Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Sunday, July 2, 2023

 मुसीबत बन गये हैं सड़क मार्ग
-सूखे में धूल के गुबार तो वर्षा के बाद वाहन जाम
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कनीना की आवाज। कनीना कस्बे के विभिन्न सड़क मार्ग से आवागमन करने वाले लोग पिछले 2 सालों से भारी परेशानियां झेलते हुए अनेकों दुर्घटनाओं के शिकार लोग हो चुके हैं। कितने ही आंदोलन हुये, ज्ञापन दिए गए परंतु परिणाम जस का तस रहा।
यह सड़के जब बारिश होती है तो गड्ढों में बदल तब्दील हो जाते है जबकि सूख जाते हैं तो धूल का गुबार उठता है। सड़कों से गुजरना किसी पहाड़ी क्षेत्र से गुजरने से कम नहीं है। बार-बार आश्वासन मिलते रहे हैं। कभी लोग विधायक को कोसते हें तो कभी नगरपालिका प्रशासक को।  बार-बार यही यही उत्तर मिलता है कि अब टेंडर छोड़ दिए गए हैं किंतु न जाने कितने दिन बाद काम शुरू हो पाएगा। क्षेत्र का तो लगता है भगवान ही रखवाला है। सड़कों पर चलना आसान कार्य नहीं है।
 क्या कहते हैं लोग-
महेश कुमार का कहना है कि सड़क मार्ग सभी की सुविधा होते है किंतु कनीना बस स्टैंड समक्ष गुजरने वाली भडफ़ा से लेकर उन्हाणी तक सड़क मार्ग आती जर्जर हो चुकी है। इस सड़क मार्ग से गुजरना निश्चित रूप से बहुत बड़ा खतरा होता है, जोखिमभरा होता है। कितने ही दुपहिया वाहन चालक बार-बार गड्ढे में गिर जाते हैं। वर्षा होने पर कितने ही वाहन यहां जाम हो जाते हैं परंतु मन मसोस रह जाते हैं और यह कहने से नहीं चूकते कि देश का सबसे बदहाल कस्बा होगा?
डा. अजीत कुमार का कहना है कि उन्हें रोजाना कनीना मंडी सड़क मार्ग से गुजरना होता है या फिर पुलिस थाने के साथ अटेली मार्ग को जोडऩे वाले मार्ग से गुजर ना होता है किंतु दोनों ही मार्ग नरक के मार्ग बने हुए हैं। कहीं कोई 1 इंच जगह भी नहीं जहां गड्ढे न हो। इन पर चलना खतरे से खाली नहीं है। बार-बार इनके लिए आश्वासन मिलते रहे हैं परंतु भगवान ही कभी उतर कर आएगा तो शायद सड़के बन पाएंगी?
रवि कुमार का कहना है कि कनीना के सभी अंदरूनी मार्ग, कनीना मंडी नहर के साथ गुजरने वाला मार्ग, बस स्टैंड समक्ष गुजरने वाला मार्ग तथा कोसली, महेंद्रगढ़, अटेली एवं नारनौल को जोडऩे वाले मार्ग बेहद खराब हो गये हैं। इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। सूखने पर गुबार उड़ते हैं तो वर्षा होने पर नदी से गुजरने के समान होता है।  किससे शिकायत करें कोई उनकी शिकायत सुनने वाला नहीं है?
क्या कहते हैं अधिकारी-
पीडब्ल्यूडी बी एंड आर एक्षन अश्विनी कुमार ने बताया कि जितना हो सके सड़कों को चलने योग्य बना रहे हैं।  इनके टेंडर छोड़ दिए गए हैं तथा सड़के जल्द ही निर्मित हो जाएंगी।
फोटो कैप्शन 7 व 8: बउदहाल सड़कें
09: सूखने पर उठते हुए गुबार
10: पानी भरने पर हुये वाहन जाम फाइल फोटो
साथ में डा अजीत, रवि कुमार एवं महेश कुमार





16700 किमी यात्रा करके लौटने वाले प्राध्यापक का किया गांव में सम्मान
-हर वर्ष जाते हैं यात्रा पर
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कनीना की आवाज। माध्यमिक विद्यालय झगड़ोली के प्रांगण में रविवार को प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें ग्राम झगड़ोली के अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक को उनकी 22 दिवसीय,16700 किलोमीटर लंबी 3 देशों तथा 24 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की मोटरसाइकिल से यात्रा करने पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में नरेंद्र कौशिक आबकारी एवं कराधान आयुक्त जीएसटी करनाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्राम झगड़ोली  के सरपंच मुकेश सोनी तथा केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो डॉक्टर मोहित करन सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन ग्राम चेतना मंच झगड़ोली तथा ग्राम पंचायत झगड़ोली के द्वारा आयोजित किया गया।
  इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों द्वारा  देश भक्ति पूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मंच संचालन  विद्यालय में अंग्रेजी के प्रवक्ता महेश कुमार शर्मा द्वारा किया गया इस अवसर पर मदन मोहन कौशिक ने अपनी 24 राज्यों के यात्रा वृतांत के माध्यम से शहीदों के स्मारकों का व सनातन धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थानों का वर्णन किया। इस अवसर पर ग्राम के सरकारी सेवा में चयनित अनेक युवाओं के अलावा  नीट, इंजीनियरिंग तथा नेट की परीक्षा पास करने वाले प्रतिभाशाली युवाओं को भी सम्मानित किया गया  जिनमें मुस्कान , उपमा,मनोज , निधि सोनी, मनीष प्रवीण, मनीष अन्नु विकाश राहुल आयुष शर्मा, गजेंद्र तंवर व प्रीति शामिल रहे। इस अवसर पर ग्राम चेतना मंच के पदाधिकारी सतीश यादव,राज बाला कौशिक अशोक कुमार, जितेंद तंवर, महेश कुमार शर्मा, सुनील सोनी नरेंद्र सोनी, रघुबीर प्रसाद लाटा, लक्की सिगड़ा, सुनीता कौशिक,सतबीर सिरोवा  सतीश लाटा,काशी राम लाटा, जगदीश भाटिया सुरेश शर्मा  नरेश शर्मा, रविन्द्र भाटिया सोमबीर  अजीत सिंह अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 06: मदनमोहन कौशिक को सम्मानित करते हुए अधिकारी।






 विश्व प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस-3 जुलाई
-7 क्विंटल तक प्रतिदिन कनीना और आसपास गांवों में बिक जाती है पोलीथिन की थैलियां
-निर्माता कंपनी पर प्रतिबंध लगे
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कनीना की आवाज। किसी वक्त जब पोलीथिन की खोज हुई उस समय इसे वरदान माना जाना लगा किंतु जब इसके दुष्परिणामों का ज्ञान हुआ तब इससे बड़ा अभिशाप कोई नहीं रहा है। पोलीथिन जिसके अनेकों दुष्प्रभाव पर्यावरण पर पड़ते हैं। पोलीथिन एक कार्बनिक यौगिक है जिसमें इथीन की लंबी शृंखला बनाई जाती है। पोलीथिन का इस समय देश में करीब आठ करोड़ टन वार्षिक रूप से उत्पादन किया जा रहा है। पोलीथिन पर प्रतिबंध सरकार हर वर्ष लगाती है साथ में कुछ दुकानदारों पर जुर्माना भी लगाती है किंतु आश्चर्यजनक पहलु है कि पोलीथिन निर्माता कंपनियों को पूरी छूट दी हुई है। पोलीथिन रखने पर जुर्माना लगाने से रेहड़ी पर रोटी रोजी कमाने वाले परेशान रहते हैं और मन मसोस कर रह जाते हैं। कनीना एवं आस पास गांवों में प्रतिदिन सात क्विंटल तक पोलीथिन बिक जाता है। पोलीथिन के विषय में कुछ लोगों से चर्चा की गई जिनका कहना निम्र है-
 कुलदीप बोहरा का कहना है कि पोलीथिन बहुत हानिकारक पदार्थ है जो नदियों, झीलों और सागरों में पानी को दूषित करती है, मिट्टी में कभी नष्ट नहीं होती,वर्षों से जमीन में दबी रहती है। हर वर्ष भारी मात्रा में कचरा इक_ा हो जाता है। परंतु उनका कहना है कि जो गरीब रोटी रोजी कमाने वाले पोलीथिन के जरिए सामान पैक करते हैं उन पर प्रतिबंध लगाना उचित नहीं, प्रतिबंध लगाना हो तो पोलीथिन निर्माता कंपनियों पर प्रतिबंध हो। ताकि क्षेत्र में कहीं उपलब्ध नहीं हो सके और लोग मजबूरन कपड़े के थैले प्रयोग करें। भीम सिंह कनीना मंडी का कहना है कि पोलीथिन मनुष्य ,जीव जंतु और पेड़ पौधे के लिए घातक है। कितने ही जीव जंतुओं की इससे मौत हो जाती है। वातावरण पर कुप्रभाव पड़ता है। इसको जलाना और भी घातक है। पोलीथिन पर प्रतिबंध सरकार के हाथ है। सरकार को प्रतिबंध लगाना चाहिए और कपड़े के थैले या अन्य विकल्प जो जमीन में नष्ट हो जाए/वन टाइम यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग करना चाहिए ताकि वह हमारी भूमि में उर्वरा शक्ति को भी बढ़ाए।
 महेंद्र महेंद्र शर्मा का कहना है कि पालीथिन नालियों को अवरुद्ध कर देती है, जोहड़ एवं तालाबों में जाकर प्रदूषण करती है। पालीथिन निर्माण पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा रहा है। उनका कहना है कि गरीब और रोटी रोजी कमाने वाले लोगों पर तो जुर्माना किया जाता है किंतु बड़े स्तर पर थोक विक्रेताओं पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाता ताकि नहीं रहे बांस न बजेगी बांसुरी। पोलीथिन कुल मिलाकर घातक पदार्थ है।
