Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, May 20, 2024


 

बस हादसे के बाद स्कूल में प्राचार्य की हुई नियुक्ति













--करीब 35 बच्चों ने दाखिला पाया
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कनीना की आवाज। स्कूल बस हादसे में 6 छात्रों की मौत व दर्जन भर से अधिक छात्र घायल होने के बाद चर्चा में आए जीएल पब्लिक स्कूल कनीना में आखिरकार एक स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति कर दी गई।
विद्यालय के प्रशासक महावीर प्रसाद एचसीएस ने रेवाड़ी निवासी स्टेट अवार्डी सेवानिवृत्ति प्राचार्य डॉ राजेंद्र कुमार शर्मा को प्राचार्य नियुक्त किया है। डा शर्मा की नियुक्ति 9 मई 2024 को की गई थी लेकिन उन्होंने कार्यभार आज 20 मई को ग्रहण किया है।
डॉ शर्मा ने बताया कि विद्यालय में प्राथमिक कक्षाओं में इस सत्र में 35 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है तथा वर्तमान में कुल विद्यार्थियों की संख्या लगभग 500 है।
उल्लेखनीय है कि 11 अप्रैल को हुए बस हादसे के पश्चात तत्कालीन प्राचार्य दीप्ति राव गिरफ्तार किए जाने के बाद से प्राचार्य का पद रिक्त  था जिसे अब प्रशासक द्वारा नियुक्ति के बाद भरा गया है।
डा शर्मा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुंड से सेवानिवत्त हुए थे। तत्पश्चात इन्होंने शिशु शाला स्कूल रेवाड़ी व हिंदू सीनियर सेकेंडरी स्कूल रेवाड़ी में भी बतौर प्राचार्य सेवाएं दी है। उनकी नियुक्ति 2 साल के लिए की गई है।
 उल्लेखनीय है कि विभिन्न दलों के नेता, विभिन्न गांवों के लोग स्कूल को बंद करने की मांग कर रहे हैं। यहां तक कि आए दिन धरना एवं प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में प्रशासन ने स्कूल में प्राचार्य की नियुक्ति दी है। अब देखना है कि स्कूल का राह कांटों भरा है उसे कैसे पार कर पाएंगा।







अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस -21 मई
हर जन की पसंद बनती जा रही है चाय की चुसकी
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कनीना की आवाज। अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में चाय के लंबे इतिहास और इसके गहरे संस्कृतिक एवं आर्थिक महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। एक समय था जब केवल बुजुर्ग ही चाय पीते थे या किसी बीमार व्यक्ति को दी जाती थी किंतु अब तो दिन हो या रात हर वर्ग के लोग चाय की चुसकियां लगाते दिखाई देते हैं। चाय में जहां सुजन रोधी ,एंटी एक्सीडेंट ,वजन घटाने के प्रभाव और लाभ अन्य कुछ लाभ मिलते हैं किंतु इसमें कैफीन जैसे विषैले पदार्थ से शरीर को नुकसान भी पहुंचना है। आज के दिन हर चाय की दुकान पर भारी मांग है। मेहमान को चाय या ठंडा दिया जाता है। एक सामान्य चाय विक्रेता 300 से 500 तक चाय बेच लेता है। यह समय पर निर्भर करता है यदि ठंड का मौसम है तो चाय अधिक बिक पाती है और गर्मी का मौसम है तो चाय थोड़ा कम बिक पाती है। चाय भारत में जो पैदा होती है उसे प्रयोग में लाया जाता है परंतु भारत चीन के बाद चाय का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। चाय को हरित चाय, काली चाय तथा विभिन्न स्वाद की चाय के रूप में प्रयोग किया जाने लगा है।
चाय की मांग कभी नहीं घटती। हर मौसम में चाय बिकती है। यह सत्य है कि सर्दी के मौसम में कुछ चाय अधिक बिक जाती है परंतु चाय के प्रति बच्चा,युवा पीढ़ी और बूढ़ों में ललक देखने को मिलती है। चाय पीकर लोग जहां अपने को तंदुरुस्त पाते हैं वहीं चाय बेचकर जन खुश हैं। रोटी रोजी का साधन चाहिए। चाय पीने वाले कम नहीं हो रहे हैं, दिनों दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में चाय प्रमुख पेय पदार्थ बनता जा रहा है। कोल्ड ड्रिंक के बाद चाय एक ऐसा पदार्थ है जो सबसे अधिक प्रयोग किया जा रहा है। कभी राबड़ी प्रयोग की जाती थी और आज उसकी जगह चाय और ठंडा ने ले ली है। इस संबंध में लोगों से चर्चा की गई जिनके विचार निम्र हैं-
** चाय का काम करने में जहां रोटी रोजी भी मिल जाती है वहीं लोगों को संतुष्ट कर दिया जाता है। चाय भी प्रतिदिन 300 से 500 तक बिक जाती है। ठंड के मौसम में चाय की संख्या 800 तक चली जाती है, जब कोई नेता आते हैं उसे समय भी चाय की मांग बढ़ जाती है। चाय के प्रति हर वर्ग का व्यक्ति लालायित रहता है। चाय बगैर लोग नहीं रह सकते चाहे खाने बगैर रह सकते हैं।
-- श्याम सुंदर महाशय, चाय विक्रेता
मैं चाय पीता हूं क्योंकि मुझे अपनी रेहड़ी पर काम करना पड़ता है। ऐसे में समय भी बीत जाता है और चाय भी पीकर थोड़ी तंदुरुस्ती महसूस करता हूं। चाय का मैं कोई आदि नहीं हूं परंतु चाय पीने से रेहडी पर अपने फल बेचने में समय ढंग से बीत जाता है। चाय के लिए लोगों की भारी भीड़ जुड़ती है परंतु मैं चाय का आदि नहीं हूं।
-- शिव कुमार केलेवाला
फोटो कैप्शन 11: चाय की दुकान पर चाय पीते हुए
 साथ में श्यामसुंदर महाशय एवं शिव कुमार केलेवाला





