पांच किसानों के ट्यूबवेलों से बिजली की केबल चोरी, कनीना के किसानों की भी केबल चोरी
--कनीना क्षेत्र में बढ़ गई हैं चोरी की घटनाएं
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गोमला, मोड़ी, गोमली गांवों से पांच किसानों के ट्यूबवेलों से अज्ञात चोरों ने बिजली की केबल चोरी कर ली है। दो किसानों ने कनीना पुलिस में अपनी शिकायत भी दे दी है। अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
गांव मोड़ी निवासी राजकुमार ने अपनी शिकायत में कहा है कि गोमली में उन्होंने एक ट्यूबवेल तथा खेत दयानंद व रतन सिंह से जुताई करने के लिए ठेके पर ले रखा है। आठ मई को रातों-रात 200 फीट केबल अज्ञात चोर चोरी कर ले गए। जब सुबह खेत पहुंचा तो केबल चोरी की सूचना मिली। पुलिस को शिकायत करने पर पुलिस मौके पर पहुंची। किंतु अभी तक चोर पकड़ से बाहर हैं। उधर रणधीर सिंह मोड़ी निवासी ने शिकायत में कहा कि उनके ट्यूबवेल की 180 फुट केबल रातोंरात अज्ञात चोर चोरी कर ले गये। उन्होंने अज्ञात चोरों को गिरफ्तार करने की मांग की है। उधर पंचायती ट्यूबवेल की करीब 30 फुट, एक किसान की 6 फीट तथा एक अन्य किसान की 60 फुट केबल चोरी होने का समाचार मिला है। चोरी की घटनाएं कनीना क्षेत्र में दिनों दिन बढ़ रही हैं। लंबे समय से कनीना क्षेत्र में चोरियां हो रही है। जहां कनीना क्षेत्र में नालियों की 9 जालियां रातों-रात चोरी कर ली जिनकी सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास है किंतु अभी तक चोरों को नहीं पकड़ पाई है। पहले भी सुनार की दुकान में गोली चलाकर लूटने का प्रयास किया। कनीना क्षेत्र के लोग चोरी की घटनाओं से परेशान हैं।
कनीना क्षेत्र में केबल चोरी--
उधर कनीना क्षेत्र के कई किसानों के ट्यूबवेलों से भी 8 मई की रात को बिजली की केबल चोरी हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
सुभाष वार्ड नंबर एक ने पुलिस में बताया कि छीथरोली सड़क मार्ग पर उनका ट्यूबवेल स्थित है जहां से 8 मई की रात को 30 फुट केबल एवं दो बेंड अज्ञात चोर चोरी कर ले गये जबकि ओमप्रकाश वहां नंबर पांच के ट्यूबवेल से 30 फुट केबल चोरी हो गई। चोरों को पकडऩे की मांग की है।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस- 11 मई
-परमाणु परीक्षण की याद दिलाता है राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस
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कनीना की आवाज। 11 मई को हर वर्ष राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। यू तो राजस्थान के पोखरण में 18 मई 1976 को पहला परमाणु बम परीक्षण किया गया था जिसे स्माइलिंग बुद्धा नाम से भी जाना जाता है। इसके 24 साल बाद 11 और 13 मई 1998 में 5 और परमाणु परीक्षण किया जिन्हें पोखरण-दो नाम से जाना जाता है। परमाणु परीक्षण एक प्रौद्योगिकी में उच्च सफलता है किंतु इसके दुष्परिणाम कैंसर जैसे रोग बढऩे का कारण बन रही है। अब तक छह परमाणु परीक्षण होने के कारण 1998 के बाद से यह दिन प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा है। पहले पहली बार 11 मई 1999 को यह दिवस मनाया गया था तत्पश्चात हर वर्ष दिवस मनाया जाता है। इस दिन राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की भी घोषणा की जाती है बड़े पुरस्कार जिनमें विज्ञान रतन, विज्ञान श्री, विज्ञान युवा, विज्ञान टीम आदि पुरस्कार घोषित किए जाते हैं। प्रौद्योगिकी में उच्च सम्मान अपने उच्च महारत हासिल करने के कारण हुआ है। युवा वर्ग की नजरें अब प्रौद्योगिकी पर टिकी हुई है, यह वर्ग चाहता है कि भविष्य में इस प्रकार के अनुसंधान के क्षेत्र में कुछ काम करें ताकि देश का नाम भी ऊंचा हो सके। युवा वर्ग से बात हुई।
*** प्रौद्योगिकी दिवस मनाना अपने आप में एक श्रेष्ठ कार्य है क्योंकि यह दिन सुनहरी याद दिलाता है जब भारत में परमाणु परीक्षण हुआ था। वह दिन सभी ने सराहा था। ऐसे दिन को याद करना अपने आप में श्रेष्ठ कार्य है। इस दिन ने भारत को ऊंचा सम्मान दिलाया है।
--हर्ष कुमार
