पशुओं को बचाए गर्मी से
-गर्मी और लू में दूध देने की मात्रा जाती है घट
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। जिस प्रकार इंसान को गर्मी से बचना होता है उसी प्रकार पशुओं को भी गर्मी और लू से बचाना चाहिए। पशुओं को भी गर्मी एवं सर्दी प्रभाव डालती है। यदि पशुओं को गर्मी से नहीं बचाते है तो दूध की मात्रा घटती चली जाती है और यहां तक की 50 प्रतिशत दूध कम हो जाता है। जिस प्रकार सर्दी से और गर्मी से इंसान बचता है, इसी प्रकार पशु की भी तासीर होती है। पशुओं को विशेष कर भैंस को अधिक गर्मी लगती है और जब गर्मी बढ़ती चली जाती है, तापमान 47 डिग्री पार कर जाता है तो उस समय पशु गर्मी में हांपने लग जाते हैं। हालात यह होती है कि शाम के समय तापमान अधिक होता है जिससे पशु चारा चरना कम कर देता है और दूध भी कम हो जाता है। ऐसे में पशुओं को भी गर्मी और सर्दी दोनों तापों से बचना जरूरी होता है।
क्या कहते हैं पशु चिकित्सक कनीना-
कनीना के राजकीय पशु चिकित्सालय के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डा. पवन कांगड़ा बताते हैं कि ज्यों ज्यों तापमान बढ़ता है त्यों त्यों शाम के समय तापमान अधिक रहता है जिसके कारण पशु चारा चरना काम कर देता है। दूध की मात्रा 50 प्रतिशत तक काम हो जाती है। ऐसे में पशु पालक प्रतिदिन पशुओं को एक निश्चित समय पर चारा डालने की आदत को भुला देना चाहिए और सोते समय पशुओं के लिए चारा डाल देना चाहिए क्योंकि जब ताप कम होता है तो पशु अपने आप चारा चरने लग जाता है। कम ताप होने पर ही पशु चारा चरते हैं। यही कारण है कि जंगली जीव भी गर्मियों में रात को चारा चरने जाते हैं क्योंकि रात को तापमान कम होता है वहीं सर्दियों में दिन के समय चारा चरने जाते हैं क्योंकि सर्दियों में थोड़ा ताप दिन में बढ़ जाता है। उनका कहना है कि पशुओं को ठंडे एवं छायादार पेड़ के नीचे बांधना चाहिए। गर्मी से बचाना चाहिए, हो सके तो किसी कमरे में पशु को रखना चाहिए जिसकी खिड़की और दरवाजे हवादार होने चाहिए किंतु खिड़की और दरवाजों पर सूती कपड़े या बोरी बांध देनी चाहिए और बोरी और सूती कपड़े पर समय-समय पर पानी डालना चाहिए। हो सके तो कूलर और पंखों का भी प्रबंध पशुओं के लिए करना चाहिए। सुबह और शाम दो बार पशु को नहलाना चाहिए। अगर पास में जोहड़ एवं तालाब हैं तो पशु को जोहड़ या तालाब में छोड़ देना चाहिए जिससे पशु प्रसन्न हो जाता है, गर्मी से बच जाता है। उनका कहना है कि कि पशुओं को गर्मी से बचाकर ही उनसे दूध प्राप्त किया जा सकता है। यदि पशु चारा चरना कम कर देता है तो कमजोर होता चला जाता है, ऐसे समय जब दूध को यथावत बनाए रखने के लिए पशु को मीठा खिलाना चाहिए और मिनरल मिक्सर आदि चारे के साथ प्रदान करने चाहिए ताकि शरीर में ऊर्जा की पूर्ति होती रहे और पशु अधिक दूध दे। उन्होंने बताया कि जुलाई से दिसंबर महीने में पशुओं का अधिक ब्याते आते हैं जिसके कारण दूध की मात्रा
फिर से बढऩे लग जाती है। वरना दूध की मात्रा घटती ही चली जाती है। डा का कहना है कि गर्मियों में पशु को ठीक उसी प्रकार रखना चाहिए जैसी इंसान गर्मी से बचता है।
क्या कहते हैं पशुपालक -
पशुपालक सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार, नरेश कुमार आदि ने बताया कि वह पशु पालते हैं और हर वर्ष गर्मी और सर्दी में उनके पशु दूध कम देने लग जाते हैं। दूध की मात्रा घटने से पूरे परिवार का भरण पोषण भी करना कठिन हो जाता है और यह समस्या बारिश आने तक बनी रहती है। जब बारिश आती है तो फिर से पशु खुश हो जाते हैं। ऐसे में उनका मानना है कि वह पशुओं को सर्दी गर्मी से बचाना चाहिए।
मावा पर प्रतिबंध लगाने की मांग-