कनीना के गांव बवाना से 4 लीटर हथकढ़ी शराब बरामद
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में हथकड़ी (कच्ची) शराब निकाल कर बेचने के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने कनीना के गांव बवाना से दो-दो लीटर की दो बोतल हथकढ़ी शराब बरामद की है। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना सदर कनीना की पुलिस टीम गश्त के दौरान बवाना बस अड्डा पर मौजूद थी। उसी समय टीम को गुप्त सूचना मिली कि राजेंद्र उर्फ पप्पू वासी बवाना अपने मकान के साथ खाली प्लाट में अवैध हथकढ़ी शराब (कच्ची शराब) निकाल कर बेच रहा है। अगर तुरंत रेड की जाए तो अवैध शराब सहित काबू आ सकता है। सूचना पर टीम ने बतलाए हुए स्थान पर रेड की, वहां पर एक व्यक्ति पुलिस पार्टी को देखकर पदाड़ी/भूसी में कुछ सामान दबाकर भाग गया। प्लॉट को चेक करने पर पदाडी से दो–दो लीटर की दो बोतलों में हथकढ़ी शराब बरामद हुई। आरोपित के खिलाफ थाना सदर कनीना में मामला दर्ज कर किया गया और बरामद हथकढ़ी शराब को जब्त कर लिया।






