छठ पूजा का अवकाश घोषित करने की मांग
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में बिहार एवं उत्तरप्रदेश के भारी संख्या में आए हुए लोग या तो छठ पूजा से वंचित रह गए हैं या फिर अपने क्षेत्र में लौट गए हैं। इस वर्ष छठ पूजा के दिन 30 अक्टूबर को ही पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं।
कनीना क्षेत्र में करीब दो हजार लोग दूसरे राज्यों से भारी संख्या में मजदूर एवं मिस्त्री आए हुए हैं जिनके यहां छठ पूजा का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे में ये लोग या तो छठ पूजा के लिए अपने वतन को लौट गए हैं या फिर जो नहीं जा पाए वो मायूस हैं और छठ पूजा से वंचित रह रहे हैं। कनीना के आस पास रेवाड़ी में छठ पूजा मनाए जाने की प्रथा अधिक है। ऐसे में कुछ लोग तो रेवाड़ी जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
कई उत्तरप्रदेश एवं बिहार के लोगों ने बताया कि उनका यह प्रमुख पर्व होता है। इस दिन वे अकसर अपने गांव चले जाते हैं किंतु मजबूरी वश वे जब गांव नहीं जा पाते हैं तो यहीं पर पर्व मना लेते हैं। उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की है कि प्रदेश में भी इस दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए ताकि यह पर्व बेहतर ढंग से मनाया जा सके। मजदूरी करने बिहार से आए रमलू, शौनक, दानू तथा उत्तर प्रदेश से आए मुन्नीलाल, धर्मा, खेताराम तथा रेवती ने बताया कि उनके साथी उत्तर प्रदेश तथा बिहार जा चुके हैं। 30 अक्टूबर को छठ पूजा का पर्व मनाया जा रहा है। इस पर्व में शामिल होने चले गए हैं किंतु मजदूरी अभी जारी है ऐसे में वे मजदूरी छोड़कर अपने प्रदेश को नहीं जा सके और वे या तो पर्व कनीना में ही मनाएंगे या फिर रेवाड़ी जैसे शहर में जाकर पर्व का मना सकेंगे।
भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है भैया दूज-सुरेंद्र
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कनीना की आवाज। भाइयों के प्रति बहनों के प्रेम और विश्वास का पर्व भाई दूज कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। यह पर्व 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा। भाई दूज के दिन बहने नारियल भाई को देकर टीका करती है, टीका करने के बाद बहने भाई आरती करती करती है, बदले में भाई अपने बहन को गिफ्ट देती है। ये विचार कनीना ज्योतिषाचार्य सुरेंद्र शर्मा ने व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में अलग-अलग क्षेत्रों में कई अनोखी परंपराएं प्रचलित हैं, जिनका निर्वहन करते हुए बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
उन्होंने सुनाई पूरी कहानी-
सुरेंद्र शर्मा ने पूरी कथा सुनाते हुये बताया कि भगवान सूर्य नारायण की पत्नी का नाम छाया था। उनकी कोख से यमराज तथा यमुना का जन्म हुआ था। यमुना यमराज से बड़ा स्नेह करती थी। वह उससे बराबर निवेदन करती कि इष्ट मित्रों सहित उसके घर आकर भोजन करो। अपने कार्य में व्यस्त यमराज बात को टालता रहा। कार्तिक शुक्ला का दिन आया। यमुना ने उस दिन फिर यमराज को भोजन के लिए निमंत्रण देकर, उसे अपने घर आने के लिए वचनबद्ध कर लिया। यमराज ने सोचा कि मैं तो प्राणों को हरने वाला हूं। मुझे कोई भी अपने घर नहीं बुलाना चाहता। बहन जिस सद्भावना