजन किया जाएगा तथा विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन 18 जुलाई को किया जाएगा। उक्त आशय की जानकारी देते हुए विद्यालय के मुख्याध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने बताया कि 2 वर्ष के लिए इस समिति का गठन किया जाएगा तथा सरकार की अधिसूचना के अनुसार इसका कार्यकाल 2023-2025 होगा समिति में चुने हुए जनप्रतिनिधियों , अभिभावकों, शिक्षाविदों, सेवानिवृत्त शिक्षकों व समाजसेवियों को शामिल किया जाएगा इसमें दो अध्यापक ,एक नगर पालिका का चुनाव हुआ प्रतिनिधि ,एक समाज सेवक तथा 8 अभिभावक शामिल होंगे। इसके लिए अभिभावकों व गणमान्य नगर वासियों को भी आमंत्रित किया गया है। इस सभा में सहायक खंड परियोजना संयोजक ,खंड संसाधन समन्वयक दिलबाग सिंह व खंड शिक्षा अधिकारी विश्वेश्वर कौशिक को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
सावन के दूसरे सोमवार को शिवालयों में रही भीड़
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कनीना की आवाज। सावन के दूसरे सोमवार को शिवालयों में भारी भीड़ रही। सावन माह 30 अगस्त रक्षा बंधन पर संपन्न हो जाएगा। बाघेश्वर धाम पर छोटा मेला लगा। भारी भीड़ जुटी। महिलाओं ने व्रत रखा तथा दिनभर शिवलिंग अभिषेक कार्यक्रम चलता रहा। वास्तव में सोमवती अमावस्या होने के कारण भीड़ अधिक रही। उधर स्वयंभू/प्राकृतिक शिवलिंग का अभिषेक करने वालों का दिनभर तांता लगा रहा। विगत करीब दस दिनों से बाघेत धाम पर लगातार भारी भीड़ जुटती आ रही है। शिवरात्रि के दिन तो लाखों भक्तों ने शिवलिंग का अभिषेक किया वहीं अपार भीड़ मेले में देखने को मिली। हजारों कांवड़ अर्पित की गई।
बाघेश्वरधाम पर तो विगत सोमवार से छोटे मेले लगते आ रहे हैं वहीं शिवरात्रि को सावन मेला आयोजित किया गया था।
सावन माह के इस सोमवार को कनीना के विभिन्न शिवालयों में शिव को याद किया। व्रत धारण करके स्त्री एवं पुरुषों ने पूजा अर्चना की और ओम नम: शिवाय के जयकारे लगा।
कनीना में सावन माह के दूसरे सोमवार को शिवालयों में भारी भीड़ रही। कनीना के 21 फुट ऊंचे शिव प्रतिमा वाले शिवालय में सुबह से ही भक्तजन शिवलिंग का अभिषेक करते देखे गए। भक्त भरपूर सिंह, रोहित कुमार, शकुंत देवी ने बताया कि दिनभर भक्तों का यहां तांता लगा रहा।
कनीना उपमंडल के बाघोत स्थित शिवालय पर आर भीड़ रही। सुबह से ही भक्तजन व्रत करके जल अर्पित करते देखे गए। संपूर्ण शिवालय शिवमय बना हुआ था। पहले सोमवार के बाद दूसरे सोमवार के दिन भारी भीड़ देखने को मिली। कनीना के ज्योतिषाचार्य अरविंद जोशी के अनुसार व्रत धारण करने वालों के लिए सावन के सोमवार सबसे बेहतर होता है। सावन माह में शिव की गूंज हर जगह सुनाई पड़ती है। शिवालयों में तो शिव के नारे व जाप गूंजते रहे।
कनीना स्थित 21 फुट ऊंची शिव प्रतिमा वाले शिवालय में जल अर्पित करते देखे गए। बाघेश्वरी धाम पर छोटा मेला आयोजित हुआ।
फोटो कैप्शन 08: बाघोत में स्वयंभू शिवलिंग पर जल अर्पित करते भक्तजन।
खंड स्तरीय प्रेरकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
-खंड शिक्षा अधिकारी पहुंचे कार्यक्रम में