जीवों की संकटापन्न प्रजाति दिवस-21 मई
वन्य जीवों का है इंसान से गहरा संबंध
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कनीना की आवाज। वन्य जीवों का इंसान से गहरा संबंध है। सदा जीव इंसान के साथ साथ विचरण करते आये हैं। परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने वाले जीव जंतु लुप्तप्राय हो गये हैं। इनकी सुरक्षा इंसान की सुरक्षा होती है।
वर्तमान में चिडिय़ा, फाख्ता, कौवा, बुलबुल ग्रामीण क्षेत्रों से विलुप्ति के कगार पर हैं। पर्यावरण प्रदूषण,भीषण गर्मी एवं जल अभाव, अभ्यारण्यों का अभाव, जंगलों की सफाई, आखेट आदि जंगली जीवों की संख्या को कम करती जा रही है। जंगल से तीतर बटेर, शशक, हरिण लुप्त होने के कगार पर हैं। काला तीतर राज्य पक्षी घोषित है किंतु यह लुप्त होने की कगार पर पहुंच गए हैं।
पूर्व फोरेस्टर जसवंत सिंह बताते हैं कि 1948 में जब महेंद्रगढ़ बना था उस वक्त भारी संख्या में वन्य जीव होते थे किंतु अब संख्या घटती ही जा रही है। कभी सेही, तीतर, बटेर, काला तीतर, हिरण, नील गाय, पक्षियों की विभिन्न प्रकार, जरख, गीदड़, जावामूसा, काला नाग, गिद्ध, चील, मोर , शशक , लोमड़ी और कई अन्य जीव मिलते थे जो धीरे धीरे या तो लुप्त हो गये या बहुत कम बचे हैं। उनको उचित वातावरण नहीं मिल रहा है। विभिन्न लोगों से चर्चा हुई जो निम्र है--
***वर्तमान में तीतर, बटेर, हरियल, फाख्ता, टीटीहरी, काला तीतर, हरिण, शशक एवं नाना प्रकार के जंगली जीवों के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं। इनकी सुरक्षा जरूरी है। पेड़ पौधों की कटाई, अंधाधुंध उर्वरक एवं पीड़कनाशी खेतों में डालना, पक्के मकान बनाए जाना, वनों का विनाश, औद्योगीकरण, बढ़ता प्रदूषण, आखेट पर कड़ा प्रतिबंध न लग पाना, शौकीनी के लिए जीवों को पालना, जीवों को पालतू बनाने की होड़, सांपों को पकड़कर सपेरे की भूमिका निभाना, गर्मी एवं सर्दी से जीवों को बचने के शरणस्थल न होना, खुले कुओं की जगह बोर बनाया जाना, सूखता जल, नदियों एवं नहरों में पानी का अभाव, भोजन न मिल पाना, आहार शृंंखला का छोटा होना एवं जीवों के लिए संरक्षण कानून सख्त न होना आदि प्रमुख कारण है जिनके चलते जीव जंतु दिनोंदिन लुप्त होते जा रहे हैं।
   ----सूबे सिंह, किसान
     जंगली जीवों को समाप्त करने में घरों में पाले जाने वाले कुत्ते भी अहं भूमिका निभा रहे हैं। कहीं इंसान अपने मनोरंजन के लिए जीवों को पकड़ रहा है जिससे उनकी मृत्यु हो जाती है। जंगल जहां जीव जंतु छुपकर प्रसव करते थे वो स्थल अब बचे नहीं हैं। जिस जगह इंसान दिन के समय भी जाने से डरता था वहां रात के वक्त भी जगमगाहट दिखाई पड़ती है। इंसान जीवों को रक्षा की नजर से नहीं देखेगा तब तक जीवों का यूं ही अंत होता चला जाएगा।
----राजेंद्र सिंह,कनीना
फोटो कैप्शन: सूबे सिंह एवं राजेंद्र सिंह






जागो वोटर जागो
वोट बनवाकर जरूर डालें -महेंद्र
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कनीना की आवाज। वोट बनवाकर इसका सदुपयोग करना हम सभी की जिम्मेदारी है। वोट बनवा लेना ही मतदाता के लिए पर्याप्त नहीं है अपितु अच्छे नेता का चुनाव करना भी उसकी जिम्मेदारी है। देश के विकास एवं  समाज हित के लिए वोट डालना जरूरी है ताकि विजय प्रत्याशी जनहित के कार्य कर सके। वोट की कीमत नेता अच्छी प्रकार जानते हैं। यह वोट महज वोट नहीं है अपितु इसके पीछे हजारों अज्ञात एवं ज्ञात बलिदानी है जिनके कारण आजादी मिली और यह डालने का अधिकार मिला। इस समय सभी का फर्ज बनता है कि समय पर वोट डाले। 25 में का जो चुनाव होगा। वोट डालने के लिए जरूरी है कि अपने मतदान केंद्र पर जाए। मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट अपने सबसे चहेते नेता को दे, यदि वोट सही नहीं दिया गया तो समझो देश का विकास अधूरा रह जाएगा। देश अवनति की ओर चला जाएगा। वोट की कीमत जानते हुए वोट का डालने का सदुपयोग करना भी सीखे।  ऐसे में सभी को जागरूक होना है, 25 मई के लोकसभा चुनाव को लेकर जरूर वोट डालना चाहिए।
-- महेंद्र शर्मा झाड़ली





