धनौंदा में किया शहीद की मूर्ति का अनावरण
-राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया अनावरण
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। शहीद सचिन शर्मा कि कनीना के गांव धनोन्दा में मूर्ति का अनावरण राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया।
इस मौके पर सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा शहीद सचिन की माताजी वह उनकी पत्नी को साल ओढा कर सम्मानित किया।
इस मौके पर पूर्व विधायक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राव बहादुर सिंह, अनीता यादव पूर्व सीपीएस, प्रावधान सिंह पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह पूर्व विधायक, राव बहादुर सिंह पूर्व विधायक, राधेश्याम शर्मा सहित अनेकों कांग्रेसी नेतागण व हजारों लोग मौजूद रहे।
इससे पूर्व कनीना पहुंचने पर पूर्व सीपीएस अनीता यादव व उनके समर्थकों ने सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा का जोरदार स्वागत किया वही अटेली विधानसभा युवा अध्यक्ष नीरज यादव ने बुक्का भेंट कर उनका सम्मान किया।
शहीद सम्मान समारोह का आयोजन पूर्व विधायक एवं यदुवंशी शिक्षा निकेतन के चेयरमैन राव बहादुर सिंह द्वारा किया गया। इस मौके पर हजारों लोगों ने प्रसाद भी ग्रहण किया।
कनीना उपमंडल के गांव धनोरा में सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा शहीद सचिन शर्मा की मूर्ति का अनावरण अनावरण किया गया। इस मौके पर उन्हें बैंड बाजों के साथ लाया गया। कार्यक्रम के दौरान सचिन शर्मा अमर रहे के नारे गुंजायमान रहे। इस मौके पर सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा शहीद सचिन शर्मा की माता व उनकी पत्नी को सवाल उठा कर सम्मानित किया गया लोगों को संबोधित करते हुए सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि यह क्षेत्र सैनिकों का क्षेत्र है। यहां के वीर जवानों ने अपनी शहादत दी है। सचिन शर्मा भी उनमें से एक है। उन्होंने शहीदों से प्रेरणा लेने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि आज अग्निवीर योजना लाई गई है । जिससे सेना में भर्ती होने वाले युवाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि परमानेंट भर्ती की जाए। वहीं उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आज प्रदेश बेरोजगारी में नंबर वन है। विकास कहीं नजर नहीं आ रहा है। प्रदेश की सड़कें टूटी पड़ी हुई है। लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि आने वाला समय कांग्रेस का है ।वह कांग्रेस को विजयी बनाएं।दूसरी ओर पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा की नूह में जो घटना हुई वह सरकार का फेलियर है। सरकार ने समय रहते कोई भी कदम नहीं उठाए। इससे पूर्व भी यात्राएं होती रही हैं । जिसमें दो से तीन हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटिया लगाई जाती थी। इंटेलिजेंस ने 10 दिन पूर्व ही सरकार को इस तरीके की घटना होने के बारे में बता दिया गया था। लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया । सिर्फ होमगार्डों की ड्यूटी लगा दी उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान की निंदा की जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था की हरियाणा पुलिस प्रत्येक व्यक्ति की रक्षा करने में सक्षम नहीं है।
फोटो कैप्शन 12: इस समाचार से संबंधित है।
हरी पत्तेदार सब्जी के विकल्प खुद नष्ट कर दिये किसान ने
-चौलाई,श्रीआई अब गायब
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। कनीना और आसपास क्षेत्रों में किसी जमाने में अनेकों जड़ी बूटियां औषधीय पौधे खरपतवार के रूप में उगती थी किंतु किसान ने अपने हाथों से इनको नष्ट कर दिया है। परिणाम स्वरूप पंसारी की दुकानों पर महंगे दामों पर जड़ी बूटियों को ढूंढते फिरते हैं।