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कनीना की आवाज। शिक्षा विभाग के मौलिक अंकन एवं भाषा ज्ञान ट्रेनिंग के अंतर्गत सोमवार को खंड स्तरीय प्रेरकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मॉडल संस्कृति स्कूल कनीना में संपन्न हुआ इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी विश्वेश्वर कौशिक ने कहा की प्रेरकों का पहला लक्ष्य शिक्षकों में मौलिक ज्ञान को बच्चों के साथ संप्रेषित करना है इस बारे में वे आधारभूत संरचना को दिमाग में रखकर बेहतर तालमेल करने की भूमिका अदा करें जिससे नई शिक्षा नीति की महत्वकांक्षी योजना निपुण को अपनी मंजिल पर पहुंचाने में सहयोग मिल सके। उन्होंने प्रेरकों का आह्वान किया कि वह अपने ज्ञानवर्धन करते हुए बेहतर तकनीकों का प्रयोग करके विद्यार्थियों के ज्ञान का आकलन करें व जिम्मेदारी पूर्वक अपने कर्तव्य का निर्वहन करें।
इस अवसर पर खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलबाग सिंह ने प्रेरकों का शिक्षकों से बेहतर तालमेल पर बल दिया। मॉडल संस्कृति स्कूल के प्राचार्य सुनील खुडानिया ने कहा कि शिक्षकों का बच्चों के साथ बेहतर सामंजस्य बिठाना ही प्रेरकों का प्रथम लक्ष्य होना चाहिए तथा लक्ष्य आधारित योजना अपनाई जानी चाहिए। कनीना कन्या उच्च विद्यालय के मुख्याध्यापक नरेश कौशिक ने कहा कि एफएलएन बच्चों में भाषाई ज्ञान व अंकन ज्ञान को प्राप्त करने का सबसे सराहनीय प्रयास है तथा केंद्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना को सिरे चढ़ाना हम सब का लक्ष्य है। एफएलएन के जिला संयोजक मनीष शर्मा ने प्रेरकों की विभिन्न कार्य प्रणालियों के बारे में जानकारी दी तथा बताया कि जिला के चार विकास खंडों में यह प्रेरक विद्यालयों में जाकर प्रतिमाह 20 विद्यालयों में जाकर शिक्षण के विभिन्न आयामों के बारे में जानेंगे व बेहतर तालमेल की योजना तैयार करेंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में नारनौल से रिंकी ,अटेली से पूजा ,महेंद्रगढ़ से राहुल यादव वह कनीना से संदीप कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया कार्यक्रम के संयोजक एबीआरसी ओमरती ने सभी का आभार व्यक्त किया। इसके बाद सभी प्रशिक्षणार्थियों ने जिला संयोजक मनीष शर्मा के साथ मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय में जाकर विद्यार्थियों का आकलन किया वह शिक्षकों के साथ बच्चों के ज्ञान आधारित प्रश्नावली को साझा किया।
फोटो कैप्शन 07: खंड शिक्षा अधिकारी कार्यक्रम में संबोधित करते हुए।
होलीवाला मार्गं पर भरा है दो-दो फुट पानी
-इंजिनों से निकाला जाता है गंदा पानी, लोगों का आवागमन गंदे पानी से
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कनीना की आवाज। सावन माह की वर्षा ने कनीना प्रशासन की पोल खोलकर रख दी वहीं रविवार को पुन: बारिश होने से अब हालात और भी बदतर होती जा रही है। गलियों में पानी बढ़ गया है,जोहड़ों का आयाम बढ़ गया लेकिन सबसे बुरी हालात होलीवाला जोहड़ मार्ग है। यहां एक दर्जन से अधिक मकानों के पास गंदा जल भरा है वहीं आवागमन भी इस गंदे जल से हो रहा है। रेवाड़ी मार्ग पर जाने के लिए या करीरा गांव को पहुंचने के लिए यही एकमात्र मार्ग है जिसको देखकर लगता है कि भविष्य में कनीना को नौकाओं की भी जरूरत पड़ सकती है।