इस वक्त गर्मी पूरे उबाल पर लग रहे हैं स्कूल
--छोटे बच्चों के लिए स्कूल जाना कठिन
 - अभिभावकों ने अवकाश करने की मांग की
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कनीना की आवाज। जहां ताप 47 डिग्री के पार पर पहुंच गया है, पानी भी उबलने के कगार पर पहुंचा है। ऐसे में विभिन्न स्कूल चल रहे हैं, छोटे बच्चे सुबह जाते हैं और पूरी तपन झेलते हुए वापस आते हैं। अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल से लाने में सहायता करते हैं। कुछ बच्चे तो अपने बस्ते को ही सिर पर रख कर लेते हैं ताकि धूप से बचा जा सके। वैसे भी पीठ पर बैग लाने में धूप में कठिनाई होती है। कुछ अभिभावक स्कूलों में जाते हैं और अपने बच्चों का अवकाश के बाद घर लाते हैं। छाता वगैरा भी प्रयोग करते हैं। एक और जहां शिक्षा विभाग हरियाणा ने अवकाश की बजाय स्कूल परिवर्तन कर दिया और 7 बजे से दोपहर 12 तक स्कूल लग रहे हैं किंतु सुबह 8 बजे ही धूप इतनी भीषण हो जाती है कि सहन कर पाना भी कठिन होता है। ऐसे में अभिभावक भी चिंतित होने लगे हैं। अभिभावक रमेश कुमार, दिनेश कुमार, सुरेश कुमार ने बताया कि गर्मी अधिक होने के कारण छोटे बच्चों को परेशानी हो रही है, अभिलंब जिला प्रशासन छोटे बच्चों का अवकाश घोषित करें क्योंकि जिला प्रशासन ही यह अवकाश घोषित कर सकता है। उधर विद्यार्थी भी बेहद परेशान नजर आते हैं। अभिभावक मुश्किल से अपने बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं परंतु गर्मी के चलते बुखार धूप, लू, दस्त उल्टी की शिकायत होने की समस्या बढ़ रही है। ऐसे में अभिभावकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि सरकारी तथा निजी स्कूलों में छोटे बच्चों की के अवकाश घोषित किया जाए ताकि अभिभावक और विद्यार्थी राहत की सांस ले सके। अभी ग्रीष्मावकाश होने में दस दिनों का समय बाकी है।
फोटो कैप्शन 5: रुमाल से शुरू ढक कर जाते बच्चे
6: बैग सिर पर रखकर धूप से बचकर जाते हुए बच्च





 झाड़ली और धनौंदा गांव के अभिभावकों ने जिला उपयुक्त को भेजा ज्ञापन
-उन्हाणी कांड को बीत गया है किंतु परिवारों को नहीं मिला न्याय
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कनीना की आवाज। 11 अप्रैल को डनहाणी के पास बस हादसे में 25 के करीब विद्यार्थी घायल हुए थे 6 की मौत हो गई थी। मृतकों में चार बच्चे झाड़ली, दो धनौंदा के थे। परिजनों का आरोप है कि जिनके खिलाफ जांच होनी चाहिए वो ही जांच कर रहे हैं। पुलिस मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। उन्हाणी के पास हुई घटना में मृतक बच्चों के न्याय के लिए शनिवार के एक महापंचायत का आयोजन भी हुआ था। उन्हीं मांगों को लेकर एसडीएम कार्यालय के सुपरिंटेंडेंट अनिल कुमार को ज्ञापन सौंपा और 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। मंगलवार फिर से यहां एक घंटे घंटे का धरना एवं प्रदर्शन होगा और आगे की रणनीति बनाएंगे।
ज्ञापन देने के बाद बलवान फौजी ने बताया कि जांच हाई कोर्ट के सीटिंग जज से हो, निदेशक सुभाष लोढ़ा की गिरफ्तारी, मृतकों के परिवार को एक-एक करोड़, घायलों को 50-50 लाख  रुपये, मृतक बच्चों के परिवार को सरकारी नौकरी, उम्र भर निशुल्क चिकित्सा सुविधा, मुख्य आरोपी जीएल स्कूल संचालक को ग्रीवेंस कमेटी से हटाना, स्कूल की मान्यता रद्द करना, जो बच्चे मेडिकल अनफिट हो गए हैं उन्हें सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती ऐसे में उन्हें सरकारी नौकरी देने का प्रावधान किया जाए। इस अवसर पर बलवान सिंह फौजी ने कहा कि मृतकों के परिवार के खाते में दो-दो लाख रुपए डाले हैं जबकि मांग एक-एक करोड़ की थी। सरकार ने बहाना कर दिया है कि आचार संहिता लगी हुई है जबकि आचार संहिता में तो दो-दो लाख रुपये खाते में कैसे डाल दिये। उनका कहना है कि यदि समय रहते एक-एक करोड़ रुपये नहीं डाले गए तो भविष्य में अंजाम अच्छा नहीं रह सकता।
मृतकों के परिजनों को संतुष्ट किया जाए। पीडि़त परिजन 23 मई को पाली में प्रधानमंत्री को विज्ञापन देंगे। मंगलवार को फिर से धरना दिया जाएगा प्रदर्शन होगा तथा कुछ नई घोषणा हो सकती है। इस मौके पर संदीप यादव, राजीव यादव तथा बलवान फौजी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
 फोटो कैप्शन 10: ज्ञापन एसडीएम के सुपरिंटेंडेंट को देते हुए विभिन्न समाजसेवी।







