Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Wednesday, January 24, 2024


 

स्कूलों का समय दस से दो बजे तक करने की मांग
-शीतलहर का प्रकोप जारी
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कनीना की आवाज। सघन धुंध,कोहर,ठंड एवं लहर के चलते हरियाणा सरकार ने कक्षा पहली से पांचवीं तक पढऩे वाले सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यार्थियों का 27 जनवरी तक अवकाश घोषित किया हुआ हुआ है किंतु ठंड एवं शीतलहर में कक्षा छह से 12 तक के विद्यार्थी स्कूल आने जाने में दिक्कत हो रही है।
ऐसे में कक्षा 6 से 12 तक का भी स्कूल समय बदलने की मांग उठ रही है क्योंकि सघन धुंध,कोहर,ठंड एवं लहर के चलते सुबह स्कूल पहुंचना कठिन हो रहा है वहीं शाम के समय शीतलहर शुरू हो जाती है। ऐसे में उन्होंने स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से शाम 2 बजे तक का करने की मांग की गई है। विभिन्न शिक्षक नेता यह मांग उठाने लगे हैं।





शीतलहर में थमी जिंदगी
-किसानों की बढ़ गई चिंता

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कनीना की आवाज।
कनीना क्षेत्र में कई दिनों से जहां शीत लहर चलने लग गई है वहीं ठंड बढ़ती जा रही है। पूरी रात तथा कम से कम आधे दिन तक कोहरा पड़ता है। कोहरे के कारण वाहनों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। वहीं सुबह से शाम तक लोग ऊनी कपड़ों में लिपटे नजर आते हैं। विगत करीब दो सप्ताह से बहुत अधिक ठंड पड़ रही है तथा सूरज के दर्शन ही दुर्लभ हो गये हैं।  यदि अधिक ठंड पड़ी तो फसल को नुकसान होने की संभावना है किंतु अभी तक सौभाग्य है कि केवल दो दिन ही पाला जमा है। कोहरे के कारण छोटी-छोटी दुर्घटनाएं घट रही है। आए दिन वाहनों की भीडऩे छोटी-छोटी दुर्घटनाओं के घटने की सूचना मिल रही है। कोहरे से जहां दिनभर वाहन सड़कों पर रेंगते नजर आते हैं। वही कोहरे से दुकानदारी भी प्रभावित हो गई है।
दुकानदार कृष्ण कुमार, सुरेश कुमार, दिनेश आदि ने बताया कि कोहरे के कारण उन्हें बड़ी परेशानी हो रही है। उनकी दुकानदारी पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। कोहरे से शाम के समय ही थोड़ा बहुत निजात मिल पाता है। अभी माना जा रहा है कि यह कोहरा लंबा चलेगा। किसानों ने बताया कि अगेती फसल पर कोहरे का नुकसान हो सकता है क्योंकि समय फलियों में दाने पड़ रहे हैं और अधिक ठंड से दाने नष्ट हो जाते हैं।
 कनीना क्षेत्र में इस वक्त कहने को तो अच्छी फसल खड़ी है लेकिन गेहूं एवं सरसों में रोग लग गया है। किसान एवं कृकिष वैज्ञानिक चिंतित हैं।
फोटो कैप्शन 01:  कोहरे की फोटो





