एसडी स्कूल ककराला की छात्रा अदिति ने 60 मीटर दौड़ में पाया प्रथम स्थान
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कनीना की आवाज। एसडी स्कूल ककराला की आठवीं कक्षा की छात्रा अदिति ने 35वीं हरियाणा राज्य जूनियर एथलेटिक्स चैंपियन प्रतियोगिता में 60 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान हासिल किया है। उन्होंने यह दौड़ 8.55 सेकेंड में पूरी की। एसडी स्कूल विद्यालय में खुशी का माहौल है। एसडी स्कूल ककराला के निदेशक जगदेव सिंह यादव ने बताया बताया कि बच्ची अदिति जितनी पढ़ाई में आगे है उससे कहीं आगे खेलों में है। उन्होंने बताया कि इस वक्त पर प्रदीप एवं सोनू कोच उन्हें बेहतर कोचिंग दे रहे और उन्हें आशा है कि आने वाले समय में एक बेहतर खिलाड़ी बनकर निकलेगी। उन्होंने कहा कि जब विद्यालय में छात्रा पहुंचेगी तब बड़ा उत्सव मनाया जाएगा।
उन्होंने उन्होंने बताया कि अदिति जितेंद्र कुमार की पुत्री है जो कनीना से संबंध रखती है रखती है और विद्यालय की एक होनहार छात्रा है। उधर रोहतक से छात्रा के कोच प्रदीप कुमार ने फोन पर बताया कि छात्रा जब से विद्यालय में आई तब से अब तक लगातार ब्लाक एवं जिला स्तर पर खेलों में प्रथम स्थान प्राप्त करती रही है। वह पांचवीं कक्षा में राई स्पोर्टस की ट्रेनिंग पाने वाले विद्यार्थियों के साथ ट्रेनिंग पाने आई थी जिसका अद्वितीय टेलेंट देखकर बेहतर ट्रेनिंग दी गई है। विगत वर्ष भी राज्य स्तरीय खेलों में उन्होंने सातवां स्थान पाया था किंतु विगत वर्ष गिर जाने से उन्हें चोंट आ गई थी फिर भी सातवां स्थान पाया था।
1111 त्रिवेणी लगाकर गोल्डन बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज
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कनीना की आवाज। त्रिवेणी भारतीय संस्कृति की अवधारणा है इसका वर्णन भारतीय ग्रंथों में मिलता है। वैज्ञानिकता के आधार पर बरगद पीपल और नीम के पेड़ सबसे अधिक आक्सीजन मनुष्य के लिए पैदा करते हैं और इन्हीं से हमारा जीवन स्वस्थ रहता है। राजीव दीक्षित गुरुकुल बाबा जयराम दास तपोभूमि पाली द्वारा आचार्य कमल कांत के नेतृत्व में एक साथ एक समय पर1111 त्रिवेणी लगाकर गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स बनाने के अभियान में श्री बांके बिहारी गौशाला जडवा में हरि सिंह की अध्यक्षता में हुए सबसे बड़े कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचार प्रमुख व अभियान के सरक्षक कैलाश पाली ने अपने उद्बोधन में कहीं। उन्होंने कहा हमारी संस्कृति ने पेड़ों को भी देवता के रूप में माना है। पश्चिम में जो भौतिकता वाद फैला उसका अंधानुकरण करते हुए हमने अपनी संस्कृति को छोड़ दिया और इसी के कारण आज समाज में जहां विकृतियां फैल रही हैं। वहां आक्सीजन के अभाव में हमारा तन और मन दोनों अस्वस्थ हो गए हैं हमें अपने मूल की तरफ लौटना होगा जो हमारे प्राचीन ग्रंथों में लिखा है। उसका अनुसरण करते हुए अपने देश को परम वैभव पर ले जाना होगा पाली ने महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम के बारे में कहा कि जिस प्रकार महर्षि ने समरसता का संदेश दिया उसी प्रकार पेड़ भी हमें समरसता का संदेश देते हैं जिनसे प्रत्येक व्यक्ति लाभान्वित होता है। आज के कार्यक्रम में गौशाला जड़वा में 251 त्रिवेणी खंदवा