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Sunday, July 23, 2023

 
नवोदय की 11वीं कक्षा में रिक्त सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित
-34 विद्यार्थी रहे अनुपस्थित
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कनीना की आवाज। जिला महेंद्रगढ़ के एकमात्र जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में 11वीं कक्षा में हुये रिक्त स्थान भरने हेतु प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया। प्रवेश परीक्षा नवोदय विद्यालय करीरा में संपन्न हुई। केंद्राध्यक्ष एवं  प्राचार्य नवोदय राजीव कुमार सक्सेना ने बताया कि 76 विद्यार्थियों ने पंजीकरण करवाया था जिनमें से 42 विद्यार्थी परीक्षा में बैठ पाए। 34 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी नारनौल द्वारा मनोनीत सतीश कुमार प्राचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा ने केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में अपनी उपस्थिति दी। परीक्षा प्रभारी विक्रम सिंह एवं अभय यादव ने अपनी भूमिका निभाई।
फोटो कैप्शन 8: जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा का एक नजारा।









शिव महापुराण कथा का छठा दिन
-शिव पार्वती के विवाह का प्रसंग सुनाकर किया विभोर
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कनीना की आवाज। रविवार को कनीना के श्री सीताराम मंदिर में चल रही 10 दिवसीय शिव महापुराण कथा में छठे दिन शिव पार्वती विवाह का वर्णन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व पार्षद मनीष यादव रहे। कथा के छठे दिन 450 से अधिक श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान किया।
आचार्य दीक्षित बैरागी ने छठे दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह प्रसंग सुनाया गया। इससे पूर्व भगवान शिव -माता पार्वती और शिव महापुराण की विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद कथा शुरू हुई। इस दौरान सजीव झांकियां भी सजाई गई। इस दौरान कथा वाचक आचार्य दीक्षित बैरागी ने प्रवचन देते हुए कहा कि वर्तमान दौर में ऐसा कोई मनुष्य नहीं है जो दुखी न हो लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता है कि हम भगवान का स्मरण करना ही छोड़ दें। जीवन में उतार चढ़ाव आते रहेंगे। भगवान का नाम स्मरण करने मात्र से हर एक विषम परिस्थिति को पार किया जा सकता है। इसलिए हम सभी को भगवान के नाम का स्मरण करना चाहिए। कथा वाचक ने शिव-माता पार्वती विवाह की कथा सुनाते हुए कहा कि माता पार्वती ने हिमालय राजा के यहां पर जन्म लिया था। पार्वती बचपन से ही भगवान भोलेनाथ को मानती थी। इसीलिए भोलेनाथ से माता पार्वती का विवाह हुआ। उन्होंने कथा सुनाते हुए कहा कि भोलेनाथ व माता पार्वती के विवाह के पहले से ही तारकासुर राक्षस का तीनों लोक में अत्याचार था और उसका वध भोलेनाथ व माता पार्वती के पुत्र से होना था। इसीलिए भोलेनाथ व माता पार्वती का विवाह पहले से ही होना तय था। यानी यह सब लीला भगवान की थी। इस दौरान श्रद्धालुओं को धार्मिक भजनों पर नृत्य करते हुए भी देखा गया। छठे दिन का प्रसाद पार्षद रॉकी ने वितरित करवाया।  
इस दौरान मदनलाल शर्मा, मुरारी लाल मित्तल, हेमंत मित्तल, हनुमान प्रसाद, पूर्व पार्षद रोकी,  सुभाष मित्तल, सुरेंद्र शर्मा, महेश गर्ग, नरेश गर्ग, बबलू गुप्ता, जितेंद्र शास्त्री, हेमराज शास्त्री, अरुण शास्त्री, प्रवेश शर्मा, ललित यादव, रोशनी देवी, चंचला शर्मा, रचना शर्मा, लाली देवी, सुमन देवी, कांता शर्मा, सुमन देवी, राज कौर, पूजा शर्मा, देवकी, राजदुलारी, सुजाता यादव, संतोष, ममता सहीत अनेकों श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 07:श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए आचार्य दीक्षित बैरागी

 



