Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Tuesday, May 28, 2024


 

समय समय पर सात बार कनीना पालिका के प्रशासनिक अधिकारी रहे
--वर्तमान प्रशासनिक अधिकारी की अवधि सबसे लंबी होने की संभावना
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कनीना की आवाज। कनीना पालिका का कार्यकाल 14 जून 2023 को संपन्न हो गया तब से लेकर आज तक प्रशासनिक अधिकारी बतौर एसडीएम कनीना हैं। शायद प्रशासनिक बतौर इनकी अवधि सबसे लंबी होगी। चूंकि पालिका के चुनावों के वर्ष 2025 में संपन्न कराये जाने की उम्मीद है।  अब तक 16 पालिका प्रधान बन चुके हैं जिनमें से 6 बार प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यभार ग्रहण किया है।
1952 में कनीना पालिका अस्तित्व में आई और 1955 में सबसे पहले स्व. चौधरी बलबीर सिंह पालिका प्रधान बने। वे 1958 तक पालिका प्रधान रहे। तत्पश्चात स्व.चौ जानकी प्रसाद 1962 में पालिका प्रधान बने जो 16 मार्च 1964 तक प्रधान रहे।  1973 से 1987 तक कनीना पालिका का कोई चुनाव नहीं हुआ जिसके कारण पद रिक्त रहा।
 तीसरे पालिका प्रधान संतोष कुमार बने जो 26 अगस्त 1964 से 1967 तक पालिका प्रधान रहे। तत्पश्चात दोबारा से स्व. चौधरी बलबीर सिंह को पालिका प्रधान बनने का मौका मिला और 1968 से 1973 तक प्रधान रहे। कनीना पालिका के पांचवें प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा 1 नवंबर 1987 से 28 सितंबर 1991 तक रहे। तत्पश्चात 29 सितंबर 1991 से 9 दिसंबर 1991 तक सोहनलाल बीडीपीओ प्रशासनिक अधिकारी रहे। कनीना पालिका के सातवें प्रधान दलीप सिंह 9 दिसंबर 1991 से 18 मार्च 1994 तक रहे।  तत्पश्चात वी राजाशेखर आईएएस कनीना पालिका के प्रशासनिक अधिकारी 19 मार्च 1994 से लेकर के 6 मई 1994 तक रहे। इसके बाद फिर से मुनीलाल खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी प्रशासनिक अधिकारी बतौर 17 मई 1994 से 16 फरवरी 1995 तक बने।
 कनीना पालिका की दसवें प्रधान एक बार फिर से राजेंद्र सिंह लोढ़ा 17 फरवरी 1995 से 2 फरवरी 2000 तक रहे।  तत्पश्चात महेंद्र सिंह मोरवाल नायब तहसीलदार को प्रशासनिक अधिकारी बतौर 19 जून 2021 से 21 मई 2007 तक कार्यभार दिया गया। तत्पश्चात 2 महिला पालिका प्रधान लगातार बनी जिनमें संतोष देवी 22 मई 2007 से 2 अप्रैल 2012 तक तथा शारदा देवी 27 अगस्त 2012 से 22 मई 2017 तक पालिका प्रधान बनी।
संदीप सिंह एसडीएम कनीना 23 मई 2017 से 1 अक्टूबर 2018 तक प्रशासनिक अधिकारी रहे। इसके बाद एसडीएम अभिषेक मीणा आईएएस 17 अक्टूबर 2018 से 24 जनवरी 2019 तक प्रशासनिक अधिकारी रहे। पालिका के 16वें प्रधान सतीश जेलदार 24 जनवरी 2019 को बने और 14 जून 2023 तक उनका कार्यकाल रहा। 17वें पालिका प्रधान बनाया जाना है किंतु अभी तक प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम कनीना बने हुए हैं।  इस बार प्रशासनिक अधिकारी की अवधि शायद सबसे लंबी होगी।
फोटो कैप्शन 04: कनीना पालिका