 राजेंद्र सिंह का कहना है कि पोलीथिन घातक है किंतु युवा पीढ़ी को समझाना होगा कि कपड़े के थैले प्रयोग करें। पुराने समय से बुजुर्ग कपड़े के थैले प्रयोग करते आ रहे हैं जिनमें डाला गया सामान भी सुरक्षित रहता है और पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है किंतु युवा पीढ़ी घर से कपड़े के थैले ले जाना बुरा मानती है। सामान को सुरक्षित ले जाने का जरिया कपड़े के बैग है या अन्य विकल्प भी इसके आए हुए हैं जिनका उपयोग करके पोलीथिन प्रतिबंध लगाना आसान हो जाता है। उनके अनुसार दो ही तरीके हैं या तो हर इंसान को जागरूक किया जाए और कपड़े के थैले प्रयोग करने पर बल दे वही पोलीथिन निर्माता कंपनी को ही बंद किया जाए।
 फोटो कैप्शन: राजेंद्र सिंह, महेंद्र शर्मा, भीम सिंह, कुलदीप बोहरा







रामबास में अब डीजे बजा तो 21 हजार रुपये जुर्माना
-रामबास गांव की अच्छी पहल
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कनीना की आवाज। उप मंडल के गांव रामबास में डीजे बजाने पर ग्राम पंचायत ने 21 हजार रुपये जुर्माना लगाने का फरमान जारी किया गया है। सरपंच सरोज देवी ने रविवार को समूचे गांव की पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें गांव की सभी बिरादरीओं के लोगों ने भाग लिया और  विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा की गई। जिसमें अब तक गांव में कराए गए विकास कार्यों का लेखा जोखा गांव के लोगों के सामने रखा तथा गांव में विकास कार्यों को लेकर ग्रामीणों से चर्चा की ताकि गांव में पड़े विकास के अधूरे कार्य मिलजुल कर पूरे किए जा सके। वहीं ग्रामीणों ने यह भी बताया कि वर्तमान में गांव में सबसे अहम मुद्दा यह रखा गया कि गांव में डीजे बजने से पशु पक्षियों व ग्रामीणों को बड़ी भारी समस्या का सामना करना पड़ता था। जिस पर सभी ग्रामीणों ने एकमत होकर इस पर रोक लगाने की बात कही। जिस पर सभी ने फैसला लेते हुए कहा कि आज के बाद गांव में किसी भी खुशी में डीजे नहीं बजेगा और अगर आज के फैसले के खिलाफ जाकर कोई डीजे बजाता है तो उस पर 21 हजार रुपये का जुर्माना किया जाएगा तथा जुर्माना न देने की एवज में उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी ग्रामीणों द्वारा की जाएगी। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता कुलदीप यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता रामनिवास शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता ओम प्रकाश यादव, बलजीत सिंह, सुरेश रामबास, पुरुषोत्तम यादव, सोमबीर सिंह, सिकंदर सिंह, राजेंद्र पंच, रामवीर पंच, वेद प्रकाश नंबरदार, रमेश चौकीदार, अंगूरी देवी, सुषमा देवी, सतवीर सिंह बोहरा, कृष्ण यादव, सुरेश यादव, राजेंद्र सिंह, विकास जितेंद्र के अलावा अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: रामबास गांव की पंचायत में फैसला लेते हुए ग्रामीण।







गुरु पूर्णिमा 03 जुलाई को
गुरुओं से लिया जाएगा आशीर्वाद, इसके बाद शुरू हो जाती है कावड़ यात्रा
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कनीना की आवाज। 3 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। तत्पश्चात सावन माह लग जायेगा।
 गुरु पूर्णिमा के पर्व पर जहां पुराने समय से विधान है कि गुरु करीब 4 महीने एक ही जगह बैठकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं और सभी अंधकार दूर कर देते हैं इसलिए गुरु की पूजा की जाती है।
विस्तृत जानकारी देते हुए अरविंद जोशी ने बताया की महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास जिन्हें वेदव्यास भी कहा जाता है, का जन्मदिन इसी दिन हुआ था उन्होंने चारों वेदों की रचना की थी। उन्हें आदिगुरु कहा जाता है इसलिए गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है और इस दिन को व्यास वेद व्यास पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है। भक्ति काल के समय संत घीसा राम जो कबीर दास के शिष्य थे का भी जन्म इसी दिन हुआ था।
 गुरु पूर्णिमा के दिन जहां हरिद्वार के गंगा में डुबकी लगाने लाखों लोग पहुंचते हैं।
विधि विधान से पूर्ण करें गुरु पूर्णिमा पर्व-
शिति कण्ठा ज्योतिष केंद्र कनीना का कहना है कि गुरु पूर्णिमा
का व्रत 3 जुलाई को रखा जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि गुरु पूर्णिमा के ही दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था, यही वजह है कि इस दिन को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी मनाया जाता है।