आयकर दिवस 24 जुलाई
पूर्वै कर्मचारियों एवं अधिकारियों को टैक्स में मिले कुछ और रियायतें
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कनीना की आवाज। 24 जुलाई 1860 में पहली बार कर लगाया गया था तब से लेकर आज तक आयकर देने की परंपरा चली आ रही है। इस देश का विकास आयकर से होता है। चूंकि 24 जुलाई से कर की शुरूआत हुई थी जिसके चलते विभाग में इसी दिन 24 जुलाई को आयकर दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया। वर्ष 2010 से आयकर दिवस मनाया जा रहा है।
 2010 में भारत की राजधानी दिल्ली में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। विभाग के अधिकारियों को भी मौके पर सम्मानित किया गया था। कर को आज के दिन इनकम टैक्स भी कहते हैं। सरकार लोगों की आय पर आय से निश्चय कर लेती है। हर साल आयकर रिटर्न फाइल करना होता है। आयकर धन का एक महत्वपूर्ण स्रोत जो सरकार अपनी गतिविधियां एवं जनता की सेवा करने के लिए उपयोग करती है। भारत सरकार का उपक्रम है आयकर है। आयकर प्रत्येक व्यक्ति की गत वर्ष में अर्जित की गई आय पर लगने वाला कर है।
यूं तो विभिन्न क्षेत्रों के व्यवसाय करने वाले अधिकारी कर्मचारी आयकर देते हैं किंतु कर्मचारी ईमानदारी से आयकर देने के लिए बाध्य है क्योंकि वह आय को छुपा नहीं सकते। सरकार के संज्ञान में समस्त आय होती है। ऐसे में जहां अन्य व्यवसाय करने वाले आयकर देने कई तरीके अपना रहे हैं किंतु सरकारी कर्मचारी आय में कोई फेरबदल नहीं कर सकते। क्या कहते हैं अधिकारी एवं कर्मचारी।
 पूर्व अधिकारी डा रामानंद यादव का कहना है कि वे अभी आयकर दे रहे हैं। उनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है परंतु सरकार बुजुर्गों को कोई विशेष लाभ नहीं देती। यदि वे शेविंग करते हैं तो घर का गुजारा नहीं चल सकता और बचत नहीं करते हैं तो उन्हें टैक्स देना पड़ता है। ऐसे में उन्होंने सरकार से मांग की है कि सेवानिवृत्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अन्य व्यवसायियों के मुकाबले कुछ अधिक रियायत दी जानी चाहिए ताकि खुशी-खुशी टैक्स दिया जा सके।
 कंवरसेन वशिष्ठ पूर्व शिक्षक नेता का कहना है कि आयकर से सरकार को आय होती है जिससे विभिन्न विकास कार्य चलाए जाते हैं, आयकर लगाना उचित है किंतु कार्यरत कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों अधिकारियों का वेतन सरकार के संज्ञान में होता है। वे कुछ भी नहीं छुपा सकते। ऐसे में उनको विशेष रियायत देनी चाहिए ताकि वे अपना गुजर-बसर आसानी से कर सके वरना पेंशन पर भी टैक्स देना पड़ता है जबकि कर्मचारी और अधिकारी जब तक सेवा में होते हैं भारी टैक्स देते हैं।
स्टेट अवार्डी पूर्व शिक्षक बनवारीलाल ककराला का कहना है कि जब तक कर्मचारी सेवा में होता है 12 महीने सेवा देता है किंतु 1 महीने की तनख्वाह के करीब उनके टैक्स में कट जाती है जिसके चलते उन्हें बेहद परेशानी होती है। 12 माह सेवा देकर 11 माह ा वेतन पाता है। परंतु फिर भी वे ईमानदारी से टैक्स देते हैं। ईमानदारी को चलते उन्हें कुछ विशेष रियायत देनी चाहिए। जबकि व्यवसायी और अन्य क्षेत्रों के लोग टैक्स देने में इतनी अधिक ईमानदारी नहीं निभाते ऐसे में टैक्स की दरें बढ़ानी चाहिए ताकि कर्मचारी आज के दिन बढ़ती महंगाई में अपना गुजर-बसर कर सके।
 पूर्व अधिकारी वेद प्रकाश का कहना है कि ईमानदारी के चलते कर्मचारी और अधिकारी लगातार टैक्स भर रहे हैं। उनको प्रोत्साहन देना चाहिए। उनको विशेष राहत तथा सम्मान देना चाहिए ताकि हर कर्मचारी और व्यवसायी टैक्स देने में खुशी महसूस करें। पूर्व कर्मचारियों को और अधिकारियों को कुछ रियायत अधिक देनी चाहिए, जिससे टैक्स देने में पूर्व कर्मचारी मायूस न हो।
 फोटो कैप्शन: रामानंद यादव, वेद प्रकाश, कंवरसेन वशिष्ठ, बनवारीलाल ककराला।





