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Saturday, January 27, 2024

















 

डाक से आने वाले समाचार पत्र और पत्रिकाएं नहीं आ रहे हैं छह माह से
-अधिकारी मौन, आरएमएस बदलने के बाद दिक्कत
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कनीना की आवाज। डाकघर के द्वारा उपभोक्ताओं को  मिलने वाली विभिन्न पत्र पत्रिकाएं बहुत कम लोगों को मिल पा रही हैं। अधिकांश उपभोक्ता पत्र पत्रिकाओं सब्सक्रिप्शन लेते हुए भ उनसे वंचित हैं। ये पत्र पत्रिकाएं सामान्य डाक/बुक पोस्ट से आती है जिनका कोई रिकार्ड नहीं होता जिसके चलते अधिकांश पत्र पत्रिकाएं उन तक नहीं पहुंच पाती। उपभोक्ताओं ने पत्र पत्रिकाओं का सब्सक्रिप्शन भरा हुआ है जिसके चलते उन्हें ये पाक्षिक,मासिक या त्रि-मासिक रूप में मिलनी चाहिए। ये पत्र पत्रिकाएं डाक से प्राप्त होती थी, पहले लगातार उन्हें पत्र पत्रिकाएं प्राप्त होती रही है परंतु विगत 6 माह से यह समस्या आई हुई है। ऐसा एक कारण माना जा रहा है कि आरएमएस पहले रेवाड़ी होता था परंतु आप बदलकर गुरुग्राम कर दिया है जिसके बाद से इन पत्र पत्रिकाओं आवक बंद हो गई है।
 इस प्रकार पत्र पत्रिकाओं से जहां डाकघर का काम करने वाले डाक बांटने वाले पोस्टमैन आदि भी प्रभावित हो रहे हैं। उनकी रोटी रोजी पर भी कु-प्रभाव पड़ सकता है। वैसे भी इस संबंध में दिनेश कुमार, सुनील कुमार, मनोज कुमार, रविंद्र कुमार, महेश कुमार आदि से बात हुई उन्होंने बताया कि पहले पत्र पत्रिका लगातार आती थी किंतु अब वो नहीं आ रही हैं। पत्र पत्रिकाओं के प्रशासन कार्यालय से भी संपर्क किया गया तो उनका कहना है कि वे लगातार पत्र पत्रिकाएं भेज रहे हैं किंतु उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंचना एक जांच का विषय बन गया है। आखिरी पत्र पत्रिका एक कहां जा रही है?
 डाकघर के अधिकारियों से संबंध में बात करनी चाहिए किंतु कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दे पा रहे हैं परंतु डाकघर में काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि ये पत्र पत्रिकाएं प्राय बुक पोस्ट से आती है जिनका कोई रिकार्ड नहीं होने से गुम हो जाती हैं।



कैसे करें परीक्षा की तैयारी
-योजनाबद्ध तरीकेे से पढ़ाई करें-डा राजेंद्र सिंह यादव
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कनीना की आवाज। हरियाणा विद्यालयों में परीक्षाएं फरवरी माह में शुरू हो रही हैं। विद्यार्थी जी जान से मेहनत में लगे हुए हैं। उनकी तैयारी कैसी हो ताकि वे बेहतर अंक प्राप्त कर सके। इस संबंध में शिक्षाविदों से बात की गई-
पूर्व उप जिला शिक्षा अधिकारी एवं शिक्षाविद डा राजेंद्र सिंह यादव का कहना है कि परीक्षाओं के दिन शुरू होते ही विद्यार्थियों के लिए चुनौती भरे दिनों की भी शुरूआत हो जाती है । यह सत्य है परीक्षा पास करने के तरीके सिखाए जाते हैं इसके साथ साथ इस चुनौती को कैसे अवसर में बदलें और सहजता से पार जायें यह सीखना भी जरूरी है । मैंने अनुभव किया कुछ बच्चे परीक्षाओं के दिनों में बड़े मस्त रहते हैं और वो जीवन में भी सफल रहते हैं  । इन बच्चों के माता पिता भी दबाव नहीं डालते । सबसे पहले विद्यार्थी परीक्षा को सहज ले । जिस टापिक को वह अच्छा कर सकता है उसे अच्छे से दोहराए, लिख कर और प्रश्नों के हल करके देखे ।नये टॉपिक को समय कम है तो तो कम समय दें । नींद पूरी लें और हैल्थ का ध्यान रखें । टेंशन में तो जरा भी ना आयें । ये एक प्रक्रिया है सीखने की जीवन की परीक्षा नहीं । जीवन मोकों से भरा पड़ा है, कोई एक परीक्षा या परिणाम आपको अति उत्साहित न करे और ना ही हतोत्साहित करे । प्रत्येक दिन योजनाबद्ध तरीकेे से पढ़ाई करें । आज का टापिक जो रिवाइज करना है वो आज पूरा हो जाये तो आश्चर्यजनक परिणाम आयेंगे ।
फोटो कैप्शन: डा राजेंद्र सिंह यादव