गर्मी के दिनों में क्षेत्र में मावा पर प्रतिबंध लगाने की उपभोक्ताओं की मांग बढऩे लगी है। कृष्ण कुमार, सुरेश कुमार, दिनेश कुमार ,महेश कुमार आदि का कहना है कि गर्मियों में दूध की मात्रा कम हो जाती है। ऐसे में मावा बनेगा तो दूध व छाछ उपलब्ध नहीं हो पाएंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जब तक दूध की मात्रा में बढ़ न जाए तब तक मावा पर प्रतिबंध लगाया जाए।
बढ़ जाती है गर्मियों में दूध व छाछ की मांग-
गर्मी के दिनों में दूध व छाछ की मांग बढ़ जाती है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में राबड़ी बनाकर सुबह सवेरे पीने का एक रिवाज चला रहा है और राबड़ी छाछ से ही बनती और छाछ में डालकर ही पी जाती है जिसके कारण छाछ की मांग ज्यादा होती है परंतु अधिकांश लोग जिनके पास पशुधन है वो दूध को डेरी में बेच देते हैं ऐसे में छाछ मिलना कठिन हो जाता है। यही कारण है की डेरी की छाछ से राबड़ी बनाकर पीने के लिए भी लोग अब मजबूर हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में छाछ की कमी के चलते राबड़ी बननी कम हो गई है। यहां तक की राबड़ी होटल पर भी मिलने लग गई है और रबड़ी पर अब एक व्यवसाय शुरू हो गया है।
घटने लगा है जोहड़ों में पानी की मात्रा-
उधर गर्मियों में जोहड़ों में और तालाबों में विशेष ग्रामीण पशुओं को पानी पिलाने के लिए ले जाते हैं। परंतु तालाबों में जल की मात्रा घटती जा रही है। जहां इंसानों के लिए भी जल गर्मियों में कम मिलता है, बिजली आपूर्ति भी बाधित होती रहती है, बुखार के रोगी भी बढ़ गए हैं वहीं पशु धन के लिए भी पानी की मात्रा घटती जा रही है। एक और जहां गर्मी के दिनों में सुबह-शाम पशुओं को जोहड़ में छोड़ देना चाहिए जिससे पशु का तापमान कम हो जाता है और पशु दूध देने की मात्रा फिर से बढ़ जाती है परंतु जोहड़ो और तालाबों में दिनों दिन पानी कम होता जा रहा है। क्षेत्र के लोग बार-बार प्रशासन से सभी जोहड़ों को नहरों के पानी से भरने की अपील करते आ रहे हैं। विगत दिनों से गर्मी पूरे प्रचंड पर है जिसके कारण दोपहर के समय बाहर निकलना भी कठिन हो गया है और पशुओं के लिए पानी की भयंकर समस्या बनती जा रही है। ऐसे में सभी जोहड़ों को पानी से भरवाने पर ही इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।
फोटो कैप्शन: डा. पवन कांगड़ा और
फोटो कैप्शन 05: पशुओं के साथ खड़ा पशुपालक
कनीना के सेवक लगाएंगे खाटू श्याम जाकर भंडारा
- रोडवेज बस से हुए रवाना
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। विगत 7 वर्षों से कनाना के करीब 125 विभिन्न श्याम सेवक खाटू श्याम, राजस्थान में जाकर भंडारा लगाते आ रहे हैं। कनीना क्षेत्र के कुछ दुकानदार, समाजसेवी तथा अन्य जन मिलकर शाम करीब 6 बजे शुक्रवार को रोडवेज बस से खाटू श्याम के लिए रवाना हुए।
विस्तृत जानकारी देते हुए श्रीश्याम सेवा कनीना के भक्त रवि कुमार ने बताया कि पिछले 7 सालों से यह लगातार भंडारा लगाते आ रहे हैं। जिसमें खाटू श्याम के मुख्य मंदिर समक्ष 19 मई को भंडारा लगाएंगे और 20 मई को वापस घर लौटेंगे। उन्होंने बताया कि विभिन्न साधनों से खाने पीने और भक्तों की सेवा का सामान खाटू श्याम पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि खाटू श्याम के प्रति लोगों की आस्था बढ़ती ही जा रही है जिसके चलते यह भंडारा आयोजित किया जाता है। इस मौके पर रवि कुमार, पृथ्वी टेलर, नीटू जांगड़ा, मुकुट, सुरेश मिस्त्री, सत्येंद्र मिस्त्री, डा. नरेंद्र आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 08: हरियाणा रोडवेज की बस से खाटू श्याम को रवाना होते भक्त।
प्रचार एवं प्रसार का बेहतरीन माध्यम
-पढ़कर उठा सकते हैं लाभ
