Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Tuesday, October 11, 2022

 
करवा चौथ पर रंगोली बनाने की दी गई जानकारी
-रंगोली प्रतियोगिता भी आयोजित
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कनीना की आवाज। राजकीय कन्या महाविद्यालय में उन्हाणी में  महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में, प्राचार्य डा विक्रम यादव के मार्गदर्शन तथा कार्यक्रम अधिकारी डा अंकिता यादव के निर्देशन में करवा चौथ पर्व के उपलक्ष्य में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस अवसर पर छात्राओं द्वारा  आकर्षक  एवं सुंदर रंगोली बनाकर अपनी कला  कौशल का प्रदर्शन किया । विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य ने बताया की रंगोली हमारी सांस्कृतिक विरासत है। इसे आगे बढ़ाना हम सबकी जिम्मेदारी है।  इस प्रतियोगिता का उद्देश्य कलात्मक प्रतिभा को पहचानना है। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रेनू, पुजा, कोमल, अनु, तनु (बी.ए द्वितीय वर्ष), द्वितीय स्थान पर  मोनिका, सपना, डिम्पल, पूजा, दीक्षा (बी.ए  द्वितीय वर्ष) तथा तृतीय स्थान पर  सुनीता, रितु (बीएससी द्वितीय वर्ष), प्रीति, मोनिका, पूनम, पुजा, महिमा तथा प्रिया एवं प्रीति पर रही । निर्णायक मंडल की भूमिका नीतू एवं सीमा ने निभाई।  प्रतियोगिता के दौरान महाविद्यालय परिवार के सदस्य डा सुधीर, सोमेश, हरपाल, अनिल, राजेश, मोनू यादव , कंवर सिंह, देवेंद्र, मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 01: उन्हाणी कालेज में रंगोली बनाते हुए विद्यार्थी।





पेट संबंधित बीमारियों का मुफ्त कैंप 16 को कनीना मंडी में
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कनीना की आवाज। लाला शिवलाल धर्मशाला कनीना मंडी में 16 अक्टूबर को प्रात: 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक मुफ्त पेट, आंत और लीवर का शिविर आयोजित किया गया है।
 विस्तृत जानकारी देते हुए भारत विकास परिषद के योगेश अग्रवाल ने बताया कि डॉ नीलकमल अस्पताल के डॉक्टर मरीजों की जांच करेंगे। उन्होंने बताया कि बीपी एवं शुगर की दवाइयां मुफ्त में दी जाएंगी।





कनीना मंडी में बाजरे की खरीद पुन: शुरू
-7 अक्टूबर को जो टोकन काटे गए उन्हीं की हुई खरीद
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कनीना की आवाज। कनीना अनाज मंडी में जहां उठान का कार्य त्वरित गति से चल रहा है वही 7 अक्टूबर को जिन किसानों की टोकन काट दिए गए थे तथा बारिश के वजह से खरीद नहीं हो पाई उनकी खरीद की गई। करीब 5000 क्विंटल बाजरे की खरीद मंगलवार को की गई।
विस्तृत जानकारी देते हुए हैफेड मैनेजर संजीव कुमार ने बताया कि कनीना अनाज मंडी में उठान का कार्य तेजी से चल रहा है। करीब 77258 बैग बाजरे के कनीना मंडी में इक_े हो गए थे जिनमें से 53000 बैग का उठान हो चुका है, शेष है बैग का उठान जल्दी कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक नई खरीद नहीं की जा रही है। केवल पिछले दिनों काटे गए टोकन वाले किसानों की ही बाजरे की खरीद की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो आदेश ऊपर से होंगे उनका पालन किया जाएगा।
 मंगलवार के बाद करीब 24000 बैग बाजरे के कनीना अनाज मंडी में रह जाएंगे जिनका उठान बुधवार तक पूरा किए जाने की संभावना है। उधर डीएम हैफेड नीरज त्यागी ने कनीना मंडी का दौरा किया और खरीद के बारे में कुछ आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
फोटो कैप्शन 02: कनीना मंडी में बाजरे के बैग के लगे हुए ढेर।