एक वक्त था जब ग्रामीण क्षेत्रों में खरपतवार आदि को नष्ट करने के लिए कोई दवा का छिड़काव नहीं किया जाता था। महज अपने हाथों से उखाड़ कर इन खरपतवार को फेंक दिया जाता था जिससे अनेकों खरपतवार खेतों में रह जाती थी। किसान ही नहीं लोगों को भी जिनको जरूरत होती थी विभिन्न उद्देश्यों के लिए काम में लेते थे। ऐसी ही आने को खरपतवारों में बथुआ, चौलाई, सीरियाई, कोहेंद्रा, पुनर्नवा आदि प्रमुख थी।
किसान उनको अपने खेत सुखाड़ कर लाता था और परिवार के लिए महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ रायता, कोफ्ता, पराठे, भाजी, खाटा का साग, कढ़ी आदि बनाता था किंतु जब से खरपतवार किसानों ने जहरीली दवा डाल कर नष्ट कर दी तब से बाजार में सब्जी की दुकानों पर किसान इन्हें खरीदते देखा जा सकता हैं।
सर्दियों के मौसम में पैदा होने वाला बथुआ एवं कोहेंद्रा प्रमुख औषधियां थी। वैसे भी शाक सब्जियां थी जिन्हें विभिन्न रूपों में प्रयोग करता था। डॉक्टर ही नहीं वैद्य भी इनको प्रयोग करने की सलाह देते थे। खून की कमी को अक्सर दूर करने के लिए भी इनका अहं योगदान होता था किंतु अब ये खरपतवार किसी खेत में या तो पैदा होती ही नहीं होती है और अगर पैदा होती है तो उन पर जहरीली दवा छिड़की जाती हैं ताकि वेे समूल नष्ट हो जाए। इन दवाओं का कुप्रभाव अनाज पर भी पड़ता है और सांस की बीमारी, कैंसर, मिर्गी, दमा आदि उत्पन्न होते हैं किंतु किसान किसान जानबूझकर आज भी इनका उपयोग कर रहा है। गर्मियों के दिनों में पैदा होने वाली चौलाई ,श्रीआई, पुनर्नवा आज ढूंढे भी नहीं मिलते। बाजार और पंसारी की दुकान ऊपर चौलाई, सीरियाई के बीज ढूंढते हैं या उन्हें पुस्तकों में पढऩे को मिलती हैं। अधिकांश युवा पीढ़ी तो इनके नाम लेते ही अचंभित होते हैं कि यह भी कोई पौधा होता था। वास्तविकता यह है कि आज भी इक्का-दुक्का किसी जगह यह पौधे देखे जा सकते हैं। पर अधिक मात्रा में उत्पन्न नहीं होते।
एक जमाना था जब जंगल में गहरी बणिया होती थी। पशुपालक उन बणियों में अपने पशुओं को चराने के लिए ले जाते थे। कैर एवं जाल पेड़ों के आसपास भारी मात्रा में चौलाई और खेतों में सीरियाई खड़ी नजर आती थी। इनको तोड़कर शुद्ध आयरन युक्त शाक बनाता था। आज भी बुजुर्गों के सामने यदि रायता, शाक, कोफ्ता, भाजी, पराठे कढ़ी, खाटा का साग आदि का नाम ले तो वह उत्सुकता भरी नजरों से देखते नजर आएंगे क्योंकि उनके जमाने में उन्होंने बहुत अधिक मात्रा में प्रयोग किया और आधुनिक पीढ़ी ने इनको अपने हाथों से नष्ट कर दिया। ऐसे समय में किसान और आम आदमी इन को नष्ट करके पछता रहा है किंतु कहते हैं अब पछताए होत क्या जब चिडिय़ा चुग गई खेत। अब तो किसी दुकान पर इनको ढूंढ सकते हैं। यही नहीं खेतों में जंगल के रूप में पैदा होने वाली कचरी, जंगली टिंडा, जंगली करेला आदि पूर्ण रूप से खो दिए। इनकी सब्जी जायकेदार होती थी और इंसान आज भी इनको नहीं भुला पाया है।
अब जब सब्जियां महंगी होती हैं या फिर औषधियों की जरूरत होती है तो उन्हें ढूंढते फिरते हैं। पालक को महंगे दामों पर खरीद लेंगे किंतु गरीब की पहुंच चौलाई तक होती थी वो अब संभव नहीं है। टमाटर का विकल्प कचरी अब ढूंढे नहीं मिलती। ग्रामीण लोग सबसे अधिक कचरी प्रयोग करते आये हैं।
फोटो कैप्शन 01: सीरियाई का खड़ा हुआ खेतों में एक पौधा।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने धनोंदा में शहीद सचिन शर्मा की मूर्ति का अनावरण कर शहीद को नमन किया
- हरियाणा में भी शहीद सम्मान निधि 50 लाख रुपये से बढ़ाकर कम से कम 1 करोड़ रुपये की जाए - दीपेन्द्र हुड्डा
-भारतीय सेना में अहीर रेजिमेन्ट का गठन अविलंब किया जाए, संसद में पहले भी उठाया है मुद्दा आगे भी प्राथमिकता से करेंगे पुरजोर प्रयास- दीपेन्द्र हुड्डा