प्रौद्योगिकी दिवस मनाने का अर्थ है हम उस देश को याद करते हैं जिसमें एक नहीं अपितु अब तक 6 परमाणु परीक्षण हो चुके हैं। परमाणु परीक्षण सिद्ध करता है कि हमारा देश शक्तिशाली देशों से आगे निकलने की निकल चुका है। यही दिन एक पर्व के रूप में मनाने का दिन है, इस दिन को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
--- अमीश कुमार
प्रौद्योगिकी दिवस न केवल मनाना चाहिए अपितु उस दिन को याद करना चाहिए जब हमारा देश परमाणु शक्ति के क्षेत्र में आगे निकल गया। आज भारत के सामने कितने देश नतमस्तक होते हैं जो सिद्ध करता है की परमाणु परीक्षण ने भारत का भाल ऊंचा कर दिया है। ऐसे महान दिन को न केवल मनाना चाहिए अपितु इसी लाइन में काम करने के लिए हमें आगे आना चाहिए।
--- लकी शर्मा
फोटो कैप्शन: लक्की शर्मा, अमीश कुमार और हर्ष कुमार
सभी निजी स्कूलों में लगे सरकारी पुस्तके
-सरकारी पुस्तक न लगने पर हो कार्रवाई
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कनीना की आवाज। सभी निजी स्कूलों में सरकारी पुस्तकें ही निर्धारित की जानी चाहिए। निजी प्रकाशकों की पुस्तकों की आड़ में निजी स्कूलों में कमीशनखोरी का गोरखधंधा पनप रहा है। 10 रुपये कीमत वाली पुस्तक भी 300 रुपये तक झटक लिये जाते हैं। एक ओर दसवीं तक की सरकारी स्कूलों वाली पुस्तकें मुश्किल से 500 की रुपये की बनती है जो कि निजी स्कूलों में एक-एक पुस्तक 500 रुपये तक झटके जाते हैं, मनमर्जी से पुस्तकें लगाई जाती है। सरकारी स्कूलों हरियाणा बोर्ड तथा कुछ एनसीईआरटी की पुस्तकें के लगाई जाती है। प्रकाशन एनसीइआरटी होता है। इन पुस्तकों को लागू करना चाहिए। अभिभावक आए दिन लुटने को मजबूर हैं। यही कारण है कि निजी स्कूलों के प्रति रुझान घटता जा रहा है।
जहां एक महीने पहले उन्हाणी के पास छह बच्चों की निजी स्कूलों की बस से मौत हो गई थी जिसके बाद से भी रुझान घटता जा रहा है। बार-बार अभिभावक आंदोलन खड़ा करने की सोचते हैं किंतु मन मसोस कर रह जाते हैं। निजी स्कूल संचालक ये पुस्तकें विभिन्न दुकानदारों के पास रख देते हैं और उनका एक निश्चित कमीशन होता है जब भी अभिभावक स्कूल में जाते हैं तो उन्हें उस बुक सेलर का नाम बता देते हैं ताकि वहां से पुस्तक खरीद सके और वहां से पुस्तक खरीदने का अर्थ है सीधा कमीशन स्कूलों के संचालकों के पास चला जाता है।
कनीना क्षेत्र के करीब एक दर्जन अभिभावक रमेश कुमार, दिनेश कुमार, महेश, सुरेश, रविंद्र कुमार, कपिल कुमार, सुरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि उनके बच्चे या तो निजी स्कूलों में पढ़ चुके हैं या पढ़ रहे हैं। जिनका एक ओर जहां ड्रेस का बाहरी खर्चा आता है वहीं परीक्षा के नाम पर तो कभी पुस्तकों के नाम पर भारी पैसा उनसे झटक लिया जाता है जिसका परिणाम है कि अभिभावक बेचारेे मजबूरन कुछ बोल नहीं सकते क्योंकि वे चाहते हैं कि उनके बच्चे का भविष्य बन जाए। जहां सरकारी स्कूलों से भी रुझान इसलिए कम रहा है कि सरकारी स्कूलों में बहुत पढ़े-लिखे शिक्षक होते हैं किंतु मेहनत कम करते हैं, निजी स्कूलों में शिक्षक अधिक पढ़े-लिखे न भी हो परंतु दिखावा अधिक करते हैं जिसके कारण सरकारी स्कूलों में अभिभावक अपने बच्चों को पढऩे से कतरने आए हैं किंतु अब उनकी मजबूरी बनती जा रही है कि सरकारी स्कूलों की ओर रुझान बढ़ा है। विगत दिनों जहां सरकार के आदेश अनुसार घर-घर जाकर सरकारी स्कूलों में प्रवेश की कवायद चली जिसमें काफी सफलता मिली है। यह सफलता इसी प्रकार बढ़ती जाए तो वह दिन दूर नहीं जब सरकारी स्कूलों का रुतबा बढ़ जाएगा। यह आम धारणा बन गई है कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं, विभिन्न अधिकारियों के बच्चे भी निजी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। अगर सरकार आदेश जारी कर दे कि सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ेंगे और सरकारी स्कूलों में इन अधिकारियों और कर्मचारियों की समय-समय पर निरीक्षण बतौर तैनाती लगाई जाए सरकारी स्कूलों का भविष्य उज्ज्वल बन सकता है। वहीं एक आदेश जारी किया जाए कि सरकारी अधिकारी निजी स्कूलों में मुख्य अतिथि आदि न बने और उनकी कोई गिफ्ट आदि न ले। निजी स्कूलों के कार्यक्रमों में सरकारी अधिकारी बतौर मुख्य अतिथि जाए तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
घोर अन्याय.......