में 201 त्रिवेणी, माजरी आश्रम 51 तो सतनाली में सो त्रिवेणी लगाई गई। वही हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में डा दिनेश चहल के नेतृत्व में राष्ट्रीय सेवा योजना यूनिट द्वारा 50 त्रिवेणी रोपित की गई, वही आकोदा ग्राम में नरेश ठेकेदार और सुधीर की टोली ने 40 त्रिवेणी लगाई। इसी प्रकार खातोदडा मैं 20 ढाढोट में नवीन कुमार के नेतृत्व में 10 जाट वास में प्रमोद शास्त्री वे उनकी टोली ने 10 त्रिवेणी रोपित की तो सिसोठ बुचियावाली में हरीश कुमार के नेतृत्व में 40 त्रिवेणी लगाई गई, वही पाली में संजय फौजी और बाबा जयराम दास मंदिर कमेटी के सदस्यों जयराम दास फिजिकल अकादमी ने 51 त्रिवेणी रोपित की जान जडयावास जोनावास मे 25 त्रिवेणी लगाई गई। गडानिया निहाल आवास नांगल सिरोही, खैरोली, भाण्डोर ऊंची, देवास, सुरजनवास, झूक, कुराहवटा, खातोद, बसई, खुडाना, दुलोठ अहीर आदि जलघरों पर 51 वहीं प्रदीप यादव के नेतृत्व मे 101 त्रिवेणी रोपित की गई। इस समस्त अभियान में 67 टीमों ने 56 स्थानों पर त्रिवेणी रोपण का कार्य किया। गांव जाट में संजीव कौशिक हरिराम तथा झाकड़ी व धोली में मास्टर अमित कुमार तथा संदीप कुमार तथा सोहड़ी मे गिरिश की टीम 15 त्रिवेणी लगा इस कार्य में अपना योगदान दिया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक पुनीत कुमार, सह जिला कार्यवाह हीरालाल, रामजीवन, गुरु माता पूजा गो सेवक पवन कुमार जड़वा, प्रदीप शेखावत माजरी आश्रम के महंतकृष्ण स्वरूप, जड़वा के रणजीत, जयपाल सिंह सहभागी रहे। गोल्डन बुक ऑफ रिकार्ड्स की टीम द्वारा गुरुकुल को रिकॉर्ड बनाने का सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।
फोटो कैप्शन 2: त्रिवेणी लगाते हुए लोग।
धूमधाम से मनाई महर्षि वाल्मीकि जयंती
-किसानों के फसल नुकसान को भावांतर भरपाई से पूरा किया जाएगा -सीताराम यादव
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कनीना की आवाज। महर्षि वाल्मीकि जन्म जयंती के अवसर पर भोजावास में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अटेली विधायक सीताराम यादव ने शिरकत की। विधायक सीताराम यादव ने मैक्सी वाल्मीकि के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया इसके साथ ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर फूल माल्यार्पण किया गया।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि की रचना रामायण से मानव जीवन को उत्कृष्टता से जीने की कला मिलती है। उन्होंने लोगों से भगवान श्री राम के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढऩे की बात कही।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बरसात के कारण किसानों की खराब हुई बाजरे की फसल को भावांतर भरपाई के माध्यम से सरकार देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि मंडियों में अधिक बाजरा आने की वजह से अभी उठान में दिक्कत आ रही है लेकिन अगले एक दो रोज में इस समस्या को हल कर लिया जाएगा। विधानसभा में सड़कों की टूटी हालत के बारे में उन्होंने कहा कि उन्होंने इसके लिए प्रस्ताव भेजे हैं जल्दी सड़कों की मरम्मत का कार्य किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र में गुजरने वाली कृष्णावती नदी में पानी छोड़े जाने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस नदी में बरसात के मौसम में पानी छोड़ा गया था लेकिन गांव महासर तक पानी आया उसके बाद आगे टेल तक पानी नहीं पहुंच पाया इसके लिए फिर से इसकी खुदाई और छटाई करा कर जल्द ही इस नदी में पानी डालने का कार्य किया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक सीताराम यादव ने वाल्मीकि समाज की मांग पर गांव में वाल्मीकि धर्मशाला बनाने की घोषणा की।