- मनेठी एम्स की घोषणा के 9.5 साल बाद भी यह परियोजना कागजों पर ही अटकी
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा में वीर शहीद सचिन शर्मा की मूर्ति का अनावरण किया और शहीद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। शहीद सम्मान समारोह में दीपेन्द्र हुड्डा ने देश की आन-बान-शान के लिये अपना सब कुछ न्यौछावर करने वाले शहीदों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि शहीद सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके परिवार वालों का मान-सम्मान सबसे ऊपर है। उन्होंने बताया कि देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार रहने वाले हमारे सैनिकों व पूर्व-सैनिकों के कल्याण से जुड़ा विषय वो लगातार संसद में उठा रहे हैं। उन्होंने भारतीय सेना में 'अहीर रेजिमेन्ट का अविलंब गठन करने की मांग को भी संसद में प्रमुखता से उठाया है और आगे भी इसके लिए पुरजोर प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मनेठी एम्स की घोषणा के 9.5 साल बाद भी यह परियोजना कागजों पर ही अटकी पड़ी है। जबकि, वर्ष 2015 में खुद मुख्यमंत्री जी ने मनेठी (रेवाड़ी) एम्स की घोषणा की थी, फिर भी आज तक इसका काम शुरू नहीं हो सका। दीपेन्द्र हुड्डा ने मांग करी कि मनेठी एम्स का काम जल्द शुरू कराया जाए।
उन्होंने बताया कि 2012 में जब देश में शहीदों के लिये कोई नीति नहीं थी तब हुड्डा सरकार ने शहीद परिवार को 50 लाख रुपये की सम्मान निधि देने की नीति बनायी थी। ये राशि उस समय पूरे देश में सबसे ज्यादा थी। लेकिन दुर्भाग्य है कि बीते 9 साल में खट्टर सरकार ने इसमें कोई वृद्धि नहीं की, यहाँ तक कि महंगाई को इसमें नहीं जोड़ा। जबकि, देश के कुछ राज्यों में शहीद सम्मान निधि 1 करोड़ रुपये मिल रही है। दीपेन्द्र हुड्डा ने मांग करी कि हरियाणा में भी शहीद सम्मान निधि को 50 लाख रुपये से बढ़ाकर कम से कम 1 करोड़ रुपये किया जाए।
जिला महेंद्रगढ़ के करीब आधा दर्जन कार्यक्रमों में शामिल हुए सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि अनेक पूर्व सैनिक संगठन पिछले कई वर्षों से अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। इनकी प्रमुख मांगों में - सेना में तैनात जेसीओ/ओआर को वन रैंक वन पेंशन की विसंगतियों का निवारण, डिसेबिलिटी पेंशन में बढ़ोत्तरी, मिलिटरी सर्विस पे (एमएसपी) में विसंगति दूर करने एवं बढ़ोत्तरी की मांग, समान जोखिम भत्ता, पारिवारिक पेंशन, विधवा पेंशन में बढ़ोत्तरी, अधिकारियों की तर्ज पर जेसीओ/ओआर को टाइम स्केल प्रमोशन समेत अनेकों जायज मांगें हैं। लेकिन सरकार पूर्व सैनिकों की जायज मांगों को भी अनसुना कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 चुनाव से पहले रेवाड़ी में भाजपा ने 'वन रैंक, वन पेंशनÓ का नारा लगाकर वोट बटोरे थे, लेकिन अपने नारे को पलटकर अब वो 'नो रैंक, नो पेंशनÓ की योजना लागू कर दी है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा उन राज्यों में से एक है जहां सबसे ज्यादा सैनिक, पूर्व सैनिक और उनके परिवार रहते हैं। मुझे इस बात को कहते हुए गर्व होता है कि भारतीय फौज का हर दसवां जवान हरियाणा प्रदेश से है। यहां के विभिन्न इलाकों में पीढ़ी दर पीढ़ी देश के लिये समर्पित होकर सर्वोच्च बलिदान देने की परम्परा रही है। इतिहास गवाह है कि देश की कुल आबादी का 2 प्रतिशत आबादी वाला हरियाणा देश की सेना में 10 प्रतिशत की भागीदारी करता रहा है। देश की सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना हरियाणा के हर नौजवान का सपना होता है। लेकिन बीजेपी सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर नौजवानों के सारे सपनों पर पानी