भीषण गर्मी में कपास की फसल नष्ट होने की संभावना
-कृषि विभाग रात के वक्त सिंचाई की दे रहे हैं सलाह
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कनीना की आवाज। कनीना कनीना क्षेत्र में करीब 50 डिग्री ताप पहुंच गया है जिसके चलते इस वक्त खेतों में खड़ी कपास की फसल पर संकट के बादल छा गये हैं। वर्षों से जहां कपास की अच्छी पैदावार ली जाती है किंतु गर्मियों में इस बार उगाई गई कपास का बुरा हाल हो गया है क्योंकि तापमान बढ़ता ही जा रहा है। यदि यूं ही तापमान बढ़ता चला गया तो कपास नष्ट होने की पूरी संभावना है। 28 मई तक कनीना क्षेत्र में 8125 हेक्टेयर पर कपास उगाई गई है जबकि विगत वर्ष 6900 हेक्टेयर पर उगाई गई थी। इस बार अधिक कपास उगाकर लाभ कमाने की किसान सोच रहे थे किंतु सिर मुंडवाते ही ओले पडऩे वाली कहावत लागू हो गई है।
 किसान अजीत कुमार, सुधीर सिंह, राजेंद्र सिंह मनोज कुमार, दिनेश कुमार, सूबे सिंह आदि ने बताया कि कपास उगाने वाले दुखी है क्योंकि कपास बोकर पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। पानी देने के पश्चात फिर से तुरंत खेत सूख जाता है। ऐसे में यदि यूं ही तापमान बढ़ता रहा तो आने वाले समय में कपास की फसल नष्ट हो जाएगी।
इस समय जिले में करीब 19000 हेक्टेयर पर कपास उगाई गई है और कपास उगाने वाले इस समय बेहद परेशान है। वह अपनी कपास को बचाने के भरसक प्रयास कर रहे हैं।
 क्या कहते हैं कृषि विभाग के एसडीओ -
एसडीओ कृषि विभाग महेंद्रगढ़ डा.अजय सिंह बताते हैं कि कपास की जिला महेंद्रगढ़ में करीब 19000 हेक्टेयर पर कृषि की हुई है। उन्होंने बताया कि इस वक्त भीषण गर्मी पड़ रही है जिसके चलते दिन में पानी देने से फसल नष्ट हो जाएगी। इस वक्त फसल को बचाने के लिए एकमात्र तरीका है कि जब जमीन ठंडी हो जाए अर्थात रात के वक्त सिंचाई करनी चाहिए ताकि फसल को बचाया जा सके अन्यथा फसल में गर्मी का नुकसान होना निश्चित है।
 फोटो कैप्शन :डा. अजय एसडीओ
फोटो कैप्शन 5: कपास की बिजाई






