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Tuesday, July 25, 2023

 
शिव महापुराण के आठवें दिन
प्रह्लाद के पुत्र बाणासुर को भगवान श्री कृष्ण ने जीवनदान देने का सुनाया प्रसंग
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कनीना की आवाज। मंगलवार को कनीना के श्री सीताराम मंदिर में चल रही 10 दिवसीय शिव महापुराण कथा में आठवें दिन प्रह्लाद के पुत्र बाणासुर को भगवान श्री कृष्ण ने जीवनदान देने का प्रसंग सुनाया गया। मुख्य अतिथि डॉ. ललीत शर्मा रहे। कथा के आठवें दिन 600 से अधिक श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान किया। आचार्य दीक्षित बैरागी ने आठवें दिन प्रह्लाद के पुत्र बाणासुर को भगवान श्री कृष्ण ने जीवनदान देने का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि महाभारत का युद्ध समाप्त होने के बाद भगवान श्रीकृष्ण परिवार सहित द्वारिका रहने लगे। श्रीकृष्ण के पुत्र थे प्रद्युम्न और प्रद्युम्न के पुत्र थे अनिरुद्ध। इसलिए अनिरुद्ध को श्रीकृष्ण का पौत्र कहा जाता है। प्रद्युम्न की पत्नी का नाम उषा था। श्रीकृष्ण और शिवजी के बीच युद्ध की नींव यहीं से तैयार होती है। पौराणिक कथा के अनुसार उषा और अनिरुद्ध एक दूसरे से प्रेम करते थे। उषा शोणितपुर के राजा बाणासुर की कन्या थी। बाणासुर को शिवजी का वरदान प्राप्त था कि जब भी कोई संकट आएगा तो वह उसकी रक्षा करेंगे। एक दिन उषा ने अनिरुद्ध से मिलने की इच्छा में अनिरुद्ध का अपहरण कर लिया और ओखीमठ जो वर्तमान समय में केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के पास मौजूद वहां पर सुरक्षित कर दिया। माना जाता है कि यहीं पर दोनों ने गंधर्व विवाह कर लिया था। शिवजी और श्रीकृष्ण में आरंभ हुआ भयंकर युद्ध
भगवान शिव और भगवान श्रीकृष्ण की सेना आमने-सामने आ गईं। दोनों के बीच भयंकर युद्ध लड़ा गया। किसी की भी सेना कम नहीं पड़ रही थी। युद्ध में देखते ही देखते श्रीकृष्ण ने बाणासुर के हजारों सैनिकों को एक ही बार में मौत की नींद सुला दी। इससे बाणासुर परेशान हो गया। शिव जी से बाणासुर ने पुन: प्रार्थना की, इसके बाद शिवजी और श्रीकृष्ण के बीच सीधा युद्ध आरंभ हो गया। दोनों तरफ से विध्वंसक अस्त्र-शस्त्रों का प्रयोग किया गया। यहां तक की इस युद्ध में शिव ने पाशुपतास्त्र और श्रीकृष्ण ने नारायणास्त्र का प्रयोग किया। इस युद्ध में श्रीकृष्ण ने एक ऐसे अस्त्र का प्रयोग किया जिससे भगवान शिव को नींद आ गई। शिवजी की ऐसी हालत को देख बाणासुर घबरा गया और रणभूमि से भागने लगा। श्रीकृष्ण ने बाणासुर को दौड़कर पकड़ लिया उसकी भुजाओं का काटना प्रारंभ कर दिया। जब बाणासुर की चार भुजाए शेष रह गईं तभी भगवान शिवजी की नींद खुल गई। बाणासुर की हालत देख शिवजी को क्रोध आ गया और उन्होंने सबसे भयानक शस्त्र शिवज्वर अग्नि चला दिया। जिससे भयंक ऊर्जा उत्पन्न हुई। इससे चारो तरफ बुखार और अन्य बीमारियां फैलने लगीं। इस शस्त्र का असर समाप्त करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने नारायण ज्वर शीत का प्रयोग करना पड़ा।
कथा के दौरान मन्दिर कमेटी के सदस्य मदनलाल शर्मा, मुरारी लाल मित्तल, हेमंत मित्तल, हनुमान प्रसाद, पूर्व पार्षद रोकी, मनोज , देवेंद्र, सुशील, मनीष, कर्मवीर, सुमित शर्मा, अनील शर्मा, सुभाष मित्तल, सुरेंद्र शर्मा, महेश गर्ग, नरेश गर्ग, बबलू गुप्ता, जितेंद्र शास्त्री, हेमराज शास्त्री, जसवंत सिंह, अरुण शास्त्री, प्रवेश शर्मा, ललित यादव, रोशनी देवी, चंचला शर्मा, रचना शर्मा, लाली देवी, सुमन देवी, कांता शर्मा, सुमन देवी, राज कौर, पूजा शर्मा, देवकी, राजदुलारी, सुजाता यादव, संतोष, ममता सहित अनेकों श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 10: शिव महापुराण कथा में प्रसंग सुनाते हुए आचार्य दीक्षित बैरागी