अयोध्या के वास्ते इकट्ठा किया गया एक मुट्ठी अन्न में मिला अच्छा सहयोग
-अनाज पहुंचाया कार्यालय, भक्तोंं ने किया जमकर सहयोग
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र से अयोध्या के लिए एक मुट्ठी अन्न रामोत्सव के नाम पर इक_ा किया गया। करीब 8 क्विंटल अन्न संत मोलडऩाथ आश्रम के प्रधान दिनेश कुमार, संत रामनिवास रमेश कुमार तथा महेश बोहरा आदि की उपस्थिति में नारनौल कार्यालय से भेजी गई गाड़ी द्वारा लोड करके रवाना किया। इस मौके पर उनकी प्रमुख रूप से देखरेख करने वाले मौलाना नाथ आश्रम के प्रधान दिनेश कुमार ने बताया कि उन्होंने लंबे समय से अन्न सुरक्षित रख रखा था। इस अन्न को देने में प्रमुख रूप से भगत सिंह समाजसेवी, जगदीश आचार्य गीता विद्या मंदिर, महेश बोहरा, श्याम मंदिर के संदीप महेश्वरी एवं प्रदीप पुजारी, शिव मंदिर कनीना से बिमला देवी, हनुमान मंदिर से रत्ना देवी एवं अन्य,  बाबा भैया श्री रामकला देवी एवं अन्य, बाबा लाल गिरी से कैलाश चंद एवं अन्य, संत बाबा मोलडऩाथ आश्रम से रामनिवासदास, रमेश एवं प्रदीप , गाहड़ा गांव, भडफ़ से महेंद्र कुमार, ककरालरा कृष्ण कुमार, इशराणा से विजेंद्र सरपंच, दारा सिंह गाहड़ाआदि से एक मुट्ठी अन्न-रामोत्सव इकट्ठा करवाया गया था। सभी का बेहतर सहयोग रहा है।






एनएसएस का सात दिवसीय शिविर प्रारंभ
-धनौंदा धर्मशाला में किया शुभारंभ
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कनीना की आवाज। राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी  द्वारा शनिवार को कर्णचित्रा धर्मशाला धनौंन्दा में राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई प्रथम व द्वितीय द्वारा सात-दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ किया गया। जिसकी अध्यक्षता सरपंच धनौंन्दा व सरपंच खरकड़ाबास ने की।
 शिविर का प्रारंभ राष्ट्रीय सेवा योजना के गीत व मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर  किया गया। प्राचार्य विक्रम सिंह नेकहा कि आज का युवा -वर्ग स्वार्थ की भावना से ग्रसित हो चुका है । अत: वर्तमान समय में इस योजना का उद्देश्य अत्यंत ही चुनौती पूर्ण हो गया है। यह योजना उनमें सामुदायिक समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता विकसित करती हुई सामूहिक जीवन जीने का कौशल  उत्पन्न करेगी । उन्होंने रामचरितमानस की चौपाइयों द्वारा श्री राम व सीता के समान कत्र्तव्यपूर्वक जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हुए अत्यंत ही ज्ञानवर्धक वक्तव्य देकर उन्हें प्रेरित किया। प्राचार्य  डॉ.विक्रम यादव ने अपने वक्तव्य में कहा कि  शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान संचय नहीं, अपितु युवाओं में सामाजिक कल्याण तथा  विश्व बंधुत्व की भावना का विकास करना है के बारे में प्रकाश डाला।  राजेश कुमार  ने राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतीक चिन्ह -मैं नहीं पहले आप के बारे में रोचक जानकारी दी।  दोनों गांवों के सरपंच ने इस शिविर में यथासंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। स्वयं -सेविकाओं ने सांस्कृतिक गतिविधियों द्वारा ग्रामवासियों को सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का संदेश दिया। कार्यक्रम संयोजिका डा.सीमा देवी व  सीमा  ने इस शिविर के दौरान होने वाली सप्त दिवसीय गतिविधियों के बारे  विस्तारपूर्वक विवेचन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के सदस्य  डा अंकिता यादव,  सुषमा यादव, डा.सुधीर यादव, सोमेशचंद, दिनेश कुमार, अनिल,  नीरज व पवन कुमार उपस्थित रहे ।
फोटो कैप्शन 09: अतिथियों का सम्मान करते हुए ग्रामीण।