दीवारों के साथ पानी खड़ा हुआ है। यह पानी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। चंद बूंदे बारिश की होते ही कस्बा कनीना का जोहड़ होली तथा कालरवाली पूरे भर जाते हैं। होली वाला जोहड़ के पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। महज 300 गज दूरी पर सीवर लाइन है। अगर इस जोहड़ को सीवर लाइन से जोड़ दिया जाए तो समस्या का समाधान हो सकता है।
क्या कहते हैं लोग -
कस्बे के कुलदीप कुमार, गुड्डू चौधरी, ओम प्रकाश यादव, एडवोकेट पंकज यादव, वेद प्रकाश तथा अन्य लोगों का कहना है कि घरों के आस पास लंबे समय से गंदा जल खड़ा है। यह समस्या इस वर्ष की नहीं हर वर्ष मिलती है जिसका स्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है। कनीना क्षेत्र के लोग धरना प्रदर्शन करने के बाद नेताओं ने भी ज्ञापन भिजवाएं हैं किंतु हालात जस की तस है। बार-बार धरना प्रदर्शन करने के बावजूद बस आश्वासन मिलते हैं कि जल्द ही यह काम शुरू किया जाएगा परंतु वही ढाक के तीन पात। हालात बद से बदतर होती जा रही है। इस मार्ग का स्थायी समाधान निकालने की मांग उठ रही है।
क्या कहते हैं जेई जन स्वास्थ्य विभाग--
जन स्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि बरसात का पानी दो प्रमुख जोहड़ों होलीवाला और कालरवाली में जमा होता है। इसके लिए स्टार्म वाटर टैंक बनाने के लिए अलग से इस्टीमेट बनाया जाता है। इसके लिए करीब 8 एकड़ जमीन की जरूरत होती है। वे कई बार एसडीएम तथा नगरपालिका से इस संबंध में मिल चुके हैं। एसडीएम ने आवासन दिया है कि पीपलवाली बणी में जमीन उपलब्ध हो सकेगी। जिसका इस्टीमेट बनवाकर उच्चाधिकारियां के भेजा जाएगा। अगर जमीन उपलब्ध हो जाए तो बरसात के पानी का पीपलवाली बणी में स्टोर टैंक बनवा दिया जाएगा। जोहड़ों के पास छोटे टैंक बनाए जाएंगे तथा जल स्टोर पीपलवाली बणी में बन जाएगा। जब-जब बरसात हो तुरंत प्रभाव से मोटर द्वारा पानी को स्टोर टैंक तक पहुंचाया जाएगा। बैंक से किसानों को जल उपलब्ध हो पाएगा ताकि वे किसी प्रकार की फसल पैदावार कर सकें। अब देखा जाना है कि कनीना प्रशासन कितनी जल्द इस कार्रवाई को अंजाम दे पाता है।
फोटो कैप्शन 05: होलीवाला जोहड़ मार्ग पर जमा गंदा जल।
एक एक बार फिर से नगरपालिका के चुनाव की हुई सुगबुगाहट
-हरियाणा सरकार ने 5 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित किए
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कनीना की आवाज। कनीना सहित प्रदेश के 22 नगर पालिकाओं में जहां महिलाओं के लिए वार्ड आरक्षित कर दिए गए हैं। कनीना में जहां नगरपालिका के 14 वार्ड है वहां 5 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। पहली बार पंचायतों के तर्ज पर यह वार्ड आरक्षित किए गए हैं। परिवार पहचान पत्र के आधार पर पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या के आंकड़ों का आधार बनाया गया है। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर सीटें आरक्षित की गई हैं।