महेंद्रगढ़ पुलिस ने कनीना क्षेत्र में किया पैदल मार्च, लोगों को कराया सुरक्षा का एहसास
-शांति व्यवस्था बनाये रखने का दिया पैगाम
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कनीना की आवाज। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के दिशा-निर्देशानुसार थाना शहर कनीना और थाना सदर कनीना पुलिस द्वारा कनीना क्षेत्र में पैदल फ्लैग मार्च किया गया। इससे जहां लोगों को सुरक्षा का एहसास कराया गया। वहीं अराजकतत्वों को संदेश दिया गया कि अगर कोई अराजकता फैलाने की कोशिश की तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। कनीना क्षेत्र में कानून व शांति की व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। पुलिस अधिकारियों ने फ्लैग मार्च निकालकर लोगों से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की। साथ ही लोगों से कहा कि वह कानून व्यवस्था का पालन करें। कानून का पालन नहीं करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
थाना शहर कनीना प्रभारी, थाना सदर कनीना प्रभारी और अन्य पुलिस कर्मचारियों ने कनीना के क्षेत्रांतर्गत पैदल फ्लैग मार्च किया गया और पैदल फ्लैग मार्च करते हुए स्थानीय लोगों व दुकानदारों/व्यापरियों के साथ जनसंवाद किया गया। उनके द्वारा लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा गया। नागरिकों से किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करने हेतु कहा गया। पुलिस ने मार्केट व भीड़भाड़ वाले स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाया एवं संदिग्ध वाहनों/व्यक्तियों को चेक किया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह अभियान जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखना, जिले के नागरिकों की सुरक्षा, अपराधों की रोकथाम को ध्यान में रखते हुए चलाया गया। पुलिस की उपस्थिति से आमजन के मन में पुलिस व कानून के प्रति विश्वास बढ़ता है। कहीं ना कहीं सड़क पर होने वाला अपराध भी रुकता है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में बुधवार को विद्यालय के प्रांगण में कारगिल विजय दिवस मनाया जाएगा क्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ककराला से कारगिल के जांबाज़ शहीद हवलदार शिवकुमार की धर्मपत्नी संतोष देवी होंगी कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव अगिहार के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल कृष्ण सिंह करेंगे  इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी कनीना विशेश्वर कौशिक व  राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाथेड़ा के प्राचार्य विष्णु प्रकाश जोशी विशिष्ट अतिथि के रूप में  उपस्थित रहेंगे विद्यालय की प्राचार्य पूनम यादव ने जानकारी देते हुए बताया इस अवसर पर ग्राम के सरपंच तथा  स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य तथा ग्राम के अनेक भूतपूर्व सैनिक उपस्थित रहेंगे।
फोटो कैप्शन 11: कनीना में पुलिस पैदल मार्च निकालते हुए।





अगिहार में मनाया जाएगा कारगिल दिवस

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कनीना।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में बुधवार को विद्यालय के प्रांगण में कारगिल विजय दिवस मनाया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ककराला से कारगिल के जांबाज़ शहीद हवलदार शिवकुमार की धर्मपत्नी संतोष देवी होंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव अगिहार के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल कृष्ण सिंह करेंगे।  इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी कनीना डा. विशेश्वर कौशिक व  राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पाथेड़ा के प्राचार्य विष्णु प्रकाश जोशी विशिष्ट अतिथि के रूप में  उपस्थित रहेंगे। विद्यालय की प्राचार्य पूनम यादव ने जानकारी देते हुए बताया इस अवसर पर ग्राम के सरपंच तथा  स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य तथा ग्राम के अनेक भूतपूर्व सैनिक उपस्थित रहेंगे।