कई कई वर्षों तक शिक्षा विभाग में एसीपी की फाइलें रहती है फंसी
- बहुत से शिक्षक एसीपी को तरसते हो जाते सेवानिवृत्त
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कनीना की आवाज। एक ओर जहां प्रदेश सरकार यह दावा कर रही है कि भ्रष्टाचार बंद कर दिया गया है किंतु शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार पूरे यौवन पर है। आश्चर्य जनक यह है कि जो कार्य एक घंटे में होना चाहिए उसे कई कई वर्षों में पूरा किया जाता है। शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों की एश्योरड कैरियर प्रोग्रेशन अर्थात एसीपी 8/16 और 24 वर्षों के बाद लगती है। यह एक प्रकार का की पदोन्नति के बराबर होता है। वेतनमान में वृद्धि हो जाती है जिसके लिए वर्षों पहलेमैन्युअल रूप से फाइल जाती थी। फाइल नियम अनुसार खंड शिक्षा अधिकारी पिफर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से होते हुए पंचकूला शिक्षा विभाग को जाती है फिर पंचकूला से एसीपी लगकर वापस आती है। आश्चर्यजनक बात है कि एक घंटे का कार्य कई कई वर्षों में पूरा किया जा रहा है। यहां तक की कुछ शिक्षक तो बेचारे बगैर एसीपी लिए ही सेवानिवृत्त हो जाते हैं और उन्हें न्यायालय की शरण लेनी पड़ती है। एक-एक अधिकारी के पास सैकड़ों फाइलें पड़ी दीमक खा रही हो और कोई सुनने वाला है, न कोई कहने वाला है, ना शिक्षा मंत्री इस और ध्यान देता है और नहीं कोई अधिकारी ध्यान देता है तो इससे बड़ा भ्रष्टाचार क्या हो सकता है। विभिन्न संगठन बने हुए हैं जो महज मांग उठाकर मन मसासकर रह जाते हैं। एसीपी लगवाने के नाम पर शिक्षकों को बार-बार पंचकूला जाना पड़ता है और अपनी जेब खाली करनी पड़ती है तब जाकर उनको कहीं एसीपी मिलता है।
अगर नजर डाली जाए पंचकूला में बैठे हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास कितने दिनों से फाइल लंबित पड़ी है तो स्पष्ट जाहिर हो जाता है कि उनकी मंशा में कहीं खोट है। शिक्षकों ने समय-समय पर मांग उठाई है परंतु कोई सुनवाई नहीं होती है। यह सत्य है कि खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में निश्चित रूप से कोई भी एसीपी फाइल अधिक समय नहीं रखी जाती। सभी उच्च अधिकारियों को पंचकूला भेज दी जाती है। उच्च अधिकारी बैठे रहते हैं परंतु एसीपी की फाइल को आगे नहीं बढ़ाते परिणाम यह निकलता है कि एसीपी फाइल वहां दीमक की भी भेंट चढ़ जाती है।
कनीना के एक शिक्षक की फाइल के साथ भी ऐसा हुआ। उनकी की सर्विस बुक को दीमक चट कर गई। बेचारे को मजबूरी में न्यायालय में शरण लेनी पड़ी परंतु एसीपी फिर भी नहीं लग पाई है। इससे बड़ा मजाक क्या हो सकता है। अध्यापक नेता धर्मपाल शर्मा ने बताया कि हर वर्ष सैकड़ों फाइलें उच्च अधिकारियों के पास जाती है और लौटने का नाम नहीं लेती। यहां तक कि अगला एसीपी लगने तक उनकी पिछली एसीपी ही नहीं लग पाती या बहुत से शिक्षक बेचारे सेवानिवृत्त हो जाते हैं और एसीपी को तरसते रहते हैं। शिक्षा मंत्री तक कई बार यह बात पहुंचाई जा चुकी है किंतु शिक्षा मंत्री इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। शिक्षा विभाग में इस प्रकार के भ्रष्टाचार और देरी से शिक्षकों को कब छुटकारा मिलेगा इसके लिए शिक्षक ऐसे शिक्षा मंत्री का इंतजार कर रहे हैं जो इस भ्रष्टाचार और देरी करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर सके। एक अधिकारी के पास एक सप्ताह तक फाइल रुकी रहे तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
जागो वोटर जागो
मत का प्रयोग करना चाहिए-जसवंत