 हरियाणा में 26 साल के बाद सबसे ज्यादा गर्म मई का महीना दर्ज हुआ
- हरियाणा में रिकॉर्ड तोड तापमान में बढ़ोतरी आज सिरसा का दिन का तापमान 50.0 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया हैं
- नारनौल में 58 साल का दिन के तापमान का रिकॉर्ड टूट गया
- नौतपा का चौथा दिन
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कनीना की आवाज। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पश्चिमी दक्षिणी जिलों में तापमान 47.0 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है
 31 मई से 3 जून के दौरान आमजन को आंशिक राहत
सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली  पर नौतपा का असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। सम्पूर्ण इलाके में आसमान से आग बरस रही है झुलसाने वाली भीषण गर्मी और गंभीर उष्ण लहर व उष्ण रात्रि ने  लोगों के जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। जिसकी वजह से भारतीय मौसम विभाग ने अगले  तीन दिनों तक  हरियाणा के 15 जिलों पर रेड अलर्ट  और 7 जिलों पर आरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही साथ सम्पूर्ण इलाके में लगातार रिकॉर्ड तोड तापमान स्पीड बनाएं हुए हैं। सम्पूर्ण हरियाणा में 26 सालों बाद सबसे ज्यादा मई महीना गर्म रहा है। मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि  भारत के पूर्वी उत्तरी राज्यों में रेमल चक्रवातीय तूफान की रेल ने  बारिश और तेज गति से हवाओं की स्पीड बनाएं हुए हैं वहीं दूसरी ओर उत्तरी पश्चिमी राज्यों में भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं और तापमान स्पीड बनाएं हुए हैं वहीं दक्षिण में मानसून की रेलगाड़ी धीरे-धीरे स्पीड बनाएं हुए हैं। इस साल  नौतपा अपने असली रूप को धारण किए हुए हैं। 25 मई को नौतपा शुरू  उसके बाद लगातार तापमान स्पीड बनाएं हुए हैं आज नौतपा का चौथा दिन है  हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर दिन के तापमान 47.0 के आसपास बने हुए हैं जबकि सिरसा का दिन का तापमान आज़ 50.0 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। लगातार सूर्य आग उगल रहा है साथ ही साथ सिंध बलुचिस्तान और थार मरुस्थल से सीधी पश्चिमी शुष्क गर्म हवाओं का रूख सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर किये हुए हैं इसके अलावा वर्तमान समय में कोई मौसम प्रणाली भी सक्रिय नहीं है जिसकी वजह से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में लगातार आग उगलने वाली भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं अपने तेवरों को और ज्यादा प्रचण्ड व रौद्र बनाए हुए हैं। आने वाले तीन दिनों तक हरियाणा एनसीआर दिल्ली में आमजन को भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं से रूबरू होना पड़ेगा राहत के आसार नहीं दिख रहें हैं। 31 मई को एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 31 मई से 3 जून के दौरान मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा इस दौरान आंशिक बादल वाही और तेज गति से हवाएं चलने अंधड़ और सीमित स्थानों पर गर्ज चमक के साथ छिटपुट बूंदा-बांदी की गतिविधियों से भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं से आमजन को राहत के आसार बन रहे हैं क्योंकि इस दौरान हवाओं की दिशा दक्षिणी पश्चिमी और दक्षिणी पूर्वी नमीं वाली हों जाएगी जिससे केवल आंशिक रूप से तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी इस दौरान सम्पूर्ण इलाके में बीच बीच में उमसभरी पसीने वाली गर्मी से आमजन को रूबरू होना पड़ेगा। 3 जून को यह मौसम प्रणाली सम्पूर्ण इलाके से आगे निकल जाएगी उसके बाद भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं और तापमान में बढ़ोतरी का तीसरा दौर देखने को मिलेगा। आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर रात्रि तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस से 32.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया वहीं हरियाणा एनसीआर दिल्ली में दिन के तापमान में रिकॉर्ड तोड बढ़ोतरी दर्ज हुई है आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर 45.0 डिग्री सेल्सियस से 50.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। आज भी सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली में सबसे ज्यादा गर्म दिन सिरसा और सबसे ज्यादा गर्म रात नारनौल की दर्ज हुई है। जिला महेंद्रगढ़ पर भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर उष्ण लहर व उष्ण रात्रि अपने तेवरों को और प्रचण्ड किये हुए हैं यहां आज़  पिछले 58 साल का सबसे ज्यादा दिन का तापमान दर्ज हुआ है जो पहले  सन् 1966 में  (21/5/1966) 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जबकि आज 28/5/24 को महेंद्रगढ़ का 48.8 डिग्री सेल्सियस और नारनौल का 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो सामान्य तापमान 8.0 डिग्री सेल्सियस अधिक बने हुए हैं साथ ही साथ जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का रात्रि तापमान क्रमश 32.0 डिग्री सेल्सियस और 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो सामान्य रात्रि तापमान से 7.5 डिग्री सेल्सियस अधिक बने हुए हैं। सम्पूर्ण जिला में आमजन को आग उगलने वाली भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं से रूबरू होना पड़ रहा है।