पुलिस अधीक्षक ने ली सरपंचों और सरपंच प्रतिनिधियों की बैठक
-सुनी समस्याएं और दिए सुझाव
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कनीना की आवाज। कनीना सदर थाना परिसर में पुलिस अधीक्षक नारनौल विक्रांत भूषण ने कनीना उपमंडल के गांव के सरपंचों की बैठक बुलाई। बैठक में सभी सरपंचों और सरपंच प्रतिनिधियों से उनकी समस्याएं जानी तथा मुख्यमंत्री समक्ष रखी जाने वाली समस्याओं और विकास कार्यों की जानकारी भी रखी गई मांगी गई। जिसमें छितरौली गांव के सरपंच प्रतिनिधि ने पुलिस अधीक्षक को कहा कि जब वे थाने में आते हैं तो उनकी कोई नहीं सुनता। उन्हें धमका दिया जाता है। पुलिस अधीक्षक ने का भविष्य में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आएगी। साथ में उन्होंने चोरी रोकने के लिए ठीकरी पहरा लगाने की बात कही। यहां तक कि बताया कि कुछ चोर भी पकड़े हैं। परंतु सभी को जागरूक होने की जरूरत है।
 उधर धनौंदा के बीर सिंह ने कहा कि बुचावास के सरपंच के साथ मारपीट की गई है। सरपंच गांव द्वारा बनाया हुआ है। उसके साथ इस प्रकार अत्याचार करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए तो एसपी ने उसने कहा कि सरपंच बुचावास के साथ मार पिटाई करने वाले को गिरफ्तार किया जा चुका है और भी किसी प्रकार की कोई समस्या हो तो उन्हें जरूर अवगत करवाएं।
 इस मौके पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में छोटी मोटी समस्याएं रखी जो मौके पर हाल कर दी गई।
 फोटो कैप्शन 08: एसपी नारनौल कनीना थाने में सरपंचों की बैठक लेते हुए।







सुंदरह में विभिन्न विभागों ने लगाया कैंप
-परिवार पहचान पत्र की त्रुटियां ठीक करने के लिए आवेदन करवाएं
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कनीना की आवाज। उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने आज जिला के गांव सुंदरह में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए कैंप का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
डीसी के मार्गदर्शन में आज सुंदरह में लगे इस कैंप की शृंखला में नागरिक संसाधन सूचना विभाग की तरफ से परिवार पहचान पत्र की त्रुटियां ठीक करने के लिए आवेदन दिए। विभाग द्वारा लगाए गए इस कैंप में आसपास के नागरिकों ने भी अपने परिवार पहचान पत्र की त्रुटियां ठीक करवाने के लिए आवेदन दिए।
इसके अलावा यहां पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैंप लगाया गया। इसमें लाभार्थियों के मौके पर ही आयुष्मान के लिए सभी कागजात पूरे करवाते हुए उन्हें पंजीकृत किया गया।
वही समाज कल्याण विभाग की ओर से भी मौके पर ही विभिन्न योजनाओं के बारे में नागरिकों को जानकारी दी गई तथा लाभार्थियों के आवेदन करवाए गए। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से ग्रामीण महिलाओं को विभाग द्वारा दी रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह, एसडीम कनीना सुरेंद्र कुमार, बीडीपीओ कनीना अरुण कुमार, समाज कल्याण अधिकारी अमित शर्मा व एसडीओ पंचायती राज विनोद कुमार के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 09: विभागों द्वारा लगाए गए कैंप का निरीक्षण करती  उपायुक्त मोनिका गुप्ता





समाजसेवी वेदप्रकाश को मातृशोक
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कनीना की आवाज। समाजसेवी वेद प्रकाश भारद्वाज उन्हाणी की माता संतरा देवी का देहावसान हो गया। सोमवार शाम के समय विधि विधान से उनका अंतिम संस्कार किया गया। संतरा देवी को दिल का दौरा पड़ा था और वो 56 वर्ष की थी। उनके दो पौत्र लोकेंद्र एवं गौरव तथा एक पुत्री तन्नू शर्मा है। वेद प्रकाश भारद्वाज के पिता बचपन में ही चल बसे थे। वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। उनकी रस्म पगड़ी 3 अगस्त को होगी तथा हवन वैदिक क्रिया से प्रारंभ होगा।
 फोटो कैप्शन: संतरा देवी