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कनीना की आवाज। समाजसेवी जसवंत बबलू अपने आसपास लोगों को वोट डालने के लिए जागरूक कर रहे हैं। उनका हना है कि स्वयं भी वोट डालना है तथा दूसरों को भी वोट जरूर डालने के लिए प्रेरित करना है। वोट डालने का अधिकार बड़ी मुश्किल से मिला है, इसका उपयोग करना चाहिए।
श्री बबलू का कहना है कि जब चुनाव आयोग ने उनको मत डालने का अधिकार दे दिया है और मतदाता पहचान पत्र बनवा दिया है तो इसका उपयोग भी करना चाहिए। अपना मत डालकर परोक्ष रूप से सत्ता में अपनी भागीदारी एवं जिम्मेदारी निभानी चाहिए। आज के दिन अगर मत का प्रयोग नहीं किया गया तो अपनी पसंद का नेता सत्ता तक नहीं पहुंच सकेगा और जनहित के तथा अपने क्षेत्र के विकास कार्यों को पूर्ण नहीं करवा पाएंगे। देशहित एवं समाजहित के लिए बेहतर नेता का चुनाव करना चाहिए। ऐसा नेता हो जो आने वाले समय में उनकी सभी मांगे पूरी कर सके। और मनोबल बढ़ेगा। ऐसे में अच्छे प्रत्याशी का चुनाव करने के लिए वोट डालने जरूर जाना है। वोट किसी के कहने और दबाव से नहीं अपितु स्वतंत्र रूप से दिया जाना चाहिए। वोट अपनी मर्जी से किसी को भी दिया जा सकता हे।
फोटो: समाजसेवी जसवंत सिंह बबलू
12 मई को नहीं लगेगा मुफ्त चिकित्सा शिविर
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कनीना की आवाज। सेवा भारती द्वारा संचालित हर महीने के दूसरे रविवार को लगने वाला कैंप इस बार कुछ अपरिहार्य कारण से नही लग पायेगा। इस संबंध में जानकारी सेवा भारती के योगेश अग्रवाल ने दी।
कनीना में लोक अदालत 11 मई को
--सुने जाएंगे विभिन्न प्रकार के केस
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कनीना की आवाज। 11 मई को कनीना न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सभी तरह के दिवानी, रिकवरी, चालन व अन्य मोटर व्हीकल एक्ट वगैराह के मामले आपसी समझौते से निपटारा किया जाएगा। इस लोक अदालत की सुनवाई के लिए लोक अदालत बैंच का गठन किया गया है जिसके अध्यक्ष कनीना न्यायालय के जेएमआईसी प्रवीण कुमार व सदस्य पूर्व प्रधान ओपी रामबास रहेंगे। जिसमें पहुंचकर लोग अपने विवादों का निपटारा कर सकते हैं।
425वें दिन जारी रहा धरना
--कट की एकमात्र मांग है
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए 425वें दिन धरना जारी रहा। अध्यक्षता डाक्टर रामभक्त स्वामी बाघोत ने की। उन्होंने बताया कि 40 गांवों की जरूरत को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का होना बहुत जरूरी है। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक यह आस लगाए बैठे हैं कि केंद्र सरकार जल्द ही कट का काम शुरू करेगी और ग्रामीणों के विकास के रास्ते खुल जाएंगे। सुभाष चंद्र और राजेंद्र सिंह कटेसरा धरना स्थल पर पहुंचे।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि कट का काम शुरू न होने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश है लेकिन हौसले बुलंद है। ग्रामीणों ने प्रतिज्ञा ले रखी है जब तक राष्ट्रीय कट का काम शुरू नहीं होता है, तब तक धरना स्थल पर डटे रहेंगे।
इस मौके पर सरपंच हरिओम पोता, पहलवान रणधीर सिंह, सतपाल चेयरमैन, नरेंद्र शास्त्री,डॉ लक्ष्मण सिंह, मास्टर विजयपाल, राज सिंह यादव, मुंशी राम, सूबे सिंह पंच, बाबूलाल, सत्य प्रकाश, प्रधान कृष्ण कुमार, पंडित मनीराम अत्री, पंडित संजय कुमार, सतपाल, मनफूल,दाताराम, मास्टर विजय सिंह, प्यारेलाल,पूर्व सरपंच हंस कुमार,सुरेंद्र सिंह, ओमप्रकाश, सीता राम, डा. राम भक्त, सूबेदार हेमराज अत्री, रोशन लाल, इंस्पेक्टर सत्यनारायण व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 08: कट की मांग लेकर धरने पर बैठे किसान।
जेब कतरों से सावधान.......