सोमवार को रहेगी शिवालयों में भीड़
-सावन का होगा तीसरा सोमवार
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कनीना की आवाज। सोमवार को फिर से शिवालयों में भीड़ बढ़ेगी क्योंकि यह सावन माह का तीसरा सोमवार होगा। हर सोमवार को जहां विभिन्न शिवालयों विशेषकर बाघोत स्थित बाघेश्वर धाम पर भारी भीड़ जुटती है। सुबह से ही महिला और पुरुषों का तांता लग जाता है जो स्वयंभू शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करते हैं लेकिन इस बार 2 सावन माह होने के कारण आठ सोमवार आएंगे। यह तीसरा सोमवार होगा।
 विस्तृत जानकारी देते हुए पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया किस बार मलमास सावन अधिक होने के कारण तीसरा सोमवार 24 जुलाई को पड़ेगा। सोमवार का व्रत करने वालों के लिए इसी माह से व्रत शुरू करना चाहिए।
इस माह की बात सुरेंद्र शर्मा से की तो उन्होंने कहा कि सावन में अपने आप में पवित्र माह रहता है। शिवालयों में भारी भीड़ मिलती है तथा इस माह में शिव भोले को प्रतिदिन याद करना चाहिए। वही सभी कष्टों को दूर करते हैं।





  नहीं खत्म हो पाया सड़कों का गंदा पानी
-दूर-दराज तक फैला हुआ सड़कों पर गंदा पानी
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कनीना की आवाज।  कनीना प्रशासन ने कनीना कस्बे के विभिन्न मार्गों से गंदाजल निकालने के लिए भरसक प्रयास किए यहां तक कि कालरवाली जोहड़ पर अभी भी इंजन लगाकर गंदा पानी निकासी की जा रही है किंतु सबसे अधिक प्रयोग किए जाने वाले होलीवाला जोहड़ मार्ग आज भी गंदे पानी से भरा खड़ा है। होलिका दहन स्थल भी पानी में डूबा हुआ है और जोहड़ का आयाम बढ़ता ही जा रहा है। करीब 200 गज दूरी तक जोहड़ के पास गंदाजल भरा खड़ा हुआ है। आस पास एक दर्जन घर हैं जिनके निवासी मजबूरन दिन में गंदे पानी से कई कई बार चक्कर लगाने को मजबूर हैं। गंदे पानी को साफ न करने से आसपास के लोग जो इधर से गुजरते हैं उनमें रोष पनप रहा है।
 आज घटनास्थल पर कृष्ण गांधी, अशोक कुमार, बब्बन सिंह बंटी, पंकज, जस्सू,अमित आदि ने सरकार विरोधी नारे लगाए और कहा कि यह पानी जब तक साफ नहीं होगा तब तक सुचारुरूप से आवागमन संभव नहीं हो पाएगा। यहां से गुजरने वाला हर शख्स परेशान नजर आ रहा है लेकिन प्रशासन के कानों तक जूं तक नहीं रेंग रही है। एक और जहां जहां कुछ दिनों के लिए इंजन भी लगाया गया था जब पूरा पानी जोड़ का साफ नहीं हुआ तभी उसको हटा लिया गया यद्यपि सुरेंद्र सिंह कनिष्ठ अभियंता जन स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि उन्होंने तो जनरेटर कनीना पालिका को दे रखा है वह चाहे जितने समय के लिए प्रयोग कर सकती है। परंतु कनीना पालिका को क्या सूझी की इंजन ही यहां से हटा लिया गया जिसके चलते पानी और भी बढ़ता जा रहा है।
 कुलदीप फिटर, पंकज एडवोकेट, वेद बाबूजी,
गुड्डू चौधरी तथा आधा दर्जन अन्य घरों के मालिकों ने बताया कि महिला पुरुष और बच्चे इस गंदे पानी से होकर गुजर रहे हैं प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा जिसके चलते दीवारों में नमी भर गई है आ गई है घर के अंदर सभी कमरों में नामी पहुंच गई है यदि गंदे जल को निकासी नहीं की गई तो भविष्य में उनके घरों को भी खतरा बन जाएगा।
 उल्लेखनीय है कि होलीवाला जोहड़ लबालब गंदे पानी से भरा है। पानी दूर-दराज तक फैलने से आफत बनी हुई है। आवागमन गंदे पानी से हो रहा है जिससे परेशानी बढ़ती जा रही है। कई दुपहिया वाहन चालक यहां गिरते हैं परंतु कोई सुनवाई होती नजर नहीं आ रही है। रमेश कुमार ,कृष्ण सिंह,  रोहित कुमार आदि ने बताया कि वह अपने प्लाट पर इसी गंदे पानी से होकर जाने को मजबूर है क्योंकि और कोई विकल्प बचता नहीं इसलिए मजबूर हैं।  इस गंदे जल से होकर आवागमन कर रहे हैं महिला हो या बच्चे पुरुषों या नहीं अन्य कोई सभी को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है हालत यह है कि सड़क मार्ग जर्जर हो गया है। जिससे आवागमन में और भी अधिक परेशानी बढ़ गई है
अटेली टी-प्वाइंट से भडफ़ गांव रेवाड़ी मोड़ पर भी गंदा पानी तथा कीचड़ भरा हुआ है जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। सड़कों का बदहाल देखकर दर्द होता है परंतु लगता है कोई सुनने वाला नहीं है जिसके चलते मजबूरन सभी वाहन इस गंदगी से होकर गुजरता है। होलीवाला जोहड़ के निवासियों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि होलीवाला जोहड़ की सफाई करवाई जाए यहां का गंदा पानी निकाल कर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाए ताकि सड़क का पानी सूख सके और लोगों को राहत मिल सके।
फोटो कैप्शन 03: गंदे पानी के पास लोग प्रशासन विरोधी नारे लगाते हुए।
      04 व 05: गंदे पानी से भरा मुख्य मार्ग।एवं दीवारों को हो रहा नुकसान।