आषाढ़ शुक्ल पक्ष के पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 02 जुलाई को रात्रि 08 बजकर 21 मिनट पर होगा और पूर्णिमा तिथि का समापन 03 जुलाई को शाम 05 बजकर 08 मिनट पर हो जाएगा।
शास्त्रों के अनुसार संसार के प्रथम गुरु भगवान शिव को माना जाता है जिनके सप्तऋषि गण शिष्य थे। उसके बाद गुरुओं की परंपरा में भगवान दत्तात्रेय का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।
 गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु के आशीर्वाद से धन संपत्ति, सुख शांति और वैभव का वरदान पाया जा सकता है. हिन्दू धर्म में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है. माना जाता है कि गुरु का स्थान सर्वश्रेष्ठ होता है। गुरु भगवान से भी ऊपर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वो गुरु ही होता है जो व्यक्ति को अज्ञानता के अंधकार से उबारकर सही रास्ता दिखाता है।
 पंडित ऋषिराज शर्मा  का कहना है कि पूर्णिमा व्रत करने के लिए, भक्तों को सूर्योदय से पहले स्नान करना चाहिए। सूर्योदय से लेकर पूर्णिमा के चंद्रमा के उदय तक अन्न या जल का सेवन नहीं किया जाता है। जो लोग ऐसा व्रत करने में असमर्थ हैं वे एक समय फल और दूध का सेवन कर सकते हैं। हालांकि   अनाज, दालें और नियमित नमक की अनुमति नहीं है।
फोटो कैप्शन: पंडित ऋषिराज शर्मा







मोलडऩाथ आश्रम की दीवार के साथ पानी खड़ा होने से परेशान हैं भक्त
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कनीना की आवाज। कनीना के संत मोलडऩाथ आश्रम की दीवार के साथ-साथ लंबे समय से गंदा पानी भरा होने व बदबू देने से बाबा के भक्त परेशान हैं। उन्होंने प्रशासन से इस गंदे जल को निकालने की मांग की है। पास में करीब एक दर्जन दुकानदार है जो बदबू से परेशान हैं। उनका कहना है कि जल्द से जल्द इस गंदे जलभराव को खत्म किया जाए। क्या कहते हैं -
भक्त सत्यवीर सिंह का कहना है कि संत मोलडऩाथ का भव्य आश्रम बना हुआ है जिसकी दीवारों के पास नालियों का पानी जमा रहता है। जिससे दीवार गिरने का खतरा बन रहा है वही बदबू फैल रही है। लंबे समय से पानी खड़ा हुआ सड़ रहा है। उन्होंने इस पानी को साफ करने की मांग की है।
 अनिल कुमार का कहना है कि संत मोलडऩाथ आश्रम की दीवार पर गंदा पानी जमा होने से परेशानी बनी हुई है।  यह गंदा पानी मच्छरों को पनपने दे रहा है। अगर पानी को बरसात के समय में भी साफ नहीं किया तो भारी मात्रा में मच्छर पैदा हो जाएंगे जिसके चलते जीवन में परेशानी बढ़ जाएगी। उन्होंने इस गंदे पानी को साफ करने की मांग की है।
 बाबूलाल कनीना का कहना है कि संत आश्रम की दीवार के सामने दर्जनों दुकानदारों अपनी रोटी रोजी कमाते हैं। दर्जनों दुखद दाल रोटी रोज कमाते हैं उनको बदबू से परेशानी हो रही है। उनका कहना है कि लगातार पानी खड़ा रहने सड़ांध पैदा हो गई है। बदबू जीना मुहाल कर रही है। उन्होंने इस गंदे पानी की निकासी करने की मांग की है।
 दिनेश कुमार संत मोलडऩाथ कमेटी के अध्यक्ष का कहना है कि सरकार को अविलंब संत आश्रम की दीवार के साथ खड़ा पानी हटाना चाहिए। यह पानी पास से गुजरने वाले राहगीर के लिए सिरदर्द बन रहा है। संत की दीवार के लिए भी खतरा बन गया है, वैसे उन्होंने इस दीवार के साथ खड़े पानी की निकासी की मांग की है।
फोटो कैप्शन 04: संत मोलडऩाथ आश्रम की दीवार के साथ खड़ा गंदा जल।
साथ में सत्यवीर, दिनेश, अनिल एवं बाबूलाल।







तीन गुणों के कारण ही संपूर्ण सृष्टि बंधी हुई है
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कनीना की आवाज। समस्त कर्म रजोगुण, तमोगुण, सतोगुण के कारण पूर्ण सृष्टि बंधी हुई है। वेदांत के अनुसार कर्म के पांच कारण जो अपने आपको कर्म का कारण मानता बुद्धिमान ही होता है। ज्ञान ज्ञेय ज्ञात प्रेरणा देने वाले कारण है जो तीनों गुणों से मुक्त है, वही मोक्ष का अधिकारी है उपरोक्त विचार ठाकुर जी के मंदिर कनीना स्वामी वाड़ा में आचार्य पूर्ण देव शास्त्री ने श्रीमद्भागवत के सातवें दिन व्यास गद्दी से अपने प्रवचन में कहे। मंदिर के पुजारी कंवर सैन वशिष्ठ ने बताया कि आज की कथा में  बाणासुर की बेटी उषा व भगवान कृष्ण के पोते अनुरुद्ध का विवाह प्रकरण सुदामा चरित्र ,अर्जुन सुभद्रा विवाह ,यादव वंश को ऋषियों का श्राप, नव योगेश्वर संवाद, आत्मा कल्याण का उपदेश ,भगवान दत्तात्रेय के 24 गुरुओं का वर्णन ,राजा परीक्षित का मोक्ष ,सुखदेव की विदाई  विषय पर विस्तार से वर्णन किया। लोकिक जगत में मोक्ष के लिए कहानी द्वारा अपने जीवन को सफल बनाने में संसार आने जाने और अपने उद्देश्य को पाने का मार्ग आचार्य ने बहुत सरल तरीके से समझाया कल 3 जुलाई को हवन व प्रसाद वितरण होगा ।