रैली और सभा में जाते समय ध्यान रखें अपनी जेब का
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कनीना की आवाज। रैली, सभा, जनसभा तथा मीटिंग आदि में जेब कतरों से सावधान रहे। जब कहीं किसी कार्यालय का उद्घाटन होता है, रैली सभा आदि होती है तो जेब कतरे सक्रिय हो जाते हैं। जहां जेब कतरे मौका देखकर किसी का मोबाइल तो किसी के पैसे चोरी कर लेते हैं क्योंकि नेताओं के समर्थक जोश में आए रहते हैं और वे अपने नेता की ओर ज्यादा ध्यान देते हैं जेब की ओर नहीं जिसके कारण जेब कतरे झटपट अपना काम कर जाते हैं। कनीना में कांग्रेस कार्यालय उद्घाटन समय भी ऐसी घटना घटी। विगत दिनों भी भी ऐसा ही कारनामा जेब कतरों का सामने आया था। ऐसे में किसी भी सभा, जनसभा में जाते हो तो अपनी जेब का जरूर ख्याल रखें।
अक्षय तृतीया का पर्व मनाया गया
--आखा तीज नाम से जानते हैं लोग
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में अक्षय तृतीय शुक्रवार को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया गया। ।अक्षय तृतीया को कई कारणों से साल का सबसे शुभ दिन माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया से ही सतयुग और त्रेतायुग का आरंभ हुआ था। इसी दिन भगवान विष्णु ने नर नारायण का अवतार भी लिया था। भगवान परशुराम का जन्म भी अक्षय तृतीया को ही हुआ था। इसी शुभ तिथि से भगवान गणेश ने महाभारत काव्य लिखना प्रारंभ किया था।
इतना ही नहीं, बद्रीनाथ के कपाट केवल अक्षय तृतीया से ही खुलते हैं और केवल इसी दिन ही वृन्दावन में भगवान बांके बिहारी जी के चरणों के दर्शन होते हैं। कहा जाता है कि इसी दिन मां गंगा भगवान विष्णु के चरणों से धरती पर अवतरित हुई थीं। वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया या आखा तीज के रूप में भी जाना जाता है। इसे अक्षय तीज भी कहते हैं।
आर्य समाज रसूलपुर का दो दिवसीय उत्सव 11 से
--कनीना के भगत सिंह होंगे मुख्य अतिथि
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कनीना की आवाज।। आर्य समाज रसूलपुर का 34वां वार्षिक उत्सव 11 मई से शुरू होगा। संगीत की सहायता से चरित्र निर्माण राष्ट्र प्रेम की शिक्षा दी जाएगी। इस मौके पर मुख्य अध्यक्षता भगत सिंह प्रमुख समाज सेवी कनीना होंगे। इस मौके पर यज्ञ, भजन उपदेश आयोजित होंगे। विस्तृत जानकारी देते हुए सतीश आर्य ने बताया कि इस मौके पर संगीता आर्य सहारनपुर, अचार्य अनुज शास्त्री देहरादून, विजयपाल जटगांवड़ा, महाशय बंसी राम कलवाड़ी, वेदपाल शास्त्री महेंद्रगढ़, राम अवतार पुरुषार्थी ,भजन मंडली कार्यक्रम आयोजित करेगी।
कांग्रेस सांसद प्रत्याशी राव दान सिंह ने किया कनीना में कार्यालय उद्घाटन
--विभिन्न नेता हुए शामिल
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कनीना की आवाज। कनीना में कांग्रेस सांसद प्रत्याशी राव दान सिंह ने अपने कार्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बहुत सुंदर अवसर है जब विभिन्न लोगों से मेल मिलाप हो गया है। 25 में के चुनाव होने जा रहे हैं इसमें महेंद्रगढ़ भिवानी सीट से भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा एक अवसर लोगों को दिया है। मुझे प्रत्याशी बनाया है। इस अवसर को कभी जाया न जाने देना, टिकट तो मिल गई है जीत आपको दिलानी है। उन्होंने कहा कि भिवानी और दादरी क्षेत्र में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ चुनाव रैली आयोजित होनी है। ऐसे में इस क्षेत्र के लोग कंधे से कंधा मिलाकर उन्हें जीत की ओर अग्रसर करें। ए उन्होंने कहा कि एक तरफ जानता है दूसरी तरफ भाजपा है। भाजपा प्रोपगेंडा की पार्टी है। इस पार्टी ने देश को पीछे धकेला है। अब तो भाजपा को हटाना है और कांग्रेस को आगे लाना है। भाजपा के पास कोई चुनावी मुद्दा नहीं है क्योंकि भाजपा ने विगत चुनावों में केवल प्रोपगेंडा करके लोगों के वोट हासिल कर लिए थे परंतु इस बार लोग उनके झांसे में आने वाले नहीं है। कर्मचारी, मजदूर, आम आदमी सभी उनसे दुखी हैं। बेरोजगारी बढ़ गई है, हत्या लूटपाट, अत्याचार बढ़े है। उन्होंने इस बार कांग्रेस को वोट देकर उसे जीत में बदलने की मांग की। इस अवसर पर कनीना क्षेत्र में कुछ लोगों का देहांत हो गया था उनको भी मंच से श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर राव नरेंद्र सिंह, अनीता यादव, अक्षत राव, सम्राट, सत्यनारायण तथा विभिन्न जन मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन करते राव दान सिंह