मुख्यमंत्री जी हमारी भी सुनो
-कनीना का की सड़कों, जोहड़ों की बदहालाता होने के साथ-साथ विकास कार्य रुके हुए हैं
- अनाथ कस्बा आपका चाहता से चाहता है विकास
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कनीना की आवाज।  करीब 800 वर्ष पुराने कान्ह सिंह की नगरी  कनीना विकास के क्षेत्र में अग्रणी होना चाहिए था किंतु गांव से भी बदतर हालात हो चुकी है। सड़कों की हालत इतनी बदतर है कि देखकर रोना आता है, सीवर लाइन बंद पड़ी है। उपमंडल होते हुए भी ट्रेनों का ठहराव नहीं है, अतिक्रमण का बोलबाला है, जगह-जगह वर्षा का पानी भरा है, अंदरूनी और अप्रोच मार्ग टूटे पड़े हैं। लगता है कनीना का कोई चाहने वाला नहीं है। विगत दिनों कनीना में अनाथ कस्बा कनीना का बोर्ड भी लगा दिया गया था। चूंकि विकास के क्षेत्र में प्रदेशभर में सबसे फीसड्डी कस्बा है। कनीना की चंद मांगे मुंह बांये खड़ी हैं जिनपर गौर किया जाए-
प्रीतम का कहना है कि कस्बा कनीना के जोहड़ कालरवाली और होलीवाला आफत बने हुये हैं। इनका गंदा जल आसपास घरों में फैलता जा रहा है। जोहड़ों पर जितना अधिक अतिक्रमण हुआ है उतना शायद कहीं नहीं हुआ। अगर एक बार जोहड़ों की पैमाइश करवा दी जाए और अतिक्रमण हटा दिया जाए तो कस्बा की यह बदहालात,सड़कों की जर्जर हालात, घरों में पानी घुसने की हालात  अपने आप ही खत्म हो जाएगी। तत्पश्चात गंदा पानी किसी घर और सड़क पर नहीं बहेगा। कस्बा को कलंकित करने में अतिक्रमण का बहुत बुरा बड़ा हाथ है। वहीं पीपल वाली बणी में अभी तक साफ पानी का स्टोर नहीं बनाए जाने से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का साफ पानी इकट्ठा करने की समस्या बनी हुई है।
समाजसेवी भगत सिंह का कहना है कि कस्बा कनीना में सबसे बुरी हालात जोहड़ों की है परंतु यदि मुख्यमंत्री दस करोड़ रुपये की ग्रांट दे दे तो कनीना का भविष्य भी बच सकता है और गंदा पानी बड़ी-बणी के पास नगरपालिका की 40 एकड़ जमीन पर ले जाया जा सकता है। जिससे रणास एवं पीपल वाली बणी का उद्धार हो जाएगा। बणियों की पैमाइश करवाई जाए और अतिक्रमण हटवाया जाए ताकि इन बणियों में  भविष्य में कोई विकास कार्य संभव हो पाएगा। अगर यूं ही पीपल वाली बणी को भी खत्म कर दिया और रनास वाली बणी को भी खत्म कर दिया तो भविष्य में विकास कार्य अवरुद्ध हो जाएंगे। ऐसे में इस सारे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को नगर पालिका की 40 एकड़ जमीन पर ले जाया जाए जो लाइनों के पार है तथा बड़ी-बणी के साथ है। इससे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को खूब जगह मिल जाएगी और वे अच्छी प्रकार काम करेंगे और कनीना का विकास संभव हो पाएगा।
भीम सिंह सिंह कंगना का कहना है कि कनीना मंडी सड़क मार्ग अति जर्जर हालात में है। सबसे महत्वपूर्ण सड़क मार्ग है जिसके लिए आंदोलन चले फिर भी इस सड़क मार्ग की आज तक सुध नहीं ली गई है। यह सड़क बन जाए कनीना मंडी तथा रेलवे स्टेशन पहुंचना सुलभ हो जाएगा। किसानों को बहुत अधिक लाभ मिलेगा।
कमला देवी का कहना है कि कनीना मंडी से नहर गुजरती है जो भूमिगत तो कर दी गई परंतु इसकेे साथ मिनी बाईपास अभी तक नहीं बनाया जो रेवाड़ी सड़क मार्ग और अटेली सड़क मार्ग को आपस में जोड़ता है। नहर के साथ साथ सड़क मार्ग तो अभी भी बना हुआ है किंतु उस पर 100 से अधिक गड्ढे हैं। उस सड़क की सुध ली जाए।
प्रदीप प्रदीप कुमार का कहना है कि कनीना में कालेज तो है किंतु पीजी कक्षाएं अभी तक नहीं लागू की गई हैं। कनीना के कालेज से अच्छे विद्यार्थी एवं होनहार विद्यार्थी निकले हैं। यदि यहां पीजी/पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाएं लगा दी जाए तो विद्यार्थी विशेषकर छात्राएं दूरदराज पढऩे न जाएंगी। उनके पास ही शिक्षण संस्थान उपलब्ध हो जाएगा। यदि पीजी कक्षाएं लगा दी जाए और व्यावसायिक कोर्स स्थापित किए जाए तो निसंदेह कनीना का विकास होगा।