प्रधानमंत्री से मिलकर पीडि़त परिजन सुनाएंगे दुखड़ा
--आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करेंगे
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कनीना की आवाज। गत 11 अप्रैल को उन्हाणी गांव के निकट हुए ह्नदय विदारक स्कूल बस हादसे को 40 दिन हो गए हैं। इस हादसे में अपने 6 बच्चों को गंवा चुके तथा घायल बच्चों के पीडि़त परिवारजन न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। अब परेशान पीडि़त परिजनों ने 23 मई को महेन्द्रगढ़ जिला के पाली गांव में आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खुला पत्र लिखकर अपनी व्यथा सुनाने के लिए समय मांगा है।
 धनौन्दा गांव में प्रधानमंत्री के नाम खुला पत्र जारी करते हुए मृतक वंश का ताऊ राजकुमार, मृतक रिकी के पिता रविन्द्र, घायल पूजा और पीयूश के पिता महेश, घायल बबिता, अमन के पिता रविन्द्र, घायल आदित्य, हिनू पिता प्रमोद ने कहा कि हादसे को 40 दिन व्यतीत हो चुके हैं, परन्तु अब तक आरोपी सुभाष तथा जयप्रकाश को गिरफ्तार करने में नाकाम रही है और शेष मांगे भी लंबित पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि न्याय में हो रही देरी के कारण पीडि़त परिजनों तथा आस-पास के गांवों के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। अनेक परिजन सदमे में हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी आगामी 23 मई को पाली में आ रहे हैं। उन्होंने भीषण बस हादसे वाले दिन तत्काल संवेदना शोक संदेश प्रस्तावित कर हमारा ढांढस बंधाया था। हमें प्रधानमंत्री से न्याय की पूरी उम्मीद है। इसलिए हमने प्रधानमंत्री जी के नाम खुला पत्र लिखकर उनसे विनती की है कि पाली गांव में आप आ रहे हैं वहाँ हमें थोड़ा मिलने का टाइम देकर हमारी व्यथा परेशानी सुने तथा ज्ञापन लें। हमने खुले पत्र में जिला प्रशासन से भी अपील की है कि हमें प्रधानमंत्री से मिलाने की व्यवस्था की जाए। खुले पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में पीडि़त परिजन रविन्द्र, राजकुमार, महेश, रविन्द्र सिंह, प्रमोद, दिनेश, सुमित, पवन कुमार, सतीश, राकेश, संदीप सहित अनेक ग्रामीण हैं।
फोटो कैप्शन 08: प्रधानमंत्री को लिखा खुला पत्र को जारी करते हुए पीडि़त परिजन।