गांव कलवाडी में लोगों को साइबर अपराधों से बचाव को किया जागरूक
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कनीना की आवाज। एसपी अर्श वर्मा के निर्देशानुसार थाना सदर कनीना प्रबंधक निरीक्षक रामनाथ ने गांव कलवाडी में लोगों को साइबर अपराधों के बारे में अवगत करवाया और उनसे बचने के उपाय बताए। इसके साथ ही लोगों को हेल्प लाइन नंबर 1930 की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। टीम ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि अज्ञात लिंक पर क्लिक ना करें। उस लिंक पर क्लिक करने आपके फोन का डाटा हैक हो सकता है या उस लिंक पर क्लिक करने पर ऐप डाउनलोड होने पर फर्जी ब्राउजर आपके मोबाइल/कंप्यूटर पर डाउनलोड हो जाता है। जिससे साइबर अपराधी आपकी निजी डिटेल्स को हासिल कर लेते हैं। टीम ने बताया कि इस बात का ध्यान रखें कि अपना कार्ड नंबर, सीवीसी, पिन, ओटीपी, इंटरनेट बैंकिंग यूजर आईडी, इंटरनेट बैंकिंग पासवर्ड, डेबिट कार्ड ग्रिड वैल्यू या यूआरएन (यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर) को कभी किसी व्यक्ति के साथ शेयर नहीं करें। इन डिटेल्स को शेयर करने पर अपराधी को आपके अकाउंट का अनाधिकृत एक्सेस मिल सकता है।
फोटो कैप्शन 07: साइबर क्राइम के विषय में जानकारी देते पुलिस अधिकारी।
उन्हाणी हादसे को लेकर महापंचायत 11 को
-विभिन्न मुद्दों पर होगी चचा
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कनीना की आवाज। गांव उन्हाणी के पास हुए सड़क हादसे के मामले को करीब एक माह पूरा होने को है लेकिन अभी भी स्कूल डायरेक्टर सुभाष पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जिसके चलते मृतक बच्चों के परिजनों में प्रशासन व सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है। संजय शर्मा, जगदीश प्रसाद, ओमप्रकाश, महेश धनौंदा, कवेन्द्र, रविन्द्र, दुष्यंत, राजकुमार, चंदरुप, राकेश, पूर्व सरपंच भगवत दयाल, राधेश्याम, संदीप आदि ने बताया कि 11 मई को मृतक बच्चों के परिजनों की तरफ से उन्हाणी में दादरी मोड़ के पास शिव मंदिर में महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आरोपित की गिरफ्तार व अन्य मुद्दों को लेकर विचार विमर्श किया जाएगा। बता दे कि इस हादसे में 6 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी व करीब दो दर्जन से अधिक बच्चे घायल हुए थे। जिस पर पुलिस ने बस में सवार घायल छात्रा की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिनमें बस चालक धर्मेंद्र वासी सेहलंग, स्कूल प्रिंसिपल दीप्ति वासी कनीना, होशियार सिंह वासी कनीना स्कूल के सचिव और सेहलंग के रहने वाले बस चालक के चार साथी निट्टू उर्फ हरीश, संदीप, भूदेव और नरेश उर्फ कालिया व स्कूल संचालक राजेन्द्र सिंह लोढ़ा शामिल है।
सुंदराह गांव में लगा भंडारा, मेला
-दूर दराज से पहुंचे भक्त