सरसों के तेल से भरा हुआ पीपा चोरी
-दो लोगों पर चोरी का आरोप
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव चेलावास से सरसों के तेल से भरा हुआ पीपा चोरी हो गया। यही नहीं गांव में एक दुकान से भी तेल, सिगरेट एवं चायपत्ती आदि चोरी हो गए।  थाना शहर कनीना में महताब चेलावास ने दी शिकायत में कहा है कि वह आर्मी से सेवानिवृत्त है तथा उसकी पुत्रवधू घर की सफाई कर रही थी तभी और पोर्च में रखा सरसों के तेल का पीपा गायब मिला। जब उन्होंने पड़ोसियों से पूछताछ की तो प्रमिंद्र नामक व्यक्ति ने बताया कि तेल का पीपा बेेचने के लिए उनके पास बलजीत उर्फ बबलू तथा पंकज आए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि दोनों तेल का पीपा चोरी किया है। यहां तक कि उन्होंने पुलिस में कहा है कि गांव चेलावास के सतपाल नामक दुकानदार की चायपत्ती, तेल और सिगरेट आदि भी चोरी हो गए। उन्होंने दोनों लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। कनीना पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।







कपास में लगा रोग, किसान परेशान
- कृषि वैज्ञानिक नीम का तेल छिड़कने की दे रहे हैं सलाह
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के 62 गांव कृषि कार्यालय के तहत पड़ते हें जहां इस बार कपास की फसल अधिक उगाई गई है। विगत वर्ष की तुलना में इस बार कपास अधिक उगाई गई किंतु लंबे समय तक बारिश के चलते कपास के खेत में सफेद मक्खी और हरा तेला का प्रकोप बढ़ गया है जिसको लेकर किसान चिंतित है। उपमंडल के गांव मोड़ी के किसान गजराज सिंह, अजय, कांता, महावीर सिंह, सूबे सिंह, रोहित कुमार आदि ने बताया कि कपास में हरा तेला एवं सफेद मक्खी का प्रकोप है जिसके चलते किसान चिंतित हो रहे हैं। यह दोनों जीव पौधों का रस चूसने वाले प्राणी हैं जिससे पैदावार घट जाती है।
 क्या कहते हैं कृषि अधिकारी और कृषि वैज्ञानिक -
डा देवराज पूर्व कृषि अधिकारी एवं वैज्ञानिक ने बताया कि लाल तेला एवं सफेद मक्खी इसी मौसम में अधिक प्रभाव डालती है बाकी समय यह घास फूस में छिपी रहती है।  जब इस मौसम में नमी बढ़ जाती है तो यह फसल पर धावा बोल देती है और कपास के पौधों का रस चूस जाती है जिससे पैदावार पर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने बताया कि उनके उपचार के लिए नीम का तेल 600 से 800 मिलीलीटर प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए। इससे लाभ अधिक है। उन्होंने बताया कि नीम का तेल पर्यावरण के अनुकूल होता है जिससे सफेद मक्खी और धारा तेला नष्ट हो जाते हैं वही पौधे पर कड़वाहट बढ़ जाती है।
महिला किसान कांता ने बताया कि उन्होंने इस बार अधिक मात्रा में कपास उठाया था और इस बार ही रोग लग गया है जिसके चलते उन्हें दवा का छिड़काव करना पड़ रहा है।
 फोटो कैप्शन 06: दवा का छिड़काव करती महिला किसान