जन सेवा में रत है चैरिटेबल ट्रस्ट कनीना
-कई बार अनाप-शनाप पैसे होने की कुछ लोगों ने करवाई है जांच
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कनीना की आवाज। कनीना की श्रीमती सुमन यादव पत्रकार चेरीटेबल ट्रस्ट कनीना 2011 से लगाकर कार्यरत है तथा जन सेवा में जुटी हुई है। जितनी भी संभावित जनसेवा की जा रही है वह अपने कोष से राशि खर्च करके की जा रही है। इस ट्रस्ट को सरकार या अन्य किसी व्यक्ति द्वारा एक पैसा भी दान नहीं किया गया है। वहीं लोगों को ठंडा मीठा जल पिलाने का कई बार कार्यक्रम चलाया। इस ट्रस्ट ने जहां भविष्य में कई जनहित कार्य करने का संकल्प ले रखा है। जहां हरियाणा सरकार से अभी तक लाइब्रेरी चलाने की अनुमति और जगह उपलब्ध नहीं करवाई है जबकि  नगर पालिका ने इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया हुआ है, यदि जगह उपलब्ध हो पाती है तो मुफ्त लाइब्रेरी श्रीमती सुमन यादव पत्रकार के नाम से चलाई जाएगी। कुछ समय पहले जब ट्रस्ट के प्रधान डा. होशियार सिंह यादव सेवारत थे तब एक अधम/पापी एवं नीच ने चैरिटेबल ट्रस्ट पर अनाप शनाप पैसे होने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच करवाने की सरकार को लिखा था। यद्यपि जांच सीबीआई नहीं हुई परंतु लोकल स्तर पर जांच की गई। जांच में पाया कि इस ट्रस्ट के पास महज सभी सदस्यों की सदस्यता राशि 10 हजार रुपये जमा है, बाकी एक नया पैसा भी नहीं है और न ही कभी किसी ने दान दिया है। जब इस बात की सूचना उस अधम तक पहुंची तो उसका मुंह देखने लायक था, ऐसा लग रहा था जैसे इसको किसी पागल बंदर ने काट लिया हो। चाहे कुछ भी हो यह ट्रस्ट सदा लोगों की सेवा में अग्रसर है। निकट भविष्य में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए कुछ राशि की जरूरत है। विभिन्न लोगों द्वारा दिये गये विज्ञापनों से मिलने वाला कुछ पैसा जमा होने पर जन सेवा के कार्यों में लगा दिया जाएगा। इस प्रकार के विज्ञापन यदि कोई नेता, चुनाव लडऩा चाहता है या स्कूल संस्थान, कार्यालय अन्य कोई संस्थान लगातार ब्लाग में वर्ष भर चलना चाहता है तो वह एक मामूली सी फीस देकर लगवा सकता है। समाचार भी लगाए जाएंगे। इसके लिए डॉक्टर होशियार सिंह प्रधान से संपर्क कर सकते हैं जिनके व्हाट्सएप नंबर 9416348400 है तथा फोन करना चाहे तो 9306300700 पर भी संपर्क किया जा सकता है। जबकि मेल भेजने की इच्छुक लोग निम्न मेल पर सूचना दे सकते हैं। किसी प्रकार का चंदा ट्रस्ट को देना चाहता है तो उसके लिए संपर्क किया जा सकता है लेकिन चंद आदि देना चाहे तो अपनी रसीद जरूर लेवें।
फोटो कैप्शन 03: कनीना की चेरिटेबल ट्रस्ट






रात को भी चैन नहीं लेने दे रहे बंदर
--लाखों की क्षति प्रति माह पहुंचा रहे हैं बंदर
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कनीना की आवाज। कनीना में करीब 500 बंदर रात को भी चैन से नहीं सोने देते। रात को टीन शेड, पानी की टंकी तथा एंटीना आदि को जोर-जोर से हिलते हैं, उन पर कूदते हैं जिससे रात को भी लोग नींद में खड़े हो जाते हैं और उन्हें लगता है कि कोई चोर घुस गया हैं। लाठी डंडे लेकर छतों पर जाने पर पता चलता है कि चोर नहीं यह तो बंदर है। बंदरों के कारण भारी नुकसान हो रहा है। वर्तमान में 14 जून 2023 के बाद सनगर पालिका का प्रशंसक एसडीएम को नियुक्त किया हुआ है। जब तक चुनाव संपन्न कराकर नगर पालिका का प्रधान नहीं बनता तब तक नहीं लगता कि बंदरों को कनीना से पकड़वाकर अन्यत्र भेजा जाएगा।
 क्या कहते हैं आरटीआई एक्सपर्ट-
आरटीआई एक्सपर्ट कनीना मंडी निवासी शिवकुमार अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने बंदरों के विषय में कई बार आरटीआई लगाई है जिससे स्पष्ट हुआ है कि केवल एक बार नगर पालिका ने  बंदरों को पकड़वाकर दूर कहीं छुड़वाया था। बंदरों से निजात पाने के लिए बार-बार प्रयास करवाए गए हैं किंतु प्रशासन नहीं चेता।
 आधा दर्जन लोगों को काट चुके हैं बंदर -
कनीना के करीब आधा दर्जन लोगों को बंदरों ने काट लिया है। बंदर काट लेने पर कनीना अस्पताल में जहां लगने वाले एंटी रेबीज के टीके तक भी नहीं उपलब्ध हो पाते हैं जिसके कारण भारी परेशान उठानी पड़ती है और दूर दराज जाकर इंजेक्शन लगवाने पड़ते हैं।
 लाखों की करते हैं क्षति-
 ये बंदर प्रतिदिन न केवल रेहड़ी वालों को, अंडे बेचने वालों, आम आदमी को परेशान करते हैं अपितु फल व फूलदार पौधों को तहस नहस कर जाते हैं। घर में घुसकर फ्रिज खोलकर सब कुछ माल खा जाते हैं। यहां तक कि बंदरों से लोग बेहद परेशान है। लाखों रुपए की क्षति प्रतिमाह पहुंचा रहे हैं। बंदर हर जगह देखने को मिल जाते हैं। कई कई बार तो लोग सड़क के दोनों ओर खड़े बंदरों के गुजरने का इंतजार करते हैं किंतु ये बंदर इंसानों को देखकर डरकर नहीं भागते अपितु इंसानों को काटने के लिए दौड़ते हैं।
 फोटो कैप्शन दो: रात के समय बंदरों का आतंक