राष्ट्रीय पर्यटन दिवस-25 जनवरी
कनीना खंड के तीन स्थानों को पर्यटक क्षेत्र घोषित कर दिया जाए
- सरकार को होगी आय, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के तीन धार्मिक स्थलों को यदि पर्यटक क्षेत्र बना दिया जाए तो न केवल सरकार को आय होगी अपितु दूर-दराज तक क्षेत्र की ख्याति बढ़ेगी। इन क्षेत्रों में सेहलंग गांव का पहाड़ीवाला माता खीमज मंदिर, कनीना का संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ आश्रम तथा बाघोत का बाघेश्वरी धाम। तीनों स्थलों पर समय-समय पर मेले लगते हैं तथा भारी भीड़ जुटती है, तीनों स्थलों तक बसों की सुविधा है तथा आवागमन आसानी से उपलब्ध हो सकता है। कनीना का संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ आश्रम पुराने समय की याद दिलाता है, जब संत मोलडऩाथ अपने हाथों से पक्षियों को चुग्गा देते थे। यहां जाल के पेड़ों के नीचे रहते थे तथा प्राकृतिक तालाब जो आज भी मौजूद है, का जल प्रयोग करते थे। विक्रम संवत 2006 में उन्होंने प्राण त्यागे थे। तत्पश्चात से यह क्षेत्र संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ के नाम से विख्यात है। वर्तमान में बाबा मोलडऩाथ आश्रम के पास कम से कम एक दर्जन विभिन्न धार्मिक स्थान बनाकर इसे दर्शनीय स्थल बना दिया। सबसे बड़ी विशेषता है बस स्टैंड के केवल 200 मीटर दूर है। बस स्टैंड और बाबा  आश्रम के बीच विलायती कीकर को हटाकर भरत कर दिया जाए तो 200 मीटर दूरी पर ही उपलब्ध होगा। यहां फाल्गुन एकादशी को विख्यात मेला, ऊंट दौड़ एवं घुड़ दौड़, दंगल आदि लगते हैं।
 प्राचीन इतिहास समेटे हुए बाघोश्वर धाम जिसका पूरे भारत भर में नाम प्रसिद्ध है कनीना से महज 13 किलोमीटर दूर स्थित है यहां पीपलाद ऋषि तथा राजा दिलीप एवं अन्य संतों व राजाओं की याद दिलाता है। इसका इतिहास 1680 वर्ष पुराना माना जाता है। हर सोमवार को ही नहीं अपितु वर्ष भर में दो बार शिवरात्रि एवं महाशिवरात्रि का मेला लगता है।  अपार भीड़ जुटती है। इसे भी यदि पर्यटक क्षेत्र घोषित कर दिया जाए तो सरकार को आय होगी वही दूरदराज के लोग यहां आकर प्राचीन इतिहास का अवलोकन कर सकेंगे। संत मोलडऩाथ तथा बाघेश्वर धाम पर एक-एक शोध रूपी कृति भी कनीना के लेखक की प्रकाशित हो चुकी है। स्याणा का ढाब वाला मंदिर भी पौराणिक इतिहास समेटे हुए है। यह भी पर्यटक स्थल के लायक है।
उधर कनीना उपमंडल में एकमात्र पहाड़ी सेहलंग की है। जिस पर माता खीमज का मंदिर है यहां भी वर्षों से मेला भरता आ रहा है। अति रमणीक एवं पहाड़ी पर करीब 200 फीट ऊंचाई पर मंदिर स्थित है। जहां पर हर वर्ष मेला लगता है। कनीना से करीब 20 किलोमीटर दूरी पर यह पहाड़ी स्थिति है। यहां माघ शुक्ल सप्तमी को यहां भारी भीड़ जुड़ती और मेला लगता है। क्या कहते हैं भक्तजन-
 कनीना, बाघोत और सेहलंग तीनों ही धार्मिक स्थल अति दर्शनी है। जिनको देखकर मन खुश होता है। तीनों स्थानों पर मेले लगते हैं तो ऐसे में क्यों नहीं से इन तीनों को पर्यटक स्थल घोषित कर दिया जाए।  उन्होंने उम्मीद जताई कि बजट में किसी प्रकार का प्रावधान कर दिया जाए तो सरकार की आय बढ़ेगी और इन स्थानों के बारे में शोध कार्य भी चलेगा जो अपने आप में अहमियत रखता है।
   ---विजयपाल सेहलंगिया पूर्व प्राध्यापक
 का कहना है कि जहां बाघोत में वर्ष में दो बार मेले लगते हैं तथा वर्षभर सोमवार को छोटे मेले लगते हैं, वही कनीना में फागुन की एकादशी को मेला लगता है जिसे शक्कर मेला नाम से जाना जाता। इन स्थानों पर को पर्यटक स्थल घोषित कर दिया जाए ताकि सरकार को आए हो सके और भारतवर्ष के लोग यहां आकर दर्शन कर पाएंगे।
    ------महाबीर पहलवान शिवभक्त
 पर्यटन क्षेत्र घोषित होने से न केवल सरकार को आय होगी अपितु अनेकों लोगों को रोजगार मिलेगा। इन स्थलों का विकास होगा और शोध कार्यों के लिए भी ये क्षेत्र महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए अविलंब यहां इन तीनों स्थलों को पर्यटन स्थल घोषित कर दे।
----प्रधान दिनेश कुमार
फोटो कैप्शन 02:बाबा मोलडऩाथ आश्रम,
03::बाघेश्वरी धाम
04: सेहलंग का माता मंदिर
साथ में महाबीर पहलवान, विजयपाल सेहलंगिया, प्रधान दिनेश