नामांकन से पहले ही मोबाइल फोन बना प्रचार एवं वोट पाने का बेहतर विकल्प
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कनीना की आवाज। कनीना के 55 गांवों में 30 अक्टूबर एवं दो नवंबर को पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव लडऩे के इच्छुक मोबाइल के जरिये अपनी दावेदारी तथा वोट पाने की अपील कर रहे हैं।  कनीना क्षेत्र के प्रत्याशियों के लिए ये चुनाव महंगे साबित होते हैं।
 नामांकन से पूर्व ही चुनाव प्रचार के लिए प्रत्याशियों ने कई तरीके अपनाए हैं जिनमें घर घर जाकर वोट पक्के करना,  मातमपूर्सी के बहाने, चाय पानी के बहाने, यारी दोस्ती के बहाने, बहन बेटियों से मिलने के बहाने, बूढ़े बड़ों से आशीर्वाद पाने, मंदिर आदि में धोक लगाने के बहाने, मेले एवं उत्सव में शामिल होकर, थाने आदि में मदद करने के बहाने या फिर युवा पीढ़ी द्वारा आधुनिक इलेक्टोनिक माध्यम के जरिए जमकर प्रचार कर रही है। व्हाटसअप एवं फेसबुक पर भारी संख्या में चुनाव लडऩे वाले अपनी अपनी फोटो दिखाने लग गये हैं और दावेदारी जता रहे हैं।
 पोस्टर एवं बैनर भी विभिन्न रास्तों पर ऊंचाई पर टांग दिये गये हैं। हुक्का, चाय, बीड़ी, सिगरेट, खान पान से सेवा करके वोटरों का मन टटोल रहे हैं।
 युवाओं के सिर चढ़कर बोला मोबाइल-
युवा पीढ़ी इस बार चुनावों में बढ़ चढ़कर भाग ले रही है जो आधुनिक इलेक्ट्रोनिक यंत्रों को पीछे नहीं छोड़ रही है। मोबाइल पर जमकर संदेश आते रहे हैं कि फलां व्यक्तित्व को वोट देना न भूले। मोबाइल पर संदेशों के अलावा ई-मेल के जरिए, वाट्स एप, फेस बुक आदि पर तो भारी प्रचार युद्ध चला है।  युवाओं को बेशक वोट मिले या न मिले उन्होंने आधुनिक यंत्रों की जमकर मदद ली है। चुनाव की पूरी तैयारियां हैं और 14 अक्टूबर से नामांकन शुरू हो जाएंगे। इस बार युवा वर्ग में अधिक उत्साह होने के चलते भारी संख्या में लोगों की चुनाव लडऩे की संभावना बन गई है।






पंचायत चुनावों को लेकर मारामारी
चुनाव लडऩे वाले कुकुरमुत्ते की भांति सक्रिय
युवा हो या वृद्ध चुनावों का रंग चढऩे लगा
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कनीना की आवाज। पंचायत चुनावों की घोषणा होते ही लोग चुनाव लडऩे के लिए सक्रिय हो गये हैं। चुनावों की तिथि घोषित होने पर भारी संख्या में युवा एवं वृद्ध चुनाव लडऩे के लिए लालायित हैं।
  चुनाव लडऩे को लेकर वर्ष 2015 के चुनावों से जहां शैक्षणिक योग्यता रख देने से सैकड़ों लोग चुनाव से बाहर हो गए हैं वहीं वे बदले में कई कई लोगों को चुनाव के लिए प्रेरित कर रहे हैं। अपने परिवार के सदस्यों को भी चुनाव में उतार रहे हैं। चुनाव लडऩे के लिए जहां युवा वर्ग आतुर हैं उससे कहीं अधिक बुजुर्ग हैं। गांवों में तो वोट मांगने का सिलसिला तेज हो गया है। कहीं काम नहीं आई दसवीं या बारहवीं की सर्टिफिकेट अब काम आ रही है।
  एक ओर चुनाव आने से लोग चुनावों की तैयारी में लग रहे हैं वहीं कुछ लोग तो दीवारों पर लंबे अर्से से पोस्टर आदि लगाकर चुनाव प्रचार करते आ रहे हैं। इस बार महिला प्रत्याशियों के चुनावों में अधिक उतरने की संभावना बन गई है क्योंकि बुजुर्ग अपने वक्त में दसवीं नहीं कर पाए किंतु उनके घर में पढ़ी लिखी पुत्रवधू आ गई हैं। अब वे अपना दांव उन महिलाओं पर अधिक लगा रहे हैं।
 चुनावों के कारण घरों में 2015 के चुनावों में टायलेट बना दिये गये थे। जो भी चुनाव लड़ेगा उसके घर में टायलेट होने की शर्त लगी हुई है जिनके घरों में टायलेट नहीं हैं वो अब टायलेट बनवा रहे हैं वहीं सभी प्रकार के बिल चुकता कर रहे हैं। इससे सरकार को आय होगी वहीं डिफाल्टर चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। लिखे पढ़े ही पंच, सरपंच आदि होंगे।
  विगत 2015 में चुनाव लडऩे में जहां कई कार्रवाई पूर्ण की जा रही हैं वहीं चुनाव प्रक्रिया पूर्ण करवाने के लिए तथा नामांकन भरवाने वालों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। अकसर शिक्षक यह भूमिका निभाते हैं। नामांकन के दौरान उन्हें सभी कागजात बेहतर ढंग से चैक करके नामांकन करवाना होगा वरना उन्हीं पर आंच आने की संभावना बढ़ जाएगी।
   अब जब नामांकन प्रक्रिया शुरू होने वाली है चुनावी चर्चाएं हुक्कों की बुड़बुड़ाहट पर तथा चौपालों में सुनाई पडऩे लगा है। कुछ तो हमदर्द बनने लगे हैं और पुराने घावों पर मरहम लगाकर वोट की राह आसान बना रहे हैं।