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। लंबे समय तक शिक्षा विभाग में सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हो गया हूं किंतु अब बहुत मामूली सी पेंशन मिलेगी। ऐसे में सभी साथी एवं सहयोगी मांग कर रहे हैं कि अभी कुछ दिन सेवा और दो। उनका यह भी मानना है कि पत्रकारिता में बने रहने का लाभ मिल सकता है। यहां सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि समाचारपत्र विगत चार सालों से एक फूटी कोड़ी भी नहीं दे रहा है अपितु जेब से नेट, कंप्यूटर, लेपटाप पर खर्चा आ रहा है वहीं पूरा दिन इसी काम में लगा रहना पड़ता है। घर में फ्री बैठने पर और तो और घरवाली भी ताने देने लग जाती है। घर में निठल्ले बैठना कठिन कार्य है। ऐसे में यहां कहना चाहता हूं कि कनीना की आवाज नाम का मेरा ब्लाग चार सालों से चल रहा है। सवा तीन लाख पाठक देख चुके है। ब्लाग के लिए विज्ञापन लगाकर सेवा देने के नाम पर अल्प खर्चा लेने की बात सोची है। ऐसे में विज्ञापन देने के इच्छुक संपर्क कर सकते हैं। विज्ञापन दरें ब्लाग पर निम्र निर्धारित की गई हैं।
1. 15 दिनों तक एक विज्ञापन दिखाने के लिए साइज 6 बाइ 4 के एक हजार रुपये लगेंगे।
2. लगातार एक समाचार प्रतिदिन 30 दिनों के लिए प्रसारित करने के लिए एक हजार रुपये, विज्ञापनदाता खुद विज्ञापन बनाकर या समाचार बनाकर देगा।
3 दोनों ही अर्थात विज्ञापन एवं समाचार चलवाना चाहे तो 15 दिनों के 1200 रुपये लगेंगे। विज्ञापन राशि एडवांस ली जाएगी।
विज्ञापन बुकिंग के लिए निम्र फोन नंबरों पर संपर्क करें- होशियार सिंह यादव
9306300700
व्हाटसअप-9416348400
कोई सुझाव या बदलाव/अन्य कथन कहना चाहे तो आपका स्वागत है।
सेवा ही धर्म है, सेवा ही कर्म है।
सफल जीवन वहीं,जानता मर्म है।।
नालियों पर लगाई जाए जालिया
-- बहुत सी नालियां बगैर जालियों के
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। एक ओर जहां कनीना क्षेत्र में प्रशासन द्वारा भारी मात्रा में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर सैकड़ों नालियां है और नालियों पर जलिया नहीं हैं जिससे वाहन जब गुजरते हैं तो यह नालियां जल्दी टूट जाती है वहीं वाहनों में भी नुकसान और दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। पशुधन के पैर नालियों में फंस जाते हैं। जहां एक और विगत दिनों कनीना क्षेत्र में दर्जनों नालियों से जालियां चोरी हो गई जिसके कारण अब समस्या और बढ़ गई है। क्योंकि ये जलियां प्रमुख नालियों पर ढकी हुई थी। अब प्रमुख नालियां बगैर जालियों की होने से दोपहिया वाहन चालक बेहद परेशान है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सभी नालियों पर जालियां लगवा दी जाए जिससे आवागमन सुविधा जनक हो। वही जालियों की चोरी करने वाले चोरों को अविलंब गिरफ्तार करें ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
खेलों के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रहने की अपील
-खेलों में हिस्सा लेने के लिए किया प्रेरित
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। नशे के खिलाफ युवाओं को जागरूक करने के लिए महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा जिले में मुहिम चलाई हुई है। इस मुहिम के तहत जहां युवाओं को नशे के प्रति जागरूक किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर युवाओं को नशे जैसी बुराइयों से दूर रहने के लिए खेलों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। युवाओं को खेलों का सामान भी वितरित किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के निर्देशानुसार जिले में चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियान के तहत