हरियाणा कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ ने दिया एसडीएम के मार्फत ज्ञापन
-अपनी मांगों के समर्थन में भेजा है ज्ञापन
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कनीना की आवाज। हरियाणा कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ ने अपनी मांगों संबंधित एक ज्ञापन कनीना एसडीएम सुरेंद्र सिंह के द्वारा हरियाणा सरकार को भेजते हुए अपनी मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई है। मांग पत्र विकास यादव प्रधान की अध्यक्षता में दिया गया।
 विकास यादव ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में डीआईटीएस का केंद्रीकरण करते हुए बजट का प्रावधान किया जाए, सभी कार्यरत कर्मचारियों के पद सृजित किये जाए, हरियाणा कौशल रोजगार निगम में भेजे गए सभी कर्मचारियों को वापस आईटी सोसाइटी में शामिल किया जाए, पद अनुसार समान काम समान वेतन दिया जाए, वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव हरियाणा सरकार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग हरियाणा चंडीगढ़ में 12 सितंबर 2019 द्वारा डीआइटीएस के बयलाज जारी किए थे उन्हें लागू किया जाए, डीआईटीएस में कार्यरत कर्मचारियों को 58 वर्ष की उम्र तक सुरक्षा प्रदान की जाए, जब भी सरकार रेगुलराइजेशन एक्ट लेकर आती है तो उसमें डीआइटीएस को शामिल किया जाए प्रमुख हैं। मांग पत्र एसडीएम कनीना ने लेकर उचित कार्रवाई करने की बात कही।
 इस मौके पर मनोज कुमार सैनी, सुनील कुमार, बलवान सिंह, देवेंद्र कुमार, मनीष कुमार आदि उपस्थित थे।
 फोटो कैप्शन 10: ज्ञापन देते हरियाणा कंप्यूटर प्रोफेशनल संघ के पदाधिकारी।





मतदाता दिवस- 25 जनवरी
 युवा, मतदाता पहचान पत्र बनवाने के लिए आ रहे आगे
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कनीना की आवाज। 25 जनवरी को मतदाता दिवस मनाया जाएगा। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य नागरिकों का अपने मताधिकार का प्रयोग करने की प्रति जागरूक करना होता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के जरिए देश के नागरिकों को निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
 क्षेत्र के अनेकों युवा नए वोटर कार्ड बनवाने के लिए तल्लीन हैं और मतदाता पहचान पत्र समय समय पर बनाये जा रहे हैं।  कनीना के विभिन्न स्थानों पर इस प्रकार के कार्ड विगत समय में बनाए गए हैं और भविष्य में भी बनाए जाते रहेंगे। राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत 2011 में 25 जनवरी के दिन हुई थी। 2024 में 14वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाएंगे।
 इस संबंध में पहली बार वोट डालने वाले कुछ युवाओं से बात हुई। जिनके विचार निम्र हैं-
 पहली बार में वोट डालने का अधिकारी बना हूं क्योंकि मेरा मतदाता पहचान पत्र बन चुका है। सरकार ने 18 वर्ष की आयु के सभी युवाओं को अपना मतदाता पहचान पत्र बनाने का अभियान चलाया था जिसके तहत अपना आइडी कार्ड बनवाया है। यह मेरे लिए खुशी का अवसर है ताकि मैं अपने वोट से एक अच्छे सरकार का चुनाव करूंगा।
-- अमीश कुमार कनीना
 हर 5 साल में लोकसभा चुनाव करवाए जाते हैं। इन चुनाव के लिए केवल वही वोट डाल सकते हैं जिनका मतदाता पहचान पत्र बना हो तथा उम्र 18 साल पूरी कर ली गई हो। वोट बनवाकर प्रसन्नता होना स्वाभाविक है क्योंकि अब अपनी पसंद का कोई भी नेता चुना जा सकेगा और नेता ही देश की सरकार चलाएंगे।
-- वर्षा शर्मा करीरा
 वोट बनवाना मेरा अधिकार है और वोट डालने का भी सभी को अधिकार मिला हुआ है बशर्ते 18 वर्ष की उम्र हो। मतदाता पहचान पत्र बनवाकर वोट डालने का अधिकार प्राप्त होता है और अपनी मनपसंद नेता का चुनाव करना होता है। इसी के जरिए राज्य और देश की सरकार चलती है। इसमें एक प्रकार से परोक्ष रूप से भागीदारी हो गई है और वोट का उचित प्रयोग किया जाएगा।
-- दीपक कुमार करीरा
मतदाता पहचान पत्र बनवाकर अब उन लोगों में शामिल हो गई हूं, जो अपना वोट देखकर मनपसंद नेता का चुनाव करते हैं। ऐसे में अबकी बार अपना वोट डालकर सामाजिक काम करने वाले किसी अच्छे नेता का चुनाव किया जाएगा। खुशी होगी जब मेरे वोट से जीत प्राप्त करके नेता प्रदेश व देश की सरकार चलाएगा। मतदाता पहचान पत्र बनवाना और वोट डालना सभी का अधिकार है।
--सोनिका यादव, कनीना
 फोटो कैप्शन: सोनिका यादव, अमीश कुमार, वर्षा, दीपक।