से मुझे बुला रही है, उसका पालन करना मेरा धर्म है। बहन के घर आते समय यमराज ने नरक निवास करने वाले जीवों को मुक्त कर दिया। यमराज को अपने घर आया देखकर यमुना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने स्नान कर पूजन करके व्यंजन परोसकर भोजन कराया। यमुना द्वारा किए गए आतिथ्य से यमराज ने प्रसन्न होकर बहन को वर मांगने का आदेश दिया। यमुना ने कहा कि भद्र! आप प्रति वर्ष इसी दिन मेरे घर आया करो। मेरी तरह जो बहन इस दिन अपने भाई को आदर सत्कार करके टीका करें, उसे तुम्हारा भय न रहे। यमराज ने तथास्तु कहकर यमुना को अमूल्य वस्त्राभूषण देकर यमलोक की राह की। इसी दिन से पर्व की परम्परा बनी। ऐसी मान्यता है कि जो आतिथ्य स्वीकार करते हैं, उन्हें यम का भय नहीं रहता। इसीलिए भैयादूज को यमराज तथा यमुना का पूजन किया जाता है।
क्षेत्र में गुरुवार को भाई बहने के अटूट प्रेम को दर्शाता भैया दूज का पर्व मनाया गया। बहनों ने भाइयों को तिलक किया।
वर्ष में दो बार भाई बहन के अटूट रिश्ते को दर्शाने वाले पर्व भैया दूज का आगाज होता है। दीपावली के पर्व के बाद यह पर्व आता है। महिलाएं अपने भाई के आने का बेसब्री से इंतजार किया और व्रत रखकर उनके आने पर खाना खाया।
इस दिन बहनों ने भाइयों की लंबी उम्र की कामना के लिए यम से प्रार्थना की। भाई चलकर बहनों से मिलने के लिए गए। कनीना के ज्योतिषाचार्य सुरेंद्र वशिष्ठ का कहना है कि यह पर्व सभी पर्वों में सबसे बड़ा होता है। इस दिन बहना कहीं भी हो उससे मिलने भाई जरूर जाता है और बहने उन्हें तिलक कर अपने हाथों से मीठा भोजन कराकर फिर भोजन ग्रहण करती हैं। इस पर्व पर बहने अपने भाई की लंबी उम्र की कामना के लिए यमराज से प्रार्थना करती हैं।
फोटो : सुरेंद्र शर्मा।
विभिन्न मंदिरों में मनाया गोवर्धन पर्व
-बांटा अन्नकूट
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में अन्नकुट का पर्व मनाया गया। इसे गोवर्धन नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मंदिरों में खिचड़ी व कढ़ी बांटी गई जिसे प्रत्येक जन ने चाव से खाई। कनीना ही नहीं अपितु समीपी गांवों में भी यह पर्व मनाया गया। कनीना के बड़ा मंदिर में दिनभर अन्नकूट बांटा गया वहीं खाटू श्याम मंदिर, लेखराम बाग कनीना,विश्वकर्मा मंदिर कनीना मंडी,गुढ़ा के सत्यनारायण मंदिर में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया। गोवर्धन पर्व से जुड़ी है श्रीकृष्ण और इन्द्र देव के बीच का प्रसंग।
ज्योतिषाचार्य सुरेंद्र शर्मा ने समस्त जानकारी देते हुए बताया कि एक बार इंद्र देव भगवान् श्रीकृष्ण से कुपित हो गए और मूसलाधार वर्षा करने लगे। गोकुल में इतनी भारी वर्षा देखकर ग्रामीण भयभीत हो गए और चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई। जीव जल में डूबकर मरने लगे तो ग्रामीण दौड़कर भगवान् श्रीकृष्ण के पास आए। भगवान् श्रीकृष्ण ने उस वक्त गोवर्धन पर्वत ही अपनी अंगुली पर उठा लिया और गोकुलवासियों को उसके नीचे आने का आदेश दिया। इस प्रकार इंद्र का गर्व चूर-चूर हो गया और खुश होकर ग्रामीणों ने गोवर्धन पर्वत की पूजा की। इसी दिन आजकल गाय आदि की पूजा करने का विधान भी है। विश्वकर्मा जयंती भी मनाई जा रही है। इस दिन विभिन्न मंदिरों में अन्नकूट बनाकर वितरित किया जाएगा।