इस मौके पर सत्यवीर सिंह यादव भडफ़ ,अतरलाल धनोन्दा, सुरेंद्र सिंह ,अनिल सरपंच, पवन कुमार शर्मा ,रतन सिंह, पूर्णमल, प्रतिक वशिष्ट ,जीतू शर्मा ,होशियार सिंह ,इंदरजीत ,रामप्रसाद, सुदामा कराला, बाबूलाल ,जितेंद्र वशिष्ठ ,संदीप शर्मा ,धु्रव आदि सैकड़ों श्रोता मौजूद थे।






 कट के लिए धरना का रहा 112वां दिन
-कट न बनने तक जारी रहेगा धरना
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग एवं महेंद्रगढ़ गांवों के बीच कट की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना जारी है।  112वें दिन के धरने की अध्यक्षता चेयरमैन होशियार सिंह  सेहलंग ने की।
 धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष चेयरमैन विजय सिंह नौताना ने बताया कि धरने को चलते आज 112 दिन हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री राव  इंद्रजीत सिंह ने हमें आश्वासन दे रखा है कि 152-डी पर बाघोत -सेहलंग गांव के बीच कट बनेगा, समय लग सकता है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कट की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। धरना देने वाले अनुशासन में रहते हुए, शांतिपूर्वक तरीके से धरने पर बैठे हुए हैं। हम उस दिन के इंतजार में हैं कि जब कट बनने के आदेश मिलते हैं परंतु जब तक काम शुरू नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा।
 संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र शास्त्री छिथरौली और पहलवान महावीर सिंह बाघोत ने विश्वास जताया कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी बात के पक्के हैं जो बोल देते हैं,वो काम  करके दिखाते हैं।
 संघर्ष समिति के सदस्य चेयरमैन सतपाल पोता और मनोज कुमार करीरा ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर  बाघोत - सेहलंग गांव के बीच कट बनने से आस-पास के सभी गांव को शिक्षा के क्षेत्र में, उद्योगों के क्षेत्र में और रोजगार के क्षेत्र में फायदा होगा।
 संघर्ष समिति के सदस्य मास्टर विजयपाल, विजय सिंह  सेहलंग और दाताराम बाघोत ने बताया राष्ट्रीय राजमार्ग 152स्र बाघोत -सेहलंग गांव बागेश्वर धाम, बाबा शिव भोले की शरण में  बसे हुए हैं। लाखो लोगों की आस्था बाबा शिव भोले से जुड़ी हुई है।  बाघोत -सेहलंग गांव के बीच कट बनने पर बागेश्वर धाम पर्यटक स्थल बन जाएगा।
  इस मौके पर   शेर सिंह, हेमराज साहब,  पहलवान रणधीर,   धर्मवीर, सुरेंद्र,  बाबूलाल, मास्टर धर्मपाल सिंह, कृष्ण प्रधान, बाबू मैनपाल, रामकुमार, डॉ सुरेंद्र सिंह, पहलवान धर्मपाल, सुबे सिंह, प्यारेलाल, डॉ लक्ष्मण सिंह, सूबेदार भोले राम, सुधीर, वेद प्रकाश
व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 03: धरने पर बैठे लोग।




श्रीमद भागवत कथा का सातवां दिन
- भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता का प्रसंग सुनाया
-गुरु पूर्णिमा को होगा समापन
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कनीना की आवाज। कस्बे के स्वामी वाड़ा स्थित ठाकुर जी के मंदिर में चल रही सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन कथा व्यास पीठाधीश्वर आचार्य पूर्ण देव महाराज ने विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन दिए।