फेर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में अग्निवीर योजना से युवाओं का मोहभंग हो रहा है। इस योजना में भर्ती कई युवा बीच में ही ट्रेनिंग छोड़ कर जा रहे हैं। अखबारों में छपी खबरें बता रही हैं कि पहले बैच में ही 50 से ज्यादा युवा ट्रेनिंग बीच में ही छोड़कर चले गए और दूसरे बैच में भी ऐसे ही हालात हैं। अग्निवीर योजना के तहत भर्ती नौजवानों का फौज की ट्रेनिंग बीच में छोड़कर चले जाना बताता है कि युवाओं का देश की सेना में जाने का क्रेज कम हो रहा है। इस योजना के आने से पहले युवा फौज में भर्ती होकर खुद को गौरवान्वित महसूस करते थे लेकिन अब ट्रेनिंग ही बीच में छोड़ कर जा रहे हैं। अग्निवीर योजना के दुष्परिणाम आने वाले समय में और भयावह दिखाई देंगे।
इस अवसर पर शहीद सचिन शर्मा के परिवार से उनकी माताजी माया देवी, पत्नी प्रीति शर्मा, विधायक राव दान सिंह, पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह, पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह, पूर्व विधायक अनीता यादव, पूर्व विधायक चौ. मूला राम, पूर्व विधायक राधे श्याम शर्मा, पूर्व मंत्री एम.एल. रंगा, पूर्व विधायक नरेश सेलवाल, पूर्व विधायक रामबीर सिंह, विरेंदर मेहलावत (बावल), एआइसीसीसे कर्नल रोहित चौधरी, राव अक्षत सिंह, कृष्ण राव, सेवानिवृत्त न्यायाधीश राकेश यादव, प्रदीप यादव, सतीश यादव, राजेश मांदी, विनोद भील, सतपाल दहिया, राधेश्याम गोमला, वेदप्रकाश विद्रोही, डॉ अनिल, संजय पतिकरा, सुरेंद्र नंबरदार, दीवान सिंह चौहान, श्याम यादव, मनोज कोसली, सुनीता वर्मा, सतबीर झुकिया, राजेंदर ठेकेदार, सुरेन्द्र पटवा, साधु सिंह समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।
फोटो केप्शन एक से 5: शहीद मूर्ति अनावरण से संबंधित हैं।
स्वयं परिचय प्रतियोगिता एवं अलंकरण समारोह
--जीआर इंटरनेशनल स्कूल में जुनियर कक्षाओं में स्वय परिचय प्रतियोगिता
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। जीआर इंटरनेशनल स्कूल में जुनियर कक्षाओं में स्वय परिचय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सभी बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसी के साथ विद्यालय में अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह के दौरान बच्चों में से प्रधान निकाय के सदस्यों का चयन किया गया। विवरणानुसार - हैड बाय हितेश, हैड गर्ल स्वेता, जुनियर कक्षाओं मे हैड बॉय आदित्य, हैड गर्ल रिषभ मित्तल का चयन किया गया। खेल प्रधान - जतिन, कलात्मक गतिविधि प्रधान - रोहित का चयन किया गया। इसके साथ-साथ सभी सदनाध्यक्ष का भी चयन किया गया। जिसमें बोस सदन से दिव्या, तिलक सदन से महक, टैगोर से मन्नत तथा पटेल सदन से तन्नू का चयन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के संचालक श्री विजयपाल यादव एवं प्रधानाचार्य जेपी पांडे जी ने बताया चयनित विद्यार्थियों को बधाई दी एवं अभिप्रेरित किया ।
फोटो साथ है
मिशन एडमिशन-
राजकीय महाविद्यालय नारनौल में शुरू हुए दो नये कोर्स
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा ने एम. ए. संस्कृत व एम. ए. राजनीति विज्ञान की अनुमति दी इसी सत्र से विद्यार्थी लें सकते हैं दाखिला।