पुलिस द्वारा कल शुक्रवार शाम को कनीना के गांव चेलावास में वॉलीबाल प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया। थाना शहर कनीना प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार ने गांव के युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक। उन्होंने कहा कि नशे जैसी बुराइयों को जागरूकता से खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन निश्चित रूप से युवाओं को समाज से जोडऩे और नशे जैसी बुराई के खिलाफ कारगर साबित हो सकते हैं। आज के समय आवश्यकता है कि युवाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहित किया जाए और इस तरह के आयोजन इस दिशा में सकारात्मक कदम है। उन्होंने कहा कि इस तरह के खेल आयोजनों का उद्देश्य युवाओं की खेलों के प्रति रुचि को बढ़ावा देना और उनकी ऊर्जा को रचनात्मक और सकारात्मक दिशा में लगाना है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे जैसी बुराई से दूर रखने और खेलों के माध्यम से उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को मजबूत करने के लिए पुलिस द्वार ऐसी खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जा रहा है।
फोटो कैप्शन 06: पुलिस युवाओं के संग चेलावास में खेल खेलते हुए।
वोटर स्लिप बांटने का कार्य जारी
-धनौंदा में करीब 5000 के करीब हैं वोटर
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के बड़े गांव धनौंदा में बीएलओ सुनील कुमार, सुरेंद्र सिंह, सीता देवी, विनोद कुमार करीब 5000 मतदाताओं को वोटर इनफारमेशन स्लिप घर-घर जाकर भीषण गर्मी एवं चिलचिली धूप में बांट रहे हैं। 20 मई तक उन्हें वोटर पर्चियां वितरित करनी हैं। वोटर स्लिप से वोट डालने में आसानी हो जाती है।
सुनील कुमार, सीता देवी, सुरेंद्र सिंह एवं विनोद कुमार आदि ने बताया की गर्मी बढ़ती जा रही है। सुबह आठ बजे ही लोग अपने घरों के दरवाजे बंद कर लेते हैं। फिर खोलते नहीं। ऐसे में जल्दी सुबह और देर शाम को ही वोटर स्लिप बांटने के लिए जाना मजबूरी बन गई है। उन्होंने कहा कि 20 मई की तिथि निर्धारित की हुई है जबकि प्रतिदिन 200 से 250 तक वोटर इनफारमेशन स्लिप बांटी जा रही हैं। प्रत्येक बीएलओ के पास करीब 1230 वोटर स्लिप है। उन्होंने प्रशासन से यह तिथि बढ़कर 22 मई तक करने की मांग की है ताकि सभी मतदाताओं तक उनकी वोटर स्लिप पहुंच सके। बहरहाल मतदान में महज एक सप्ताह बचा है। ऐसे में नेता भागे फिर रहे हैं वहीं बीएलओ वोटर स्लिप बांटते हुए नेताओं की भांति घूमते नजर आते हैं। फोटो कैप्शन 4: वोटर इनफार्मेशन स्लिप बांटते हुए बीएलओ।
जागो वोटर जागो
अनमोल होता है एक-एक वोट-बबली
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। वोट की कीमत अमूल्य होती है जिस प्रकार एक-एक बूंद पानी से घड़ा और सागर भर जाता है। ठीक उसी प्रकार एक एक वोट डालकर भारी बहुमत बनाया जा सकता है। अपने चहेते प्रत्याशी के लिए ही सही, वोट जरूर डाल कर आना चाहिए ताकि उसकी जीत भारी मतों से हो और वह सत्ता में जाकर हर इंसान की इच्छा पर खरा उतरे। वोट डालने के लिए किसी प्रकार के भ्रामक बातों एवं बहकावे में नहीं आना चाहिए। वोट अपनी मर्जी से डालना चाहिए। वोट डालने के लिए कोई जरूरी नहीं है कि साधन का उपयोग किया जाए, पैदल भी जाया जा सकता है। मतदान केंद्र अधिकतम एक किलोमीटर दूर हो सकता है। ऐसे में वोट जरूर डालें क्योंकि वोट डालने का अधिकार खून देखकर ही प्राप्त हुआ था। आजादी लहू देकर मिली थी आजादी के बाद ही वोट डालने का अधिकार मिला था और इस अधिकार को अपने हाथों से जाया न जाने दे क्योंकि वोट नहीं डालने का अर्थ है अपने कर्तव्य से विमुख होना। अपने कर्तव्य को ध्यान में रखकर मतदान केंद्र पर 25 मई को जरूर जाएं और वोट डालकर खुशी मनाएं।