इस अवसर पर भोजावास सरपंच प्रतिनिधि जयप्रकाश, समाजसेवी सनोज भोजावास, समाजसेवी रविंदर, धर्मवीर, संतलाल, रजनीश वाल्मीकि, एडवोकेट हेमंत शर्मा, प्रवीण शर्मा, कुलदीप सिंह,जोनू, संदीप, मुरारी लाल आदि अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 03: वाल्मीकि जयंती मनाते विधायक सीताराम।
कनीना में हुई 46 एमएम बारिश
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में बारिश का दौर जारी है। लगातार रुक रुक कर कभी धीमी तो कभी तेज बारिश हो रही है जिसके चलते अब तक 46 एमएम बारिश हो चुकी है। अभी बारिश जारी है। बेशक बारिश से कुछ किसानों को नुकसान हुआ है किंतु भावी फसल गेहूं और सरसों के लिए यह बेहतर साबित होगी। इस बार इस वर्ष विगत वर्षों की तुलना में अधिक बारिश हुई है। यह भी उल्लेखनीय है कि मानसून के समय कम बारिश हुई है मानसून के अतिरिक्त अधिक बारिश हुई है।
ऐसा लग रहा है जैसे फिर से सावन का मौसम आ गया है। किसान बारिश रुकने का इंतजार कर रहे हैं। अभी मौसम विभाग 11 अक्टूबर तक बारिश की संभावना और मौसम बदलने की संभावना जता रहा है।
शराब पीकर गाली गलौज करने का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना पुलिस को मुखबिर के आधार पर सूचना मिली कि एक व्यक्ति कनीना बस स्टैंड पर शराब पीकर गाली गलौज कर रहा है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो नवीन कुमार खरखड़ाबास निवासी शराब के नशे में गाली-गलौच कर रहा था। पुलिस ने उसे पकड़कर डाक्टरी मुआयना करवाया शराब के नशे में पाया जिसके विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
ककराला रोड पर शराब बेचते पकड़ा -
उधर कनीना पुलिस को मुखबिर के आधार पर सूचना मिली कि ककराला रोड पर एक व्यक्ति शराब बेच रहा है। पुलिस जब ककराला रोड पर पहुंची तो एक व्यक्ति खेत में बने कमरे के बाहर प्लास्टिक के कट्टे में शराब लिए हुए था। पुलिस को देखकर भागने लगा, जिसे काबू कर लिया उसका नाम रतन सिंह कनीना बतलाया, जो प्लास्टिक के कट्टे में 4 बोतल शराब अंग्रेजी तथा 8 बोतल देसी शराब लिए हुआ था। कनीना पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
हृदय, नेत्र रोग एवं सामान्य रोग चिकित्सा का 55वां शिविर हुआ स्थगित
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कनीना की आवाज। कनीना अनाज मंडी स्थित लाला शिवलाल धर्मशाला में सेवा भारती हरियाणा प्रदेश शाखा कनीना की ओर से 55वां हृदय, नेत्र रोग, जांच एवं परामर्श शिविर बारिश के चलते स्थागित हो गया। विस्तृत जानकारी देते हुए सेवा भारती के योगेश अग्रवाल ने बताया कि अधिक बारिश के चलते यह श्ििावर स्थगित कर दिया गया। इस शिविर में बहुत कम मरीजों के आने की संभावना बन गई थी। भविष्य में यह शिविर पुन: आयोजित किया जाएगा।
किसान करवाए बाजरे की फसल नुकसान का सर्वे