मिली जानकारी अनुसार अनुसूचित जाति के लिए 2 सीटें आरक्षित की गई है वहीं अनुसूचित जाति की महिला के लिए एक सीट आरक्षित की गई है, पिछड़ा वर्ग ए के लिए एक सीट तथा पिछड़ा वर्ग ए ही महिला के लिए एक सीट आरक्षित की गई है। इस प्रकार महिलाओं के लिए कुल आरक्षित सीटें पांच कर दी गई है। एक बार फिर से कनीना नगर पालिका के चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है परंतु अभी तक वार्ड 14 की हदबंदी नहीं हुई है। 14वां वार्ड अभी तक नहीं बनाया गया है। वार्ड बनाए जाने के बाद ही पता लग पाएगा कि चुनाव कब हो पाएंगे? अभी तक की संभावना जताई जा रही है कि नगर पालिका के चुनाव अगले वर्ष ही होंगे।
खेड़ी तलवाना में पुण्य तिथि पर आयोजित किया सम्मान समारोह
-हवन भी संपन्न
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल कनीना के गांव खेड़ी तलवाना में सोमवार को राव रामपत चांगरोड़ वाले की 11वीं पुण्यतिथि पर हवन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंकज हिंदू सरपंच ग्राम पंचायत खेड़ी उपस्थित रहे। इस अवसर सैकड़ों गणमान्य लोगों ने भाग लिया तथा जरूरतमंद लोगों को लोई एवं शाल भेंट करके सम्मानित किया गया।
प्राचार्य दीपक लाटा ने मानव जीवन पर एक सुंदर भजन सुनाया। कृष्ण दत्त मुख्याध्यापक ने आए हुए लोगों का आभार जताया वही सम्मान समारोह उपरांत पौधारोपण किया गया व पर्यावरण को शुद्ध बनाने पर अपने अपने विचार रखें। इस अवसर पर योगराज साहब, अशोक, बलजीत, देशराज यादव, सतीश कुमार सहित विभिन्न जन मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 4: सम्मान समारोह में महिलाओं को सम्मानित करते हुए ।
17 एमएम बारिश हुई, किसान खुश
-विगत दिनों भी जमकर बरसे हैं बादल
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कनीना की आवाज। रविवार को कनीना क्षेत्र में 17 एमएम बारिश हुई जिसके चलते किसान खुश हैं। विगत दिनों भी अच्छी बारिश हुई थी।अकेले सावन माह में 152 एमएम बारिश हो चुकी है। वर्ष 1995 में क्षेत्र में भारी वर्षा हुई थी यद्यपि 1995 जैसी बारिश अभी तक नहीं हुई है।
इस वर्ष कहने को तो दो सावन हैं किंतु पहले ही सावन माह में अच्छी खासी वर्षा हुई है। अब बेहतर फसल होने के आसार बन गए हैं। बाजरा और कपास की खड़ी फसल में रौनक आ गई है। पतंगबाजी में तेजी आ गई है।
खंड कृषि अधिकारी डा.संदीप यादव ने बताया कि बारिश से फसलों को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि इस समय 18700 हेक्टेयर पर बाजरा उगाया गया है, 40 हेक्टेयर पर ग्वार तथा 6900 हेक्टेयर पर कपास की फसल उगाई गई है। बारिश का पानी फसलों के लिए अमृत साबित होगा। किसानों ने इस समय अपने खेत की निराई कर रखी है। बाजरा बड़ा हो गया है जिनको पानी की जरूरत थी। पानी की पूर्ति होने से फसलों में आब आ गई है। किसान अपनी फसलों को देखकर खुश नजर आये।
डा. संदीप यादव ने बताया कि क्षेत्र की भूमि बालू प्रधान है जो जल्दी पानी को सोख लेती है। इसलिए चाहे अधिक बारिश भी होगी तो किसानों के लिए लाभ होगा। पछैती एवं अगेती दो प्रकार की बिजाई किसानों ने इस वर्ष की है।
किसानों ने बताया कि दो प्रकार की फसल खेतों में उगाई गई है- अगैती तथा पछेती फसल। अगैती अब बड़ी हो चुकी है जबकि पछेती फसल अभी छोटी है। कृषि अधिकारी भी बारिश को फसल के अनुकूल बता रहे हैं।
बारिश से सड़कों पर पानी जमा हो जाने से समस्या जरूर पैदा हो गई है तथा प्रशासन असहज महसूस कर रहा है किंतु वर्षा होने का लाभ अधिक है।