-- बबीता लिखी पढ़ी, गृहिणी
ग्रीष्मावकाश एक जून से 30 जून तक
-विभाग ने किया पत्र जारी
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। भीषण गर्मी से राहत दिलाने के लिए स्कूली बच्चों के लिए एक जून से 30 जून तक ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिये गये है। हरियाणा शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी निजी एवं सरकारी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिये है। शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट लिखा गया है कि
हरियाणा के सभी सरकारी व निजी स्कूलों में 1 जून से 30 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा। इस दौरान प्रदेश के सभी स्कूल बंद रहेंगे। इसके बाद अगले सत्र के साथ एक जुलाई दिन सोमवार को फिर से स्कूल खुलेंगे।
यह आदेश प्रदेश के सभी स्कूलों पर लागू होगा। शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी आदेश की प्रति हरियाणा के सभी शिक्षा विभागों के साथ ही सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को प्रेषित की गई है।
कैमला में आयोजित हुआ टी-शर्ट वितरण समारोह
--डा प्रवीण प्राचार्य ने निजी कोष से बांटी टी-शर्ट
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला में कक्षा 1 से 8 तक पढऩे वाले सभी विद्यार्थियों को टी-शर्ट वितरण का कार्यक्रम डा. सुधीर कुमार यादव सेवानिवृत्त प्राचार्य की अध्यक्षता में किया गया तथा विनोद कुमार प्राचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बवानिया और होशियार सिंह शर्मा सेवानिवत्त अध्यापक इसराना वाले विशेष रूप से उपस्थित रहे।
मौलिक मुख्याध्यापक वीरेंद्र सिंह जांगिड़ ने बताया कि टी-शर्ट वितरण का कार्यक्रम स्वेच्छा से डा. प्रवीण यादव प्राचार्य राजकीय महिला महाविद्यालय अटेली निवासी सीगड़ा वाले ने अपने निजी कोष से किया है डा. साहब ने सभी विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए बताया कि हमें निरंतर अनुशासन में रहकर पढ़ाई करनी चाहिए गुरुजनों और माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। हम जो भी प्रतिष्ठित पद पर हैं वह सब अपने माता-पिता और गुरुजनों की देन, प्रेरणा और मार्गदर्शन है आज का विद्यार्थी पढ़ाई को बोझ ने समझें वह भयमुक्त वातावरण में निरन्तर शिक्षा ग्रहण करें आपका यह विद्यालय संस्कारवान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र बना हुआ है। जिन्होंने शिक्षा और स्वच्छता के क्षेत्र में अनेकों पुरस्कार प्राप्त किए हैं तथा शिक्षा पर आधारित अनेकों गतिविधियों एवं क्रियाकलापों में खंड व जिला स्तर पर अपनी पहचान बनाई हुई है। इसलिए सभी विद्यार्थी परिश्रम की पराकाष्ठा को जीवन में अपनाकर आगे बढऩा चाहिए क्योंकि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। सूबे सिंह समाजसेवक ने डा.साहब का विद्यालय और गांव की ओर से धन्यवाद किया। इस अवसर पर सरपंच डिंपल जांगड़ा, सूबे सिंह पंच ,बिल्लू ,राजकुमार पंच, सत्यपाल साहब, बृजलाल सेठ, मनवीर सिंह, सुनील कुमार डीपीई ,सुनील कुमार शास्त्री, भगत सिंह ,राजेश कुमार ,सुनील कुमार डीटीएच चौकीदार ,सुबे सिंह एसएमसी प्रधान ,सन्नीदत्त, दलीप पूर्व सरपंच, अमर सिंह ठेकेदार, रामकिशन ,तारामणी, बबली आदि उपस्थित रहें।
फोटो कैप्शन 03: बच्चों को टी-शर्ट वितरित करते डा प्रवीण प्राचार्य एवं स्टाफ।
रामबास के तालाबों में 40 वर्ष बीत जाने के बाद भी नहीं भरा गया पानी
--सरकार व प्रशासन के दावे खोखले