राजकीय महाविद्यालय नारनौल में इसी सत्र 2023-24 में दो (एम. ए) पी. जी. कोर्स शुरू करने की अनुमति मिली है। जिनमें एम. ए. संस्कृत, एम. ए. राजनीति विज्ञान शामिल है। हरियाणा सरकार ने इन दोनों कोर्स में 40-40 सीटें मंजूर की हैं। इसी वर्ष विद्यार्थी एडमिशन ले सकेगें। इन दोनों कोर्स शुरु करने का श्रेय नारनौल के विधायक व मन्त्री श्री औमप्रकाश यादव जी तथा महाविद्यालय की प्राचार्या डा. पूर्ण प्रभा जी को जाता है। जिनके अथक् प्रयासों से क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के दो नये विषयों में अवसर प्राप्त हुये है। महाविद्यालय कुलसचिव डॉ सत्य पाल सुलोदिया ने बताया कि प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा जी के कुशल नेतृत्व और प्रबंधन महाविद्यालय नित नये कृतिमान स्थापित कर रहा है।महाविद्यालय की प्राचार्या डा. पूर्णप्रभा जी ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा दो नये पी. जी. कोर्स शुरु करने की अनुमति दी गई है। आँनलाईन आवेदन करने की अन्तिम तिथि 08/08/2023 है अत: उपरोक्त दिनांक तक आवेदन कर सकते है। ये दोनों ही कोर्स के लिए विधार्थियों को पढऩे के लिए बाहर जाना पड़ता था। परन्तु अब इलाके के विधार्थियों को अपने ही इलाके में इन विषयों में उच्च शिक्षा की सुविधा उपलब्ध हो गई है ।जो आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा। इस मौके महाविद्यालय प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा और समस्त स्टाफ सदस्यों और विधार्थियों में इस उपलब्धि पर खुशी जताई। उन्होंने हरियाणा सरकार के माननीय मंत्री श्री ओमप्रकाश यादव जी और और उच्चतर शिक्षा आयुक्त का धन्यवाद ज्ञापित किया।
ग्रामीणों ने निकाला जलूस
-पड़तल का मामला
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। गांव पड़तल को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना में शामिल करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर जुलूस निकाला। प्रदर्शन का नेतृत्व अतरलाल ने की।
ग्रामीणों ने पड़तल बस अड्डे पर इकट्ठे होकर हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर जुलूस निकाला। उन्होंने जोरदार नारेबाजी कर पड़तल को प्रधानमंत्री आदर्श योजना में शामिल करो-शामिल करो तथा भारत माता की जय के जोरदार नारे लगाए। उन्होंने कहा कि अटेली विधानसभा क्षेत्र का पड़तल गांव प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना में शामिल होने का पूर्ण पात्र है। गांव की कुल जनसंख्या में अनुसूचित जाति वर्ग की नफरी 50 प्रतिशत से ऊपर है, परन्तु राज्य सरकार के अटेली विधानसभा क्षेत्र के साथ उपेक्षित रवैये के चलते पड़तल गांव को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना में शामिल नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण गांव का विकास रूका हुआ है और ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। इसलिए उन्होंने अपना रोष व्यक्त करने के लिए यह प्रदर्शन तथा जुलूस निकाला है। उन्होंने पडतल से मानपुरा वाया ढ़ाणा गांव की सम्पर्क सड़क की जर्जर तथा खंडहर हालत पर रोष प्रकट करते हुए राज्य सरकार से इस सम्पर्क मार्ग का तत्काल नवीनीकरण करने की मांग की।
यूरो स्कूल में अभिभावक-अध्यापक संगोष्ठी का आयोजन
--द्वितीय इकाई परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट को लेकर पीटीएम
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। यूरो स्कूल कनीना में शनिवार को शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमे अभिभावकों ने अपने बच्चों की द्वितीय इकाई परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट प्राप्त की। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य सुनील यादव और शैक्षणिक निर्देशक डॉ. राजेन्द्र यादव ने अभिभावकों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा विद्यार्थी को जीवन जीने के लिए नई दिशा प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विद्यार्थी को न केवल शिक्षित बनाती है, बल्कि उसे संस्कृति और सभ्यता से परिचित करवाकर उसे राष्ट्र निर्माण की ओर प्रेरित करती है। शिक्षा अध्यापक व अभिभावक दोनो के दिशा-निर्देशन व सहयोग से ही संपूर्ण होती है। एक विद्यार्थी को शिक्षित करने में जितना योगदान एक गुरु का होता है, उतनी ही भूमिका माता-पिता की होती है। सभी विद्यार्थियों को अपने गुरू व अभिभावकों का सम्मान करना चाहिए। अभिभावकों ने अध्यापकगण से अपने बच्चों के रिपोर्ट कार्ड एवं उत्तर पुस्तिकाएं प्राप्त करते हुए अध्यापकों का धन्यवाद किया और कहा कि समय पर अभिभावक-अध्यापक संगोष्ठी का आयोजन करना बहुत ही आवश्यक है जिससे बच्चों की कमियों को शिक्षक व अभिभावक मिलकर दूर करके उन्हें सन्मार्ग पर ले जाए और उनके भविष्य को उज्ज्वल बना सके।