बाघेश्वर धाम, शिव नगरी में 133वें दिन जारी रहा धरना ढ्ढ
-अनिश्चितकालीन है धरना, काम शुरू होने पर हटेंगे धरने से
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कनीना की आवाज।  राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्चितकालीन धरना 133वें दिन में प्रवेश कर गया है। धरने की अध्यक्षता  दाताराम बाघोत ने की और बताया कि हम शिव नगरी में धरना स्थल पर बैठे हुए हैं, बाबा शिव भोले हमारी मांग को अवश्य पूरा करवाएंगे।
  धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 133 दिन हो गए है। लोगों में आक्रोश है, लेकिन हमें आश्वासन मिला हुआ है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनेगा,  कुछ समय लग सकता है। जब तक कट बनना शुरू नहीं होगा तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
 संघर्ष समिति के सदस्य पहलवान रणधीर सिंह बाघोत और मास्टर विजय सिंह सेहलंग ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनने से  इलाके में रोजगार, उद्योग और शिक्षा के क्षेत्र में विकास होगा। सरकार को कट के काम को जल्द शुरू करना चाहिए।
इस मौके पर रोशन लाल, अशोक चौहान, नरेंद्र शास्त्री छिथरौली, ठेकेदार शेर सिंह,  भरत सिंह कमांडो, रामकुमार, सीताराम, पहलवान धर्मपाल, मनोज  कुमार,  बाबूलाल, रामसिंह बुमला, मास्टर विजय पाल, मातादीन पंच, डॉ लक्ष्मण सिंह,  कृष्ण कुमार ,  सूबे सिंह, रामकुमार,  हंस कुमार, हरिओम, महेंद्र सिंह, प्यारेलाल व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: धरने पर बैठे ग्रामीण।


























 71 पौधे लगाकर युवक ने मनाया अपना जन्मदिन
-खेड़ा के सुजल आर्य की नई पहल
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कनीना की आवाज। गांव खेड़ा के डा ऋषिराज आर्य के पुत्र सुजल आर्य ने अपना 20वां जन्मदिन 71 पौधे लगाकर मनाया। उनके पिता डा ऋषिराज आर्य ने बताया कि वर्ष 2003 में जन्मे सुजल आर्य हर वर्ष पौधे लगाते आ रहे हैं। जो भी उन्हें राशि जन्मदिन की मिलती उससे पौधे खरीदे जाते हैं और घर और पास पड़ोस में पौधे लगाकर हरियाली बना दी है। उनके घर आंगन में सैकड़ों पौधे खड़े हुए हैं। यहां तक कि एक पौधे की जड़ छत के नीचे कमरे तक पहुंची हुई है तथा बाकी भाग तना एवं पत्ते छत से बाहर दिखाई देता है। उन्होंने पेड़ों के प्रति इतना लगाव दिखाया है कि हर जगह पेड़ ही पेड़ नजर आते हैं।
 सुजल ने बताया कि जब तक जन्मदिन मनाते रहेंगे तब तक अपने जन्मदिन की राशि पेड़ पौधों पर खर्च करते रहेंगे या फिर गरीबों को भोजन कराएंगे पर उनका मुख्य उद्देश्य पेड़ पौधे लगाना रहेगा। अनेक लोगों ने उन्हें नेक काम के लिए बधाई दी है।
फोटो कैप्शन 01: सुजल आर्य जन्मदिन पर 71 पौधे लगाते हुए।

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