 मोहित कुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री जी हमारे उप नागरिक अस्पताल में पर्याप्त भवन है जहां 80 कमरों से अधिक हें।किंतु एक्स-रे मशीन तक नहीं है। अल्ट्रासाउंड मशीन तथा विभिन्न विषय विशेषज्ञों के डॉक्टर उपलब्ध करवाए जाए। सभी सुविधाएं उपलब्ध करवा दी जाए तो बहुत अधिक जिंदगियां बच सकती हैं और कनीना क्षेत्र के आसपास के एक सौ गांव के लोग दूर-दराज इलाज के लिए जाने से बच पाएंगे।
मोहन कुमार पूर्व पार्षद का कहना है कि कनीना के जोहड़ों का उद्धार किया जाए। इन जोहड़ों को पक्का करके अमृत महोत्सव के तहत सुधार किया जाए ताकि सड़कों की हालात और जोहड़ों की हालात अच्छी बन सके। जोहड़ो का पानी जगह जगह इक_ा नहीं किया जाए। उनका कहना है कि रणास एवं पीपल वाली दो बणियों को कवर कर लिया है जिससे भविष्य के विकास रुक गए हैं ।ऐसे में इन को हटाकर बड़ी-बणी के नगरपालिका की जमीन पर  सीवर ट्रीटमेंट प्लांट प्लांट एवं साफ पानी का स्टोर बनाया जाए।
होशियार सिंह का कहना है कस्बा कनीना को कहने को तो उप मंडल दर्जा मिला है किंतु यहां के कनीना खास रेलवे स्टेशन पर कोई फास्ट ट्रेन नहीं रुकती। इतने बड़े स्तर का रेलवे स्टेशन, 1939 का रेलवे स्टेशन है। कनीना एवं आस पास हजारों सैनिक हैं तथा सैनिकों का गढ़ हें किंतु और तो क्या दिन के समय सैनिक एक्सप्रेस भी नहीं रुकती। उन्होंने सभी ट्रेनों को कनीना खास रेलवे स्टेशन पर रोके जाने की बात कही है। उनका कहना है इससे रेलवे विभाग को भारी लाभ होगा कनीना का विकास होगा। कनीना होते हुए अलवर एवं चरखी दादरी तथा कनीना कोसली की प्रस्तावित रेलवे लाइन बनवाई जाएं।
बंटी चौधरी का कहना है कनीना कस्बा के नाले और नालियां ओवरफ्लो हो रहे हें जिससे सड़कों की बदहालात हो गई है। न कोई कनीना का विकास करने वाला और न कोई देखरेख कर रहा है। कनीना के सभी नाले और नालियों की व्यवस्था सुंदर बनवाई जाए सभी सड़क मार्गों को पुने: निर्मित किया जाए। यही नहीं फोरलेन मार्ग भी एवं कनीना बाइपास बनाये जाएं।
अनिल कुमार का कहना है कनीना चारों ओर से विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है। एक और अटेली वहीं नारनौल, रेवाड़ी, कोसली चरखी दादरी, महेंद्रगढ़ को जाने वाले मार्ग हैं। उनके बीच में कनीना केंद्र है लेकिन सभी सड़कों की बदहालात हो गई है। रेवाड़ी से महेंद्रगढ़ तक फोरलेन मार्ग बनाया जाए, हाइवे बनाकर कनीना को सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। साथ में कनीना का बाइपास निर्मित करवाया जाए जिससे कनीना का विकास हो सके।
बब्बन कुमार का कहना है कनीना कस्बे की हर गली लगभग पक्की है लेकिन हालात जर्जर बनी हुई है। सभी अंदरूनी सड़क मार्गों की सुध ली जाए। कनीना को साफ सुथरा कस्बा बनाया जाए। तभी कहीं जाकर कनीना का विकास संभव है और कनीना अग्रणी कस्बा बन सकता है।
हरेंद्र कुमार का कहना है आज कनीना कस्बे को विकास कार्यों की जरूरत है। सड़क मार्ग, कालेज, अस्पताल ,रेलवे स्टेशन आदि विकसित किये जाए, रिक्त पद भरे जाएं तथा सुविधाएं दी जाएं। अटेली फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण हो जो सभी की जरूरत समझी जा रही है।  यहां हर संस्थान पर कोई न कोई कमी नजर आती है। इन कमियों को दुरुस्त करवाया जाए, तभी कनीना कस्बा आगे बढ़ सकता है। विकास कार्यों के लिए दिए जाए ताकि विकास 50 करोड़ रुपये दिये जाएं जिससे विकास कार्य संभव हो पाएंगे।
भोलू का कहना  है कि कनीना कस्बे में न तो व्यवसायिक कोर्स है और न कोई आईटीआई है। ऐसे में यदि आईटीआई बना दी जाए तो कनीना कस्बे के विद्यार्थी स्वयं रोजगार अपना सकेंगे परंतु आईटीआई का अभाव है वही कनीना कस्बे में सबसे पुराना राजकीय कन्या उच्च विद्यालय है जिसको अपग्रेड किया जाए क्योंकि अभी तक लड़कों के लिए कोई सरकारी स्कूल 12वीं तक का नहीं बचा है। मॉडल स्कूल है जिसमें फीस देनी पड़ती है। गरीब बच्चे कहां पढ़े? ऐसे में स्कूल क्रमोन्नत कर जिसमें सभी छात्र छात्राओं को प्रवेश दिया जाए।