फोटो साथ है।
रोहिग्या मुस्लमानों को गांव से बाहर निकालने को लेकर हुई बैठक
-रविवार को होगी बड़े स्तर पर बैठक
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में विभिन्न संगठनों की एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें रोहिंग्या मुसलमान जो बांग्लादेश से आए हुए हैं और जो कोई असामाजिक तत्व भी रह रहा है गांव से बाहर निकालने की योजना कैसे बनाई जाए? इस विषय पर विचार विमर्श किया जाएगा बिना आइडी के किसी भी नागरिक को किराएदार रखने की अनुमति नहीं दी जाये। बैठक में निर्णय लिया गया कि और उसमें निर्णय लिया गया कि रविवार को समस्त ग्राम की मीटिंग का आयोजन नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में किया जाएगा जिसमें विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श होगा।
इस बैठक में समाजसेवी भगत सिंह यादव , राजेंद्र पार्षद, प्रांतीय गौसेवा प्रमुख कंवरसेन वशिष्ठ ,बजरंग दल प्रमुख विजय सिंह यादव, राष्ट्रीय स्वयंसेवक से संचालक डा. विनोद कुमार यादव ,विश्व हिंदू परिषद जिला उपाध्यक्ष दिलावर सिंह यादव, मास्टर कृष्ण सिंह यादव, संरक्षक नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना राजेंद्र सिंह यादव, पार्षद एवं गौशाला के सचिव कनीना अंकुर गुप्ता, जोगिंदर खत्री,बलवान सिंह आर्य समाज, कृष्ण प्रकाश आर्य समाजी उपस्थित रहे। सभी ने एकमत से निर्णय लिया कि कहीं नूंह जैसे हालात कनीना में न हो जाये इसके लिए पहले से ही विचार विमर्श कर लिया जाए और भावी रणनीति बनाई जाये।
हजारोंकी संख्या में हैं किरायेदार-
कनीना क्षेद्ध में बार बार चर्चा होती है तथा हर साल मांग उठती है कि किरायेदारों के पहचानपत्र जांचे जाये किंतु मामला आगे सिरे नहीं चढ़ पाता है। मुख्यमंत्री हरियाणा के कनीना जनसंवाद दौरान भी कनीना की आवादी कम बताये जाने पर चर्चा हुई थी और बताया गया कि हजारों की संख्या में दूसरे प्रांतों से लोग आकर रह रहे हैं जिनके पास न तो पहचानपत्र है और न उनका कोई अता पता। लोग खंडहरनुमा भवनों का किराया पाने की लालच में इन्हें किराये पर घर दे रहे हैं जिनकेपास पहचानपत्र तक नहीं है। कनीना क्षेत्र में गंदगी फैलाने में इन लोगों का बड़ा हाथ है वहीं बिजली चोरी एवं पेयजल की समस्या इनके कारण उत्पन्न होती है। किसी बड़ी घटना में भी इनका हाथ हो सकता है। कुछ किराये के लालचियों ने इनके राशनकार्ड, परिवार पहचानपत्र और वोटर कार्ड तक बनवा दिये हैं। एक दो ऐसे मामले भी सामने आये जब दूसरे प्रांतों से आये इन लोगों की लड़कियों से क्षेत्र के लोगों ने शादी तक कर ली है। इनकी भाषा ाके बच्चे सुन सुनकर इनके मुंह को ताकते देखे गये हैं। कहीं भी मजदूरी करते लोगों पर नजर डाले तो ये बाहर के लोग ही नजर आते हैं। कनीना के शिवव चौक पर सुबह सवेरे कई सौ लोग मजदूरी के लिए खड़े मिलते हैं। इनकी समूची जांच की जानी चाहिए। इसी बात को लेकर रविवार को चर्चा होगी।
फोटो कैप्शन 04: कनीना के नेताजी मेमोरियल क्लब में आयोजित बैठक का नजारा।
स्कूल प्रांगण में चलाया सफाई अभियान
-राजकीय स्कूल धनौंदा में चला अभियान
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में एक दिवसीय सफाई अभियान चलाया गया। अतिरिक्त जिला उपायुक्त नारनौल के आदेश अनुसार यह सफाई अभियान चला। आदेश के तहत शिक्षक और विद्यार्थियों ने मिलकर प्रांगण की सफाई की, पेड़ पौधों की छंगाई की। झाड़ झंखाड़ एवंं घास फूस को नष्ट किया।