उन्होंने कहा कि सातवें दिन कृष्ण के अलग अलग लीलाओं का वर्णन किया गया। मां देवकी के कहने पर छह पुत्रों को वापस लाकर मा देवकी को वापस देना सुभद्रा हरण का आख्यान कहना एवं सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा व्यास पीठाधीश्वर ने बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए यह भगवान श्री कृष्ण सुदामा से समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र से सखा सुदामा मिलने के लिए द्वारिका पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुदामा द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढऩे लगे द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया। तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं इस पर द्वारपाल महल में गए और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है। अपना नाम सुदामा बता रहा है जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना प्रभु सुदामा सुदामा कहते हुए तेजी से द्वार की तरफ भागे सामने सुदामा सखा को देखकर उन्होंने उसे अपने सीने से लगा लिया। सुदामा ने भी कन्हैया कन्हैया कहकर उन्हें गले लगाया दोनों की ऐसी मित्रता देखकर सभा में बैठे सभी लोग अचंभित हो गए। कृष्ण सुदामा को अपने राज सिंहासन पर बैठाया हुआ। उन्हें कुबेर का धन देकर मालामाल कर दिया। जब जब भी भक्तों पर विपदा आ पड़ी है। प्रभु उनका तारण करने अवश्य आए हैं। गीता परिवार की तरफ से कस्बे में चल रही सात दिवसीय कथा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। कथा व्यास पीठाधीश्वर ने कहा कि जो भी भागवत कथा का श्रवण करता है उसका जीवन तर जाता है। मंदिर के पुजारी कंवर सेन वशिष्ट ने बताया कि सोमवार को हवाई अड्डा करने व गुरु पूर्णिमा पूजन करने के पश्चात प्रसाद वितरण कार्य किया जाएगा तत्पश्चात श्रीमद्भागवत कथा का समापन किया जाएगा।  
इस दौरान अभिषेक शास्त्री, मुरारी लाल, तेजपाल अलवर, गोकुल सिंह भरतपुर, प्रतीक शर्मा, जितेंद्र पवन शर्मा, बाबू लाल यादव सत्यवीर भडफ़, सौरव शर्मा, जितेंद्र, सन्नी, संजीव कोटिया, संदीप, मोहित, धु्रव, लाली देवी, कांता देवी, सरोज, संतरा, बिना, रेखा, सरिता भारद्वाज, शकुंतला, संतोष, निशा, ओम यादव, रामप्रसाद सुदामा सहित अन्य श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 02: श्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालुओं प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास आचार्य पूर्ण देव महाराज




राजकीय उच्च विद्यालय कनीना में मां सरस्वती मूर्ति का किया उद्घाटन
-दिव्यांग जन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ व हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा वीपी यादव ने किया उद्घाटन
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कनीना की आवाज।  राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में मां सरस्वती की मूर्ति का अनावरण हरियाणा के दिव्यांग जन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ व हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा वीपी यादव द्वारा संयुक्त रूप से किया।
 विद्यालय में मां सरस्वती की मूर्ति की स्थापना इस विद्यालय के पूर्व मुख्याध्यापक स्व. नंदकिशोर कौशिक की स्मृति में उनकी धर्मपत्नी आनंदी देवी द्वारा करवाई गई।
दिव्यांगजन आयुक्त ने कनीना  नगर वासियों , अध्यापकों व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विद्यालय में  मां सरस्वती  की प्रतिमा स्थापित करना अपने आप में एक अनुकरणीय उदाहरण है तथा विद्यालय के मुख्याध्यापक  नरेश कौशिक द्वारा द्वारा सरस्वती मां की स्थापना करवाना निश्चित रूप में प्रेरणादायक है। उन्होंने  कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा दिव्यांगों के अधिकारों के प्रति पूरी संजीदगी से कार्य किया जा रहा है तथा प्रदेश में दिव्यांगों को 1 जनवरी 1996 से उनकी बैकलाग की नियुक्तियां व  पदोन्नति  की जा रही है तथा दिव्यांगों को न केवल उनके अधिकार दिए जा रहे हैं बल्कि उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने के योग्य भी बनाया जा रहा है। उन्होंने कनीना के लोगों से आह्वान किया कि वह दिव्यांगों के पुनर्वास  केंद्र स्थापना के लिए 4 से 5 एकड़ जमीन उपलब्ध करवाएं ताकि दिव्यांगों के लिए एक बेहतर जीवन जीने का आशियाना तैयार किया जा सके। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजन आयोग ने न केवल दिव्यांगों को रोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाया है बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्हें अनेक सुविधाएं प्रदान करवाई है।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा वीपीयादव ने अपने संबोधन में कहा कि आज आनंदी देवी द्वारा स्थापित मां सरस्वती की प्रतिमा का अनावरण करके हम अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं तथा जल्द ही इस विद्यालय को सीनियर सेकेंडरी स्कूल का दर्जा दिलवाने के लिए व शिक्षा मंत्री व माननीय मुख्यमंत्री से बात करेंगे।