अन्नकुट का पर्व मनाया जाता है। इसे गोवर्धन नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मंदिरों में खिचड़ी व कढ़ी बांटी जाती हैं जिसे प्रत्येक जन चाव से खाता है। गोवर्धन पर्व से जुड़ी है श्रीकृष्ण और इन्द्र देव के बीच का प्रसंग। एक बार इंद्र देव भगवान् श्रीकृष्ण से कुपित हो गए और मूसलाधार वर्षा करने लगे। गोकुल में इतनी भारी वर्षा देखकर ग्रामीण भयभीत हो गए और चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई। जीव जल में डूबकर मरने लगे तो ग्रामीण दौड़कर भगवान् श्रीकृष्ण के पास आए। भगवान् श्रीकृष्ण ने उस वक्त गोवर्धन पर्वत ही अपनी अंगुली पर उठा लिया और गोकुलवासियों को उसके नीचे आने का आदेश दिया। इस प्रकार इंद्र का गर्व चूर-चूर हो गया और खुश होकर ग्रामीणों ने गोवर्धन पर्वत की पूजा की। इसी दिन आजकल गाय आदि की पूजा करने का विधान भी है।
उधर लालदास महाराज ने अपने हाथों से कढ़ी खिंचड़ी आदि वितरित की। उन्होंने बताया कि लंबे समय से उनके यहां गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जा रहा है।
उधर कनीना ठाकुर जी के मंदिर में अन्नकूट का ठाकुर का भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। इस दिन नवजात शिशु के बाल भी उतरवाते है। इलाके में पैदा होने वाले बच्चों के मां सहित अनेक महिलाओं ने ठाकुर के मंदिर में आकर प्रसाद ग्रहण करती है और ठाकुर से अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करती हैं । यह कार्य पिछले 500 वर्षों से हो रहा है। कवंर वशिष्ठ ने बताया कि कनीना में सबसे पहला ग्राम देवता ठाकुर ही है जिनके पुजारी को स्वामी कहा जाता है मंदिर में स्त्री पुरुष ने लाइन में लगकर प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर की कढ़ी इतनी स्वादिष्ट बनती है। कि गांव में चर्चा का विषय है इस मंदिर में जन्माष्टमी विशेष रूप से मनाई जाती है ।
फोटो कैप्शन 01: ठाकुर मंदिर में प्रसाद बनाते हुए।
नारनौल से चंडीगढ़ के लिए एनएच 152-डी से शुरू की गई सीधी बस सेवा का लोगों को मिल रहा भरपूर फायदा
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कनीना की आवाज। हरियाणा रोडवेज द्वारा नारनौल से चंडीगढ़ के लिए नेशनल हाइवे 152 डी से शुरू की गई सीधी बस सेवा अब आम नागरिकों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। अब यात्रियों की सुविधा के लिए नारनौल से चंडीगढ़ के बीच पडऩे वाले सभी स्टॉपेज के लिए टाइम टेबल जारी किया गया है।
नेशनल हाइवे 152 डी हरियाणा के आठ जिला कुरूक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी व महेंद्रगढ़ के करीब 112 गांवों से होकर गुजर रहा है। इनके आसपास पडऩे वाले सभी नागरिकों को इन बस सेवा का फायदा मिल रहा है। इतना ही नहीं यात्रियों को इस रूट पर 35 रुपये कम देने के साथ ही दो घंटे समय की भी बचत हो रही है।
ये है नया शेडयूल-
रोडवेज की ओर से जारी किए गए नए शेड्यूल के अनुसार नारनौल से चंडीगढ़ के लिए सुबह 4 बजे 5, 6:40, 8, 10 तथा शाम 6:30 पर बसें चलाई गई है। इनमें सुबह 8 व 10 बजे वाली बस सेवा अब नांगल सिरोही व महेंद्रगढ़ होते हुए बूचावास से नेशनल हाइवे 152 डी पर चढ़ेगी।