विभिन्न क्षेत्रों में नाम कमाने वाले हुए पुरस्कृत

--एसडी विद्यालय में
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कनीना की आवाज। एसडी विद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के 12वीं पास छात्र व छात्राओं के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। स्वयंसेवक कार्यकारी अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि यह सम्मान समारोह उन स्वयंसेवकों के लिए रखा गया जिन्होंने दो वर्ष तक विभिन्न सामाजिक कार्यों में भाग लेते हुए समाज में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ अपनी जिम्मेदारी को निभाया है।
विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव द्वारा सभी उपस्थ्ति स्वयंसेवको को बधाई दी व उनके उज्ज्वल भविष्य कि कामना की। विद्यालय चेयरमैन ने अपने संबोधन में कहा कि परोपकार से बढ़कर कोई सेवा नहीं है। इन विद्यार्थियों द्वारा समय समय पर सार्वजनिक स्थलों कि सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया है। स्वयंसेवकों ने विभिन्न जागरूकता रैलियां - एक भारत श्रेष्ठ भारत, नशा उन्मूलन , बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, नारी सुरक्षा में बढ़चढ़ कर भाग लिया है। इस अवसर पर अधिकारी वर्ग पूर्ण सिंह, नरेन्द्र यादव, आरएस यादव, सुरेन्द्र कुमार चौहान, संदीप कुमार व समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 09: एसडी स्कूल के एनसीसी कैडेट्स एवं अन्य पुरस्कृत होते हुए।


गर्मियों में जल का अधिक सेवन करें, हीट वेव से अपने को बचाये-डा. कांता
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कनीना की आवाज। राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला में शिक्षाविद् रहे स्वर्गीय राव भगवान सिंह यादव की पुत्रवधू डा. कांता यादव प्रोफेसर राजनीति विज्ञान राजकीय कालेज कनीना ने अपने ससुर की स्मृति में कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यार्थियों को पानी पीने वाली  मिल्टन कम्पनी की 80 बोतलें का वितरित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सूबे सिंह जांगिड़ समाजसेवक ने की और डा रविंद्र कुमार यादव एवं धर्मपाल पूर्व सरपंच गुढ़ा विशेष रूप से उपस्थित रहें। डा. कांता ने विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा का जीवन में अति महत्वपूर्ण है शिक्षा के द्वारा मनुष्य उन्नति को प्राप्त करता है। परिवार के साथ-साथ संस्कार एवं गुणवत्तापरक शिक्षा पर हमें ध्यान देना चाहिए। आज की  नवीनतम, उपचारात्मक और आधुनिक शिक्षा के माध्यम से  ही मनुष्य निरंतर प्रगति कर रहा है।  सब बच्चे निरंतर अपने गुरु के सानिध्य में अनुशासनबद्ध रहकर निरंतर अपनी पढ़ाई को जारी रखें और जीवन में बड़े से बड़े मुकाम को प्राप्त करें। निरन्तर परिश्रम ही आपकी सफलता  में सहायक सिद्ध होगा तथा परिश्रम के महत्व को जीवन में अपनायें और हमेशा अपने से बड़ों का सम्मान करें। सरपंच डिंपल जांगड़ा ने बच्चों को निरंतर होमवर्क करने की प्रेरणा दी। वीरेंद्र सिंह मौलिक मुख्यअध्यापक ने कहा कि आपके संस्कार और सेवाभाव का ही परिणाम है जो आपको  विरासत में मिले हैं जिसके चलते आज अपने बच्चों को पानी की बोतलें उपलब्ध कराई जो की एक अच्छी पहल है। सभी विद्यार्थी  ठंडा पानी पी सकेंगे। इस अवसर पर राजकुमार पंच ,सुबे सिंह ,सुबे सिंह एसएमसी प्रधान ,मनवीर सिंह, सुनील कुमार शास्त्री, सुनील कुमार डीपीई ,भगत सिंह, राजेश कुमार ,सुनील कुमार, माया देवी,तारामणी, मंजू, बबली, पिंकी आदि उपस्थित रहें।
फोटो कैप्शन 04: पानी की बोतल प्रदान करती डा? कांता एवं अन्य।






राजकीय स्कूल में अव्वल रहे विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत

--शहीद शिव कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में
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कनीना की आवाज।  शहीद शिव कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला के प्रांगण में सोमवार को एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें सेकेंडरी तथा सीनियर सेकेंडरी परीक्षा मार्च 2024 में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले व मेरिट सूची में नाम दर्ज करने वाले विद्यार्थियों को फूलमाला व स्मृति चिह्न भेंट करके सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य विजयपाल ने की तथा इस अवसर पर ग्राम पंचायत ककराला की सरपंच नीलम देवी, पूर्व प्राचार्य रामेश्वर दयाल, सेवानिवृत्ति मौलिक मुख्य अध्यापक बिरेंद्र सिंह जी, एसएमसी प्रधान संदीप कुमार व एसएमसी सदस्य, समाजसेवी संगठन बीबीएसडी से ओम प्रकाश, गांव के अनेक गणमान्य नागरिक व समस्त विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहा।
 इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य रामेश्वर दयाल व समाजसेवी ओमप्रकाश ने भी बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य  विजयपाल ने गांव से आए समस्त अभिभावकों पंचायत प्रतिनिधियों एवं एसएमसी के सदस्यों का विद्यालय परिवार की तरफ से धन्यवाद किया तथा विद्यार्थियों को निरंतर परिश्रम करते रहने एवं परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए शुभकामनाएं दी।
फोटो कैप्शन 07: अव्वल रहे विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते हुए स्टाफ एवं अन्य।