 उन्होंने कहा कि  हरियाणा विद्यालय शिक्षा  बोर्ड देश के तमाम बोर्डों से अग्रणी तकनीक का प्रयोग करके नकल रहित परीक्षा के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है प्रश्न पत्रों पर  क्यूआर कोड लगाकर नकल पर अंकुश लगाया गया है। कार्यक्रम के आयोजक एवं विद्यालय के मुख्याध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने कहा कि आज से 64 साल पहले मेरे पिताजी इस विद्यालय के मुख्याध्यापक थे, उनके शिष्य आज बड़े-बड़े पदों पर विराजमान है तथा शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस विद्यालय का मुख्याध्यापक होना मेरे लिए गर्व की बात है।
अतिथियों का स्वागत शिक्षाविद ,पूर्व नगर प्रधान एवं कनीना शिक्षा समिति के प्रधान मास्टर दिलीप सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि यह विद्यालय सबसे पुराना विद्यालय है कनीना के एसडीएम  सुरेंद्र सिंह ने कहा विद्यालय में शिक्षा के विकास के लिए मुख्य अध्यापक नरेश कौशिक ने जो कार्य किए हैं वह आस  पास के विद्यालयों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। उन्होंने विद्यालय में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए हर संभव  सहयोग देने का आश्वासन दिया ढ्ढ
इस अवसर पर विद्यालय में अतिथियों व विद्यालय स्टाफ द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित बड़ पीपल व नीम की  त्रिवेणी भी लगाई गई। इस अवसर पर कनीना मंडी के शिवनारायण गर्ग द्वारा विद्यालय में बच्चों के लिए शीतल जल के लिए प्रदान किए गए । 150 लीटर  के वाटर कूलर का उद्घाटन भी राजकुमार  मक्कड़ व श्री  वीपी यादव द्वारा किया गया।  
कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी विशेश्वर कौशिक, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलबाग सिंह ,दिव्यांग सलाहकार बोर्ड के सदस्य संजय शर्मा तथा नाहड के खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी डॉ राजेंद्र सिंह यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं ने अतिथियों के स्वागत में स्वागत गीत प्रस्तुत किया कार्यक्रम की मुख्य मेजबान आनंदी देवी ने राजकुमार मक्कड़ व डा वीपी यादव को शाल , स्मृति चिन्ह व प्रसाद देकर सम्मानित किया  स्कूली छात्राओं द्वारा मां सरस्वती के अनावरण पर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।  विद्यालय परिवार द्वारा कनीना शिक्षा समिति के प्रधान मास्टर दिलीप सिंह ,आर्य समाज कनीना  के प्रधान राव मोहर सिंह ,सेवानिवृत्त प्राचार्य डा पीके यादव शिक्षा समिति के सचिव राम सिंह यादव ,विद्यालय शिक्षा समिति के प्रधान होशियार सिंह ,पुष्प लता कौशिक ,पूजा कौशिक ,देवेंद्र भारद्वाज,कनीना कन्या उच्च विद्यालय के अंग्रेजी शिक्षक संदीप कुमार,मंच संचालन  ,राकेश कुमार डीपी , कैलाश गुप्ता ,लिपिक कश्मीरी निंबल ,राजेंद्र सिंह लोढ़ा पूर्व प्रधान,राजेश शास्त्री ,सदा सुख स्कूल के निदेशक एडवोकेट विनय यादव पूर्व पार्षद कमल सिंह यादव ,पूर्व पार्षद मोहन सिंह यादव ,रमन शास्त्री प्राचार्य ,मॉडल संस्कृति स्कूल के प्राचार्य सुनील खुडानिया ,धनौंदा स्कूल के प्राचार्य सतीश कुमार ,खेड़ी के पूर्व सरपंच रामनिवास खेड़ी ,खेड़ी के वर्तमान सरपंच पंकज हिंदू ,नौसेना अधिकारी युवराज सिंह अशोक कुमार पिंटू , खेड़ी स्कूल के प्राचार्य दीपक लाटा ,सीहोर के प्राचार्य हरीश यादव ,करीरा के प्राचार्य रामस्वरूप ,पार्षद मनोज यादव सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। अतिथियों का आभार समाजसेवी दीपचंद यादव ने किया।
फोटो कैप्शन 07: मां सरस्वती प्रतिमा का उद्घाटन करते दिव्यांग जन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ व हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा वीपी यादव