 अमित कुमार का कहना है कस्बा कनीना में  बस स्टैंड की हालात अति दयनीय है। कूड़ा कचरा गंदगी भरी हुई है जिससे धार्मिक स्थान मोलडऩाथ आश्रम तथा पास के खाटू मंदिर के पास गंदगी भरी हुई है। इसका उद्धार करवाया जाए, सब डिपो घोषित किया जाए, नया भवन बनाकर गंदगी को साफ करवाया जाए। भारी मात्रा में विलायती कीकर खड़ी हुई है जिनको हटवाया जाए तभी गंदगी साफ हो पाएंगी और परिवहन के साधन भी उपलब्ध हो पाएंगे। दूर दराज की बसें एवं रात्रिकानलीन बसें चलाई जाएं।
अजय कुमार का कहना है कि कनीना कस्बे के मोलडऩाथ आश्रम को दर्शनीय स्थल बनाया जाए क्योंकि यह पुराना धार्मिक स्थल है। आसपास एक दर्जन से अधिक धार्मिक संस्थान है। सभी जगह अतिक्रमण हो रहा है। उनको हटवा कर इसे दर्शनीय स्थल बनाया जाए ताकि कनीना क्षेत्र का उद्धार हो सके और दूरदराज के लोग कनीना कस्बे और इनके इतिहास के बारे में पढ़ सके। वैसे भी कनीना का इतिहास अति प्रेरणादाई रहा है।
एडवोकेट पंकज यादव का कहना है कि बारिश के दिनों में बरसात का पानी व गांव की नालियों का पानी दो जोहड़ों में इक_ा होता है और उन जोहड़ों की काफी दिनों से छटाई नहीं हुई है जिससे वह पानी मुख्य मार्गों पर 2-2 ,3-3 फिट खड़ा हो जाता है और  आने जाने वाले लोगों को उस गंदे पानी में से  जाना पड़ता है। कनीना कस्बे के बहुत सारे लोग जो रोजमर्रा के लिए अपने काम से बाहर जाते हैं उनको भी इसी गंदे पानी से होकर जाना पड़ता है। जिनके कपड़े गंदे पानी की वजह से खराब हो जाते हैं। इनकी सुध ली जाए।
बलवान सिंह का कहना है कि लाखों रुपए की लागत से लोगों ने मकान बनाए हुए हैं और गांव का गंदा पानी उन घरों के चारों तरफ इक_ा हो जाता है जिससे उन घरों में सोए हुए लोगों को नींद नहीं आती क्योंकि काफी दिनों तक पानी इक_ा रहने से घरों के गिरने की संभावना बनी रहती है और मक्खी मच्छर पनपने से गंभीर  बीमारी होने का डर बना रहता है। पानी को निकलने वे निकालने में प्रशासन कुछ नहीं करता। ऐसे में सभी गलियां साफ सुथरी गंदगी रहित बनाई जाएं।
 दिनेश कुमार का कहना है कि कनीना कस्बे वह आसपास के गांव में सैकड़ों पशुपालक है अगर किसी किसान के पशु को कोई दिक्कत हो जाए या बीमार पड़ जाए तो उसे दिखाने के लिए एक नाम मात्र अस्पताल कनीना में बनाया हुआ है जिसमें उपचार के लिए कोई संसाधन नहीं है। पशु अस्पताल की सुध ली जाए, रिक्त पद भरकर सभी उपकरण उपलब्ध कराएं जाएं तथा इसे बड़ी बणी में ले जाया जाए जिसके लिए प्रस्ताव भी पारित किये हुए हैं।
राजेंद्र कुमार का कहना है कि कनीना गांव में करोड़ों रुपये की लागत से बने अस्पताल में डॉक्टरों की कमी तो है ही उसके साथ साथ एक्स-रे अल्ट्रासाउंड, ईसीजी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। औरतों की डिलीवरी में थोड़ी सी दिक्कत आने पर उनको हायर सेंटर भेज दिया जाता है क्योंकि उनकी देखरेख व ब्लड की जरूरत हो तो उनके पास ये सुविधाएं नहीं मिलती। ये सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। कनीना में अविलंब न्यायिक परिसर का निर्माण करवाया जाए जिससे न्यायाधीशों एवं वकीलों को राहत मिल सके।
अनिल कुमार का कहना है कि कनीना कस्बा में सीवर लाइन एवं प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त करवाई जाए। अतिरिक्त प्रकाश व्यवस्था कर सीवर लाइनों को साफ करवाया जाए ताकि कनीना में गंदगी न खड़ी हो सके। कनीना कस्बा से कूड़ा उठाने वाली वैन खरीदी जाएं तथा सभी घरों से कूड़ा उठवाया जाए। कम से कम चार वैन खरीदी जाएं।
फोटो कैप्शन 5, 6 एवं 7: कनीना कस्बा की विभिन्न समस्याएं, जोहउ़ एवं सड़कों की बदहालात
साथ में अजय, अमित, भोलू,पंकज कुमार, मोहन कुमार, भगत सिंह, होशियार सिंह, अनिल कुमार, राजेंद्र सिंह, दिनेश कुमार, बब्बन, कमला देवी, भीम सिंह, हरेंद्र सिंह, प्रीतम कुमार, बंटी एवं बलवान सिंह पीपी।