नवतपा 25 मई से
अस्पतालों में किये गये विशेष प्रबंध
--भीषण गर्मी से बचे--डा जितेंद्र
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कनीना की आवाज।  25 मई से नवतपा  शुरू हो रहा है जो 2 जुलाई तक चलेगा। यदि उस समय का ताप देखा जाए तो 48 डिग्री तक पहुंच गया है जबकि कम से कम ताप 31 डिग्री रहेगा।
इस वक्त 12 घंटे से अधिक समय सूरज चमक रहा है और तापमान आगे बढ़ाने की संभावना बढ़ रही है। जहां मौसम की जानकारी रखने वाले रविंद्र कुमार बताते हैं कि आगामी समय में इस प्रकार ताप रहने की संभावना है-
दिनांक         कम से कम ताप  अधिकतम ताप
                डिग्री सेंटीग्रेड        डिग्री सेंटीग्रेड
20 मई            30                 45
21 मई            29                 45
22 मई            30                 47
23 मई            30                 46
24 मई            31                 44
25 मई            33                 48
26 मई            32                 48
27 मई            31                 46
28 मई            33                 47
29 मई            32                 47
30 मई            32                 45
31 मई            31                 43
01 जुलाई         31                 43
02 जुलाई         32                 44
नवतपा दौरान सूर्य 13 घंटों से अधिक समय तक चमकता रहेगा।
नवतपा कहे को तो 9 दिन चलेगा कि लगातार 15 दिनों की अवधि में ताप अधिक रहता है। इस दौरान पृथ्वी के पृथ्वी सूर्य के बहुत पास से गुजरती जिसके कारण तापमान बढ़ जाता है। इस दौरान बीमारियां भी बढ़ जाती है। ऐसे में धूप से बचना बहुत जरूरी होता है।
 क्या कहते हैं डाक्टर-
डा.जितेंद्र मोरवाल कनीना उप-नागरिक अस्पताल बताते हैं कि गर्मी बढ़ जाने से जहां 10 प्रतिशत तक मरीज बढ़ गये हैं। जहां लू लगना, उल्टी, बुखार दस्त आदि की शिकायत बढ़ जाती है। धूप से बचना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में सभी दवाओं का प्रबंध नवतपा और हीट वेव को देखते हुए किया गया है। ओआरएस का घोल उपलब्ध कराया गया है ताकि किसी प्रकार की इमरजेंसी से बचा जा सके।
 कैसे बचा जाए तपन से-
डा. जितेंद्र मोरवाल बताते हैं की धूप से बचने का सबसे सरल उपाय है घर में छुपकर बैठे रहे। हवादार कमरे में रहे। यदि बाहर जाना पड़े तो पानी की बोतल साथ लेकर जाए तथा पूरे कपड़े शरीर पर पहने, हाथ पैर सर सभी ढके हुए होने चाहिए। पैरों में चप्पल जूते होने चाहिए ताकि गर्मी और तपन से बचा जा सके। इस दौरान तरल पदार्थ जैसे पानी, जूस, लस्सी ,दूध आदि अधिक प्रयोग करना चाहिए। जंक फूड से इस समय बचना चाहिए, ठोस भोजन कम से कम प्रयोग करना चाहिए। हो सके तो कूलर की हवा में बैठना चाहिए।  जब सुबह और शाम ताप कम हो जाए उस समय यदि कोई जरूरी काम हो तो बाहर निकलना चाहिए उनका कहना है कि गर्मी और नवतपा से धूप, लू लग जाती है, बुखार आ जाता है और इसमें बचाव में ही बचाव है। उन्होंने बताया घर पर ग्लूकोस वगैराह प्रयोग करें तथा साथ में ओआरएस का बनाकर रखे। ओआरएस घोल बनाना बहुत सरल है। नमक चीनी और थोड़ा सा नींबू का रस भी डाले तो बेहतरीन स्वाद का घोल तैयार हो जाता है। पानी अधिक से अधिक प्रयोग करें, शरीर में पानी की कमी ना आने दे।
 उधर बालकिशन और श्रीकिशन वैद्य क्षेत्र में लंबा अनुभव रखते हैं।  उनका कहना है कि अगर धूप लग जाए, लू लग जाए तो उससे बचने के लिए पुराने समय से बुजुर्ग कच्चे आम को भूनकर उसका रस, नमक ,चीनी आदि मिलाकर पीते आए हैं जो धूप और गर्मी से बचाता है। यह भी ओआरएस की भांति काम करता है। नवतपा से बचाव में ही बचाव है।
फोटो कैप्शन 01: गर्मी से बचाव करते हुए स्कूली बच्चे।
फोटो कैप्शन: डा जितेंद्र मोरवाल