क्षेत्र में खिली धूप, सुबह पाला जमने जैसे हालात
-लोगों ने धूप का लिया आनंद
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कनीना की आवाज। विगत कई दिनों से धुंध, कोहरा, बारिश, लगातार कड़ाके की ठंड, कुछ दिनों तक बादल छाए रहने के बाद कनीना क्षेत्र में शनिवार को  धूल खिल गई जिसके चलते क्षेत्र के लोगों ने राहत महसूस की। लोग धूप सेकते देखे गयो। वहीं किसानों ने भी खुशी जाहिर की चूंकि लगातार धुंध व कोहरा पडऩे से सरसों की फसलों में रोग लग गया है जिससे बचाने का एकमात्र तरीका धूप खिलना होता है। कृषि वैज्ञानिक भी मानते हैं कि धूप खिलने फसल रोगों से राहत मिलती है यही कारण है कि अब किसान भी राहत महसूस कर रहे हैं।
 अगर सर्दी पडऩे के बाद धूप खिलती है तो फसल को नुकसान होने की संभावना कम होती है। विगत कई दिनों से धुंध, कोहरा, बारिश होने के बाद शनिवार को कनीना क्षेत्र में आसमान साफ रहा जिसके चलते धूप खिली। धूप का आनंद लोगों ने लिया।
उल्लेखनीय है कि धुंध एवं कोहरा एवं हवा में नमी के चलते सरसों में सफेद रतुवा का रोग लग गया है। धूप से उसके भी नष्ट होने की संभावना है।
किसान सूबे सिंह, अजीत कुमार, कृष्ण कुमार, दिनेश कुमार आदि ने बताया कि विगत करीब एक माह से गेहूं एवं सरसों की फसल को नुकसान होने का अंदेशा बना हुआ था किंतु धूप आने से अब समस्या कुछ कम हो सकती है। पैदावार में कमी आने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
क्या कहते हैं कृषि अधिकारी-
उधर इस संबंध में कृषि विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ के वरिष्ठ संयोजक डा. रमेश कुमार से बात हुई। उन्होंने माना कि विगत लंबे समय से धूप न मिलने तथा ठंड पडऩे से सरसों फसल में सफेद रतुआ का रोग लगा वहीं ठंड से पत्तियां जल गई हैं साथ में जड़ गलन से संबंधित रोग लगा है वहीं गेहूं की वृद्धि भी रुक गई है। उन्होंने माना कि सरसों में नुकसान हो सकता है किंतु अभी आकलन नहीं किया जा सकता है। चार पांच दिन बाद ही पता चल पाएगा। वहीं गेहूं में ऐसा लगे कि बढ़ोतरी रुक गई है तो एक किलो जिंक, पांच किलो यूरिया एवं 200 लीटर पानी में घोल बनाकर गेहूं के खेत में छिड़काव कर दे।
फोटो कैप्शन 8: धूप का आनंद लेता एक परिवार
             साथ में डा रमेश।