मूसलाधार बरसात के बीच 135वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन का है धरना

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कनीना की आवाज। 
राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्चितकालीन धरना 135वें दिन में प्रवेश कर गया है। धरने की अध्यक्षता पंच कृष्ण कुमार सेहलंग ने की।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 135 दिन हो गए है। लोगों में आक्रोश है फिर भी शांतिपूर्वक तरीके से धरने पर बैठे हुए हैं। सरकार जब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर  बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनाने का काम शुरू नहीं करेगी, तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
 मास्टर विजयपाल और पहलवान धर्मपाल  सेहलिंगये ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी बाघोत -सेहलंग के बीच कट न होने के कारण शिव भक्तों को परेशानी हो रही है ढ्ढ शिव भक्तों को बाबा शिव भोले के दर्शन करने के लिए बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए अधिक समय लगता है। शिव भक्त भी भोले बाबा से यही प्रार्थना करते  कि सरकार इस कट को अति शीघ्र बनवाए।
इस मौके पर  डॉ लक्ष्मण सिंह,     नरेंद्र शास्त्री छिथरौली,ठेकेदार शेर सिंह, बाबूलाल, ओम, हंस कुमार, राम भक्त, शेर सिंह, सतनारायण, सीताराम, मनोज  कुमार करीरा,  डॉ राम सिंह , कृष्ण प्रधान, सूबे सिंह,   दाताराम , हरिओम, सत्य प्रकाश, वेद प्रकाश, हेमराज साहब, प्यारेलाल, जगदेव, भरत सिंह  व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 4: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।