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। एक ओर भीषण गर्मी के चलते गांवों के जोहड़ सूखने लगे हैं और पशुधन के लिए जोहड़ों में पानी भरवाने की मांग उठने लगी है वहीं गांवों में बने तालाबों में पानी भरवाने का सरकार का दावा भी खोखला साबित होने लगा है। कनीना उपमंडल के गांव रामबास के तालाब में 40 वर्ष बीत जाने के बाद भी रामबास डिस्ट्रीब्यूट्री से एक बूंद भी पानी नहीं आने के कारण इस गांव के पशुधन पीने के पानी के लिए तरसने लगे हैं लेकिन इस समस्या की तरफ जिला प्रशासन व सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। जिसके कारण ग्रामीण पशुधन को लेकर परेशान है। ग्रामीण वरिष्ठ अधिवक्ता व कनीना बार के पूर्व प्रधान कुलदीप यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता रामनिवास शर्मा, समाजसेवी हंसराज यादव, फूल सिंह साहब, राजेंद्र पंच ,सोमदत्त पंच, विक्रम पंच, निर्मला पंच सुशीला पंच, सुनीता पंच, लीलाराम प्रधान, सुरेंद्र आदि ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार तालाबों में पानी भरवाने के लिए केवल वादे करती है लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं करती है जिसके कारण गांव में रखा पशुधन भारी समस्या से गुजर रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गर्मी के इस मौसम में ताप 45 डिग्री के पार कर गया है लेकिन तालाबों में पीने का पानी न होने के कारण पशुधन को सस्ते दामों पर बेचने पर विवश होना पड़ रहा है लेकिन सरकार व प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। जिसके कारण ग्रामीण अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है पूरे महेंद्रगढ़ जिले में रामबास गांव का तालाब सबसे बड़ा है लेकिन इसमें एक बूंद भी पानी नहर का नहीं आया है जिसके कारण ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ रहा है। अगर तालाब में पानी होता तो सुबह-शाम गांव में रखा पशुधन अवश्य ही गर्मी कि इस तपन से बचा रहता लेकिन पानी न होने के कारण पशुधन बीमार होने की कगार पर पहुंच रहा है। ग्रामीणों ने यह भी बताया इस गांव में ज्यादातर किसान रहते हैं जो अपने घर का गुजारा पशु धन रख करके ही करते हैं। जिसके कारण इस गांव में लगभग 1000 पशु धन है परंतु गांव के तालाबों में पीने का पानी न होने के कारण यह पशुधन हीट ड्राप में पहुंच रहा है लेकिन सरकार व प्रशासन इस प्रकार की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। तालाबों में पानी भरवाने को लेकर यह कई बार ग्रामीण प्रशासन व सरकार के नेताओं से मिल चुके हैं जिस पर सरकार व प्रशासन ने इनको आश्वासन दिया था कि आपका तालाब में पानी पहुंचाने के लिए 2018 में नहर से तालाब तक एस्टीमेट बनाकर तैयार कर दिया है तथा जल्द ही आपके तालाब में पानी पहुंच जाएगा लेकिन वह एस्टीमेट केवल कागजों में बनकर ही रह गया है, धरातल पर उसका कोई कार्य नहीं हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि अभी लोकसभा चुनाव है जिसको लेकर गांव में तरह-तरह के नेता आकर बड़े-बड़े वायदे कर रहे हैं लेकिन इन नेताओं को यह नहीं मालूम की इस गांव में तालाब है और उनमें पशुओं को पीने का पानी भी नहीं है।
फोटो कैप्शन 01: गांव रामबास में सूखा पड़ा तालाब
10वीं एवं 12वीें के अव्वल विद्यार्थियों को किया गया पुरस्कृति
-स्व धर्मपाल बीइओ की याद में आयोजित हुआ कार्यक्रम
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबास में प्रतिभा सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि ब्लाक शिक्षा अधिकारी डा.विश्वेवशर शर्मा व डा. देवेंद्र शर्मा अटेली खंड शिक्षा अधिकारी रहे तथा अध्यक्षता प्राचार्य ओमपाल व दिवगंत खंड शिक्षा अधिकारी की पत्नी कमला देवी ने की। सबसे पहले ग्राम पंचायत ने बच्चों को 5100 रुपये देकर प्रोत्साहन प्रदान किया। इस मौके पर पंचायत सदस्य व कुलदीप ने विद्यालय का अच्छा रिजल्ट आने पर प्राचार्य व समस्त स्टाफ का धन्यवाद किया।