कट की मांग को लेकर 321वें दिन जारी रहा धरना
-अपनी मांग पर अडिग, काम शुरू होने पर हटेंगे धरने से
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है। धरने की अध्यक्षता बाबूलाल हार्डवेयर सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि कट को लेकर हम सब एक है। हमारा एक ही उद्देश्य है, जब तक केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं करती है, हमारा धरना जारी रहेगा। राज्य सरकार और केंद्र सरकार को हम बार-बार याद दिला रहे हैं कि इस क्षेत्र के किसानों की आवाज सुने और उनकी पीड़ा को समझे। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच चढऩे का और उतरने का मार्ग होना बहुत जरूरी है। इन 40 गांवों का विकास तभी होगा, जब यह कट बन कर तैयार हो जाएगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 321 दिन हो गए हैं।कट को लेकर किसानों का जोश और उनका हौसला बरकरार है। किसानों ने प्रतिज्ञा ले रखी है जब तक केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच  चढऩे के लिए और उतरने के लिए मार्ग बनना शुरू नहीं होता है, तब तक  धरना स्थल पर अडिग रहेंगे। केंद्र सरकार किसानों की परेशानियों  को समझे और जितना जल्दी हो सके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू करवाया जाए।
इस मौके पर डा. लक्ष्मण सिंह, नरेंद्र कुमार शास्त्री, पहलवान रणधीर सिंह,  वेद प्रकाश, रामकिशन, चेयरमैन सतपाल,बाबूलाल, राजू, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, ठेकेदार शेर सिंह, मुंशीराम, मास्टर विजयपाल, इंस्पेक्टर सत्यनारायण, पहलवान धर्मपाल, प्रधान कृष्ण कुमार ,प्यारेलाल, रामफल बाघोत , सूबेदार हेमराज अत्रि,  सीताराम,प्यारेलाल, पंडित संजय कुमार, अनिल, सब इंस्पेक्टर रामकुमार , कृष्ण कुमार पंच, ओमप्रकाश, डॉ राम भक्त,  रोशन लाल आर्य व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 06: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण।





गांव ककराला में पंचायत भवन में सीसीटीवी को मिली खंड से मंजूरी और वार्ड सभा
-- बैठकों की हुई शुरुवात
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव ककराला में पंचायत भवन में सीसीटीवी को खंड से मंजूरी मिल गई है।  वार्ड सभा बैठकों की शुरुवात  हो गई है। खंड के गांव ककराला में वार्ड 8 की सभा बैठक आयोजित हुई जिसकी अध्यक्षता वार्ड पंच श्रवण कुमार ने की।
पंच श्रवण कुमार ने बताया वार्ड सभा में शामिल ग्रामीणों ने अपने वार्ड की समस्याओं और सुझावों को सभा में सांझा किया। वार्ड निवासियों ने मुनि कुम्हार के घर से लेकर सुनील के घर तक और राजपाल के घर से लेकर ताराचंद के घर तक के रास्ते पक्के करवाने की मांग रखी। उपस्थिति ग्रामीणों ने बड़वाला मंदिर और देवेंद्र की दुकान के चौराहों पर सोलर स्ट्रीट लाईट और सीसीटीवी कैमरा लगवाने का सुझाव रखा। एक ग्रामीण ने उनके आयुष्मान कार्ड बनने में आ रही कठिनाइयों को सभा में सांझा किया। एक वर्ष में कम से कम दो बार वार्ड सभा की बैठक आयोजित करने की सबकी सहमति बनी।
 उल्लेखनीय है कि काफी समय से ककराला में पंचायती कामकाज की पारदर्शिता और पंचायती राज अधिनियम के नियमों की अनुपालना हेतु एक मुहिम चल रही है जिसमें पंचायत भवन में सीसीटीवी कैमरा लगाना भी शामिल है। मुहिम से जुड़े कार्यकर्ता राजपाल फौजी ने बताया कि ग्राम सभा में काफी महिलाएं भी शामिल होती हैं, वहां कई बार कुछ शरारती तत्वों के उकसावी भाषा से माहौल को खराब करने की कोशिश करते हैं। इसलिए उन्होंने पंचायत भवन में ग्रामीणों के खर्चे से सीसीटीवी लगवाने की मांग उठाई जिसका 12 पंचों ने भी स्वागत किया। पंचों ने इसको लेकर अतिरिक्त जिला उपायुक्त और ब्लॉक अधिकारी कनीना से स्वीकृति मांगी गई। आखिरकार वार्ड एक के पंच राजपाल को ब्लाक अधिकारी से स्वीकृति मिल गई है और ग्राम पंचायत जल्द ही अब इस कार्य को पूरा करने जा रही है।
इस वार्ड सभा के मौके पर कंवर सिंह नंबरदार, सतबीर, महेश कुमार, रामबीर, हवासिंह, प्यारेलाल, अनूप कुमार, दिनेश, सुरेंद्र, दीपक, अनिल पंच, अजीत, देशराज, जितेंद्र, सुनील पंच, सुनील शर्मा, सरपंच प्रतिनिधि सुंदर लाल, जितेंद्र, रामेश्वर, रामजस वकील सहित ग्रामीण मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 07: सीसीटीवी लगाने की मांग को लेकर ग्रामीण बैठक करते हुए।