अतरलाल पहुंचे लुहारों में, जन्मदिन के नाम पर काटा केक
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कनीना की आवाज। मंगलवार को समाजसेवी अतरलाल ने अपना जन्म दिन लुहारों के बीच जाकर मनाया। केक काटकर केक खिलाया।
 तत्पश्चात अतरलाल ने अनुसूचित, कमजोर, पिछड़े लोगों के घरों में जाकर उनकी समस्याएं पूछी। बहुत से लोगों ने वृद्धावस्था पेंशन न बनने, परिवार पहचान पत्र में आय अधिक दिखाने, राशन कार्ड न बनने, बस्तियों तथा कालोनियों में पानी की किल्लत तथा बिजली कटौती की शिकायतें की। कार्यकर्ताओं ने सभी समस्याएं नोट करके शासन तथा प्रशासन से दूर करवाने का भरोसा दिया। अतरलाल ने सभी गाडिय़ा लुहारों का हाल-चाल पूछा तथा उनकी समस्याएं जानी। कइयों ने वोटर कार्ड न बनने तथा कइयों ने बुढ़ापा पेंशन न बनने की शिकायत की। अतरलाल ने समस्याओं का समाधान करने का भरोसा दिया। इस अवसर पर कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 01: गाडिय़ा लुहारों के बीच में जन्मदिन मनाते समाजसेवी अतरलाल





आसमान से बरस रही आग, नहीं मिल रहा है चैन
-कहीं भी नहीं मिल रहा चैन
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कनीना की आवाज। एक और जहां आसमान से बरसती नौतपा की आग वहीं मक्खी, मच्छरों की भरमार ने इंसानों को परेशान कर रखा है। सुबह से ही सूरज की तपन बढऩे लग जाती है जो दोपहर तक पूरे यौवन पर होती है। अब तो रात को भी गर्मी पड़ती है।
क्षेत्र में कम से कम ताप 31 डिग्री तो अधिकतम 49 डिग्री पहुंच गया है। अब तो पानी आधे उबाल पर पहुंच गया है।
 गर्मी के कारण मक्खी और मच्छर कम जरूर हो गए हैं परंतु पशुओं को चैन मिल रहा है। न केवल इंसानों को अपितु पशुओं के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। चारों हाहाकार मचा हुआ है। अभी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। गर्मी के कारण परेशानी बढ़ती जा रही है मरीजों की संख्या बढ़ रही है, पंख कूलर एवं एसी सब काम छोड़ गए हैं। अब तो बस बारिश का इंतजार है ताकि राहत मिल सके परंतु अभी मौसम विज्ञान के अनुसार कोई राहत मिलने वाले नहीं है।
कहीं भी देखे बस गर्मी की चर्चाएं ही चल रही हैं। बिजली के कट बढ़ गए हैं जिसके कारण परेशानी बढ़ गई है।
क्या कहते हैं किसान -
किसान अजीत कुमार, दिनेश कुमार, महेश कुमार, सुरेश कुमार, सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि गर्मी के कारण खेतों में ठहर पाना कठिन है। सुबह शाम कभी कभार खेत तक जाते हैं और वापस आ जाते हैं। जिनके घर खेतों में बने हुए उन्हें लू और गर्मी अधिक परेशानी दे रही है। बारिश का इंतजार है।
 क्या कहती हैं गृहिणी-
गृहिणी शकुंतला ,आशा ,नीलम, दाना आदि ने बताया कि खाना बनाते समय और भी ज्यादा गर्मी लगती है। ऐसे में खाना बनाना भी बहुत दुष्कर हो गया है। गर्मी दिन रात सता रही है। गर्मी के कारण पानी की मांग बढ़ गई है।
 क्या कहते हैं आम जन-
 आम जन योगेश, रोहित, संदीप, मनीष आदि ने बताया कि कहीं भी चैन नहीं मिल पा रहा है।  घर के अंदर या घर के बाहर बस परेशानी ही परेशानी नजर आ रही है। गर्मी से परेशान सभी के मुख से बस एक ही बात निकलती है-बरखा रानी तेरा इंतजार है। के कारण अब तो बारिश का इंतजार है
रात का तापमान बढ़ता ही जा रहा है













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