दिवंगत धर्मपाल पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी की याद में शुरू की गई एक छात्रवृत्ति योजना की शुरूआत की जो हर वर्ष लागू रहेगी। इस योजना के तहत 12वीं में प्रथम तीन स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को क्रमश: 5100,3100,2100 रुपये तथा दसवीं के लिए क्रमश: 3100,2100,1100 दिये जाएंगे।
इस मौके पर कमला देवी एवं उनके पुत्र रमन शास्त्री के कर कमलों द्वारा सभी की उपस्थिति में सभी अव्वल रहे विद्यार्थियों को राशि सम्मान स्वरूप भेंट की गई।राशी प्रदान की गई। रमन शास्त्री ने बताया कि उन्होंने अपने पिता की याद में पहले ही विद्यालय को एक वाटर कूलर प्रदान किया था व कनीना मांडल स्कूल में भी एक बडा वाटर कूलर प्रदान किया हुआ है। प्राचार्य ने इस कार्य की सराहना की। इस अवसर कृष्ण लाल, फूल सिंह साहब डा,बीरेन्द्र, शुभराम, जयराम सुनीता देवी, राजेश कुमार, नरेश मिस्त्री, सतपाल ,बीरसिह व समस्त विद्यालय परिवार, ग्राम पंचयत के सदस्य उपस्थित रहे। विद्यालय की तरफ से स्मृति चिह्न भी भेंट किये।
फोटो कैप्शन 02: धर्मपाल पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी की याद में कमला देवी अव्वल रहे बच्चों को सम्मान राशि भेंट करते हुए।
जोयफुल शनिवार के तहत आयोजित हुये विभिन्न कार्यक्रम
--नरेश कौश्कि ने दिखाये लाठी के करतब एवं बताये गुण
************************************************
********************************************************
*************************************************
कनीना की आवाज। शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम जोयफुल शनिवार के अंतर्गत आज राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में हर्षोल्लास से आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने विद्यालय का बोर्ड का दसवीं कक्षा का सराहनीय परीक्षा परिणाम आने पर विद्यार्थियों में स्टाफ को शुभकामनाएं दी। जोयफुल शनिवार में विद्यार्थियों ने पहले प्रश्नोत्तरी आज का सुविचार कार्यक्रम से शुरुआत की तत्पश्चात विद्यार्थियों के लिए मटकी, फोर्स स्पर्धा आयोजित की गई। जिसमें सभी कक्षाओं के पांच पांच विद्यार्थियों वह पांच शिक्षकों सहित 45 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया ,मटकी फोड़ प्रतिस्पर्धा के विजेता राकेश कुमार डीपीई रहे।
उन्होंने अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर 30 मीटर दूर जाकर डंडे से मटकी को तोड़ा ,तत्पश्चात प्राथमिक व मौलिक कक्षा की छात्राओं ने हरियाणवी राजस्थानी तथा हिंदी गीतों पर मनभावन नृत्य प्रस्तुत किए ,प्राथमिक कक्षा की छात्राओं याचना ,नव्या,नैना, सोनाक्षी तनु व पायल ने बेहतरीन प्रदर्शन कर प्रथम स्थान हासिल किया।
कार्यक्रम के अंतिम सर्वश्रेष्ठ मुकाबले में दसवीं कक्षा की छात्रा प्रिया ने म्यूजिकल चेयर में सभी अपनी 15 प्रतिद्वंद्वियों को बाहर निकालते हुए हुए प्रथम स्थान हासिल किया।
निर्णायक की भूमिका गृह विज्ञान अध्यापिका शालिनी प्रधान ,रेखा कुमारी तथा संदीप कुमार ने की आज के कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित सदस्य एबीआरसी ओम रति ,स्पेशल टीचर अमृतलाल राघव , कैलाश गुप्ता, सुभाष चंद्र वर्मा, शीला देवी ,रूबी यादव ,सुनीता मेहरा, कश्मीरी निमल ,बाबूलाल यादव ,तेजपाल सिंह ,सुषमा जलवा सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 07: नरेश कौशिक मुख्याध्यापक लाठी के करतब दिखाते हुए।
No comments:
Post a Comment