इस अवसर पर प्राचार्य सतीश कुमार ने कहा कि स्वच्छ का स्थान भगवान के बाद दूसरा होता है जो नियमित सफाई करते हैं उसका जीवन सफल होता है। उन्होंने कहा कि गांधी भी सफाई पर विशेष ध्यान देते थे। ऐसे में जहां भी हो सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जो जीवन में काम आता है। इस अवसर पर डा मुंशीराम, प्राध्यापक देवेंद्र कुमार,प्राध्यापक विजय महक, एबीआरसी श्रुति आर्या,पूनम शिक्षिका, सूबे सिंह, नरेश कुमार सहित समस्त स्टाफ हाजिर था।
फोटो कैप्शन 01: सफाई करते हुए स्टाफ एवं विद्यार्थी।
फिर हो गई बदहाल सड़कें, फिर बन गए बड़े-बड़े गड्ढे
-लोग कहते हैं कनीना का राम ही रखवाला
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। बदहाल सड़कों ने प्रशासन, दुकानदारों और आवागमन करने वाले लोगों के नाक में दम कर रखा है। पिछले 5 सालों से इन सड़कों से आवागमन करने वालों के साथ कितनी दिक्कतें आई बयां नहीं की जा सकती है। दुर्घटनाओं का अंबार,लोगों पर गंदे पानी के छींटे कहीं किसी के हाथ पैर में चोट आई, कभी किसी का फोन टूटा, कितनी तकलीफों के चलते लोग बेहद परेशान हो गए हैं। यहां तक की इन सड़कों की बदहालात को देखते हुए कुछ लोगों ने इसे अनाथ कस्बा की भी संज्ञा दे डाली क्योंकि जो बदहालात इन सड़कों की है उन हालतों पर कोई तरस खाता और ना ही कनीना कस्बे से कोई ऐसा शख्स नजर आता जो इन समस्याओं को दुरुस्त करवा सके। कहने को तो कनीना कस्बे ने नेताओं की फौज दी है हर घर में अपने आप को प्रधान कहलाने में तो आनंद आता है परंतु जब किसी सफाई या सड़क मार्ग की बात चलती है तो घरों में दुबके रहते हैं। कुछ नेता दिखावे के लिए अपना नाम छपवा लेते हैं परंतु हकीकत में कुछ नहीं करते। हालात यह है कि आज के दिन सबसे खराब सड़कें कनीना कस्बे की हैं। जहां अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी-प्वाइंट तक सड़क मार्ग ने लाखों का नुकसान पहुंचाया है। बार-बार इन सड़कों पर रोड़े, पत्थर डाल दिए जाते, खानापूर्ति कर दी जाती है किंतु बारिश की चंद बूंदे ही इसकी हालात पहले से भी बदतर बना देती है। यही हुआ इस बार भी जब सीएम मनोहर लाल खट्टर कनीना जनसंवाद को लेकर के सड़कों की अस्थाई मरमत की गई थी परंतु बारिश के बाद फिर से यह सड़के छिन्न-भिन्न हो गई हैं। आज सड़कों पर फिर से बड़े-बड़े गड्ढे, दोनों तरफ सड़क मार्ग पर गंदा पानी जमा हुआ है होली वाला जोहड़ पर जमा हो गगया है। होलीवाला जोहड़ जिसको निकालने के लिए इंजन लगाया हुआ है किंतु जब भी समाप्त होता है फिर से बारिश हो जाती है। अटेली सड़क को उप नागरिक अस्पताल से जोडऩे वाला सड़क मार्ग बेहद जर्जर हो चला है, इस सड़क पर तो कई बार निर्माण कार्य हुआ परंतु अच्छे ढंग से निर्माण कार्य न होने से जर्जर हो जाता है। कनीना मंडी की सड़क मार्ग और नहर के साथ सड़क मार्ग सबसे बदहालात में हंै। रेवाड़ी और अटेली सड़क मार्गों को आपस में जोडऩे वाली नहर के साथ साथ सड़क मार्ग बुरी हालात में हैं। कहने को तो यह सड़क मार्ग मिनी बाईपास बनना था किंतु इस पर कई दर्जन गड्ढे पानी से भरे हुए खड़े हैं। यात्री जो इधर से गुजरते हैं उनकी कोई सुनने वाला नजर नहीं है। अगर इस मार्ग पर माटी डलवा दी जाये तो सड़क की हालात बेहतर बन सकती है। लोग अक्सर कहते सुने हैं कि कस्बा कनीना की सड़कों का भगवान ही रखवाला है।
फोटो कैप्शन 02: अटेली टी प्वाइंट के पास कनीना की सड़क मार्ग।
03: नहर के साथ सड़क मार्ग पर जगह जगह भरा गंदा पानी।
वाहनों के आवागमन से उठी धूल- मिट्टी के बीच 146वें दिन जारी रहा धरना
-धरने पर अडिग हैं ग्रामीण