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कनीना की आवाज। जिला के गांव सुन्दरह में बाबा जिंदादेव का भंडारा व मेला आयोजित हुआ। रात्रि को जागरण में बाबा का गुणगान कर श्रद्धालुओं को भाव विभोर किया। मेला व भंडारा में अतरलाल एडवोकेट ने पहुंचकर बाबा जिंदादेव पर चादर चढ़ाकर इलाके, समाज तथा देश की खुशहाली की प्रार्थना की। इस अवसर पर सतबीर सरपंच, धर्मेन्द्र सेवक, मांगेराम शर्मा और आशीष ने कहा कि बाबा जिंदादेव के दरबार में जो सच्चे मन से आता है उसकी कामनाएं जरूर पूरी होती हैं। अतरलाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति और धर्म में देवी-देवताओं की पूजा करने का विधान है। इससे आत्मा में शक्ति आती है और श्रद्धालु अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए आगे बढ़ता है। उन्होंने बाबा जिंदादेव की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि बाबा से हमें परोपकारी तथा पर्यावरण हितैषी बनने की सीख मिलती है। इस अवसर पर वेदप्रकाश, मांगेराम शर्मा, गोकलचंद, सतबीर सरपंच, पवन कुमार, धर्मेन्द्र सिंह, हरिभगवान, बंशीलाल, रामौतार, रामपाल, अनिल, रामनिवास जांगड़ा, मंजीत, आशीष, भागसिंह तंवर, राकेश यादव आदि अनेक गणमान्य उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 06: बाबा जिंदादेव पर चादर चढ़ाते हुए लोग।
लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से पूरा कराया जाएगा
--वाहनों की सर्च अभियान जारी
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कनीना की आवाज। हरियाणा में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रखते हुए उन्हानी टी-प्वाइंट पर गाडिय़ों की चेकिंग करते हुए एफएसटी प्रथम सत्यपाल सिंह ने लोकल व बाहर से आने वाली गाडिय़ों की सघन जांच की। इस अवसर पर जानकारी देते हुए सत्यपाल सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से कराने को लेकर उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर हमारी टीम काम कर रही है और हम सुबह से शाम तथा रात को भी जगह-जगह नाके लगाकर बाहर से आने वाली गाडिय़ों की बारीकी से जांच कर रहे हैं। गाडिय़ों में क्या जा रहा है और कहां से आ रहा है तथा गाडिय़ों में चालक कहां से आया है इसकी पूरी जानकारी रिकार्ड की जाती है तथा कौन क्या कर रहा है ताकि आने वाले चुनाव में शांतिप्रिय ढंग से मतदान कराया जा सके। इस अवसर पर उनके साथ पुलिस टीम के अलावा अन्य विभागों के कर्मचारी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 04: चुनावों को ध्यान में रखते हुए गाडिय़ों की जांच करते हुए
संतो के बताए मार्ग पर चलकर मानव पा सकता है मोक्ष-समर्पणानंद
--बव्वा में आयोजित हुआ कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने जिन गोविंद दियो मिलाय। ये विचार श्रीहरी आश्रम बव्वा के महंत कैलाश दास ने अपने गुरु परम संत शिरोमणि स्वामी रामानंद दास महाराज की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित विशाल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि परम स्वामी रामानंद दास 3 वर्षों पहले अपने देह रूपी शरीर को त्याग कर परमात्मा में विलीन हो गए थे। आज उनकी तीसरी पुण्यतिथि है जिस पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। वही इस कार्यक्रम में क्षेत्र के सैकड़ों संतों तथा समाजसेवी लोगों ने भाग लेकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में दड़ोली आश्रम के संत स्वामी श्री शरणानंद जी महाराज की की गद्दी पर विराजमान स्वामी समर्पणनंद महाराज ने संबोधित करते हुए कहा कि संत तो पारस की पथरी होते हैं जो भी उनके सानिध्य में आता है वह लोहा भी सोना बन जाता है। इसलिए संतों की सेवा में जाना चाहिए तथा उनके बताएं मार्ग पर आगे बढऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि संत किसी वस्तु के भूखे नहीं हैं, वो तो सदा ही अपने भगवान रूपी खजाने में से लोगों को आशीर्वाद रूपी खजाना देते रहते हैं और उनके दुख दर्द स्वयं सहन करते हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के ही नहीं बल्कि दक्षिण हरियाणा के महान संत थे जिन्होंने कभी भी अपने बारे में किसी को कुछ नहीं बताया क्योंकि अच्छे संत सदा अपने आप को छुपा के रखना चाहते है।