बार एसोसिएशन कनीना ने रखा दो मिनट का मौन
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कनीना की आवाज। उत्तरप्रदेश के पूर्व  मुख्यमंत्री व पूर्व रक्षामंत्री व धरती पुत्र के नाम से मशहूर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के निधन पर बार एसोसिएशन कनीना ने मौन धारण किया। पर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बार एसोसिएशन कनीना के प्रधान दीपक चौधरी ने बताया कि नेताजी मुलायम सिंह यादव ने अपने जीवन की शुरुआत एक छोटे से परिवार से उठकर और पूरे भारत में अपनी शख्सियत का लोहा मनवाया। नेताजी मुलायम सिंह यादव ने मजदूर किसान और गरीब तबके के लिए जी-जान से उनकी मदद करने में कभी पीछे नहीं हटे। उनके सहज और सरल स्वभाव से उनके समर्थक उनके मुराद है। सभी अधिवक्ताओं ने मौन धारण कर उन को सच्ची श्रद्धांजलि दी। मौके पर पूर्व प्रधान रामेश कौशिक, कुलदीप कनीनवाल, कैलाश चंद्र गुप्ता, आर एस यादव एडवोकेट, गिरवर लाल कौशिक, विजेंद्र यादव पूर्व प्रधान, सुभाष चंद शर्मा,सचिव सुनील राव, अनिल शर्मा रसूलपुर, योगेश गुप्ता, श्रीकिशन यादव, दिनेश जासावास,विजय कलस्यान, परविंद्र छितरौली ,राजकुमार का पाथेड़ा , ओपी रामबास, राकेश मानपुरा ,विजय ककराला,मंजीत कोटिया,विकाश गुर्जर, नवीन कौशिक,मनोज कौशिक ,हरीश गहरा,रमेश कुमार, भास्कर चौधरी,विकाश लुखी, कृष्ण सुरजनवास,भूदेव शर्मा,सुधीर यादव,सतीश दहिया,सतीश करीरा,संत कुमार करीरा आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03: कनीना बार एसोसिएशन के पदाधिकारी मौन रखते हुए।










जन्म और मृत्यु सब ईश्वर के अधीन है हमारे शास्त्रों के अनुसार जन्म और मृत्यु सब प्रारब्ध के कर्मों के अनुसार है-कैलाश शर्मा
-स्व. शिवकुमार शर्मा ने शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी अपने जीवन में बढ़ चढ़कर भाग लिया-राधेश्याम शर्मा
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कनीना की आवाज। जन्म और मृत्यु सब ईश्वर के अधीन है हमारे शास्त्रों के अनुसार जन्म और मृत्यु सब प्रारब्ध के कर्मों के अनुसार हैं। उक्त बातें पूर्व मंत्री कैलाश शर्मा ने क्षेत्र के गांव सेहलग में सेवानिवृत्त मुख्य अध्यापक स्व.शिवकुमार शर्मा की रस्म पगड़ी में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहीं। इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा भी मौजूद थे। पूर्व मंत्री कैलाश शर्मा ने कहा कि मनुष्य के इस संसार के चले जाने के बाद अपने जीवन काल में उसके द्वारा किए गए कर्मों की बदौलत उसे याद किया जाता है यही कारण है कि सेवानिवृत्त मुख्य अध्यापक शिवकुमार शर्मा के संसार से चले जाने के बाद उनके द्वारा उनके जीवन काल में किए गए अच्छे कर्मों की बदौलत उन्हें याद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिवकुमार शर्मा का अध्यापन के क्षेत्र में बड़ा नाम था उन्होंने अपने जीवन काल में लोगों को शिक्षा रूपी दान दिया। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा ने कहा कि सेवानिवृत्त मुख्य अध्यापक स्व. शिवकुमार शर्मा द्वारा पढ़ाये गए अनेक छात्र-छात्राएं आज उच्च मुकाम पर पहुंचकर देश सेवा कर रहे हैं। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी अपने जीवन में बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस मौके पर गौड़ ब्राह्मण सभा नारनौल के प्रधान राकेश महता एडवोकेट , नरेश शर्मा, नितेश शर्मा, भाजपा नेता सतवीर यादव, मास्टर जगदीश, राजवीर, होशियार सिंह, कृष्ण ठेकेदार, मदन लाल एडवोकेट,विकाश शर्मा ऐडवोकेट व बाबू बनवारी लाल सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 04: स्वर्गीय शिवकुमार शर्मा की रस्म पगड़ी में मौजूद लोग

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