वहीं वापसी में चंडीगढ़ से नारनौल के लिए दोपहर 12 बजे 1, 3, 4, 4:40 तथा शाम 6:40 पर बसें रवाना होंगी। इनमें चंडीगढ़ से शाम 4:40 बजे चलने वाली बस का आखरी स्टॉप दादरी रहेगा तथा शेष सभी बसें नारनौल पहुंचेंगी।
हाइवे से नीचे नहीं उतरेगी बस, एंट्री प्वाइंट पर खड़ी होंगी सवारी-
नारनौल डिपो के महाप्रबंधक नवीन शर्मा ने बताया कि यात्रियों को असुविधा न हो इसके लिए चंडीगढ़ तक पढऩे वाले सभी एंट्री प्वाइंट पर यात्रियों को चढऩे तथा उतरने की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार चंडीगढ़ से नारनौल आते समय भी प्रत्येक एंट्री प्वाइंट पर ही बस रुकेगी। उन्होंने यात्रियों से आह्वान किया कि वे इन सभी मार्ग पर एग्जिट प्वाइंट पर खड़े ना हों बल्कि एंट्री प्वाइंट पर खड़े हों। उदाहरण के लिए जिन यात्रियों को महेंद्रगढ़-रेवाड़ी रोड पर बूचावास से बैठना है वे एंट्री प्वाइंट से चढ़कर हाईवे पर खड़े हो जाएं। किसी भी प्वाइंट पर रोडवेज बसें हाईवे से नीचे नहीं उतरेगी। पुलक्रास करने के बाद एंट्री प्वाइंट पर सवारियों को चढऩे व उतरने का मौका मिलेगा।
इन स्थानों पर रुकेंगी बसें-
इसमें नारनौल से चलकर महेंद्रगढ़ रेवाड़ी मार्ग, झज्जर चरखी मार्ग, कलानौर भिवानी मार्ग, रोहतक हिसार मार्ग, लाखनमाजरा महम मार्ग, रोहतक जींद मार्ग, जींद गोहाना मार्ग, पानीपत जींद मार्ग, जींद असंध मार्ग, राजोंद असंध मार्ग, कैथल करनाल मार्ग, पुंडरी करनाल मार्ग, पेहवा कुरुक्षेत्र मार्ग, अंबाला शहर, हरियाणा बार्डर, लालड़ू, डापर, डेराबस्सी, जीरकपुर, यूटी बार्डर से चंडीगढ़ आइएसबीटी पहुंच रही है।
आरओ ने पोलिंग पार्टियों को खंड स्तर पर दी ट्रेनिंग
-पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के लिए खंड में 137 बूथ बनाए गए
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कनीना की आवाज। आगामी 30 अक्टूबर को जिला परिषद व पंचायत समिति तथा 2 नवंबर को सरपंच व पंच पद के होने वाले चुनाव के लिए आज संबंधित आरओ ने चुनाव करवाने वाले प्रजाइडिंग आफिसर व पोलिंग आफिसर को खंड स्तर पर दूसरी ट्रेनिंग दी गई।
निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम हर्षित कुमार आईएएस ने बताया कि 30 अक्टूबर को जिला परिषद व पंचायत समिति के होने वाले चुनाव के लिए पोलिंग पार्टियां 29 अक्टूबर को राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ से चुनावी सामग्री लेकर रवाना होंगी। उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर को चुनाव के बाद राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ में ही पोलिंग पार्टियां चुनावी सामग्री जमा करवाएंगी। इसी प्रकार 2 नवंबर को सरपंच व पंच पद के लिए होने वाले चुनाव के लिए पोलिंग पार्टियां 1 नवंबर को राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ से चुनावी सामग्री लेकर रवाना होंगी तथा 2 नवंबर को चुनाव के बाद पोलिंग पार्टियों को राजकीय महाविद्यालय महेंद्रगढ़ में ही चुनावी सामग्री जमा करवानी होंगी।
उन्होंने बताया कि चुनाव सुबह 7 बजे से शुरू होकर सांय 6 बजे तक होगा। उन्होंने मतदाताओं से आह्वान किया कि चुनाव के दिन जब भी आपका समय लगे उसी टाइम मतदान करें। मतदान करने के लिए किसी का इंतजार ना करें। उन्होंने बताया कि एक दूसरे का इंतजार करने के कारण मतदान केंद्रों पर भीड़ एकत्रित हो जाती है और इससे पोलिंग पार्टियों को मतदान करवाने में परेशानी होती है।