शराब पीकर सरेआम झगड़ा करने पर दो के विरुद्ध विरुद्ध मामला दर्ज
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कनीना की आवाज।
कनीना पुलिस ने दो युवकों को शराब पीकर एक दूसरे से झगड़ा करने, गाली गलौज करने और सार्वजनिक स्थान पर गुत्थमगुथा होने का मामला दर्ज किया है। पुलिस को अटेली टी-प्वाइंट पर 2 युवक झगड़ते मिले जिनके मुंह से शराब की बदबू आ रही थी। पुलिस ने नाम पूछने पर जयपाल कनीना तथा मोहित मोहनपुर बताया। दोनों के विरुद्ध सार्वजनिक स्थान पर शराब पीकर झगड़ा करने का मामला दर्ज कर लिया है।





मार पिटाई करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने तथा मोटरसाइकिल बरामद करने की महिला ने पुलिस में लगाई गुहार
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कनीना की आवाज। सुनीता कनीना मंडी निवासी के बयान पर मारपीट करने एवं मोटरसाइकिल न देने का मामला दर्ज करवाया है।  पुलिस में सुनीता देवी ने कहा है कि उसने कनीना मंडी में अपनी दुकान कर रखी है। 17 जुलाई को शाम के समय अमित उर्फ धरू, सुनीता का पति देवेंद्र एवं एक अन्य लड़का मोटरसाइकिल पर सवार होकर  दुकान पर आए। धरू ने कहा कि हम नारनौल जा रहे हैं मोटरसाइकिल के तेल के पैसे दे दो। सुनीता ने 500 रुपये मोटरसाइकिल तेल के धरू को दे दिये। सुनीता का कहना है कि उसका लड़का मन्नू नसीबपुर जेल में था जिसकी जमानत धरू के छोटे भाई ने करवाई थी। शाम तक सुनीता का लड़का घर आ गया किंतु उसका पति देवेंद्र घर नहीं आया। सुनीता ने अपने पति को फोन किया तो फोन धरू ने उठाया जिसने गाली गलौच शुरू कर दी और कहा कि तेरा पति देवेंद्र और तुम्हारी मोटरसाइकिल चाहिए तो सुबह घर आ जाना। सुनीता के अनुसार 18 जुलाई को सुबह जब वह धरू के घर पहुंची और धरू से पूछा कि उसका पति कहां है तो उन्होंने साफ मना कर दिया। परंतु सुनीता परिवार की मोटरसाइकिल खड़ी दिखी। जब सुनीता ने मोटरसाइकिल मांगी तो धरू ने देने से इंकार कर दिया और कहा कि मेरे भाई ने तेरे बेटे की जमानत दी थी हमें पैसे और दो। इतना सुनकर सुनीता घर पर आ गई। बाद में दसे पता चला कि उनका पति देवेंद्र कोका के पास पड़ा हुआ था जिसे एंबुलेंस उठा कर लाई है। सूचना पाकर सुनीता और उसका पुत्र मन्नू सिविल अस्पताल में गए जहां देवेंद्र को काफी चोटें आई हुई थी और बेहोश था। ज्यादा चोट आने की वजह से देवेंद्र को हायर सेंटर रेफर कर दिया। मन्नू और सुनीता ने सिविल अस्पताल लेकर गए जहां से डाक्टरों ने उसे हायर सेंटर पीजीआईएमएस रोहतक रेफर कर दिया। सुनीता का आरोप है की धरू और उसके साथ एक और लड़के ने उनके पति के साथ मार पिटाई की है। उन्होंने मोटरसाइकिल बरामद करने और उनके पति के साथ मार पिटाई करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की जिस पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत धरू के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।




हुई बारिश, मौसम हुआ सुहावना
-एक एमएम हुई बारिश
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कनीना की आवाज। गत दिनों से गर्मी एवं उमस से मंगलवार को शाम के समय हुई बारिश ने राहत दिलाई। मौसम सुहावना बन गया। बारिश के बाद फिर से गलियों में पानी जमा हो गया। फसलों में भी लाभ होने की संभावना बन गई है किंतु विगत बारिश ने कुछ बाजरे की फसलों को नुकसान पहुंचाया था।किसान अब अपनी बेहतरखड़ी फसल को निहार रहे हैं।





बीजारोपण से पौधे तैयार अभियान चलाया
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कनीना की आवाज। उपमंडल कनीना के गांव रामबास के युवाओं ने बीज इकट्ठा करने का अभियान चलाया। इसे पर्यावरण संरक्षण की मुहिम में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। युवा पर्यावरण मित्र मनोज कुमार रामबास ने बताया कि हमारी टीम ने बीज इकट्ठा करने का अभियान चलाया है जिसमें हम घरों में जाकर व दुकानों व फल सब्जी विक्रेताओं के पास जाकर मौसमी फलों व पेड़ों के बीज इकट्ठा कर रहे हैं। इन बीजों से नर्सरी में पौधे तैयार करके सार्वजनिक जगहों पर लगाते हैं। उन्होंने बताया कि यह कार्य पिछले 4 सालों से कर रहे हैं , हम प्रत्येक वर्ष हजारों पौधे तैयार करते हैं जिसे हम अपने गाव की सार्वजनिक जगहों पर लगाने के साथ साथ आस पास के साथियों में वितरित करते हैं ताकि पर्यावरण संरक्षण हो सके
बीजों को इकट्ठा


























करना और से पौधा तैयार करना एक जनजागृति है जिससे लोगों में एक भावना पैदा होती है कि पौधारोपण एक बहुत खर्चीला नही है। हम प्रयोग किए हुए पोलीथीन जैसे दूध व अन्य पैकेट में बीज लगाकर पौधे तैयार करते हैं जिसमें हम नीम पीपल बरगद आम करंज पापड़ी, नींबू, मौसमी, जामुन ,अर्जुन, इमली, गुलाब, कनेर, गुड़हल, बेरी आदि के पौधे तैयार करते हैं। इस मुहिम में अमित, हितेश, सचिन(अजय), सचिन दहिया, सचिन निर्मल का सहयोग रहा।
फोटो कैप्शन 03:पौधों के बीज माटी में मिलाकर उगाने की तैयारी

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