इस अवसर पर ब्रह्मचारी संत शिवानंद महाराज, बिहाली आश्रम से स्वामी बालक दास महाराज, जीवड़ा आश्रम से नैष्ठिक महाराज, बूचावास गौशाला के संचालक स्वामी वि_ल गिरी महाराज के अलावा अन्य सैकड़ों संत व भक्त जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 03: श्रीहरी आश्रम बव्वा मेंयज्ञ करते हुए
सेवानिवृत्ति के बाद एक नई जिंदगी शुरू होती है-डा राजेंद्र सिंह
--देशराज मुख्य शिक्षक हुए सेवानिवृत्त
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कनीना की आवाज। सेवानिवृत्त होने के बाद इंसान एक ओर जिंदगी की ओर अग्रसर हो जाता है। नई जिंदगी की शुरूआत सेवानिवृत्ति के बाद से ही शुरू होती है। ये विचार कनीना उपमंडल के गांव खेड़ी तलवाना के मुख्य शिक्षक देशराज की सेवानिवृत्ति समारोह में नाहड़ खंड के बीआरसी डा. राजेंउद्र सिंह ने व्यक्त किये। देशराज मुख्य शिक्षक कोटिया निवासी खेड़ी तलवाना से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने 35 साल 7 महीने सेवा की है। वे कोटिया, सैदपुर, कनीना, ढाणी भडफ़, सीहोर और खेड़ी तलवाना सेवा दे चुके हैं।
डा राजेंद्र सिंह ने कहा कि हर अधिकारी या कर्मी को एक न एक दिन सेवानिवृत्त होना होता है। बेहतर एवं ईमानदारी से सेवा निभाने वाले की कद्र बढ़ जाती है। उदेशराज एचटी ने स्कूल को अग्रणी बनाया। उनका योगदान बेहतर रहा है।
उधर मुख्य शिक्षक रामनिवास ने कहा कि अधिकारी एवं कर्मी कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं अपितु सेवानिवृत्ति के बाद उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। एक कर्मी जब कभी सेवा आता है तो उसकी सेवानिवृत्ति की तिथि घोषित हो जाती है। हर कर्मी को इस दिन से होकर गुजरना ही होता है। कभी वो दूसरों की सेवानिवृत्ति को देखता है तो कभी अपनी सेवानिवृत्ति में शामिल होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का योगदान अमर है तथा अमर रहेगा। उन्होंने कहा कि कितना हर्ष का विषय है कि बेदाग छवि के व्यक्तित्व देशराज की सेवानिवृत्ति में भारी संख्या में जन उपस्थित हुए हैं।
देशराज यादव ने कहा कि उन्होंने शिक्षा विभाग के लिए कोल्हू के बैल की भांति काम किया है। उन्होंने उतना काम किया है जितना अपने शरीर से कर सकने की क्षमता थी। सदा ही दूसरों का हित किया है तथा हर कर्मी एवं अधिकारी से मिलजुलकर काम किया है। अब वे जनसेवा करते रहेंगे।
इस मौके पर एसएमसी सदस्य अशोक, योगराज, अजय, एसडीओ बस्तीराम, कर्नल खुशीराम, दीपक लाटा प्राचार्य एवं अन्य कर्मी मौजूद थे। इस मौके पर सभी अतिथियों को राव कन्हीराम जन सेवा ट्रस्ट की ओर से स्मृति चिह्न व समस्त विद्यार्थियों को मिठाई खिलाई गई।
फोटो कैप्शन 01: देशराज एचटी के सेवानिवृत्ति में अधिकारी।
पेयजल की गुणवत्ता की जानकारी दी गई
-जल परीक्षण भी किये गये
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव पोता में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कनीना द्वारा घर-घर जाकर जल जागरूकता अभियान चलाया।
खंड संसाधन संयोजक मोहित कुमार ने बताया कि गर्मी के मौसम में पेयजल आपूर्ति करवाना विभाग के लिए एक चुनौती बन जाता है।
ऐसे में ग्रामीण उपभोक्ताओं का सहयोग बहुत जरूरी है ।
गांव स्याणा में घर घर जाकर खुले चलने वाले नल , दूषित नल कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं टैप लगाने और नल स्टैंड पोस्ट करने की हिदायत दी गई ताकि सभी घरों तक पेयजल आपूर्ति हो सके।
इसके साथ साथ गांव सूक्ष्म जीव परीक्षण, क्लोरीन टेस्ट भी किए गये ताकि सुनिश्चित हो सकें की शुद्ध जल घरों तक पहुंच रहा है।
उपभोक्ताओं को पेयजल से संबंधित समस्याओं के निवारण हेतु विभाग की टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर के उपयोग बारे भी बताया गया। इस दौरान पंप आपरेटर गौतम शर्मा, सतीश कुमार, धिरेंद्र मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 02: पेयजल के बारे में जानकारी देते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कनीना
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