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 146वें दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता डा लक्ष्मण सिंह सेहलंग ने की।
धरना कमेटी के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि आज धरने को 146 दिन हो गए। वाहनों के आने-जाने से धूल मिट्टी उड़ रही है, गर्मी और उमस भी है। हम शांतिपूर्वक धरने पर बैठे हुए हैं। जब तक सरकार कट का काम शुरू नहीं करती है, तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
संघर्ष समिति के सदस्य पहलवान रणधीर सिंह ने बताया कि हम बाघेश्वर धाम,बाबा शिव भोले के शरण में हैं, बाबा अपने भक्तों की मांग को अवश्य पूरा करेंगे। हमारा कट अवश्य बनेगा ।
जिला पार्षद संतोष कुमार पालड़ी पनिहार और उसकी टीम धरना स्थल पर पहुंची और संघर्ष समिति को अपना समर्थन दिया।
संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र कुमार शास्त्री- छिथरोली ने बताया कि सरकार लोगों की पीड़ा को समझे और राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच जल्द कट का काम शुरू करवाए।
इस मौके पर रामनिवास पंच सेहलंग, मोहित, राम भक्त, सरपंच हरि ओम, भोले राम साहब, सीताराम, पहलवान धर्मपाल, प्रधान कृष्ण कुमार,रामकुमार , कृष्ण कुमार पंच, दाताराम, शेर सिंह, सत्यनारायण साहब, मनोज कुमार, मास्टर विजयपाल, मातादीन पंच, बाबूलाल, सत्य प्रकाश, हरि ओम, मास्टर विजय सिंह,
वेद प्रकाश, सुरेंद्र सिंह व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 08: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।
एसडी की छात्रा का प्रोजेक्ट इंस्पायर अवार्ड मानक के लिए हुआ चयन
--7 प्रतिभागियों के प्रोजेक्ट चुने गये
*******************************************************
*****************************************************************
******************************************************
कनीना की आवाज। एसडी विद्यालय की छात्रा अनुष्का द्वारा तैयार प्रोजेक्ट को इंस्पायर अवार्ड मानक के लिए चुना गया है।
विद्यालय प्राचार्य ओमप्रकाश यादव ने इस विशेष उपलब्धि पर सभी विद्यार्थियों एवं सटॉफ को बधाई दी व बताया कि हरियाणा प्रदेश से केवल 7 प्रतिभागियों के प्रोजेक्ट चुना गया है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा विज्ञान में विशेष रुचि रखने वाले प्रतिभावान बच्चों को प्रोत्साहित करने व उनके नवाचार एवं रचनात्मक विचारों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी एवं परियोजना प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाता है। इस प्रतियोगिता में देशभर से लाखों प्रतिभागी हिस्सा लेते हैं। इस वर्ष 10वीं राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का आयोजन होना है। प्रतियोगिता का आयोजन विभिन्न चरणों में होता है, नैशनल इनोवेशन फाउंडेशन राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली विज्ञान प्रदर्शनी एवं परियोजना प्रतियोगिता के लिए बच्चों द्वारा बनाए गए प्रोजंक्ट को शार्ट लिस्ट करता है। विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा होनहार छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने व उनके उज्ज्वल भविष्य में सहयोग देने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम है। विद्यालय के इनौवेशन सैंटर में बच्चे रुची अनुसार अपने प्रोजेक्ट्स को तैयार करते हैं। इस अवसर पर उपप्राचार्य पूर्ण सिंह, सीएओ. नरेन्द्र यादव, सीईओ आर एस यादव, जसवीर, देवदत्त यादव, जीतू श्रीवास्तव, राकेश, हेमन्त शर्मा एवं समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
फोटो केप्शन 09: अनुष्का का प्रोजेक्ट जो इंस्पायर अवार्ड के लिए चुना गया।



















.jpeg)















No comments:
Post a Comment