फोटो कैप्शन 02: खेतों मेें बाजरे की लहलहाती फसल।
ककराला के पीपा जोहड़ बणी में बीबीएसडी ने रखी एक और हरित साइट की नींव
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव ककराला स्थित बाबा भैया सेवा दल द्वारा पौधारोपण अभियान-2023 चलाया गया। इस दौरान गांव के बाबा पीपा बणी में बने नए जोहड़ पर जामुन, नीम, आंवला, पीपल, पपड़ी आदि 200 पौधे रोपे गये। इस दौरान सरपंच नीलम देवी ने साइट पर पहुंचकर सभी सेवकों का उत्साह बढ़ाते हुए धन्यवाद किया।
संस्था के अध्यक्ष प्रधान नवीन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्था पिछले 7 वर्षों से पर्यावरण व शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है और अब तक 11 हरित साइट तैयार हो गई हैं जिसके तहत करीब 2000 पौधे लगाए हुए हैं। इसके साथ ही गांव को साफ सुथरा पालीथिन मुक्त बनाने के लिए गांव में 4 कचरा डंपिंग जोन बनाए हुए हैं। जिसमें गांव का कूड़ा कचरा वहां पर डाला जाता है। संस्था के उपप्रधान ओमप्रकाश फौजी ने बताया कि पिछले 15 दिनों से संस्था इस साइट की तैयारी में लगी हुई थी और गड्डे पहले से खुदाई कर लिए थे। ट्री गार्ड भी संस्था ने तैयार कर लिए थे। संस्था ने पिछले वर्ष इसी साइट पर फल वाटिका लगाई थी जो अब काफी बेहतर अवस्था में है। आज के अभियान के बाद फल वाटिका के पौधों की गुड़ाई व सफाई की गई। अभियान में अन्य संस्था से अपने साथियों के साथ ईश्वर ढाणा, मनोज रामबास पहुंचे।
इस दौरान पर्यावरण कोर्डिनेटर नवीन कुमार, शैक्षणिक को-र्डिनेटर राजपाल यादव, सह सचिव बिरेंद्र कुमार, इंद्रपाल शर्मा, दीपचंद, राकेश, मास्टर गुलशन, सुंदरलाल, दिनेश कुमार एवं अन्य ग्रामवासी शामिल रहे।
फोटो कैप्शन 03:ककराला में हरित साइट का निर्माण करते क्लब के पदाधिकारी।
बुनियाद में हुआ चयन, किया स्कूल ने पुरस्कृत
-धनौंदा के चार बच्चों का चयन
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कनीना की आवाज। घोषित नतीजों में बुनियाद लेवल-3 में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना के होनहार छात्र कुणाल का चयन हुआ है।
प्रात:कालीन प्रार्थना-सभा में प्राचार्य सुनील खुडानिया ने मेधावी छात्र कुणाल को सम्मानित किया। प्राचार्य ने बताया कि नौवीं में अध्ययनरत छात्र कुणाल ने बुनियाद लेवल-3 परीक्षा पास करके विद्यालय का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर प्राचार्य ने छात्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्राचार्य ने इस उपलब्धि पर सभी स्टाफ सदस्यों को बधाई दी। प्राचार्य ने अन्य छात्रों को भी प्रेरित करते हुए नियमित रूप से अध्ययन करने पर जोर दिया।
उधर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा के प्राचार्य सतीश कुमार ने बताया कि उनके स्कूल के चार विद्यार्थियों यश,इंदु, दीपिका, चंचल का चयन हुआ है वहीं खरकड़ाबास से पुनीका नामक छात्रा का चयन हुआ है। प्राचार्य एवं स्टाफ ने समस्त विद्यार्थियों को बधाई दी है। अब ये विद्यार्थी विभिन्न प्रकार की कोचिंग सरकारीतौर पर प्राप्त कर सकेंगे।
फोटो कैप्शन 01: कुणाल विद्यार्थी को पुरस्कृत करते हुए प्राचार्य एवं अन्य शिक्षक।
कट के लिए ग्रामीणों का धरना 127वें दिन जारी