अगिहार स्कूल में मनाया बालिका दिवस
-बेटियां बोझ नहीं गले का हार-मदन मोहन
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार  के प्रांगण में बुधवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया इस अवसर पर विद्यालय की होनहार छात्राओं तथा प्रत्येक कक्षा की मानिटर्स को सम्मानित किया गया। विद्यालय में अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक ने विद्यालय की बालिकाओं का आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा मेहनत कर समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाएं तथा अपने ऊपर हो रहे किसी भी प्रकार के अन्याय का विरोध करें उन्होंने बताया की बेटियां आज हर क्षेत्र में बेटों से आगे हैं चाहे वह पढ़ाई हो या खेल का मैदान, सीमाओं पर देश की रक्षा करनी हो या हवाई जहाज उड़ाना,आज हमारी बेटियां हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही है। आज बेटियां बोझ नहीं बल्कि माता-पिता के गले का हार समझी जाती हैं।
 इस अवसर पर उन्होंने आह्वान किया कि वे कन्या भ्रूण हत्या तथा सामाजिक विषमता के विरुद्ध जन जागरण अभियान चलाएं ताकि एक सुंदर समाज का निर्माण हो सके। इस अवसर पर विद्यालय के प्रवक्ता अजय बंसल, राजेंद्र कटारिया, निशा शर्मा धर्मेंद्र डीपीई ,प्राथमिक विभाग के मुख्य शिक्षक रतनलाल, चंद्रशेखर, मुकेश कुमार, प्रमोद कुमार, चंद्रशेखर, कला अध्यापिका शशि कुमारी तथा सामाजिक विज्ञान अध्यापिका पूनम कुमारी उपस्थिति रही।
फोटो कैप्शन 07: बालिकाओं को सम्मानित करते हुए अगिहार स्कूल के शिक्षक एवं अन्य।






गणतंत्र दिवस की प्रथम रिहर्सल संपन्न
-फुल ड्रेस रिहर्सल गुरुवार को
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कनीना की आवाज। राजकीय महाविद्यालय कनीना में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस मनाने के लिए रिहर्सल का आयोजन किया गया। विभिन्न स्कूलों की टीमों ने भाग लिया।
 भाग लेने वाली प्रमुख टीमों में एनसीसी परेड राजकीय महाविद्यालय, हरियाणा पुलिस, राजकीय माडल स्कूल कनीना ने भाग लिया। डंबल एवं लेजियम में राजकीयकन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना तथा राजकीय माडल स्कूल ने भाग लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लिए 11 टीमों ने भाग लिया।
 इस अवसर पर एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने रिहर्सल का निरीक्षण किया और बताया कि फुल ड्रेस रिहर्सल 25 जनवरी को आयोजित की जाएगी। इस अवसर पर सुरेंद्र सिंह एसडीएम, नायब तहसीलदार हरिओम, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी दिलबाग सिंह, प्राचार्य सुरेंद्र सिंह, मुख्याध्यापक नरेश कौशिक, सुनील खुडानिया, अमृत सिंह, गुलशन कुमार, शालिनी, प्रदीप एवं मनीष आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 8 व 9: रिहर्सल करते विद्यार्थी