 खाटू श्याम में भंडारा लगाकर लौटे भक्त
--हजारों भक्तों को कराया जलपान
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कनीना की आवाज। कनीना  के करीब सवा सौ विभिन्न श्याम सेवक विभिन्न श्याम सेवकों ने खाटू श्याम राजस्थान में जाकर भंडारा लगाया। रविवार को उन्होंने खाटू श्याम में अपना भंडारा लगाया। भंडारा लगाकर हजारों भक्तों को उन्होंने जलपान करवाया। वे सोमवार को भक्त कनीना पहुंच गये हैं।
 इसकी जानकारी देते हुए श्री श्याम सेवा कनीना के भक्त रवि कुमार ने बताया कि पिछले 7 सालों से लगातार भंडारा लगाते आ रहे हैं जिसमें कनीना क्षेत्र के विभिन्न समाजसेवी, श्याम भक्त मंदिर के समक्ष जाकर भंडारा लगते हैं। भंडारे का कार्यक्रम बहुत बेहतरीन चला। रोडवेज की बस से विभिन्न भक्त पहुंचे और सोमवार को विभिन्न भक्ति वापस आएंगे। उन्होंने फोन पर बताया कि खाटू श्याम में बेहतर ढंग से भंडारा लगाया। दूर दराज से आने वाले भक्तों ने भोजन का प्रसाद ग्रहण किया तथा खुशी व्यक्त की।
 इस मौके पर रवि कुमार, पृथ्वी टेलर, नीटू जांगड़ा, मुकुट कुमार, सुरेश मिस्त्री, सत्येंद्र मिस्त्री डाक्टर नरेंद्र, नेमी सिंह आदि ने भक्तों को खाना खिलाया।
 फोटो कैप्शन 03: भंडारा लगाकर लौटते श्याम भक्त



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कनीना की आवाज।लंबे समय तक शिक्षा विभाग में सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हो गया हूं किंतु अब बहुत मामूली सी पेंशन मिलेगी। ऐसे में सभी साथी एवं सहयोगी मांग कर रहे हैं कि अभी कुछ दिन सेवा और दो। उनका यह भी मानना है कि पत्रकारिता में बने रहने का लाभ मिल सकता है। यहां सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि समाचारपत्र विगत चार सालों से एक फूटी कोड़ी भी नहीं दे रहा है अपितु जेब से नेट, कंप्यूटर, लेपटाप पर खर्चा आ रहा है वहीं पूरा दिन इसी काम में लगा रहना पड़ता है। घर में फ्री  बैठने पर और तो और घरवाली भी ताने देने लग जाती है।  घर में निठल्ले बैठना कठिन कार्य है। ऐसे में यहां कहना चाहता हूं कि कनीना की आवाज नाम का मेरा ब्लाग चार सालों से चल रहा है। सवा तीन लाख पाठक देख चुके है। ब्लाग के लिए विज्ञापन लगाकर सेवा देने के नाम पर अल्प खर्चा लेने की बात सोची है। ऐसे में विज्ञापन देने के इच्छुक संपर्क कर सकते हैं। विज्ञापन दरें ब्लाग पर निम्र निर्धारित की गई हैं।
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                सफल जीवन वहीं,जानता मर्म है।।

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