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कनीना की आवाज। बाजरे की फसल को बारिश से हुए नुकसान का सर्वे चल रहा है। किसानों से कृषि विभाग ने अविलंब सर्वे करवाने की मांग की है। यहां जारी बयान में खंड कृषि अधिकारी डा मनोज कुमार यादव ने बताया कि सर्वे की टीम गांव गांव पहुंच रही है जिसमें बीमा कंपनी तथा कृषि विभाग दोनों शामिल किए गए हैं। ऐसे में उन्होंने किसानों से कहा है कि वे तुरंत सर्वे करवाएं ताकि उनकी बीमा की राशि तथा फसल नुकसान का मुआवजा मिल सके।
कनीना क्षेत्र में जगह जगह मनाई वाल्मीकि जयंती
-भंडारे लगे एवं हवन आयोजित किया गया
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में बाल्मीकि जयंती एवं शरद पूर्णिमा मनाई गई। इस मौके पर भंडारा लगाया गया एवं भजन सत्संग चले। रविवार को रात्रि बनाई गई खीर को सोमवार के दिन वितरित किया जाएगा। कनीना की गौशाला में गायों को मीठा खाना दिया गया वहीं कृष्णानंद आश्रम धनौंदा में हवन आयोजित हुआ। वाल्मीकि जयंती पर विभिन्न मंदिरों में उन्हें याद किया। संत कृष्णानंद ने हवन के लाभों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने हर अवसर पर कोई न कोई हवन करने की प्रेरणा दी। इस मौके पर दूर दराज से भारी संख्या में भक्त मौजूद थे।
वाल्मीकि अपने जमाने के महान विद्वान थे जिन्होंने संपूर्ण रामायण को न केवल लिखा अपितु लिखी हुई रामायण के अनुसार ही लव-कुश को ढालकर सिद्ध कर दिया कि महर्षियों में भी तप एवं त्याग के बल पर वो सिद्धि प्राप्त हो जाती है जो शायद किसी बड़े से बड़े देव के पास ही हो सकती हैं
। ये विचार संत लालदास ने शरद पूर्णिमा एवं वाल्मीकि जयंती के अवसर पर दूर दराज से आए भक्तों को व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि जब-जब रामायण की चर्चा होगी तब-तब वाल्मीकि का नाम भी यूं ही लिया जाता रहेगा। वाल्मीकि जिन्होंने नारद मुनि की प्रेरणा से न केवल घोर तप किया अपितु संपूर्ण रामायण की रचना करके अपने तप के बल को दर्शाया। उन्होंने कहा कि ऐसे महर्षि शायद ही सदियों के बाद कभी पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि संतों का जीवन ही दूसरों के हित एवं भलाई के लिए हुआ है। ऐसे में संतों को अपना प्यार एवं स्नेह अपने भक्तों पर सदा न्यौछावर करते रहना चाहिए।
उन्होंने दूर दराज से आए भक्तों से कहा कि शरद पूर्णिमा का पर्व बहुत अहमियत रखता है। यह पर्व कई रोगों से छुटकारा दिलाने वाला ही नहीं अपितु इंसान में नया संचार जगाने वाला होता है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने भी इस पर्व का विशेष महत्व बताया है तथा इस पर्व से सर्दी का मौसम जुड़ा है। सर्दी प्रारंभ होने से सेहत के लिए लाभकारी होती हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन से जल्दी उठकर स्नान ध्यान करने से सभी कष्टï स्वत: छूट जाते हैं तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस मौके पर भजन एवं कीर्तनों का आगाज किया गया और प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर भारी संख्या में भक्तजन एवं भारी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी। संत ने बताया कि सोमवार को खीर प्रसाद वितरित किया जाएगा।
फोटो कैप्शन 01: महर्षि वाल्मीकि के बारे में जानकारी देते संत लालदास।
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