संत कृष्णानंद की गद्दी पर विराजमान हुए स्वामी अनुराग देव
--ब्रह्मलीन संत की गद्दी पर बैठाया स्वामी को
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कनीना की आवाज। संत कृष्णानंद जैसा संत मिलना बहुत मुश्किल है। ये विचार संत अनुराग देव महाराज ने कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा स्थित संत कृष्णानंद धाम में श्रीकृष्णानंद महाराज की गद्दी पर विराजमान होने के उपरांत व्यक्त किये। इस अवसर पर अनुराग देव महाराज ने कहा कि आज मेरे लिए बड़े सौभाग्य का दिन है कि मुझ जैसे छोटे से साधक को ब्रह्मलीन कृष्णानंद जैसे महान विद्वान की धरोहर को संभालने का मौका दिया है। उनके विश्वास पर मैं पूर्ण रूप से खरा उतारने का प्रयास करूंगा।
इससे पहले मुझे गांव फतेहपुरी में एक आश्रम को संभालने का अवसर प्राप्त हुआ था जहां के लोगों ने जो प्यार दिया उसे मैं कभी भूला नहीं पाऊंगा और मैं सदा उनका आभारी रहूंगा। संत कृष्णानंद आश्रम, रामबास आश्रम, फतेहपुरी आश्रम सभी की देखभाल करना व उनको आगे बढ़ाने में कहीं पीछे नहीं रहूंगा। इस मौके पर गांव धनौंदा, झाड़ली, छिथरोली, उच्चत, खेड़ी तलवाना, कनीना, रामबास, फतेहपुरी के अलावा अन्य गांव के लोग उपस्थित रहे।
 कृष्णानंद आश्रम ट्रस्ट के व्यवस्थापक कैलाश गोयल ने बताया कि संत कृष्णानंद महाराज लगभग 4 माह पूर्व स्थूल शरीर को छोड़ कर ब्रह्मलीन हो गए थे जिनकी वजह से आश्रम को संभालने में बड़ी परेशानी हो रही थी, जिसको लेकर क्षेत्रवासियों के अथक प्रयास से अनुराग देव महाराज को उनकी जगह विराजमान किया गया है। स्वामी जी की गद्दी पर स्वामी अनुराग देव महाराज को विधि विधान से सुशोभित कर दिया गया है।
  इस मौके पर वीर सिंह परमार, एडवोकेट कुलदीप यादव रामबास, हंसराज यादव, रामदास, नंबरदार राजेंद्र सिंह तंवर, ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल यादव, पूर्व पंच घनश्याम सिंह , वाइस चेयरमैन ठाकुर कर्मवीर सिंह, कोषाध्यक्ष विजय कुमार आर्य, डा. फतेहचंद दायमा, आचार्य मखनलाल, डा आनंद सिंघल, ज्योति सिंघल अजय, वीर सिंह खेड़ी तलवाना, सुरेंद्र यादव कोटिया, विजेंद्र ढिल्लो, डा.सुरेंद्र पाथेड़ा, घनश्याम शास्त्री, नरेंद्र शर्मा, रवि कुमार एडवोकेट, पृथ्वी सिंह पंच, पंच दलबीर सिंह, बाबूलाल शर्मा, पं. रामभगत शर्मा, लालाराम प्रजापत आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 01: संत अनुराग को गद्दी पर बैठाते हुए भक्त।

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