एसडीएम ने बताया कि अगर चुनाव प्रक्रिया में किसी प्रकार का थोड़ा सा भी संशय है तो वह अपने सीनियर से तुरंत बात करें। अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी इस कार्य में लापरवाही करता है तो हरियाणा पंचायती राज अधिनियम की धारा 185 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। खंड स्तर पर 137 बूथ बनाए गए हैं जिनके लिए 151 पोलिंग पार्टियां लगाई गई है। इसमें 10 फीसदी को रिजर्व में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि पंच को छोड़कर बाकी सभी चुनाव ईवीएम के जरिए होंगे। सरपंच तथा पंच के चुनाव में मतों की गणना मतदान के तुरंत बाद मतदान केंद्र पर ही होगी।
इस मौके पर नायब तहसीलदार दयाचंद, बीडीपीओ निशा तंवर, चुनाव कानूनगो रामफल, राजेश झाड़ली, सेक्टरसुपरवाइजर, ड्यूटी मजिस्ट्रेट व पोलिंग पार्टियां मौजूद रही।
इन जगह पर वितरित व जमा कराई जाएंगी चुनावी सामग्री
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कनीना की आवाज। जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) उपायुक्त डॉ जयकृष्ण आभीर ने बताया कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के लिए नारनौल खंड के लिए राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नारनौल, निजामपुर खंड के लिए राजकीय महिला कालेज नारनौल, नांगल चौधरी खंड के लिए क्लब हाल नारनौल, अटेली खंड के लिए पीआर सेंटर नारनौल तथा सिहमा खंड के लिए राजकीय महिला प्रशिक्षण केंद्र नारनौल, महेंद्रगढ़ खंड के लिए राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज महेंद्रगढ़, कनीना खंड के लिए राजकीय महाविद्यालय कनीना तथा सतनाली खंड के लिए राजकीय महिला महाविद्यालय महेंद्रगढ़ से चुनावी पार्टियों को रवाना किया जाएगा तथा वहीं पर चुनावी सामग्री वापस जमा करवानी है।
खंड के गांव ककराला में पंचायत चुनाव को लेकर ग्रामीणों ने लालच प्रलोभन देने वाले उम्मीदवारों का बहिष्कार करने की शपथ ली
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कनीना की आवाज। ग्राम विकास कमेटी, बाबा भैंया सेवा दल व अन्य स्वयंसेवकों ने मिलकर गांव में मार्च किया और जगह जगह लोगों को इकट्ठा करके नुक्कड़ सभाएं की और मतदाताओं को अनाप-शनाप खर्च करने उम्मीदवार के बहिष्कार को लेकर शपथग्रहण कार्यक्रम आयोजित किये गये।
कमेटी के कोषाध्यक्ष प्यारेलाल ने कहा कि गांव में इस पहल के बहुत सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
कांता देवी ने कहा उनके घरों में बहुत सुख शांति है, वो आजकल रात को आराम से सो पातीं हैं।
गांव में कोई भी उम्मीदवार किसी भी प्रकार का लालच प्रलोभन या शराब आदि नहीं दे रहा है।
प्रधान अजय कुमार ने बताया कि भविष्य में गांव कौन-कौन से कामों को लेकर आगे बढ़ें, इस विषय पर गम्भीरता से विचार करने के लिए नुक्कड़ संवाद सभा में मंथन किया गया।
समाजसेवी राजपाल सिंह यादव ने बताया सभी ग्रामीण इस बात को लेकर बड़े ही आशान्वित हैं कि इस बार सभी उम्मीदवार एक आदर्श उदाहरण देते हुए चुनाव लड़ेंगे और एक आदर्श गांव की परिकल्पना के लिए काम करेंगे व इस बार चुनाव में शराब व अनाप-शनाप खर्च नहीं करेंगे। हम लगातार यही प्रयास कर रहें हैं और आगे के दिनों में भी नुक्कड़ जाकर संवाद कार्यक्रम जारी रहेगा।