प्रेरणा उत्सव में छात्र तनिष्क ने पाया प्रथम स्थान
--एसडी स्कूल में मनाई खुशी
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कनीना की आवाज। सोमवार को जवाहर नवोदय विद्यालय, करीरा में प्रेरणा उत्सव का आयोजन किया गया, जिले से 15 विभिन्न विद्यालयों ने अपनी प्रतिभागिता प्रस्तुत की। इस क्रम में विकसित भारत के प्रति मेरा दृष्टिकोण विषय पर आधारित प्रतियोगिता में एसडी विद्यालय के छात्र तनिष्क ने प्रथम स्थान हासिल किया। हाल ही में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने प्रेरणा एक अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम लॉच किया हैं। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 कि आधारशिला हैं। इसका लक्ष्य सभी प्रतिभागियों को एक सार्थक, अद्वितीय और प्रेरणादायक अनुभव प्रदान करना हैं। प्रेरणा 9वीं से 12वीं कक्षा के चयनित छात्रों के लिए एक सप्ताह तक चलने वाला एक आवासीय कार्यक्रम हैं। देश के विभिन्न हिस्सों से हर सप्ताह 20 चयनित छात्रों का एक बैच कार्यक्रम में भाग लेगा जिसमें 10 लड़के और 10 लड़कियां शामिल होंगे। इस कार्यक्रम को गुजरात के वर्नाक्यूलर स्कूल में चलाया जाएगा जिसे वर्ष 1888 में स्थापित किया गया था। प्रेरणा का पाठ्यक्रम आइआइटी, गांधीनगर द्वारा तैयार किया गया जो 9 विषयों पर आधारित हैं, इसमें
स्वाभिमान और विनय, शौर्य और साहस, परिश्रम और समर्पण, करूणा और सेवा, विविधता और एकता, सत्य निष्ठा और सुचिता, नवाचार और जिज्ञासा, शृद्धा और विश्वास एवं स्वतंत्रता और कर्तव्य। विद्यार्थी व उसके शिक्षक को बधाई देते हुए विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने बताया कि उपरोक्त विषयों पर आधारित कार्यक्रम युवाओं को प्रेरित करेगा और भारत की विविधता में एकता के प्रति स मान को बढ़ावा देगा।
फोटो कैप्शन 05: अव्वल रहे तनिष्क को स मानित करते हुए।






कड़ाके की ठंड और कोहरे की कहर  के बीच, 318वें दिन जारी रहा धरना
-काम शुरू होने पर धरना




























होगा समाप्त
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। धरने की  अध्यक्षता आचार्य मक्खन लाल स्वामी बसई ने की और उन्होंने बताया कि कड़ाके की ठंड और कोहरे के कारण धरना स्थल पर बैठे किसान बीमार हो रहे हैं। राज्य सरकार की मदद से, केंद्र सरकार की तरफ से राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच चढऩे और उतरने के मार्ग की मंजूरी मिल गई है। किसानों को यह जानकर खुशी हुई कि हमारी मेहनत काम आ गई है। किसानों का हौसला बढ़ा और अपनी बीमारी को भूल गए। अब किसान पूरे विश्वास और पक्के इरादे के साथ धरना स्थल पर बैठे हुए हैं, जब तक केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं करती है, तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि कंपाने वाली सर्दी में किसानों की हालतें खराब है। उन्होंने बताया कि धरना स्थल पर 26 जनवरी को सुबह 11:00 बजे 40 गांवों की सरदारी के बीच 75वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय झंडा फहराया जाएगा। गणतंत्र दिवस के माध्यम से हम केंद्र सरकार को याद दिलाना चाहेंगे कि इस क्षेत्र को कट की स त जरूरत है।
इस मौके पर सरपंच पंकज खेड़ी, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, पहलवान रणधीर सिंह,नरेंद्र कुमार शास्त्री,  डॉ लक्ष्मण सिंह,चेयरमैन सतपाल, मास्टर विजय सिंह, प्रधान कृष्ण कुमार,  रामकिशन, बाबूलाल, पहलवान धर्मपाल, कृष्ण कुमार पंच,  प्यारेलाल, राम भक्त ,  सूबेदार हेमराज अत्री, दाताराम,  सीताराम,प्यारेलाल,  सब इंस्पेक्टर रामकुमार , कृष्ण कुमार पंच,  वेद प्रकाश,   ओमप्रकाश,   डॉ राम भक्त,  रोशन लाल आर्य व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 06: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण।

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