-काम शुरू न होने तक रहेगा जारी
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनवाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना जारी है। 127वें दिन के धरने की अध्यक्षता सीताराम सेहलंग ने की।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेयरमैन विजय सिंह ने बताया कि धरने को चलते आज 127 दिन हो गए हैं। गर्मी, उमस और बरसात में भी हम धरने पर बैठे हुए हैं। सरकार जब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं करती है , तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
संघर्ष समिति के सदस्य महेंद्र सिंह स्याना ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनने से इलाके के लोगों को शिक्षा के, उद्योगों के और रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस मौके पर सत्य प्रकाश, मनोज, बाबू मैनपाल,नरेंद्र शास्त्री, पहलवान धर्मपाल, चेयरमैन सतपाल, डॉ लक्ष्मण सिंह, सत्यनारायण साहब, सुरेंद्र सिंह, मास्टर धर्मपाल, कृष्ण कुमार, राम भक्त, हंस कुमार, ठेकेदार शेर सिंह, सूबे सिंह, भरत सिंह कमांडो, बाबूलाल, हेमराज साहब, प्यारेलाल, महेंद्र साहब, महेंद्र सिंह, वेद प्रकाश व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 06: कट के लिए ग्रामीण धरने पर।
राजकीय स्कूल पड़तल में लगाई त्रिवेणी
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कनीना की आवाज। सावन मास की सोमवती अमावस्या के अवसर पर राजकीय स्कूल पड़तल के स्टाफ द्वारा त्रिवेणी लगाई गई तथा साथ में 21 अन्य पौधे लगाए गए।
स्कूल मुखिया राजकुमार राव ने कहा कि त्रिवेणी लगाना बड़ा फलदायी होता है। मान्यता है कि सभी देवता और पूर्वज उसमें वास करते हैं। जो इंसान श्रद्धाभाव व आध्यात्मिक भाव से त्रिवेणी लगाता है, उसका पालन पोषण करता है,उसका कोई भी सात्विक कर्म विफल नहीं होता।
उन्होंने पेड़ पौधों के महत्व बताते हुए बच्चों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने का आह्वान किया ताकि पर्यावरण को शुद्ध बनाए जा सके। इस दौरान पर्यावरण प्रेमी झम्मन लाल सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
फोटो कैप्शन 07: पड़तल में त्रिवेणी लगाते हुए स्टाफ एवं विद्यार्थी।
मानसून टर्फ रेखा हरियाणा पर नहीं है आज मानसून ट्रफ की ताजा स्थिति
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कनीना की आवाज। औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ अब बीकानेर, सीकर, उरई, सीधी, अंबिकापुर, बालासोर से होकर गुजरती है और वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक जाती है और औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैली हुई हैइसलिए आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में बारिश की गतिविधियों को कमजोर रही। आज रात से और कल अलसुबह से ही हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम करवट लेगा जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया जाएगा 18-20 जुलाई के दौरान झमाझम बारिश की संभावना बन रही है।
डॉ चंद्रमोहन नोडल अधिकारी पर्यावरण क्लब राजकीय महाविद्यालय नारनौल
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