इस मौके पर कमेटी से प्यारेलाल, बीबीएसडी प्रधान अजय कुमार, उपप्रधान इंद्रपाल शर्मा, सचिव नवीन कुमार, सहा सचिव सुनील शर्मा, मनोज कुमार, राजपाल, महेश कुमार, ओमप्रकाश, मास्टर गुलशन, मास्टर रामेश्वर दयाल, अमित, सुनील, मोहित, ओमप्रकाश सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03:शपथ लेते ककराला के समाजसेवी।
अच्छी फिल्में अभी भी बन रही है-हरिओम कौशिक
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कनीना की आवाज। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के सलाहकार, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर एवं एक्टर हरिओम कौशिक कनीना पहुंचे और मुकेश शर्मा के परिवार से मिले। वे इधर से गुजरते वक्त थोड़ी देर मुकेश शर्मा के घर रुके। उन्होंने युवा पीढ़ी को फिल्मी दुनिया में पहुंचने के मार्ग बताएं तथा कहा कि फिल्म उद्योग में अभी भी बेहतर अभिनेता बनकर बेहतर फिल्में बना रहे हैं।अभिनेता बनने की असीमित संभावनाएं बाकी है। आज भी कितने ही बेहतर हीरो बन रहे हैं और अच्छी फिल्में बन रही है। उन्होंने फिल्मी दुनिया में पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम करने की जरूरत बताई। इस अवसर पर उन्होंने गोवर्धन पूजा, भैया दूज की बधाई भी दी। इस मौके पर बद्रीप्रसाद, रूप शर्मा, डॉक्टर दिनेश, मुकेश कौशिक आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 7: युवा पीढ़ी से मिलते हुए हरिओम कौशिक, बाये तरफ।
निर्विरोध चुने हुये पंचों व ब्लॉ
क समिति सदस्य का संगठन ने किया अभिनन्दन
-कार्यक्रम कर ग्राम सभा का आभार जताया
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कनीना की आवाज। बवानिया गांव में पंचायत समिति वार्ड नंबर 22 के निर्विरोध निर्वाचित सदस्य एवम् निर्विरोध निर्वाचित पंचायत के वार्ड न 2,3,4 ,8ओर 12 के पंचों के सम्मान समारोह शिव मंदिर प्रांगण मे आयोजित किया गया। समारोह में ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। गांव में बड़ी संख्या में महिलाओं को निर्विरोध चुनना महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है । इस मौके पर संगठन के प्रदीप कुमार ने अपने संबोधन में ग्रामीणों का धन्यवाद किया की आपसी भाईचारे की मिशाल इन वार्ड के निवासियों ने रखी है ।
इस मौके पर इंजिनियर इंद्रजीत ने चुनें हुए प्रतिनिधियों को गांव के विकास सकारात्मक ऊर्जा रखने का आग्रह किया और निर्विरोध निर्वाचित महिला पंचों को सदा पंचायत में अपने हकों के लिए सदा आवाज उठाएं जाने की बात समझाई।
आयोजित समारोह में भाग लेने आए ग्रामीणों से आपसी भाईचारे को कायम रखते हुए गांव में होने वाले पंचायत चुनावों को शांति से संपन्न करवाना का आह्वान किया।
सम्मानित सदस्यों के नाम इस प्रकार हैं राजेश कुमार पंचायत समिति सदस्य, सोमली पंच,सतनारायण पंच, संदीप कुमारी, सुमन देवी श्रीमती सुनीता देवी प्रमुख हैं।
इस मौके पर संगठन सदस्य इंदरजीत , नवीन , अजीत कुमार , अनिल , प्रवीण कुमार अजय कुमार और अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: निर्विरोध चुने गए संचार पंचायत समिति के सदस्यों को सम्मानित करते ग्रामीण।
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