पालिका चुनाव अभी नहीे
























होने की संभावना
-2024 में है संभावना
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कनीना की आवाज। कनीना पालिका के चुनाव वर्ष 2024 में होने की संभावना से जिस कद्र उत्साह चुनाव लडऩे वालों में देखने को मिल रहा था वो ढ़ीला पडऩे लगा है। चुनाव तिथि भविष्य के गर्भ में हैं पर चुनाव लडऩे वाले जल्दी चुनाव चाहते हैं।
चुनाव लडऩा चाहने वाले लोग किसी प्रकार पीछे हटने वाले नहीं। यदि प्रधान पद के लिए उनके परिवार से वो स्वयं या परिवार से महिला आदि चुनाव लड़ सकते हैं। क्योंकि प्रधान की शक्ति इस बार अधिक हो गई है, उसका चुनाव सीधा होने की वजह से उसे पार्षदों का काम कम हो गया है। भविष्य में प्रधान बनने के बाद किसी प्रस्ताव को पारित करते समय इन पार्षदों की जरूरत हो सकती है। ऐसे में बड़ा और सशक्त पद प्रधान का बना दिया गया है जिसको लेकर के दर्जनों लोग तैयार हैं। यह सत्य है कि चुनाव लडऩे वाले अब अपनी मां, बहन, बेटी या पत्नी को चुनाव लड़ा सकते हैं, स्वयं भी पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए तैयार हो रहे हैं। कनीना के पार्षद पद के लिए चुनाव लडऩे वाले महेश बोहरा एक है। उनके पिता राव सत्यवीर बोहरा भी पार्षद रह चुके हैं। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए पार्षद पद के चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं क्योंकि उन्होंने तो कभी से ही पार्षद पद के की घोषणा की है और पालिका प्रधान बनने की इच्छा नहीं रही की? विजय चेयरमैन भी पार्षद पद के चुनावों के लिए तैयार हैं। बहरहाल अभी चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं।
कनीना नगर पालिका चुनावों पर टिकी हैं नजरें---
कनीना पालिका 1952 से चली आ रही है। कनीना नगर पालिका के समय-समय पर अनेक प्रधान रह चुके हैं। सबसे अधिक समय तक पूर्व प्रधान मा. दलीप सिंह एवं उनके पिता स्व. चौ. बलबीर सिंह पालिका में प्रधान रह चुके हैं।
 इस बार पालिका प्रधान के चुनाव सीधे होने हैं। अब तक पालिका प्रधान बनते आए वह किसी के रहमों करम पर होते थे या पार्षदों पर निर्भर रहे हैं। सभी की नजरें चुनाव पर टिकी हुई है।
 चुनाव लडऩे के दावेदार-
अभी तक पार्षद के चुनाव के लिए
1. महेश बोहरा दावेदारी जता रहे हैं।  उधर
2. वार्ड चार से योगेश कुमार
3. वार्ड एक से विजय चेयरमैन चुनाव लड़ेंगे। इस बार चेयरमैन पद का चुनाव डायरेक्ट होगा।  जिसके चलते इस बार चेयरमैन पद के लिए अधिक लोग तैयारी में जुटे हुए हैं।
प्रधान पद के लिए दावेदार--
1.कनीना के सज्जन सिंह बोहरा
2. कनीना के वर्तमान चेयरमैन सतीश जेलदार के पुत्र प्रीतम जोनू
3. मनोज कुमार रोहिल्ला वरिष्ठ पत्रकार
4. कनीना के वार्ड 12 का निवासी अमित नंबरदार  
5. वार्ड 3 के निवासी राज सिंह
6. पूर्व प्रधान मा. दिलीप सिंह या उनके पुत्र दीपक चौधरी
7. पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा
8. एडवोकेट विनय यादव, एडवोकेट पंकज यादव,  वर्तमान में
9. उप प्रधान पद पर आसीन अशोक ठेकेदार,  मनीष पार्षद
10. सुमेर सिंह मैनेजर
घट गई हैं चुनावी चर्चाएं ---
 दुकान हो या कोई चाय की दुकान, चुनावी चर्चा मिलने लगी थी वो अब गायब हो गई हैं। रातोंरात पार्षद और प्रधान पद के दावेदार ढूंढे जा रहे हैं। क्योंकि बहुत से लोग तो चुनाव तो लडऩा चाहते हैं  ऐसे में चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं।
समय लग सकता है चुनाव होने में-
नगर पालिका के चुनाव लडऩे वाले अंदर खाते मतदाताओं के मन को टटोल रहे हैं। यदि मतदाता उनको अच्छा रिस्पांस देते हैं तो भी अपने उम्मीदवारी पक्की समझ रहे हैं। अभी से ही मतदाताओं से वोट देने की हां या ना करवा रहे हैं। चुनावों में लग सकता है समय। ऐसे भी कहते सुने  हैं कि मेरे लिए प्रधान पद के वोट दिलवा दो मैं तुम्हें पार्षद या  तुम्हारे द्वारा अनुमोदित पार्षद को अपने क्षेत्र के वोट दिलवा दूंगा।  14 वार्डों में 14 पार्षद चुने जाने है लेकिन कुछ वार्डों में चुनाव लडऩे वाले मौन नजर आ रहे हैं।

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